एक डॉक्टर के सहारे वायरल पीड़ित

इमरजेंसी में ड्यूटी लगने पर डे ऑफ पर रहते है डॉक्टर
बैरंग लौटना पड़ रहा वायरल पीड़ित मरीजों को
ऋषिकेश।
मंगलवार को एक बार फिर सरकारी अस्पताल में मरीजों को फजीहत का सामना करना पड़ा। फिजिशियन डॉ. महेश सैनी डे ऑफ पर रहे। दूसरे फिजिशियन डॉ. ऋचा रतूड़ी की ओपीडी में भीड़ जुटी। मरीज सुबह 6 बजे से ही लाइन में लगने शुरु हो गये थे। बावजूद उनका नंबर 5 से 6 घंटे में आया। 635 लोगों ने मंगलवार को अपना पंजीकरण कराया। 42 लोगों में डेंगू आशंका के चलते ब्लड की जांच की गई। दो पीड़ितों में डेंगू पॉजीटिव मिला। मलेरिया के 115 व टाइफाइड के 111 ब्लड के सैंपल लिये गये। जिनमें क्रमश: 3 मलेरिया व 33 टाइफाइड से पीड़ित मिले।
वहीं, प्राइवेट अस्पतालों की ओपीडी में भी मंगलवार को भीड़ जुटी। ब्लड जांच को लेकर मरीजों ने सर्तकता दिखाई। डेंगू व चिकनगुनिया के चलते मरीज ब्लड की जांच कराने को लेकर प्राइवेट पैथोलॉजी के भी चक्कर काट रहे है। नगर संक्रामक रोग नियंत्रक एसएस यादव ने बताया कि मंगलवार को दो ओर मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है।

हजार रुपये में चिकनगुनिया की जांच
सरकारी अस्पताल में आने वाले वायरल पीड़ितों में डेंगू के कम और चिकनगुनिया के लक्षण अधिक दिखाई दे रहे है। लेकिन हैरत की बात है कि जिस बीमारी के सबसे अधिक लक्षण मरीजों में दिखाई दे रहे है, उसकी जांच करने की जहमत स्वास्थ्य विभाग नही उठा रहा है। प्राइवेट पैथोलॉजी लैब में चिकनगुनिया जांच हजार रुपये से शुरु हो रही है। बड़ा सवाल है कि आर्थिक रुप से कमजोर तबके का व्यक्ति कैसे मंहगी जांच करवाये। इस ओर सरकारी अस्पताल द्वारा कोई पहल नही की जा रही है और न तो स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारी इसका संज्ञान ले रहे है।

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असमंजस में मरीज, रिपोर्ट किसे दिखाये
सरकारी अस्पताल की बानगी तो देखिये। वायरल पीड़ित मरीजों की संख्या कम होने का नाम नही ले रही है। ऐसे में जिम्मेदार अस्पताल प्रशासन फिजिशियन डॉक्टरों की ड्यूटी इमरजेंसी में लगा रहे है। गौर कीजिये कि इमरजेंसी में ड्यूटी के बाद डॉक्टर डे ऑफ पर चले जाते है। पहले दिन डॉक्टर को दिखाने वाले मरीज अगले दिन जब रिपोर्ट दिखाने आते है तो डॉक्टर नही मिलते। दूसरे डॉक्टर मरीज की रिपोर्ट यह कहकर कि आपके डॉक्टर दूसरे है, देखने में दिलचस्पी नही दिखाते है। ऐसे में मरीज के लिए असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है।

पुलिस जवान को चिकनगुनिया
ढालवाला पुलिस चौकी में तैनात एक पुलिस जवान में चिकनुगनिया की पुष्टि हुई है। प्राइवेट अस्पताल की ब्लड रिपोर्ट में जवान को चिकनगुनिया पॉजीटिव आया है। जवान की डेंगू जांच की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।

बैरंग लौट रहे मरीज
सरकारी अस्पताल में लंबे इंतजार के बाद भी वायरल पीड़ितों का नंबर समय पर नही आ रहा है। मंगलवार को कई मरीजों ने घंटों इंतजार के बाद भी नंबर नही आने पर हंगामा काटा। कई तो बैरंग ही लौट गये। डॉक्टर की ओपीडी में सुरक्षा गार्ड ने भी कई मरीजों को वापस लौटाया। कहाकि डॉक्टर भी इंसान है, कितने मरीजों को देखेंगी।