बदरी-केदार धाम में पुनर्निर्माण कार्यों का खुल्बे ने लिया जायजा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सलाहकार भास्कर खुल्बे आज अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रातः 8.45 बजे श्री केदारनाथ धाम दर्शन को पहुंचे। हेलीपैड पर पहुंचने पर केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों, उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड, जिला पुलिस-प्रशासन ने उनकी अगवानी एवं स्वागत किया। उनके साथ प्रधानमंत्री कार्यालय में उप सचिव मंगलेश घिल्डियाल भी श्री केदारनाथ पहुंचे।
हेलीपैड से वह मंदिर हेतु रवाना हुए उनकी ओर से केदारनाथ धाम के पुजारी बागेश लिंग ने भगवान केदारनाथ जी का रूद्राभिषेक पाठ किया तथा देश के खुशहाली की कामना की।
इसके बाद उन्होंने केदारनाथ धाम में निर्माण कार्यों का अवलोकन भी किया तथा पुनर्निर्माण कार्यों हेतु प्रदेश सरकार की सराहना भी की। इस अवसर पर सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग मनुज गोयल, केदार सभा से उमेश‌पोस्ती, देवस्थानम बोर्ड के मंदिर प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, अरविंद शुक्ला, प्रदीप सेमवाल आदि मौजूद रहे।
इसके पश्चात करीब सवा 11 बजे श्री बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हो गये। जोशीमठ से वह सड़क मार्ग से श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे। श्री बदरीनाथ धाम पहुंच कर भाष्कर खुल्बे ने जिला प्रशासन एवं यात्रा मजिस्ट्रेट उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी से मास्टर प्लान के कार्यों की समीक्षा की जानकारी ली और देश के सीमांत पर्यटन ग्राम माणा का भी भ्रमण किया। भगवान बदरीविशाल क्षेत्रपाल श्री घंटाकर्ण जी महाराज मंदिर, श्री गणेश गुफा, श्री ब्यास गुफा मंदिर, श्री सरस्वती नदी भीम पुल पहुंचकर दर्शन किये।

वैज्ञानिकों की चेतावनी, लगातार आ रहे भूकंप को नही किया जाना चाहिए नजर अंदाज

उत्तराखंड में मानसून का दौर अभी जारी है। प्रदेश के कई क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में जनजीवन अस्त व्यस्त हो रहा है। तो कई मार्ग अवरुद्ध होने और भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही है। वहीं, उत्तराखंड में भूकंप को लेकर भी सूचनाएं प्राप्त हो रही है। इसी क्रम में उत्तराखंड में आज फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि भूकंप की तीव्रता कम थी। भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई पर था। ये झटके दोपहर 3 बजकर 31 मिनट पर महसूस हुए। फिलहाल भूकंप से जानमाल के नुकसान की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग अपने अपने घरों से बाहर निकल आए। वहीं लगातार आ रहे इन हल्के झटकों को वैज्ञानिक बड़े खतरे की चेतावनी भी मान रहे है।
आज भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 2.5 मापी गई है। इससे पहले सोमवार को पिथौरागढ़ में भारत-नेपाल सीमा पर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। वहीं, रविवार को रुद्रप्रयाग जिले में भी भूकंप का हल्का झटका महसूस किया गया। रविवार दोपहर 12 बजकर 21 मिनट पर पर रुद्रप्रयाग में भूकंप महसूस किया गया था। जिसकी तीव्रता 3.3 रिक्टर बताई गई। इसके साथ ही बीते दिनों बागेश्वर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
वैज्ञानिकों की माने तो उत्तराखंड में आ रहे भूकंप के ये हल्के झटके बड़े खतरे का संकेत हैं। उत्तराखंड में भूकंप को लेकर किए गए शोध से इस बात का खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि हिमालय में 200 साल की ऊर्जा एकत्रित हो चुकी है जो कभी भी भूकंप के रूप में बाहर आ सकती है। ऐसे में आशंका है कि उत्तराखंड में इस सदी का सबसे भयानक भूकंप आ सकता है।

कर्णप्रयाग और गैरसैंण विकासखंड में सुधरेगी मोबाइल की कनेक्टिविटी

भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय मीडिया टीम के सदस्य सतीश लखेड़ा ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कहा कि चमोली जनपद के कर्णप्रयाग और गैरसैण विकासखंडों की मोबाइल कनेक्टिविटी की समस्या को लेकर आज राज्यसभा सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी के नेतृत्व में केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव से भेंट की। सांसद बलूनी ने मंत्री जी को बताया कि कनेक्टिविटी ना होने से इन दुर्गम क्षेत्रों में जनता को परेशानी तो होती ही है साथ ही बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई बाधित होती है।
भाजपा नेता सतीश लखेड़ा ने कहा कि बलूनी ने दूर संचार मंत्री को कर्णप्रयाग विकासखंड के बगोली, चमोला, मैखुरा, मजखोला, कमेड़ा और सेरागढ़ क्षेत्रों तथा गैरसैंण विकासखंड के देवपुरी, राईकोट, कुनीगाड़ तल्ली, कुणखेत, बुखाली, चोरड़ा, पिंडवाली और कांसुवा क्षेत्रों की मोबाइल समस्या का ध्यान दिलाया।

केंद्रीय मंत्री अनिल वैष्णव ने कहां कि उनका मंत्रालय निरंतर मोबाइल कनेक्टिविटी के सुधार हेतु प्रयासरत है। उन्होंने उपरोक्त सभी 14 स्थानों की कनेक्टिविटी हेतु संबंधित अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा की बीएसएनएल सहित सभी निजी ऑपरेटर कंपनियां इन स्थानों का निरीक्षण कर संचार सुविधा बहाल करें।
सतीश लखेड़ा ने केंद्रीय मंत्री सहित सांसद अनिल बलूनी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि इन दुर्गम क्षेत्रों में संचार सुविधा बहाल होने से आम नागरिकों को व विद्यार्थियों को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि गत दिनों अपने क्षेत्र भ्रमण के दौरान आम जनता द्वारा मोबाइल कनेक्टिविटी की समस्या की ओर ध्यान दिलाया गया और स्वयं भी कनेक्टिविटी ना होने की परेशानियों का सामना करना पड़ा।

चारधाम यात्रा शुरु, तीर्थयात्रियों के साथ ही कारेाबारियों के खिले चेहरे

केदारनाथ, बदरीनाथ सहित चार धाम में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्रदेश में यात्रा का श्रीगणेश हो गया। पहले दिन बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री धाम में 700 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन किया। यात्रा शुरू होने से श्रद्धालुओं में उत्साह है तो दूसरी ओर, चारधाम रूट के पर्यटन और परिवहन कारोबारी भी बेहद खुश नजर आ रहे हैं। केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए दोपहर 12 बजे तक 352 तीर्थयात्री प्रस्थान कर चुके थे। केदारधाम में प्रतिदिन 800 लोगों को ही जाने की अनुमति दी गई है।
देवस्थानम बोर्ड के अनुसार, केदारनाथ में गर्भ गृह में भी व्यवस्थाएं बहाल कर दी गई हैं। गर्भ गृह में किसी को प्रवेश की अनुमति नही हैं। सभी यात्रियों को सभा मंडप से ही दर्शन की अनुमति दी गई है। बदरीनाथ में ब्रह़्म मुर्हुत में भगवान बदरी विशाल का पूजन अभिषेक शुरू हुआ। मुख्य रावल ईश्वरी प्रसाद नम्बूदरी ने नियमानुसार भगवान का स्नान, श्रृंगार, अभिषेक किया। धर्माधिकारी भुवन उनियाल अपर धर्माधिकारियों ने वेद ऋचाओं का वाचन किया। कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं ने जय बदरीविशाल के जयघोष के साथ मंदिर परिसर में प्रवेश किया। दोपहर तक 250 श्रद्धालु भगवान बदरीनाथ के दर्शन कर चुके थे। अभी सिलसिला जारी है। उधर, उत्तरकाशी में दोपहर तक गंगोत्री धाम में 73 श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे। यमुनोत्री में भी श्रद्धालुओं ने मां यमुना की पूजा अर्चना की। दोनों धामों में शाम तक 302 श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पूजा अर्चना की।

कोविड जांच के लिए सख्त इंतजाम
भगवान बदरीनाथ के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य जांच के लिये जिले के प्रवेश द्वार गौचर, मोहन खाल, मेहलचौरी से ही बैरियर पर कोविड जांच की व्यवस्था की गई है। पांडुकेश्वर में भी कोविड जांच यात्रियों की जांच हो रही है । हेमकुंड जाने वाले यात्रियों की भी कोविड जांच की जा रही है। बदरीनाथ आने वाले यात्रियों कोविड प्रपत्रों की जांच देवदर्शनी में भी हो रही है। उधर,केदारनाथ के दर्शन के लिए जाने वाले महाराष्ट्र, केरल और आंध्रप्रदेश के श्रद्धालुओं के लिए सोनप्रयाग में आरटीपीसीआर कोविड टेस्ट की अलग से व्यवस्था की है।

कार्यों की गुणवत्ता से ना किया जाए समझौता-मुख्य सचिव

मुख्य सचिव डॉ एस.एस. सन्धु ने शुक्रवार को भगवान केदारनाथ के दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कार्यों में बेहतर गुणवत्ता के साथ ही तेजी लाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कार्यों में गति लाने के लिए आवश्यक मैन पावर, मशीनरी एवं मटीरियल की पर्याप्तता सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यों में गति लाने के लिए वीकली टारगेट निर्धारित कर अचीवमेंट की समीक्षा नियमित रूप से की जाए।
मुख्य सचिव ने केदार पुरी के दोनों तरफ की पहाड़ियों पर वन विभाग को आकर्षक प्लांटेशन करने के निर्देश दिए। उन्होंने वहां काम कर रही लेबर से भी बात की, मुख्य सचिव ने अधिकारियों को श्रमिकों के लिए उचित व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने चोराबाड़ी ट्रेक रूट को विकसित किए जाने के साथ ही गरुड़ चट्टी से रामबाड़ा तक पुराने मार्ग को सुचारू करने हेतु फॉरेस्ट क्लीयरेंस पर तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने निर्माणाधीन शंकराचार्य समाधि स्थल का निरीक्षण भी किया। उन्होंने मंदाकिनी एवं सरस्वती नदी के संगम पर निर्मित हो रहे स्नान घाटों केदारनाथ गरुड़ चट्टी को जोड़ने वाले निर्माणाधीन पुल व पहाड़ी शैली में निर्मित हो रहे भवनों का जायजा भी लिया। मुख्य सचिव ने वहां मौजूद अधिकारियों से निर्माण कार्यों में गति एवं समय से पूरा करने के साथ ही कार्यों की गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने सुव्यवस्थित और सुरक्षित चारधाम यात्रा हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर एवं जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग भी उपस्थित थे।

राजीव नगर देहरादून में सीएम ने किया कोविड वैक्सीनेशन कैम्प का शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय, राजीव नगर में कोविड-19 वैक्सीनैशन कैम्प का शुभारंभ किया। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दुनिया का सबसे बङा वैक्सीनैशन अभियान भारत में चल रहा है। उत्तराखण्ड में चार माह के भीतर शत प्रतिशत वैक्सीनैशन कर दिया जाएगा। बागेश्वर और रुद्रप्रयाग जिलों में पूर्ण वैक्सीनेशन किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड को आवश्यकता अनुसार टीके उपलब्ध कराए जाने पर प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि देश में न केवल कोविड का स्वदेशी टीका बनाया गया, हमने विश्व कल्याण की भावना से दूसरे देशों को भी उपलब्ध कराया है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत ने विश्व में अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा भाव सुरक्षित उत्तराखण्ड स्वस्थ उत्तराखण्ड का है। कोशिश है कि जल्द से जल्द सभी को कोविड की वैक्सीन लगा दी जाए। प्रदेश में 207 प्रकार की स्वास्थ्य जांचें निशुल्क की जा रही हैं। इससे गरीब से गरीब व्यक्ति भी मुफ्त में अपनी स्वास्थ्य जांचे करा सकेगा।
केंद्रीय मंत्री श्री अजय भट्ट ने कहा कि दुनिया में कोविड टीकाकरण सबसे ज्यादा भारत में हुआ है। युवा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जनहित में अनेक योजनाएं लाई गई हैं। जिस गति और तन्मयता से उत्तराखण्ड में काम हो रहा है, उससे अंतिम पंक्ति में खङे व्यक्ति का भी काम हो रहा है।

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि आज देहरादून जिले में एक दिन में रिकॉर्ड 1 लाख के करीब टीके लगाए जाएंगे। अगस्त माह में रायपुर विधानसभा क्षेत्र को 1 लाख वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी।

विधायक उमेश शर्मा काउ ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश के साथ ही रायपुर विधानसभा क्षेत्र में भी तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं।

खुशी को वात्सलय योजना का लाभ दिलाने का रेखा आर्य ने दिया भरोसा

रुद्रप्रयाग जिले की अपने माता-पिता को खो चुकी 9 वर्षीय मासूम खुशी को अब मंत्री बुआ का साथ मिला है। शनिवार को कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने खुशी से फोन पर वार्ता की और हर संभव मदद का भरोसा दिया। साथ ही यह आश्वासन दिया कि उसकी बुआ हर परिस्थिति में उसके साथ है। इसके अलावा वात्सल्य योजना का लाभ दिलाने की बात भी कही।

बता दें कि रुद्रप्रयाग जिले के जखोली ब्लॉक के कपणियां गाँव की निराश्रित मासूम 9 वर्षीय बालिका खुशी की माता का देहांत दो वर्ष पूर्व हो चुका था। तभी से पिता के कंधों पर माता की भी जिम्मेदारी आ गयी थी। मगर विधाता को कुछ और ही मंजूर था। कुछ दिनों पूर्व इस मासूम बालिका के पिता भी इस दुनिया को अलविदा कहकर चले गए। खुशी के लिए मानो पूरी दुनिया ही उजड़ गयी हो।

यह जानकारी उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य को लगी। उन्होंने तत्काल मौके पर विभागीय अधिकारियों को भेजा और जानकारी जुटाई। इसी क्रम में शनिवार को कैबिनेट मंत्री ने खुशी को दूरभाष के जरिए संपर्क किया। देहरादून अपने निवास स्थान से मंत्री ने बालिका खुशी को फ़ोन लगाया, तो दूसरी ओर रुद्रप्रयाग जिले के कपणियां गाँव से खुशी की आवाज़ आयी। इधर से मंत्री रेखा आर्य ने खुशी का हाल जाना। उन्होंने मासूम बालिका को निराश्रित ना होने का एहसास दिलाया। स्वयं को बुआ के रूप में प्रस्तुत कर मंत्री ने हर समय मदद का आश्वासन दिया। वात्सल्य योजना का लाभ दिलाने के साथ ही अपने व्यक्तिगत नंबर को भी खुशी से शेयर किया। कहा कि प्रदेश सरकार सदैव आपके साथ है, जीवन मे खुद को अकेला न समझना, आपकी बुआ के रूप में रेखा आर्य उसके साथ है।

केदारनाथ में अवस्थापना सुविधाओं का विकास करने में जुटी धामी सरकार

विश्व प्रसिद्ध श्री केदारनाथ धाम में यात्रा और पूजा का सफल आयोजन कराने के लिए रावल और पुजारियों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं मिलेगी। इसके लिए केदारनाथ धाम में रावल व पुजारियों के लिए तीन मंजिला इमारत का निर्माण किया जाएगा। जिसके लिए शासन की ओर से 10 करोड़ रुपये का बजट जारी किए गए हैं। केदारनाथ के रावल ही धाम में छह माह की पूजा-अर्चना के लिए पुजारी को अधिकृत करते हैं।

श्री केदारनाथ धाम से करीब 300 मीटर सरस्वती नदी समीप बनने वाले तीन मंजिला इमारत में 18 कक्षों का निर्माण किया जाएगा। 6.39 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस इमारत में रावल निवास, पुजारी आवास, भोग मंडी, पंथेर आवास, समालिया आवास, वेदपाठी आवास, पूजा कार्यालय आदि की व्यवस्था की जाएगी। जिसके लिए उत्तराखंड शासन की ओर से 10 करोड़ रुपये की धनराशि उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड को प्राप्त हो चुकी है। जिसकी पहली किस्त 27 मार्च और दूसरी किस्त 12 जुलाई को जारी की गई।

दिलीप जावलकर, पर्यटन सचिव ने बताया कि तीन मंजिला इमारत का निर्माण होने के बाद यात्रा के साथ पूजा का सफल और आसानी से आयोजन हो सकेगा। शासन की ओर से इसके लिए 10 करोड़ रुपये का बजट जारी कर दिया गया है। इसका सीधा लाभ रावल व पुजारियों को मिलेगा।

रविनाथ रमन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड ने बताया कि 265 वर्ग मीटर में होने वाले भवन निर्माण के लिए स्थानीय जिलाधिकारी की ओर से उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड को मंदिर परिसर के समीप भूमि उपलब्ध करा दी गई है। निर्माण कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।

श्री केदारनाथ धाम के खुले कपाट, पीएम ने नाम से किया गया रूद्राभिषेक

ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट विधि विधान पूर्वक मंत्रोचारण के साथ आज सोमवार मेष लग्न, पुनर्वसु नक्षत्र में प्रातरू पांच बजे खुल गये हैं। कपाट खुलने की प्रक्रिया प्रातरू तीन बजे से शुरू हो गयी थी। रावल भीमाशंकर एवं मुख्य पुजारी बागेश लिंग तथा देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह एवं जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग मनुज गोयल ने पूरब द्वार से मंदिर मुख्य प्रांगण में प्रवेश किया।

मुख्य द्वार पर पूजा अर्चना की मंत्रोचार के पश्चात ठीक पांच बजे भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिये गये। मंदिर के कपाट खुलने के पश्चात मुख्य पुजारी बागेश लिंग ने स्यंभू शिवलिंग को समाधि से जागृत किया तथा निर्वाण दर्शनों के पश्चात श्रृंगार तथा रूद्राभिषेक पूजाएं की गयी। श्री केदारनाथ धाम में भी प्रथम रूद्राभिषेक पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से की गयी तथा जनकल्याण की कामना की गयी। कोरोना महामारी को देखते हुए चारधाम यात्रा अस्थायी तौर पर स्थगित है धामों में केवल पूजापाठ संपन्न हो रही है यात्रियों को आने की अनुमति नहीं है। केदारनाथ के कपाट खुलते समय पूजापाठ से जुड़े चुंनिंदा लोग मौजूद रहे। धाम में मौसम सर्द है मंदिर के कुछ दूरी पर बर्फ मौजूद है। तथा रास्ते में कहीं- कहीं हिमखंड नजर आ रहे है।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर प्रसन्नता ब्यक्त की है तथा भी के आरोग्यता की कामना की है। कहा है कि कोरोना महामारी के कारण अस्थाई तौर पर यात्रा स्थगित है सभी लोग वर्चुअली दर्शन करें तथा अपने घरों में पूजा-अर्चना करें।

पर्यटनमंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि कोरोना महामारी समाप्त होगी तथा शीघ्र चारधाम यात्रा शुरू होगी। उल्लेखनीय है कि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की पहल पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से जनकल्याण की भावना के साथ सभी धामों में प्रथम पूजा संपन्न करवायी जा रही है।

श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर ऋषिकेश के दानीदाता सौरभ कालड़ा ग्रुप द्वारा श्री केदारनाथ मंदिर को 11 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। इस अवसर पर रावल भीमाशंकर लिंग, केदार लिंग, मुख्य पुजारी बागेश लिंग, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह, जिलाधिकारी मनुज गोयल, पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल मनराल बीकेटीसी पूर्व सदस्य शिवसिंह रावत, एसडीएम रवीन्द्र वर्मा, तहसीलदार जयराम बधाड़ी, धर्माधिकारी आचार्य औंकार शुक्ला, मंदिर प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, प्रबंधक अरविंद शुक्ला एवं प्रदीप सेमवाल, पारेश्वर त्रिवेदी, महावीर तिवारी,मृत्युंजय हीरेमठ, विपिन कुमार आदि मौजूद रहे।

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया की श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के पश्चात केदारनाथ मास्टर प्लान कार्यों में अधिक गति आयेगी।

कपाट खुलने के दौरान कोरोना बचाव मानकों का पालन किया गया। मास्क, सेनिटाईजर, थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य किया गया। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने कपाट खुलने के लिए एसओपी द्वारा ब्यापक दिशा निर्देश जारी किये हैं। केदारनाथ में जिला प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ तथा स्वास्थ्य विभाग, विद्युत, जल संस्थान की टीम अपना कार्य कर रही हैं।

देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई प्रातः 4 बजकर 15 मिनट पर खुल रहे है। आज श्री योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से आदि गुरू शंकराचार्य की गद्दी के साथ उद्धव, कुबेर तथा तेलकलश (गाडू घड़ा) श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेगा। तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट आज दोपहर में खुल रहे है जबकि चतुर्थ केदार रूद्रनाथ के कपाट भी आज खुल रहे हैं। द्वितीय केदार मदमहेश्वर के कपाट 24 मई को खुल रहे हैं। जबकि गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब एवं श्री लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुलने की तिथि अभी निश्चित नहीं है।

नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग को डेढ़ लेन करने की मुख्यमंत्री ने की घोषणा

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज सड़क को डेढ़ लेन करने की मांग कर रहे नंदप्रयाग घाट क्षेत्र के ग्रामीणों की मुराद पूरी कर दी है। इस सड़क के चैड़ीकरण के लिए मुख्यमंत्री ने आज घोषणा कर दी है। इसके लिए संबंधित विभाग को निर्देश भी जारी हो गए हैं। पदभार संभालने के बाद मुख्यमंत्री ने यह एक अहम फैसला लिया है, जिसकी मांग के लिए स्थानीय ग्रामीण आंदोलन कर रहे थे।

जनपद चमोली के नंद्रप्रयाग घाट क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले करीब 70 गांवों के ग्रामीण अपने विकास खंड की सड़क को डेढ़ लेन करने की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। सड़क से हजारों लोगों के हित जुड़े हैं।

क्षेत्र की इस मांग को लेकर क्षेत्रीय विधायक मुन्नी देवी शाह ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया। उन्होंने बातया कि सिंगल लेन सड़क होने के कारण नंदप्रयाग घाट क्षेत्र के ग्रामीणों को भारी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। उन्होंने बताया कि संकरे मार्ग पर दुर्घटनाओं का खतरा रहता है। कहा कि ग्रामीणों की मांग जायज है।

क्षेत्र की समस्या पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने समस्या का समाधान कर दिया है। उन्होंने थराली विधान सभा के अंतर्गत आने वाले नंदप्रयाग से घाट बाजार तक की सड़क को डेढ लेन करने की घोषणा कर दी है। इसके लिए वित्त व नियोजन से लेकर लोक निर्माण विभाग को भी कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके लिये जनता सबसे बढ़कर है। जो जनता चाहेगी और जो जनता के हित में होगा वह किया जाएगा। जनहित में हर मुमकिन काम किया जाएगा।

इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख घाट भारती देवी फरस्वाण, जिला पंचायत सदस्य बूरा वार्ड 25 नन्दिता रावत, मण्डल अध्यक्ष घाट खिलाप सिंह नेगी, ज्येष्ठ प्रमुख घाट अब्बल सिंह कठैत, सामाजिक कार्यकर्ता त्रिभुवन सिंह फरस्वाण, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य राकेश रावत तथा कर्नल हरेन्द्र सिंह भी उपस्थित थे।