अपनी बोली, भाषा और पहनावे को लेकर कैबिनेट मंत्री ने युवाओं से की अपील

देवभूमि गढ़ विरासत संरक्षण समिति साहबनगर की ओर से प्रथम सांस्कृतिक महोत्सव का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने राज्य की संस्कृति को बचाये रखने के लिए युवाओं से अपील की। कहा कि आप देशभर में जहाँ भी रहे, अपने प्रदेश की कोई भी एक वेशभूषा को जरूर पहनें।
बुधवार देर रात को साहबनगर नया पंचायत भवन में आयोजित महोत्सव का शुभारंभ करते हुए अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान में हमारे युवा अपनी संस्कृति, भाषा, बोली और मेले, लोकगीतों को भूलते जा रहे है। अग्रवाल ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि ऐसा ही रहा तो वह दिन दूर नहीं जब हमारी संस्कृति, भाषा, बोली को बोलने वाला तक नहीं होगा, न ही इसका अस्तित्व रह जायेगा।
अग्रवाल ने कहा कि हम पहाड़ी लोग हैं, हमारे यहां हर एक बोली, मेले, लोकगीत, जागर, वेशभूषा आदि का विशेष महत्व है। आज हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तराखंडी टोपी जो हमारी पारंपरिक वेशभूषा का हिस्सा है, को पहनते है। इससे देश सहित विदेश में उत्तराखंड का मान बढ़ा है और यह हमारे लिए गर्व की बात है।
अग्रवाल ने कहा कि देवभूमि गढ़ विरासत संरक्षण समिति साहबनगर हमारी संस्कृति आदि को संरक्षित करने में अहम भूमिका निभा रही है, हमें इसी तरह अपनी राज्य की विरासत को संभालना होगा, इसकी कमान युवाओं के कंधे पर है। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि आप देशभर में जहाँ भी रहे, अपने प्रदेश की कोई भी एक वेशभूषा को जरूर पहनें।
अग्रवाल ने इस मौके पर जागर सम्राट व लोकगायक प्रीतम भरतवाण व उनकी टीम द्वारा दिये गए लोकगीत, जागर, पँवाडे, पांडव वार्ता, लोक नृत्यों की प्रस्तुतियों की सराहना की।
इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख डोईवाला भगवान सिंह पोखरियाल, जिला पंचायत सदस्य रीना रमन रांगड़, ग्राम प्रधान साहबनगर ध्यान सिंह असवाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य अमर खत्री, आयोजक सुरेंद्र बिष्ट, कैलाश रतूड़ी, विक्की पंवार, रोशन कुड़ियाल, कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला, अम्बर गुरंग, विक्रम क्षेत्री, लक्की पैन्यूली, रूपेश थलवाल, एसएन बहुगुणा, विक्रम रमोला, बलविंदर सिंह, जगदम्बा प्रसाद बडोनी, करण सिंह पोखरियाल, मायाराम पैन्यूली, मकान सिंह रावत, विपिन पैन्यूली, रोशन सिंह चौहान, पंडित रामानंद सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।