समय बहुमूल्य है इसकी महत्ता को सभी को समझना होगा-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को नैनीताल स्थित प्रेमा जगाती सरस्वती विहार विद्यालय के वार्षिकोत्सव में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति में शिक्षा ग्रहण करने का अर्थ केवल किताबी ज्ञान अर्जित करने तक सीमित नहीं है, यह एक ऐसी यात्रा है जिसमें हम स्वयं की और अपने अस्तित्व की खोज करते हैं। एक व्यक्ति के रूप में हमारे सर्वांगीण विकास और एक श्रेष्ठ समाज के निर्माण में शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण तत्व है। एक व्यक्ति बचपन में जिस प्रकार की शिक्षा और संस्कार प्राप्त करता है उसी से उसका चरित्र निर्माण होता है।
उन्हांेने विद्यार्थियों से कहा कि किताबी ज्ञान तक सीमित ना रहें स्वयं के अस्तित्व की खोज कर अपने जीवन को सफल बनायें। उन्होंने कहा बचपन के संस्कार सम्पूर्ण जीवन में काम आते है इसलिए हमें बच्चों को बचपन से ही संस्कारवान शिक्षा प्रदान कर भविष्य के निर्माण के लिए कार्य करना होगा। उन्होंने विद्यार्थियों से जीवन का लक्ष्य तय करते हुए पूर्ण मनोयोग, ईमानदारी,कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करने को कहा। यही मूल मंत्र जीवन को सफल बनाएगा।
मुख्यमंत्री ने स्वामी विवेकानंद को याद करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि प्रत्येक मनुष्य में अनंत ऊर्जा शक्ति का भण्डार है उसे सिर्फ जानने व दिशा देने की जरूरत है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि जीवन में कभी कोई परेशानी आती है तो उसे सकारात्मक सोच के साथ समस्या का समाधान करें। उन्होंने बच्चों से कहा कि यह शिक्षा का कालखण्ड दोबारा आपके जीवन में कभी नहीं आयेगा, समय बहुमूल्य है इसकी महत्ता को सभी को समझना होगा, एक-एक पल जीवन के लिए उपयोगी है अगर हम समय को समझ लेते हैं तो अपने जीवन के साथ ही देश व प्रदेश नाम रोशन कर सकते है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है, गुरुकुलों की भूमि है, यहां ऐसे ऋषि- मुनि हुए जिन्होंने सनातन ग्रंथो की रचना की। वीरभट्टी की इस महान धरती पर पढ़ने वाले आप सभी विद्यार्थी भी ऋषि संतानें हैं और अवश्य ही आप लोग अपना,अपने परिवार का और अपने प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे छात्र देश का भविष्य है। देश व प्रदेश को आगे ले जाने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज नए भारत का निर्माण हो रहा है, जिसके अंतर्गत देश में अभूतपूर्व रूप से नित-नए कार्य किए जा रहे हैं। वर्ष 2020 में प्रधानमंत्री द्वारा वर्तमान समय के अनुसार बनाई गई नई शिक्षा नीति को हमारे सम्मुख रखा गया। नई शिक्षा नीति से स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा को नए आयाम प्राप्त होंगे, इससे सभी वर्ग के लोगों को समानता के आधार पर शिक्षा प्राप्त करने के अवसर भी मिलेंगे। स्कूली स्तर पर ’’कौशल विकास’’ से ’’युवा कुशलता’’ के साथ कार्य करने में सक्षम होंगे। साथ ही इससे शोध एवम् अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा। देश को विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री जी के लक्ष्य को पूर्ण करने में नई शिक्षा नीति अवश्य ही कारगर साबित होगी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि अमृत काल में भारत को विश्व की तीसरी बड़ी इकोनॉमी बनाना है। इसके लिए सभी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी तभी हम सफल होंगे। उन्होंने कहा कोरोना काल में देश के प्रधानमंत्री ने अभिभावक की तरह देश व विश्व में कार्य किया। अपने देश में कोरोना वैक्सीन देने के साथ ही विश्व में कोरोना वैक्सीन देने का कार्य किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड स्कूली शिक्षा में नई शिक्षा नीति लागू करने वाला पहला राज्य है। हमारी सरकार उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने ’’विकल्प रहित संकल्प’’ को पूर्ण करने हेतु प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यालय के इस गरिमामय समारोह में आकर वे अभिभूत हैं। यहां आकर उनकी छात्र जीवन की स्मृतियां जीवंत हो गयी। विद्यालय अत्यंत ही कठिन परिस्थितियों में स्थापित हुआ परंतु आज ये विद्यालय एक विशाल वट वृक्ष का रूप ले चुका है। जगाती परिवार ने इस शिक्षण संस्थान के लिए अपनी भूमि दान कर जो शिक्षा सेवा का पुण्य कमाया है, उसके लिए जगाती परिवार बधाई का पात्र है।
पार्वती प्रेमा जगाती सरस्वती विहार स्कूल के 36 वें वार्षिकोत्सव समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बच्चों, अभिभावकों एवं शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने कहा इस विद्यालय के विद्यार्थी आज इंजीनियर,कारोबारी, प्रशासनिक अधिकारी व राजनीतिज्ञ बनकर अपनी बुलंदियों को छू रहे हैं। विद्यालय परिवार द्वारा इस स्थान पर एक विश्वविद्यालय बनाए जाने का संकल्प लिया है। उनका संकल्प अवश्य पूर्ण होगा, इस संबंध में राज्य सरकार के स्तर पर जो भी सहयोग होगा वह किया जायेगा। भूमि चिन्हीकरण कार्य के लिए पूर्ण प्रयास कर परिकल्पना को साकार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विद्यालय की सड़क मार्ग को दुरुस्त करने का कार्य लोनिवि द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि विद्यालय में विद्युत की जो भी समस्या हो उसे दुरूस्त करना सुनिश्चित किया जाये।
इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि इस विद्यालय से पढ़कर विद्यार्थी देश के विभिन्न क्षेत्रों में सेना, प्रशासन व आदि स्थानों पर कमान संभाल रहे है। उन्होंने अध्ययनरत विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य और गुरुजनों का हृदय से आभार व्यक्त किया।
महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल एवं पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य और गुरुजनों की मेहनत से यहाँ के विद्यार्थियों ने देश के विविध क्षेत्रों में अपनी सुगंध फैलाई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मूल मंत्र विद्या भारती से लिए गया है। इस शिक्षा नीति से विद्या भारती ही नहीं अपितु देश के समस्त सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को इंडिया से भारत बनने की संकल्पना को पूरा किया जाएगा। नई शिक्षा नीति में शिक्षा के साथ ही व्यवसायिक विषयों पर जोर दिया गया है। इससे देश को कौशल युक्त उच्च कोटि के मानव संसाधन मिलेंगे जो राष्ट्र को विश्व गुरु बनने में पूर्ण सहयोगी बनेंगे। उन्होंने युवा पीढ़ी के सर्वागींण विकास के लिए आध्यात्मिक इंटेलिजेंस से जोड़ने की बात पर जोर दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा विद्यालय के 12वी के तीन और 10वी के 15 मेधावियों को पुरस्कृत किया।
विद्यालय के प्राचार्य डॉ सूर्या प्रकाश ने विद्यालय की आगामी वार्षिक कार्ययोजना के साथ ही विद्यालय की सम्पूर्ण गतिविधियों, उपलब्धियों की जानकारी दी। वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में शिव तांडव, हनुमान, गणेश वंदना नृत्य और नाटक सिक्का बदल गया मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ माधव प्रसाद के साथ ही विद्यार्थी रक्षित कर्नाटक और कृष्णा त्यागी ने किया।
कार्यक्रम में विद्यालय के संरक्षक कामेश्वर प्रसाद काला, विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रो के पी सिंह, प्रबंधक श्याम अग्रवाल, कोषाध्यक्ष विपिन अग्रवाल, क्षेत्रीय संगठन मंत्री डोमेश्वर साहू, राष्ट्रीय मंत्री किशन वीर, विधायक नैनीताल सरिता आर्या, भीमताल राम सिंह कैड़ा, लालकुआ डॉ मोहन सिंह बिष्ट, कपकोट सुरेश गढ़िया, मंडी अध्यक्ष डॉ अनिल कपूर डब्बू, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य एवम अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष सुरेश भट्ट, जिलाधिकारी वंदना सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी एन मीणा, सीडीओ डॉ संदीप तिवारी, अपर जिलाधिकारी शिव चरण द्विवेदी सहित विद्यालय के गुरुजन और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों में अभी से जुटें अधिकारीः डॉ. धन सिंह रावत

शिक्षा सत्र को नियमित करने के लिये विभागीय अधिकारियों को अभी से तैयारियों में जुटने के निर्देश दे दिये गये हैं। सरकार का उद्देश्य बोर्ड परीक्षाओं को समय पर आयोजित करा कर परीक्षाफल समय पर घोषित करना है। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को 30 अप्रैल तक बोर्ड परीक्षा परिणाम तथा 30 मई तक अंक सुधार परीक्षा परिणाम घोषित करने का लक्ष्य दिया गया है ताकि उच्च शिक्षा का सत्र भी समय पर शुरू किया जा सके।

विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। डॉ. रावत ने बताया प्रदेश में शिक्षण सत्र समय पर शुरू कराने के दृष्टिगत विभागीय उच्चाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया गया। जिसमें तय किया गया कि वर्तमान शैक्षिक सत्र की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी-मार्च में करा कर 30 अप्रैल तक 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षाओं का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया जायेगा, जबकि बोर्ड परीक्षाओं के तहत अंकसुधार परीक्षा का परिणाम भी एक माह के भीतर घोषित कर दिये जायेंगे। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को अभी से तैयारियों में जुटने के निर्देश दे दिये गये हैं। विद्य़ालयी शिक्षा का सत्र नियमित होने से जहां एक ओर छात्र-छात्राएं नई कक्षा में समय पर प्रवेश ले सकेंगे वहीं दूसरी ओर उच्च शिक्षा के सत्र को सभी समय पर शुरू करने में मदद मिलेगी। इसका लाभ प्रदेश की पूरी शिक्षा व्यवस्था को मिलेगा। डॉ. रावत ने विभागीय अधिकारियों को आवंटित जनपदों का भ्रमण कर विद्यालयों का बरीकी से स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही स्कूलों में उपलब्ध संसाधनों की भी रिपोर्ट तैयार कर मंत्रालय को प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। विभागीय मंत्री ने कहा कि भ्रमण के दौरान अधिकारी पीएम-श्री स्कूल, अटल उत्कृष्ट विद्यालय व कलस्टर विद्यालयों सहित नेता जी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय छात्रावासों का भी स्थलीय निरीक्षण कर वहां के छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों से भी संवाद स्थापित करेंगे। भ्रमण के पश्चात विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिये प्रभावी निर्णय लिये जायेंगे।

बैठक में सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन, अपर सचिव शिक्षा योगेन्द्र यादव, रंजना राजगुरू, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, अपर सचिव एम.एम. सेमवाल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा सीमा जौनसारी, निदेशक अकादमी शोध एवं प्रशिक्षण वंदना गर्ब्याल, निदेशक प्राथमिक शिक्षा रामकृष्ण उनियाल, संयुक्त सचिव जे.एल. शर्मा, बी.एस. बोरा, उप सचिव अनिल कुमार पाण्डेय सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

राज्य के सभी विकासखंडों के टॉपर दो-दो छात्रों को कराया जायेगा भारत दर्शन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के सभी विकासखण्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के टॉपर 2-2 छात्रों हेतु भारत दर्शन शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम संचालित करने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भारत-दर्शन कार्यक्रम से छात्रों में एक विशेष अनुभूति जागृत होगी, जिससे वे सब भारत की विभिन्नताओं, इतिहास, संस्कृति, शिष्टाचार और प्रकृति को व्यक्तिगत रूप से जान सकेंगे। इसमें इन छात्रों में समूह में रहने की प्रवृत्ति, नायक बनने की क्षमता तथा आत्मविश्वास एवं भाईचारे की भावना प्रबल होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम चयनित मेधावी छात्रों के जीवन को नई दिशा देने के साथ ही उन्हें अपनी शैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए भी प्रेरित करेगा।

भारत भ्रमण कर देश को जानने का मिल रहा छात्रों को मौका

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में विधानसभा देवप्रयाग के कक्षा 10 की परिषदीय परीक्षा 2023 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं हेतु आयोजित भारत दर्शन शैक्षिक भ्रमण 2023 में शामिल छात्रों के दल को फ्लैग ऑफ कर रवाना किया।
मुख्यमंत्री ने भारत भ्रमण पर जाने वाले छात्रों को शुभकामना देते हुए विधायक देवप्रयाग विनोद कंडारी की इस शानदार पहल की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने मध्यम एवं निम्न वर्ग के छात्रों को भारत भ्रमण का अवसर प्रदान करने की परम्परा शुरू की है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि भविष्य में राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के हर ब्लॉक के टॉपर छात्रों का शैक्षिक भ्रमण आयोजित किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भारत-दर्शन कार्यक्रम से छात्रों में एक विशेष अनुभूति जागृत होगी, जिससे वे सब भारत की विभिन्नताओं इतिहास, विज्ञान, शिष्टाचार और प्रकृति को व्यक्तिगत रूप से जान सकेंगे और समूह में रहने की प्रवृत्ति, नायक बनने की क्षमता तथा आत्मविश्वास एवं भाईचारे की भावना उनमें प्रबल होगी। उन्होंने कहा कि यह भ्रमण कार्यक्रम शिक्षा का एक अंग है, जो छात्रों के किताबी ज्ञान में वृद्धि करेगा। यह भ्रमण छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगा। क्योंकि व्यावहारिक अनुभव के माध्यम से ज्ञान प्रदान करना सीखने को और अधिक रोचक बना देता है। व्यावहारिक ज्ञान किताबी ज्ञान से बेहतर है, एक शोध लेख के अनुसार, लगभग 65 प्रतिशत छात्र दृश्य शिक्षण सहायता पसंद करते हैं। ये शिक्षार्थी केवल उनके बारे में बात करने के बजाय यह देखना पसंद करते हैं कि चीजों को कैसे किया जाए। वे व्याख्यान देने के बजाय प्रदर्शन देखना पसंद करते हैं, क्योंकि देखना ही विश्वास करना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जब आप किसी चीज़ को व्यक्तिगत रूप से देखते हैं तो आपका दृष्टिकोण बदल जाता है। मानवता का सही अध्ययन मनुष्यों के अध्ययन से ही हो सकता है, भ्रमण के दौरान संभ्रान्त व्यक्तियों, तरह-तरह के व्यक्तियों से आपका संपर्क होगा, ऐतिहासिक एवं दर्शनीय स्थलों का आप भ्रमण करेंगे, यदि आप चौकन्नी निगाह रखकर दिल और दिमाग के खिड़की और दरवाजे सभी खुले रखकर भ्रमण करेंगे तो आपको, व्यक्तियों और घटनाओं का इतना व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त हो जायेगा जो किसी भी पुस्तक में आपको नहीं मिल सकती।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मस्तिष्क के स्वस्थ विकास के लिए भी भ्रमण अति आवश्यक है। कवीन्द्र टैगोर का कहना है कि मन का स्वास्थ्य चुनी हुई पुस्तकों, चारदीवारी से घिरे निश्चल स्कूल की गतिहीन कक्षाओं में पढ़ाई से नहीं सुधर सकता। भ्रमण से आपका दृष्टिकोण विस्तृत होगा, इससे आपके विचारों और दृष्टिकोण में उदारता आएगी। यह भारत दर्शन छात्रों के लिए एक चमत्कारिक तनाव निवारक के रूप में काम करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भ्रमण से छात्रों के सर्वश्रेष्ठ व्यवहार का असर उनकेे स्कूल पर भी पड़ेगा। जो उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से अनुशासन और नियंत्रण सिखाएगा। किसी साइट पर जाने से अक्सर नई जानकारी का हस्तांतरण होता है। कभी-कभी, कुछ डेटा जो पाठ्यपुस्तक में शामिल नहीं है, ऐसे छोड़े गए डेटा को आप सीधे भ्रमण स्थल से प्राप्त कर सकते हैं, जो आपको अधिक मूल्यवान बनाएगा। किसी शैक्षणिक अवधारणा को देखने, छूने और उसका जीवंत अनुभव करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नई शिक्षा नीति में छात्रों को व्यावहारिक सीखने का अनुभव प्रदान कर शिक्षा के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान किया जा रहा है। शैक्षिक भ्रमण एवं परिभ्रमण को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। आधुनिक उद्योग आज शैक्षणिक संस्थानों को पाठ्यक्रम में भ्रमण को अनिवार्य रूप से शामिल करने की आवश्यकता पर बल देते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह व्यावहारिक प्रदर्शन छात्रों का सर्वांगीण विकास करेगा जो आज की शिक्षा का मुख्य उद्देश्य भी है। और इस भ्रमण का एक लाभ यह भी होगा कि यह आपको विषय पर अधिक ज्ञान के लिए जिज्ञासु और पिपासु बनाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि छात्रों को भविष्य में अपने क्षेत्र में नेतृत्व करने की भावना विकसित करनी होगी। इसके लिये आपको विकल्प रहित संकल्प के साथ आगे बढना है। अच्छे और सच्चे मन से यदि कोई कार्य किया जाय तो उसमें सफलता निश्चित है। साधारण से असाधारण की यात्रा करने वाले हमारे महान लोग साधारण परिवेश से ही आगे बढ़े है। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम इसका उदाहरण है। उनका जीवन हमारे लिये प्रेरणा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इसके उदाहरण है, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में देश का नेतृत्व कर दुनिया में भारत का सम्मान बढाया। जी-20 के सफल आयोजन ने विश्व को वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से परिचित कराया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों के जीवन का यह स्वर्णिम काल है। इसका सदुपयोग कर वे निश्चित रूप से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होंगे।
इस अवसर पर विधायक विनोद कंडारी ने कहा कि अपनी विधान सभा के मेधावी छात्रों को भारत भ्रमण कराने का उनका प्रयास है। उन्होंने कहा कि यह भ्रमण कार्यक्रम 23 से 29 सितम्बर, 2023 तक आयोजित किया गया है। उन्होंने छात्रों के हित में किये जा रहे इस कार्यक्रम को अपना सौभाग्य भी बताया।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष टिहरी सोना सजवाण सहित कई छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।

सीएम धामी ने प्रधानमंत्री द्वारा देश में विश्वकर्मा योजना शुरू करने पर जताया आभार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय छात्रावास, आराघर, धर्मपुर में आवासित एकल अभिभावक निर्धन और बेसहारा छात्रों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 73वां जन्मदिन मनाया। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में 73 दिये जलाने के साथ केक भी काटा गया। मुख्यमंत्री ने सभी छात्रों को उपहार स्वरूप ट्रैक सूट, जूते, मौजे तथा मिष्ठान प्रदान किये तथा छात्रों से बातचीत कर उनके विचार जाने। मुख्यमंत्री ने छात्रों का उत्साहवर्धन कर सभी का उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर छात्रों द्वारा तैयार किये गये विभिन्न् इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों का अवलोकन कर छात्रों की वैज्ञानिक सोच की भी सराहना की। मुख्यमंत्री को अपने मध्य पाकर सभी छात्र उत्साहित नजर आए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनके 73वें जन्मदिन पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें देते हुए उनके दीर्घायु की कामना की। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री द्वारा देश में शुरू की गई विश्वकर्मा योजना के लिए उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे हमारे श्रमिकों एवं कर्मचारियों को समाज के मुख्य धारा से जुड़ने में मदद मिलेगी तथा उनके जीवन में परिवर्तन आएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का बच्चों से विशेष लगाव है। प्रधानमंत्री का परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम इसका प्रबल उदाहरण है। हमारे बच्चे देश के भावी कर्णधार है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी अपने जन्मदिन से पूर्व गरीब एवं बेसहारा बच्चों के बीच आये तथा उनके साथ कुछ समय बिताया।

मुख्यमंत्री ने सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा जीवन में जो भी कार्य करें, पूर्ण मनोयोग के साथ करें। उन्होंने कहा की जीवन में जिस भी क्षेत्र में कार्य करना चाहते हैं, उसके लिए अभी से लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश और देशवासियों में नई आशा, विश्वास के साथ नई ऊर्जा का संचार हुआ है। आज प्रत्येक भारतवासी आत्मविश्वास से ओतप्रोत है। देश हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। वैश्विक स्तर पर भारत का मान, सम्मान एवं स्वाभिमान बढ़ा है। देश में नई कार्य संस्कृति की शुरूआत हुई है। समरस, समर्थ एवं शक्तिशाली भारत की पहचान देश व दुनिया में हुई है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में इन वर्षों में एक समृद्ध, शक्तिशाली तथा समरस भारत के साथ ही दुनिया का नेतृत्व करने वाला भारत बना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड में विकास के नये आयाम स्थापित हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की भगवान केदारनाथ के प्रति गहरी श्रद्धा एवं आस्था है। चारधाम के लिए ऑल वेदर रोड़, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन बनने के साथ ही केदारनाथ का भव्य पुनर्निर्माण अंतिम चरण में है। बद्रीनाथ पुनर्निर्माण योजनाओं पर भी कार्य गतिमान है। उन्होंने प्रदेशवासियों की ओर से भी भगवान श्री बद्री विशाल तथा श्री केदारनाथ से यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वस्थ्य और दीर्घायु जीवन की कामना की। मुख्यमंत्री ने एशिया कप में भारत की शानदार जीत के लिए भारतीय क्रिकेट टीम को भी बधाई दी।
इस अवसर पर महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए गरीब बेसहारा छात्रों के साथ प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन मनाने के लिए उनका आभार भी व्यक्त किया। महानिदेशक तिवारी ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय छात्रावास का कान्सेप्ट भी प्रधानमंत्री का दिया हुआ है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सबको गुणवत्ता युक्त बेहतर शिक्षा उपलब्ध हो इसके लिए समाज के गरीब बेसहारा एवं निर्धन छात्रों की शिक्षा व्यवस्था के लिए ये आवासीय छात्रावास बनाये गये है। अबतक प्रदेश में 13 आवासीय छात्रावास बनाये जा चुके है। इनमें छात्रों को शिक्षा से जुड़ी सभी गतिविधियों से प्रशिक्षित किये जाने की व्यवस्था है।
महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी ने कहा कि इन छात्रावासों में आवासित छात्रों को घर जैसा वातावरण उपलब्ध हो इसके भी प्रयास किये जाते है। लगभग सभी प्रमुख पर्वों एवं त्यौहारों पर वे स्वयं भी इनके बीच आकर उपहारो के साथ मार्गदर्शन तथा छात्रों का उत्साहवर्धन करने का प्रयास करते है। छात्रों में वैज्ञानिक सोच भी पैदा हो इसके लिए भी उन्हें प्रेरित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के समक्ष छात्रों द्वारा प्रदर्शित रोबोट स्मार्ट डस्टबिन रिमोट कार ड्रोन वॉटर कूलर आदि जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रदर्शन इसका प्रमाण है।
इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।

सीएम ने किया दो मोबाइल लर्निंग स्कूल बसों का फ्लैग ऑफ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज राजपुर रोड, देहरादून से कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत उत्तराखण्ड के सात जनपदों में औषधालयों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री के जन्म दिवस के अवसर पर राज्य के जिन सात जनपदों में कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत औषधालयों का उद्घाटन किया गया उनमें पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चम्पावत, बागेश्वर, चमोली, रूद्रप्रयाग एवं उत्तरकाशी शामिल हैं। उन्होंने श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों के बच्चों व आश्रितों को शिक्षा प्रदान करने हेतु दो मोबाइल लर्निंग स्कूल बसों का फ्लैग ऑफ भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर श्रमिकों की पुत्रियों को विवाह उपरांत आर्थिक सहायता के चेक भी प्रदान किये। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर केक काटकर स्कूली बच्चों के साथ अपना जन्मदिन मनाया।
मुख्यमंत्री ने राज्य के सात जनपदों में कर्मचारी राज्य बीमा औषधालयों के शुभारंभ होने पर इन जनपदों के वासियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार श्रमिकों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। राज्य सरकार, श्रमिकों के बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए अच्छी शिक्षा प्रदान करने के साथ ही बेटियों के विवाह के लिए आर्थिक सहायता और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। श्रमिकों की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए श्रम कानूनों में अनेक बदलाव किए हैं। उन्होंने कहा कि अब राज्य के सभी 13 जनपदों में कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत औषधालय बनाये जा चुके हैं।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक खजानदास, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी, श्रमायुक्त दीप्ति सिंह उपस्थित रहे।

62 राजकीय इंटर कॉलेज में आधुनिक टेक्नोलॉजी युक्त 220 कंप्यूटर स्थापित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय से पिटकुल द्वारा सीएसआर मद के अन्तर्गत प्रदान की जा रही कम्प्यूटर ऑन व्हील वाहन का फ्लैग ऑफ किया। मुख्यमंत्री की प्रेरणा से पिटकुल द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता के प्रसार के लिए चंपावत जनपद के 62 राजकीय इंटर कॉलेज में 110 लाख रुपये की लागत से आधुनिक टेक्नोलॉजी युक्त 220 कंप्यूटर स्थापित किए गये हैं। मुख्यमंत्री ने शिक्षा की बेहतरी एवं छात्रों के व्यापक हित में ऐसे प्रयासों की सराहना की।
प्रबंध निदेशक पी.सी. ध्यानी ने बताया कि पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ने रचनात्मक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक मोबाइल कंप्यूटर वाहन का निर्माण कराया है जिसमें उच्च गुणवत्ता के 10 आधुनिक कंप्यूटर लगे हैं। आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस वाहन के 1 वर्ष के संचालन का व्यय भी पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन प्रदान कर रहा है। मोबाइल कंप्यूटर वाहन के निर्माण से लेकर संचालन का कुल खर्च 45 लाख पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ने अपने सीएसआर मद से प्रदान किया है। इस प्रकार कुल एक करोड़ पचपन लाख रूपये सी एस आर मद के अन्तर्गत व्यय किये गये हैं।
इस अवसर पर पिटकुल की अध्यक्षा एवं अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव ऊर्जा आर. मीनाक्षी सुन्दरम, निदेशक परियोजना नीरज टम्टा, मुख्य अभियंता एच एस ह्यांकी, इला पंत, अधीक्षण अभियंता डी पी सिंह, पंकज चौहान आदि उपस्थित रहे।

मोबाईल लर्निंग स्कूल वैन के जरिए बस्तियों में दी जाएगी क्वालिटी एजुकेशन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर भवन एवं अन्य सन्निर्माण कार्यों में कार्यरत श्रमिकों को पंजीकृत करते हुए निर्माण श्रमिकों हेतु विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री धामी के विजन के अनुरूप श्रम बोर्ड द्वारा पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को चिन्हित करते हुए उनके बच्चो/आश्रितों को मुख्य धारा से जोड़ने की दिशा में लगातार कार्य किए जा रहे हैं।
कामगार श्रमिकों के बच्चों क्वालिटी एजुकेशन प्रदान करने एवं उनके उज्जवल बनाये जाने के सम्बन्ध में मोबाईल लर्निंग स्कूल के माध्यम से शिक्षा प्रदान किये जाने हेतु 2 बसों की व्यवस्था की गई है। निर्माण श्रमिकों के बच्चो/आश्रितों, स्कूल ड्राप आउट बच्चों को निर्माण श्रमिकों के कार्यस्थल/निवास स्थल पर मोबाईल वेन के माध्यम से उक्त संस्थाओं द्वारा बच्चों को हिन्दी माध्यम से शिक्षा प्रदान की जायेगी तथा अन्य विषयों के साथ-साथ अंग्रेजी विषय का ज्ञान भी बच्चो को प्रदान किया जायेगा साथ ही कम्प्यूटर का ज्ञान भी मोबाईल लर्निंग स्कूल के माध्यम से बच्चो को प्रदान किया जायेगा।
समग्र शिक्षा अभियान के अन्तर्गत मोबाईल लर्निंग स्कूल के संचालन हेतु गढ़वाल मण्डल के जनपद देहरादून में 1 लाख 38 हज़ार एवं कुमाऊँ मण्डल स्थित हल्द्वानी में 40 हज़ार से अधिक श्रमिक पंजीकृत है। सभी के लिए शिक्षा परिषद् (शिक्षा विभाग) एवं आसरा ट्रस्ट/बटरफ्लाई संस्था के माध्यम से शिक्षा प्रदान किये जाने हेतु मोबाईल लर्निंग स्कूल के संचालन की कार्यवाही बोर्ड स्तर से की जा रही है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनायें मॉडल वेल्फयर स्कीम, शिक्षा सहायता, प्रसूति सहायता, मृत्योपरान्त, विवाहोपरान्त, आरपीएल/ईडीपी प्रशिक्षण, जयानन्द भारती कौशल विकास योजना, टूल किट सहायता, साईकिल, सिलाई मशीन, छाता आदि सहायता बोर्ड द्वारा संचालित की जा रही है।
उत्तराखण्ड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में कुल 4 लाख 69 हज़ार श्रमिक पंजीकृत है, जो कि विभिन्न निर्माण स्थल/रेलवे लाईन/प्रोजेक्ट साईटों पर तथा दूरस्त क्षेत्रों में कार्य कर रहें हैं जिस कारण उनके बच्चे शिक्षा ग्रहण नहीं कर पा रहें है।

लायंस क्लब ऋषिकेश डिवाइन ने दी बच्चों को पिज्जा पार्टी

लायंस क्लब ऋषिकेश डिवाइन द्वारा मनीराम मार्ग स्थित राजकीय जूनियर हाई स्कूल के छात्र-छात्राओं को देहरादून रोड पिज्ज़ा सेंटर में पिज्जा पार्टी दी गई।
इस अवसर पर क्लब संस्थापक लायन ललित मोहन मिश्रा व अध्यक्ष विकास ग्रोवर ने बताया कि लायंस क्लब ऋषिकेश डिवाइन द्वारा प्रतिवर्ष देहरादून रोड स्थित पिज्ज़ा में सरकारी विद्यालय के बच्चों को पिज्ज़ा पार्टी दी जाती है। इसके पीछे कारण है कि सरकारी विद्यालयों के बच्चे आमतौर पर किसी बड़े रेस्टोरेंट में आते जाते नहीं है जबकि उनका मन इनमें जाने को बहुत करता है। क्लब, बच्चों का मनोभाव समझते हुए उन्हें इस प्रकार की पार्टी देता रहता है। क्लब का प्रयास बच्चों में कॉन्फिडेंस के लेवल को ऊंचा रखने का है जिससे कि वह किसी भी फील्ड में मजबूती के साथ आगे बढ़ते रहें। इसी कड़ी में क्लब का अगला प्रयास बच्चों को सीखने हेतु कहीं पिकनिक पर भी ले जाने का रहेगा।
इस अवसर पर महेश किंगर, विनोद बिष्ट, विनीत चावला, रजत भोला, जगमीत सिंह, आशु डंग, अंकित कालड़ा, विशाल संगर, कृष्णा कालरा आदि उपस्थित रहें।

नई शिक्षा नीति का लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करना है-अग्रवाल

श्री देवसुमन विश्वविद्यालय की ओर से भौतिक विज्ञान में उन्नति, समाजिक कल्याण को बढ़ावा देने तथा सतत विकास और एनईपी के विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया।
शुक्रवार को विश्वविद्यालय के ऋषिकेश कैंपस में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के प्रथम दिन डॉ अग्रवाल ने कहा कि सुव्यवस्थित, सुसंगठित और क्रमबद्ध ज्ञान को ही विज्ञान कहते हैं। हमारे देश में प्राचीन काल से ही विज्ञान के साथ-साथ भौतिक का महत्व रहा है।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि हमारा राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम, एक सकारात्मक अभियान था, न कि केवल एक विदेशी हुकुमत से पीछा छुडाने की साधारण बात। कहा कि इसी अभियान ने आधुनिक विज्ञान को तकनीकी एवं उद्योगों के लिए तैयार करना शुरू किया।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि कार्य केन्द्रित शिक्षा में भौतिकी शिक्षक का अपना महत्व है। समाज में आधुनिकीकरण की आवश्यकता के लिए और वैज्ञानिक अभिवृद्धि के विकास को भौतिक विज्ञान की महत्वता और भी बढ़ जाती है।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति का लक्ष्य सतत विकास के लिए 2030 के एजेण्डे के चौथे लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करना है। यह देश की पारंपरिक मूल्य प्रणालियों का निर्माण करती है और साथ ही प्रत्येक छात्र की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शिक्षा प्रणाली को अधिक अनुभवात्मक, वैज्ञानिक, रचनात्मक और व्यक्तिगत बनाने हेतु अनेक सुधार प्रस्तुत करती है।
डॉ अग्रवाल ने विश्वास जताते हुए कहा कि इस संगोष्ठि में भौतिक एवं आभासीय माध्यम से जुड़े विषय विशेषज्ञ एवं शोधार्थी संगोष्ठी के विषय पर व्यापक विचार विमर्श करेंगे तथा एक ऐसे निष्कर्ष पर पहुंचेंगे जो कि देश की उन्नति एवं उसे विश्वगुरू बनाये रखने में अनोखे आयाम स्थापित करेगा।
इस अवसर पर श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एनके जोशी, प्राचार्य ऋषिकेश परिसर प्रोफेसर एनएस रावत, पार्षद शिवकुमार गौतम, छात्र संघ महासचिव अमन पांडे, छात्र संघ उपाध्यक्ष केशव पोरवाल, पूर्व छात्र संघ विश्वविद्यालय प्रतिनिधि नितिन सक्सेना, प्रोफेसर सुरेंद्र सिंह, प्रोफेसर गुलशन ढींगरा, प्रोफेसर वाईके शर्मा, प्रोफेसर वीके गुप्ता, प्रोफेसर वीएन गुप्ता, प्रोफेसर आशीष शर्मा, डॉ दयाधर दीक्षित, प्रोफेसर कल्पना पंत, प्रोफेसर समिता बसेरा, प्रोफेसर समिता बडोला, डॉ प्रीति खंडूरी, डॉक्टर सीमा बेनीवाल सहित सैकड़ो की संख्या में प्रोफेसर व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।