30 सीटर में 55 बच्चों को लेकर जा रही स्कूल बस पलटी, 15 बच्चें घायल

कहते है कि एक बस चालक सवारियों के लिए किसी फरिस्ते से कम नहीं होता है, क्योंकि उसके कंधों पर एक नहीं बल्कि कई लोगों की हिफाजत करने का जिम्मा होता है, लेकिन अगर यही चालक लापरवाही बरतता है, तो एक बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे बैठता हैै। एक ऐसा ही मामला लक्सर कोतवाली के समीप महाराजपुर कलां गांव में वूड्स इंटरनेशनल स्कूल के बस चालक का आया है। जिसने स्कूल बच्चों से भरी बस को अपनी लापरवाही का शिकार बना डाला।
मोबाइल पर बात कर रहे चालक ने 55 जिंदगियां खतरे में डाल दीं। बच्चों को लेकर आ रही निजी स्कूल की मिनी बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गन्ने के खेत में पलट गई। हादसे के बाद चालक मौके से फरार हो गया। हादसे में 15 बच्चे घायल हो गए। जबकि 40 बच्चों को हल्की चोट आई हैं। 30 सीटर मिनी बस में 55 बच्चों को बैठाया गया था। चीख पुकार सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने बस की खिड़की तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला। घटना से नाराज अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए स्कूल में जमकर हंगामा किया है। बस में गंगदासपुर, पंडितपुरी, महाराजपुर गांवों के करीब 55 बच्चे सवार थे। हादसे की सूचना मिलते ही अभिभावक मौके पर पहुंचे और घायल बच्चों को अस्पताल पहुंचाया। अभिभावकों ने घटना के लिए स्कूल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए जमकर हंगामा किया।
वहीं कोतवाली निरीक्षक टीएस राणा ने कहा कि मामला बेहद गंभीर है। घटनाक्रम की जांच की जा रही है। जांच के दौरान जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी।

अधर में लटका छात्रों का भविष्य, ग्रामीणों ने स्कूल में लगाये ताले

नारायणबगड़ क्षेत्र के राजकीय आदर्श इंटर कालेज पैंतोली में शिक्षकों की कमी के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। अभिभावकों ने मंगलवार सुबह स्कूल खुलने से पहुंचकर गेट पर ताला लगा दिया। बाहर बैठकर नारेबाजी करते हुए धरना दिया। विद्यालय के पीटीए अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि वर्ष 2015 में राजकीय इंटर पैतोली को आदर्श विद्यालय का दर्जा दिया गया, लेकिन अध्यापकों की कमी के कारण छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विद्यालय में 215 छात्र-छात्राएं अध्धयनरत हैं। वहीं पांच प्रवक्ता, जिनमें हिन्दी, अंग्रेजी, जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान और राजनीति शास्त्र के पद खाली हैं। एलटी स्तर पर हिन्दी, विज्ञान और कला के टीचर नहीं हैं।
ग्राम प्रधान सीरी महेन्द्र सती ने बताया कि वर्तमान में इंटर कॉलेज राजकीय जूनियर हाईस्कूल के भवन में संचालित हो रहा है, जो काफी पुराना है। विद्यालय में चारदिवारी न होने के कारण जंगली जानवरों का भय बना रहता है। इस दौरान भगवती सती, मुन्नी देवी दीपक प्रसाद, मोहित गुंसाई, तुला लाल, विपिन दानू, अयोध्या प्रसाद, चंद्रमणी सती, राजकुंवर आदि अभिभावक मौजूद रहे। इस अवसर पर पीटीए की ओर से शिक्षा निदेशक को ज्ञापन प्रेषित कर शीघ्र ही अध्यावकों की नियुक्ति की मांग की गई है।

खामियों के चलते अपडेट होंगी एनसीईआरटी की पुस्तकें

एनसीईआरटी की पुस्तको में 1,300 से ज्यादा तथ्यों की गलतियां सामने आई हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेडकर ने बताया कि एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित स्कूली टेक्स्टबुक की चल रही समीक्षा के दौरान इन किताबों में 1,300 से ज्यादा तथ्यों की गलतियां पाई गई हैं। एनसीईआरटी ने एक के बाद एक पुस्तकों में गलतियों को देखते हुए पुस्तकों को रिव्यू करने का फैसला लिया है, क्योंकि उनका कहना है, सभी पुस्तकें काफी समय पहले लिखी गई थी और अब इन्हें अपडेट करने की जरूरत है।
बतादें इससे पहले एनसीईआरटी की 54वीं काउंसिल बैठक में दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने किताबों को लेकर एक समीक्षा रिपोर्ट पेश की थी। इस रिपोर्ट में सिसोदिया ने किताबों के चौप्टर, प्रेजेंटेशन और भाषा पर आपत्ति जताई है। काउंसिल बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर और कई राज्यों के शिक्षा अधिकारी भी मौजूद थे। उस दौरान ज्यादातर राज्यों के अधिकारियों ने किताबों में बदलाव का सुझाव दिया था। उस समय मीडिया से बात करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा था कि देश के सारे बच्चे एनसीईआरटी की किताब पढ़ते हैं। इन किताबों में बहुत गलतियां हैं, जिसे लेकर बैठक में चर्चा हुई कि किताब में किसी चौप्टर को रखने का मकसद, उसकी भाषा या प्रिजेंटेशन कैसा हो। उनका कहना है कि किताब लिखते वक्त सिर्फ बच्चों के बारे में सोचना चाहिए।

ब्लू व्हेल का दिखा असर, नहीं ले जा सकेंगे स्कूलों में स्मार्ट फोन

आज के दौर में क्या बच्चे और क्या बड़े। सभी ऑनलाइन गेम से अछूते नहीं है और फिर ऐसे में आया ऑनलाइन गेम ब्लू व्हेल। बच्चों और किशोरों को खुदकुशी के लिए उकसाने वाले ऑनलाइन गेम ब्लू व्हेल के खतरे के मद्देनजर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने स्कूलों में इंटरनेट और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के उपयोग के लिए नये दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिसमें बोर्ड की तरफ सेे स्कूलों को यह साफ तौर पर निर्देश दिया गया है कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों स्मार्टफोन, टैबलेट, आई पैड, लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बिना इजाजत स्कूल में नहीं ला सकेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चों द्वारा इस्तेमाल कर रहे कंप्यूटर्स को ऐसे जगह रखा जाए जहां से उस पर नजर रखा जा सके। इसके साथ ही स्कूल को यह भी निर्देश दिया गया है कि छात्रों को इंटरनेट के इस्तेमाल करने पर सुरक्षा और प्रभाव के बारे में बताया जाए। इंटरनेट के इस्तेमाल करने पर डिजिटल निगरानी की व्यवस्था हो। बच्चों को केवल पहले से चयन किए हुए वेबसाइट तक पहुंचने की अनुमति देना होगा। उन्होंने कहा कि ब्लू व्हेल ही नहीं, बल्कि सभी जानलेवा वेबसाइट्स पर भी रोक लगनी चाहिए। सीबीएसई के परिपत्र में कहा गया है कि यह सूचित किया जाता है कि दृश्य या श्रव्य सामग्री को संग्रहित, रिकॉर्ड या प्ले कर सकने में समक्ष स्मार्ट मोबाइल फोन, टैबलेट, आई पैड, लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक संचार उपकरणों को स्कूल या स्कूल बसों में बिना अनुमति के नहीं लाया जाए। स्कूल में प्राचार्य और स्कूल बसों में परिवहन प्रभारी इस बात का ध्यान रखें कि मोबाइल फोन नहीं लाया जा सके।

मानकों के विपरीत शिक्षण संस्थाओं के दस्तावेजों पर उत्तराखंड में शिक्षक कर रहे नौकरी!

उत्तराखंड के चर्चित शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही एसआइटी ने पौड़ी जिले के तकरीबन एक हजार शिक्षकों के मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्रों को कब्जे में ले लिया है। एसआइटी अब इन प्रमाण पत्रों की सत्यता की जांच करने के साथ फर्जी प्रमाण पत्रों पर नौकरी पाने वाले अन्य शिक्षकों पर भी शिकंजा कसेगी।
उत्तराखंड में शिक्षक भर्ती में हुए घोटाले की जांच में जुटी एसआइटी फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ दस्तावेजी साक्ष्य जुटाने में लगी है। इसी क्रम में एसआइटी ने पौड़ी के एक हजार शिक्षकों के दस्तावेज कब्जे में लेकर पड़ताल शुरू कर दी है। दरअसल, प्रदेश के शासकीय और अशासकीय स्कूलों में बड़ी संख्या में ऐसे अभ्यर्थी शिक्षक की नौकरी पाने में कामयाब रहे, जिनके शैक्षिक प्रमाण पत्र या तो पूरी तरह फर्जी थे या सूबे में उनकी मान्यता ही नहीं थी। मामला प्रकाश में आने पर विभागीय स्तर से हुई जांच के पहले चरण में ऐसे 41 शिक्षक पकड़े गए थे। तभी से यह आशंका जताई जा रही थी कि फर्जी या अमान्य प्रमाण पत्रों पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों की संख्या पांच हजार के करीब हो सकती है। एसआइटी ऐसे ही शिक्षकों के प्रमाण पत्रों को कब्जे में लेने की कार्रवाई कर रही है। सूत्रों की मानें तो अकेले पौड़ी जिले में ही एक हजार शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों को कब्जे में ले लिया गया है। एसआइटी अब इन प्रमाण पत्रों की वास्तविकता व सत्यता की बारीकी से जांच करेगी।

गैर राज्यों के हैं अधिकांश प्रमाण पत्र
अब तक की जांच में सामने आया है कि आरोपी शिक्षकों ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और बिहार आदि राज्यों से बनवाए गए फर्जी प्रमाण पत्रों पर नौकरी हासिल कर ली थी। इनमें कई ऐसे भी हैं जो मानकों के विपरीत भारतीय शिक्षा परिषद लखनऊ, ¨हदी साहित्य सम्मेलन, महिला ग्राम विद्यापीठ प्रयाग (उप्र) जैसे शिक्षण संस्थानों की डिग्री पर नौकरी कर रहे थे।

पौड़ी जिले से कब्जे में लिए गए प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया जाएगा। सत्यापन में संबंधित बोर्ड या संस्थान प्राप्त होने वाली रिपोर्ट के आधार पर आगे कदम उठाए जाएंगे।
श्वेता चौबे, एएसपी सीबीसीआईडी/एसआईटी, प्रभारी

शिक्षक अपने पद की गरिमा बनाये रखेंः सीएम

‘‘योग्य शिक्षक संसाधनों की कमी को भी पूरा कर सकते है। शिक्षकों को अपने पद की गरिमा को बनाये रखना चाहिए। बच्चों के विकास में प्यार और अनुशासन दोनों ही आवश्यक है। छात्रों को किताबी ज्ञान के अलावा संस्कार देना भी आवश्यक हैं।‘‘ मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा। गुरूवार को सर्वे आॅफ इण्डिया आॅडिटोरियम, हाथीबड़कला में आयोजित उत्तराखण्ड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ देहरादून के सम्मानित सेवानिवृत्त शिक्षक-शिक्षिकाओं के विदाई समारोह में प्रतिभाग के अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र उपस्थित शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बच्चों को शिक्षा के साथ ही संस्कार देना भी आवश्यक है। संस्कारो की बुनियाद व्यक्ति के प्रारम्भिक जीवन में ही पड़ जाती हैं तथा जब आवश्यकता होती है तो यह उभर कर आते है। इस कार्य में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। योग्य व्यक्ति या शिक्षक संसाधनों की कमी भी पूरा कर सकते है।
अपने स्कूली जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले के समय में जब सुविधाओं का अत्यन्त अभाव था तब भी अध्यापकों ने कठिन परिस्थितियों में अपनी समर्पित सेवाऐ दी। हम उनका आभार व्यक्त करते है। उन्होनें कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। आज प्राइमरी शिक्षकों में लगभग 80 प्रतिशत महिलाएं हैं। महिलाऐं अपने घर की जिम्मेदारी के साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी अहम भूमिका निभा रही हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सरकार शिक्षकों के हित में लिए गए निर्णय समयबद्ध रूप से पूरे करने के प्रयास करेगी।

सतपुली की घटना पर सीएम ने जताई नाराजगी

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को सचिवालय में गृह विभाग की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में थानों की परफार्मेंस के अनुसार उनकी रैंकिंग करने के निर्देश दिये। प्रतिवर्ष की जाने वाली रैंकिंग में सर्वश्रेष्ठ थाने को एक लाख रूपये का पुरस्कार दिया जायेगा। उन्होंने पुलिस विभाग को सीमान्त जनपदों में तैनात आईटीबीपी, एसएसबी और सेना के साथ लगातार समन्वय बनाकर रखने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को ऑनलाइन एफआईआर की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग को साइबर अपराध जैसी आधुनिक चुनौतियों से निपटने के लिये तैयार होने को कहा। परिवहन विभाग के साथ पुलिस विभाग संयुक्त रूप से डग्गामार वाहनों के विरूद्ध अभियान चलाये। यद्यपि गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष सडक दुर्घटनाओं के मामले में कमी आई है फिर भी मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग को इस दिशा में गंभीरता से काम करने को कहा। मुख्यमंत्री ने जनपद पौडी में सतपुली की घटना में पुलिस की भूमिका पर असंतोष व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने पुलिस को नशे के अवैध कारोबार पर सख्ती से लगाम लगाने के निर्देश दिये। बताया गया कि पिछले 6 महीनों में नशे के अवैध कारोबार में 583 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है तथा 5.25 करोड रूपये के मादक पदार्थ बरामद हुए है। अवैध शराब की तस्करी में 2860 अभियुक्त गिरफ्तार हुए तथा रूपये 5 करोड़ की अवैध शराब बरामद हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस विभाग में ड्राइवर के आवश्यक 235 पदों तथा एसडीआरएफ के 400 जवानो के पदों को अगले तीन वर्ष में चरणबद्ध प्रक्रिया से भरा जायेगा। उन्होंने प्रमुख सचिव वित्त श्रीमती राधा रतूड़ी को इसके लिये पुलिस विभाग के साथ बैठक करने के निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव गृह डॉ.उमाकांत पंवार को निर्देश दिये कि पूर्व में जिन नये थानो चौकियों की सैद्धांतिक सहमति बन चुकी है, उन पर वित्त विभाग के साथ वार्ता कर कार्यवाही शुरू की जाए। पुलिस विभाग द्वारा कुल 13 नये थानो तथा 34 रिर्पोटिंग पुलिस चौकी का प्रस्ताव रखा गया। इसके साथ ही कई थानो चौकियों के कार्य क्षेत्र को बढ़ाने की मांग भी की गई।
पुलिस विभाग द्वारा आईआरबी द्वितीय तथा एसडीआरएफ के भवन की मांग पर भी सैद्धांतिक स्वीकृति देते हुए मुख्यमंत्री ने प्रथम चरण में बजट आवंटन हेतु वित विभाग और गृह विभाग को बैठक करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में वाहनों की कमी को भी शीघ्र दूर किया जायेगा।
बैठक में बताया गया कि अनावरण प्रतिशत की दृष्टि में डकैती (100 प्रतिशत), लूट (84 प्रतिशत), गृह भेदन (54 प्रतिशत) और बलात्कार (99 प्रतिशत) के मामलो में प्रदेश की पुलिस की परफार्मेंस राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। हत्या के मामलो में अनावरण प्रतिशत 83 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत 86.2 प्रतिशत से कम है। मुख्यमंत्री ने इसमें सुधार के आवश्यकता बताई। बलात्कार की घटनाओं को रोकने के लिये पुलिस सख्त कार्यवाही करे और ऐसी घटनाओं में दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी हो।
पुलिस महानिदेशक श्री अनिल कुमार रतूडी ने बताया कि वर्ष 2017 में लूट, चोरी की गई सम्पत्ति की बरामदगी 45 प्रतिशत है, जबकि राष्ट्रीय औसत 16.4 प्रतिशत है। इस दृष्टि से प्रदेश का देश में 5वां स्थान है। इसके साथ ही सजा का प्रतिशत 65 है। राष्ट्रीय औसत 46.9 प्रतिशत है। देश में 6वां स्थान है। एसटीएफ एवं देहरादून पुलिस द्वारा एटीएम क्लोनिंग की ठगी के 95 प्रकरणों में अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई है। 35 लाख रूपये बैंको के खातों में फ्रीज किये गये। लगभग 17 लाख रूपये बरामद किये गये। ऑपरेशन स्माईल के तहत 331 बच्चों की बरामदगी की गई एवं एसआईटी द्वारा 774 शिकायतों का निस्तारण किया गया।

लाल चौक पर तिरंगा फहराने में इसबार मिलेगी कामयाबी!

गुजरात मे अहमदाबाद की 14 साल की मुस्लिम बच्ची ने ऐलान किया है कि इस राखी के दिन वह श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा लहराएंगी। एक समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुए तंजीम मेरानी ने कहा कि मैं राखी का त्योहार जवान भाइयों के साथ मनाने वाली हूं और जवानों को राखी भी बांधूंगी।
तंजीम ने बताया, पिछले साल उसे एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया था और जिस पर उसने वहीं पर तिरंगा फहराया था। तंजीम का कहना है कि इस साल वह लाल चौक पर तिरंगा फहराकर ही रहेगी। उसका कहना है कि इस बार मैंने रक्षाबंधन का दिन इसलिए चुना है क्योंकि यह भाई-बहन का त्योहार है। राखी का यह त्योहार मैंने सेना के जवान भाइयों के साथ मनाने का संकल्प लिया है।
तंजीम की इस कोशिश में परिवार का भी पूरा समर्थन है। तंजीम के पिता बताते है कि मुझे भी लगता है कि कश्मीर जाने के लिए यह सही वक्त नहीं है, लेकिन सही वक्त के लिए हम कब तक इंतजार करें? किसी न किसी को तो इस दिशा में पहल करनी ही होगी जैसे इस बार मेरी बेटी ने यह शुरुआत की है। मैं अपनी बेटी की कोशिश के साथ खड़ा हूं। यह एक त्योहार है और इसें हिंदू-मुस्लिम के चश्मे से नहीं देखना चाहिए।
गौरतलब है कि पिछले साल भी तंजीम श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराना चाहती थीं। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के कारण सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी थी। इस वजह से तंजीम को लाल चौक पर तिरंगा लहराने की अनुमति नहीं मिल सकी थी।

प्रशासनिक अधिकारी बनने का मौका न गवायें

हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एचपीपीएससी) ने कई तरह के कुल 287 पदों पर भर्तियों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। ये भर्तियां हिमाचल प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों के लिए हैं। आरक्षण से जुड़े सभी लाभ केवल हिमाचल प्रदेश के मूल निवासियों को प्राप्त होगा। अन्य राज्यों के उम्मीदवार अनारक्षित श्रेणी के माने जाएंगे। आयोग ने इन पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। योग्य और इच्छुक अभ्यर्थी 31 जुलाई तक ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं। आयोग पदों की संख्या बढ़ा या फिर घटा सकता है। पद, योग्यता और आवेदन की पूरी जानकारी के लिए आगे पढ़ें :
असिस्टेंट प्रोफेसर, कुल पद : 02
विषय के अनुसार रिक्तियों का विवरण
इम्यूनो हीमेटोलॉजी एंड बल्ड ट्रांसफ्यूजन, पद : 01 (अनारक्षित)
योग्यता : मान्यता प्राप्त संस्थान या यूनिवर्सिटी से इम्यूनोलॉजी में डीएम या इम्यूनो-हीमेटोलॉजी एंड ब्लड ट्रांसफ्यूजन में एमडी हो। या
पैथोलॉजी/ बैक्टीरियोलॉजी/हीमेटोलॉजी में एमडी डिग्री के साथ शिक्षण में दो साल का अनुभव प्राप्त हो। या इम्यूनो-हीमेटोलॉजी एंड ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग में स्पेशल ट्रेनिंग ली हो।
मेडिकल ऑन्कोलॉजी, पद : 01
योग्यता
-एमबीबीएस डिग्री हो।
-मेडिकल ऑन्कोलॉजी में डीएम या मेडिसिन/ रेडियोथेरेपी/पीडियाट्रिक्स में एमडी के साथ मेडिकल ऑन्कोलॉजी में दो साल स्पेशल ट्रेनिंग ली हो।
अनुभव : पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद संबंधित स्पेशिएलिटी में लेक्चरर/रजिस्ट्रार/डेमोंस्ट्रेटर/ रेजिडेंट के तौर पर शिक्षण में तीन साल का अनुभव हो।
अधिकतम आयु : 45 साल।
वेतनमान : 37,400 रुपये से 67,000 रुपये। ग्रेड पे 8900 रुपये मिलेगा।
नियुक्ति का स्थान : डिपार्टमेंट ऑफ मेडिकल एजुकेशन
सूचना : दो या तीन वर्षीय डीएम या एमसीएच डिग्री को शिक्षण के अनुभव के तौर पर गिना जाएगा।
मेडिकल ऑफिसर (डेंटल), पद : 26 (अनारक्षित-14)
योग्यता : डेंट सर्जरी में बैचलर डिग्री हो। साथ ही स्टेट डेंटल काउंसिल में पंजीकरण हो।
अधिकतम आयु : 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 26,250 रुपये।
नियुक्ति का स्थान : डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर
असिस्टेंट प्रोफेसर (कॉलेज कैडर), पद : 204
विषय के अनुसार रिक्तियों का विवरण
इंग्लिश, पद : 15
हिस्ट्री, पद : 14
संस्कृत, पद : 02
कॉमर्स, पद : 52
इकोनॉमिक्स, पद : 13
हिंदी, पद : 15
मैथ्स, पद : 03
पोलिटिकल साइंस, पद : 15
फिजिक्स, पद : 03
केमिस्ट्री, पद : 02
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, पद : 01
म्यूजिक (इंस्ट्रूमेंटल), पद : 30
म्यूजिक (वोकल), पद : 28
एजुकेशन, पद : 03
जियोलॉजी, पद : 06
फिजिकल एजुकेशन, पद : 01
तबला, पद : 01
योग्यता (पद के अनुसार)

शेष विषयों के लिए
-अच्छे एकेडमिक रिकॉर्ड और न्यूनतम 55 फीसदी अंक या समकक्ष ग्रेड के साथ संबंधित विषय में मास्टर डिग्री हो।
-फाइन आर्ट्स (कर्मिशयल आर्ट्स, ड्राइंग, पेंटिंग, स्कल्पचर) के लिए अच्छे एकेडमिक रिकॉर्ड और न्यूनतम 55 फीसदी अंक या समकक्ष ग्रेड के साथ फाइन आर्ट्स में मास्टर डिग्री हो।
-एससी/ एसटी वर्ग के उम्मीदवारों को तय अंक प्रतिशत में पांच फीसदी की छूट प्राप्त है। एससी/ एसटी वर्ग के उम्मीदवार मास्टर डिग्री 50 फीसदी अंकों से उत्तीर्ण होने पर भी इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
-जिन उम्मीदवारों ने सितंबर 1991 से पहले अपनी मास्टर डिग्री पास की हो, उन्हें पीएचडी डिग्री के अंक प्रतिशत में पांच फीसदी की छूट प्राप्त है।
-यूजीसी या सीएसआईआर द्वारा आयोजित नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट या राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित समकक्ष परीक्षा पास की हो।
-यूजीसी की ओर से वर्ष 2009 में जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार जो अभ्यर्थी संबंधित विषय में पीएचडी की डिग्री प्राप्त कर चुके हैं, वे नेट/ स्लेट/ सेट पास न होने के बावजूद आवेदन कर सकते हैं।
फिजिकल एजुकेशन के लिए
-अच्छे एकेडमिक रिकॉर्ड और न्यूनतम 55 फीसदी अंकों के साथ फिजिकल एजुकेशन में मास्टर डिग्री हो या स्पोर्ट्स साइंस में मास्टर डिग्री हो।
-यूनिवर्सिटी/ इंटर- यूनिवर्सिटी कॉलेज स्तर या इंटर कॉलेज प्रतियोगिताओं में राज्य/ राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिनिधित्व करने का रिकॉर्ड हो।
-नेट/ स्लेट/सेट में उत्तीर्ण हो।
-यूजीसी की ओर से वर्ष 2009 में जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार जो अभ्यर्थी संबंधित विषय में पीएचडी की डिग्री प्राप्त कर चुके हैं, वे नेट/ स्लेट/ सेट पास न होने के बावजूद आवेदन कर सकते हैं।
-फिजिकल फिटनेस टेस्ट पास हो।
फिजिकल टेस्ट का प्रारूप
पुरुषों के लिए
-30 वर्ष से ऊपर के उम्मीदवारों को 1800 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
-40 से ऊपर के उम्मीदवारों को 1500 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
-45 वर्ष से ऊपर के उम्मीदवारों को 1200 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
-50 वर्ष से ऊपर के उम्मीदवारों को 800 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
महिलाओं के लिए
-30 वर्ष से ऊपर के उम्मीदवारों को 1000 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
-40 वर्ष से ऊपर के उम्मीदवारों को 800 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
-45 वर्ष से ऊपर के उम्मीदवारों को 600 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
-50 वर्ष से ऊपर के उम्मीदवारों को 400 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
अधिकतम आयु : 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 21,600 रुपये।
नियुक्ति का स्थान : डिपार्टमेंट ऑफ हायर एजुकेशन
स्पेशल पोस्ट ग्रेजुएट टीचर, पद : 08
विषय के आधार पर रिक्तियों का विवरण
हिंदी, पद : 02 (अनारक्षित)
अंग्रेजी, पद : 02 (अनारक्षित)
हिस्ट्री, पद : 02 (अनारक्षित)
होम साइंस, पद : 02 (अनारक्षित)
योग्यता
-द्वितीय श्रेणी के अंकों के साथ संबंधित विषय में मास्टर डिग्री हो। डिग्री स्तर पर हिंदी एक विषय के तौर पर पढ़ा हो।
-स्पेशल एजुकेशन में बीएड हो। या
स्पेशल एजुकेशन में पीजी डिप्लोमा के साथ जनरल एजुकेशन में बीएड हो या
स्पेशल एजुकेशन में डिप्लोमा के साथ जनरल एजुकेशन में बीएड डिग्री हो। या
-सेकण्डी लेवल टीचर ट्रेनिंग कोर्स किया हो।
-रीहैब्लिटेशन काउंसिल ऑफ इंडिया में रजिस्ट्रेशन हो।
मासिक वेतन : 14,500 रुपये।
नियुक्ति का स्थान : डिपार्टमेंट ऑफ सोशल जस्टिस एंड इम्पावरमेंट

असिस्टेंट प्रोफेसर (फॉर्मेसी), पद : 11 (अनारक्षित-06)
स्पेशलाइजेशन के अनुसार रिक्तियां
फार्माकोलॉजी, पद : 02 (अनारक्षित)
फार्मास्यूटिकल्स, पद : 03 (अनारक्षित-02)
फार्माकोग्नोसी, पद : 03 (अनारक्षित-01)
फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री, पद : 03 (अनारक्षित-01)
योग्यता : संबंधित ब्रांच में स्पेशलाइजेशन के साथ फॉर्मेसी में बैचलर और मास्टर डिग्री हो। बैचलर या मास्टर डिग्री 60 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण हो।
आयु सीमा : न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 35,000 रुपये।
एसोसिएट प्रोफेसर, कुल पद : 16
इंजीनियरिंग विषय के अनुसार रिक्तियों का विवरण
सिविल इंजीनियरिंग, पद : 04 (अनारक्षित)
मेकेनिकल इंजीनियरिंग, पद : 04 (अनारक्षित)
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, पद : 01 (अनारक्षित)
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, पद : 05 (अनारक्षित)
कंप्यूटर इंजीनियरिंग, पद : 02 (अनारक्षित)
योग्यता : प्रथम श्रेणी के अंकों के साथ संबंधित इंजीनियरिंग में बीई/ बीटेक और एमई/ एमटेक डिग्री हो। या
बीई/ बीटेक या एमई/ एमटेक और पीएचडी डिग्री हो।
-शिक्षण/ शोध/ इंडस्ट्री में न्यूनतम पांच साल का अनुभव प्राप्त हो।
आयु सीमा : न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 45 वर्ष।
वेतनमान : 37,400 से 67,400 रुपये। ग्रेड पे 9000 रुपये मिलेगा।
असिस्टेंट प्रोफेसर, कुल पद : 16
इंजीनियरिंग विषय के अनुसार रिक्तियां
सिविल इंजीनियरिंग, पद : 07 (अनारक्षित)
मेकेनिकल इंजीनियरिंग, पद : 05 (अनारक्षित-03)
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, पद : 03
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, पद : 01
योग्यता : संबंधित इंजीनियरिंग में बीई/ बीटेक और एमई/ एमटेक डिग्री हो। बीई/ बीटेक और एमई/ एमटेक डिग्री में कोई भी एक डिग्री 60 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण हो।
अधिकतम आयु : 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 35,000 रुपये।
नियुक्ति का स्थान (उपर्युक्त तीन पद): डिपार्टमेंट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन, वोकेशनल एंड इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग
माइनिंग ऑफिसर, पद : 01 (अनारक्षित)
योग्यता : जियोलॉजी या अप्लाइड जियोलॉजी में एमएससी डिग्री हो या जियोलॉजी/अप्लाइड जियोलॉजी में बीएससी ऑनर्स डिग्री हो। या
माइनिंग इंजीनियरिंग में बीई डिग्री हो। या
धनबाद के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ माइन्स से अप्लाइड जियोलॉजी में डिप्लोमा के साथ माइनिंग में तीन साल का अनुभव प्राप्त हो।
अधिकतम आयु : 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 14,500 रुपये।
नियुक्ति का स्थान : डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रीज

डिस्ट्रिक्ट पब्लिक रिलेशन ऑफिसर/ इंफॉर्मेशन ऑफिसर, पद : 02 (अनारक्षित)
योग्यता : जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन/ पब्लिक रिलेशन/ पब्लिक रिलेशन एंड एडवर्टाइजिंग में बैचलर डिग्री हो। या
जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन / पब्लिक रिलेशन/ पब्लिक रिलेशन एंड एडवर्टाइजिंग में पीजी डिग्री/ डिप्लोमा हो।
-गवर्नमेंट डिपार्टमेंट या पब्लिक सेक्टर अंडरटेक्निक में पब्लिक रिलेशन/ जर्नलिज्म/मास कम्यूनिकेशन में तीन साल का कार्यानुभव हो। या न्यूजरपेपर/ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में तीन साल कार्य करने का अनुभव हो।
आयु सीमा : न्यूनतम 18 वर्ष और 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 15,700 रुपये।
नियुक्ति का स्थान : डिपार्टमेंट ऑफ इंफॉर्मेशन एंड पब्लिक रिलेशन
असिस्टेंट टाउन प्लानर, पद : 01 (अनारक्षित)
योग्यता : प्लानिंग में मास्टर डिग्री हो या एमटेक गो या अर्बन प्लानिंग/ सिटी प्लानिंग/टाउन प्लानिंग/ हाउसिंग प्लानिंग/ कंट्री प्लानिंग/रूरल प्लानिंग/ इंफ्रास्टक्चर प्लानिंग/ट्रांसपोर्ट प्लानिंग/ रूरल एंड अर्बन प्लानिंग/ इंवायरन्मेंटल प्लानिंग में पीजी डिग्री हो। या
प्लानिंग में बीई/ बीटेक डिग्री हो। साथ ही अर्बन प्लानिंग/ सिटी प्लानिंग/टाउन प्लानिंग/ हाउसिंग प्लानिंग/ कंट्री प्लानिंग/रूरल प्लानिंग/ इंफ्रास्टक्चर प्लानिंग/ट्रांसपोर्ट प्लानिंग/ रूरल एंड अर्बन प्लानिंग/ इंवायरन्मेंटल प्लानिंग में तीन साल का अनुभव प्राप्त हो।
अधिकतम आयु : 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 21,000 रुपये।
नियुक्ति का स्थान : डिपार्टमेंट ऑफ टाउन एंड कंटरी प्लानिंग
असिस्टेंट डायरेक्टर, पद : 02
योग्यता : जूलॉजी या फिशरीज साइंस में बीएससी डिग्री हो। फिशरीज मैनेजमेंट और डेवलपमेंट में पांच साल का अनुभव प्राप्त हो। या
जूलॉजी या फिशरीज में मास्टर डिग्री। फिशरीज मैनेजमेंट और डेवलपमेंट में पांच साल का अनुभव प्राप्त हो।
अधिकतम आयु : न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 14,700 रुपये।
नियुक्ति का विभाग : डिपार्टमेंट ऑफ फिशरीज
चयन प्रक्रिया : स्क्रीनिंग टेस्ट या परीक्षा/पर्सनैलिटी टेस्ट/इंटरव्यू के माध्यम से योग्य उम्मीदवार चुने जाएंगे।
-स्क्रीनिंग टेस्ट में ऑब्जेक्टिव या डिस्क्रिप्टिव प्रश्न रहेंगे। प्रश्नों को हल करने के लिए उम्मीदवारों को दो घंटे का समय मिलेगा। टेस्ट में नेगेटिव मार्किंग भी है। प्रत्येक गलत उत्तर देने पर एक चौथाई अंक काट लिए जाएंगे।
-अंतिम चयन पर्सनैलिटी टेस्ट या इंटरव्यू में प्रदर्शन के आधार पर होगा।
-अनारक्षित वर्ग को इंटरव्यू में उत्तीर्ण होने के लिए 45 अंक लाना होगा।
आवेदन शुल्क
-400 रुपये। शुल्क का भुगतान पंजाब नेशनल बैंक की किसी शाखा में ई-चालान या ई-पेमेंट (डेबिट/क्रेडिट कार्ड) से करना होगा।
-आवेदन शुल्क के भुगतान का विकल्प संस्थान की वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन के दौरान प्राप्त होगा।

अधिक जानकारी यहां
टोल फ्री नंबर : 1800-180-8004
फोन : 0177-2624313, 2629739
ऑनलाइन रिक्रूटमेंट एप्लीकेशन से संबंधित समस्याओं के लिए इस नंबर 0177-2629738 पर संपर्क करें।

अधिक जानकारी के लिए लॉगऑन करें- http://www.hppsc.hp.gov.in/hppsc/

आयकर रिटर्न दाखिल करने में इन बातों का रखें ध्यान

फाइल करने में केवल 4 दिन बाकी हैं। जानें, इतने कम दिन बचने के बाद भी आखिर आप कैसे आसानी से इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर सकते हैं। फाइल करने से पहले ध्यान रखें कि सभी जरूरी दस्तावोज आपके पास हों। किन-किन दस्तावेजों की आपको जरूरत पड़ने वाली है, ये आपकी आय पर निर्भर करेगा। आमतौर पर जो दस्तावेज चाहिए होते हैं उनमें आपके एंप्लॉयर द्वारा दिया गया फॉर्म 16, बचत खाते और फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिले इंटरेस्ट के स्टेटमेंट्स, टीडीएस सर्टिफिकेट, सभी कटौतियों के प्रूफ, होम लोन पर दिए गए इंटरेस्ट का स्टेटमेंट आदि।
यदि आपने पिछले फाइनैंशल इयर में नौकरी बदली है तो आपको दो फॉर्म 16 की जरूरत होगी। एक फॉर्म 16 आपको मौजूदा एंप्लॉयर से लेना होगा, इसके अलावा एक फॉर्म पिछले एंप्लॉयर से लेना होगा। ज्यादातर लोग दो फॉर्म 16 को लेकर परेशान रहते हैं। ऐसी स्थिति में आमतौर पर टैक्सपेयर्स की परेशानी यह रहती है कि वह टीडीएस को किस तरह से काउंट करें।

फॉर्म 26 से करें सर्टिफिकेट्स का मिलान
ज्यादातर सैलरीड एंप्लॉयीज को एंप्लॉयर्स से सैलरी टैक्स कटौती के बाद ही मिलती है। यह सुनिश्चित करने के लिए आपके टीडीएस की हर किस्त एंप्लॉयर की ओर से सरकारी खाते में जमा हुई है या नहीं। आपको टीडीएस सर्टिफिकेट में दिए गए अमाउंट को देखना होगा और फॉर्म 26 चेक करना होगा। फॉर्म 26 के तहत सालाना टैक्स क्रेडिट स्टेटमेंट होता है, जिसके तहत आपके नाम पर जमा हुए सारे टैक्स का ब्योरा दर्ज होता है।

फाइल करने से पहले चुकाएं सारे ड्यूज
आईटीआर फाइल करने से पहले अपनी ओर चुकाए जाने वाले सारे टैक्स का ब्योरा जान लें। एक बार जब आप अपनी ओर से चुकाए जाने वाले टैक्स का पूरा ब्योरा जान लेंगे तो फिर आप इसमें से टीडीएस को घटाकर बाकी बचे बैलेंस का भुगतान कर सकेंगे। बचे हुए टैक्स को आप नेट बैंकिंग के जरिए या फिर बैंक की शाखा में जाकर चालान के जरिए चुका सकेंगे। अपने ड्यूज चुकाने के बाद एक बार फॉर्म 26 भी चेक करें कि उसमें यह दिख रहा है या नहीं। हालांकि आमतौर पर टैक्स पेमेंट के कई दिनों बाद ही यह फॉर्म 26 में दिखता है।

आईटीआर फाइल करने से पहले यह जरूर चेक कर लें कि आपके लिए कौन सा फॉर्म जरूर है। ऐसा न करने पर यह डिफेक्टिव रिटर्न माना जाएगा। यदि आप अपने लिए जरूरी फॉर्म के अलावा किसी और फॉर्म का इस्तेमाल करते हैं तो इनकम टैक्स ऐक्ट की धारा 139 (9) के तहत आपको नोटिस भी मिल सकता है। डिपार्टमेंट से मिले नोटिस में आपको तय समय में दोबारा आईटीआर भरने के लिए भी कहा जा सकता है। यदि आप तय समय में रिवाइज्ड आईटीआर नहीं भर पाते हैं तो माना जाएगा कि आपने कभी आईटीआर फाइल ही नहीं किया।