बांदीकुई के एक साल बाद चलने से यात्रियों में उत्साह

लंबी दूरी की रेल सेवा ऋषिकेश-बांदीकुई पैंसेंजर एक वर्ष तक बंद रहीं। शनिवार से यह रेल सेवा एक बार पुनः चलने लगी। रेल सेवा के चलने पर शनिवार को स्टेशन पर यात्रियों की अच्छी खासी संख्या उमड़ी। इस रूट पर चलने वाले यात्रियों, व्यापारियों व स्थानीय लोगों ने रेल सेवा के पुनः संचालित होने पर हर्ष व्यक्त किया।

उल्लेखनीय है कि मुरादाबाद रेलवे ट्रेक पर काम होने के चलते करीब एक वर्ष पूर्व ऋषिकेश-बांदीकुई रेल सेवा को रद कर दिया गया था। बांदीकुई के रद होने से इस रूट पर सफर करने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। आखिर एक वर्ष के इंतजार के बाद एक बार फिर से बांदीकुई ऋषिकेश से अपने नियत समय 11 बजकर 50 मिनट पर रवाना हुई। इससे पूर्व शनिवार को यह गाड़ी हरिद्वार से पैसेंजर बनकर 10 बजकर 20 मिनट पर ऋषिकेश पहुंची। इसके बाद यह सेवा पूर्व की भांति अपने नियत समय दोपहर 2रू45 बजे ऋषिकेश पहुंची। जबकि यह गाड़ी 6-एचआर बनकर रात 10 बजकर 20 बजे हरिद्वार पैसेंजर के रूप में संचालित हुई।

बताते चलें कि रेलवे ने हाल में ही दून-नैनी रेल सेवा शुरू होने के बाद ऋषिकेश-हरिद्वार के बीच संचालित होने वाली पैसेंजर को हमेशा के लिए रद कर दिया था। जिसके बाद सुबह साढ़े सात बजे के बाद रात्रि साढ़े दस बजे तक ऋषिकेश-हरिद्वार के बीच कोई भी पैसेंजर सेवा नहीं रह गई थी।

मगर, अब लोगों को दोपहर में ऋषिकेश-हरिद्वार के बीच बांदीकुई एक विकल्प के तौर पर जरूर मददगार बनेगी। समाजसेवी लोकेश झा ने बताया कि करीब एक वर्ष से बंद बांदीकुई का संचालन होना खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि इस सेवा से लंबी दूरी के यात्रियों के अलावा ऋषिकेश-हरिद्वार के बीच के यात्रियों को भी पैसेंजर सेवा के रूप में मदद मिलेगी। स्टेशन मास्टर मनोज कुमार ने बताया कि बांदीकुई के आने व जाने का समय पूर्ववत ही रहेगा।