लापरवाही बरतने पर कोटद्वार के कृषि व भूमि संरक्षण को किया निलंबित

कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सोशल मीडिया एवं मीडिया में प्रसारित खबर का तत्काल संज्ञान लेते हुए कृषि निवेशों के वितरण में लापरवाही के सम्बन्ध में कोटद्वार जनपद पौड़ी गढ़वाल के कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी को तत्काल निलंबन के आदेश दिए। मंत्री गणेश जोशी के आदेशानुसार विभागीय कार्यों में उक्त गम्भीर लापरवाही के दृष्टिगत कोटद्वार जनपद पौड़ी गढ़वाल के कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी अरविन्द भट्ट को निलंबन के आदेश के उपरांत उन्हे आज निम्लबित कर दिया गया है। मंत्री ने मामले में महानिदेशक कृषि को विस्तृत जांच के भी आदेश दिए है।
ज्ञात हो कि कोटद्वार जनपद पौड़ी गढ़वाल द्वारा जैविक कृषि निवेश को कृषकों को वितरण करने में लापरवाही बरती गई। विकासखण्ड द्वारीखाल हेतु क्रय किये गये जैविक कृषि निवेश कृषकों तक उपलब्ध न होकर सड़क किनारे पाये गये। जिन कृषि निवेशों का लाभ कृषकों को मिलना चाहिये था वह लाभ कृषकों को नही मिला जिससे योजना के उद्देश्य भी प्रभावित हुए। जैविक कृषि निवेशों को कृषकों को उपलब्ध न होने से जो निवेश क्रय हेतु जो विभागीय धनराशि व्यय हुई है उसका भी दुरूपयोग हुआ है। कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी, कोटद्वार जनपद पौड़ी गढ़वाल द्वारा अपने पर्यवेक्षीय उत्तरदायित्व का सम्यक् रूप से निर्वहन नही किया गया। जिससे विभागीय धनराशि का दुरूपयोग एवं विभागीय छवि धूमिल हुई है। और योजना का अपेक्षित लाभ कृषकों तक नही पहुँच सका है।
मंत्री गणेश जोशी ने कहा धामी सरकार में कोई भी गलत काम करेगा और कितना भी बड़ा अधिकारी हो लापरवाही बरतने वालों किसी को भी बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा केंद्र सरकार द्वारा योजना के तहत किसानों को यह खाद वितरित की जानी थी, परंतु संबंधित भूमि संरक्षण अधिकारी द्वारा सड़क किनारे रखा गया। मंत्री ने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने कहा केंद्र और राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाएं जन जन तक पहुंचाई जाए।

प्रभावित क्षेत्रों का सीएम कर रहे निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में भारी बारिश से प्रभावित क्षेत्र का हवाई निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन रंजीत सिन्हा और पौड़ी के जिलाधिकारी आशीष चौहान को प्रभावित लोगों को जल्द से राहत और सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए लगातार अलर्ट मोड में रहने की जरूरत है। कम से कम रिस्पॉन्स टाइम में प्रभावितों तक अधिकाधिक मदद पहुंचानी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भारी बरसात के दृष्टिगत 15 अगस्त तक चाारधाम यात्रा स्थगित की गई है। चारधाम यात्रा मार्गों पर स्थिति की निरन्तर समीक्षा की जा रही है। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को विभिन्न स्थानों पर बाधित हुई सड़कों की आवश्यक मरम्मत करने के भी निर्देश दिये है। साथ ही विभिन्न स्थानों पर आपदा से प्रभावित हुए लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने, जलभराव वाले क्षेत्रों में पानी की निकासी को दुरुस्त करने तथा उन स्थानों पर दवा आदि के छिड़काव पर ध्यान देने को कहा है। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में आपदा से हुई विभिन्न प्रकार की क्षति का व्यापक रूप से आकलन करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा पहला प्रयास है कि राज्य में मानसूनी बरसात से जो चीजें अस्त व्यस्त हुई है उनको सामान्य किया जाय तथा आपदा से प्रभावित हुए लोगों को आवश्यकता के अनुरूप त्वरित सहायता और राहत प्रदान की जाय।

मुख्यमंत्री ने किया कोटद्वार के आपदाग्रस्त क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा स्थानीय विधायक कोटद्वार तथा विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी के साथ कोटद्वार में आपदाग्रस्त क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया गया।

गाड़ीघाटी में कुंभीचौड-रतनपुर को जाने वाले एप्रोच मार्ग पर तेजी से कार्य करने को कहा तथा मालन नदी पर हल्दूखाता- किशनपुर -सिगड्डी मार्ग का स्थलीय निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल कनेक्टिविटी को बहाल करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को विभिन्न स्थानों पर बाधित हुई सड़क कनेक्टिविटी को युद्ध स्तर पर बहाल करने को कहा। विभिन्न स्थानों पर आपदा से प्रभावित हुए लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जलभराव वाले क्षेत्रों में पानी की निकासी को दुरुस्त करें तथा वहां पर आवश्यकता के अनुसार फागिंग -चूना छिड़काव करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में आपदा से हुई विभिन्न प्रकार की क्षति का व्यापक रूप से आकलन करने के भी निर्देश दिए।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा पहला प्रयास है कि राज्य में मानसूनी बरसात से जो चीजें अस्त व्यस्त हुई है उनको सामान्य करना है तथा जो लोग आपदा से प्रभावित हुए हैं उनको प्राथमिक रूप से उनकी आवश्यकता के अनुरूप त्वरित सहायता और राहत प्रदान की जाय। तत्पश्चात विभिन्न क्षेत्रों में आपदा से हुई क्षति का त्वरित आकलन करते हुए इसके त्वरित सुधारीकरण के कदम उठाए जाने की बात कही।

इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ निरीक्षण कर रही विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा आज स्वयं आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया गया है और शीघ्रता से सामान्य स्थिति बहाल करने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद दिया।

इस दौरान जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. आशीष चौहान, अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार शेखर सुयाल, उप जिला अधिकारी प्रमोद कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और कार्मिक उपस्थित थे।

उत्तराखंड का फिर बढ़ा मान, मानसी ने जीता कांस्य पदक

गोल्डन गर्ल के नाम से मशहूर उत्तराखंड की बेटी मानसी नेगी ने देश का मान बढ़ाया है। चीन में चल रहे वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में भारतीय टीम ने 20 किमी दौड़ स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। टीम का हिस्सा रहीं मानसी नेगी ने शानदार प्रदर्शन किया। मानसी के कोच और प्रभारी खेल अधिकारी पौड़ी अनूप बिष्ट ने कहा कि मानसी ने अपने बेहतर प्रदर्शन से पूरे देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने पूरी भारतीय टीम को पदक जीतने पर बधाई दी।
बताया कि यह प्रतियोगिता आठ अगस्त तक होगी। मूलरूप से चमोली जनपद की रहने वाली मानसी नेगी लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई कर रही हैं।
गोल्डन गर्ल मानसी नेगी ने पिछले साल गुवाहाटी में 11 से 15 नवंबर तक आयोजित 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अंडर-20 महिला वर्ग की 10 हजार मीटर वॉक रेस में स्वर्ण पदक जीता था। मानसी इन दिनों चीन में ही हैं और वह इस चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी।

विभाग बच नही पायेंगे अपनी जिम्मेदारी से, धामी सरकार तय करने जा रही जिम्मेदारी

कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के मालन नदी पर बने पुल के क्षतिग्रस्त होने की घटना को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है। लोनिवि के सचिव पंकज पाण्डेय ने इसकी जांच के आदेश दिये है। लेकिन शासन के सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्ष 2010 में बनकर तैयार हुए पुल के बेहद कम समय में टूटने की घटना को बड़ी लापरवाही माना है। मुख्यमंत्री के द्वारा स्वयं पुल की घटना की जानकारी लेने पर शासन में खलबली देखने को मिली है। लगातार सोशल मीडिया में पुल की को लेकर कई सवाल किये गये है। इसमें बेहद गंभीर सवाल पुल के निर्माण में लापरवाही को लेकर किया गया है। कई टेक्निकल खामियां उजागर होने के बाद लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों में हड़ंकंप मचा हुआ है।
गौरतलब है कि कांग्रेस की तिवारी सरकार में स्वीकृत हुआ पुल भाजपा सरकार में बनकर तैयार हुआ था। कांग्रेस के समय स्वर्गीय इंदिरा हृदयेश लोक निर्माण मंत्री रही। उनके कार्यकाल में जमकर पुल और सड़क के निर्माण कार्य में धांधली और भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे लेकिन मुक्कमल कार्रवाई अमल में नही लाई गई। अहम सवाल है कि धामी सरकार मात्र 13 वर्ष में गिर गये पुल को लेकर जिम्मेदारी तय करना चाहती है और हो भी क्यो नही?
आपको याद होगा कि मुख्यमंत्री धामी ने पिछले वर्ष प्रदेशभर के पुलों का ब्यौरा जुटाने के निर्देश दिये थे जो डेंजर जोन में है। लेकिन विभागीय अधिकारियों ने इस ओर कितनी कार्रवाई की अब इस पर भी सवाल उठ रहे है। लोनिवि के सचिव रहे सुधांशु भी इस ओर सुस्त ही रहे। वरना समय रहते इस ओर कार्रवाई कर एक पुल को मात्र 13 वर्ष में ढहने से बचाया जा सकता था।
सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री धामी जनहित से जुड़़े इन कार्यों में अब विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने को लेकर बड़ी कार्य योजना बनाने का मन बना चुके है। मसलन अगर किसी संस्था और अधिकारी की देखरेख में इन निर्माण कार्यों को किया जा रहा है तो वह अपनी जिम्मेदारी से बच नही सकते है। आजतक ऐसी कार्यदायी संस्था और अधिकारियों पर कार्रवाई नही होने से ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री धामी की अगर इस ओर कार्ययोजना बनाते है तो उत्तराखंड के लिए बेहद कारगर सिद्ध होगी।

स्वास्थ्य सचिव जांच रहे चारधाम यात्रा रुट में स्वास्थ्य सुविधाएं

चारधाम यात्रा के मध्य नजर यात्रा के मुख्य पड़ाव श्रीनगर में स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों को लेकर स्वास्थ्य सचिव डॉ आर.राजेश कुमार द्वारा उप जिला चिकित्सालय श्रीनगर और बेस चिकित्सालय श्रीकोट में स्थापित हेल्थ एटीएम का निरीक्षण किया गया। उनके द्वारा हेल्थ एटीएम के सुचारू रूप से संचालन हेतु चिकित्सालय प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। उनके द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए हेल्थ एटीएम पर एक टेक्निकल व्यक्ति तैनात रखने हेतु निर्देशित किया गया।
स्वास्थ्य सचिव द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी पौड़ी को पूरी तैयारियों के साथ यात्रा व्यवस्थाओं में पैरामेडिकल स्टाफ को मुस्तैदी से कार्य करने हेतु निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि यात्रा रूट पर गढ़वाल मंडल में चिन्हित विभिन्न चिकित्सा इकाइयों में सीएसआर के अंतर्गत हेवलेट पेकर्ड इंटरप्राइजेज द्वारा 50 हेल्थ एटीएम स्वास्थ्य स्क्रीनिंग हेतु स्थापित किए गए हैं। हेल्थ एटीएम पर ब्लड प्रेशर, शुगर,शरीर का तापमान, ऑक्सीजन की मात्रा, बॉडी फैट, इंडेक्स, डिहाईड्रेशन, पल्स रेट सहित 70 निशुल्क जांचें की जाएंगी। उन्होंने कहा कि यात्रा रूट पर स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारा जा रहा है और आने वाले समय में हेल्थ एटीएम की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही इसके साथ ही उनके द्वारा जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी को जनपद पौड़ी के अंतर्गत आने वाले यात्रा रूट पर टीम बनाकर विभिन्न होटलों ढाबों व रेस्तरां में खाद्य पदार्थों की सघन चेकिंग अभियान चलाने हेतु निर्देशित किया गया।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीण कुमार, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ सी.एम. एस. रावत, चिकित्सा अधीक्षक डॉ गोविंद पुजारी, डॉ सुरेश कोठियाल व चिकित्सालय स्टाफ मौजूद रहा।

चौबट्टाखाल पहुंचे सीएम ने 9159.04 लाख रुपये से 11 योजनाओं का किया शिलान्यास

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चौबट्टाखाल पहुंचे, जहां उन्होंने कुल धनराशि 129 करोड़ 11 लाख 74 हजार रुपए की 22 योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। उन्होंने धनराशि 9159.04 लाख रुपये से 11 योजनाओं का शिलान्यास तथा धनराशि 3752.70 लाख रुपये से निर्मित 11 कार्यों का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा विभाग के अन्तर्गत राजकीय महाविद्यालय चौबट्टाखाल में लागत 290.55 लाख के पुस्तकालय भवन एवं बहुउद्देशीय हॉल, चौबट्टाखाल में लागत 308.20 लाख से 24 शय्याओं के पर्यटक आवास गृह, नगर पंचायत सतपुली के कार्यालय भवन लागत 161.44 लाख, विकासखण्ड बीरोंखाल के आवासीय भवन टाइप-2 संख्या-2 का निर्माण लागत 45.00 लाख, राज्य योजना के अंतर्गत विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल के विकासखण्ड बीरोंखाल के अन्तर्गत फरसाडी-गएकोट-छाछरो मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य (द्वितीय चरण) लम्बाई 2.00 किमी0 लागत 127.19, विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल के विकास खण्ड पोखड़ा के अन्तर्गत देवराजखाल जयखाल मोटर मार्ग के मध्य धरतीली बैण्ड तक डामरीकरण सुदृढीकरण, विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल के विकास खण्ड पोखड़ा के अंतर्गत देवराजखाल-जयखाल के मध्य घरतोली बैंड तक लागत 62.45 लाख के डामरीकरण सुदृढीकरण तथा विकासखंड पोखड़ा के लटीबो दलीबो नाई मोटर मार्ग का लागत 142.71 लाख से डामरीकरण सुदृढीकरण, हलूणी पेयजल योजना लागत 112.93 लाख, भूमियाखांडा किंगोडीधार ग्रा०स०पं०यो० लागत 2501.32 लाख, वेदीखाल ग्रा०स०प०प०यो० लागत 2284.84 लाख, बरसुण्डा देवता ग्रा०स०प०प०यो० लागत 3122.41 लाख की योजनाओं से संबंधित कार्यों का शिलान्यास किया।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा विभाग के अन्तर्गत राजकीय महाविद्यालय खेरासेण सतपुली भवन निर्माण कार्य लागत 306.40 लाख का लोकार्पण, तहसील चौबट्टाखाल के अनावासीय मुख्य भवनों का निर्माण कार्य लागत 224.00 लाख का लोकार्पण, विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल के अन्तर्गत विकासखण्ड पोखड़ा में देवराठी सेडियाखाल, लखोली, उबोट, गवांणी मोटर मार्ग में डामरीकरण का कार्य लागत 142.60 लाख, विकासखण्ड खाल के आवासीय भवन टाईप 4 भवन कर निर्माण कार्य का लागत 50.00 लाख, एकेश्वर श्रोत सवर्द्धन पेयजल योजना लागत 493.46 लाख, विधानसभा चौबट्टाखाल में कोट मल्ला से कोट तल्ला कड़िया कुलासू रीठाखाल मोटर मार्ग पर 70 मी० स्पान स्टील ट्रस मोटर सेतु का निर्माण कार्य 955.74 लाख, सतपुली से उलखेत मोटर मार्ग स्टेज-1 व 02 लम्बाई 5.117 किमी० का 327.30 लाख, सतपुली से हलूणी मोटर मार्ग स्टेज-1 व 02 लम्बाई 1.975 किमी0 लागत 123.30 लाख, 244.37 लाख से निर्मित सासों से मासो इण्टर कॉलेज मोटर मार्ग स्टेज-02 लम्बाई 6.500 किमी0, 279.54 लाख से निर्मित चम्पेश्वर झंगरबो मोटर मार्ग स्टेज 02 लम्बाई 5.575 किमी0, 605.99 लाख से निर्मित झवेरा लिंक जजेड़ी मोटर मार्ग स्टेज 02 लम्बाई 11.950 किमी० कार्य का लोकार्पण किया।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चौबट्टाखाल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में जितनी योजनाएं संचालित व क्रियान्वित हो रही है वे अभूतपूर्व है। आज भारत का सांस्कृतिक उत्थान हो रहा है भारत का पुरातन वैभव पुनः लौट रहा है, अनेक पुराने स्थानों, भूले बिसरे नायको, गौरवशाली क्षणों को स्मरण किया जा रहा है। भारत के विश्व गुरु बनने की छवि का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में नई खेल नीति लाई गई है। नई शिक्षा नीति लागू करने वाला उत्तराखंड देश में पहला राज्य है। समान नागरिक संहिता कानून जल्दी ही लागू कर दिया जाएगा जिसके संबंध में पूर्व में कमेटी गठित की जा चुकी है। कहा कि नकल विरोधी कानून में 10 वर्ष की सजा तथा नकल माफिया की संपत्ति को जब्त करने का प्रावधान किया गया है, नकल में सम्मिलित कई लोगों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है, इसलिए तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को बिना संदेह की तैयारी करनी चाहिए।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने निम्न घोषणाएं की-
विकास खण्ड पोखड़ा के अन्तर्गत राजकीय डिग्री कॉलेज पोखड़ा में भवन निर्माण की स्वीकृति।
राजकीय डिग्री कॉलेज वेदीखाल में भवन मरम्मत तथा स्नातक स्तर पर विज्ञान वर्ग में गणित व भौतिक विज्ञान विषयों की स्वीकृति।
सतपुली के निकट दंगलेश्वर महादेव मन्दिर के निकट स्नान घाट व मन्दिर का स्थलीय विकास किये जाने की स्वीकृति।
नगर पंचायत सतपुली में कन्या हाई स्कूल सतपुली का राजकीय इण्टर कॉलेज सतपुली में एकीकरण की स्वीकृति प्रदान की।
स्थान चौबट्टाखाल में केन्द्रीय विद्यालय की स्वीकृति के संबंध में केंद्र को प्रस्ताव भेजने तथा राजकीय डिग्री कॉलेज चौबट्टाखाल में स्टेडियम निर्माण की स्वीकृति।
विकास खण्ड पाबों के अन्तर्गत राजकीय इण्टर कॉलेज गडिगांव में भवन निर्माण तथा विकास खण्ड बीरोंखाल के अन्तर्गत राजकीय हाईस्कूल कोठा में 03 अतिरिक्त कक्षा-कक्षों के निर्माण की स्वीकृति की।
विकास खण्ड पोखड़ा के अन्तर्गत जनता इण्टर कालेज कोलाखाल इण्टर स्तर पर पद सनृत वित्त की मान्यता की स्वीकृति।
विकास खण्ड एकेश्वर के अन्तर्गत एकेश्वर महादेव में क्षतिग्रस्त पुश्ते के निर्माण की स्वीकृति।

कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा ने धारा 370 व 35 (ए) को हटाने का कार्य किया है, सड़कों की स्थिति को बेहतर करने के साथ-साथ राज्य में महिलाओं के लिए 30 आरक्षण का कानून बनाया है। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत का आरक्षण देने का कार्य किया है, धर्म परिवर्तन करने पर कठोर सजा के कानून का प्रावधान किया है। पंचायतों को 29 विषय हस्तांतरित करने की कार्यवाही की जा रही है, इसके साथ ही ग्राम प्रधानों को तत्कालिक कार्य करने के लिए दस हजार रूपए देने का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि भारत को विश्व गुरु बनाने की छवि का मार्ग प्रशस्त हो रहा है।
सैन्य बहुल क्षेत्र होने के कारण कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने लैंसडाउन का नाम पूर्व सीडीएस शहीद बिपिन रावत के नाम पर रखने का आग्रह किया, जिस पर मुख्यमंत्री ने लैंसडाउन का नाम शहीद बिपिन सिंह रावत के नाम पर रखने की सहमति प्रदान की। कार्यक्रम के दौरान चमाली निवासी अजय बिष्ट व संजय बिष्ट को भीमल से शैंपू बनाने के लिए सम्मानित किया गया।
आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन भी किया गया, इसके साथ ही कार्यक्रम में संस्कृति विभाग के कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दी।
आयोजित कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, विधायक लैंसडाउन महंत दिलीप रावत, विधायक पौड़ी राजकुमार पोरी, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा महेंद्र भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पांडे, एसएसपी श्वेता चौबे, अपर जिलाधिकारी इला गिरी, अध्यक्ष भाजपा सुषमा रावत, प्रमुख एकेश्वर नीरज पाथरी सहित पार्टी पदाधिकारी, अधिकारी, कर्मचारी व भारी संख्या में जनसमूह उपस्थित रहा।

धामी की अधिकारियों को दो टूक-मंडलीय कार्यालय में नियमित बैठे अधिकारी

पौड़ी के मण्डल कार्यालयों को सशक्त बनाने के लिए मण्डल स्तरीय अधिकारी नियमित मण्डलीय कार्यालयों में बैठें। मण्डलायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र भी मण्डल कार्यालयों में बैठने का अपना पूरा रोस्टर जारी करें। जिससे जन समस्याओं का समाधान मण्डल स्तर पर भी हो सके। जिन मण्डलीय अधिकारियों को विभागीय निदेशालयों में भी अतिरिक्त प्रभार दिये गये हैं, यदि अति आवश्यक न हो तो उन्हें सिर्फ मण्डलीय कार्यालय में ही तैनात किया जाए। मण्डल मुख्यालय में संचालित विभागीय कार्यालयों में कार्यरत अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी अन्यत्र सम्बद्ध न किया जाए। ये निर्देश मुख्यमंत्री ने सचिवालय में जनपद पौडी़ के मण्डलीय मुख्यालय में मण्डल स्तरीय कार्यालयों के संचालन एवं पौड़ी के सर्वांगीण विकास के सबंध में समीक्षा बैठक के दौरान दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मण्डल कार्यालयों को सशक्त बनाना जरूरी है, यह सुनिश्चित किया जाए कि अधिकांश जन समस्याओं का समाधान मण्डल स्तर तक अवश्य हो जाए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के सफल संचालन की गढ़वाल मण्डल के अधिकारियों पर बड़ी जिम्मेदारी है। चारधाम यात्रा के दौरान सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से हों इसकी भी मण्डलायुक्त द्वारा नियमित समीक्षा की जाए। तकनीकि विभागों के अधिकारियों जिनका कार्यक्षेत्र गढ़वाल मण्डल है, उन्हें नियमित मण्डल मुख्यालय में रखा जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा पर जो श्रद्धालु आते हैं, उनको चारधामों के अलावा इसके आस-पास के प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटन आधारित क्षेत्रों की भी जानकारी दी जाए। प्रमुख स्थलों को और विकसित किया जाए। श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा के बाद कुमाऊॅ मण्डल के प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों के बारे में भी जानकारी दी जाए, ताकि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु देवभूमि उत्तराखण्ड का पूरा भ्रमण कर सकें। सड़क कनेक्टिविटी को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी पौड़ी को निर्देश दिये कि जनपद के विकास के लिए जनपद स्तर पर जो कार्ययोजना बनाई गई है, इस कार्ययोजना पर तेजी से कार्य हो इसके लिए शासन स्तर पर संबंधित विभागीय सचिवों से सम्पर्क में रहकर जनपद में कार्य तेजी से किये जाएं। उन्होंने कहा कि जनपद के विकास के लिए जो कार्ययोजना बनाई गई है इसमें धार्मिक स्थलों, पर्यटन स्थलों, विभिन्न क्षेत्रों की कनेक्टिविटी एवं लोगों के आजीविका बढ़ाने के उद्देश्य से अच्छी कार्ययोजना बनाई गई है। पौड़ी को हवाई कनेक्टिविटी से जोड़ने की योजना भी बनाई जाए।
जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान ने वर्चुअल माध्यम से पौड़ी जनपद के सर्वांगीण विकास के लिए तैयार की गई योजना का विस्तार से प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने कहा कि प्रेमनगर, गडोली, बुआखाल बाईपास बनना जरूरी है, इसके बनने से जाम की समस्या का समाधान होगा और चारधाम यात्रा के लिए कोटद्वार की साइड से जाने में भी श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। ज्वालपा देवी-गडोली, सतपुलि-दुगड्डा एवं गडोली पाबो के बीच टनल बन जायेगा तो इससे लोगों को काफी सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि पौड़ी में बस डिपो के लिए दो स्थानों का चयन किया गया गया है। जिलाधिकारी पौड़ी ने कहा कि कोटद्वार तहसील में मल्टीस्टोरी प्लाजा के लिए काफी जगह है, इसमें तहसील के अलावा मल्टीस्टोरी बिल्डिंग एवं पार्किंग की अच्छी व्यवस्था हो सकती है।
जिलाधिकारी पौड़ी ने कहा कि रांसी स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुरूप हाई अल्टीट्यूड स्पोर्ट्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के रूप में विकसित किये जाने की योजना बनाई जा रही है। पौड़ी में माउण्टेन म्यूजियम का प्रस्ताव भी रखा गया है।
ल्वाली एवं सतपुली लेक में वाटर स्पोर्ट्स की अच्छी संभावनाएं हैं, इसके लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है। कोडियाला एवं देवप्रयाग में रिवर राफ्टिंग को बढ़ावा दिया जायेगा। लैंसडाउन में 4.5 लाख लीटर के वाटर टेंक बनाने की आवश्यकता है।
बैठक में विधायक रेनू बिष्ट, राजकुमार पोरी, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, बी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम, अरविन्द सिंह ह्यांकी, एच.सी. सेमवाल, गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, अपर सचिव विनीत कुमार, उदयराज, जगदीश चन्द्र काण्डपाल एवं सबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

राष्ट्रपति ने प्रो. दाता राम पुरोहित को संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित किया

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरूवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में देश भर से चयनित प्रख्यात संगीतकारों, नर्तकों, लोक एवं आदिवासी कलाकारों और रंगकर्मियों को उनके विशिष्ट योगदान हेतु वर्ष 2019, 2020, 2021 के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया। भारत में प्रदर्शन कला वर्ग में दिए जाने वाला यह सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार है। श्रीनगर गढ़वाल निवासी प्रख्यात संस्कृतिकर्मी और शिक्षाविद प्रो दाता राम पुरोहित को उत्तराखंड की लोक कलाओं के संवर्धन में अमूल्य योगदान के लिए साल 2021 का संगीत नाटक अकादमी सम्मान प्रदान किया गया. देश के इस प्रतिष्ठित पुरस्कार वितरण की परंपरा 1952 से चली आ रही है। जिसके तहत हर साल संगीत, नृत्य, रंगमंच, पारंपरिक कलाओं, कठपुतली कला और अन्य विविध प्रदर्शन कला के क्षेत्र में कलाकारों द्वारा दिए गए विशिष्ट योगदान के लिए उन्हें रत्न सदस्यता और अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। प्रो डी आर पुरोहित ने अपना पूरा जीवन उत्तराखंड की लोक संस्कृति एवम उसके कलाकारों के संवर्धन के लिए समर्पित कर दिया. उत्तराखंड की लोक कलाओं को अपने शोध कार्यों के माध्यम से पूरी दुनिया में एक अलग पहचान दिलाने के लिए प्रो पुरोहित ने जर्मनी की प्रतिष्ठित हाइडिलबर्ग युनिवर्सिटी से लेकर अमेरिका की प्रिंस्टन युनिवर्सिटी तक दुनियाभर की दर्जनभर विश्वविद्यालयों और संस्थानों में व्याख्यान दिए. प्रो पुरोहित ने उत्तराखंड की ढोल वाद्य शैली, पंडवाणी, भड़वार्ता, जागर, रम्माण, नंदा के गीत और बादी बदीणों के गीतों पर शोध कर उनके अकादमिक प्रचार प्रसार में अहम भूमिका निभाई है. श्रीनगर के हेनब गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय में लोक कला एवं संस्कृति निष्पादन केन्द्र की अवधारणा एवम उसे मूर्त रूप देने का श्रेय भी प्रो डी आर पुरोहित को जाता है. प्रो पुरोहित अभी भी उत्तराखंड में लोक नाट्य कलाओं की जड़े सींचने के लिए निरंतर स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शोध कार्यों, लेखन, निर्देशन एवं नए कलाकारों के मार्गदर्शन में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस दौरान प्रो डी आर पुरोहित के अलावा शास्त्रीय गायक छन्नू लाल मिश्र, लोक गायिका तीजन बाई, भजन गायक अनूप जलोटा समेत देश के कई प्रतिष्ठित कलाकारों को भी सम्मानित किया. अकादेमी फेलो के सम्मान में तीन लाख की पुरस्कार राशि दी जाती है, जबकि अकादेमी पुरस्कार में एक ताम्रपत्र के अलावा एक लाख रुपये की नकद राशि दी जाती है। केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और उत्तर पूर्व विकास मंत्री जी. किशन रेड्डी और संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और संगीत नाटक अकादेमी की चेयरपर्सन डॉ संध्या पुरेचा भी उपस्थित रहे.

पौड़ी में सीवरेज सिस्टम के विकास को प्लान तैयार करें जिलाधिकारीः मुख्य सचिव

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने पौड़ी जनपद में मूलभूत अवसंरचना विकास के सम्बन्ध में अधिकारियों एवं जिलाधिकारी पौड़ी के साथ बैठक की। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी पौड़ी से जनपद के अन्तर्गत सभी सड़कों को गड्ढामुक्त किए जाने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने कहा कि पौड़ी में सीवरेज सिस्टम के विकास एवं पार्किंग की समस्या के समाधान के लिए प्लान तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि जनपद में सोलर प्रोजेक्ट्स की अत्यधिक सम्भावनाएं हैं। सोलर प्रोजेक्ट्स के क्षेत्र में अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने जनपद में ईको टूरिज्म को बढ़ावा दिए जाने हेतु प्रस्ताव भेजे जाने के भी निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी पौड़ी से सभी विभागों से वार्ता कर सुझाव मांगे जाने हेतु भी निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि जनपद के विकास के लिए व्यवहारिक प्रस्ताव भेजे जाएं। उन्होंने रांसी स्टेडियम के लिए व्यवहार्य प्रस्ताव तैयार किए जाने हेतु भी निर्देशित किया।

जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चैहान ने माउंटेन म्यूजियम, वाटर स्पोर्ट्स, जंगल बेस्ड ईको टूरिज्म और रोप-प्रोजेक्ट्स की सम्भावनाओं पर चर्चा की। मुख्य सचिव ने कहा कि इस दिशा में तेजी से कार्य करते हुए शीघ्र से शीघ्र प्रस्ताव तैयार किया जाए। उन्होंने सभी मंडल स्तरीय अधिकारियों को लगातार अनावश्यक देहरादून के चक्कर लगाने से बचने के लिए निर्देशित किया।

इस अवसर पर सचिव शैलेश बगोली, दिलीप जावलकर, अरविन्द सिंह ह्यांकी, कमिश्नर गढ़वाल सुशील कुमार एवं सचिव विनोद कुमार सुमन सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चैहान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।