कोविड वैक्सीनेशन में केन्द्र ने दिया पूरा सहयोग-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्यमंत्री आवास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों को संबोधित मन की बात को सुना। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, गणेश जोशी, डॉ. धन सिंह रावत, स्वामी यतीश्वरानंद एवं मेयर सुनील उनियाल गामा भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में उत्तराखंड में शत प्रतिशत कोविड टीकाकरण की प्रथम डोज लगाने पर उत्तराखंड सरकार की सराहना की। मन की बात के दौरान प्रधानमंत्री ने बागेश्वर जनपद की हेल्थ वर्कर पूनम नौटियाल से बात की। पूनम नौटियाल ने कहा कि हमने अपने क्षेत्र में लोगों को कोविड टीकाकरण के लिए प्रेरित किया। एक दिन में पर्वतीय क्षेत्रों में 8 से 10 किमी की दूरी तय कर कोविड टीकाकरण किया। बुजुर्गों, दिव्यांगों एवं धात्री महिलाओं का उनके घरों पर जाकर टीकाकरण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूनम नौटियाल के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कि उन्होंने आउट ऑफ द वे जाकर लोगों का टीकाकरण किया।
मन की बात कार्यक्रम को सुनने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मन की बात हम सभी को देशहित और समाज हित में सोचने और काम करने के लिए प्रेरित करती है। प्रधानमंत्री ने एक अभिभावक की तरह मार्गदर्शन किया। उनका सक्षम नेतृत्व ही था कि ’सबको वैक्सीन मुफ्त वैक्सीन’ अभियान से देश, 100 करोङ वैक्सीनैशन डोज का पङाव पार कर चुका है। आज देश एक नये उत्साह और ऊर्जा से आगे बढ रहा ही। आज भारत ने कोविड वैक्सीनैशन में दुनिया को राह दिखाई है। निस्संदेह इसमें हमारे हेल्थ वर्कर्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। कोविड वारियर्स की दिन रात की मेहनत से ही हम कोविड से बाहर निकल रहे हैं। परंतु हमें अभी भी सावधानी रखनी है। हम उत्तराखण्डवासियों के लिए सम्मान की बात है कि प्रधानमंत्री ने राज्य की हेल्थ वर्कर पूनम नौटियाल से बात की। उत्तराखण्ड के हेल्थ वर्कर्स का जज्बा ही है कि दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखण्ड में 100 प्रतिशत पहली डोज का लक्ष्य पूरा किया जा चुका है। हम जल्द ही शतप्रतिशत सेकेंड डोज का लक्ष्य भी हासिल करेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोकल फॉर लोकल का जो मंत्र दिया है, हम सबको मिलकर इसे साकार करना है। त्योहारों का सीजन चल रह है, इस दौरान हमें स्थानीय उत्पादों को अधिक से अधिक बढ़ावा देना है। वोकल फॉर लोकल का उद्देश्य स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही स्थानीय लोगों की आमदनी को बढ़ाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता के लिए हम सभी को अपनी दिनचर्या का अंग मानकर प्रयास करने होंगे। अपने घरों के साथ ही आसपास के क्षेत्रों में भी स्वच्छता पर ध्यान देना होगा। आइये, हम संकल्प लें कि स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढाते हुए हम सब मिलकर अपने देश को पूरी तरह स्वच्छ बनाएंगे और स्वच्छ रखेंगे।
मुख्यमंत्री ने मन की बात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने वाली बागेश्वर जनपद की पूनम नौटियाल से फोन से वार्ता कर उनके सराहनीय कार्य के लिए बधाई दी।

केन्द्रीय पर्यटन एवं रक्षा राज्य मंत्री से मिले विस अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने दिल्ली में केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट से मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने उत्तराखंड में पर्यटन एवं तीर्थाटन के विकास पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि पर्यटन गतिविधियों को और बढ़ाने से राज्य का आर्थिक विकास संभव है।
विस अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड सैन्य बहुल और पर्यटन प्रदेश है। कोविड के चलते पर्यटन गतिविधियों पर असर पड़ा है। हालांकि अभी कुछ स्थितियां सुधरनी शुरू हो गईं हैं। पर्यटन ही उत्तराखंड की आर्थिकी की रीढ़ है। लिहाजा पर्यटन के क्षेत्र में केंद्रीय योजनाओं का प्रदेश को भरपूर लाभ मिलना चाहिये। दोनों नेताओं के बीच प्रदेश में पर्यटन एवं तीर्थाटन गतिविधियों को बढ़ाने को लेकर बातचीत हुई। वहीं, केन्द्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि राज्य में नए पर्यटन स्थलों को चयनित करने सहित पर्यटन विकास की अन्य संभावनाओं को तलाशा जा रहा है। राज्य के पर्यटन विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इसके बाद विस अध्यक्ष ने दिल्ली में ही पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद रमेश पोखरियाल निशंक से भी मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना। उन्होंने बताया कि दोनों के बीच उत्तराखंड के विकास को लेकर वार्ता हुई।

सीएम धामी ने पुलिस कर्मियों की 4600 ग्रेड पे मांग पूरी की

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को पुलिस लाईन, देहरादून में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर शहीद स्मारक पर पुलिस एवं अर्द्ध सैन्य बलों के शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उत्तराखण्ड के शहीद पुलिस जवानों के परिजनों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु पुरस्कार धनराशि में वृद्धि किये जाने, शहीद पुलिस कर्मियों के नाम पर स्कूल/सड़क का नामकरण किये जाने, पुलिस विभाग के प्रशिक्षण केन्द्रों में अतिथि वार्ताकारों के मानदेय में उत्तराखण्ड प्रशासनिक अकादमी नैनीताल की भाँति वृद्धि करने, देहरादून में राज्य पुलिस संग्रहालय/मेमोरियल की स्थापना करने के साथ ही 2001 बैच के पुलिस आरक्षियों को 4600 ग्रेड पे दिये जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा व कानून व्यवस्था बनाए रखने का उत्तरदायित्व राज्यों की पुलिस बल व अर्द्धसैनिक बलों का है। अपने इस उत्तरदायित्व को निभाते हुए पुलिस कर्मी अपने जीवन की आहुति को भी तत्पर रहते हैं। अपने कर्तव्य पालन के दौरान प्राणों की आहुति देने वाले ये पुलिस कर्मी हम सब के लिए प्रेरणा के स्रोत है। सम्पूर्ण भारतवासी अपने शहीद पुलिस कर्मियों व अर्द्ध सैनिक बलों को हार्दिक श्रद्धांजलि देते हुए नतमस्तक हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के दिन हम इन पुलिस कर्मियों के परिजनों के प्रति भी अपनी हार्दिक संवेदनाएं प्रकट करते हैं। आज पूरा विश्व आतंकवाद और कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है। उत्तराखण्ड पुलिस के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा अपनी जान की परवाह किए बिना कोविड-19 महामारी के नियंत्रण में सराहनीय कार्य किया। जिसमें पुलिस के बहुत से अधिकारी और कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 13 पुलिस कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित होने से मृत्यु को प्राप्त हुए हैं। उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा कोविड-19 महामारी के नियंत्रण में किये जा रहे सराहनीय कार्य के अंर्तगत पुलिस विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मी से निरीक्षक स्तर तक के कार्मिकों को 10,000 रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत एक वर्ष में सम्पूर्ण भारत में कुल 377 अर्द्ध सैनिक बलों एवं विभिन्न राज्यों के पुलिस कर्मी शहीद हुए। जिसमें उत्तराखण्ड पुलिस के 3 वीर सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। उत्तराखण्ड राज्य की अन्तर्राष्ट्रीय सीमायें नेपाल, चीन एवं अन्तर्राज्जीय सीमायें हिमाचल प्रदेश व उत्तर प्रदेश से मिलती है। यह प्रदेश भौगोलिक एवं सामरिक महत्व के दृष्टिगत राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अत्यन्त संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण है। उत्तराखण्ड पुलिस के समक्ष कई चुनौतियां हैं, जिनमें बड़े त्यौहार, चारधाम यात्रा, आपदा, भूस्खलन, कांवड़ यात्रा आदि हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस कर्मी वर्दीधारी संगठन में होने के कारण अनुशासन में बंधे रहते हैं। कठोर एंव विपरीत परिस्थितियों में चुनौतीपूर्ण कार्यों का निवर्हन करते हैं। प्रदेश के विकास एवं शान्ति व कानून व्यवस्था बनाये रखने में राज्य पुलिस बल की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रदेश शासन पुलिस कर्मियों को अपने दायित्यों का निर्वहन करने हेतु उनकी कल्याणकारी योजनाओं/सुविधाओं पर विशेष ध्यान रख रहा है। स्मार्ट पुलिस बनाने का जो विजन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का है, उसको पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी ने पुलिस के लिए ठीक ही कहा हैः-’’अपनों के लिए हर वादे तोड़ के आया हूँ, मैं खाकी हूँ….आपके लिए अपनों को रोता छोड़ के आया हूँ’’।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, गणेश जोशी, मेयर देहरादून सुनील उनियाल गामा, विधायक हरवंश कपूर, खजान दास, कुंवर प्रणव सिंह चेम्पियन, विनोद चमोली, सांसद नरेश बंसल, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.सन्धू, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द वर्धन, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन, सचिव डॉ. रणजीत सिन्हा ने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार ने राहत व बचाव कार्य बेहतर ढंग से चलाया-अमित शाह

केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने प्रदेश के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर हालात का जायजा लिया। उनके साथ राज्यपाल उत्तराखण्ड ले.ज. (से.नि.) गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, उत्तराखण्ड के आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ धन सिंह रावत व राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी भी थे।
इसके बाद राज्य अतिथि गृह, जौलीग्रांट में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में आपदा की स्थिति और संचालित राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार देवभूमि की हर सम्भव सहायता करेगी। भविष्य में और बेहतर आपदा प्रबंधन के लिए क्या किया जा सकता है, राज्य सरकार इस संबंध में अपने सुझाव भेजे। आपदाग्रस्त व जलभराव वाले क्षेत्रों में मेडिकल टीमें भेजी जाएं ताकि किसी तरह की बीमारियों को फैलने से रोका जा सके। क्षतिग्रस्त बिजली लाईनों को पूरी तरह जल्द से जल्द ठीक की जाए। केंद्रीय व राज्य की एजेंसियों में बेहतर समन्वय देखने को मिला, इसे इसी प्रकार बनाए रखा जाए। बैठक में केन्द्रीय गृह मंत्री के समक्ष प्रस्तुतिकरण देते हुए बताया गया कि भारी बारिश का अलर्ट मिलने के तत्काल बाद मुख्यमंत्री स्तर पर समीक्षा की गई। तुरंत इन्सीडेंस रेस्पोंस सिस्टम को राज्य व जिला स्तर पर सक्रिय कर दिया गया। एहतियातन तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर रोक लिया गया। साथ ही स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित कर दिया गया। विभिन्न माध्यमों से यात्रियों और जनसाधारण को भी अलर्ट किया गया। ट्रैकर्स को भी अलर्ट किया गया। नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर रखी गई और आवश्यक कदम उठाए गए। आईएमडी के अनुसार सामान्य रूप से 1.1 मिमि बारिश होती है जबकि अभी 122.4 मिमि बारिश हुई। इन दो दिनों में सभी जगह रिकार्ड बारिश हुई। परंतु सही समय पर अलर्ट और तदनुसार एहतियात कदम उठाने से हानि को कम किया जा सका। प्रदेश में इस समय एनडीआरएफ की 17 टीमें तैनात हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र से मिले सहयोग पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सेना, एनडीआरएफ, सीडब्ल्यूसी, बीआरओ के साथ मिलकर राज्य सरकार आपदा की तीव्रता को कम कर सकी। लोगों को अधिक से अधिक राहत पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। चारों धाम की यात्रा शुरू की जा चुकी है।
बैठक में केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, उत्तराखण्ड के आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ धन सिंह रावत, मुख्य सचिव डॉ एस एस संधु, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, डीजीपी अशोक कुमार, प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, सचिव एस ए मुरूगेशन, डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम, डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल उपस्थित थे। बैठक में भारत सरकार के अधिकारी भी उपस्थित थे।
बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस संकट की स्थिति में भारत सरकार हर तरीके से देवभूमि के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बहुत अच्छे से काम किया है। इस कारण से कम नुकसान हुआ है। आने वाले दिनों में भी इसी प्रकार का समन्वय रहेगा।
अमित शाह ने कहा कि दो घंटे के हवाई निरीक्षण और समीक्षा बैठक में स्थिति का जायजा लिया। यह बात स्पष्ट है कि भारत सरकार द्वारा सही समय पर अलर्ट करने से नुकसान को कम किया जा सका। 24 घंटे पहले चेतावनी मिलने से मुख्यमंत्री ने पूरे सिस्टम को एक्टिवेट किया। लोगों को भी अलर्ट कर दिया गया। चारधाम यात्रियों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया। इसी का परिणाम है कि अभी तक चारधाम यात्रियों में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। यात्रा अब शुरू भी कर दी गई है। सभी एजेंसियां समय पर सक्रिय हो गई थी। प्रधानमंत्री जी ने मुख्यमंत्री से बात कर समय पर राज्य को हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराए। भारत सरकार से हर सम्भव सहयोग दिया जा रहा है। सेंटर वाटर कमीशन और सिंचाई विभाग में अच्छा समन्वय रहा। अभी तक 64 दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हुई हैं। कुछ लोग लापता हैं। ज्यादातर सड़कें खुल गई हैं। पेयजल, बिजली, टेलीफोन नेटवर्क की आपूर्ति भी काफी बहाल कर दी गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने राहत व बचाव कार्य बहुत अच्छे से चलाया। इससे बहुत सी जानों को बचाया जा सका। 3500 लोगो को रेस्क्यू किया गया जबकि 16 हजार लोगों को एहतियातन सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। एनडीआरएफ की 17 टीमें, एसडीआरएफ की 60 टीमें, पीएसी की 15 कम्पनियां और पुलिस के 5 हजार जवान आज भी बचाव व राहत में लगे हैं। जल्द ही सामान्य स्थिति हो जाएगी। नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। वास्तविक नुकसान का आंकलन पूरे सर्वे के बाद हो पाएगा। वैसे डिजास्टर फंड में उत्तराखण्ड को पहले से ही 250 करोड़ रुपए की राशि दी गई है। इससे काम किया जा रहा है।

राष्ट्रीय स्तर पर चयनित होने वाले खिलाड़ियों को विस अध्यक्ष ने किया सम्मानित

ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत टीएचडीसी के परिसर में स्पेशल ओलंपिक भारत उत्तराखंड के तहत दो दिवसीय राज्य स्तरीय चयन शिविर के समापन दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने अध्यक्ष विवेकाधीन कोष से शिविर में प्रतिभाग करने वाले 59 बच्चों को दो- दो हज़ार एवं 15 कोचों को भी दो-दो हज़ार रुपये देने की घोषणा की साथ ही राज्य स्तरीय चयन शिविर का आयोजन करने वाली सूर्यकिरण वेलफेयर सोसाइटी को भी एक लाख रुपये देने की घोषणा की।
टीएचडीसी परिसर के सामुदायिक भवन में आयोजित दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए राज्य स्तरीय चयन शिविर के समापन अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय स्तर पर चयनित होने वाले खिलाड़ियों को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया।
बता दें कि स्पेशल ओलंपिक भारत उत्तराखंड के तहत राज्य स्तरीय चयन शिविर का आयोजन उत्तराखंड में पहली बार हुआ है जिसमें उत्तराखंड राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से दिव्यांग खिलाड़ियों ने हैंडबॉल, टेबल टेनिस, पावर लिफ्टिंग, बैडमिंटन, वॉलीबॉल एवं स्केटिंग जैसी खेल प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया, इन खेल प्रतियोगिताओं में 50 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया जिनमें 12 बालिका एथलीट एवं 38 बालक एथलीट सम्मिलित हुए साथ ही 15 कोच, 15 स्वयंसेवी एवं 10 खेल विशेषज्ञ भी राज्य स्तरीय चयन शिविर का हिस्सा बने।आयोजन समिति ने बताया कि 30 स्पेशल खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए चयनित किए गए हैं।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि स्पेशल ओलंपिक भारत उत्तराखंड के तहत राज्य स्तरीय चयन शिविर का आयोजन कर स्पेशल खिलाड़ियों को समाज की सामान्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। श्री अग्रवाल ने आयोजको का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस प्रकार के खेल शिविर का आयोजन करने से दिव्यांग खिलाड़ियों को भी आगे आने का मौका मिलेगा।
विस अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा कि भारत के खिलाड़ियों द्वारा ओलंपिक एवं पैरा ओलंपिक में कई मेडल अपने नाम किए एवं भारत का नाम विश्व में रोशन किया है। उन्होंने कहा कि स्पेशल खिलाड़ियों के प्रदर्शन से अन्य युवाओं को भी खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रेरणा मिलेगी श्री अग्रवाल ने कहा कि उत्तराखंड सरकार खेल एवं खिलाड़ियों के लिए संकल्पित है एवं खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह दिनेश सेमवाल, पूर्व प्रधानाचार्य डीबीपीएस रावत, वरिष्ठ खेल कोच डीपी रतूड़ी, नगर निगम पार्षद राजेंद्र सिंह बिष्ट, पैरा ओलंपिक खिलाड़ी नीरजा गोयल, खेल कोच नागेश राजपूत, मंडल अध्यक्ष गणेश रावत, समाज सेवी राजेश भट्ट, सरदार निरपाल सिंह, दिनेश पैन्यूली, रंजन अन्थवाल, सुनील थपलियाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य अमर खत्री सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

पीएम ने सीएम को आपदा में हर संभव मदद का आश्वासन दिया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज दूरभाष पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उत्तराखण्ड में अतिवृष्टि से हुए नुकसान और संचालित बचाव व राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने प्रदेश को हर आवश्यक सहयोग दिये जाने के प्रति आश्वस्त किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को वस्तुस्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में कुछ स्थानों पर नुकसान हुआ है। शासन प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।

पीएम ने वैक्सीन अभियान को सफल बनाने में जन भागीदारी को बताया अहम

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य के सभी पूर्ण रूप से पात्र लाभार्थियों को कोविड-19 की प्रथम डोज लगाये जाने पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट के माध्यम से प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि कोविड के खिलाफ देश की लड़ाई में उत्तराखण्ड की यह उपलब्धि अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि वैश्विक महामारी से लड़ने मे हमारा वेक्सिनेशन अभियान सबसे अधिक प्रभावी साबित होने वाला है, इसमें जन जन की भागीदारी अहम है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड पूर्ण रूप से पात्र लाभार्थियों को कोविड-19 की वैक्सीन की प्रथम डोज लगाने वाला राज्य बन गया है, इसके लिये मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को भी बधाई दी है।

हरक को जिम्मेदारी, एक तीर से दो निशाने साधने की रणनीति

शनिवार को कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ ने दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। उनके दिल्ली दौरे के बाद उत्तराखंड की सियासत गरमा गई है। इस मुलाकात में राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी भी मौजूद रहे।
आज इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे है। यह चर्चा भी हो रही है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व हरक सिंह को अहम जिम्मेदारी सौंप सकता है और इसीलिए शनिवार को उन्हें विधायक उमेश शर्मा काऊ के साथ दिल्ली बुलाया गया है। वहीं चर्चाएं ये भी हैं कि हरक सिंह रावत ने दिल्ली में केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर विधायक काऊ को मंत्री बनाए जाने की पैरवी की है।
कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि नड्डा और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी व राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी से शिष्टाचार भेंट थी। पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे के कांग्रेस में जाने के बाद बदली राजनीतिक परिस्थितियों पर राष्ट्रीय अध्यक्ष से बातचीत हुई। रावत के मुताबिक, गढ़वाल और कुमाऊं मंडल की एक-एक सीट पर चर्चा हुई और अगले दो महीनों के दौरान पार्टी की क्या रणनीति हो सकती है, इस पर विचार हुआ। भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष या चुनाव अभियान समिति की जिम्मेदारी देने की संभावना से उन्होंने इंकार किया है।

सूत्र-ये सिर्फ एक मुलाकात नही
जब से हरक सिंह रावत ने राज्य की 40 विधानसभा क्षेत्रों में प्रभाव होने और अगला चुनाव नही लड़ने की बात कही है। तब से भाजपा हाईकमान गंभीर हो गया है। सूत्रों की मानें तो भाजपा शीर्ष नेतृत्व धामी की राह आसान बनाना चाहता है। इस लिए चुनाव में आक्रामक भमिका निभाने वाला नेता की तलाश हो रही है। जब से कांग्रेस से आए नेताओं की घर वापसी शुरु हुई है तो भाजपा हाईकमान सतर्क हो गया है और उसे हरक सिंह रावत के रुप में एक दमदार नेता दिखने लगा है। बरहाल भाजपा और हरक सिंह एक दूसरे की मजबूरी भी है। एक ओर हरीश रावत अपनी वीटो लगाकर बागी नेताओं की घर वापसी रोकना चाहते है वहीं, हरक भी राष्ट्रीय राजनीति में जाना चाहते है।
अब भाजपा हाईकमान को हरक सिंह के रुप में कांग्रेस से आए नेताओं को रोकने में सक्षम चेहरा नजर आ रहा है तो वहीं, हरीश रावत की काठ के रुप में भी दमदार चेहरा नजर आ रहा है। भाजपा हाईकमान फिर से एक बार चौकंाने वाला फैसला लेकर हरक सिंह को नई और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे सकता है।

मेरा और मेरी पार्टी का एजेंडा राज्य का विकास करना है-धामी

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को छोड़कर राज्य में अन्य सभी पार्टियों का एजेंडा केवल चुनाव है और वह प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए ईमानदारी से काम कर रहे हैं। धामी ने एक न्युज एजेंसी को दिए साक्षात्कार कहा, भाजपा को छोड़कर सभी पार्टियां उत्तराखंड में चुनाव के लिए काम कर रही हैं। ये साढ़े चार साल गायब रहती हैं और अंत में चुनाव के समय आकर अपनी घोषणाएं करना शुरू कर देती हैं, इसलिए उनका एजेंडा केवल चुनाव है। उन्होंने कहा, हमारा एजेंडा केवल चुनाव नहीं है। हम प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए ईमानदारी से काम कर रहे हैं। (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी ने हमें विजन-2025 दिया है। जब 2025 में राज्य 25 वर्ष का होगा, तब यह हर क्षेत्र में आगे होगा और हिंदुस्तान का एक आदर्श राज्य होगा। उन्होंने (मोदी ने) स्वयं कहा है और वह इसके लिए प्रयासरत हैं। हम इसे साकार बनाने के लिए प्रयासरत हैं। इसके लिए हम सभी का आशीर्वाद चाहते हैं, जो मिल भी रहा है।
दलित नेता यशपाल आर्य के भाजपा छोड़कर कांग्रेस में जाने के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे भाजपा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, हमारी पार्टी एक लोकतांत्रिक और संगठन आधारित पार्टी है। हमारी पार्टी देश प्रथम, पार्टी द्वितीय और व्यक्ति अंतिम के सिद्धांत पर काम करती है और हमारा लक्ष्य प्रदेश को आगे बढाना है। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता इस आधार पर काम नहीं करते कि कौन आता है और कौन जाता है तथा वे इस आधार पर काम करते हैं कि देश और प्रदेश के लिए क्या अच्छा है।
कांग्रेस के दल-बदल को बढ़ावा नहीं देने, लेकिन भाजपा की ऐसी गतिविधियों का जवाब देने से न चूकने संबंधी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए धामी ने कहा, श्श्एक तरफ हरीश रावत कहते हैं कि हम दल-बदल को बढ़ावा नहीं देंगे और दूसरी तरफ वह ऐसा कर भी रहे हैं। कांग्रेस महासचिव रावत ने कहा था कि कांग्रेस दल-बदल को बढ़ावा नहीं देती और उत्तराखंड के लिए इसे अशुभ मानती है लेकिन अगर भाजपा दल-बदल की गेंद से हमारे साथ खेलेगी, तो हम भी चूकेंगे नहीं।
धामी ने कहा, यदि लोग उनकी पसंद के हैं तो वे कहते हैं कि आ जाइए और पसंद के नहीं हैं तो उनके लिए अपने मानक बना देते हैं। किसान आंदोलन के कारण चुनावों में भाजपा को नुकसान पहुंचने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर धामी ने सीधा जवाब नहीं दिया और कहा कि वह एक सैनिक परिवार के होने के साथ ही स्वयं एक किसान भी हैं। उन्होंने कहा, सभी किसान हमारे भाई हैं और हम आपस में मिलते-जुलते और बात करते रहते हैं। हम एक परिवार है। चुनाव एक अलग विषय है। मैं उनके बीच से हूं और मुझे लगता है कि वे ऐसा सोचेंगे भी नहीं।
चारधाम प्रबंधन देवस्थानम बोर्ड को भंग किए जाने को लेकर पुरोहितों के आंदोलन के बारे में धामी ने कहा कि वह स्वयं सबसे बात कर रहे हैं और इस संबंध में वरिष्ठ भाजपा नेता मनोहर कांत ध्यानी की अध्यक्षता में बनी समिति सभी पक्षों को सुनकर नवंबर तक अपनी रिपोर्ट दे देगी। पलायन के मुददे पर धामी ने कहा कि वन अनुसंधान संस्थान के पूर्व निदेशक एस एस नेगी की अध्यक्षता में बने पलायन आयोग ने इस पर काम किया है और कई रिपोर्ट तैयार की हैं। उन्होंने कहा, हम पलायन रोकने के लिए स्वरोजगार जैसी योजनाएं लाकर नए सिरे से काम कर रहे हैं ताकि लोगों को काम मिले, उनकी आजीविका चल सके।
अपने 100 दिन के कार्यकाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी कोशिश रही है कि नौकरशाही सही से काम करे और लोगों की समस्याओं का निस्तारण हो। उन्होंने कहा कि घोषणाएं करने से पहले उन्होंने संबंधित विभागों से आकलन कराया और उसके बाद वित्त विभाग से परामर्श लिया, जिससे उनके लाभ लोगों को जल्द मिलने लगे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से ज्यादा प्रभावित हुए पर्यटन, स्वास्थ्य, परिवहन और सांस्कृतिक क्षेत्रों के लिए उन्होंने पैकेज घोषित किए।
धामी ने भरोसा जताया कि चुनाव के परिणाम भाजपा के अनुकूल रहेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के केंद्र में आने के बाद से उत्तराखंड के लिए ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन, चारधाम आल वेदर रोड, हवाई संपर्क, भारत माला परियोजना और भव्य केदारपुरी निर्माण, 250 करोड़ रुपए के बदरीनाथ मास्टर प्लान सहित चारों धामों के लिए 700 करोड़ रुपए से ज्यादा के काम समेत कई ऐतिहासिक कार्य हुए हैं और इसका लाभ भाजपा को मिलेगा।

सिंघु बॉर्डर पर युवक की हत्या होने पर जांच को गई पुलिस को रोका

सिंघु बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास एक युवक लखबीर सिंह की निर्मम हत्या कर शव बैरिकेड्स से लटकाने की घटना की संयुक्त किसान मोर्चा (ैज्ञड) ने निंदा करते हुए इसे एक बड़ी साजिश बताया है। किसान मोर्चा के नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने शुक्रवार को कहा कि हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि इस घटना के दोनों पक्षों, निहंग समूह और मृतक का एसकेएम के साथ कोई संबंध नहीं है। मोर्चा किसी भी धर्म और प्रतीक की बेअदबी के खिलाफ है। किसान नेता ने कहा कि मोर्चा को धार्मिक मुद्दा बनाने की कोशिश की जा रही है, यह एक साजिश लगती है, इसकी जांच होनी चाहिए। दल्लेवाल ने कहा कि जब हम मौके पर पहुंचे तो कुछ लोग कह रहे थे कि मृतक (लखबीर सिंह) ने मरने से पहले स्वीकार किया था कि उसे किसी ने भेजा है और 30 हजार रुपये दिए हैं। इसका वीडियो प्रूफ मेरे पास नहीं है। सरकार को इस मामले की गहनता से जांच करनी चाहिए।
बताया जा रहा है कि मृतक की पहचान पंजाब के तरनतारन जिले के चीमा खुर्द गांव निवासी लखबीर सिंह (35 वर्षीय) के रूप में हुई है। पेशे मजदूर लखबीर अनुसूचित जाति से संबंध रखता था। एडीजीपी (रोहतक) संदीप खिरवार ने कहा कि लखबीर सिंह की हत्या के मामले में हमने आईपीसी की धारा 302/34 के तहत एफआईआर दर्ज की है। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच कर ली है, मृतक का पोस्टमॉर्टम शुरू हो गया है। हम इंटेलिजेंस इनपुट भी इकट्ठा कर रहे हैं और हमारे पास कुछ संदिग्धों के नाम भी हैं। जल्द ही आगे की कार्रवाई करेंगे।

बेरहमी से मारा, बैरिकेड से बांधा
सोनीपत जिले के कुंडली में किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास शुक्रवार को एक अज्ञात व्यक्ति का शव बैरिकेड से बंधा हुआ मिला। शव का एक हाथ कटा हुआ था। सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में कुछ निहंगों को जमीन पर खून से लथपथ पड़े एक व्यक्ति के पास खड़े हुए देखा गया और उसका बायां हाथ कटा हुआ था। निहंगों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मृतक को सिखों की पवित्र किताब गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के लिए सजा दी गई है।
पुलिस ने बताया कि मृतक लखबीर सिंह को पंजाब के तरण तारण का एक मजदूर बताया गया है और उसकी आयु 35 वर्ष के आसपास है। उसका शव एक बैरिकेड से बंधा हुआ मिला जो केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 10 महीनों से आंदोलन कर रहे किसानों द्वारा बनाए एक मंच के पास स्थित है। किसानों का प्रदर्शन स्थल सिंघु में दिल्ली-हरियाणा सीमा के पास स्थित है।
सोनीपत पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कुंडली पुलिस थाने को सुबह पांच बजे सूचना मिली कि किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास एक शव मिला है। उन्होंने बताया कि मृतक के शरीर पर केवल पायजामा था। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सोनीपत सिविल अस्पताल भेजा गया है।
पुलिस ने इस संबंध में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और दोषियों का पता लगाने के लिए जांच चल रही है। पुलिस घटना के संबंध में प्रदर्शन स्थल के पास लोगों से पूछताछ करने की कोशिश की है। शुरुआत में कुछ लोगों ने इलाके में पुलिस के प्रवेश का विरोध किया और पुलिस के साथ सहयोग नहीं किया।