एनआईटी की आधारशिला के बाद अब यहां नियमित रूप से पठन पाठन का कार्य होगाः राज्यपाल

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एवं केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने सुमाड़ी, पौड़ी गढ़वाल में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी), उत्तराखण्ड के स्थायी परिसर का भूमि पूजन कर शिलान्यास किया।

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने अपने संबोधन में कहा कि आज एक ऐसे संस्थान का भूमि पूजन व शिलान्यास हुआ है जिसकी वर्षों से प्रतीक्षा थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक एवं उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के अथक प्रयासों से सुमाड़ी में एनआईटी का शिलान्यास संभव हुआ है। देवभूमि उत्तराखण्ड में आईआईटी, आईआईएम व एनआईटी जैसे प्रसिद्ध राष्ट्रीय संस्थान हैं। पिछले 10 वर्षों से एनआईटी का स्थाई कैम्पस नहीं होने के कारण यहां के शिक्षकों व छात्रों ने अनेक चुनौतियों का सामना किया। एनआईटी की आधारशिला रखने के बाद अब इसमें नियमित रूप से पठन-पाठन का कार्य होगा। उम्मीद है कि 2022 में भारत की स्वत्रंता के 75 वर्ष पूर्ण होने तक एनआईटी का निर्माण कार्य पूरा हो जायेगा।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि लोगों के मन में संशय था कि एनआईटी श्रीनगर में रहेगा या बाहर जायेगा। मगर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को मानव संसाधन विकास मंत्री की जिम्मेदारी दी, तो सबके मन से यह संशय हट गया था। इसके परिणामस्वरूप ही आज सुमाड़ी में एनआईटी के स्थायी परिसर का भूमि पूजन व शिलान्यास किया गया है। एनआईटी में पेयजल की उपलब्धता के लिए 20 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये हैं। 05 करोड़ रूपये आकस्मिक निधि से रिलीज कर दिये हैं। एनआईटी के लिए आन्तरिक सड़को के लिए खर्चा भी राज्य सरकार वहन करेगी। एनआईटी के लिए बिजली के लिए अलग से सुविधा दी जायेगी, जिस पर लगभग 30 करोड़ रूपये का खर्चा होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यदायी संस्था एनआईटी के निर्माण में तेजी से कार्य करे, राज्य सरकार द्वारा धनराशि देने में कोई विलम्ब नहीं किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि श्रीनगर हमारे उत्तराखण्ड का केन्द्र बिन्दु है, तमाम शैक्षणिक संस्थाएं, मेडिकल कॉलेज और आने वाले समय में यहां रेल भी पहुंचने वाली है, आल वेदर रोड़ एवं रेल का काम तेजी से चल रहा है। हमारी कोशिश है कि 2024-25 तक रेल कर्णप्रयाग तक पहुंच जाए। 80 प्रतिशत रेलवे लाईन टनल के अन्दर है, श्रीनगर के पास तथा अनेक स्थानों पर टनल निर्माण का कार्य अत्याधुनिक रोबोटिक मशीनों द्वारा बहुत तेजी से किया जा रहा है। भविष्य में श्रीनगर में रेलवे स्टेशन बनेगा जिससे श्रीनगर का विकास होगा, उद्योगों की स्थापना होगी। यहां कालेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्रों के सामने एक मौका है जिससे हम अपने क्षेत्र का चहुंमुखी विकास कर सकेंगे।

केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि आज यहां पर एनआईटी का भूमि पूजन व शिलान्यास हो रहा है। एनआईटी से अनेक प्रतिभाशाली छात्र निकल रहे हैं। यहां के छात्र प्रशासनिक, इंजीनियरिंग व अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों में कार्य कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि यहां हम एनआईटी के साथ केन्द्रीय विद्यालय भी बनायें, ताकि यहां के बच्चे यहीं अध्ययन कर सकें। सुमाड़ी में एनआईटी की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री ने अनेक प्रयास किये। इस भवन निर्माण का कार्य 02 साल के अन्दर पूर्ण किया जायेगा। परिसर बनने के बाद दुनियाभर से छात्र यहां अध्ययन के लिए आयेंगे।

सांसद ने की, मसूरी एक्सप्रेस में दो कोच कोटद्वार के लिए जोड़ने की मांग

पौड़ी गढ़वाल सीट से भाजपा सांसद तीरथ सिंह रावत ने अपने संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत कोटद्वार के लिए अतिरिक्त रेल सेवाओं के संचालन का आग्रह मुरादाबाद मंडल से किया है। उन्होंने कहा कि कोटद्वार से रामनगर और टनकपुर रेल सेवा आरंभ किए जाने से राज्य के दोनों मंडलों के लोगों को खासी सहूलियत होगी। सांसद तीरथ सिंह रावत ने बताया कि उत्तर रेलवे मुरादाबाद मंडल की बैठक में उन्होंने इस प्रकार का सुझाव दिया है। इनमें यह बात भी रखी गई कि रानीखेत एक्सप्रेस, उत्तरांचल संपर्क क्रांति को पीरुमदारा में यात्रियों की सुविधा के लिए दस मिनट के लिए रोका जाए। गढ़वाल एक्सप्रेस का कोटद्वार पहुंचने का समय दोपहर बाद तीन बजे का है, इस कारण कोटद्वार से गढ़वाल के अन्य हिस्सों में जाने वाले लोगों को यातायात सुविधा नहीं मिल पाती। लिहाजा, इस ट्रेन के समय में परिवर्तन कर इसका कोटद्वार पहुंचने का समय दोपहर एक बजे निर्धारित किया जाए। उन्होंने कहा कि मसूरी एक्सप्रेस में दो कोच देहरादून से कोटद्वार आने वाले यात्रियों के लिए होते थे लेकिन लंबे समय से यह व्यवस्था बंद है। इससे यात्रियों को खासी दिक्कत हो रही है। इस व्यवस्था को बहाल किया जाए। रावत के मुताबिक इन विषयों के अलावा रामनगर रेलवे स्टेशन को बरेली से मुरादाबाद डिविजन में शामिल करने और कोटद्वार व रामनगर रेलवे स्टेशन पर ओवरब्रिज निर्माण का विषय भी बैठक में रखा गया। भाजपा संासद ने उम्मीद जताई कि शीघ्र ही इस संबंध में रेलवे उचित कदम उठाएगा।

दिनदहाड़े युवक को बदमाशों ने मारी गोली, दशहत

मंगलवार को पौड़ी जनपद के कोटद्वार थाना क्षेत्र के अंतर्गत दिनदहाड़े बदमाशों ने एक युवक पर गोली चला दी। आननफानन में युवक को बेस अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। तब तक बदमाश फरार हो चुके थे।

सिमलचौड़ में एएसपी आवास और एआरटीओ कार्यालय के पीछे शिव केबल नेटवर्क का मुख्यालय है। यहीं पर केबल संचालक अजय सिंह रावत का आवास भी है। दो महीने से यहां पर शिमला बाईपास देहरादून निवासी शेखर चंद्र ढौंडियाल (43) पुत्र रमेश चंद्र रह रहा था। मंगलवार शाम करीब साढ़े तीन बजे शेखर केबल मुख्यालय के बाहर बरामदे में मोबाइल से बात करते हुए टहल रहा था। इसी बीच सड़क की ओर से पड़ने वाले छोटे गेट से बदमाशों ने उस पर फायर झोंक दिया। वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गया। गोली की आवाज सुनकर केबल कंट्रोल रूम से दूसरे लोग बाहर निकले। तभी केबल संचालक अजय रावत भी बाहर आया और आनन-फानन में शेखर को कार में डालकर बेस अस्पताल ले गया। अस्पताल में उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के हाथ पांव फूल गए। यूपी से सटे मार्गों की नाकेबंदी कर दी गई। यूपी बार्डर से लेकर चिलरखाल फारेस्ट चौकी बैरियर पर आने जाने वाले हर वाहन और दो पहिया वाहन की सघन चेकिंग की गई, लेकिन बदमाश हत्थे नहीं चढ़ सके। एएसपी प्रदीप राय और कोतवाल मनोज रतूड़ी की अगुवाई में पुलिस ने केबल कंट्रोल रूम और आसपास के सीसीटीवी खंगालने शुरू कर दिए हैं। प्रारंभिक जांच में बदमाशों की संख्या तीन बताई जा रही है। हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस का मानना है कि रंजिश की वजह देहरादून से जुड़ी हुई है। हत्या को शार्प शूटर ने अंजाम दिया है।

दो तमंचे और तीन जिंदा कारतूस के साथ पांच गिरफ्तार

पौड़ी जनपद की लक्ष्मणझूला पुलिस ने अवैध शस्त्र रखने के आरोप में हरियाणा के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से दो तमंचे तथा तीन कारतूस बरामद किए गए हैं। पुलिस ने सभी के खिलाफ अवैध शस्त्र रखने के आरोप में आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही बरामद कार को सीज कर दिया है।

आरोपियों की पहचान सागर सिंह पुत्र राजेश कुमार, तनुज जांगड़ा पुत्र संजीव कुमार दोनों निवासी नई बस्ती गली नंबर एक वार्ड नंबर 22 थाना लाइन पार जिला इज्जर हरियाणा, नीरज उर्फ भांजा पुत्र पवन कुमार निवासी वार्ड संख्या सात गली नंबर तीन थाना लाइन पार जिला इज्जर हरियाणा, टीनू पुत्र अतर सिंह निवासी वार्ड संख्या 13 गली नंबर 11 डिफेंस कॉलोनी बहादुरगढ़ जिला इज्जर हरियाणा और नवीन पुत्र सतीश कुमार निवासी ग्राम भूपनिया जिला इज्जर हरियाणा के रूप में हुई है।

पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया है कि वे लोगों को डराने धमकाने के लिए अवैध असलहा साथ लेकर चलते हैं। थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला राकेंद्र सिंह कठैत ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान कई आपराधिक प्रवृत्ति के लोग घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश करते हैं।

ऐसे लोगों की पहचान के लिए पुलिस की टीम अलग-अलग क्षेत्र में चेकिंग अभियान चला रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को टीम ने एक वीआईपी नंबर की कार एचआर-13एन-070 को रोका। तलाशी और पूछताछ में पुलिस ने दो अवैध तमंचे (एक 315 बोर, 12 बोर) और तीन कारतूस बरामद किए।

निकाय चुनाव में कांग्रेस को मिली संजीवनी, भाजपा चित्त

उत्तराखंड में श्रीनगर और बाजपुर नगर निकायों में सोमवार के हुए मतदान के बाद परिणाम जारी हुए। श्रीनगर और बाजपुर दोनों ही जगह कमल को पछाड़ पंजे ने पैठ जमाई। वहीं दून और ऋषिकेश दोनों ही जगह कमल खिला।

श्रीनगर पालिका अध्यक्ष पद पर कांग्रेस का कब्जा
श्रीनगर पालिका अध्यक्ष पर कांग्रेस कब्जा करने में सफल रही है। पार्टी प्रत्याशी पूनम तिवारी ने भाजपा प्रत्याशी सरोजनी रावत को 638 मतों से पराजित कर जीत दर्ज की। पूनम को 4413 और सरोजनी को 3775 मत मिले। निर्दलीय प्रत्याशी आशा उपाध्याय 2930 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रही, जबकि भाजपा की बागी पूर्णकला जैन 1500 मतों के साथ चैथे स्थान पर रही।
नगर पालिका चुनाव में 23,126 मतदाताओं के सापेक्ष 13 हजार 204 मतदाताओं ने वोट डाले थे। बुधवार को तहसील परिसर में अध्यक्ष पद के लिए दो राउंड में मतगणना हुई। कांग्रेस प्रत्याशी पूनम तिवारी ने शुरुआती दौर में ही वार्ड एक से 447 मत प्राप्त कर बढ़त बना ली। भाजपा प्रत्याशी ने बढ़त को कम करने की कोशिश की, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी के ज्यादा मत हासिल करने से भाजपा प्रत्याशी कांग्रेस से आगे नहीं निकल पाईं। आरओ दीपेंद्र नेगी ने बताया कि अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों में बीना चैधरी को 319 और सीमा भंडारी को 215 मत मिले। 52 मत नोटा के खाते में गए और 456 मत रद्द किए गए।

गित्ते ने बाजपुर में दिखाई ‘पंजे’ की ताकत
बाजपुर निकाय चुनाव का परिणाम कांग्रेस के लिए संजीवनी से कम नहीं है। चेयरमैन पद पर कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह गित्ते ने अपने प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी राजकुमार को 2990 मतों से शिकस्त दी। गित्ते को 9025 मत मिले, जबकि राजकुमार को 6035 मत से संतोष करना पड़ा। 18,096 लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया था। मतगणना बुधवार को जीजीआईसी में सुबह आठ बजे से शुरू हुई। पहले चरण में कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह गित्ते को 4727 मत मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी राजकुमार को 2857 मत मिले। 1870 की लीड लेकर कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह गित्ते आगे ही रहे। भाजपा प्रत्याशी राजकुमार अंतिम चरण तक बढ़त नहीं ले पाए।
शाम 5ः45 बजे एसडीएमध्आरओ एपी वाजपेयी ने कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह गित्ते को 2990 मतों से विजयी घोषित कर प्रमाणपत्र सौंपा। इसी तरह चेयरमैन पद पर बसपा के अशोक कुमार गौतम को 66 मत, समाजवादी पार्टी के अरविंद यादव को 244 मत, निर्दलीय अजीम अहमद को 578 मत, निसार अहमद को 674 और महीपाल यादव को 512 वोट मिले। नोटा को 54 मत पड़े। अध्यक्ष पर पद 853 मत निरस्त हुए।

दून और ऋषिकेश के दोनों वार्डों में खिला कमल
दून और ऋषिकेश के दो वार्डों में हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है। देहरादून के आम वाला तरला वार्ड नंबर 61 में भाजपा की नीतू वाल्मीकि ने कांग्रेस की मोनिका को 190 मतों से मात दी। जबकि, ऋषिकेश के वार्ड नंबर तीन दुर्गा मंदिर में प्रियंका यादव ने कांग्रेस प्रत्याशी को 356 मतों से हराया। उपचुनाव के लिए आठ जुलाई को मतदान हुआ था।
बुधवार सुबह देहरादून नगर निगम उपचुनाव की मतगणना निगम परिसर और ऋषिकेश में हुए उपचुनाव की मतगणना तहसील परिसर में हुई। दोपहर करीब एक बजे परिणामों की घोषणा की गई। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बीर सिंह बुदियाल ने बताया कि वार्ड नंबर 61 आमवाला तरला में नीतू वाल्मीकि को 1641 वोट पड़े। जबकि, उनकी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की मोनिका को 1451 मत मिले। इस तरह नीतू ने मोनिका को 190 मतों से मात देकर पार्षद पद पर कब्जा किया।
उधर, ऋषिकेश के दुर्गा मंदिर वार्ड में कांग्रेस की श्यामा राजभर को 567 वोट मिले। जबकि, भाजपा की प्रियंका यादव को 923 वोट पड़े। प्रियंका यादव को 356 वोट से विजयी घोषित किया। नवनिर्वाचित पार्षदों को अगले सप्ताह शपथ दिलाई जाएगी। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि मतगणना के दौरान किसी की कोई शिकायत नहीं आई है।

दोनों वार्डों पर था कांग्रेस का कब्जा
नवंबर-2018 में हुए नगर निगम चुनाव में दोनों वार्डों पर कांग्रेस प्रत्याशी विजयी हुए थे। दुर्गा मंदिर वार्ड ऋषिकेश में कांग्रेस की रीना गुप्ता विजयी हुई थीं। जबकि, आमवाला तरला देहरादून में रीता रानी जीती थीं। लेकिन, दोनों ही प्रत्याशियों के जाति प्रमाणपत्र फर्जी पाए जाने पर उन्हें अयोग्य घोषित करते हुए चुनाव निरस्त कर दिए थे

पनियाली नाले में आए उफान से मलबा फैला, करंट फैलने से तीन की मौत

पनियाली नाले में आए उफान से कौडिया के एक घर में मलबा घुसने के बाद करंट फैल गया। इसकी चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई। यह तीनों उस वक्त कमरों से सामान बाहर निकाल रहे थे। बरसाती नाले का पानी और इसके साथ आया मलबा आमपड़ाव और कौडिया के आधा दर्जन से ज्यादा घरों में घुसा। गुजरे तीन सालों से पनियाली नाला आसपास के इलाकों में कहर बरपा रहा है, लेकिन सिंचाई विभाग यहां बाढ़ सुरक्षा प्रबंध नहीं कर पाया। इससे नाराज क्षेत्रवासियों ने मंगलवार को सिंचाई विभाग के कार्यालय में तालाबंदी की।
कोटद्वार में सुबह सात बजे से शुरू हुई मूसलाधार बारिश करीब डेढ़ घंटे चली। इससे आसपास के इलाकों के नदी-नाले उफान पर आ गए। पनियाली नाले के पानी के साथ काफी मात्रा में मलबा आम पड़ाव और कौडिया स्थित कुछ घरों में घुस गया। इस नाले में सुरक्षा दीवार बनाने के लिए यहां से निकाला गया मलबा वहीं नाले के दोनों किनारों पर एकत्र किया गया था, यही मलबा पानी के बहाव के साथ लोगों के घरों तक पहुंचा। तेज हवाएं चलने और बारिश होने के चलते उस वक्त पूरे इलाके में बिजली भी गुल हो गई।
अफरा-तफरी में लोग घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए। इसी दरम्यान कौडिया निवासी रणजीत सिंह (30) पुत्र बलवीर अपने घर से सामान बाहर निकाल रहा था। उसकी मदद के लिए पड़ोस में रहने वाले अरुण (28) पुत्र कमल और शाकुन (23) पुत्र गुलशन भी वहां पहुंचे थे। तीनों कमरों से सामान निकाल ही रहे थे, तभी इलाके में बिजली की आपूर्ति बहाल हो गई। घर में मलबा भर जाने की वजह से रणजीत के घर में करंट फैल गया। तीनों लोग इसकी चपेट में आ गए। उन्हें तत्काल बेस चिकित्सालय कोटद्वार ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
रणजीत बैंक में कार्यरत था। हादसे में मारे जाने वाले अन्य दोनों युवकों में अरुण मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के ढाकी (नजीबाबाद) और शाकुन इसी जिले सिकरौड़ा नवादा का रहने वाला था। अरुण भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड की कोटद्वार इकाई में कार्यरत था, जबकि शाकुन कोटद्वार में नगर निगम के ट्रेचिग ग्राउंड में कूड़ा निस्तारण के कार्य करता था।

मुख्यमंत्री ने किया ल्वाली झील निर्माण का शिलान्यास

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जनपद पौड़ी गढ़वाल के विकासखण्ड पौड़ी के अन्तर्गत रू0 692.77 लाख लागत की ल्वाली झील निर्माण का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने क्षेत्रवासियों को झील निर्माण के लिए बधाई देते हुए कहा कि इस झील के माध्यम से क्षेत्रवासियों को काफी लंबे समय तक पानी मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे लगभग 34 हेक्टेयर भूमि भी सिंचित हो सकेगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने क्षेत्रवासियों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘‘मन की बात‘‘ कार्यक्रम को सुना। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मन की बात कार्यक्रम में जल संरक्षण एवं योग को अपनाकर इसके प्रचार प्रसार के विषय पर बात की गयी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आने वाले 5 वर्षों के कार्यकाल के लिए जल संरक्षण को अपना महत्वपूर्ण लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि समय के साथ भूमि के जल स्तर में कमी हो रही है। हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए भी पानी की चिन्ता करनी है। इस झील के निर्माण से पानी के जल स्तर में भी सुधार होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे उत्तराखंड में हम विभिन्न स्थानों पर झीलों का निर्माण कर रहे हैं। जनपद पौड़ी के लिए भी हमने 3 झीलें ल्वाली, सतपुली एवं जयहरीखाल में स्वीकृत की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन क्षेत्रों में झीलें है या बनायी गयी हैं, उन क्षेत्रों में सब्जियों की बहुत अच्छी खेती होती है। ल्वाली झील के निर्माण के बाद इस क्षेत्र में सब्जी उत्पादन की बहुत अधिक सम्भावनाएं बढ़ जाएंगी। इस क्षेत्र में फल उत्पादन की भी बहुत सम्भावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस झील का निर्माण 1 वर्ष के अंदर कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि जो भी योजना शुरू की जाती है, उसके कार्य समापन की तिथि भी पहले से ही निश्चित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन खेतों को बनाने में हमारी पीढ़ियां लगी हैं। हमें पहाड़ की खेती को आबाद करते हुए खेती की सम्भावनाएं तलाशनी हैं। इसके लिए हमें पेशेवर तरीके से सोचना शुरू करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में खेती और पर्यटन दोनों में विकास की असीम सम्भावनाएं हैं। सीतामाता मंदिर में पर्यटन सर्किट तैयार किया जाएगा। साथ ही दीपावली के बाद इस मंदिर में भव्य मेले का आयोजन किया जाएगा, जो इस क्षेत्र को पर्यटन से जोड़ने में मददगार होगा।

29 जून में पर्वतीय क्षेत्रों को पौड़ी में मिल सकती है कई सौगात

पौड़ी गढ़वाल कमिश्नरी के गठन की स्वर्ण जयंती, यानी 50 वर्ष पूरे होने के मौके को त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार खास बनाने जा रही है। 29 जून को पौड़ी में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित की जा रही है। यह तीसरा मौका है जब त्रिवेंद्र सरकार देहरादून के बाहर पर्वतीय क्षेत्र में मंत्रिमंडल की बैठक करेगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को सचिवालय में मीडिया से बातचीत में कहा कि कि पौड़ी गढ़वाल कमिश्नरी के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 29 जून को पौड़ी में मंत्रिमंडल की बैठक होगी। इस बैठक में मंत्रिमंडल पर्वतीय क्षेत्रों के विकास से संबंधित फैसलों पर मुहर लगा सकता है। गौरतलब है कि इससे पहले देहरादून से इतर पर्वतीय क्षेत्रों में दो दफा त्रिवेंद्र सिंह रावत मंत्रिमंडल की बैठकें हो चुकी हैं। बीते वर्ष टिहरी महोत्सव के उपलक्ष्य में मंत्रिमंडल की बैठक टिहरी में आयोजित की जा चुकी है।
त्रिवेंद्र मंत्रिमंडल की बैठक गैरसैंण में भी हो चुकी है। गैरसैंण में विधानसभा सत्र के दौरान मंत्रिमंडल की बैठक आहूत की गई थी। इसके अलावा पूर्व की सरकारों के समय भी तीन बार राजधानी देहरादून से बाहर कैबिनेट की बैठकें हो चुकी हैं। पौड़ी में मंडल मुख्यालय होने की वजह से कई मंडलस्तरीय कार्यालय भी वहां हैं। यह दीगर बात है कि पौड़ी में मंडल मुख्यालय समेत पर्वतीय क्षेत्रों में सरकारी कार्यालय होने के बावजूद अधिकारियों की इन कार्यालयों में नियमित उपस्थिति की समस्या अलग उत्तराखंड राज्य बनने के बाद भी बरकरार है। माना जा रहा मंत्रिमंडल पर्वतीय क्षेत्रों की समस्याओं को देखते हुए अहम फैसले ले सकती है।

राज्य की भौगोलिक स्थिति के हिसाब से सरकार कर रही विकास कार्य

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को वीरचन्द्र गढ़वाली मेडिकल कालेज श्रीनगर के परिसर में आयोजित भव्य समारोह में विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत लगभग 50 करोड़ रूपये की योजनाओं का लोकार्पण एवं सिंचाई विभाग की लगभग 21 करोड़ की 12 योजनाओं का शिलान्यास किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने रांसी स्टेडियम को महावीर चक्र विजेता जसवन्त सिंह रावत के नाम से रखे जाने की घोषणा की।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली राजकीय आयुर्विज्ञान शोध संस्थान श्रीनगर में 104 बैडेड गल्र्स इन्र्टन हाॅस्टल श्रीकोट श्रीनगर गढ़वाल, वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली राजकीय आयुर्विज्ञान शोध संस्थान श्रीनगर गढ़वाल के मढ़ी कालोनी चैरास परिसर में 100 बैडेड नर्सेज हाॅस्टल, वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली राजकीय आयुर्विज्ञान शोध संस्थान में मल्टी डिसिप्लीनरी रिसर्च यूनिट (एम.आर.यू), वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली राजकीय आयुर्विज्ञान शोध संस्थान के हे.न.ब. राजकीय बेस चिकित्सालय, श्रीनगर गढ़वाल में प्रधानमंत्री जन औषधी केन्द्र राजकीय नर्सिंग कालेज पौड़ी के नवनिर्मित प्रशासनिक भवन व महिला छात्रावास के भवनों एवं राजकीय नर्सिंग कालेज चमोली का लोकार्पण किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मरोड़ भू कटाव रोधी कार्य लागत 165.69 लाख, नयार नदी के दोनो तटों पर बसे ग्राम सेरा तल्ला एवं पटिंडा की सुरक्षा योजना लागत 208.44 लाख, ग्राम डांगू मल्ला में खटल गड़ नदी के दोनों तटों पर बाढ़ सुरक्षा कार्य लागत 203.75 लाख, किखु में बडोली गदेरा एवं थवलागाड़ पर सुरक्षा योजना लागत 136.47 लाख, संगलाकोटी में बाढ़ सुरक्षा कार्य लागत 110.36 लाख, पाबौ विकासखण्ड के अन्तर्गत 09 पर्वतीय नहरों की पुनरूद्धार की योजना लागत 141.49 लाख, कल्जीखाल विकासखण्ड के अन्तर्गत 6 पर्वतीय नहरों की पुनरूद्धार की योजना लागत 166.03 लाख, ग्राम रतकोट बांगर मे लिफ्ट सिंचाई योजना के निर्माण लागत 180.46 लाख, ग्राम चमासूधार में लिफ्ट सिंचाई योजना के निर्माण लागत 207.31 लाख, ग्राम सिराई तथा कण्डा तल्ला में लिफ्ट सिंचाई योजना निर्माण लागत 176.73 लाख तथा ग्राम जिबई तथा सुकई में लिफ्ट सिंचाई योजना के निर्माण की योजना लागत 296.82 लाख आदि योजनाओं का शिलान्यास किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंचाई विभाग की जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया है, उन्हें समयान्तर्गत पूरा किया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कोई भी एक काम पूर्ण करने के बाद ही दूसरे काम को आरम्भ करें, जिससे समय से कार्य पूर्ण होने पर योजनाओं का सही लाभ मिल सके। राज्य सरकार ने जिन योजनाओं का शिलान्यास किया, उन्हें समय से पूर्ण किया है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेजों में 22 महीनों में 25 तरह के विकास कार्य सम्पन्न हुए है। उन्होंने मेडिकल काॅलेज के समस्त स्टाफ के कार्य को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि आपसी समन्वय से गुणात्मक सुधार होंगे, जिससे शैक्षिक संस्थानों का शैक्षिक वातावरण अच्छा होगा। स्वास्थ्य के क्षेत्र में पौड़ी जिला अस्पताल एवं टिहरी जिला अस्पताल में विकासपरक योजना लाई जा रही है, जिनका टेण्डर हो चुका है। इन चिकित्सालयों में 11-11 विशेषज्ञ डाॅक्टर एवं 10-10 अन्य चिकित्सक होंगे। इसके आलावा कलस्टर में दो चिकित्सालय पाबौ एवं घण्डयाल को जोड़ा गया, जिसमें 4-4 डाॅक्टर और 3-3 मोबाइल वैन यहां पर होंगी, ताकि दूरस्थ गांवों में भी अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत के कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि विधान सभा क्षेत्र श्रीनगर के अन्तर्गत 51 इण्टर कालेज में ई-लर्निंग की सुविधा एवं 12 हजार छात्रों को टाटमुक्त कर फर्नीचर दिये जाने पर को बधाई दी। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच को साकार करते हुए डाॅ. रावत ने 100 ग्राम सभाओं में सार्वजनिक पुस्तकालय बनाने की जो पहल की है, वह सराहनीय है। जबकि शराब के खिलाफ अभियान चलाने वाली टिंचरी माई, आर्टिस्ट मोलाराम, विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणीय कार्य करने वाले शिक्षा मंत्री स्व. भगत दर्शन नेगी आदि के स्मारक बनाने पर भी डा. रावत की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कहा कि रिवर फ्रंट रोड़ डेवलप का प्रस्ताव भारत सरकार ने स्वीकार कर दिया है, और 50 लाख डीपीआर के लिए मंजूरी दी है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य को पर्यटक प्रदेश के रूप में विकसित करने के लिए अग्रसर है। इसके लिए खर्चीले पर्यटकों की राज्य में चहलकदमी हेतु विभिन्न योजनाओं के तहत सुगम सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अच्छी सड़के, अच्छे होटल एवं अच्छे सर्विस सेंटर बनाये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिन दूरस्थ क्षेत्रों में हमने डाॅक्टरों को भेजा है, वे वहां पर रहकर अपने कत्तव्यों का पालन करें। उपचार डाॅक्टरों द्वारा ही किया जाना है। राज्य सरकार भौगोलिक चुनौतियों को स्वीकार करते हुए सुविधाये उपलब्ध करायेगी। उन्होंने कहा कि जनता को किये गये वादे के अनुरूप एक हजार के स्थान पर 1134 डाॅक्टरों की नियुक्ति कर पहाड़ों में तैनाती की है। उन्होंने कहा कि टिहरी की जिलाधिकारी ने हैलो डाॅक्टर करके एक टेली मेडिसन की योजना शुरू की, जिसके तहत गांव के छोटे-छोटे हाॅस्पिटलो को जिला अस्पताल से जोड़ा और इसमें 46 लाख का साल का खर्चा आया है। इससे रोगियों को जिला अस्पताल नहीं आना पड़ता है और उनका वहीं पर इलाज हो जाता है।
उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल में पूरे प्रदेश एवं देश को भरोसा दिलाया है कि राज्य सरकार इमानदारी से काम कर रही है और लोगों को भी विश्वास हो गया है कि मुख्यमंत्री जो बोलते हैं वह करके दिखाते है। उन्होंने कहा कि दिनांक 6 मार्च, 2019 को परेड ग्राउण्ड देहरादून में ‘‘युवा उत्तराखण्ड स्वरोजगार एवं उद्यमिता की ओर‘‘ से संबंधित एक विशाल भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 12 हजार युवा शामिल होगें। साथ ही 52 डिग्री कालेजों के छात्र भी इस कार्यक्रम से लाइव जुडेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 3 से 6 साल तक के आंगनबाड़ी केन्द्रों में पढ़ने वाले 3 लाख बच्चे को पौष्टिक आहार के रूप में सप्ताह में दो बार आंचल का दूध पिलाया जा रहा है, जिसे अब प्रतिदिन पिलाये जाने हेतु योजना का शुभारम्भ किया जायेगा। कहा कि हमारी सरकार ने लगभग 3.50 लाख नौजवानों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार दिया है और इसी श्रृखंला में हम वर्ष 2019 को रोजगार वर्ष के रूप में मनाने जा रहे हैं।
इस मौके पर विधायक पौड़ी मुकेश कोली, विधायक बद्रीनाथ महेन्द्र भट्ट, चिकित्सा शिक्षा सचिव नितेश कुमार झा, पौड़ी नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम, पौड़ी ब्लाॅक प्रमुख संतोषी रावत सहित कई गणमान्य व्यक्ति एवं आम-जनमानस उपस्थित था।

मुख्यमंत्री ने अलकनंदा पावर प्रोजेक्ट की समीक्षा की

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिवालय में अलकनंदा जल विद्युत परियोजना की समीक्षा बैठक के दौरान जीवीके पावर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर को निर्देश दिए कि क्षेत्र के लोगों को जलापूर्ति हेतु परियोजना का शेष कार्य शीघ्र पूरा किया जाए।
मुख्यमंत्री ने परियोजना के निर्माण में हो रही देरी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निदेशक जीवीके को निर्देश दिए कि परियोजना को फरवरी माह के अंत तक पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि अलकनंदा नदी के आसपास के क्षेत्र के लोगों का एकमात्र जल स्रोत अलकनंदा नदी है। इसके लिए जल संस्थान, पेयजल निगम, जीवीके पावर आदि सम्बंधित विभाग आपसी सामंजस्य स्थापित कर न्यूनतम जलापूर्ति सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि परियोजना के आसपास के क्षेत्रों में रोशनी सहित अन्य सुरक्षा व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि परियोजना से प्रभावितों के बकाया भुगतान में शीघ्रता की जाए।
इस अवसर पर राज्य मंत्री धन सिंह रावत, विधायक विनोद कंडारी, सचिव पेयजल अरविन्द ह्यांकी, सचिव मुख्यमंत्री राधिका झा, निदेशक जीवीके पावर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर पीवी प्रसन्ना रेड्डी एवं महाप्रबंधक पेयजल निगम भजन सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।