उत्तराखंड वासियों से निकट का नाता, उत्तराखंड के प्यार को जीवन में नहीं भुलाया जा सकता हैः मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऋषिकेश स्थित आई.डी.पी.एल मैदान में भाजपा उत्तराखंड द्वारा आयोजित विजय संकल्प रैली में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहाड़ी वाद्य यंत्र हुड़का उपहार स्वरूप प्रधानमंत्री को भेंट कर उनका स्वागत किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने स्वयं भी हुड़का बजाया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मां गंगा के सानिध्य में बसे, चार धाम के द्वार ऋषिकेश में इतनी विशाल संख्या में लोग हमें आशीर्वाद देने आए हैं। उन्होंने कहा जब भी वो उत्तराखंड आते हैं तो अपने परिवारजनों के साथ पुरानी यादें भी ताज़ा करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कल मैं भारत के दक्षिणी छोर पर, सागर तट पर बसे तमिलनाडु में था। वहां भी लोग कह रहे हैं- फिर एक बार मोदी सरकार। उन्होंने कहा आज वो हिमालय की गोद में, बाबा केदार और बद्री विशाल के सानिध्य में आए हैं तो यहां भी फिर एक बार मोदी सरकार की गूंज है। उन्होंने कहा ये गूंज इसलिए है क्योंकि देश के लोगों ने पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार का काम देखा है।

प्रधानमंत्री ने कहा उत्तराखंड देवभूमि है, देवभूमि में देवताओं का आवाहन करने की परंपरा है। हुड़का की थाप से देवताओं का आह्वान किया जाता है। उन्होंने कहा आज उन्हें भी देवता रूपी जनता जनार्दन का आह्वान करने के लिए हुड़का बजाने का सौभाग्य मिला। प्रधानमंत्री ने कहा सरकार ने बीते 10 साल में भारत को कई गुना ज्यादा मजबूत बना दिया है। जब देश में कमजोर और अस्थिर सरकार रही है, तब दुश्मनों ने फायदा उठाया है। कमज़ोर और अस्थिर सरकारो में भारत में आतंकवाद ने पैर पसारे। आज भारत में मोदी की मज़बूत सरकार है, इसलिए आतंकवादियों को घर में घुसकर मारा जाता है, भारत का तिरंगा युद्धक्षेत्र में भी सुरक्षा की गारंटी बनता है, जम्मू कश्मीर से आर्टिकल-370 खात्मा होती है, तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया जाता है, महिलाओं को लोकसभा और विधानसभा में आरक्षण दिया जाता है, सामान्य वर्ग के गरीबों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जाता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी ने वन रैंक वन पेंशन लागू करने की गारंटी दी थी और इसे पूरा करके दिखाया। उन्होंने कहा कांग्रेस कहती थी, वन रैंक वन पेंशन लागू करके हम पूर्व सैनिकों को 500 करोड़ रुपए देंगे। उन्होंने कहा हमारी सरकार ने वन रैंक वन पेंशन लागू करके पूर्व सैनिकों को एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा दिए हैं। उत्तराखंड में भी ओ.आर.ओ.पी के साढ़े 3 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा, सैनिक परिवारों को मिले हैं। उन्होंने कहा कांग्रेस के समय में जवानों के पास बुलेटप्रूफ जैकेट तक की कमी थी। दुश्मन की गोली से बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं थे। पर भाजपा की सरकार ने भारत में बनी बुलेट प्रूफ जैकेट अपने सैनिकों को दी, उनके जीवन की रक्षा की। आधुनिक राइफल से लेकर लड़ाकू विमान और विमान वाहक पोत तक आज देश में ही बन रहे हैं। उन्होंने कहा जनता का उत्साह और जोश मेरे सर आंखों में है। उन्होंने कहा उत्तराखंड वालों के लिए मैं घर का सदस्य हूं। उत्तराखंड वासियों से निकट का नाता रहा है। उत्तराखंड के प्यार को जीवन में नहीं भुलाया जा सकता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की कमज़ोर सरकार, सीमाओं पर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं बना पाई। पर आज हमारी सरकार पूरी सीमा पर आधुनिक सड़कें सुरंगें बना रही है। उन्होंने कहा बाबा केदार की भूमि से उन्होंने ये दशक उत्तराखंड का दशक बताया था। उन्होंने कहा हमारी सरकार उत्तराखंड के सामर्थ्य का लगातार विस्तार करने में जुटी है। जिसमे पर्यटन की बड़ी भूमिका है। ऋषिकेश, पर्यटन का सबसे महत्वपूर्ण केंद्र है। राफ्टिंग, कैंपिंग, एडवेंचर, आध्यात्म और योग, ऋषिकेश की पहचान है और हर कोई व्यक्ति यहां आकर आनंद से भर जाता है। उन्होंने कहा भाजपा सरकार उत्तराखंड के पर्यटन को बढ़ावा देकर रोजगार के नए अवसर तैयार कर रही है, देश के किसी भी हिस्से से पर्यटकों के लिए उत्तराखंड के कोने-कोने तक पहुंचना आसान हो इसके लिए देवभूमि में रोडवेज, रेलवेज और एयरवेज की सुविधा बढ़ा रहे हैं। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन पर तेज़ी से काम चल रहा है। दिल्ली से देहरादून की दूरी भी सिमट रही है। उत्तराखंड के जिन सीमावर्ती गांवों को कांग्रेस अंतिम गांव कहती थी, भाजपा उन्हें देश का पहला गांव मानकर विकास कर रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा मानसखंड के तीर्थ स्थानों जैसे आदि कैलाश, ओम पर्वत दर्शन के लिए हेलीकाप्टर सेवाएं शुरू हो गई हैं। यमुनोत्री, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में रोप-वे बनने से बहुत सुविधा हो जाएगी। चार धाम परियोजना के तहत केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री को लगभग 900 किलोमीटर लंबे हाइवे से जोड़ा जा रहा है। इन सब प्रयासों से श्रद्धालुओं को उत्तराखंड पहुंचने में काफी आसानी हो रही है। उन्होंने कहा भाजपा की नीयत सही है। और जब नीयत सही होती है, तो नतीजे भी सही मिलते हैं। उन्होंने कहा 2017 तक केदारनाथ में एक साल के भीतर करीब 5 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का रिकॉर्ड था। पिछले वर्ष करीब 20 लाख यात्री केदारनाथ के दर्शन के लिए आए। चारधाम यात्रा में पिछले वर्ष 55 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने उत्तराखंड की यात्रा की। उन्होंने कहा मानसखंड में आदि कैलाश और ओम पर्वत में भी यात्री की संख्या भी तेजी से बड़ी है। उन्होंने कहा पर्यटन बढ़ने का मतलब है, रोजगार के ज्यादा से ज्यादा मौके।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में हो रहे विकास ने अब पलायन की खबरों को बीते दिन की बात बना दिया है। अब उत्तराखंड के स्टार्टअप की खबरें आती हैं। उत्तराखंड के नौजवानों ने एक हज़ार से अधिक स्टार्टअप रजिस्टर किए हैं, जिसमें 500 स्टार्टअप बेटियों के हैं। मुद्रा योजना से लाखों नौजवानों को बिना गारंटी के ऋण मिले हैं। उन्होंने कहा कांग्रेस की सरकार में गरीब, नौजवान का पैसा, बिचौलिए खा जाते थे। पर भाजपा सरकार में लोगों के हक का पैसा सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर हो रहा है। उन्होंने बताया उत्तराखंड के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का 2600 करोड़ रुपए से अधिक मिल चुका है। उन्होंने कहा हमारी सरकार ने लूट बंद की है, इसलिए कांग्रेस मोदी से गुस्सा है। उन्होंने कहा मोदी कह रहा है भ्रष्टाचार हटाओ, वो कह रहे हैं भ्रष्टाचारी बचाओ।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के नेताओँ के लिए तो पहले दिल्ली का शाही परिवार, अपना परिवार ही सबकुछ है। लेकिन मेरे लिए जनता और भारत ही मेरा परिवार है। उन्होने कहा उत्तराखंड राज्य की बहनों की समस्याओं को देखते हुए हमने घर-घर सस्ता सिलेंडर पहुंचाया। उन्होंने कहा आज उत्तराखंड के 10 में से 9 परिवारों के घर नल से जल आता है। उन्होंने कहा आने वाले 5 साल तक मुफ्त राशन मिलता रहेगा। अस्पताल में मुफ्त इलाज मिलता रहेगा। उत्तराखंड को एम्स की सुविधा मिली है। गांव-गांव अच्छे अस्पताल- आयुष्मान आरोग्य मंदिर बन रहे हैं। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री धामी जी और उनकी सरकार राज्य में मेहनत करके शानदार काम कर रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस विकास और विरासत, दोनों की विरोधी है। उत्तराखंड का कोई निवासी नहीं भूल सकता कि कांग्रेस ने प्रभु राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया है। कांग्रेस ने पहले राम मंदिर का विरोध किया और फिर प्राण-प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया। उन्होंने कहा कांग्रेस, शक्ति स्वरूपा मां धारी देवी, मां चन्द्रबदनी, मां ज्वाल्पा देवी की शक्ति को खत्म करना चाहती है।उन्होंने कहा उत्तराखंड की संस्कृति की रक्षा करना हम सभी का दायित्व है। ये वही कांग्रेस है जो कहती रही है कि हर की पौड़ी मां गंगा के किनारे पर नहीं, बल्कि एक नहर के किनारे बसी है। कांग्रेस के लोग गंगा जी के अस्तित्व पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा उत्तराखंड के लोग कांग्रेस को सबक सिखाकर रहेंगे। उन्होंने कहा उत्तराखंड, ब्रह्मकमल की धरती है। इस बार जनता के आशीर्वाद से पूरी शान से पंच-कमल खिलने चाहिए। उन्होंने कहा मेरा हर पल जनता को समर्पित है।

प्रधानमंत्री ने कहा टिहरी-गढ़वाल से माला राज्य लक्ष्मी शाह जी, गढ़वाल से अनिल बलूनी जी, और हरिद्वार से त्रिवेंद्र जी को हर बूथ पर विजयी बनाना है। साथ ही उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों से गांव में जाकर देवी-देवताओ के मंदिर में उनकी ओर से माथा टेकने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के योगनगरी ऋषिकेश आगमन पर देवभूमि की समस्त जनता की ओर हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि चौत्र नवरात्रि की तृतीया तिथि को मां चंद्रघंटा की स्तुति हम सब करते हैं, ऐसे पावन दिन देश को बेटी-बचाओं, बेटी-पढ़ाओ का मंत्र देने वाले आदरणीय प्रधानमंत्री जी का सानिध्य हम सभी को प्राप्त हो रहा है, जो हम सभी के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री की प्रेरणा से हमने प्रदेश में नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम आयोजित किए, जिसके माध्यम से प्रदेश की समस्त मातृशक्ति के साथ सीधे संवाद स्थापित करने का सुअवसर प्राप्त हुआ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने जीवन का हर पल हर क्षण भारत मां को आगे बढ़ाने के लिए लगाया है। देश को अपना परिवार मानकर रात दिन थके – रुके बिना लगातार काम किया है। जिसके परिणाम स्वरूप आज भारत हर क्षेत्र में नित नई ऊंचाईयों को छू रहा है। आज का नया भारत आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और समृद्ध है। सामरिक दृष्टि से भी और अधिक सशक्त एवं सुरक्षित है। उन्होंने कहा आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व वाली सरकार ने 2014 के पश्चात कश्मीर से धारा 370 के खात्मे, अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य एवं दिव्य मंदिर के निर्माण और देश में सीएए लागू करने सहित ऐसेे अनेकों ऐतिहासिक फैसले लिए हैं, जिनकी कल्पना किसी ने की थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए काम कर रही है। केन्द्र सरकार के सहयोग से हम हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर बनाने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पहाड़ों तक रेल पहुंचाने का सपना, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के साथ पूरा हो रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तराखंड को जी-20 महासम्मेलन की तीन बैठकों का आयोजन रामनगर, नरेन्द्र नगर एवं ऋषिकेश में करने का अवसर प्राप्त हुआ।

मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री का उत्तराखंड से विशेष लगाव है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व एवं राज्य की जनता के आशीर्वाद से 2022 विधानसभा चुनाव में पुनः भाजपा की सरकार बनी। उन्होंने कहा जनता से किए वादे अनुसार राज्य में समान नागरिक संहिता विधेयक पास हुआ। उन्होंने कहा राज्य सरकार उत्तराखण्ड में समान नागरिक संहिता लाकर सभी को समान अधिकार देने की बात कर रही है तो वहीं कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में मुस्लिम पर्सनल लॉ की बात कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा जिन पार्टियों ने अपने शासनकाल में देश को लूटा, उनसे जवाब मांगने पर वे प्रधानमंत्री को अनाप-शनाप बोल रहे हैं। विपक्षी पार्टियां बौखलाकर अपने स्लीपर सेल को आगे कर रही हैं। उन्होंने कहा अब जातिवाद, वर्गवाद, के चक्कर में नहीं आना है। मोदी जी के नेतृत्व में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी, तक पूरा देश विकास की दौड़ में आगे बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश विपक्ष की बातों में आने वाला नहीं है क्योकि अब देश जाग चुका है, देश बदल चुका है। आज का नया भारत अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए सजग और संवेदनशील है। उन्होंने कहा देश में इमरजेंसी लगाने वाले, केवल अपने परिवार की ही स्तुति करने वाले, समाज को जातियों में बाँटने वाले, और हर दिन एक नया घोटाला करने वाले लोग आज प्रधानमंत्री जी से परेशान हैं। क्योंकि मोदी जी का मंत्र है ’ना खाऊंगा ना खाने दूंगा’। और यही मोदी जी की गांरटी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में 2014 से 2019 तक का समय देश की आवश्यकताओं को पूर्ण करने का था। 2019 से 2024 तक का समय देश की आकांक्षाओं की पूर्ति करने का था। अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2024 से 2029 तक का समय भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने के मार्ग को प्रशस्त करने का होगा। मुख्यमंत्री ने कहा उन्हें पूर्ण विश्वास है कि देवभूमि की समस्त देवतुल्य जनता लोकसभा चुनावों में भाजपा को पांचों सीटों पर प्रचंड बहुमत से विजय दिलाकर आदरणीय प्रधानमंत्री जी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाने में अपना योगदान सुनिश्चित करेगी।

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, हरिद्वार से भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत, गढ़वाल से भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी, टिहरी से भाजपा प्रत्याशी माला राज्यलक्ष्मी शाह, पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

नशीले पदार्थों के प्रचलन को रोकने को एनडीपीएस एक्ट में करें कार्रवाईः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में राज्य स्तरीय एनसीओआरडी की बैठक लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि नशीले पदार्थों पर प्रभावी रोकथाम के लिए कार्ययोजना बनायी जाए। उन्होंने दवाइयों के रूप में नशीले पदार्थों के प्रचलन को रोकने के लिए भी एनडीपीएस एक्ट के तहत लगातार कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिए। इसके लिए संयुक्त टीम बनाकर छापेमारी की कार्रवाई की जाय। हल्द्वानी और कोटद्वार में बनाये जा रहे नशा मुक्ति केन्द्रों की संचालन की शीघ्र कार्यवाही की जाए। उत्तराखण्ड के बोर्डर एरिया में नशीले पदार्थों की तस्करी को पूर्णतया रोकने के लिए सघन चेकिंग अभियान चलाया जाय।

मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान वर्चुअल माध्यम से जुड़े ‘नशा मुक्त शहर-नशा मुक्त गांव’ के अन्तर्गत चिन्हित 85 गांव/वार्ड के ग्राम प्रधानों और वार्ड मेम्बर को ‘जिंदगी को हां नशे को ना’ की शपथ भी दिलाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 तक उत्तराखण्ड को ड्रग्स फ्री राज्य बनाने के लिए सभी विभागों को प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि इस अभियान में अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ा जाए। पुलिस, स्वास्थ्य, विद्यालयी शिक्षा, उच्च शिक्षा, समाज कल्याण विभाग और जनपद स्तर पर जिलाधिकारी ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड के लिए बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलायें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जेलों में ड्रग काउंसलिंग सेंटर बनाये जाएं। शिक्षा विभाग पाठ्यक्रम में नैतिक शिक्षा और नशे के दुष्प्रभाव से संबंधित विषय शामिल करें। नशा मुक्ति के लिए जागरूकता के साथ ही नशीले पदार्थों की रोकथाम के लिए हर स्तर पर प्रयास किये जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस, प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों और उच्च शिक्षा विभाग नशा मुक्ति के लिए प्रभावी कार्ययोजना भी तैयार करे। सभी जिलाधिकारी यह प्रयास करें कि उनका जनपद सबसे पहले नशे से मुक्त हो। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति के लिए प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में सेल बनाने की आवश्यकता प्रतीत होती है, तो बनाये जाएं।

बैठक में शासन के अधिकारियों और जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा नशा मुक्ति के लिए अपने सुझाव दिये गये। इस अवसर पर विश्वविद्यालयों में ड्रग्स कंट्रोल क्लब बनाने, नशा मुक्ति के लिए ई.प्रतिज्ञा लेने, नशा मुक्ति अभियान में महिला स्वयं सहायता समूहों को जोड़ने, नशे को रोकने के लिए आधुनिक तकनीक के अधिकतम इस्तेमाल, विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान से सबंधित सुझाव दिये गये।

बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अभिनव कुमार, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, विशेष प्रमुख सचिव अमित कुमार सिन्हा, सचिव एच.सी. सेमवाल,डॉ. आर. राजेश कुमार, विजय कुमार यादव, विशेष सचिव गृह रिद्धिम अग्रवाल, अपर सचिव रंजना राजगुरू, निवेदिता कुकरेती, डीआईजी पी. रेणुका देवी वर्चुअल माध्यम से नारकोक्सि कंट्रोल ब्यूरो के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ज्ञानेन्द्र सिंह, सभी जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे।

फीचर फिल्म, वेब सीरीज, टीवी सीरियल आदि के निर्माण के लिए उत्तराखण्ड को देश में हब के रूप में विकसित होगा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बलरामपुर हाउस नैनीताल में हिमश्री फिल्म और डिज्नी$हॉटस्टार के संयुक्त तत्वाधान में बन रही वेब सीरीज ‘काफल’ की टीम को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उत्तराखंड के लिए गर्व का विषय है कि काफल के सम्पूर्ण पौष्टिक गुणों को समेटते हुए उत्तराखंड की वास्तविकता को काफल वेबसीरिज में दर्शाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सिनेमा समाज का दर्पण होता हैं जो उस क्षेत्र विशेष की समस्त गतिविधियों को फिल्म के जरिए आम जन के सम्मुख रखता है। उत्तराखंड अपनी नैसर्गिक सुंदरता, हिमालय पर्वत एवं नदियों से आच्छादित है उसी तरह यह वेबसीरीज अपने नाम के समान पहाड़ की भौगोलिक, सामाजिक, आधुनिक और सांस्कृतिक समरसता को समेटे हुए है।
मुख्यमंत्री ने फिल्म निर्माताओं से उत्तराखंड की हसीन वादियों में आकर प्राकृतिक वातावरण का भरपूर लाभ उठाने के साथ ही फिल्म बनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हाल ही में सरकार को बेस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का अवार्ड मिला है। सरकार द्वारा ऑनलाइन अनुमति की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार अन्य राज्यों की फिल्म पॉलिसी का भी अध्ययन कर अधिक बेहतर बनाने की दिशा में कार्यरत और प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कुमाऊंनी, गढ़वाली एवं जौनसारी फिल्मों, वेब सीरीज आदि के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी स्वीकृत की गई है। इससे स्थानीय कला एवं संस्कृति को बढावा मिलेगा साथ ही अनेक क्षेत्रों में रोजगार का भी सृजन होगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देश में उत्तराखण्ड शूटिंग के लिए एक प्रमुख स्थान बन चुका है। आने वाले वर्षों में और अधिक फिल्मों का निर्माण उत्तराखण्ड में होने से होटल व्यवसायी के साथ ही पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों, टैक्सी कारोबारी व गाइडों को फायदा होगा।
कॉमेडी पर आधारित काफल वेब सीरीज उत्तराखंड के विभिन्न किरदारों को लेकर बनाई जा रही है। काफल एक प्रयास है पुनः उत्तराखंड से उत्तराखंडवासियों को जोड़ने का। वेबसीरिज में 150 स्थानीय कलाकार जुड़े है, साथ ही पहाड़ के संगीत, खूबसूरती को शो के जरिए विश्व को दिखाया जायेगा। काफल वेबसीरीज में दिव्येंदु शर्मा, मुक्ति मोहन, विनय पाठक, कुशा कपिला सहित अनेक कलाकार शामिल है। प्रेम मिस्त्री के कुशल निर्देशन में इस समूह में आयुषि, हेमंत पांडे और इश्तियाक खान जैसे कलाकार भी शामिल है।
इस अवसर पर विधायक सरिता आर्या, राम सिंह कैडा, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, आयुक्त दीपक रावत, डीआईजी डा0 योगेन्द्र सिंह रावत, जिलाधिकारी वंदना, एसएसपी पीएन मीणा के साथ ही काफल वेब सीरीज के किरदार एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

भू-कानून को लेकर कैबिनेट में लाई जाएगी रिपोर्टः सीएम

राज्य में सशक्त भू-कानून को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि राज्य में भू-कानून लागू करने को सरकार पूरी तरह से तैयार और प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जल्द ही कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के लिए जन-भावनाओं का सम्मान सर्वाेपरि है।
मीडियाकर्मियों से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भू-कानून के लिए गठित समिति की रिपोर्ट सरकार को मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस रिपोर्ट को कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जनता की भावना के अनुरूप सशक्त भू-कानून राज्य में लागू करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री से संवाद को बच्चों में दिखी उत्सुकता, सीएम ने भी दिए बेबाकी से जवाब

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तरकाशी स्थित लो.नि.वि. निरीक्षण भवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए “सीमान्त गाँवों का विकास कैसे हो“ विषय पर स्कूली छात्र-छात्राओं / एन०सी०सी० कैडेट्स के साथ संवाद किया। साथ ही उन्होंने महिला स्वयं सहायता समूहों, पूर्व सैनिक संगठन, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, व्यापार मंडल, बार एसोसिएशन व अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद एवं भेंट वार्ता की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शौर्य स्थल, उत्तरकाशी के सौंदर्यकरण एवं टीन सेट लगाने की घोषणा की। उन्होंने कहा शौर्य स्थल में प्रतीक्षालय का निर्माण कार्य कराया जाएगा। इस दौरान उन्होंने शहीदों के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया।

“सीमान्त गाँवों का विकास कैसे हो“ विषय पर स्कूली छात्र-छात्राओं से संवाद के दौरान मुख्यमंत्री धामी के समक्ष सीमांत क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा, संचार जैसी मूलभूत सुविधाओं के विस्तार पर चर्चा की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज सीमांत गांवों के विकास को प्राथमिकता से लिया जा रहा है। वाइब्रेंट विलेज के तहत सीमांत क्षेत्रों में बसे गांवों को विकसित करने की योजना है। उन्होंने कहा राज्य सरकार, राज्य में सरकारी नौकरियों के साथ युवाओं को स्वरोजगार की ओर भी जोड़ रही है। सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक होमस्टे खुलें। स्थानिय लोगों को वहीं पर रोजगार मिले, इन नीतियों पर भी कार्य किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लखपति दीदी योजना के तहत महिलाओं को सशक्त बनाने का कार्य किया जा रहा है। उत्तराखंड में सरकार शिक्षा एवं चिकित्सा पर विशेष ध्यान दे रही है। आयुष्मान भारत योजना के तहत लाखों लोगों को मुफ्त में इलाज मिल रहा है। उन्होंने कहा वर्तमान में चार धाम यात्रा गतिमान है। चार धाम यात्रा उत्तराखंड की लाइफ लाइन है। इससे लाखों लोगों को रोजगार मिलता है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र एवं राज्य सरकार सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों के प्रत्येक मामले को गंभीरता एवं प्राथमिकता के साथ ले रही है। आज केंद्र सरकार सैनिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। मोदी जी के नेतृत्व में सेना और ज्यादा सशक्त, शक्तिशाली और साधन सम्पन्न हुई है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पर्वत माला मिशन के तहत उत्तराखंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों को रोप-वे से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। जिसमें यमुनोत्री धाम भी शामिल है । वर्णावत पर्वत को भी रोपवे से जोड़ने पर कार्य किया जाएगा। हर्षिल जैसी सीमांत घाटियों में एप्पल मिशन के तहत सेब की खेती को बढ़ाए जाने के मकसद से राज्य सरकार ने एप्पल मिशन में धनराशि का प्रावधान 6 करोड से बढ़ाकर 35 करोड कर दिया है। जिससे अधिक से अधिक किसानों को इससे फायदा मिलेगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सनातन संस्कृति को सवारने का कार्य किया जा रहा है। प्रमुख धार्मिक स्थलों को भव्य एवं दिव्य बनाने पर लगातार कार्य जारी है। आज प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में राम मंदिर का निर्माण कार्य जारी है। चार धामों को जोड़ने के लिए चौतरफा सड़को का जाल बिछ रहा है। आने वाले समय में चार धाम यात्रा विकासनगर पुरोला क्षेत्र से भी चले इस पर भी कार्य किया जा रहा है।

इसके उपरांत मुख्यमंत्री धामी ने भाजपा पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की।

इस दौरान विधायक सुरेश चौहान, विधायक दुर्गेश लाल, विधायक संजय डोभाल, भाजपा जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह राणा, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, मीडिया प्रभारी (भाजपा) मनवीर चौहान, राम सुन्दर नौटियाल एवं अन्य लोग मौजूद रहें।

बजट 2022-23 के लिए सीएम की मौजूदगी में वित्त मंत्री लेंगे प्रतिनिधि समूहों से सुझाव

प्री बजट स्टेक होल्डर्स कंसल्टेंशन के तहत बजट 2022-23 के निर्माण में गढ़वाल और कुमायूँ मंडल में प्रतिनिधि समूहों के साथ वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पहली बार एक संवाद कार्यक्रम के तहत वार्ता करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहेंगे।

वित्त मंत्री ने बताया कि उत्तराखंड के बजट 2022-23 के निर्माण में जन सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए पहली बार एक संवाद कार्यक्रम किया जाएगा। जिससे उत्तराखंड के बजट में उनकी इच्छा के अनुरूप कल्याणकारी योजनाओं को शामिल किया जा सके।

वित्त मंत्री ने बताया कि कुमायूँ मंडल के नैनीताल और गढ़वाल मण्डल के देहरादून में यह संवाद कार्यक्रम आयोजित होगा। बताया कि नैनीताल क्लब, नैनीताल में यह कार्यक्रम 14 मई को शाम चार बजे आयोजित किया जाएगा। जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी की मौजूदगी में कुमायूँ मंडल से संबंधित समूहों जैसे होटल व रेस्टोरेंट एसोसिएशन, टूर ऑपरेटर एसोसिएशन, ट्रेड एसोसिएशन, सिडकुल एसोसिएशन, डेयरी फेडरेशन, चार्टड अकाउंटेंट आदि से सुझाव लिया जाना है।

बताया कि कुमायूँ मंडल के अंतर्गत जिला पंचायत अध्यक्ष, मेयर आदि को भी संवाद कार्यक्रम का हिस्सा बनाते हुए सुझाव लिए जाएंगे। बताया कि विभिन्न प्रतिनिधि समूहों की अपेक्षाएं, उनके सुझावों को ध्यान में रहते हुए उत्तराखंड का बजट 2022-23 बनाया जाएगा। जिसमें सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की भावना निहित हो। कहा कि बजट में राज्य के सुगम और दुर्गम इलाकों में निवासरत लोगों को लाभ मिले, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा। इस दौरान बजट से सम्बंधित सभी अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।

बता दें कि सरकार वर्ष 2022-23 के बजट की तैयारियों में जुट गई है। आगामी विधानसभा सत्र के दौरान बजट प्रस्तुत किया जाना है। वित्त विभाग की ओर से विभिन्न विभागों से बजट के बारे में प्रस्ताव मांगे जा रहे हैं।

‘द कश्मीर फाइल्स’ देख बोले संगठन महामंत्री अजये, फिल्म मानवीय त्रासदी का जीवंत प्रमाण

कश्मीर की यथार्थ घटनाओं पर आधारित द कश्मीर फाइल्स जिस पर निदेशक विवेक अग्निहोत्री के समक्ष उस समय शालिनी खन्ना ने कई दृश्यों पर आपत्ति उठाई थी। आज वही फिल्म पूरे देश के साथ-साथ उत्तराखंड की जनता के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण फिल्म बनती जा रही है, जिसका कारण इस फिल्म को देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ पहुंचना है। बड़ी संख्या में लोग इस फिल्म को देखने के लिए सिनेमा हाल में पहुंच रहे हैं जिनमें प्रबुद्धजन भी शामिल है।

भाजपा प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार ने भाजपा चुनाव अभियान मे लगी पूरी टीम के साथ फिल्म द कश्मीर फाइल देखने के बाद अजेय कुमार ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ देखकर इसे मानवीय त्रासदी का जीवंत प्रमाण बताया तथा कहा कि इस फिल्म में प्रत्यक्ष रूप से मानवीय घटनाओं का जो चित्रण किया गया है वह अपने आप में महत्वपूर्ण है। यह फिल्म 1990 में कश्मीरी पंडितों के पलायन को दिखाती है। फिल्म का मुख्य नायक जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के कृष्ण पंडित (दर्शन कुमार) एक युवा छात्र की कश्मीर यात्रा पर केंद्रित है जो राधिका मेनन (पल्लवी जोशी) से प्रभावित होकर अपने ही लोगों के नरसंहार के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं। फिल्म पलायन के आसपास की घटनाओं को नरसंहार के रूप में चित्रित करती है जिसमें भारी संख्या में कश्मीरी हिन्दुओं का नरसंहार तथा महिलाओं के साथ बलात्कार जैसी घटनाओं का यथार्थ चित्रण है।

इस संदर्भ में भाजपा महामंत्री (संगठन) अजेय कुमार ने द कश्मीर फाइल्सश् फिल्म देखने के बाद कहा कि यह फिल्म 1990 में घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित है। अजेय कुमार ने देहरादून के सिल्वर सिटी सिनेमाघर में भाजपा कार्यकर्त्ताओं के साथ फिल्म देखी। फिल्म में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अत्याचार और दुर्दशा के हालातों को दिखाया गया है। फिल्म 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों के पलायन की दर्दनाक कहानी बयां करती है। जब कश्मीरी पंडितों का नरसंहार किया गया था। इस फिल्म में निदेशक विवेक अग्निहोत्री ने कश्मीरी पंडितों के उसी दर्द को परदे पर उतारा है। अब इस फ़िल्म के जरिए लोग उस समय के कश्मीर के हालातों से परिचित हो सकेंगे।

अजेय कुमार की ओर से स्वयं फिल्म देखने के बाद उसके बारे में जानकारी दी गई। अजेय कुमार ने फिल्म देखने के बाद कहा, 1990 में कश्मीर घाटी में जो मानवीय त्रासदी हुई थी, फिल्म श्द कश्मीर फाइल्सश् उसका सजीव और मार्मिक चित्रण है। उन्होंने फिल्म निर्माताओं तथा कलाकारों का धन्यवाद किया जिन्होंने कश्मीर के हिंदुओं की पीड़ा, हालातों और जघन्य दास्तां को करीब से बड़े पर्दे पर उतारा। अजेय कुमार ने कहा कि जिस मार्मिकता तथा यथार्थ के साथ फिल्मांकन किया गया है वह अपने में सराहनीय है। अजेय कुमार के अनुसार फिल्म में किये गये यथार्थ चित्रण को जनता सराह रही है और नम आंखों से सिनेमा हाल से वापस लौट रही है।

केदारनाथ धाम के कपाट छह मई, बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को खुलेंगे

विश्वप्रसिद्ध 11वें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष के लिए शुक्रवार 6 मई प्रात: 6 बजकर 25 मिनट पर वृश्चिक लग्न में खुलेंगे। (Portals of Kedarnath dham to open on 6th May) बद्रीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खोले जाएंगे।

पंचकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में शिवरात्रि के पावन अवसर पर संक्षिप्त धार्मिक समारोह आयोजित हुआ। जिसमें श्री केदारधाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित हुई। इस अवसर पर रावल भीमाशंकर की उपस्थिति में पूजा- अर्चना की गई। पंचाग गणना के पश्चात यात्रा वर्ष 2022 हेतु श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित हुई।

भगवान श्री केदारनाथ जी की पंचमुखी उत्सव डोली 2 मई को पंचकेदार गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से केदारनाथ धाम को प्रस्थान करेगी जबकि 1 मई को भैरवनाथ जी की पूजा की जायेगी।

डोली 2 मई गुप्तकाशी, 3 मई फाटा, 4 मई गौरीकुंड 5 मई को पंचमुखी डोली श्री केदारनाथ धाम पहुंचेगी। 6 मई शुक्रवार प्रातर 6 बजकर 25 मिनट पर श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।

देवस्थानम बोर्ड को लेकर तस्वीर साफ करें सीएम तीरथ सिंह रावत

उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री बनें तीरथ सिंह रावत ने तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारियों को भरोसा दिया था कि सरकार देवस्थानम बोर्ड पर पुर्नविचार करेगी। मगर, ऐसा होता नहीं दिख रहा है। इस पर चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत के अध्यक्ष ने सवाल किए हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार को देवस्थानम बोर्ड पर स्टैंड क्लीयर करना चाहिए। सरकार को बताना चाहिए कि आखिर मुख्यमंत्री का पुर्नविचार से संबंधित आश्वासन का क्या हुआ। कोटियाल ने कहा कि एक ओर सरकार पुर्नविचार का आश्वासन देती है और दूसरी ओर बोर्ड को पूरा आकार देने में जुटी हुई है। कहा कि चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत का स्टैंड क्लीयर है।

महापंचायत चार धामों में पहले जैसी व्यवस्था चाहती है। धामों में सरकार के बहुत अधिक दखल के पक्ष मे ंनहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस तर्क में कोई दम नहीं है कि इससे विकास होगा। उन्होंने सवाल किया कि धामों के विकास के लिए तीर्थों की व्यवस्था में छेड़छाड़ ठीक नहीं है।

महापंचायत के अध्यक्ष कोटियाल ने दो टूक कहा कि गांधीवादी तरीके से सरकार के सम्मुख पक्ष रखा जा चुका है। तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी याचक कतई नहीं बनेंगे। संघर्ष जारी रखेंगे। कहा कि सरकार की उन्हें थकाने की स्ट्रेटजी कामयाब होने वाली नहीं है।

टिकटॉक को आ गया बाय-बाय करने का समय, स्वदेशी एप मित्रों हो रहा पॉपुलर

भारत में टिकटॉक का बाय-बाय करने का वक्त आ गया है। भारत के युवाओं की जुबां पर अब टिकटॉक नहीं बल्कि स्वदेशी निर्मित एप मित्रों का नाम है। अभी तक इस एप को 50 लाख से ज्यादा युवा गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर चुके है। इसे आईआईटी रूड़की के पूर्व छात्रों ने बनाया है। इसे टिकटॉक का क्लोन भी कहा जा रहा है।

आईआईटी के पूर्व छात्रों का कहना है कि एप लांच करते समय हमें ऐसे ट्रैफिक की उम्मीद नहीं थी। इसे बनाने के पीछे लोगों को सिर्फ भारतीय विकल्प देना था। आईआईटी रुड़की में वर्ष 2011 में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग ब्रांच से पासआउट छात्र शिवांक अग्रवाल ने अपने चार साथियों के साथ मित्रों एप बनाया है।

11 अप्रैल को हुआ था मित्रों एप लांच
पेटीएम के पूर्व सीनियर वाइस प्रेजिडेंट दीपक के ट्वीट के बाद इसकी चर्चा हर किसी की जुबान पर है। अचानक बड़ी संख्या में लोगों के एप डाउनलोड करने से नेटवर्क ट्रैफिक भी प्रभावित होने लगा। टीम मेंबर ने बताया कि वास्तव में 11 अप्रैल को एप लांच करते समय यह नहीं सोचा था कि इसे इतनी सफलता मिलेगी। टिकटॉक को पीछे छोड़ना जैसी कोई बात नहीं है। हमारा उद्देश्य लोगों को सिर्फ एक भारतीय विकल्प देना था। लोग इसका इस्तेमाल करना चाहेंगे या नहीं यह हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन हमें लोगों से जो आशीर्वाद मिला, उससे हम बहुत खुश हैं। उन्होंने बताया कि हमें किसी ने फंड नहीं दिया है, उनका फंड लोगों का प्यार ही है।

मित्रों स्वदेशी नाम, इसलिए देना उचित
टीम मेंबर ने बताया कि मित्रों का अर्थ मित्र ही है। एक तो यह भारतीय उपभोक्ताओं को भारतीय मंच के जरिए सेवा देने के लिए है। हम स्वदेशी नाम देकर भारतीय नामों के खिलाफ पूर्वाग्रहों को भी दूर करना चाहते हैं।