दोस्ती निभाने में नबंर वन साबित होते सीएम धामी, संगठन को मिला लाभ

आज बागेश्वर विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक पार्वती देवी ने विधानसभा में विधायक के रुप में शपथ ली तो स्वतः ही पूर्व मंत्री स्व. चन्दन राम दास याद आने लगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात के बाद पार्वती देवी उनके और संगठन के प्रति बड़ी कृतज्ञता प्रकट करते हुए नजर आई। सूत्रों की मानें तो पार्वती देवी ने मुख्यमंत्री का आभार भी जताया कि उनके पति से उनकी की मृत्यु के बाद भी उन्होंने अपनी दोस्ती निभाई है। दरअसल पूर्व मंत्री चन्दन राम दास और पुष्कर सिंह धामी की दोस्ती सत्ता के गलियारों में पहले भी खूब सुर्खिरा बटोर चुकी है। एकाएक उनके देहांत के बाद खाली हुई बागेश्वर विधानसभा सीट पर उनके परिवार के सदस्य को टिकट दिलाना और आखिरी समय तक चुनाव में डटे रहकर सीट जिताने को पार्टी हाईकमान ने भी सराहा है। अब यह बात उनका परिवार भी समझ रहा है कि मुख्यमंत्री धामी ने किस रणनीति के तहत यह पूरा चुनाव भाजपामय किया।
एक समय में कांग्रेस से आये पूर्व प्रत्याशी को जब भाजपा ज्वाइन कराई गई थी तो सत्ता के गलियारों में चर्चा उठ चुकी थी कि पूर्व मंत्री चन्दन राम दास के परिवार को टिकट मिलना मुश्किल है। ऐसे में पार्टी के समर्पित रहे चन्दन राम दास और उनके परिवार के साथ खड़े रहे मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी और दोस्त रहे, दोनों के प्रति सच्ची निष्ठा और वफादारी निभाई। जिसका परिणाम आज भाजपा बागेश्वर का उपचुनाव पिछले चुनाव के मुकाबले ज्यादा वोटों से जीतने में कामयाब रही है।
यह पहला मौका नही है जब मुख्यमंत्री ने ऐसी समझदारी दिखाई हो। पहले भी पार्टी के पुराने और समर्पित कार्यकर्ताओं के प्रति उनका रुझान ऐसे ही देखने को मिला है। वैसे भी धामी को दोस्तों का दोस्त कहा जाता है। मुख्यमंत्री धामी इसका भी लाभ पार्टी (संगठन) को दिलाने में नही चूकते है। धामी के नजदीकी लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री अपने पुराने संबंधों को कभी नही भूलते है। समय-समय पर उनकी मदद करना उनसे मिलना उनकी दिनचर्या का हिस्सा रहा है।
आज पार्वती देवी के विधायक के रुप में शपथ लेने पर मुख्यमंत्री धामी की प्रशंसा हो रही है। ऐसे में कहा जाये कि पूर्व मंत्री के स्वर्गवास के बाद मुख्यमंत्री भी अपने दोस्त को सच्ची श्रद्धांजली दे रहे है। जिसे उनका परिवार और भाजपा संगठन, दोनों महसूस कर रहा है। भाजपा खुश है कि उनकी सीट बरकरार है वहीं, पूर्व मंत्री का परिवार मुख्यमंत्री को दोस्तों का दोस्त कह रहा है।

नवनिर्वाचित विधायक पार्वती देवी ने ली पद की शपथ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को विधानसभा में बागेश्वर विधानसभा से निर्वाचित प्रत्याशी पार्वती दास के शपथ ग्रहण समारोह में प्रतिभाग किया। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने पार्वती दास को विधायक पद की शपथ दिलाई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा की नव निर्वाचित सदस्य पार्वती दास को शुभकामनाएं दी और बागेश्वर की जनता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बागेश्वर के इतिहास में पहली बार बागेश्वर की जनता ने महिला प्रत्याशी को अपना विधायक चुना है। बागेश्वर के विकास के लिए स्व. चंदनराम दास द्वारा जिन कार्यों को आगे बढ़ाया गया था, अब इन कार्यों को पार्वती दास तेजी से आगे बढ़ाएंगी।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सौरभ बहुगुणा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट उपस्थित रहे।

बागेश्वर उपचुनाव-पहाड़ में सीधे मुकाबले में कम बड़ी नहीं है 2405 वोटो की जीत

बागेश्वर उपचुनाव का नतीजा बहुत कुछ दर्शा गया। भाजपा प्रत्याशी पार्वती देवी 2405 वोटों से चुनाव जीत चुकी है। भाजपा प्रत्याशी की ये जीत पार्टी के भीतर ही कई लोगों को हजम नहीं हो रही है। जबकि 2022 का मुख्य चुनाव और 2023 के उपचुनाव के नतीजों के आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं। उपचुनाव के सीधे मुकाबले में 2405 वोटों की जीत मामूली नहीं है। भाजपा प्रत्याशी को पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले 1036 वोटो की बढ़त भी मिली है। आंकड़े तस्दीक कर रहे हैं कि किस तरह बागेश्वर उपचुनाव में सीएम पुष्कर सिंह धामी का जादू चला। किस तरह सीएम धामी के दो दिन के चुनावी दौरे ने पूरे चुनाव की तस्वीर ही पलट दी।
बागेश्वर उपचुनाव 2023 कई मायनों में मुख्य चुनाव 2022 से बिल्कुल अलग रहा। 2022 में जहां मुकाबला त्रिकोणीय था, वहीं 2023 में सीधा मुकाबला था। कांग्रेस के मौजूदा प्रत्याशी रहे बसंत कुमार 2022 के चुनाव में आम आदमी पार्टी से प्रत्याशी थे और चुनाव में 16100 वोट हासिल करने में सफल रहे थे। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी को 20100 वोट मिले थे। भाजपा से चुनाव जीते चंदनराम दास को 32 हजार वोट मिले थे। इस तरह यदि 2022 में कांग्रेस और आप के वोट मिला दिए जाते, तो भाजपा 2022 में करीब चार हजार वोट पीछे थे। इस बार बसंत कुमार कांग्रेस के ही टिकट से चुनाव मैदान में थे। इस तरह वो 2022 के चुनाव को देखते हुए 36 हजार वोट की मनोवैज्ञानिक बढ़त में थे। क्योंकि आप के टिकट पर 16 हजार वोट हासिल करके उन्होंने साबित कर दिया था कि ये 16 हजार वोट उनका अपना वोट बैंक है। इस वोट में कांग्रेस के 20 हजार वोट जुड़ने से आंकड़ा 36 हजार के पास पहुंच गया था।
2023 के उपचुनाव में सीधा मुकाबला होने से ये साफ था कि चुनाव कांटे का रहेगा। भाजपा को न सिर्फ कांग्रेस, आप के 36 हजार वोट के हिसाब से अपनी फिल्डिंग सजानी थी, बल्कि जीत का मार्जिन भी बढ़ाना था। 2022 के मुकाबले देखा जाए तो बसंत कुमार के रूप में कांग्रेस को साढ़े पांच हजार वोट कम मिला है। जबकि भाजपा उपचुनाव में पांच प्रतिशत कम वोटिंग होने के बावजूद अपना वोटबैंक 2022 के मुकाबले बढ़ाने में कामयाब रही। 2022 में स्व. चंदनराम दास को 32 हजार वोट मिले थे, जबकि इस बार पार्वती देवी को 33247 वोट मिले। जबकि वोटिंग पिछले चुनाव के मुकाबले कम रही। यूकेडी, सपा, परिवर्तन पार्टी नाममात्र के वोटों में ही सिमट कर रह गई।
इसके साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी ने कुछ कारणों से पूरे क्षेत्र में अपने लिए सहानुभूति का ग्राफ बहुत बढ़ा दिया था। जो लोग मान कर चल रहे थे कि चंदनराम दास के निधन के बाद सहानुभूति पार्वती देवी को मिलेगी, लेकिन वो सहानुभूति कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में रही। भाजपा के भीतर भी एक गुट को चुनाव नतीजे विपरीत आने का ज्यादा इंतजार था। अंदरखाने फिल्डिंग इस तरह सजाई जा रही थी कि चुनाव नतीजे विपरीत आते ही दिल्ली दौड़ लगाई जाए और राज्य को फिर अस्थिरता की ओर धकेल दिया जाए।
इन तमाम लोगों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए बागेश्वर उपचुनाव के अंतिम दिन सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कमान अपने हाथ में ली। धुंआधार प्रचार करते हुए रोड शो निकाल माहौल बनाया। सीएम के प्रचार अभियान, दौरों, रोड शो में स्वतस्फूर्त उमड़ी भीड़ ने कहानी बयां कर दी थी कि नतीजे कहीं नहीं बदलने वाले, जीत पक्की है। पीएम मोदी के विकास कार्यों, केंद्र और राज्य सरकार के विकास कार्यों से जनता को जोड़ने वाले सीएम धामी ने जनता में विश्वास जगाया। लैंड जेहाद, लव जेहाद, सरकारी जमीनों पर बने अवैध धर्मस्थलों पर धामी सरकार की ताबड़तोड़ कार्रवाई ने लोगों में सरकार के प्रति विश्वास जगाया। जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून बना कर धर्मरक्षक धामी के रूप में धर्म, संस्कृति की रक्षा का संकल्प दोहराया। सख्त नकल विरोधी कानून बना कर राज्य के युवाओं में विश्वास जगाया।
बागेश्वर की जनता ने भी सीएम धामी के कार्यों पर मुहर लगा कर भाजपा प्रत्याशी की जीत पक्की की। ये जीत भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के लिए भी कितनी अहम है, इसे इसी बात से समझा जा सकता है कि देश में हुए उपचुनाव में छह सीटों पर भाजपा को तीन में ही जीत मिली। यूपी की घोसी विधानसभा चुनाव में पार्टी को 24 हजार वोटों से करारी हार मिली। इन हालात में बागेश्वर की जीत बहुत बड़ी और बेहद अहम है। जिसे पार्टी के भीतर के ही कुछ 24 घंटे सपने में सीएम की कुर्सी का सपना देखने वाले हजम नहीं कर पा रहे हैं। न ही उन नेताओं से जुड़ी खबरनवीसों की टोली इस जीत को पचा पा रही है। इन तमाम दांवपेंच चलने वालों को नजरअंदाज करते हुए सीएम अपने कार्यों के दम पर लगातार राज्य और देश की राजनीति में अपना कद ऊंचा करते जा रहे हैं।

अंतिम दिनों में धामी के मैदान में उतरने से बदल गई बागेश्वर उप चुनाव की फिजा

बागेश्वर उपचुनाव के नतीजों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विरोधियों पर फिर से भारी साबित हुए हैं। चुनाव के अंतिम दो दिनों में जिस तरह का धुंआधार प्रचार धामी की अगवाई में हुआ उसने चुनाव की तस्वीर बदलकर रख दी। वहीं जनता ने उपचुनावों के जरिये स्पष्ट संदेश भी दे दिया है कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व पर उन्हें पूर्ण भरोसा है और जिन विकासपरक नीतियों के साथ वे आगे बढ़ रहे हैं, उन्हें जनता हाथों हाथ ले रही है।
बागेश्वर विधानसभा सीट से धामी मंत्रिमंडल के सदस्य रहे चंदन राम दास की बीमारी से हुई मृत्यु के बाद यह सीट रिक्त हो गयी थी। भाजपा ने इस सीट पर उनकी पत्नी पार्वती दास को टिकट दिया था। बागेश्वर चुनाव को लेकर शुरू से ही कांग्रेस की ओर से तमाम बड़े दावे और प्रपंच किये गए लेकिन जनता के दिलोदिमाग पर छाई भाजपा और धामी के तिलिस्म को कांग्रेस नहीं तोड़ पाई।
बागेश्वर सीट पर आई इस जीत के राजनीति के जानकार तमाम मायने बता रहे हैं। जानकारों का मानना है कि जिस तरह से चुनाव के अंतिम दो दिनों तक मुख्यमंत्री धामी ने गरुड़, बागेश्वर और काफली गैर में रोड शो किये और जिस तरह वहां महिलाओं की भीड़ उमड़ी, उसने न केवल धामी की लोकप्रियता को बढ़ाया बल्कि चुनावी नतीजों पर भी मुहर लगा दी थी। आज आयी इस जीत ने धामी सरकार द्वारा राज्य में चलाये जा रहे विभिन्न विकासपरक योजनाओं और विकासवादी एजेंडे पर भी मुहर लगाई है। दूसरा इस चुनाव ने वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की पटकथा भी अभी से लिखनी शुरू कर दी है। यह जीत जनता का भाजपा के प्रति राज्य में रुझान भी दर्शा रही है।

दाएं-बाएं करने वालों को भी मिला संदेश
भाजपा प्रत्याशी की इस जीत ने उन तमाम लोगों के मुँह भी बंद करने का काम किया है जो गाहे बगाहे नेतृत्व परिवर्तन और न जाने कैसे कैसे हवाई दावे गढ़ने लगते हैं। बागेश्वर सीट पर हुई इस जीत का संदेश आज दूर तक गया है। दूसरी ओर, इस जीत ने आलकमान को भी पूरी तरह से आश्वस्त कर दिया है कि 2024 के रण में धामी से बेहतर और कोई नेतृत्वकर्ता नहीं हो सकता।

5 सितंबर को होने वाले उपचुनाव़ से पहले उमड़ी भीड़ ने दे दिए बड़े संकेत

बागेश्वर में आगामी 5 सितंबर को होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव से पहले आज जिस तरह से बागेश्वर एवं गरुड़ में आयोजित सीएम धामी के रोड-शो में जनसैलाब उमड़ा, उसने चुनाव से पहले ही भाजपा प्रत्याशी के लिए शुभ संकेत दे दिए हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आज की इन दो रोड-शो में उमड़ी हजारों की यह भीड़ काफी कुछ कह गयी। खास बात यह कि दोनों ही स्थानों पर बड़ी संख्या में मातृशक्ति ने पहुँचकर भाजपा प्रत्याशी को एक तरह से अपना आशीर्वाद देने का काम किया।

भाजपा ने बागेश्वर उपचुनाव में पूर्व मंत्री चंदन राम दास की पत्नी पार्वती दास को अपना उम्मीदवार बनाया हुआ है। यहां पर भाजपा का सीधा मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार से है लेकिन भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में हो रही जनसभाओं, रैलियों, रोड-शो आदि में उमड़ रही भीड़ नतीजों को लेकर बहुत कुछ कह रही है।

आज भी बागेश्वर एवं गरुड़ में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दो रोड-शो रखे गए थे। अहम बात ये कि दोनों ही स्थानों पर सीएम धामी को सुनने के लिए हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। यहां पूरा माहौल भाजपा मय हो गया। रोड-शो में उमड़ा लोगों का यह जनसैलाब यह बताने के लिए भी काफी था कि सीएम धामी के विकास के मॉडल को जनता-जनार्दन हाथों-हाथ ले रही है। वहीं, मुख्यमंत्री धामी ने इस दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुद्दा विहीन है। भीड़ को देख गदगद हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बागेश्वर का उपचुनाव भारत वर्ष में एक संदेश लेकर जाएगा। बागेश्वर एम धार्मिक भूमि है। प्रधानमंत्री मोदी उत्तराखंड के सभी धार्मिक स्थलों के विकास के लिए रात दिन लगे हुए हैं।

16 अगस्त को भारी जन समर्थन के साथ भाजपा प्रत्याशी बागेश्वर मे करेगा नामांकनः भट्ट

भाजपा बागेश्वर उपचुनाव मे मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में 16 अगस्त को व्यापक जन समूह के साथ पार्टी प्रत्याशी का नामांकन करेगी।फिलहाल पार्टी ने 3 नामों का पैनल केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड के समक्ष भेज दिया है जिस पर विचार के उपरांत शीघ्र ही पार्टी उम्मीदवार के नाम पर मुहर लग जायेगी ।

पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से अनौपचारिक वार्ता मे उन्होंने कहा कि वीरवार को राज्य चुनाव समिति ने विचार विमर्श के बाद 3 शीर्ष नामों को केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड को भेज दिया है। संभवत शीघ्र ही पार्टी पार्लियामेंट्री बोर्ड नामों पर विचार कर उम्मीदवार की घोषणा कर देगा।
उन्होंने बताया, संगठन ने प्रत्याशी के नामांकन की तैयारी शुरू कर दी है जिसके अनुसार 16 अगस्त को अपार जनसमूह के साथ पार्टी प्रत्याशी का नामांकन किया जायेगा । इस दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।
भट्ट ने कहा कि कार्यकर्ताओं की सहमति और जनभावनाओं के अनुरूप उम्मीदवार उम्मीदवार तय किया जायेगा। पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय चंदन राम दास जीवनपर्यंत बागेश्वर क्षेत्र की भलाई के लिए काम करते रहे हैं लिहाजा स्थानीय जनता और कार्यकर्ताओं में उनके परिवार के प्रति सद्भावना होना तय है । पार्टी वहां कार्यकर्ताओं की सहमति से ऐसे उम्मीदवार को खड़ा करेगी जो स्वर्गीय दास के अधूरे कार्यों को पूरा कर जनभावनाओं पर खरा उतरे।

उन्होंने कांग्रेस की चुनौती को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा सकारात्मक राजनीति करते हुए जीतने के लिए और कांग्रेस हारने के लिए चुनाव लड़ती है। हम पूर्व निधारित नीति के अनुसार पार्टी प्रत्याशी का चयन करते हैं और कांग्रेस अपनी पार्टी के अंदर और बाहर उम्मीदवार ढूंढती है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस को आज अपनी पार्टी में ही कोई उम्मीदवार नहीं मिल रहा है और मीडिया के माध्यम से जानकारी आ रही है कि वे उम्मीदवार दूसरी पार्टी से आयात करने वाले हैं । दोनों पार्टियों में सोच का यही फर्क हमे रिकॉर्ड मतों से जिताने वाला है और कांग्रेस की एक बार फिर से जमानत जब्त होने वाली है।
भट्ट ने सड़कों को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष द्वारा जारी वीडियो को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री धामी के बेहतर प्रबंधन में मानसूनी आपदा के बावजूद आज प्रदेश की सड़के मात्र घंटे दो घंटे में खोल दी जाती हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को अपना जमाना याद करना चाहिए जब एक एक महीने तक सड़के बंद रहती थी। उन्होंने सलाह देते हुए कहा, सड़क बंद के साथ सड़क खुलने की वीडियो भी उन्हे डालनी चाहिए ताकि बाहर से आने वाले लोग भ्रमित न हो और राज्य की छवि प्रभावित नही हो।

बागेश्वर में सीएम की 17 घोषणाओं पर एसीएस ने अधिकारियों को शीर्ष प्राथमिकता पर करने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा बागेश्वर विधानसभा के लिए की गई कुल 17 घोषणाओं की प्रगति की सचिवालय में समीक्षा के दौरान अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों को सीएम घोषणाओं का क्रियान्वयन शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिए हैं। एसीएस रतूड़ी ने स्पष्ट किया कि सभी विभाग टारगेट ऑरियेन्टेड कार्यशैली के साथ सरलीकरण की प्रक्रिया को अपनाते हुए सीएम की घोषणाओं पर गम्भीरता से कार्य करें।

बैठक के दौरान धर्मस्व विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत बागनाथ मन्दिर में निर्माणधीन धर्मशाला एवं काल भैरव धर्मशाला के पुर्नद्धार हेतु शासन स्तर से शासनादेश एवं धनराशि निर्गत कर दी गई है तथा आगे की कार्यवाही गतिमान है। हरज्यू मन्दिर दफौट, नीलेश्वर एवं चण्डिका मन्दिर, बागेश्वर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने हेतु कार्यवाही गतिमान है। कोट भ्रामरी मंदिर के स्थल विकास के सम्बन्ध में भी कार्यवाही गतिमान है।

बैठक में लोक निर्माण विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि पालडी से जैनकरास मोटर मार्ग एवं गुरना से नैनी उडियार मोटर मार्ग के डामरीकरण के सम्बन्ध में शासनादेश जारी हो चुका है। चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जानकारी दी गई है कि बागेश्वर जिला चिकित्सालय के भवन की स्वीकृति के सम्बन्ध में कार्यवाही गतिमान है। नागरिक उडडयन विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि बैजनाथ मेला डुंगरी हैलीपैड विस्तारीकरण के सम्बन्ध में जल्द ही सर्वेक्षण की कार्यवाही आरम्भ की जाएगी।

बैठक में परिवहन विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि बागेश्वर को रेलवे मानचित्र में स्थान दिलाये जाने के लिए टनकपुर-बागेश्वर रेलवे लाईन का निर्माण कराये जाने के लिए भारत सरकार में प्रयास के सम्बन्ध में आयुक्त कुमाऊ मण्डल एवं जिलाधिकारी बागेश्वर, चम्पावत तथा अल्मोड़ा को पूर्वाेत्तर रेलवे गोरखपुर द्वारा उपलब्ध करायी गयी टनकपुर बागेश्वर नई प्रस्तावित रेल लाईन के फाइनल लोकेशन सर्वे से सम्बन्धित सूचना के सम्बन्ध में अपनी रिर्पाेट उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिए गए है। संस्कृति विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि कोट भ्रामरी मेले को राजकीय मेला घोषित करने के सम्बन्ध में कार्यवाही गतिमान है।

बैठक में सचिव अरविन्द सिंह हयांकी, हरीचंद सेमवाल, अपर सचिव विनीत कुमार, डा0 अमनदीप कौर, सी रविंशकर, जगदीश काण्डपाल तथा सम्बन्धित विभागों के अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

हजारों जनसैलाब ने नम आंखों से दी मंत्री चंदन राम दास को अंतिम विदाई

दिवंगत बागेश्वर विधायक व कैबिनेट मंत्री चन्दन राम दास को जनसैलाब ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई। प्रातः 10.45 बजे उनके आवास से भारी जन समूह के साथ निकली शव यात्रा जब तक सूरज चांद रहेगा, चन्दन तेरा नाम रहेगा व चन्दन अमर रहे जैसे नारों के साथ बाजार होते हुए बागनाथ सरयू घाट पहुंची। जहां पर राजकीय सम्मान व पुलिस टुकडी की मातमी धुन के साथ अंतिम विदाई दी गयी। दिवंगत कैबिनेट मंत्री चन्दन राम दास की चिता को उनके दोनों पुत्रों द्वारा मुखाग्नि दी गयी।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, रेखा आर्या, प्रेम चन्द्र अग्रवाल, सौरभ बहुगुणा, प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, विधायक सुरेश गढ़िया, विशन सिंह चुफाल, दीवान सिंह बिष्ट, भोपाल राम टम्टा, प्रमोद नैनवाल, बंशीधर भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव, जिलाधिकारी अनुराधा पाल, पुलिस अधीक्षक हिमांशु वर्मा ने पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शोक संवेदना प्रकट कर स्व0 चन्दन राम दास के आकस्मिक निधन को राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि ईश्वर पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। उन्होंने कहा स्व0 दास सहज व मृदुभाषी थे, उनका हमारे बीच से यो चले जाना दुखद है। यह समाज, राज्य व पार्टी के लिए भी अपूरणीय क्षति है। उन्होंने हमेशा गरीबों व समाज के अंतिम छोर पर खडे व्यक्ति के लिए काम किया व जन आवाज को विधानसभा में प्रमुखता से उठाते थे। उन्होंने कहा उनके सपनों व संकल्पों को आगे बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने शोकाकुल परिवार को उनके घर जाकर ढांढस बधाया।

इस दौरान विधायक सरिता आर्या, राम सिंह कैडा, मेयर जोगेन्द्र रौतेला, पूर्व मंत्री बलवंत सिंह भौर्याल, जिलाध्यक्ष भाजपा इन्द्र सिंह फर्स्वाण, पूर्व विधायक शेर सिंह गडिया, महेश नेगी, ललित फर्स्वाण, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल, अल्मोडा प्रकाश चन्द्र जोशी, नगर पंचायत अध्यक्ष गोविन्द सिंह बिष्ट, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र सिंह बिष्ट, संगठन मंत्री अजेय कुमार, ब्लॉक प्रमुख गोविन्द दानू, पुष्पा देवी, हेमा बिष्ट, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी, देवकी नंदन जोशी, खंडक टगडिया, कुन्दन रैखोला, अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल, प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 डीपी जोशी, उपजिलाधिकारी हरगिरि, मोनिका सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी व जनसैलाब मौजूद रहा।

बागेश्वर की कविता देवी और देहरादून की निकिता चौहान को राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बागेश्वर जिले की कविता देवी तथा देहरादून जिले की निकिता चौहान को भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान 2023 के लिए चयनित होने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारे राज्य की महिला सरपंचों को यह सम्मान मिलना प्रदेशवासियों विशेषकर यहां की महिलाओं के लिए गौरव का विषय है। यह सम्मान उत्तराखण्ड में जमीनी स्तर पर महिला नेतृत्व के असाधारण योगदान का सम्मान है। यह सम्मान उन सभी लोगों को प्रेरित करेगा जो अपने गांवों को स्वच्छ बनाने तथा गांवों में जल संरक्षण के लिए कार्य कर रहे हैं। गांवों को स्वच्छ बनाने, ओडीएफ प्लस मॉडल गांवो के निर्माण, हर घर जल मिशन व जल संरक्षण में ग्राम प्रधानों एवं सरपंचों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उत्तराखण्ड में महिला ग्राम प्रधान, महिला सरपंच, महिला स्वच्छाग्रही, महिला स्वयं सहायता समूह, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री बहनें धरातल स्तर पर अपनी प्रभावी नेतृत्व क्षमता और कुशल प्रबन्धन के माध्यम से राज्य के विकास में असाधारण योगदान दे रही हैं।
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान के तहत 04 मार्च से अर्न्तराष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह मनाया जाएगा। इस वर्ष उत्तराखण्ड की दो महिलाओं का चयन भी स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान 2023 के लिए हुआ है। 04 मार्च को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू तथा केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत इन्हें सम्मानित करेंगे। भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा जनपद बागेश्वर से सरपंच कविता देवी तथा देहरादून जिले से सरपंच निकिता चौहान को अपने गांवो को ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) प्लस मॉडल बनाने की दिशा में उत्कृष्ट कार्य तथा असाधारण योगदान देने हेतु स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान 2023 के लिए चयनित किया गया है।

बागेश्वर में उत्तरायणी मेला में वर्चुअल माध्यम से जुड़े सीएम, गरूड़ में की खेल मैदान बनाने की घोषणा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में सौर ऊर्जा की अपार संभावनाएं हैं। सौर ऊर्जा के सही उपयोग एवं इसे बढ़ावा देने हेतु जल्द ही राज्य में सौर ऊर्जा नीति लाई जाएगी। जिस परियोजना में सबसिडी भी प्रदान की जाएगी। इससे प्रदेश के हजारों युवाओं को भी जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा बागेश्वर को रेलवे के मानचित्र में जोड़ने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार मिलकर तेजी से कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल माध्यम से बागेश्वर में उत्तरायणी मेला-2023 के शुभारम्भ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने बागेश्वर जिले हेतु बालीघाट – धरमघर सड़क का जीर्णाेद्धार किए जाने, गोलू मार्केट गरुड़ का विनियमितीकरण किए जाने एवं बागेश्वर में खेल मैदान निर्माण कार्य किए जाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवभूमि के लोक पर्व उत्तरायणी और मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कुमाऊँ की काशी, बागेश्वर में बाबा बागनाथ के मंदिर की छांव तले, सरयू गोमती और अदृश्य सरस्वती नदी के संगम तट पर आयोजित होने वाले उत्तरायणी मेले की भी आप सभी को बधाई देता हूँ। उन्होंने कहा मकर संक्रांति एकमात्र पर्व है, जिसका आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही दृष्टियों से व्यापक महत्व है। हम सभी मकर संक्रांति को सूर्य के उत्तरायण होने के साथ-साथ भीष्म पितामाह के देह त्याग के दिन के रूप में भी जानते हैं। संक्रान्ति का अर्थ है “परिवर्तन“ इस दिन सूर्य भगवान धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इसे पुण्यकाल और संक्रमण काल के रूप में स्वीकार किया जाता है। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर पतित-पावनी सरयू नदी खासकर त्रिमाधी स्नान के साथ पौराणिक बागनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना का पौराणिक काल से ही विशेष धार्मिक महत्व रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राष्ट्र की सांस्कृतिक विविधता को समाहित करने वाला यह सांस्कृतिक आयोजन, हम सभी को अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के निर्वहन के संकल्प की भी याद दिलाता है। इस तरह के सांस्कृतिक मेले हमारी विलुप्त होती लोक विरासत को संरक्षण प्रदान कर रहा है और आने वाली पीढ़ी को हमारी लोक संस्कृति से परिचित कराने का कार्य कर रहा है। राष्ट्र और संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से जानने का अवसर प्रदान करने वाला यह सांस्कृतिक मेला, निश्चित रूप से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का कार्य करेगा। ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से हमारे राज्य के कलाकारों को भी एक मंच प्राप्त होता है और उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज उत्तराखंड का ही नहीं बल्कि पूरे देश का भी सांस्कृतिक वैभव बढ़ रहा है। उत्तराखण्ड की डबल इंजन की सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास को सार्थक करने हेतु प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार ने वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का विकल्प रहित संकल्प लिया है। इस संकल्प की पूर्ति हेतु हमारी सरकार ने हर क्षेत्र में विकास कार्यों की एक नई श्रृंखला स्थापित करने का कार्य किया है, जिसमे बागेश्वर जिला भी शामिल है। राज्य सरकार के सर्वश्रेष्ठ उत्तराखण्ड के निर्माण के संकल्प को पूरा करने में जनता से अपने दायित्वों के निर्वहन की अपेक्षा करता हूँ। सरकार के इस पावन पुनीत लक्ष्य को पूरा करने में अपना सहयोग प्रदान करेंगे और उत्तराखंड को देश का नंबर वन राज्य बनाएंगे।

इससे पूर्व उत्तरायणी मेला-2023 में तहसील परिसर से विभिन्न विद्यालयों के बच्चों तथा विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक झांकी का प्रदर्शन किया गया।

उत्तरायणी मेला-2023 में विधानसभा बागेश्वर के अंतर्गत 1085.17 लाख की 12 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया। 247.24 लाख की 03 योजनाओं का शिलान्यास तथा 837.93 लाख की 09 योजनाओं का लोकार्पण शामिल रहा। जिसमे लोनिवि विभाग द्वारा 86.61 लाख से बागेश्वर-जौलकाण्डे मोटर मार्ग में पी0सी0 का कार्य, 73.16 लाख की धनराशि से विकास खंड गरूड अंतर्गत कौसानी-भतडिया मोटर मार्ग के किमी. 01 से किमी. 04 तक पी0सी0 द्वारा सुधारीकरण कार्य तथा 87.5 लाख की धनराशि से विकासखंड गरूड अंतर्गत कन्धार-रौल्यान-मजकोट मोटर मार्ग के किमी. 08 से किमी. 11 तक पी0सी0 द्वारा सतह सुधारीकरण कार्यों का शिलान्यास किया गया। पी.एम.जी.एस.वाई विभाग की 278.41 लाख धनराशि से कन्धान-रौल्याना मोटर मार्ग किमी. 01 से सिमखेत मोटर मार्ग के किमी. 02 से 42 मीटर स्पान स्टील गार्डर सेतु, शिक्षा विभाग अंतर्गत 133.14 लाख से राइंका असौ में विज्ञान प्रयोगशाला, आर्ट-क्राफ्ट रूम, कम्प्यूटर कक्ष, पुस्तकालय कक्ष एवं दो कक्षा-कक्ष तथा बालक-बालिका शौचालय का निर्माण, 40.20 लाख से राइंका भटखोला में भौतिक/रसायन/जीवन विज्ञान प्रयोगशालाओं का निर्माण कार्य, 41.70 लाख से राबाइंका बागेश्वर में भौतिक/रसायन/जीवन विज्ञान प्रयोगशालाओं का निर्माण कार्य, 40.75 लाख से राइंका रवाईखाल में भौतिक/रसायन/जीव विज्ञान प्रयोगशालाओं का निर्माण कार्य तथा 69.18 लाख की धनराशि से राइंका अमस्यारी में भौतिक विज्ञान/रसायन विज्ञान/जीवन विज्ञान प्रयोगशालाओं एवं दो बालिका शौचालय निर्माण कार्य आदि है। वहीं लघु डाल विभाग अंतर्गत 55.22 लाख की मन्यूडा-गागरीगोल लिफ्ट सिंचाई योजना व 80.00 लाख की बिलौना लिफ्ट सिंचाई योजना तथा सिंचाई विभाग के अंतर्गत 99.33 लाख से अग्निकुण्ड में सरयू नदी के दाये पार्श्व पर हनुमान मंदिर के समीप घाट निर्माण कार्य का लोकार्पण शामिल रहा।

इस अवसर पर सांसद अजय टम्टा, प्रदेश प्रभारी भाजपा दुष्यंत गौतम, जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव, विधायक सुरेश गढ़िया, नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल, ब्लॉक प्रमुख हेमा बिष्ट, पुष्पा देवी, गोविंद दानू, जिला अधिकारी अनुराधा पाल, पुलिस अधीक्षक हिमांशु वर्मा एवं अन्य लोग मौजूद रहे।