तीरथ सिंह रावत ने वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस लेने का किया आग्रह

गढ़वाल सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने उन्हें प्रदान की गई वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस लेने का आग्रह किया है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजा है। प्रदेश की भाजपा सरकार में मार्च में हुए पहले नेतृत्व परिवर्तन में गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया था। इसके बाद उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई थी।

राज्य में उपचुनाव के लिए संवैधानिक संकट खड़ा होने के चलते जुलाई में सरकार में फिर नेतृत्व परिवर्तन कर तीरथ की मुख्यमंत्री पद से विदाई कर दी गई थी। अब सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी जा रही है। पत्र में तीरथ ने कहा कि है कि देवभूमि उत्तराखंड में इसकी आवश्यकता नहीं है। लिहाजा इसे वापस ले लिया जाए।

केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे पुरुषोत्तम को नई जिम्मेदारी
सरकार ने तीन आइएएस के दायित्वों में फेरबदल किया है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति खत्म होने के बाद वापस लौटे सचिव वीवीआरसी पुरुषोत्तम को नियोजन, तकनीकी शिक्षा, राजस्व और स्थानिक आयुक्त नई दिल्ली का दायित्व सौंपा गया है। केंद्र में डा रमेश पोखरियाल निशंक के केंद्रीय शिक्षा मंत्री बनने पर आइएएस वीवीआरसी पुरुषोत्तम प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली गए थे।

वंदना को राज्य सरकार देगी 25 लाख और तीलू रौतेली पुरस्कार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल माध्यम से टोक्यो ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाली भारतीय हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया से बात कर शानदार प्रदर्शन के लिए वंदना एवं महिला हॉकी टीम में प्रतिभाग करने वाली सभी खिलाड़ियों को बधाई दी। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को मनोबल बनाए रखने को कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वंदना कटारिया के शानदार प्रदर्शन से प्रदेश का मान सम्मान बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने वंदना को टोक्यो से वापस आते ही मुख्यमंत्री आवास में मिलने हेतु आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य में नई खेल नीति बनाई जा रही है। जिसमें विभिन्न खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा दी जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाङी वंदना कटारिया को 25 लाख रुपए दिये जाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वंदना कटारिया को तीलू रोतेली पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने वंदना कटारिया के भाई सौरभ कटारिया से भी फोन से वार्ता कर वंदना के शानदार प्रदर्शन पर बधाई दी।
भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया ने उनके उत्साह वर्धन पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सचिव हरि चंद्र सेमवाल भी उपस्थित थे।

स्थानीय जनप्रतिनिधि विकास योजनाओं को पूर्ण कराने में बने सहयोगी- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शनिवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित कैम्प कार्यालय में विधायक रायपुर उमेश शर्मा काऊ के साथ बड़ी संख्या में आये ग्राम प्रधानों, पार्षदों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अन्य लोगों ने क्षेत्र की समस्याओं के समाधान एवं जोगीवाला सहस्त्रधारा रोड़ के चौड़ीकरण के लिये मुख्यमंत्री सहित केन्द्र सरकार का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं के त्वरित समाधान का उनका प्रयास है। उन्होंने सभी से अपेक्षा की कि विभिन्न क्षेत्रों में जन सुविधाओं तथा क्षेत्रीय विकास से सम्बन्धित जो योजनायें संचालित हो रही हैं उन्हें पूर्ण कराने तथा जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी तक पहुंचाने में सहयोगी बनें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्रवासियों को केन्द्र व राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ मिले इसके लिये अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का प्रदेश के प्रति भावनात्मक लगाव है। राज्य की समस्याओं से वे विज्ञ हैं। राज्य के विकास में उनका मार्गदर्शन निरन्तर हमें प्राप्त हो रहा है। पिछले सात साल में सड़क व रेल की अनेक महत्वपूर्ण योजनायें राज्य को मिली हैं। सड़कों का राज्य में काफी विस्तार हुआ है। दिल्ली देहरादून की यात्रा निकट भविष्य में और सुगम होने वाली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 24 हजार सरकारी रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया 15 अगस्त से आरम्भ की जायेगी, जबकि लाखों लोगों को स्वरोजगार के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के दृष्टिगत बेरोजगार युवाओं को भर्ती में एक साल की आयुसीमा में छूट प्रदान की गई है। जबकि एनडीए, सीडीएस, लोकसेवा आयोग की प्रारम्भिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले युवाओं को मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिये 50 हजार की धनराशि दी जायेगी। कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों के लिए मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना शुरू की गई है जिसमें डीबीटी द्वारा योजना में चिन्हित बच्चों के बैंक खातों में 3-3 हजार रूपए की सहायता राशि ट्रांसफर की जा रही है। मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना के तहत प्रथम दो बालिकाओं/जुड़वा बालिकाओं के जन्म पर माता और नवजात कन्या शिशु को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट उपलब्ध कराई जा रही है, उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना से प्रभावित चार धाम यात्रा व पर्यटन से जुड़े 1.64 लाख के लिए 200 करोड़ जबकि हेल्थ सेक्टर और हेल्थ सेक्टर में काम कर रहे कोरोना योद्धाओं के लिए 205 करोड़ रूपए का पैकेज स्वीकृत किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा एजेंडा सभी क्षेत्रों का समग्र विकास है। हमारा विश्वास कार्यों को उलझाने में नहीं सुलझाने में है। हम बोलेंगे कम और काम ज्यादा करेंगे। उन्होंने सभी से प्रदेश व क्षेत्र के विकास में सहयोगी बनने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश का विकास हम सबकी जिम्मेदारी है। सरकारी कार्यप्रणाली में हमने नो पेडेंसी की कार्य प्रणाली अपनाने पर ध्यान दिया है, इसके तहत फाइलों के निस्तारण में विलम्ब होने पर जिम्मेदारी तय की जायेगी। तहसीलदार से लेकर जिलाधिकारी तक को जनता की समस्याओं के समाधान के निर्देश दिये गये हैं। जिलों के प्रकरण शासन को संदर्भित न हो इसके भी सख्त निर्देश दिये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में टीकाकरण का व्यापक अभियान शुरू किया गया है। राज्य को 17 लाख वैक्सीन उपलब्ध हो रही है।
विधायक उमेश शर्मा काऊ ने मुख्यमंत्री को क्षेत्र के विकास से सम्बंधित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी दी, उन्होंने भी क्षेत्र के विकास के लिये मुख्यमंत्री द्वारा दिये जा रहे सहयोग के लिये आभार व्यक्त किया।

निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने में जुटे आप कार्यकर्ता

‘आप ‘के नेता डॉ राजे सिंह नेगी ने बताया कि ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र में ही करीब 5 हजार से अधिक गारंटी कार्ड लोगों को अब तक बांटे जा चुके हैं। इस कार्य में ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के कई कार्यकर्ता दिन-रात जुटे हुए हैं।

आम आदमी पार्टी के बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ राजे सिंह नेगी ने बताया कि हम लोग डोर टू डोर जाकर लोगों को गारंटी कार्ड दे रहें हैं। हर वर्ग के लोगों को यह गारंटी कार्ड दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज स्थिति यह है कि लोगों का रोजगार खत्म हो चुका है। ऐसे समय में राहत देने के बजाय उत्तराखंड सरकार ने बिजली के दामों को बढ़ा दिया है।नेगी ने कहा कि गारंटी कार्ड योजना के जरिए जनता आम आदमी पार्टी से लगातार जुड़ रही है।

एम्स को विधानसभा अध्यक्ष ने दो एम्बुलेंस दी

विधानसभा अध्यक्ष एवं ऋषिकेश विधायक प्रेमचंद अग्रवाल ने मरीजों की सुविधा के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश को अपनी निधि से 2 एम्बुलेंस भेंट की हैं। शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष व निदेशक प्रोफेसर रवि कांत ने संयुक्तरूप से हरी झंडी दिखाकर उक्त रोगी वाहनों को रवाना किया।
विधानसभा अध्यक्ष व क्षेत्रीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल ने अपनी विधायक निधि से शुक्रवार को एम्स ऋषिकेश को मरीजों की सुविधा के लिए दो एम्बुलेंस प्रदान की। इस अवसर पर आयोजित एक सादे समारोह में विधानसभा अध्यक्ष व एम्स निदेशक ने संयुक्तरूप से एम्स परिसर से एंबुलेंसों को रवाना किया गया।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कोविड की दूसरी लहर के दौरान विभिन्न परेशानियों को देखते हुए उन्होंने स्वास्थ्य के क्षेत्र में विधायक निधि से एम्बुलेंस देने का निर्णय लिया है,जिससे मरीजों को आवागमन की सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि दिन-रात मरीजों की सेवा में जुटे एम्स संस्थान को भविष्य में भी वह आवश्यक सहयोग प्रदान करते रहेंगे।
निदेशक प्रोफेसर रवि कान्त ने विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल का आभार जताते हुए कहा कि संस्थान को उपलब्ध कराई गई एम्बुलेंसों से मरीजों को आवागमन की सुविधा मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि कई मरीजों को नियमिततौर पर आईडीपीएल स्थित राइफलमैन जसवन्त सिंह कोविड केयर सेंटर से एम्स आना-जाना होता है। लिहाजा अतिरिक्त रोगी वाहनों का सीधेतौर पर मरीजों को लाभ मिल सकेगा। इस मौके पर उन्होंने एम्स परिसर में विधायक निधि से एक टीन शैड बनाए जाने के लिए भी अध्यक्ष विधानसभा प्रेमचंद अग्रवाल का आभार जताया।
कार्यक्रम के दौरान डीन एकेडेमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता, एमएस प्रोफेसर बीके बस्तिया, डीन हॉस्पिटल अफेयर्स प्रोफेसर यूबी मिश्रा, डा. अजीत भदौरिया आदि मौजूद रहे।

केन्द्रीय सड़क अवस्थापन निधि से 615 करोड़ की मिली स्वीकृति

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में मीडिया से औपचारिक वार्ता करते हुए कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा केन्द्रीय सड़क अवस्थापन निधि (सीआरआईएफ) के अन्तर्गत 615.48 करोड़ रूपये 42 सड़क मार्ग सेतुओं के प्रस्तावों को स्वीकृत कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड की जनता की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय सड़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया।

17 वर्षों में राज्य में 614.85 करोड़ रूपये की जबकि पिछले चार वर्षों में 1124.25 करोड़ की स्वीकृतियां प्राप्त हुई
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केन्द्रीय सड़क निधि के अन्तर्गत राज्य गठन से वर्ष 2017 तक, 17 वर्षों में राज्य में 614.85 करोड़ रूपये के कार्यों की स्वीकृतियां भारत सरकार से प्राप्त हुई है। वर्तमान सरकार के कार्यालय में सीआरएफ के अन्तर्गत विभिन्न कार्यों हेतु विगत वर्ष रू0 508.77 करोड़ की स्वीकृति के कार्य गतिमान है। इस प्रकार सीआरएफ के अन्तर्गत वर्तमान सरकार के चार साल के कार्यालय में रू0 1124.25 करोड़ की स्वीकृतियां प्राप्त हो गयी है। भारत सरकार के इस अतुल्यनीय सहयोग से सड़क निर्माणध्सेतु निर्माण के कार्य निर्वाध रूप से क्रियान्वित होगें तथा मार्ग आम जनमानस के आवागमन हेतु सुलभ एवं आरामदायक होगें। भारत सरकार के उक्त सहयोग से सड़क मार्गों में जाम की स्थिति में सुधार होगा तथा यातायात सुलभ एवं आरामदेय होगा।

सड़कें विकास की धुरी-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी प्रदेश की आर्थिक, सामाजिक उन्नति में आवागमन के साधनों की सुलभ उपलब्धता का अत्यधिक प्रभाव पड़ता है। उत्तराखण्ड राज्य में पर्वतीय भू-भाग के दृष्टिगत प्रदेश के नागरिकों के चहमुखी विकास में सड़क मार्गों की प्रासंगिकता अत्यन्त उपयोगी है। प्रदेश के विकास में सड़क मार्ग लाइफ लाइन का कार्य करते हैं। प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में विषम भौगोलिक परिस्थितियों तथा वर्ष में निर्माण हेतु समय की अल्प उपलब्धता के कारण सड़क एवं सेतुओं के निर्माण में आने वाली अत्यधिक लागत को देखते हुए भारत सरकार द्वारा राज्य सरकार को प्रदान की गयी सहायता प्रदेश के विकास में सहायक सिद्ध होगी।

अब मेजर ध्यानचंद के नाम से जाना जायेगा खेल का सबसे बड़ा सम्मान, पीएम ने की घोषणा

भारत में खेल के क्षेत्र में दिया जाने वाले सबसे बड़े सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम अब हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर कर दिया गया है। इस बात की जानकारी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके दी है। पीएम मोदी ने कहा कि लोगों की भावनाओं को देखते हुए इस अवार्ड का नाम अब मेजर ध्यानचंद के नाम पर किया जा रहा है।

पीएम मोदी ने क्या ट्वीट किया?

पीएम मोदी ने कहा है, देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है। जय हिंद

ओलंपिक्स में हॉकी खिलाड़ियों का प्रदर्शन आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा- मोदी

एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा, ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रयासों से हम सभी अभिभूत हैं। विशेषकर हॉकी में हमारे बेटे-बेटियों ने जो इच्छाशक्ति दिखाई है। जीत के प्रति जो ललक दिखाई है, वो वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।

खेल रत्न का इतिहास

इस अवार्ड को 1991-92 में शुरू किया गया था। तब इसका नाम देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखा गया था। इस अवार्ड की स्थापना का मुख्य उद्देश्य खेल के क्षेत्र में सराहना और जागरूकता फैलाना है साथ ही खिलाड़ियों को सम्मानित कर उनकी प्रतिष्ठा बढ़ाना है, ताकि वह समाज में और ज्यादा सम्मान प्राप्त कर सकें।

भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार का नाम राजीव गांधी खेल रत्न की जगह मेजर ध्यानचंद खेल रत्न रखने के फैसले का खेल जगत ने स्वागत किया है। ध्यानचंद को महानतम हॉकी खिलाड़ी माना जाता है। हॉकी के इस जादूगर ने अपने 1926 से 1949 तक के करियर के दौरान 1928, 1932 और 1936 में ओलंपिक का शीर्ष खिताब हासिल किया था। उनकी जयंती के उपलक्ष्य में 29 अगस्त को देश का राष्ट्रीय खेल दिवस भी मनाया जाता है।

विश्व चैंपियनशिप में भारत की एकमात्र एथलेटिक्स पदक विजेता और यह पुरस्कार 2003 में हासिल करने वाली अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा कि खेल पुरस्कारों के नाम खिलाड़ियों के नाम पर रखे जाने चाहिए। उन्होंने कहा, यह सही समय है जब हम अपने खेल पुरस्कारों का नाम अपने खेल के दिग्गजों के नाम पर रखें। यह सही कदम है. ध्यानचंद हमारे खेल नायक और हॉकी के दिग्गज हैं और हॉकी हमारा राष्ट्रीय खेल है. यह उचित ही है कि देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार का नाम ध्यानचंद के नाम पर ऐसे समय रखा गया है जब भारत ने 41 साल बाद हॉकी में ओलंपिक पदक जीता है।

इस फैसले की सराहना करते हुए पूर्व हॉकी कप्तान अजीतपाल सिंह ने कहा कि पहचान देर से मिली लेकिन देर आये दुरुस्त आये। उन्होंने कहा, यह एक स्वागत योग्य कदम है। यह एक अच्छा फैसला है जो प्रधानमंत्री ने लिया है। खेल पुरस्कार हमेशा खिलाड़ियों के नाम पर होने चाहिए और ध्यानचंद जी से बड़ा देश में कोई खिलाड़ी नहीं है। यह मान्यता देर से मिली, लेकिन कभी नहीं से बेहतर है कि देर से मिली।

ओलंपिक कांस्य पदक मुक्केबाज विजेन्दर सिंह ने कहा कि ध्यानचंद जी को सम्मान देना अच्छी बात है लेकिन यह देश में खेलों के स्तर को उठाने के लिए काफी नहीं है। उन्होंने कहा, इस कदम के खिलाफ कुछ भी नहीं है, क्योंकि हम सभी ध्यानचंद जी के अपार योगदान का सम्मान करते हैं । लेकिन सरकार को खिलाड़ियों का समर्थन करने के लिए इससे कुछ ज्यादा करना चाहिए। उन्हें बुनियादी स्तर पर सुविधाओं की जरूरत है, जब तक हम ऐसा नहीं कर सकते, केवल पुरस्कारों का नाम बदलने से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यह घोषणा की कि देशवासियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए खेल रत्न पुरस्कार को अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कहा जाएगा। टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीमों के शानदार प्रदर्शन के बाद इस सम्मान का नाम महान हॉकी खिलाड़ी के नाम पर रखने का फैसला लिया गया।

केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि ध्यानचंद खेलों में भारत के सबसे बड़े नायक रहे हैं। उन्होंने कहा, मेजर ध्यानचंद जी ने अपने असाधारण खेल से विश्व पटल पर भारत को एक नई पहचान दी और अनगिनत खिलाड़ियों के प्रेरणास्रोत बने। जनभावना को देखते हुए खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार करने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का हार्दिक धन्यवाद।

भारत के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी से सांसद बने गौतम गंभीर कहा, किसी (खेल) नायक का नाम पुरस्कार को और प्रतिष्ठित बनाता है। वहीं ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त ने भी इस कदम के लिए प्रधानमंत्री का शुक्रिया करते हुए कहा, खेल के सबसे बड़े पुरस्कार खेल रत्न को देश के श्रेष्ठ खिलाड़ी और हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न रखने के फैसले के लिए मैं भारत सरकार और आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हार्दिक धन्यवाद करता हूं।

सुबोध बोले-व्यापारियों ने जुझारू व्यक्तित्व को अध्यक्ष बनाकर दिया समझदारी का परिचय

नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ऋषिकेश के शपथ ग्रहण समारोह एक होटल में संपन्न हुआ। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के सलाहकार परिषद के चेयरमैन अनिल गोयल ने की। कार्यक्रम में व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री प्रकाश चंद्र मिश्रा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री राजपाल खरोला विशिष्ट अतिथि रहे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुबोध उनियाल ने उपस्थित व्यापारियों को संबोधित करते हुए कहा कि ललित मोहन मिश्र को व्यापारियों ने चुना है एक जुझारू व्यक्तित्व को आपने अपना अध्यक्ष बनाकर समझदारी का परिचय दिया है निश्चित रूप से व्यापार मंडल मजबूत होगा और प्रदेश सरकार व्यापारियों के प्रत्येक मांग पर गंभीरता से विचार करेगी। ऐसा आश्वासन काबीना मंत्री सुबोध उनियाल ने दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अनिल गोयल ने कहा की प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल की पूरे प्रदेश में 376 इकाइयां कार्यरत हैं और सभी प्रदेश पदाधिकारी एक एक इकाई के साथ कंधे से कंधा मिलाकर व्यापारियों की लड़ाई मजबूती से लड़ते रहे हैं ऋषिकेश में भी प्रत्येक स्थिति में प्रदेश का संगठन नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ हमेशा खड़ा है।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष सहित समस्त कार्यकारिणी को प्रदेश के महामंत्री प्रकाश चंद्र मिश्रा जी ने विधिवत शपथ दिलाकर कार्यभार सौंपा।

अधिकारी जांच के नाम पर नहीं कर पाएगा उत्पीड़न- मिश्र
शपथ लेने के उपरांत व्यापार मंडल के अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र ने कहा कि, आम चुनाव के बाद नगर में व्यापार मंडल और अधिक मजबूती से उभरा है और निश्चित रूप से शासन प्रशासन तक व्यापारियों की मांग को पुरजोर तरीके से उठाने में हम सक्षम होंगे और कोई भी अधिकारी जांच के नाम पर कार्यवाही के नाम पर व्यापारी का उत्पीड़न नहीं कर पाएगा ऐसा आश्वासन ललित मोहन मिश्र ने दिया।
इस अवसर पर संयुक्त महामंत्री दिनेश डोभाल, प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश डोभाल, चमोली जिलाध्यक्ष माधव सेमवाल, रूड़की से जिला प्रभारी प्रमोद जौहर, हरिद्वार से कैलाश केशवानी, दून महानगर अध्यक्ष विपिन नागलिया, जितेंद्र अग्रवाल,राजेश अग्रवाल नितिन गुप्ता, मानव जौहर, पवन शर्मा, पंकज शर्मा, विजय लक्ष्मी भट्ट, मनीष शर्मा, राकेश सिंह, विजय लक्ष्मी शर्मा, जगत नेगी, गिरिराज गुप्ता, मनोज कालरा, अनुज जैन आशु दंग, राजेश मनचंदा, मनोज शर्मा, नरेंद्र मैनी, जोगेंदर कुमार, कपिल गुप्ता, अजय गर्ग, दीपक जाटव, ज्योति प्रकाश शर्मा, सुनील प्रभाकर, हितेंद्र पंवार आदि शामिल रहे।

ऐतिहासिक स्थल पर 101 फीट ऊंचा तिरंगा लहराया

तिरंगा झंडा जिस शान से लहराता है उसे देखकर हर भारतवासी का हृदय भावों से भर जाता है। देश के प्रति समर्पण और प्रेम का संचार मन में होता है। इसी भाव को प्रेरित करने के लिए त्रिवेणी घाट, ऋषिकेश में एमडीडीए द्वारा स्थापित 101 फीट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अनावरण उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा किया गया।
देश की आजादी एवं उसकी आन बान और शान का प्रतीक तिरंगा झंडा राष्ट्र के प्रति सम्मान और देश भक्ति की भावना को जाग्रत करने के उद्देश्य से त्रिवेणी घाट पर 101 फीट ऊँचा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया गया। ध्वजारोहण के दौरान ध्वजारोहण स्तंभ के शीर्ष तक राष्ट्रीय ध्वज का आरोहण कराया गया और तिरंगे को सलामी दी गयी। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने स्विच दबाकर झंडे का आरोहण किया एवं झंडे को सलामी दी। ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रीय गान से पूरा त्रिवेणी घाट गूंज उठा। मौजूद लोगों की आंखों में तिरंगे को फहरता देख एक अलग सी ही चमक दिखी।
बता दें कि यह तिरंगा झंडा 101 फीट ऊंचा 20 फीट चैड़ा और 30 फीट लंबा बनाया गया है। इसके साथ झंडे के लिए फोकस्ड लाइट्स भी लगाई गयी है। इसका सीधा फोकस तिरंगे पर पड़ेगा। हाइमास्क पोल पर लाइट लगाने के बाद रात की रोशनी में देश का राष्ट्रीय ध्वज खूबसूरत नजर आएगा।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हमारे गर्व, शक्ति एवं गौरव का प्रतीक हमारा राष्ट्रीय ध्वज शांति, समृद्धि और सदैव विकास के पथ पर अग्रसर रहने की प्रेरणा देता है। आंखों के सामने लहराता राष्ट्रीय तिरंगा और मन में देश के लिए कुछ कर गुजरने का संकल्प भारत को नया भारत बना रहा है।उन्होंने कहा कि तिरंगा झंडा लग जाने के बाद इसे देख आते-जाते लोग खुद को गौरान्वित महसूस करेंगे।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल गोयल ने कहा कि हर कोई इस तिरंगे के लिए आहुति देने को तैयार रहता है। तिंरगे को देखकर आम लोगों में राष्ट्रीयता की भावना जगेगी। देश के लिए मरने मिटने की प्रेरणा मिलेगी।
इस अवसर पर ऋषिकेश मंडल अध्यक्ष दिनेश सती, वीर भद्र मंडल अध्यक्ष अरविंद चैधरी, एमडीडीए के अधिशासी अभियंता श्याम मोहन शर्मा, सहायक अभियंता पूर्णानंद बहुगुणा, नगर निगम पार्षद रीना शर्मा, डीपी रतूड़ी, कविता शाह, अनीता तिवारी, उषा जोशी, सुमित पवार, कविता शाह, प्रदीप कोहली, संदीप खुराना अनीता रैना, सुंदरी कंडवाल आदि उपस्थित थे।

सरकारी नौकरी के साथ ही स्वरोजगार के अवसर भी पैदा कर रही सरकार-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि स्वरोजगार से ही आत्मनिर्भर भारत का उद्देश्य पूरा हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने सचिवालय में प्रदेश के विभिन्न विभागों में संचालित स्वरोजगार योजनाओं की समीक्षा करते हुए तय लक्ष्यों को निर्धारित समयावधि में पूरा करने के निर्देश दिए। विभिन्न योजनाओं के तहत लोगों को बैकों से लोन लेने में कोई समस्या न हो, इसके लिए सभी बैंकर्स के साथ समन्वय सुनिश्चित किया जाए। लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए और उनकी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए सभी जनपदों में स्वरोजगार के लिए कैम्प लगाये जाए। इसके लिए प्रत्येक जनपद में मुख्य विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया जाय। रोजगार कैंप में जिला स्तरीय अधिकारी एवं बैंक के अधिकारी केन्द्र एवं राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं की जानकारी देंगे और मौके पर ही लोगों की समस्याओं का समाधान करेंगे।

1 से 15 सितम्बर तक लगेंगे जनपदों में कैम्प
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि 1 से 15 सितम्बर तक जनपदों में जो कैंप लगाये जायेंगे, उनमें जिलास्तरीय अधिकारी और बैंक के अधिकारी सभी आवेदनों का निस्तारण करते हुए लोन स्वीकृति की कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। 30 सितम्बर तक सभी सही पाए जाने वाले आवेदकों के लोन स्वीकृत कर दिये जाएं। लोन के लिए बैंकों में प्राप्त आवादनों के शीघ्र निस्तारण के लिए बैंक के वरिष्ठ अधिकारी ब्रांच स्तर तक लगातार मॉनिटरिंग करें। आवेदकों को व्यर्थ चक्कर न काटने पङें। उन्होंने कहा कि सभी योजनाएं धरातल पर दिखनी चाहिए। समाज के अन्तिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक केन्द्र एवं राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाएं पहुंचे, यह हम सबकी जिम्मेदारी है। योजनाओं का विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार प्रसार किया जाय। सरकार जनता के द्वार पहुंचकर जन समस्याओं का समाधान करेगी।

प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल के मंत्र से खुलेंगे समृद्धि के द्वार
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल के मंत्र को अपना कर राज्य की प्रगति में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जा सकती है। हमारे युवाओं में कौशल और प्रतिभा की कमी नहीं है। हमारे स्टार्ट-अप उद्योग की सफलता हमारे युवाओं के उत्साह को दिखाती है। स्वरोजगार से जुड़ने वाले लोगों के लिए मार्केट उपलब्ध करवाने पर भी फोकस करना होगा। उत्पादों की उच्च गुणवत्ता पर भी ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है।

स्वरोजगार के लिए विभागों को दिए गए लक्ष्य
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत स्वरोजगार से संबंधित मुख्य विभागों को लक्ष्य दिये। ग्राम्य विकास विभाग, समाज कल्याण, कृषि, पशुपालन, शहरी विकास, उद्योग एवं पर्यटन विभाग की समीक्षा की। उन्होंने इन सभी विभागों को लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए इस वर्ष के टारगेट दिये। ग्राम्य विकास विभाग को 10 हजार, समाज कल्याण को विभाग को 1500, पशुपालन विभाग को 4 हजार, शहरी विकास को 26 हजार, उद्योग विभाग को 4500 एवं पर्यटन विभाग को 500 का लक्ष्य दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विभाग विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कार्यवाही में तेजी लाएं। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए विभागों द्वारा सक्सेस स्टोरी बनाई जाय और लोगों को जागरूक किया जाय।

पोर्टल बेस्ड एप्रोच पर काम करें विभाग- मुख्य सचिव
मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में और तेजी लाई जाय। योजनाओं का जन-जन तक लाभ पहुंचे यह सभी अधिकारियों की सामुहिक जिम्मेदारी है। लाभार्थियों के आवेदनों की कमियों का त्वरित निस्तारण कर उनको योजनाओं का लाभ दिया जाय। कार्यों में तेजी लाने के लिए सभी विभाग पोर्टल बेस्ड एप्रेच पर काम करें।

बैठक में अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव एल. फैनई, सचिव अमित नेगी, आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलैश बगोली, राधिका झा, रंजीत सिन्हा सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।