खटीमा के लाल ने पौड़ी की पीड़ा को समझकर खोई रौनक को लाने का किया प्रयास

देहरादून। पौड़ी की खोई हुई रौनक फिर से लौटेगी। जिले का मंडल मुख्यालय गुलजार होगा। खटीमा के लाल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने दो दिवसीय दौरे में पौड़ी के उस दर्द को गहराई से महसूश किया जिसको पूर्ववर्ती मुख्यमंत्रियों ने या तो समझा नहीं या फिर समझने की कोशिश नहीं की। यूपी के समय पौड़ी जनपद का जो जलवा हुआ करता था, अलग राज्य गठन के बाद पौड़ी जिले की रौनक धीरे-धीरे कम होने लगी। सब्बि धाणी देहरादून के तहत सरकारी ऑफिस धीरे-धीरे देहरादून या मैदानी जनपदों में खिसकने लगे। पौड़ी जिले से मूल निवासी कई नेता, विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री बने लेकिन बावजूद उसकी खोई रौनक लौटाने में कामयाब नहीं हुए। मुख्यमंत्री धामी ने पौड़ी के दर्द को समझते हुए खोई हुई रौनक को लौटाने का बेड़ा उठाया है। पौड़ी से देहरादून पहुंचते ही अधिकारियों को इसको लेकर विस्तार से कार्य योजना बनाने के निर्देश जारी कर दिये हैं।

मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा दिनांक 12 एवं 13 फरवरी 2023 को गढ़वाल मण्डल में मुख्यालय पौड़ी का सघन दौरा किया गया। इस दौरान जहाँ एक और मुख्यमन्त्री द्वारा अन्त्योदय निःशुल्क गैस रिफिल योजना का पूरे प्रदेश में एक साथ शुभारम्भ करने हेतु पौड़ी को चुना गया, वहीं दूसरी और करोड़ों की लागत के विभिन्न विभागीय योजनाओं का शुभारम्भ एवं लोकार्पण भी किया गया। मुख्यमन्त्री द्वारा पौड़ी क्षेत्र के विकास के लिए कई घोषणा भी की गयी। साथ ही पौड़ी की निरन्तर हुई उपेक्षा के दर्द को गहराई से महसूस किया गया।

दिनांक 14 फरवरी को पौड़ी दौरे के अवसर पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा करते हुए मुख्यमन्त्री द्वारा पौड़ी के ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्व के साथ-साथ प्राकृतिक सुन्दरता की और अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया और पौड़ी के सर्वागीण विकास के लिए विशेष कार्य योजना बनाये जाने के निर्देश दिये। साथ ही पौड़ी के गढ़वाल मण्डल मुख्यालय होने के बावजूद मण्डलीय स्तरीय कार्यालयों का मण्डल मुख्यालय से संचालित न होने का संज्ञान लेते हुए सचिव, मा० मुख्यमन्त्रीध् जनपद के प्रभारी सचिव को निर्देशित किया है कि एक सप्ताह में अध्ययन करके यह रिपोर्ट प्रस्तुत करें कि कौन-कौन से ऐसे मण्डल स्तरीय कार्यालय है, जिनका कार्यालय भवन पौड़ी में स्थापित है या स्थापित होना चाहिए और उनका संचालन मण्डल कार्यालय से न होकर राजधानी देहरादून या अन्यत्र से हो रहा है।

उल्लेखनीय है कि ऐतिहासिक दृष्टि से प्रशासनिक रूप से पौड़ी का विशेष महत्व रहा है और इसी ऐतिहासिकता की दृष्टि से पौड़ी को गढ़वाल मण्डल का मण्डल मुख्यालय बनाया गया। समय के साथ पौड़ी से धीरे-धीरे मण्डल स्तरीय कार्यालयों का देहरादून या अन्यन्त्र स्थानों से संचालित होने की परम्परा शुरू हुई, जिससे पौड़ी मण्डल मुख्यालय का महत्व कम होने लगा।

मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा पौड़ी की इस पीड़ा को महसूस किया है और पौड़ी का भ्रमण खत्म होने के तत्काल बाद ही राजधानी देहरादून में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पौड़ी के विकास की कार्य-योजना के साथ-साथ पौड़ी की ऐतिहासिकता और गौरव को पुनः स्थापित किये जाने की आवश्यकता पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमन्त्री के इस प्रयास से उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले वर्षों में पौड़ी अपने गौरव को पुनः प्राप्त कर सकेगा।

पौड़ी पहुंचे सीएम ने लगाया जनता दरबार, लोगों की समस्याओं का किया समाधान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को आयुक्त सभागार, पौड़ी में आयोजित मुख्य सेवक आपके द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत जनसंवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनता की समस्याओं को सुनकर उनके तत्काल निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आमजन तक सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए अधिकारियों एवं जनता के बीच में परस्पर संवाद जारी रखना चाहिए। उन्होंने कहा राज्य सरकार सरलीकरण समाधान एवं निस्तारण के मूल मंत्र के साथ आगे बड़ रही है। लोगों की समस्याओं का संज्ञान लेते हुए उन्होंने कहा कृषि विभाग एवं वन विभाग जंगली जानवरों से बचाव के संबंध में कई योजनाओं पर कार्य कर रहा हैं। खेतों की फेंसिंग, सोलर फेंसिंग से लेकर जंगलों में फलदार पौधे लगाने का कार्य लगातार जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों हेतु सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न विकास योजनाओं एवं उनके लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए बैंकों एवं विभागों को आपसी समन्वय के साथ काम करना चाहिए। राज्य में एप्पल मिशन के तहत सेब के कई नए बगीचे पर कार्य किया जा रहा है। उद्यान विभाग कीवी की खेती को राज्य में बढ़ावा देने के लिए लगातार कार्य कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश एवं राज्य के विकास में गावों का विकास अति महत्वपूर्ण है। राज्य सरकार गांव में विकास के साथ वहां की संस्कृति को बचाने पर भी कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना से गांव में स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश विश्व में लगातार आगे बढ़ रहा है। आज हम विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। उत्तराखंड राज्य भी आने वाले सालों में सर्वश्रेष्ठ राज्य बने इसके लिए राज्य सरकार सभी विभागों के साथ विकास कार्य करते हुए आगे बढ़ रही है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य, डॉ. धन सिंह रावत, विधायक राजकुमार पौरी, विधायक महंत दिलीप रावत, विधायक रेनू बिष्ट, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, भाजपा जिला अध्यक्ष सुषमा रावत एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

पौड़ी में सीएम ने की विभिन्न समूहों के पदाधिकारियों के साथ भेंट

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को जनपद पौड़ी मुख्यालय स्थित सर्किट हाउस में पूर्व सैनिक संगठन एवं शहीदों के परिजनों, प्रबुद्ध नागरिकों, महिला स्वयं सहायता समूह व महिला संगठनों, पंचायत प्रतिनिधियों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के साथ संवाद व भेंटवार्ता की। इस अवसर पर उन्होंने सर्किट हाउस प्रांगण में पौधारोपण भी किया।
विभिन्न संगठनों के साथ संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार एकरूपता से उत्तराखंड की जनता के लिए कार्य कर रही है। संवाद कार्यक्रम के दौरान जो भी शिकायत या मांग पत्र उपलब्ध कराए गए हैं, उन पर समय रहते सकारात्मकता के साथ हर संभव कार्यवाही की जाएगी।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत, विधायक लैंसडौन महंत दलीप सिंह रावत, विधायक पौड़ी राजकुमार पौरी, विधायक यमकेश्वर रेनू बिष्ट, जिला पंचायत अध्यक्षा शांति देवी, जिलाधिकारी डॉ आशीष चैहान, एसएसपी श्वेता चैबे सहित अन्य जनप्रतिनिधि व संगठन के पदाधिकारी सदस्य आदि उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री अन्त्योदय निःशुल्क गैस रिफिल योजना का पौड़ी से शुंभारभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा रविवार को पौड़ी गढ़वाल के कण्डोलिया मैदान से मुख्यमंत्री अन्त्योदय निःशुल्क गैस रिफिल योजना का शुंभारभ किया गया। कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य और डॉ० धन सिंह रावत की उपस्थिति में 23 महिलाओं को गैस रिफिल का लाभ देकर योजना की शुरूआत की गयी। इस योजना के तहत अन्त्योदय परिवारों को 01 वर्ष में 03 निःशुल्क गैस रिफिल का लाभ दिया जायेगा तथा पूरे प्रदेश में लगभग 1 लाख 76 हजार अन्त्योदय कार्ड धारकों को इसका लाभ मिलेगा। इस योजना के शुभांरभ के अवसर पर प्रदेश भर से मंत्रीगण और विधायकगण भी ऑनलाइन जुड़े हुए थे।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा जनपद के विकास कार्यों से संबंधित कुल 94 करोड़ 28 लाख रूपये के विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया जिसमें 53 करोड 65 लाख रूपये की धनराशि के 9 विकास कार्यो का शिलान्यास और 40 करोड 63 लाख रूपये की धनराशि के विकास कार्यो का लोकार्पण किया गया। मुख्यमंत्री द्वारा जिन विकास कार्यो का शिलान्यास किया गया उनमें सिचाई खण्ड दुगड्डा के यमकेश्वर और कोटद्वार क्षेत्र से संबंधित कुल 05 कार्यों, निर्माण खण्ड लोनिवि श्रीनगर के श्रीनगर के अंतर्गत 02 मोटर मार्ग निर्माण कार्यों तथा उत्तराखंड पेयजल निगम पौड़ी से संबंधित 02 योजना शामिल है। इसी प्रकार जिन विकास कार्यो का लोकार्पण किया गया उनमें 04 विकास कार्यो में लोनिवि पौड़ी के लैंसडोन और पौड़ी में सुरक्षा सुधारीकरण व सुरक्षा कार्य तथा उत्तराखण्ड पेयजल निगम पौड़ी के पौड़ी व कोटद्वार क्षेत्र में पेयजल योजना और बाढ सुरक्षा से संबंधित कार्य शामिल है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि इस योजना से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन धुआं रहित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए बल मिलेगा और महिलाओं का जीवन अधिक स्वस्थ्य और आसान हो जायेगा। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति का उत्थान और सशक्तिकरण हमारी प्राथमिकता में है और इसी को ध्यान में रखते हुए हमनें राजकीय सेवाओं में 30 प्रतिशत आरक्षण, गौरा शक्ति एप्प पंजीकरण, तीलू रौतेली सम्मान, लखपति दीदी योजना, नंदा-गौरा देवी योजना आदि योजनाओं का क्रियान्वयन किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य 2025 तक उत्तराखण्ड को अग्रणी राज्यों की पक्ति में लाना है। इसके लिए हम अवसंरचना निर्माण और कनेक्टिविटी पर अधिक फोकस कर रहे है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन और प्रेरणा से भारत के साथ-साथ उत्तराखण्ड भी विकास की नई उंचाईयां हासिल करने के लिए प्रयासरत हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें युवाओं के हितों की भी चिंता है इसी कारण हमनें प्रदेश में ऐसा मजबूत और सख्त नकल विरोधी कानून बनाया है जिससे अब कोई भी असामाजिक तत्व भर्ती परीक्षाओं में नकल करने की जहमत नही उठायेगा। हमनें इस कानून में नकल कराने वाले गिरोह की संपति जब्त करने, जेल भेजने से लेकर उन पर भारी जुर्माने का प्रावधान किया गया है। नकल करने वाले अभ्यर्थी को भी 10 वर्ष तक किसी भी भर्ती के लिए अयोग्य घोषित किया जायेगा। भर्ती घपलों में जितने भी अपराधी होंगे उनको बिल्कुल भी नही बक्शा नही जायेगा।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान पौड़ी बस अड्डा के निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण करने हेतु धनराशि स्वीकृत करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कई घोषणाएं भी कि जिनमें पौड़ी में बहुमंजिला पार्किग का निर्माण कार्य, ऐतिहासिक नगर पौड़ी के मुख्य बाजार का सौन्दर्यीकरण कर उसे धारा रोड से एजेंसी चैक तक हैरीटेज रोड के रूप में विकसित करने, यमकेश्वर विधानसभा के विकासखण्ड दुगड्डा ग्राम सकाली के समीप खोह नदी पर 42 मीटर सेतु का निर्माण कार्य, विकासखण्ड यमकेश्वर क्षेत्र में नीलकंठ क्षेत्र के अंतर्गत कांवड को मेला क्षेत्र घोषित करने, श्रीनगर में सीवर लाइन के कार्यो को पूर्ण करने, थलीसैंण में उपजिला चिकित्सालय बनाने, धारी देवी श्रीनगर में पार्किग निर्माण और त्रिपालीसैंण में पार्किग का निर्माण कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा कि खाद्य विभाग में पहले से ही गेहूं चावल दिया जाता रहा है। चीनी व नमक को भी सस्ती दरों पर जल्दी ही प्रारभ करने की बात कही। साथ ही तेल एवं मसालों को सस्ती दरों पर देने की कार्य योजना बनाने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजिविका मिशन के अंर्तगत जनपद में कुल 2100 लक्ष्य के सापेक्ष 2136 ऋण स्वीकृत करते हुए प्रदेश में प्रथम स्थान पाने तथा मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत जनपद में लक्ष्य 500 के सापेक्ष 636 ऋण स्वीकृत करके राज्य में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर बधाई दी।
इस अवसर पर खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री रेखा आर्य ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार द्वारा जन धन योजना, निशुल्क राशन, गैस, स्वच्छता, आवास, आदि सुविधाऐं जनता को प्रदान की है। हमारा उद्देश्य स्वच्छ ईधन बेहतर जीवन देने का है जिसमें सरकार लगातार प्रयासरत है। कहा कि हमने महिलाओं की पीड़ा को समझकर उनके कल्याण से जुडी हुई अनेक योजनायें क्रियान्वयन कर रहे है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अन्त्योदय निशुल्क गैस रिफिल योजना से उत्तराखड की महिलाओं के जीवन में कल्याणकारी परिवर्तन आयेगा।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, विधायक पौड़ी राजकुमार पोरी, लैंसडोंन महंत दिलीप रावत व यमकेश्वर रेणु बिष्ट, सचिव खाद्य एवं आपूर्ति मामले बृजेश कुमार संत, जिलाधिकारी पौडी डॉ० आशीष चैहान, एसएसपी श्वेता चैबे सहित संबंधित अधिकारी, कर्मचारी व जनमानस उपस्थित रहे।

पौड़ी में पहाड़ी शैली में बने होम स्टे में रूके सीएम धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने के बाद पौड़ी स्थित रावत गांव में मेजर (से.नि) गोर्की चंदोला के मिट्टी से बने पहाड़ी शैली के होम स्टे में रात्रि विश्राम करने का निर्णय लिया। इस अवसर पर उन्होंने ग्राम वासियों से मुलाकात कर उनका हाल चाल जाना। पहाड़ी शैली पर बने होमस्टे का अवलोकन करते हुए उन्होंने प्रशंसा जाहिर की एवं रिंगाल से बने उत्पादों के बारे में जानकारी ली।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में होम स्टे की अपार संभावनाएं है। होम स्टे स्वरोजगार, आत्मनिर्भर उत्तराखंड, आत्मनिर्भर भारत बनाने में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। लोगों का रुझान लगातार होम स्टे की ओर बढ़ रहा है। होस्ट स्टे से लोगों को उत्तराखंड के पारंपरिक खानपान और संस्कृति के बारे में पता चलता है। राज्य सरकार होम स्टे को लगातार बढ़ावा देने का कार्य कर रही है।

इस दौरान कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत, विधायक राजकुमार पौरी, बड़ी संख्या में ग्रामवासी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

धामी सरकार के निर्देश पर शासन ने जारी किया वेतनवृद्धि का आदेश

वेतनवृद्धि की लम्बी लड़ाई लड़ने के बाद आखिरकार श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के 368 संविदा कार्मिकों की वर्षों पुरानी मुराद पूरी हो गई है। कॉलेज की स्थापना से लेकर अब तक अल्प वेतन में काम कर रहे कार्मियों ने इसका श्रेय धामी सरकार को दिया। कार्मिकों का कहना है कि वेतनवृद्धि को लेकर उनकी मांग को मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने तवज्जो दी और वर्षों पुरानी समान कार्य-समान वेतन की मांग को अमलीजामा पहनाया।
राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर गढ़वाल में स्थापना के समय से ही विभिन्न श्रेणी के शिक्षणेत्तर पदों पर तात्कालिक आवश्यकता के अनुसार संविदा, दैनिक एवं नियत वेतनमान के आधार पर तैनात कार्मिक अल्प मानदेय पर कार्य करते आ रहे थे। जबकि उन्हीं के समकक्ष उपनल के माध्यम से तैनात कार्मिक उनसे दुगने मानदेय पर कार्य कर रहे थे। जिसको लेकर मेडिकल कॉलेज के अल्प मानदेय प्राप्त कार्मिकों में शासन व कॉलेज प्रशासन के विरूद्ध काफी असंतोष व्याप्त था। इसका खामियाजा स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत को भी अपने विधानसभा चुनाव के दौरान कार्मिकों के विरोध के रूप में भुगतना पड़ा। मामला संज्ञान में आने पर मुख्यमंत्री ने विभागीय मंत्री को कॉलेज प्रशासन द्वारा मानदेय वृद्धि का प्रस्ताव शासन को भेजने को कहा। शासन द्वारा प्रस्ताव को कैबिनेट में रखा गया तथा राज्य कैबिनेट के द्वारा कार्मिकों की वर्षों पुरानी उपनल कार्मिकों के समान मानदेय दिये जाने की मांग पर मुहर लगा दी गई। आखिरकार कैबिनेट की स्वीकृति के उपरांत चिकित्सा शिक्षा विभाग ने वर्षों से प्रशासनिक अधिकारी, नर्सिंग अधिकारी, लैब टेक्नीशियन सहित 38 विभिन्न श्रेणी के पदों पर संविदा, दैनिक व नियत वेतनमान पर तैनात कार्मिकों का वेतनमान उपनल कार्मिकों के समान बढ़ाने का शासनादेश जारी कर दिया। शासनादेश जारी होते ही मेडिकल कॉलेज के अल्प वेतनभोगी कार्मिकों ने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री का आभार व्यक्त करते हुये आपस में मिठाईयां बांटकर खुशी जाहिर की।

उत्तराखंड में खत्म होगा धार्मिक कब्जों का खेल

उत्तराखंड सरकार में इन दिनों अवैध धार्मिक स्थलों को हटाने का काम जोरों पर चल रहा है। अवैध कब्जों पर सीएम धामी के निर्देश के बाद प्रशासन ने कार्रवाई की है। राजधानी देहरादून में दो दिनों में लगभग 15 से अधिक मजारों को हटाया गया है तो अब यह सिलसिला दूसरे जिलों में भी शुरू हो गया है। पौड़ी में भी एक चर्चित मजार को जिला प्रशासन ने हटा दिया है। चर्चित इसलिए क्योंकि इस मजार के जीर्णाेद्धार के लिए विधायक राजकुमार ने 2 लाख अपनी विधायक निधि से दिए थे। प्रशासन ने इसे भी अवैध निर्माण बताते हुए ध्वस्त कर दिया है।
पौड़ी जिले के कल्जीखाल ब्लॉक में बरसों पहले बनी एक मजार को राजस्व प्रशासन ने बुधवार को ध्वस्त कर दिया है। बताया गया है कि जब मजार की जांच की गई तो दस्तावेजों में यह चारागाह में निर्मित पायी गई। इसे प्रशासन ने अतिक्रमण मानते हुए बुधवार को यह ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। इस संबंध में डीएम ने भी पौड़ी के एसडीएम से रिपोर्ट मांगी थी। बताया जा रहा है कि यह मजार करीब 20 साल पहले बनाई गई थी। पौड़ी एसडीएम आकाश जोशी ने पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कल्जीखाल ब्लॉक के गांव चिलोली की सरहद में एक मजार चारागाह भूमि पर बनी थी। राजस्व रिपोर्ट मिलने के बाद बुधवार को मजार को ध्वस्त कर दिया गया। चारागाह वाली भूमि पर किसी तरह भी तरह का निर्माण नहीं किया जा सकता है। यह अतिक्रमण की श्रेणी में आता है।
हालांकि, इस मजार के पास विधायक निधि से एक टिनशेड निर्माण को लेकर भी सोशल मीडिया पर पिछले कई दिनों से चर्चाएं हो रही है। पौड़ी के विधायक राजकुमार पोरी से संपर्क करने पर दूरभाष पर बताया कि उन्होंने किसी धर्मस्थल को बनाने के लिए कोई निधि नहीं दी है। मंडल अध्यक्ष ने इस संबंध में यहां एक टिनशेड स्थानीय लोगों के धूप और बारिश से बचने के लिए बनाने का प्रस्ताव दिया था। सरकार ने बताया प्लान तो विपक्ष ने किया पलटवारपोरी ने कहा कि मणधार में उन्होंने विधायक निधि से दो लाख की धनराशि टिनशेड निर्माण के लिए स्वीकृत की। विधायक ने कहा कि कुछ मीडिया खबरों में इसे गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है और उसे दूसरा रंग देने की कोशिश की जा रही है, जो कि सही नहीं है।

पौड़ी के अभिनव ने नौसेना में पाया कमीशन

पौड़ी के एक लाल अभिनव रावत ने शनिवार को नौसेना में सेकेंड लेफ्टिनेंट के तौर पर कमीशन हासिल कर लिया है। केरल के इजीमाला स्थित नेवल अकादमी में पासिंग आउट परेड के बाद अभिनव नौसेना की मुख्यधारा में शामिल हो गया। अभिनव की पीपिंग सेरमनी में उसके पिता मातवर सिंह रावत और मां लक्ष्मी रावत भी मौजूद रही। अभिनव पौड़ी जिले के एकेश्वर ब्लाक के चमाली गांव का निवासी है। सेकेंड लेफ्टिनेंट अभिनव रावत ने कहा कि वह उत्तराखंड की देशसेवा और कर्तव्यपरायणता की समृद्ध और गौरवशाली परम्परा से प्रभावित था, इसलिए सेना को प्राथमिकता दी। उसकी इस उपलब्धि पर पूरे गांव में खुशी का माहौल है। अभिनव के दादा भोपाल सिंह रावत और दादी दूरा देवी गांव में ही रहते हैं। दादा भोपाल सिंह रावत ने कहा कि पोते की इस उपलब्धि पर उन्हें गर्व है।
22 वर्षीय सेकेंड लेफ्टिनेंट अभिनव रावत ने 2018 में इंद्रापुरम गाजियाबाद के कैंब्रिज स्कूल से 12वीं करने के बाद नेवल अकादमी के लिए आवेदन किया और पहली बार में ही सर्विस सलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) क्लियर कर दिया। अभिनव का सलेक्शन आईआईटी के लिए भी हुआ था लेकिन उसने देशसेवा को प्राथमिकता दी। अभिनव के पिता मातबर सिंह रावत दिल्ली की एक कंपनी में सीनियर मैनेजर हैं। उनका कहना है कि अभिनव ने पहले से ही तय किया था कि वह सेना में जाएगा। उसकी इस उपलब्धि पर हमें गर्व है।
गौरतलब है कि चमाली गांव वीर योद्धाओं का गांव है। देश सेवा यहां की परम्परा है। इस गांव के हर परिवार से कोई न कोई सदस्य सेना में है। गांव के हवलदार बुद्धिसिंह रावत और हवलदार झगड़ सिंह रावत स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं। गांव में दो पूर्व कर्नल और दर्जन भर से भी अधिक पूर्व जेसीओ हैं। कारगिल युद्ध में अपना सर्वाेच्च बलिदान देने वाले लांसनायक बलवीर सिंह नेगी भी इसी गांव के हैं।

मंत्री डा. अग्रवाल ने ग्रामीणों को बांटे निशुल्क बीज

यमकेश्वर ब्लॉक के तल्ला बनास गांव में आज प्राचीन लौहसिद्ध हनुमान मंदिर का स्थापना दिवस मनाया गया। इस उपलक्ष्य में मंदिर समिति की गौमुख गौशाला ने देश के पहली कृषि विश्विद्यालय जीबी पंत कृष विश्विद्यालय और राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान केंद्र करनाल के तत्वाधान में किसान मेला का आयोजन किया।

शनिवार को यमकेश्वर के तल्ला बनास स्थित गोमुख गौशाला गढ़खाल में आयोजित कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेम चंद अग्रवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में संकटमोचन लौहसिद्ध हनुमान जी की पूजा में शामिल के उपरांत कार्यक्रम का अनावरण किया।

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री श्री प्रेम चंद्र अग्रवाल ने कहा कि संकटमोचन हनुमान के आशीर्वाद से पहाड़ के किसानों को सशक्त बनाने के लिए गौमुख गौशाला की इस पहल से हम अपनी संस्कृति और सनातन धर्म को आगे बढ़ाते हुए पहाड़ के लोगो की आय के स्रोत के लिए साथ मिलकर काम करें।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि पंतनगर विश्विद्यालय और राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान केंद्र करनाल के साथ गौमुख गौशाला एक मॉडल गौशाला बनेगी। इससे किसानों के कौशल में विकास होगा।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि किसान मेले का मुख्य उद्देश्य पहाड़ों के किसानों को प्रगतिशील बनाने के सपने को लेकर गौमुख गौशाला ने इस मुहिम की शुरुआत की है। मेले में पंतनगर के जीबी पन्त कृषि विश्विद्यालय और राष्टीय डेरी अनुसंधान संस्थान किसानो के उत्थान के लिए पहली बार साथ आये हैं।

किसान मेला में यंमकेश्वर ब्लॉक के तल्ला बनास, मल्ला बनास, कांडाखाल, किमसार से सैंकड़ों किसानों ने प्रतिभाग किया। जिन्हें आये स्रोत बढ़ाने के लिए पशुपालन, मधुमखी पालन और खेती से जीविका को बेहतर बनाने के लिए पंत नगर विश्विद्यालय और राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान करनाल ने निशुल्क बीज, मधुमखी और किट, कृषि से जुड़ी किट, वह बकरियों का अनुदान किया।

इस अवसर पर पंतनगर विश्वविधालय के कुलपति डॉ मनमोहन सिंह चौहान, उत्तराखंड शासन के सचिव डॉक्टर बीवीआर पुरुषोत्तम आर, राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्था के निदेश डॉक्टर धीर सिंह, डॉ सरिता, डॉ दीप्ति चौधरी, डॉ नीलकंठ आदि उपस्थित रहे।

अंकिता हत्याकांड-गैगेस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही शुरु

चार्ज सभालते ही पुलिस अधीक्षक जनपद पौड़ी गढवाल श्वेता चौबे द्वारा अंकिता हत्याकांड के मामले में तत्परता दिखाते हुये सम्बन्धित क्षेत्राधिकारी एवं प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मणझूला को अभियुक्तों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत कर वैधानिक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। जिसके क्रम में अभियुक्तों गैंग लीडर पुलकित आर्या, गैंग सदस्य सौरभ एवं अंकित द्वारा अपने होटल/रिजोर्ट में व उसके आसपास के क्षेत्र में असामाजिक कृत्य कर अनैतिक व्यापार जैसे अपराधों में संलिप्त होकर अवैध रुप से धन अर्जित कर समाज विरोधी क्रिया कलाप में संलिप्त होकर क्षेत्र में जधन्य अपराध कारित करने की घटना को अन्जाम देकर लोक शान्ति व्यवस्था को अस्त-व्यस्त किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद पौड़ी द्वारा उक्त प्रकरण/अभियोग में तत्परता दिखाते हुये अभियुक्तों के विरुद्ध 2/3 उ0प्र0 गिरोह बन्द एवं समाज विरोधी क्रिया कलाप निवारण अधिनियम 1986 के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। वर्तमान में अंकिता मर्डर से सम्बन्धित अभियोग की विवेचना SIT द्वारा सम्पादित की जा रही है, जो वर्तमान में विवेचनाधीन है।

अभियुक्तों का नाम पताः-
1. गैग लीडर पुलकित (उम्र-35 वर्ष) आर्य पुत्र विनोद आर्य, निवासी स्वदेशी भवन आर्यनगर, थाना ज्वालापुर हरिद्वार
2. गैग सदस्य अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता (उम्र-19 वर्ष) पुत्र राजेन्द्र कुमार, निवासी 42 ए, दयानन्द नगरी, थाना ज्वालापुर हरिद्वार
3. गैग सदस्य सौरभ भाष्कर (उम्र-35 वर्ष) पुत्र शक्ति भाष्कर, निवासी 18 ए, सूरजनगर, थाना ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार

पंजीकृत अभियोगः-
मु.अ.सं. 33/2022, धारा-2/3 उ0प्र0 गिरोह बन्द एवं समाज विरोधी क्रिया कलाप निवारण अधिनियम 1986।