किसने कहा, 2024 में देश की बागडोर संभालेंगे योगी!

देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट को उम्मीद है कि उनका बेटा देश का प्रधानमं़त्री बनेगा। उन्होंने तो योगी आदित्यनाथ के प्रधानमंत्री बनने तक की तारीख बता दी है, उनका कहना है कि 2024 में योगी भारत के प्रधानमंत्री होंगे।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद बिष्ट को भरोसा है कि उनका बेटा एक दिन प्रधानमंत्री बनेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए योगी की जरूरत थी। जिस तरह योगी विकास के लिए तेजी से फैसले ले रहे हैं, उससे वह संतुष्ट हैं।
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि मुख्यालय में गुरूवार को पत्रकारों से सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि यूपी और उत्तराखंड के विकास कार्यों को लेकर सरकार की कार्यप्रणाली में 9 और 10 का अंतर है। विकास की गति पर उन्होंने उत्तराखंड को नौ और यूपी को 10 अंक दिए। उन्होंने कहा उत्तराखंड में उतनी तेजी से निर्णय नहीं हो रहे। यहां की भौगोलिक परिस्थितियों के कारण ऐसा हो रहा है।
उन्होंने बताया कि योगी चुनाव के दौरान फरवरी में गांव आए थे। मौजूदा विधायक ऋतु खंडूड़ी को जीत दिलाने में योगी की बड़ी भूमिका रही। गांवों की समस्या के बारे में उन्होंने कहा कि यदि गांवों में चकबंदी हो जाय तो बेहतर रहेगा। इससे पलायन भी रूकेगा। जिन स्कूलों में छात्र संख्या कम है, उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा बंद कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि महायोगी गुरूगोरखनाथ महाविद्यालय बिथयाणी के प्रबंधक होने के नाते वह कॉलेज की मान्यता संबंधी कार्य के लिए यहां आए हैं। मेरा प्रयास है कि कॉलेज में पीजी की कक्षाएं शुरू हों। इस क्षेत्र में यह अकेला महाविद्यालय है।

गाली गलौच, अभद्रता और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोपी है बेनाम

जिला आबकारी अधिकारी पौड़ी के साथ गाली-गलौच, अभद्रता करने और सरकारी काम में दखल देने के आरोपी पौड़ी पालिकाध्यक्ष यशपाल बेनाम सहित इसी मामले के दो अन्य आरोपियों को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पौड़ी की अदालत ने न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। आरोपियों ने बुधवार को कोर्ट में सरेंडर किया था। आरोपियों की जमानत अर्जी पर सुनवाई गुरुवार को होगी।
जिला आबकारी अधिकारी ने पौड़ी कोतवाली में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। आरोप है कि 24 अप्रैल को पौड़ी डीएम कार्यालय में वार्ता के दौरान पालिकाध्यक्ष पौड़ी यशपाल बेनाम, बिंजाल संस्था की अध्यक्ष सरिता नेगी और अशोक बिष्ट ने जिला आबकारी अधिकारी पौड़ी प्रभा शंकर मिश्रा के साथ अभद्रता और गाली-गलौच की थी। आबकारी अधिकारी ने इस मामले में पुलिस को तहरीर दी थी। जिस पर कोतवाली पौड़ी ने 27 अप्रैल को मुकदमा दर्ज किया। सहायक अभियोजन अधिकारी श्रद्धा रावत ने बताया है कि चार्ज शीट दाखिल होने के बाद कोर्ट ने समन जारी किए थे। बुधवार को आरोपियों ने कोर्ट में सरेंडर किया। साथ ही जमानत अर्जी लगाई। कोर्ट ने आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है और जमानत अर्जी पर सुनवाई की तिथि गुरुवार को नियत की।

गुलदार स्कूल में घुसा और मच गई भगदड़

श्रीनगर के पास बुघाणी मार्ग पर खोला गांव में गुलदार की दहशत है। यहां गुरुवार को दोपहर के समय स्कूल में गुलदार घुस गया। इसके बाद बच्चों और टीचरों की चीख-पुकार मच गई।
जानकारी के अनुसार जूनियर हाईस्कूल स्कूल खोला में गुरुवार को कक्षाएं चल रही थी। स्कूल में उस वक्त चार-पांच बच्चे ही थे। जबकि तीन शिक्षिकाएं मौजूद थीं। सभी एक कमरे में थे। तभी उन्होंने गुलदार के घुर्राने की आवाज सुनीं। सभी सतर्क हो गईं। शिक्षिकाओं ने तुरंत दरवाजा बंद कर लिया। इसी बीच गुलदार स्कूल के आंगन में धमक गया। इससे शिक्षिकाओं ने बच्चों की चीख-पुकार मच गई। यह सुनकर गांव के लोग स्कूल की ओर दौड़ पड़े। काफी देर तक गुलदार आंगन में घुमता रहा। ग्रामीणों को आता देख गुलदार जंगल की ओर भाग निकला।
खोला के नितिन घिल्डियाल व स्कूल की शिक्षिका राधा बिष्ट ने बताया कि स्कूल में गुलदार के घुसने की सूचना मिलने पर गांव वाले स्कूल में पहुंचे। तब जाकर गुलदार वहां से भागा। उन्होंने कहा कि इस घटना से स्कूल के बच्चे व शिक्षिकाएं बुरी तरह से सहमी हुई हैं। सूचना पर श्रीनगर तहसीलदार सुनील राज व वन विभाग की टीम स्कूल में पहुंची। ग्रामीणों ने तहसीलदार व वन विभाग की टीम से गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने तथा गश्त लगाए जाने की मांग की।
तीन लोगों पर झपटा मार चुका है गुलदार
बीते बुधवार को ही गुलदार ने दो अलग-अलग बाइक में सवार तीन लोगों पर झपटा मार दिया था। इस घटना में एक महिला व युवक घायल हो गए थे। उनके पांवों पर गुलदार ने नाखून मारे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार खोला के नरेश कुमार अपनी मां बीना देवी के साथ बाइक से श्रीनगर से खोला गांव जा रहे थे। गांव के नजदीक ही सड़क के ऊपर से गुलदार ने उन पर हमला कर दिया। जिसमें बीना देवी के पांवों पर गुलदार ने नाखून गाड़ दिए। बाइक का हमला होते ही नरेश कुमार ने बाइक की स्पीड तेज कर दी। जिससे वह गुलदार के चंगुल से बच गए। इसी घटना के दस मिनट बाद खोला के निर्मल घिल्डियाल(21) भी श्रीनगर से बाइक से खोला गांव आ रहे थे। घात लगाए बैठे गुलदान ने उस पर भी हमला कर दिया। निर्मल के भी पांव पर गुलदार ने नाखून मारे हैं। किसी तरह निर्मल ने गुलदार से अपनी जान बचाई। सूचना मिलते ही तहसीलदार सुनील राज टीम सहित मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायलों को तत्काल संयुक्त अस्पताल पहुंचाकर उपचार दिलाया। उन्होंने कहा कि वन विभाग को क्षेत्र में पिंजरा लगाने के आदेश दे दिए गए हैं।

अनुकृति को देखने के लिए कोटद्वार की सड़कों में उमड़ा सैलाब

मिस ग्रैंड इंटरनेशनल प्रतियोगिता में इंडिया को रिप्रजेंट करने के लिए चुनी गई उत्तराखंड की ब्यूटी क्वीन अनुकृति गुसाईं का कोटद्वार पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान अनुकृति ने भी अपने प्रशंसकों को निराश नहीं किया और उनके साथ जमकर फोटो खिंचवाए।
अनुकृति के स्वागत के लिए कोटद्वारवासी सुबह से ही इंतजार में जुटे हुए थे। शुक्रवार दिन में कोटद्वार पहुंचते ही अनुकृति को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंच गये। नजीबाबाद रोड स्थित बलूनी पब्लिक स्कूल से शुरू हुआ अनुकृति का काफिला ऑडिटोरियम में आकर ही थमा। विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से आयोजित इस सम्मान समारोह में शिरकत करने पहुंचे काबीना मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड के लोगों में हुनर की कोई कमी नहीं है और उन्हें अगर सही प्लेटफार्म दिया जाये तो वे अपनी सफलता के झंडे पूरे विश्व में बुलंद कर सकते हैं।
मिस ग्रैंड इंटरनेशनल प्रतियोगिता के लिए अनुकृति को शुभकामनायें देते हुए डा. रावत ने कहा कि सफल होने के लिए खूबसूरती के साथ-साथ उदार व्यक्तित्व भी होना चाहिये। इससे पूर्व गढ़वाल सभा, रोटरी क्लब, लायन्स क्लब की ओर से अनुकृति का पुष्पगुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया गया। इसके बाद बलूनी पब्लिक स्कूल, एवीएन स्कूल और एमकेवीएन स्कूल के बच्चों ने आकर्षक प्रस्तुतियां देकर वहां उपस्थित लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। स्वागत समारोह के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष रश्मि राणा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन कोटनाला, अभिलाषा भारद्वाज, धीरेन्द्र चौहान, शशि नैनवाल, भुवनेश खर्कवाल, मयंक प्रकाश कोठारी, नर्मदा गुंसाईं, उत्तम सिंह गुंसाईं, बुद्धि बल्लभ ध्यानी, जर्नादन बुड़ाकोटी, योगम्बर सिंह रावत, विकास देवरानी, विनीता भट्ट, शोभा बहुगुणा भंडारी, सुषमा जखमोला, सुरेन्द्र गुंसाईं, गीता बुड़ाकोटी, रजनीश शर्मा समेत कई लोग उपस्थित थे।

कमल जोशी की आत्महत्या से सकते में पत्रकारिता जगत!


घुमक्कड़ी पत्रकारिता के जीवन्तप्राय वरिष्ठ पत्रकार कमल जोशी की सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। वे अपने कमरे में रस्सी से झूलते हुए पाये गये। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने कमल जोशी के शव के रस्सी काटकर उतारा। उनके निधन से पत्रकार जगत एवं शहर में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। गोखले मार्ग स्थित उनके निवास स्थान पर लोगों का तांता लगा हुआ है।
वरिष्ठ पत्रकार कमल जोशी ने विज्ञान संकाय से परास्नातक करने के बाद पत्रकारिता एवं फोटोग्राफी को अपना कैरियर चुना। 65 वर्षीय स्व. जोशी अपने जीवन में फोटो पत्रकारिता के अलावा कई वर्षो तक प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया समाचार एजेंसी से जुड़े रहे।
वर्तमान में वे राज्य स्तरीय प्रेस फोटो ग्राफर के रूप स्वतंत्र पत्रकार शासन द्वारा मान्यता प्राप्त थे। पुलिस के अनुसार स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना बाजार चौकी प्रभारी प्रदीप सिंह नेगी को दी। जिस पर वह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मामले को संदिग्ध देखते हुए उच्च अधिकारियों को सूचना दी। जिसके बाद वरिष्ठ उपनिरीक्षक मोहम्मद यूनुस खान, पुलिस क्षेत्राधिकारी जोधराम जोशी, अपर पुलिस अधीक्षक पौड़ी हरीश वर्मा, उपजिलाधिकारी राकेश तिवारी, नायाब तहसीलदार हरिमोहन खंडूडी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने स्थानीय लोगों की सूचना के आधार पर बताया कि सोमवार सुबह लगभग 10 बजे कमल जोशी को स्थानीय दुकानदारों द्वारा देखा गया। जब वह सांय को काफी देर तक बाहर नहीं निकले तो आस-पास के लोगों ने उनके मोबाईल नंबर पर फोन किया लेकिन जब उन्होंने काफी देर तक फोन नहीं उठाया तो स्थानीय दुकानदार जब अंदर गया तो उन्होंंने कमल जोशी के शव को खूंटे से लटकते हुए देखा।

नकदी और जेवर लेकर दो बच्चों की मां प्रेमी के साथ रफू चक्कर


कोटद्वार। 
इश्क के चक्कर पड़कर इंसान विवेक खो बैठता है, घर—परिवार, समाज में मान—प्रतिष्ठा के साथ ही अपने बच्चों तक ख्याल भूल जाता है। प्रेम के वशीभूत होकर ऐसा कदम उठा देते हैं। जिसकी सब आलोचना ही करते हैं। ऐसा ही एक मामला कोटद्वार में सामने आया है। दो बच्चों की मांग को इश्क का ऐसा बुखार चढ़ा कि उसे बच्चों की भी परवाह नहीं रही। वह घर से नकदी और जेवर समेटकर प्रेमी संग फरार हो गई। उसकी तलाश में पति थाने के चक्कर लगा रहा है।
कोतवाली क्षेत्र स्थित एक मोहल्ला की महिला का पास के ही एक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसका आभास जब पति को हुआ तो उसने पत्नी को समझाने का प्रयास भी किया। गत शाम पति जब घर लौटा तो पत्नी घर पर नहीं थी। इस पर उसने बच्चों से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि वह एक युवक के साथ गई थी। उसने युवक के घर पता किया तो वह भी गायब था। पीड़ित ने आसपास पत्नी की तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया।
पति के मुताबिक उसने घर की तलाशी ली तो पांच हजार की नकदी भी गायब थी। महिला के पति ने कोतवाली में पहुंचकर युवक के खिलाफ तहरीर देकर पत्नी की बरामदगी की गुहार लगाई है।

हम तो किसी से कम नहीं दुनिया बदलकर मानेंगे

ऋषिकेश।
गुरुवार को परमार्थ निकेतन में वक्ताओं ने महिला सुरक्षा व अधिकारों पर चर्चा की। महिला आयोग की सदस्य सचिव ने कहाकि औरत, औरत की दुश्मन नहीं होती है। लैंगिक समानता को लेकर जानकारी दी। अधिवक्ता डीआर सिंह ने घरेलू हिंसा अधिनियम और आयोग के क्रियाकलापों को समझाया। सदस्य डॉ. अपर्णा मलिक ने सैक्सुअल उत्पीड़न को जेकर जागरुक किया। बताया कि खामोशी किसी समस्या का समाधान नहीं है।
पूर्व सदस्य तारा पांगती ने हम किसी से कम नहीं है दुनिया को बदलकर मानेंगे गीत सुनाकर अपनी बात रखी। अधिवक्ता आलोक घिल्डियाल ने महिलाओं से अपने को कमजोर नही समझने को लेकर जागरुक किया। बताया कि आज बड़े और महत्वपूर्ण पदों पर महिलायें है। महिलाओं के बिना समाज की कल्पना भी नही की जा सकती है। महिलाओं के शिक्षाकरण और दूरस्थ गांवों में कैंप लगाकर उनके अधिकारों को बताने पर जोर दिया।
वक्ताओं ने मानव तस्करी, महिला उत्पीड़न, कन्या भ्रूण हत्या आदि विषयों पर अपनी राय रखी। चर्चा में ऐसे शिविरों के आयोजनों को दूरस्थ क्षेत्रों में लगाये जाने और महिलाओं को अधिक से अधिक संख्या में जागरुक करने पर जोर दिया गया। महिला आयोग की अध्यक्ष सरोजनी कैंतुरा ने सभी वक्ताओं का धन्यवाद दिया। कहाकि आयोग महिलाओं की समस्याओं के समाधान और उनको न्याय दिलवाने में प्रयासरत है। महिला आयोग के द्वारा दो दिवसीय कानून जागरुकता शिविर का दोपहर बाद समापन हो गया।

विश्व वानिकी दिवस पर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प

ऋषिकेश।
स्वामी चिदानंद मुनि ने कहा कि पर्यावरण सुरक्षित रहेगा तभी पृथ्वी पर जीवन सुरक्षित रहेगा। उन्होंने विदेशी मेहमानों को पर्यावरण सरंक्षण का महत्व बताया और उनके साथ नीलकंठ पैदल मार्ग पर अभियान चलाकर क्षेत्र से कूड़ा करकट एकत्र किया। विदेशी नागरिकों को स्वामी चिदानंद मुनि ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी दिलाया। उत्तराखंड के परिपेक्ष्य में बताया कि राज्य का 60 प्रतिशत भूभाग वन आच्छादित है। राज्य देश में प्राणवायु देने में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने हरित शवदाह की वकालत की। कहा कि गोबर और कंडे से शवदाह किया जाना चाहिए जिससे वनों की अंधाधुंध कटान पर रोक लगाई जा सके।
सफाई अभियान के इस कार्यक्रम में साध्वी भगवती ने भी अपने विचार रखे। बोलीं, वृक्ष प्राणवायु का स्रोत है। शु़द्ध वायु है तो भावी पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित है। हमें आने वाली पीढ़ियों को बेहतर और स्वस्थ जीवन देने के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण करना चाहिए। मौके पर अमेरिका की लौरा प्लम्ब, लौरी, एलिस, जीना, हवाईद्वीप की आनन्द्रा जार्ज, चीली की सुजी, कनाडा की तारा, लंदन से विनोद, नन्दिनी त्रिपाठी, स्वामिनी आदित्यनन्दा, संदीप, दिलीप, दीपक, डॉ. एमएम स्वामी व परमार्थ गुरुकुल के ऋषिकुमार उपस्थित थे।

योगी आदित्यनाथ के पैतृक गांव में जश्न

ढोल-दमाऊ की थाप पर खूब थिरके पंचूर के ग्रामीण

ऋषिकेश।
रविवार को सुबह से ही पंचूर गांव में अलग माहौल रहा। पंचूर से सटे विथ्याणी, कांडी, ठांगर, शीला, दमराडा, भृगुखाल के ग्रामीण योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने की जानकारी मिलने पर उनके पिता सेवानिवृत्त रेंजर आनंद सिंह बिष्ट और माता सावित्री देवी से मिलने गांव पहुंचने लगे। योगी के परिजनों ने पहले से ही घर पर लोगों के लिए चाय-पानी और भोजन की व्यवस्था करवा रखी थी। जैसे ही योगी आदित्यनाथ ने शपथ ली पूरा गांव खुशी से झूम उठा। आतिशबाजी के साथ एक-दूसरे को मिठाई खिलाने का सिलसिला शुरू हो गया। ढोल-दमाऊ की थाप पर ग्रामीण शाम तक झूमते रहे। योगी के पिता आनंद सिंह बिष्ट, मां सावित्री देवी, भाई महेंद्र सिंह बिष्ट, मानेंद्र सिंह बिष्ट ने परिवार के साथ शपथ ग्रहण समारोह को टीवी पर देखा। स्थानीय लोगों को इस बात का भरोसा है कि योगी के मुख्यमंत्री बनने से यमकेश्वर क्षेत्र की अलग से पहचान बनेगी। पलायन का दंश झेल रहे क्षेत्र में उन्हें विकास की बयार बहने की उम्मीद है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि योगी स्थानीय लोगों को मूलभूत समस्याओं से निजात दिलाएंगे। योगी के छोटे भाई महेन्द्र सिंह बिष्ट ने बताया कि हमें अपने भाई पर गर्व है और आशा है कि उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है उसे वह बेखुबी से निभाएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने से यमकेश्वर का विकास निश्चित है। वहीं यमकेश्वर की ब्लॉक प्रमुख कृष्णा नेगी, एसडीएम सोहन सिंह सैनी, तहसीलदार सुशील कुमार, सभासद हरीश तिवारी, योगी आदित्यनाथ के बड़े भाई के मित्र विनोद प्रसाद भट्ट, नंद किशोर नौटियाल, इंद्रेश बडथ्वाल, शोभाराम रतूड़ी, राहुल रावत आदि योगी के माता-पिता से मिलने उनके पैत्रृक गांव पंचूर पहुंचे।

शपथ ग्रहण पर भर आईं माता-पिता की आंखें
जैस ही योगी आदित्यनाथ शपथ के लिए मंच पर पहुंचे माता सावित्री देवी और पिता आनंद सिंह की आंखें भर आईं। पिता ने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें जो जिम्मेदारी दी है वह उसे बखूबी निभाएंगे। सीएम बनने की घोषणा के बाद उनके घर पर नात-रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों का बधाई देने के लिए तांता लगा रहा।

कॉलेज के उच्चीकरण की उम्मीद
प्रदेश सरकार से उपेक्षित विथ्याणी में गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय के भी उच्चीकरण की उम्मीदें लोगों में हैं। महाविद्यालय में संकाय बढ़ने से स्थानीय छात्र-छात्राओं को क्षेत्र में ही पढ़ने का बेहतर अवसर मिल पाएगा।

जान हथेली पर रखकर कर रहे सफर

ऋषिकेश।
यमकेश्वर में हर रोज एक हजार से अधिक ग्रामीण छोटी-बड़ी गाड़ियों से सफर करते है। गाड़ी वाले अधिक कमाई के चक्कर में सवारियों की जान हथेली पर रखकर छतो के ऊपर बैठाने के साथ ही गाड़ियों के पीछे लटका लेते है। इससे दुर्घटना का खतरा बना रहता है। अभी हाल ही में गैंडखाल के बाद एक ओवरलोड जीप बैक करते हुए खाई में गिर गई थी। हादसे में नौ लोगों की जानें चली गई थी। इसके बाद गाड़ी वाले ओवरलोड सवारियां ढो रहे है। जिन पर कार्रवाई करने की जहमत संभागीय परिवहन विभाग नहीं उठा रहा है। इससे धड़ल्ले से गाड़ियां ओवरलोड होकर चल रही है। डीएम चन्द्रशेखर भट्ट ने कहा कि उन्हें भी ओवरलोड गाड़ियों के संचालन की सूचना मिल रही है। इस ओर आरटीओ को आदेश देकर कार्रवाई करने को अभियान चलाया जाएगा