बदरीनाथ पहुंचे सीएम ने पूजा अर्चना कर कार्यों में तेजा लाने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज बद्रीनाथ धाम पहुंचकर भगवान श्री बद्रीनाथ की विशेष पूजा अर्चना करते हुए देश और प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस दौरान रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने पूजा अर्चना कराई। मुख्यमंत्री अपने कार्यक्रम के तहत गुरुवार को बद्रीनाथ धाम पहुॅचे। उन्होंने भगवान बद्रीनारायण की पूजा की। इस दौरान उन्होंने बद्रीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों से भी बातचीत करते हुए यात्रा व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी भी ली।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत बद्रीनाथ धाम के लिए मास्टर प्लान के तहत कार्य चल रहा है। इसके लिए 250 करोड़ की धनराशि भी प्राप्त हो गई है। मुख्यमंत्री ने बद्रीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत संचालित कार्यों का निरीक्षण करते हुए प्रस्तावित कार्याे में तेजी लाने के भी निर्देश दिए।

लोनिवि व संस्कृति विभाग की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश

अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने मंगलवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री द्वारा की गई लोक निर्माण विभाग तथा संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग से सम्बन्धित घोषणाओं की समीक्षा की।
अपर मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री द्वारा की गयी घोषणाओं को शीघ्रता से पूरा करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने घोषणाओं से सम्बन्धित प्रस्तावों पर जो भी औपचारिकताएं होनी है, उन्हें शीघ्रता से पूरा किया जाय। उन्होंने योजनाओं के क्रियान्वयन में गुणवत्ता तथा पारदर्शिता का विशेष ध्यान देने के भी निर्देश दिये। समीक्षा के दौरान बताया गया कि लोक निर्माण विभाग से सम्बन्धित माह जुलाई, 2021 से अब तक मुख्यमंत्री द्वारा कुल 181 घोषणायें की गई है जिसमें 1 घोषणा राज्यस्तरीय तथा 180 घोषणाएं जनपद स्तरीय है। 3 योजनाओं के शासनादेश निर्गत किये जा चुके हैं, शेष पर कार्यवाही गतिमान है। 55 घोषणाओं का आगणन प्राप्त हो गया है, जबकि शेष की डीपीआर तैयार की जा रही है।
अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने निर्देश दिये कि जिन 55 घोषणाओं के आगणन शासन को प्राप्त हो चुके है। उनके शासनादेश एक हफ्ते के अन्दर निर्गत कर दिये जाय, तथा शेष के आगणन 10 नवम्बर तक तैयार हो जाय इसकी व्यवस्था की जाय। उन्होंने कहा कि 10 नवम्बर तक प्राप्त होने वाले आगणनों के शासनादेश 17 नवम्बर तक जारी हो जाय यह भी सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि 15 दिसम्बर तक की गई घोषणाओं की योजनाओं पर निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिये जाएं।
संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग के अन्तर्गत मुख्यमंत्री घोषणाओं की समीक्षा में बताया गया कि संस्कृति विभाग की कुल 16 घोषणाएं जिसमें 1 घोषणा मंत्रिमंडल द्वारा लिये गये निर्णय, 3 घोषणा राज्य स्तरीय तथा 12 घोषणा जनपद स्तरीय है। धर्मस्व में कुल 24 घोषणाओं में से 1 राज्य स्तरीय घोषणा तथा 23 जनपद स्तरीय घोषणाएं सम्मिलित हैं। जिन पर कार्यवाही गतिमान है।
संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग के अन्तर्गत की गई घोषणाओं के सम्बन्ध में बताया गया कि जागेश्वर धाम श्रावणी मेले को राज्य मेला घोषित किये जाने एवं सोबन सिंह जीना के जन्मदिवस पर उनके पैतृक ग्राम सुनोली में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले उत्सव को राजकीय मेला घोषित किये जाने, विधानसभा क्षेत्र सोमेश्वर के चनौदा शहीद दिवस को राजकीय मेला घोषित किये जाने के साथ ही विधानसभा क्षेत्र लोहाघाट के अन्तर्गत बग्वाल मेले को भी राजकीय मेला घोषित करने के साथ ही विभागीय मेला सूची में सम्मिलित किये जाने की कार्यवाही कर दी गई है। इसके साथ ही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद चन्द्र शेखर आजाद के बलिदान दिवस पर दुगडडा में आयोजित होने वाले शहीद मेले को विभागीय मेला सूची में शामिल कर दिया गया है।
लखुडियार चित्रित शैलाश्रय, ग्राम दिंगोली, अल्मोड़ा के सौन्दर्यीकरण, बग्वालीपोखर मे रामलीला मैदान का विस्तारीकरण चाहरदीवारी व मंच निर्माण, विधानसभा क्षेत्र खटीमा के नेपाल बार्डर पर आकर्षक भव्य गेट निर्माण, नौगवानाथ के गुरू गोरखनाथ के स्थान पर गुरू गोरखनाथ भव्य द्वार बनाये जाने के सम्बन्ध में कार्यवाही की जा रही है।
इस दौरान बैठक में सचिव अमित नेगी, प्रभारी सचिव एस.एन.पाण्डेय, अपर सचिव सोनिका तथा अतर सिंह, उप सचिव हीरा सिंह बसेड़ा, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

लोक कला एवं लोक संस्कृति को बढ़ावा दे रही सरकार-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखंड के कलाकारों के दल ने भेंट की। इस अवसर पर उत्तराखंड में लोक कला एवं लोक संस्कृति को बढ़ावा देने पर बातचीत हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक परम्परा को आगे बढ़ाने में कलाकारों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। किसी भी क्षेत्र की पहचान में वहां की लोक संस्कृति, बोली एवं लोक परम्परा का अहम योगदान होता है। जन चेतना से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर जागरूकता में हमारे कलाकार महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इस अवसर पर उत्तराखंड के कलाकारों के दल में कमल भंडारी, जितेंद्र पंवार, पदम गुसाईं, रवि गुसाईं एवं अन्य कलाकार मौजूद थे।

देवस्थानम बोर्ड पर उच्चस्तरीय समिति की रिपोर्ट सरकार को मिली

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सोमवार को सचिवालय में देवस्थानम बोर्ड के सम्बन्ध में गठित उच्चस्तरीय समिति के अध्यक्ष मनोहर कान्त ध्यानी ने भेंट की।
इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष मनोहर कान्त ध्यानी ने देवस्थानम बोर्ड के सम्बन्ध में उच्च स्तरीय समिति द्वारा तैयार की गई अन्तरिम रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी।
सूत्रों के अनुसार, रिपोर्ट में कई बिन्दुओं पर तीर्थ पुरोहित समाज व पंडा समाज से वार्ता के बाद संशोधन का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है। जिन बिन्दुओं पर आपत्ति है वे बिन्दुओं पर सरकार अब क्या एक्शन लेगी ये तो सरकार ही तय करेगी।

बलूनी ने भी दिए थे संकेत
तीर्थ पुरोहितों से जुड़े हुए कुछ पदाधिकारियों ने दिल्ली में राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी से भेट की थी। जिसके बाद तीर्थपुरोहितों की ओर से ये दावा किया गया था कि अनिल बलूनी ने देवस्थानम बोर्ड को भंग करने के संकेत दिये है। हालांकि सांसद की ओर से ऐसा कोई बयान नही आया था। सूत्र बतातें है कि चुनावी वर्ष में अब सरकार इसके नफा नुकसान का आंकलन करके ही आगे की रणनीति के तहत कार्य करेगी।

विस अध्यक्ष ने नीरजा देवभूमि चौरिटेबल ट्रस्ट को एक लाख रुपये देने की घोषणा की

नीरजा देवभूमि चौरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित कोरोना योद्धा सम्मान समारोह में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कोरोना काल के दौरान जिन लोगों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उन लोगों का सम्मानित किया। इस अवसर पर विस अध्यक्ष अग्रवाल ने ट्रस्ट को विधानसभा अध्यक्ष विवेकाधीन कोष से एक लाख रुपये देने की घोषणा की।
इस अवसर पर विस अध्यक्ष ने कहा है कि ट्रस्ट द्वारा जनहित के लिए सराहनीय कार्य किया जा रहा है। विस अध्यक्ष ने कहा है कि कोरोना काल के दौरान अनेक लोगों ने जान की बाजी लगाकर कोरोना पीड़ित लोगों की सहायता की और अनेक लोगों को कोविड-19 से बचाने का कार्य किया। उन्होंने कहा है कि इस दौरान शहर की स्वच्छता बनाने के लिए पर्यावरण मित्रों ने अथक प्रयास किया उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। चिकित्सक, पुलिसकर्मी एवं फ्रंटलाइन वर्कर ने कोरोना कॉल के दौरान पीड़ित लोगों की सहायता कर मानवता की मिसाल प्रस्तुत की।
विस अध्यक्ष ने कहा कि नीरजा देवभूमि चौरिटेबल ट्रस्ट द्वारा समय-समय पर स्वास्थ्य चिकित्सा एवं जरूरतमंदों को सहायता उपलब्ध कराने के कार्य किए जाते हैं। ट्रस्ट द्वारा कोरोना योद्धा सम्मान करना भी सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत 13 हजार से अधिक लोगों को कोरोना काल के दौरान राशन किट एवं हजारों लोगों को आर्थिक सहायता दी जबकि 61 हजार लोगों को मास्क व सैनिटाइजर का वितरण किया।
इस मौके पर हर्षवर्धन शर्मा, कुंवर सिंह रावत, पीडी रतूड़ी, पंकज गुप्ता, विनोद कुमार द्विवेदी, आरसी भट्ट, हरीश आनन्द, भावना, आयुषी, मनप्रीत छाबड़ा, मंजीत कौर, ललित मनचंदा, गीता मनचंदा, प्रधानाचार्य गोविंद सिंह रावत, जितेंद्र बिष्ट, मुकेश अग्रवाल अंजना सैनी, ज्योतिषचार्य दया कृष्ण, प्रधानाचार्य दून इंटर नेशनल पब्लिक स्कूल डॉ तनुजा पोखरियाल, अध्यापिका सीता रावत, नीरजा देवभूमि चौरिटेबल ट्रस्ट की संरक्षक कुसुम गोयल, संस्थापक सुश्री नीरजा गोयल, कोषाध्यक्ष सुश्री नूपुर गोयल, समाजसेवी पंकज गुप्ता, कुंवर सिंह रावत, मुकेश अग्रवाल, रंजन अंथवाल, नरेंद्र खुराना, आचार्य संतोष व्यास, कमल चतुर्वेदी, मीडिया प्रभारी दिवाकर मिश्रा आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सुनील थपलियाल ने किया ।

सीएम पीड़ितों से मिलकर उनकी परेशानियों को पूछकर समस्या दूर करने के दे रहे निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार पांचवें दिन आपदा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने पीड़ितों का हाल जाना। उनका दुःखदृदर्द साझा किया। हर इलाके में हुए नुकसान की जानकारी ली। प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। अपने हाथों से सहायता राशि के चेक वितरित किए। हर जनपद में अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें उचित दिशा निर्देश जारी किए। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर प्रभावित लोगों में भी आस जगी है।
17 व 18 अक्टूबर को अतिवृष्टि से आई आपदा के बाद मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी संकट झेल रही जनता के बीच लगातार मौजूद हैं। 19 अक्टूबर को मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन मंत्री डा. धन सिंह रावत के साथ रुद्रप्रयाग और फिर नैनीताल जिले से अपने दौरे की शुरुआत की। बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित गांवों का भ्रमण करते हुए उन्होंने आपदा से प्रभावित लोगों से मिलकर उनका हाल जाना और ढाढस बंधाया। पीड़ितों की आम जरूरतों को पूरा करने के निर्देश उन्होंने जिलाधिकारी व अधिकारियों को दिए। 20 अक्टूबर को मुख्यमंत्री ने हल्द्वानी, रुद्रपुर, किच्छा, खटीमा, काशीपुर आदि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। तीसरे दिन 21 अक्टूबर को मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के साथ आपदाग्रस्त क्षेत्रों का हवाई दौरा किया और अधिकारियों को दिशानिर्देश दिए। 22 अक्टूबर को मुख्यमंत्री ने सीमांत जनपद चमोली के आपदा प्रभावित गांव डूंगरी पहुंचकर आपदा पीड़ितों का हाल जाना। शनिवार को मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए चम्पावत, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और नैनीताल के दो दिवसीय दौरे पर रवाना हुए। दौरे के पहले दिन मुख्यमंत्री ने चंपावत और पिथौरागढ़ के आपदाग्रस्त गांवों में पहुंचकर सभी पीड़ितों से मुलाकात की। उनकी परेशानियां पूछीं और अधिकारियों को उनके समाधान के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आपदाग्रस्त क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं को तत्काल बहाल करने के निर्देश दिए।

विस अध्यक्ष को वाल्मीकि समाज ने पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया

ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत गुरुवार देर शांय महर्षि वाल्मीकि जयंती पर आईडीपीएल क्षेत्र में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इस मौके पर महर्षि बाल्मीकि की जय जयकार से क्षेत्र गूंज उठा। आईडीपीएल बाल्मीकि मंदिर से प्रारंभ हुई शोभा यात्रा पर जगह-जगह पुष्प वर्षा कर श्रद्धालुओं ने शोभायात्रा का स्वागत किया। इस अवसर पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल भी शोभायात्रा में शामिल हुए।
वाल्मीकि मंदिर आईडीपीएल से प्रारंभ हुई शोभायात्रा राम मंदिर, आईडीपीएल गेट, मीराबेन, बापूग्राम होते हुए नगर निगम शाखा कार्यालय पर संपन्न हुई। शोभायात्रा में महर्षि बाल्मीकि, लव कुश, राधा कृष्ण, बाबा भोलेनाथ, माता सबरी एवं हनुमान जी की झांकियां बैंड बाजे के साथ विभिन्न मार्गों से गुजरती हुई निकली, झांकी को देखने के लिए सड़क के दोनों और काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया।
शोभायात्रा में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल का बाल्मीकि समाज द्वारा पगड़ी पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया। साथ ही महर्षि बाल्मीकि का चित्र भी उन्हें भेंट किया गया। इस दौरान कई सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं अखाड़ा कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि महर्षि बाल्मीकि ने रामायण जैसे महान धार्मिक ग्रंथ की रचना की वह पूरे समाज के लिए पूजनीय हैं। विस अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा कि हमें महर्षि बाल्मीकि द्वारा बताए गए मार्ग पर चलकर श्रीराम के आदर्शों को अपनाना होगा। विस अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने पूरे संसार को संदेश दिया था कि मनुष्य की इच्छाशक्ति उसके साथ हो तो बड़ा काम भी आसान हो जाता है। महर्षि वाल्मीकि श्लोक के जन्मदाता थे उन्होंने ही संस्कृत का प्रथम श्लोक लिखा था। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मनुष्य जाति, धर्म, क्षेत्र से नहीं बल्कि कर्मों से महान बनता है।
इस अवसर पर भाजपा के अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुभाष बाल्मीकि, बाल्मीकि समाज के अध्यक्ष सुरेश, बाल्मीकि जयंती के अध्यक्ष सनी, रविंद्र राणा, नरेश कुमार, आत्माराम, दिनेश, अनिल खन्ना, महिपाल, मंडल महामंत्री सुमन, निखिल, पार्षद रश्मि देवी, हेमा, नरेश, चंचल, राहुल, राकेश, राजीव, निखिल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

जरूरतमंद लोगों को कपड़े, खाद्य सामग्री और आवश्यक वितरित की

खुशियां संस्था एवं सिंधी लेडीज क्लब ने संयुक्तरुप से श्री चंद्रेश्वर महादेव मंदिर के प्रांगण में कैम्प का आयोजन किया। कैंप के माध्यम से दोनों संस्थाओं ने जरूरतमंद लोगों को कपड़े, खाद्य सामग्री एवं आवश्यक वितरित की। इस दौरान आसपास क्षेत्र के जरुरतमंद लोगों ने कैंप का लाभ उठाया।
इस अवसर पर खुशियां संस्था की अध्यक्षा नीलम मिश्रा, सिंधी लेडीज क्लब की अध्यक्षा भावना सिंधी, सीमा रानी ,माया चंदानी, मोहिनी अरोड़ा, सीमा खत्री, तारा शाह, ज्योति डे, निर्मला, बलराम शाह, तृप्ता, अंशुल आदि लोग उपस्थित रहे।

लोक संस्कृति और लोक कलाकार हमारी पहचान है-मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नालापानी चौक में प्रीतम भरतवाण जागर ढोल सागर इंटर नेशनल अकादमी का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अकादमी को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की ताकि इस अकादमी के माध्यम से हमारी संस्कृति को संरक्षित करने हेतु प्रयास सफल हो सके। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लोक कलाकारों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा की लोक संस्कृति हमारी पहचान है, हमें नहीं भूलना चाहिए की हमारी जड़े कहां है। जड़े कट जाए तो हरा भरा पेड़ भी धीरे धीरे सुख जाता है। जड़ सुरक्षित रहेगी तो पेड़ भी सुरक्षित रहेगा, इसी तरह हमारी संस्कृति सुरक्षित रहेगी तो हम भी सुरक्षित रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी संस्कृति को संरक्षित रखने हेतु हम सबको अपने अपने स्तर से प्रयास करना होगा। इस क्षेत्र में पद्मश्री प्रीतम भरतवाण का यह प्रयास निश्चित रूप से सराहनीय है।
मुख्यमंत्री ने कहा की आज हमने एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है, उत्तराखण्ड राज्य, पूर्ण रूप से पात्र लाभार्थियों को कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम डोज लगाये जाने वाला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री ने कहा की सभी प्रदेशवासियों इसके लिये बधाई के पात्र हैं। नियत समय से पहले ही इस लक्ष्य को पूरा कर लिया गया है। इसमें स्वास्थ्य, पुलिस विभागों सहित अन्य विभागों के कार्मिकों, विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं, मीडिया और सभी प्रदेशवासियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पहली डोज लेने वाले लोगों से दूसरी डोज भी समय पर लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि जैसे ही 18 वर्ष से कम आयु वालों के लिए वैक्सीनेशन की अनुमति मिलेगी, राज्य सरकार इनका वैक्सीनेशन भी जल्द करवाने का प्रयास करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पूरी दुनिया में भारत का मान सम्मान बढा है। शक्तिशाली, गौरवशाली भारत के रूप मे देश आगे बढ रहा है। अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक शासन प्रशासन पहुंचे और विकास का लाभ मिले, इस पर काम किया जा रहा है।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने प्रसिद्ध जागर गायक पद्मश्री प्रीतम भरतवाण को बधाई देते हुए कहा की लोक संस्कृति को संरक्षित करने का उनका यह प्रयास सराहनीय है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, प्रसिद्ध जागर गायक पद्मश्री प्रीतम भरतवाण, चार धाम अस्पताल के एमडी डॉ. केपी जोशी, शेर दास विद्वान, संजय कुमोला, गजेंद्र नौटियाल, प्रेम सिंह पयाल आदि गणमान्य उपस्थित थे।

अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिले-धामी

रामनगरी अयोध्या में प्रवास के दूसरे दिन उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ’दिल्ली सेवा धाम ट्रस्ट’ की प्रस्तावित धर्मशाला के शिलान्यास पूजन कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर मंत्रोच्चार के साथ हवन यज्ञ में आहूति दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मशाला के निर्माण के बाद रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आने वाले देश और दुनिया के रामभक्तों को विश्व स्तरीय आवासीय सुविधा मिलेगी। इससे पूर्व उन्होंने जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास से मिलकर उनका हाल जाना और आशीर्वाद लिया।
धर्मशाला के शिलान्यास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो चुका है। मंदिर को दिव्य और भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। मंदिर निर्माण से अयोध्या पूरी दुनिया के लिए एक धार्मिक केन्द्र बन जाएगा। उसके बाद यहां रामभक्तों और श्रद्धालुओं की आवाजाही और अधिक बढ़ जाएगी। यहां श्रद्धालुओं को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए सामाजिक संगठनों को भी सामने आना चाहिए। उन्होंने कहा कि रामभक्तों को अयोध्या में ठहरने के लिए उच्चस्तरीय सुविधा मुहैया करवाने के लिए ’दिल्ली सेवा धाम ट्रस्ट’ भव्य धर्मशाला का निर्माण कर रहा है। आगे चलकर यह धर्मशाला एक धरोहर बनने के साथ ही स्थानीय लोगों और रामभक्तों के लिए बहुपयोगी साबित होगी।
इससे पहले सुबह के वक्त मुख्यमंत्री ने मणिराम दास की छावनी पहुंचकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के पैर छूकर आशीर्वाद लिया और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। महंत नृत्य गोपाल दास ने मुख्यमंत्री को रामनामा भेंट कर आशीर्वाद दिया।
इस मौके पर सांसद लल्लू सिंह, विहिप के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज, प्रांतीय प्रवक्ता शरद शर्मा व अन्य लोग भी मौजूद रहे।