सीएम ने बागेश्वर में अल्मोड़ा लोस प्रत्याशी के लिए जनता से किया संवाद, मांगे वोट

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनरल बी.सी जोशी स्टेडियम, दुगनाकुरी, बागेश्वर में अल्मोड़ा लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा के पक्ष में आयोजित जनसभा को संबोधित किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभा में उपस्थित सभी माताओं बहनों, बुजुर्गों एवं युवाओं का स्वागत करते हुए कहा कि कपकोट एवं यह क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य एवं अपार विकास की संभावनाओं से भरा हुआ है। यह क्षेत्र सांस्कृतिक विरासत के साथ वीरों की भूमि है। इस क्षेत्र से कई युवा अपनी सेवाएं देश की रक्षा के लिए दे रहें हैं। उन्होंने कहा हम सभी प्रधानमंत्री जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने और अजय टम्टा जी को पुनः सांसद बनाने आए हैं। उन्होंने कहा अजय टम्टा जी बोलने से ज्यादा काम करने में विस्वास करते हैं। अजय टम्टा जी के सहयोग से 172 टावर में से 72 टावर कपकोट विधानसभा में लगाए गए। कपकोट से देवाल को जोड़ने वाली सड़क को मंजूरी मिल गई है। सिमली ग्वालदम से जौलजीबी को जाने वाली सड़क भी बागेश्वर से होते हुए जाने वाली है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है। प्रधानमंत्री जी ने 2 लाख करोड़ से ज्यादा की योजनाएं उत्तराखंड के स्वीकृत किए। उन्होंने कहा अब हमारी बारी है कि प्रधानमंत्री जी को नई ताकत देकर उनके द्वारा दिए गए 400 पार के संकल्प को पूर्ण करें। उन्होंने कहा केन्द्र सरकार द्वारा बीते 10 वर्षों में 25 करोड़ देशवासियों को गरीबी से बाहर निकालने का कार्य किया है। मोदी जी की गारंटी है कि देश में कोई व्यक्ति भूखा नहीं सोयेगा क्योंकि देश के 140 करोड़ लोग मोदी जी का परिवार हैं। गरीब कल्याण अन्न योजना को 2028 तक बढ़ाया गया हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कहना है कि कश्मीर से धारा 370 हटाने से राजस्थान का क्या लेना देना ! मुख्यमंत्री ने कहा कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। कश्मीर हमारा है। कश्मीर को बचाने के लिए उत्तराखंड के कई वीरों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में देश हित में कई कड़े निर्णय लिए गए हैं। देश में सीएए लागू किया गया है। कश्मीर से धारा 370 का खात्मा हुआ है, तीन तलाक का खात्मा हुआ है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सेना को पहले से और अधिक सशक्त किया गया है। आज भारत सेना सर्जिकल स्ट्राइक करती है। दुश्मनों की ओर से आने वाली गोली का जवाब देने के लिए किसी तरह की अनुमति नहीं लेनी पड़ती। आज गोली का जवाब गोलों से दिया जा रहा है। वन रैंक वन पेंशन को लागू किया गया है। पुरानी सरकारों ने सैनिकों को सुविधाओं से वंचित रखा था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने हर पल हर क्षण राज्य के विकास को समर्पित किया है। राज्य सरकार ने कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। विधानसभा चुनाव 2022 से पहले किए गए वादे अनुसार समान नागरिक सहित विधेयक को उत्तराखंड विधानसभा से पास किया है। हमने ये गारंटी राज्य में पूरी की है। नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। जिसे पूर्ण रूप से पारदर्शी एवं सुरक्षित परीक्षा करवाई जा रही है। मेहनत करने वाले युवाओं को उनका असली हक मिल रहा है। युवाओं का मनोबल बढ़ा है। बड़े-बड़े नकल माफियाओं को जेल में डाला गया है। 22 सालों के बराबर नियुक्तियां बीते 2 सालो में हुई है। सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा इसके साथ ही राज्य में दंगारोधी कानून, धर्मांतरण विरोधी कानून लागू किया गया है। साथ ही महिलाओं को 30 क्षैतिज आरक्षण दिया जा रहा है। राज्य की महिलाएं अपने साथ अन्य लोगों को भी रोजगार देने का कार्य कर रही हैं। राज्य में जल्द ही 20 हजार पॉलीहाउस लगने वाले हैं। सरकारी नौकरी के साथ स्वरोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कपकोट विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए 100 करोड़ रुपए की 37 योजनाओं पर कार्य जारी है, कपकोट बस स्टेशन का निर्माण हो गया है, कपकोट – हरसीला – पोलिंग मोटर मार्ग, बागेश्वर-कपकोट- तेजम मोटर मार्ग, स्टील गाडर ब्रिज का निर्माण किया गया है। कई अन्य कार्य भी इस क्षेत्र में हुए हैं। और निरंतर इन्हें आगे भी बढ़ाना है। राज्य सरकार नए नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के दौरान भी विपक्ष के लोगों ने टीका टिप्पणी की है। कांग्रेस हमेशा राष्ट्रहित से ज्यादा तुष्टिकरण और वोटबैंक को प्राथमिकता देती आयी है। कांग्रेस ने पिछली बार मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने की बात की थी। कांग्रेस के लोग आज मुस्लिम पर्सनल लॉ लाने की बात कर रहे हैं। ये कांग्रेस से ज्यादा मुस्लिम लीग का घोषणा पत्र लगता है। जब पूरा देश अयोध्या में भव्य राममंदिर की प्राणप्रतिष्ठा का उत्सव मना रहा था, तब कांग्रेस राम मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा पर सवाल उठा रही थी। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए प्रभु श्रीराम के अस्तित्व को भी नकारने का काम किया है। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कोर्ट में प्रभु श्रीराम को काल्पनिक बताया था। उन्होंने कहा उत्तराखंड वीरों की भूमि है, सेना के शौर्य और बलिदान की भूमि है। लेकिन राजनीति में अंधी कांग्रेस का चरित्र इस कदर गिर चुका है कि वो सर्जिकल स्ट्राइक और सेना के शौर्य पर भी सवाल उठा देती है। कांग्रेस में हर कोई अपने परिवार को आगे बढ़ाने में लगा है कोई केंद्र में पीएम इन वेटिंग है तो राज्य में कोई सीएम इन वेटिंग है।

मुख्यमंत्री ने सभी मतदाताओं से आग्रह करते हुए कहा कि उत्तराखंड के विकास के लिए, विकसित भारत के लिए, भ्रष्टाचार के अंत के लिए भाजपा को चुने। उन्होंने कहा अजय टम्टा जी को विजयी बनाकर आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाकर विकसित भारत की संकल्पना को पूर्ण करने में अपना योगदान देना है।

इस दौरान भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा, भाजपा नेता शिव सिंह बिष्ट, विधायक सुरेश गढ़िया, विधायक पार्वती दास, जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव, जिला अध्यक्ष भाजपा इंद्र सिंह, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

बागेश्वर में संकल्प यात्रा की लाभार्थी महिलाओं से सीएम ने किया संवाद कायम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय से वर्चुअल माध्यम से विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत जनपद बागेश्वर की महिला लाभार्थियों से संवाद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 05 महिला लाभार्थियों से संवाद कर उनके विचार भी जाने। लाभार्थियों ने केन्द्र एवं राज्य की विभिन्न योजनाओं के तहत उन्हें मिली सुविधाओं के प्रति प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी को उत्तरायणी की शुभकामना देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में समाज के हर वर्ग के लोगों को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाई गई और उनका लाभ समाज के अंतिम पंक्ति पर खड़े लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। सरकार की योजनाओं की व्यापक जानकारी आमजन तक पहुंचाने के लिये राज्य की सभी ग्राम पंचायतों तक विकसित भारत संकल्प यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना एवं जन कल्याणकारी योजनाएं लोगों के लिए वरदान साबित हुई हैं। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी बागेश्वर को निर्देश दिये कि विभिन्न योजनाओं के तहत पात्र लोगों को योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके, इसके लिए योजनाओं के व्यापक प्रचार पर और अधिक ध्यान दिया जाय। उन्होंने कहा कि प्रदेश की मातृशक्ति द्वारा स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की दिशा में सराहनीय कार्य किया जा रहा है। महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाये जा रहे अनेक उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि हाउस ऑफ हिमालयाज के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए। बागेश्वर में कीवी के उत्पादन को लगातार बढ़ावा देने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए।

इस अवसर पर महिला समूहों के लाभार्थियों से वर्चुअल माध्यम से संवाद के दौरान अपने समूहों के उत्पादन, विक्रय, आय आदि के बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निरंतर समूहों की मॉनिटरिंग करने तथा उनके उत्पादन को आगे बढ़ाने हेतु उनसे सुझाव लेकर उन्हें आवश्यक सहायता करने के भी निर्देश दिये। इस अवसर पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी पूजा, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की लाभार्थी गीता खेतवाल, कृषि, पशुपालन और उद्यान के क्षेत्र की योजनाओं की लाभार्थी आनंदी देवी, मंजू बोरा एवं सुनीता मेहता ने मुख्यमंत्री से संवाद किया।

इस अवसर पर अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, आनन्द स्वरूप तथा वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी बागेश्वर अनुराधा पाल उपस्थित थे।

संस्कृति के संरक्षण में सहायक सिद्ध होते हैं मेलेः सांसद

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि संस्कृति के संरक्षण में मेलों की महत्वपूर्ण भूमिका है। कुमाऊँ की काशी बागनाथ नगरी में लगने वाले उत्तरायणी मेले का संस्कृति व धार्मिकता के साथ ही राजनैतिक महत्व है। मुख्यमंत्री उत्तरायणी मेले के शुभारंभ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में वर्चुवल रूप से जनता को संबोधित किया। इससे पूर्व सांसद अजय टम्टा व जिपं अध्यक्ष बसंती देव, विधायक सुरेश गड़िया तथा पार्वती दास समेत जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने रिबन काटकर व दीप प्रज्ज्वलित करके मेले का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से राज्य में मानसखंड व केदारखंड को विश्व पटल पर लाया गया है। मुख्यमंत्री ने जनता को उत्तरायणी मेले की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस बार की मकर संक्रांति व माघ माह खास इसलिए है कि इस बार अयोध्या में बहुप्रतीक्षित राम विराजमान हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य कार्यक्रमों के पूर्व नियोजित होने व शासकीय कार्यों की व्यस्तता के चलते वे खुद मेले में पहुंच नहीं पाए। उनकी हार्दिक इच्छा थी कि वे मेले में स्वयं आएं। उन्होंने देवभूमि के लोकपर्व उत्तरायणी और मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कुमाऊँ की काशी, बागेश्वर में बाबा बागनाथ के मंदिर की छांव तले, सरयू गोमती और अदृश्य सरस्वती नदी के संगम तट पर आयोजित होने वाले उत्तरायणी मेले की आप सभी को बधाई देता हूँ। उन्होंने कहा मकर संक्रांति एकमात्र पर्व है, जिसका आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही दृष्टियों से व्यापक महत्व है। कहा कि उत्तरायणी मेले ने लोगों को जोड़ने का कार्य किया है। मकर संक्राति के पावन अवसर पर पतित-पावनी सरयू नदी खासकर त्रिमाघी स्नान के साथ पौराणिक बागनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना का पौराणिक काल से ही विशेष धार्मिक महत्व रहा है। राष्ट्र और संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से जानने का अवसर प्रदान करने वाला यह सांस्कृतिक मेला, निश्चित रूप से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का कार्य करेगा। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी बद्री दत्त पांडे समेत कई सेनानियों को नमन करते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा से कुली बेगार जैसी कुप्रथा का अंत हुआ। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड राज्य को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति का योगदान और स्वच्छता को संस्कार के रूप में अपनाने की भी जनता से अपील की।

सांसद अजय टम्टा ने कहा कि सरयू बगड़ की क्रांति का अलग महत्व है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विश्व की ताकत बन रहा है। उन्होंने कहा कि इस बार राम मंदिर बनना देश के लिए गौरवपूर्ण क्षण है। इस दौरान सांसद ने राज्य में खेल की अलख जगाने के लिए बागेश्वर से निकली ध्वज रैली को ध्वज सौंपकर रवाना किया। साथ ही राज्य स्तरीय बैटमिंटन प्रतियोगिता के खिलाडियों को भी सम्मानित किया।

जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव ने कहा कि मेले हमारी धरोहर है, इन्हे संजोए रखना हम सभी का दायित्व बनता है। उन्होंने कहा कि बागेश्वर का आजादी में बहुत बडा योगदान रहा है कुली बेगार प्रथा का समापन इसी बागनाथ की भूमि से सरयू गोमती के संगम पर हुआ था,इसलिए भी बागेश्वर का महत्व और भी बढ़ जाता है।

विधायक कपकोट सुरेश गढिया व विधायक पार्वती दास ने भी जनता को सम्बोधित किया। कहा कि यह मेला अपने आप में एक बहुत बड़ा धार्मिक और ऐतिहासिक व पौराणिक मेला है। उत्तरायणी मेला इस बार भव्य रूप से मनाया जा रहा है।

जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने जनपदवासियों को मकर संक्राति एवं उत्तरायणी मेले की शुभकामनाएं दी।तथा सभी अतिथियों को स्वागत किया। उन्होंने बाबा बागनाथ से सभी के सुख एवं समृद्धि की कामना की। कार्यक्रम में अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ संसदीय सीट के एकमात्र जीवित बचे स्वतंत्रता सेनानी आनंद सिंह बिष्ट और स्वतंत्रता सेनानी स्व.बद्री दत्त पांडे के पौत्र कर्नल रवि पांडे को सम्मानित किया। साथ ही उत्तरायणी पुस्तक का विमोचन किया।

इससे पूर्व तहसील परिसर से विभिन्न विद्यालयों के बच्चों तथा विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक झांकी का प्रदर्शन किया गया जिसका शुभारम्भ महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल एवं पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड भगत सिंह कोश्यारी व राज्य मंत्री शिव सिंह बिष्ट समेत जिला पंचायत अध्यक्ष बंसती देव, विधायक कपकोट सुरेश गढिया, बागेश्वर पार्वती दास, जिलाधिकारी अनुराधा पाल आदि ने संयुक्त रूप से हरी झण्डी दिखाकर किया गया। सांस्कृतिक झॉकी तहसील परिसर से प्रारम्भ होकर शहर के विभिन्न मार्गाे से होते हुए नुर्माइश मैदान में समाप्त हुई।

कार्यक्रम का संचालन जयंत भाकुनी द्वारा किया गया। इससे पूर्व अतिथियों ने नुमाइश मैदान में लगे विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। उत्तरायणी मेले में विभिन्न विभागों द्वारा अपने विभागीय स्टॉल स्थापित कर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी मेलार्थियों को दी। तथा कई विभागों द्वारा जनपद में किए गए नवाचार कार्यों को भी प्रदर्शित किया गया।
मेले के शुभारंभ अवसर पर ब्लॉक प्रमुख बागेश्वर पुष्पा देवी, गरुड़ हेमा बिष्ट, जिलाध्यक्ष भाजपा इन्द्र सिंह फर्स्वाण, पूर्व विधायक बलवंत सिंह भौर्याल, कुंदन परिहार, पूर्व जिपं अध्यक्ष दीपा आर्या व विक्रम शाही, उपाध्यक्ष जिला पंचायत नवीन परिहार, त्रिलोक बुटोला, जिला महामंत्री घनश्याम जोशी व संजय परिहार समेत पुलिस अधीक्षक अक्षय कुमार, मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल, उपजिलाधिकारी मोनिका समेत किशन सिंह दानू, किशन सिंह मलड़ा, संजय शाह जगाती, पंकज पांडे, भुवन कांडपाल, रघुवर दफौटी, आदि उपस्थित थे।

कपकोट में सीएम ने किया 100 करोड़ की 37 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद बागेश्वर के विकास खण्ड कपकोट के केदारेश्वर मैदान में आयोजित (चेलि ब्वार्यूं कौतिक) मातृशक्ति उत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लगभग 100 करोड़ की विभिन्न विभागों की विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें 19 करोड़ की 11 विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण तथा 81 करोड़ की 26 योजनाओं का शिलान्यास सामिल है।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कपकोट, बागेश्वर में विकास खण्ड कपकोट से केदारेश्वर मैदान तक आयोजित रोड शो में प्रतिभाग किया। इस दौरान हजारों की संख्या में मौजूद स्थानीय जनता ने पुष्प वर्षा से मुख्यमंत्री का स्वागत किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने जनपद बागेश्वर में नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना, बागनाथ मंदिर बागेश्वर के संग्रहालय में 90 प्रतिमाओं की स्थापना किये जाने, बदियाकोट कर्मी तलाई में 100 एम.टी. गोदाम तथा आवासीय भवन का निर्माण किये जाने, विधानसभा क्षेत्र कपकोट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को अपर जिला चिकित्सालय बनाये जाने, शामा में मल्टी लेवल पार्किंग का निर्माण किये जाने के साथ जनपद बागेश्वर के भराड़ी में मल्टी पार्किंग से संबंधित प्रस्तावों को मंजूर किये जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने सरयू के मूल स्थान को पर्यटन स्थल बनाये जाने की भी घोषणा की।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों एवं स्वयं सहायता समूह द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन किया। उन्होंने विभिन्न घाटियों में निर्मित हस्तशिल्प और हस्तकला उत्पादों की भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने स्वयं भी तांबे के बर्तन में कलाकृतियां एवं रिंगाल की टोकरी भी बनाई। उन्होंने सशक्त मातृशक्ति सशक्त उत्तराखंड के तहत मातृशक्ति का पूजन कर शहीदों की वीरांगनाओं को भी सम्मानित किया। जनपद में साहसिक पर्यटन, आपदा प्रबन्धन गतिविधियों का भी अवलोकन कर मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हुये लाभार्थियों को चेक भी वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने बाबा बागनाथ की पावन भूमि के साथ ही चेलि ब्यारयूं कौतिक कार्यक्रम में बडी संख्या में उपस्थित माताओं एवं बहनों को नमन करते हुये कहा कि बागेश्वर जिले हेतु लगभग 100 करोड़ की लागत से विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास, बागेश्वर जनपद के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी। उन्होंने रैली एवं कार्यक्रम में जनता द्वारा दिए गए सम्मान के प्रति भी सभी का हृदय से आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के निर्माण में मातृ शक्ति के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। मातृ शक्ति अपने परिवार के साथ ही समाज और प्रदेश हितों का भी ख्याल रखती हैं। मातृ शक्ति के सहयोग से ही समाज या राष्ट्र का संपूर्ण विकास संभव है। परिश्रम और मातृ शक्ति एक दूसरे के पूरक हैं। राष्ट्र की मातृ शक्ति शिक्षित होने से उस राष्ट्र का वर्तमान एवं भविष्य सुरक्षित रहता है। बेटियां अपने ज्ञान से दो-दो घरों को प्रकाशित करती हैं। भारतीय संस्कृति में ’’कन्यादान’’ करना सबसे बड़ा पुण्य माना गया है, परंतु हम सभी ’कन्यादान’ से पहले ’विद्यादान’ भी करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम में विभिन्न महिला समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉल तथा प्रदर्शित किए उत्पाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए ‘’आत्मनिर्भर भारत’‘ के मंत्र को धरातल पर उतारने का कार्य कर रहे हैं। आज देशभर में स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं, उत्तराखंड में भी महिला स्वयं सहायता समूहों की बहनों ने प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में महिलाओं को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई कार्य किए जा रहे हैं। ’’सुविधा के साथ सुरक्षा भी’’ का सिद्धांत अपनाकर महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में गांव-गांव में महिलाओं को घर, शौचालय, गैस, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से जोड़ा गया रहा है, बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, टीकाकरण और दूसरी आवश्यक जरूरतों पर भी सरकार पूरी संवेदनशीलता से निरंतर काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ ही मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, लखपति दीदी योजना, मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक मेधावी योजना, नंदा गौरा मातृवंदना योजना और महिला पोषण अभियान जैसी योजनाएं प्रारंभ की हैं। प्रदेश की जनता की जरूरतों एवं हितों के लिये जो भी कदम उठाये जाने होंगे बिना देरी के उठाएं जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू करने के साथ ही धर्मांतरण रोकने के लिए भी कानून बनाया, प्रदेश में पहली बार बड़े स्तर पर सरकारी भूमि में हुए अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई, भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भी निरंतर कार्रवाई जारी है। राज्य सरकार उत्तराखंड में समान नागरिक आचार संहिता को भी लागू करने की तैयारी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप हम राज्य के विकास और कल्याण के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने ’विकल्प रहित संकल्प’ को पूर्ण करने हेतु निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिति के तहत 3.5 लाख करोड़ के एमओयू साइन किए गए हैं जिन पर निरंतर कार्य जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में बाहरी व्यक्तियों द्वारा कृषि और उद्यान के नाम पर धड़ल्ले से जमीन खरीदने पर राज्य सरकार ने अंतरिम रोक लगाई है।यह रोक भू माफियाओं एवं गलत नीयत से जमीन खरीदने वालों पर लगाई गई है। यदि कोई व्यवसाय उद्योग एवं किसी अन्य स्टार्टअप के लिए जमीन खरीदेगा, जिससे यहां के स्थानीय लोगों को फायदा मिले, तो उसका उत्तराखंड में स्वागत है।
सांसद अजय टम्टा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड में निरंतर प्रगति के पद पर अग्रसर है। हाल ही में ग्लोबल इन्वेस्टर समिति के तहत दुनिया भर से उद्योग जगत के लोगों को उत्तराखंड में बुलाया गया। आज उत्तराखंड के प्रत्येक क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं स्वयं सहायता समूह से महिलाओं को रोजगार दिया जा रहा है।
विधायक सुरेश गढ़िया ने कहा कि पहली बार कपकोट क्षेत्र में इतनी बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए हैं। विभिन्न घाटियों से भी बढ़-चढ़ के लोगों ने इस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड राज्य एवं बागेश्वर जनपद निरंतर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी कपकोट क्षेत्र की प्रत्येक मांग को प्राथमिकता से लेते हैं। उन्होंने कहा क्षेत्र के विभिन्न स्थानो में खेल मैदान, चिकित्सालय में डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जो भी मांग मुख्यमंत्री के समक्ष रखी गई वह पूरी हुई है।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव, विधायक बागेश्वर पार्वती दास, राज्य दर्जा मंत्री शिव सिंह बिष्ट, पूर्व कैबिनेट मंत्री बलवंत सिंह भौर्याल, भाजपा जिला अध्यक्ष इंद्र सिंह फर्स्वाण, वीरेंद्र वल्दिया, जिलाधिकारी अनुराधा पाल, पुलिस अधीक्षक अक्षय कोंडे सहित बडी संख्या में क्षेत्रीय जनता उपस्थित थी।

बागेश्वर पहुंचे स्वास्थ्य सचिव, कहा-जिले के अस्पतालों में जल्द भरे जायेंगे रिक्त पद

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार अपने कुमांउ मंडल दौरे के तीसरे दिन जनपद बागेश्वर पहुंचे। स्वास्थ्य सचिव आर. राजेश कुमार का आज जनपद बागेश्वर पहुंचने पर स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार का मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बागेश्वर डॉ डीपी जोशी, डॉ देवेश चौहान एवं डॉ हरीश पोखरिया, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बागेश्वर द्वारा पुष्पगुच्छ भेट कर स्वागत किया गया। स्वास्थ्य सचिव ने जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं का जमीनी परीक्षण किया और सुधार के दिशा निर्देश दिए। इसके साथ ही स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने विधायक कपकोट सुरेश गडिया के साथ जनपद अस्पताल में लगे स्वास्थ्य चौपल में क्षेत्रीय जनता की समस्याओं को सुना और तत्काल समस्याओं के निराकरण के लिए संबधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
इसके बाद स्वास्थ्य सचिव ने विधायक कपकोट सुरेश गडिया, जिलाधिकारी अनुराधा पाल के साथ सीएचसी कांडा, जिला चिकित्सालय, प्रा.स्वा. केंद्र रवापखाल व सीएचसी बैजनाथ का निरीक्षण किया गया। स्वास्थ्य सचिव ने डेंगू बीमारी को रोकने के लिए अस्पताल के डेंगू वार्ड में मच्छरदानी सहित अन्य व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। चिकित्सालय में पानी की निकासी, साफ़ सफाई और दवा के छिडकाव की उचित व्यवस्था करने को कहा। निरीक्षण के दौरान उन्होंने जिला चिकित्सालय में निर्माणाधीन क्रिटिकल केयर सेंटर के कार्याे में तेजी लाते हुए डायलिसिस सेंटर के पास की खाली भूमि पर अतिरिक्त कक्षों के निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को दिए। उन्होंने चिकित्सालय में इमरजेंसी, दंत रोग विभाग,ईएनटी, बाल रोग विभाग, पैथोलॉजी लैब, महिला वॉर्ड में भर्ती महिलाओं एवं प्रसव से सम्बंधित विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाएं व भर्ती मरीजों का हाल जाना।
राजेश कुमार ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से वार्ता करने के साथ ही अस्पताल से उन्हें दी जा रही विभिन्न सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान चिकित्सालयों में प्रत्येक मरीज को बेहतर उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। कहा कि जिन उपकरणों की आवश्यकता है उनके प्रस्ताव बनाकर शीघ्र भेजे जाय। जिला चिकित्सालय में तैयार किए जा रहे अत्याधुनिक ओटी के लिए चिकित्सकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाय। उन्होंने कहा जल्द विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती भी की जाएगी।

’हर व्यक्ति बनायें आयुष्मान कार्ड व आभा आईडी’
स्वास्थ्य सचिव ने स्थानीय जनता से संवाद स्थापित कर केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में संचालित विभिन्न योजनाओं एवं सुविधाओं की जानकारी दी साथ ही उनसे योजनाओं का फीडबैक भी लिया। इस दौरान कांडा क्षेत्र के लोगों द्वारा सचिव स्वास्थ के सामने नर्सिग ट्रेनिंग सेंटर खोलने की मांग रखी। स्वास्थ्य सचिव ने वैलनेस सेंटरों में जाकर अवस्थपना सुविधाओं आवश्यक चिकित्सा उपकरणों, औषधियों एवं विभिन्न संवर्गों में कार्यरत कार्मियों की स्थिति का अवलोकन किया। स्वास्थ्य सचिव के साथ विभागीय अधिकारियों ने आयुष्मान कार्ड एवं आभा आईडी बनाने के लिए आम लोगों को प्रेरित किया साथ ही टीबी मुक्त उत्तराखंड की दिशा में राज्य सरकार द्वारा अब तक किए गए प्रयासों की भी जानकारी दी।

’विशेषज्ञ डॉक्टरों की होगी तैनाती’
इसके बाद स्वास्थ्य सचिव ने अपने टीम के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र काण्डा का निरीक्षण किया गया। उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों से स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही स्वास्थ्य सचिव ने अधिकारियों से अस्पताल में रिक्त पदो ंके सम्बन्ध में जानकारी ली। स्वास्थ्य सचिव ने महानिदेशालय को अवगत कराया गया कि चिकित्सालय में विशेषज्ञ चिकित्सकों की यथाशीघ्र तैनाती की जाए। स्वास्थ्य सचिवचिकित्सालय में लगे स्वास्थ्य चौपाल में क्षेत्रीय जनता की समस्याओं को सुना। इसके साथ ही तत्काल समस्यों के निराकरण हेतु सम्बन्धि प्रभारी को निर्देशित किया गया। आशाओं कार्यक्रर्ताओं द्वारा मानदेय बढ़ाये जाने के सम्बन्ध में अवगत कराया गया। स्वास्थ्य सचिव द्वारा मानदेय बढ़ाये जाने का आसवान दिया गया।

’निर्माण कार्यों पर जताई नाराजगी’
जिला चिकित्सालय, बागेश्वर में निरीक्षण के दौरान निर्माणाधीन कार्यों पर असंतोष व्यक्त करते हुए, यथाशीघ्र, गुणवत्तापूर्ण कार्य पूरा किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। स्वास्थ्य सचिव ने डेंगू बीमारी को रोकने के लिए अस्पताल के डेंगू वार्ड में मच्छरदानी सहित अन्य व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। चिकित्सालय में पानी की निकासी, साफ सफाई और दवा के छिडकाव की उचित व्यवस्था करने को कहा। उन्होंने चिकित्सालय में इमरजेंसी, दंत रोग विभाग,ईएनटी, बाल रोग विभाग, पैथोलॉजी लैब, महिला वॉर्ड में भर्ती महिलाओं एवं प्रसव से सम्बंधित विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाएं व भर्ती मरीजों का हाल जाना। राजेश कुमार ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से वार्ता करने के साथ ही अस्पताल से उन्हें दी जा रही विभिन्न सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान चिकित्सालयों में प्रत्येक मरीज को बेहतर उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। कहा कि जिन उपकरणों की कपकोट विधायक माननीय सुरेश गडिया द्वारा स्वास्थ्स विभाग कि प्रशंसा कि गयी व क्षेत्रीय जनता के समस्याओ को सुन उनका तत्काल निवारण किया गया।

निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य निदेशक कुमाऊं मंडल डॉ. तारा आर्या, सीएमओ डॉ.डीपी जोशी, उपजिलाधिकारी मोनिका, सीएमएस डॉ. वीके टम्टा, एसीएमओ डॉ.हरीश पोखरिया, डॉ. देवेश चौहान, तहसीलदार दीपिका आर्या,तितिक्षा जोशी सहित अन्य मौजूद रहे।

दोस्ती निभाने में नबंर वन साबित होते सीएम धामी, संगठन को मिला लाभ

आज बागेश्वर विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक पार्वती देवी ने विधानसभा में विधायक के रुप में शपथ ली तो स्वतः ही पूर्व मंत्री स्व. चन्दन राम दास याद आने लगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात के बाद पार्वती देवी उनके और संगठन के प्रति बड़ी कृतज्ञता प्रकट करते हुए नजर आई। सूत्रों की मानें तो पार्वती देवी ने मुख्यमंत्री का आभार भी जताया कि उनके पति से उनकी की मृत्यु के बाद भी उन्होंने अपनी दोस्ती निभाई है। दरअसल पूर्व मंत्री चन्दन राम दास और पुष्कर सिंह धामी की दोस्ती सत्ता के गलियारों में पहले भी खूब सुर्खिरा बटोर चुकी है। एकाएक उनके देहांत के बाद खाली हुई बागेश्वर विधानसभा सीट पर उनके परिवार के सदस्य को टिकट दिलाना और आखिरी समय तक चुनाव में डटे रहकर सीट जिताने को पार्टी हाईकमान ने भी सराहा है। अब यह बात उनका परिवार भी समझ रहा है कि मुख्यमंत्री धामी ने किस रणनीति के तहत यह पूरा चुनाव भाजपामय किया।
एक समय में कांग्रेस से आये पूर्व प्रत्याशी को जब भाजपा ज्वाइन कराई गई थी तो सत्ता के गलियारों में चर्चा उठ चुकी थी कि पूर्व मंत्री चन्दन राम दास के परिवार को टिकट मिलना मुश्किल है। ऐसे में पार्टी के समर्पित रहे चन्दन राम दास और उनके परिवार के साथ खड़े रहे मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी और दोस्त रहे, दोनों के प्रति सच्ची निष्ठा और वफादारी निभाई। जिसका परिणाम आज भाजपा बागेश्वर का उपचुनाव पिछले चुनाव के मुकाबले ज्यादा वोटों से जीतने में कामयाब रही है।
यह पहला मौका नही है जब मुख्यमंत्री ने ऐसी समझदारी दिखाई हो। पहले भी पार्टी के पुराने और समर्पित कार्यकर्ताओं के प्रति उनका रुझान ऐसे ही देखने को मिला है। वैसे भी धामी को दोस्तों का दोस्त कहा जाता है। मुख्यमंत्री धामी इसका भी लाभ पार्टी (संगठन) को दिलाने में नही चूकते है। धामी के नजदीकी लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री अपने पुराने संबंधों को कभी नही भूलते है। समय-समय पर उनकी मदद करना उनसे मिलना उनकी दिनचर्या का हिस्सा रहा है।
आज पार्वती देवी के विधायक के रुप में शपथ लेने पर मुख्यमंत्री धामी की प्रशंसा हो रही है। ऐसे में कहा जाये कि पूर्व मंत्री के स्वर्गवास के बाद मुख्यमंत्री भी अपने दोस्त को सच्ची श्रद्धांजली दे रहे है। जिसे उनका परिवार और भाजपा संगठन, दोनों महसूस कर रहा है। भाजपा खुश है कि उनकी सीट बरकरार है वहीं, पूर्व मंत्री का परिवार मुख्यमंत्री को दोस्तों का दोस्त कह रहा है।

नवनिर्वाचित विधायक पार्वती देवी ने ली पद की शपथ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को विधानसभा में बागेश्वर विधानसभा से निर्वाचित प्रत्याशी पार्वती दास के शपथ ग्रहण समारोह में प्रतिभाग किया। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने पार्वती दास को विधायक पद की शपथ दिलाई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा की नव निर्वाचित सदस्य पार्वती दास को शुभकामनाएं दी और बागेश्वर की जनता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बागेश्वर के इतिहास में पहली बार बागेश्वर की जनता ने महिला प्रत्याशी को अपना विधायक चुना है। बागेश्वर के विकास के लिए स्व. चंदनराम दास द्वारा जिन कार्यों को आगे बढ़ाया गया था, अब इन कार्यों को पार्वती दास तेजी से आगे बढ़ाएंगी।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सौरभ बहुगुणा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट उपस्थित रहे।

बागेश्वर उपचुनाव-पहाड़ में सीधे मुकाबले में कम बड़ी नहीं है 2405 वोटो की जीत

बागेश्वर उपचुनाव का नतीजा बहुत कुछ दर्शा गया। भाजपा प्रत्याशी पार्वती देवी 2405 वोटों से चुनाव जीत चुकी है। भाजपा प्रत्याशी की ये जीत पार्टी के भीतर ही कई लोगों को हजम नहीं हो रही है। जबकि 2022 का मुख्य चुनाव और 2023 के उपचुनाव के नतीजों के आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं। उपचुनाव के सीधे मुकाबले में 2405 वोटों की जीत मामूली नहीं है। भाजपा प्रत्याशी को पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले 1036 वोटो की बढ़त भी मिली है। आंकड़े तस्दीक कर रहे हैं कि किस तरह बागेश्वर उपचुनाव में सीएम पुष्कर सिंह धामी का जादू चला। किस तरह सीएम धामी के दो दिन के चुनावी दौरे ने पूरे चुनाव की तस्वीर ही पलट दी।
बागेश्वर उपचुनाव 2023 कई मायनों में मुख्य चुनाव 2022 से बिल्कुल अलग रहा। 2022 में जहां मुकाबला त्रिकोणीय था, वहीं 2023 में सीधा मुकाबला था। कांग्रेस के मौजूदा प्रत्याशी रहे बसंत कुमार 2022 के चुनाव में आम आदमी पार्टी से प्रत्याशी थे और चुनाव में 16100 वोट हासिल करने में सफल रहे थे। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी को 20100 वोट मिले थे। भाजपा से चुनाव जीते चंदनराम दास को 32 हजार वोट मिले थे। इस तरह यदि 2022 में कांग्रेस और आप के वोट मिला दिए जाते, तो भाजपा 2022 में करीब चार हजार वोट पीछे थे। इस बार बसंत कुमार कांग्रेस के ही टिकट से चुनाव मैदान में थे। इस तरह वो 2022 के चुनाव को देखते हुए 36 हजार वोट की मनोवैज्ञानिक बढ़त में थे। क्योंकि आप के टिकट पर 16 हजार वोट हासिल करके उन्होंने साबित कर दिया था कि ये 16 हजार वोट उनका अपना वोट बैंक है। इस वोट में कांग्रेस के 20 हजार वोट जुड़ने से आंकड़ा 36 हजार के पास पहुंच गया था।
2023 के उपचुनाव में सीधा मुकाबला होने से ये साफ था कि चुनाव कांटे का रहेगा। भाजपा को न सिर्फ कांग्रेस, आप के 36 हजार वोट के हिसाब से अपनी फिल्डिंग सजानी थी, बल्कि जीत का मार्जिन भी बढ़ाना था। 2022 के मुकाबले देखा जाए तो बसंत कुमार के रूप में कांग्रेस को साढ़े पांच हजार वोट कम मिला है। जबकि भाजपा उपचुनाव में पांच प्रतिशत कम वोटिंग होने के बावजूद अपना वोटबैंक 2022 के मुकाबले बढ़ाने में कामयाब रही। 2022 में स्व. चंदनराम दास को 32 हजार वोट मिले थे, जबकि इस बार पार्वती देवी को 33247 वोट मिले। जबकि वोटिंग पिछले चुनाव के मुकाबले कम रही। यूकेडी, सपा, परिवर्तन पार्टी नाममात्र के वोटों में ही सिमट कर रह गई।
इसके साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी ने कुछ कारणों से पूरे क्षेत्र में अपने लिए सहानुभूति का ग्राफ बहुत बढ़ा दिया था। जो लोग मान कर चल रहे थे कि चंदनराम दास के निधन के बाद सहानुभूति पार्वती देवी को मिलेगी, लेकिन वो सहानुभूति कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में रही। भाजपा के भीतर भी एक गुट को चुनाव नतीजे विपरीत आने का ज्यादा इंतजार था। अंदरखाने फिल्डिंग इस तरह सजाई जा रही थी कि चुनाव नतीजे विपरीत आते ही दिल्ली दौड़ लगाई जाए और राज्य को फिर अस्थिरता की ओर धकेल दिया जाए।
इन तमाम लोगों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए बागेश्वर उपचुनाव के अंतिम दिन सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कमान अपने हाथ में ली। धुंआधार प्रचार करते हुए रोड शो निकाल माहौल बनाया। सीएम के प्रचार अभियान, दौरों, रोड शो में स्वतस्फूर्त उमड़ी भीड़ ने कहानी बयां कर दी थी कि नतीजे कहीं नहीं बदलने वाले, जीत पक्की है। पीएम मोदी के विकास कार्यों, केंद्र और राज्य सरकार के विकास कार्यों से जनता को जोड़ने वाले सीएम धामी ने जनता में विश्वास जगाया। लैंड जेहाद, लव जेहाद, सरकारी जमीनों पर बने अवैध धर्मस्थलों पर धामी सरकार की ताबड़तोड़ कार्रवाई ने लोगों में सरकार के प्रति विश्वास जगाया। जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून बना कर धर्मरक्षक धामी के रूप में धर्म, संस्कृति की रक्षा का संकल्प दोहराया। सख्त नकल विरोधी कानून बना कर राज्य के युवाओं में विश्वास जगाया।
बागेश्वर की जनता ने भी सीएम धामी के कार्यों पर मुहर लगा कर भाजपा प्रत्याशी की जीत पक्की की। ये जीत भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के लिए भी कितनी अहम है, इसे इसी बात से समझा जा सकता है कि देश में हुए उपचुनाव में छह सीटों पर भाजपा को तीन में ही जीत मिली। यूपी की घोसी विधानसभा चुनाव में पार्टी को 24 हजार वोटों से करारी हार मिली। इन हालात में बागेश्वर की जीत बहुत बड़ी और बेहद अहम है। जिसे पार्टी के भीतर के ही कुछ 24 घंटे सपने में सीएम की कुर्सी का सपना देखने वाले हजम नहीं कर पा रहे हैं। न ही उन नेताओं से जुड़ी खबरनवीसों की टोली इस जीत को पचा पा रही है। इन तमाम दांवपेंच चलने वालों को नजरअंदाज करते हुए सीएम अपने कार्यों के दम पर लगातार राज्य और देश की राजनीति में अपना कद ऊंचा करते जा रहे हैं।

अंतिम दिनों में धामी के मैदान में उतरने से बदल गई बागेश्वर उप चुनाव की फिजा

बागेश्वर उपचुनाव के नतीजों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विरोधियों पर फिर से भारी साबित हुए हैं। चुनाव के अंतिम दो दिनों में जिस तरह का धुंआधार प्रचार धामी की अगवाई में हुआ उसने चुनाव की तस्वीर बदलकर रख दी। वहीं जनता ने उपचुनावों के जरिये स्पष्ट संदेश भी दे दिया है कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व पर उन्हें पूर्ण भरोसा है और जिन विकासपरक नीतियों के साथ वे आगे बढ़ रहे हैं, उन्हें जनता हाथों हाथ ले रही है।
बागेश्वर विधानसभा सीट से धामी मंत्रिमंडल के सदस्य रहे चंदन राम दास की बीमारी से हुई मृत्यु के बाद यह सीट रिक्त हो गयी थी। भाजपा ने इस सीट पर उनकी पत्नी पार्वती दास को टिकट दिया था। बागेश्वर चुनाव को लेकर शुरू से ही कांग्रेस की ओर से तमाम बड़े दावे और प्रपंच किये गए लेकिन जनता के दिलोदिमाग पर छाई भाजपा और धामी के तिलिस्म को कांग्रेस नहीं तोड़ पाई।
बागेश्वर सीट पर आई इस जीत के राजनीति के जानकार तमाम मायने बता रहे हैं। जानकारों का मानना है कि जिस तरह से चुनाव के अंतिम दो दिनों तक मुख्यमंत्री धामी ने गरुड़, बागेश्वर और काफली गैर में रोड शो किये और जिस तरह वहां महिलाओं की भीड़ उमड़ी, उसने न केवल धामी की लोकप्रियता को बढ़ाया बल्कि चुनावी नतीजों पर भी मुहर लगा दी थी। आज आयी इस जीत ने धामी सरकार द्वारा राज्य में चलाये जा रहे विभिन्न विकासपरक योजनाओं और विकासवादी एजेंडे पर भी मुहर लगाई है। दूसरा इस चुनाव ने वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की पटकथा भी अभी से लिखनी शुरू कर दी है। यह जीत जनता का भाजपा के प्रति राज्य में रुझान भी दर्शा रही है।

दाएं-बाएं करने वालों को भी मिला संदेश
भाजपा प्रत्याशी की इस जीत ने उन तमाम लोगों के मुँह भी बंद करने का काम किया है जो गाहे बगाहे नेतृत्व परिवर्तन और न जाने कैसे कैसे हवाई दावे गढ़ने लगते हैं। बागेश्वर सीट पर हुई इस जीत का संदेश आज दूर तक गया है। दूसरी ओर, इस जीत ने आलकमान को भी पूरी तरह से आश्वस्त कर दिया है कि 2024 के रण में धामी से बेहतर और कोई नेतृत्वकर्ता नहीं हो सकता।

5 सितंबर को होने वाले उपचुनाव़ से पहले उमड़ी भीड़ ने दे दिए बड़े संकेत

बागेश्वर में आगामी 5 सितंबर को होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव से पहले आज जिस तरह से बागेश्वर एवं गरुड़ में आयोजित सीएम धामी के रोड-शो में जनसैलाब उमड़ा, उसने चुनाव से पहले ही भाजपा प्रत्याशी के लिए शुभ संकेत दे दिए हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आज की इन दो रोड-शो में उमड़ी हजारों की यह भीड़ काफी कुछ कह गयी। खास बात यह कि दोनों ही स्थानों पर बड़ी संख्या में मातृशक्ति ने पहुँचकर भाजपा प्रत्याशी को एक तरह से अपना आशीर्वाद देने का काम किया।

भाजपा ने बागेश्वर उपचुनाव में पूर्व मंत्री चंदन राम दास की पत्नी पार्वती दास को अपना उम्मीदवार बनाया हुआ है। यहां पर भाजपा का सीधा मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार से है लेकिन भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में हो रही जनसभाओं, रैलियों, रोड-शो आदि में उमड़ रही भीड़ नतीजों को लेकर बहुत कुछ कह रही है।

आज भी बागेश्वर एवं गरुड़ में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दो रोड-शो रखे गए थे। अहम बात ये कि दोनों ही स्थानों पर सीएम धामी को सुनने के लिए हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। यहां पूरा माहौल भाजपा मय हो गया। रोड-शो में उमड़ा लोगों का यह जनसैलाब यह बताने के लिए भी काफी था कि सीएम धामी के विकास के मॉडल को जनता-जनार्दन हाथों-हाथ ले रही है। वहीं, मुख्यमंत्री धामी ने इस दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुद्दा विहीन है। भीड़ को देख गदगद हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बागेश्वर का उपचुनाव भारत वर्ष में एक संदेश लेकर जाएगा। बागेश्वर एम धार्मिक भूमि है। प्रधानमंत्री मोदी उत्तराखंड के सभी धार्मिक स्थलों के विकास के लिए रात दिन लगे हुए हैं।