हरिद्वार में मुख्यमंत्री धामी ने की कावड़ियों पर पुष्प वर्षा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शंकराचार्य चौक, हरिद्वार में कावड़ पट्टी का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न राज्यों से आए कावड़ियों से प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कावड़ियों पर पुष्प वर्षा कर उनका अभिनंदन किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के विभिन्न इलाकों से आए कावड़ियों से बातचीत कर उनका हालचाल जाना। मुख्यमंत्री ने उनसे सरकार द्वारा की गई विभिन्न व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक भी लिया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शंकराचार्य चौक स्थित अस्थाई चिकित्सा शिविर का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि कावड़ियों के स्वास्थ्य संबंधित पर्याप्त व्यवस्था विभिन्न स्थानों पर सुनिश्चित हो। साथ ही कावड़ पट्टी के प्रत्येक स्थान पर साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। पैदल जा रहे कावड़ियों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए।

आस्था एवं विकास से सनातन संस्कृति के संरक्षण का कार्य किया जा रहा हैः मुख्यमंत्री धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ओम पुल, निकट डामकोठी, हरिद्वार स्थित गंगा घाट में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए विभिन्न प्रदेशों से देवभूमि उत्तराखण्ड आये शिवभक्त कावड़ियों के चरण धोकर एवं उन्हें सम्मान स्वरूप गंगाजल भेंट कर उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने डामकोठी में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छ कावड़ यात्रा का संदेश दिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के विभिन्न राज्यों से उत्तराखंड आए कावड़ियों का स्वागत करते हुए कहा कि हरिद्वार पूरे देश की श्रद्धा का केंद्र है। इस पवित्र जगह मां गंगा एवं भगवन भोलेनाथ का विशेष आशीर्वाद है। श्रावण मास में कावड़ यात्रा का विशेष महत्व है। राज्य सरकार को कावड़ियों का स्वागत करने का सौभाग्य मिला है। कावड़ यात्रा को सुगम सुरक्षित बनाकर सरकार इस यात्रा में कावड़ियों का सहयोगी बनकर कार्य कर रही है। कावड़ियों की सेवा करना सभी के लिए पुण्य का काम है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार ने कावड़ यात्रा के लिए विभिन्न स्थानों पर स्वास्थ्य कैंप, शौचालय, पार्किंग, टीन शेड, विश्राम स्थल की पर्याप्त व्यवस्था की है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष व्यवस्थाओं को और अधिक सुधारा गया है। उन्होंने कहा पिछले वर्ष कावड़ यात्रा में करीब चार करोड़ कावड़िए उत्तराखंड आए। भगवान भोलेनाथ की कृपा से पिछले वर्ष की यात्रा सकुशल संपन्न हुई। उन्होंने कहा इस वर्ष भी बड़ी संख्या में कांवड़ियों के उत्तराखंड आने का अनुमान है। जिसके लिए शासन प्रशासन पूरी तरह तैयार है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है। उनके नेतृत्व में भव्य एवं दिव्य केदारनाथ का निर्माण हुआ है। बद्रीनाथ में मास्टर प्लान पर कार्य चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में काशी विश्वनाथ, महाकाल जैसे विभिन्न मंदिरों का पुनर्निर्माण कार्य भव्यता के साथ चल रहा है। उन्होंने कहा आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख विश्व स्तर पर हो रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज राज्य में चौतरफा सड़कों का जाल बिछ रहा है। सरकार आस्था एवं विकास से सनातन संस्कृति के संरक्षण का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा सभी कांवड़ श्रद्धालु गंगा जल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। कांवड़ मेले के सुचारू प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री ने सामाजिक संस्थाओं, स्वयं सेवी संस्थाओं, के कार्यों की भी सराहना की।
इस दौरान कार्यक्रम में सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, विधायक मदन कौशिक, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, विधायक आदेश चौहान, पूर्व विधायक संजय गुप्ता एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों को समय से पूरा करने के निर्देश

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने मंगलवार को सचिवालय में केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को सभी कार्य निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि कार्य समय से पूर्ण हो इसके लिये अधिक से अधिक श्रमिकों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। रात्रि शिफ्ट में भी कार्य किए जाएँ। निर्माण सामग्री की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। मुख्य सचिव ने अल्टरनेटिव ट्रेक रूट के शीघ्र निर्माण के लिए वन विभाग एवं लोक निर्माण विभाग को मिलकर तेज़ी से कार्य करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने लिंचोली का भी मास्टर प्लान शीघ्र तैयार किए जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी कार्य समय पर पूर्ण हो सके इसके लिए साप्ताहिक समय सीमा निर्धारित की जाए। उन्होंने केदारनाथ के साथ ही बद्रीनाथ में बन रहे अस्पतालों के उपकरण आदि खरीदने के लिये भी शीघ्र प्रक्रिया शुरू किए जाने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान बताया गया कि संगम घाट का कार्य 18 अगस्त तक पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके साथ ही, एलिवेटेड ब्रिज का कार्य 31 दिसम्बर तक पूर्ण कर लिया जाएगा। बताया गया कि सिविक एमेनिटी बिल्डिंग 30 नवम्बर तक पूर्ण कर ली जाएगी।
इस अवसर पर ओएसडी भास्कर खुल्बे, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव सचिन कुर्वे एवं डॉ. पंकज कुमार पांडेय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने विदेशी मेहमानों का गंगा आरती में किया स्वागत

ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट में जी-20 के मेहमानों द्वारा गंगा आरती में प्रतिभाग किया गया। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, अन्य जनप्रतिनिधियों तथा स्थानीय लोगों द्वारा गर्मजोशी से विदेशी मेहमानों का स्वागत किया गया। गंगा आरती और भजन संगीत से विदेशी मेहमान प्रभावित होकर आध्यात्मिकता में डूबे रहे। कल-कल बहती गंगा की शांत और सुरम्य वादियों को देखकर जी-20 के डेलिगेट्स इतने जिज्ञासु, उत्सुक और प्रसन्न दिखे कि गंगा दर्शन के दौरान सेल्फी लेने की होड़ मची रही।
गंगा आरती में विदेशी मेहमानों को भारत की आध्यात्मिकता, योगा, मेडिटेशन, संस्कृति, रीति-नीति और भारत के आतिथ्य सत्कार सबसे एक साथ साक्षात्कार भी हुआ।
गंगा आरती के पश्चात विदेशी मेहमानों ने रात्रिभोज में स्थानीय व्यंजको का लुत्फ उठाया तथा भोज में उनको ’भारत के मोटे अनाज की और उत्तराखंड की ’बारह अनाजा संस्कृति’ का भी परिचय हुआ। गंगा आरती के दौरान विदेशी मेहमानों को प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के भारत के और उत्तराखंड के परंपरागत प्रयासों का भी परिचय हुआ।
इस दौरान गंगा आरती में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान लोकसभा सांसद हरिद्वार डॉ. रमेश पोखरियाल ’निशंक’, उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी व प्रेमचंद अग्रवाल, विकासनगर विधायक मुन्ना सिंह चौहान व रायपुर रोड खजान दास, जिला पंचायत अध्यक्ष देहरादून मधु चौहान, महापौर देहरादून सुनील उनियाल व ऋषिकेश अनीता अनीता मंमगाई, पुलिस महानिरीक्षक के. एस. नग्नयाल, आयुक्त गढ़वाल मंडल सुशील कुमार, पुलिस उपमहानिरीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह रावत, सचिव एमडीडीए व महानिदेशक सूचना बशीधर तिवारी, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून दिलीप सिंह कुंवर सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, महानुभाव और जनमानस उपस्थित रहे।

डीएम देहरादून से मंत्री अग्रवाल ने जताई नाराजगी

क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने जी-20 के अंतर्गत किये जा रहे निर्माण कार्य को पूर्व में तय डेटलाइन 20 जून तक पूर्ण न किये जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने मौके से ही जिलाधिकारी देहरादून सोनिका को दूरभाष पर वार्ता कर सभी अधिकारियों को निर्माण कार्य पूर्ण होने तक यही कैम्प करने के निर्देश दिये। साथ ही अति शीघ्र निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
शनिवार को डॉ अग्रवाल ने त्रिवेणी घाट पर निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण भी किया। उन्होंने यहां अधिकारियों के समक्ष नाराजगी जताते हुए कहा कि अति शीघ्र निर्माण कार्य पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में किसी प्रकार का समझौता ना हो और निर्माण कार्यों को परमानेंट किया जाए, इसकी सुनिश्चिता की जाए। साथ ही निर्देश दिए कि मैनपावर बढ़ाते हुए रात्रि में भी निर्माण कार्य किए जाएं।
डॉ अग्रवाल ने निर्देशित किया कि विभाग स्थाई प्रकृति के कार्य करें तथा जो कार्य किए जा रहे हैं उनके रखरखाव की भी पूर्ण व्यवस्था बना ली जाए। उन्होंने नगर निगम ऋषिकेश के अधिकारियों को निर्देशित किया कि साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें तथा नियमित सफाई कार्य सुनिश्चित किए जाएं।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान, सचिव एमडीडीए मोहन सिंह बर्निया, उप जिलाधिकारी ऋषिकेश सौरभ असवाल, नगर आयुक्त राहुल गोयल, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग धीरेंद्र कुमार, अधिशासी अभियंता सिंचाई दिनेश उनियाल, अधिशासी अभियंता यूपीसीएल शक्तिलाल, एसडीओ सिंचाई अनुभव नौटियाल सहित मण्डल अध्यक्ष सुमित पंवार, जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा कविता शाह, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बृजेश शर्मा, पार्षद रीना शर्मा, शिव कुमार गौतम, प्रदीप कोहली, जिला कार्यालय प्रभारी देवदत्त शर्मा, रूपेश गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष युवा मोर्चा शिवम टुटेजा, मण्डल महामंत्री युवा मोर्चा अभिनव पाल, उषा जोशी, सुधा असवाल, भावना किशोर गौड़ आदि उपस्थित रहे।

सीएम धामी ने खंड-खंड से अखंड उत्तराखंड पुस्तक का किया विमोचन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में सिक्स सिग्मा के सीईओ डॉ. प्रदीप भारद्वाज द्वारा लिखित पुस्तक ‘‘खंड-खंड से अखंड उत्तराखंड’’ पुस्तक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज केदारनाथ की भीषण त्रासदी का एक दशक पूरा हो चुका है। डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने इस पुस्तक के माध्यम से 2013 केदारनाथ त्रासदी की जानकारी तथा 10 सालों तक हुए बदलावों, प्राकृतिक संसाधनों की रूपरेखा की गहराइयों को इस पुस्तक में समेटने का प्रयास किया है। यह पुस्तक सिक्स सिग्मा के समर्पण भाव, मेहनत, सेवा, सत्य और सच्चे साहस को दर्शाती है। उन्होंने श्री केदारनाथ में सिक्स सिग्मा द्वारा चिकित्सा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने के लिए सिक्स सिग्मा की टीम को बधाई भी दी।
पुस्तक के लेखक डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने कहा कि उन्होंने सत्य घटनाओं पर आधारित यह पुस्तक लिखी है। उन्होंने कहा कि पुस्तक में 2013 में श्री केदारनाथ में आई आपदा के समय वहां की स्थिति और उसके बाद हुए पुनर्निर्माण के कार्यों के बारे में जानकारी दी गई है। सिक्स सिग्मा द्वारा श्री केदारनाथ में जन सेवा के लिए किये जा रहे कार्यों को दर्शाने का प्रयास किया गया है। श्री केदारनाथ की यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को क्या उपयोगी वस्तुएं अपने साथ ले जानी चाहिए इसकी भी जानकारी दी गई है।
इस अवसर पर सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर के चेयरमैन आर .के. भारद्वाज, डॉ. अनीता भारद्वाज, डॉ. आशीष शर्मा, डॉ. भारत शर्मा, डॉ. सपना बुढ़लाकोटी, डॉ. परवेज़ अहमद, संजीव कुमार, डॉ. समीर भट्टी, डॉ. सिद्धांत शर्मा, विनोद शर्मा, रमेश कालरा, गोविन्द गोयल उपस्थित रहे।

कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने वरिष्ठ अधिकारियों के संग तैयारियों का लिया जायजा

क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने जी-20 कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। बैठक के बाद तमाम अधिकारियों के साथ डॉ अग्रवाल ने त्रिवेणी घाट पर निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण भी किया।
रेलवे रोड स्थित एक होटल से आयोजित बैठक में मंत्री डॉ अग्रवाल ने जी-20 के दृष्टिगत त्रिवेणी घाट एवं ऋषिकेश विधानसभा में कराए जा रहे कार्यों की विभाग वार समीक्षा करते हुए समस्त विभागों के अधिकारियों को आपसी समन्वय से कार्य करते हुए 20 जून तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
डॉ अग्रवाल ने निर्देशित किया कि गुणवत्ता में किसी प्रकार का समझौता ना हो और निर्माण कार्यों को परमानेंट किया जाए, इसकी सुनिश्चिता की जाए। साथ ही निर्देश दिए कि मैनपावर बढ़ाते हुए रात्रि में भी निर्माण कार्य किए जाएं।
डॉ अग्रवाल ने निर्देशित किया कि विभाग स्थाई प्रकृति के कार्य करें तथा जो कार्य किए जा रहे हैं उनके रखरखाव की भी पूर्ण व्यवस्था बना ली जाए। उन्होंने नगर निगम ऋषिकेश के अधिकारियों को निर्देशित किया कि साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें तथा नियमित सफाई कार्य सुनिश्चित किए जाएं।
डॉ अग्रवाल ने विभागों को निर्देश दिए कि मानसून के दृष्टिगत तैयारियां सुनिश्चित की जाए। ताकि बरसात होने पर अव्यवस्था न हो। उन्होंने नगर निगम को लाइटिंग कार्य, नाली सफाई, शौचालय मरम्मत तथा निराश्रित पशुओं को गौशालाओं में पहुंचाने के निर्देश दिए।
डॉ अग्रवाल ने डीआईजी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को निर्देश दिए की कानून व्यवस्था में सुधार करते हुए सप्ताह अंत में पुलिस फोर्स बढ़ाई जाए, ताकि सड़को पर जाम की स्थिति और अराजकता से बचा जा सके। उन्होंने कार्य में लापरवाही किसी प्रकार की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर सचिव शहरी विकास डॉ विनय शंकर पांडे, सचिव प्रशासन विनोद कुमार सुमन, डीआईजी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर, मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान, सचिव एमडीडीए मोहन सिंह बर्निया, अपर जिला अधिकारी वित्त एवं राजस्व रामजीशरण शर्मा, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कमलेश उपाध्याय, उप जिलाधिकारी ऋषिकेश सौरभ असवाल, प्रभारी नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश तनवीर सिंह, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग धीरेंद्र कुमार, निवेशक ग्रामीण विकास अभिकरण प्रदीप पांडे सहित विद्युत, सिंचाई, आदि संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

टीन शेड से लैस होगा आरती स्थल
क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने बैठक के तुरंत बाद त्रिवेणी घाट में निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि त्रिवेणी घाट में गंगा स्थल पूरी तरह टिन शेड किया जाय। इससे जी-20 कार्यक्रम के बाद स्थानीय लोगों को भी लाभ मिलेगा।

चेंजिंग रूम की संख्या बढ़ाने के दिए निर्देश
डॉ अग्रवाल ने निरीक्षण के दौरान पाया कि घाट पर आने वाले पर्यटकों के लिए चेंजिंग रूम की आवश्यकता है, जिसको देखते हुए उन्होंने एमडीडीए के सचिव मोहन सिंह बर्निया को चेंजिंग रूम की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।

आरती स्थल के सामने टापू पर लगेगी ग्रीन ग्रास
डॉ अग्रवाल ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को गंगा आरती स्थल के ठीक सामने टापू पर ग्रीन ग्रास लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे घाट की सुंदरता में वृद्धि होगी।

28 जून को गंगा आरती की पूरी संभावना
डॉ अग्रवाल ने मीडिया कर्मियों को बताया कि उनके प्रयासों से पूर्व में सीपीए के सदस्यों ने गंगा आरती में भाग लिया था। इसी के निमित्त जी-20 कार्यक्रम में गंगा आरती ऋषिकेश त्रिवेणी घाट में कराए जाने को लेकर उनकी ओर से अथक प्रयास किए गए। जिसका परिणाम यह है कि 28 जून को त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती होने की पूरी संभावना है।

मुख्यमंत्री ने संतों का आशीर्वाद लेकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कनखल स्थित जगतगुरू आश्रम में जगतगुरू स्वामी राजराजेश्वराश्रम से शिष्टाचार भेंट की तथा उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इसके बाद डामकोठी पहुंचे, जहां उन्होंने पंचायती निर्मल अखाड़ा के स्वामी ज्ञानदेव शास्त्री, बड़ा अखाड़ा के महन्त दुर्गादास, महन्त रूपेन्द्र सहित अन्य सन्त महात्माओं से भी शिष्टाचार भेंट की तथा उनका आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल ’निशंक’, रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, पूर्व लक्सर विधायक संजय गुप्ता, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह अधिकारीगण उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने ली मानसखंड मंदिर माला मिशन के संबंध में बैठक

मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत प्रथम चरण में चिन्हित 16 मन्दिरों की भव्यता के लिए किये जा रहे कार्यों में तेजी लाई जाए। इन मंदिरों के मार्गों में आवागमन की बेहतर सुविधा के साथ ही अन्य जो भी विकास किया जाना है, उसको सुनियोजित तरीके से समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए। ये निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के सबंध में बैठक के दौरान अधिकारियों को दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मंदिरों के आस-पास श्रद्धालुओं के लिए ठहरने के लिए होटल, होम स्टे आदि की भी बेहतर व्यवस्थाएं करनी होंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत जो भी कार्य किये जा रहे हैं, 20 से 25 सालों में इन धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं की संभावित संख्या को ध्यान में रखते हुए किये जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत जो मंदिर विकसित किये जा रहे है, श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए आवागमन की और बेहतर सुविधाएं मिले इस दिशा में निरन्तर कार्य किये जायेंगे। इसके लिए रोड़ कनेक्टिविटी को और मजबूत किया जायेगा। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसखण्ड कोरिडोर के लिए सड़कों के चौड़ीकरण, सुधारीकरण एवं डामरीकरण के जो कार्य चल रहे हैं उनमें तेजी लाई जाय।
मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत पहले चरण में 16 मंदिरों की भव्यता के लिए कार्य किया जा रहा है। जिसमें जनपद अल्मोड़ा में जागेश्वर महादेव मंदिर, चितई गोलू मंदिर, सूर्यदेव मंदिर कटारमल, कसार देवी मंदिर, नन्दा देवी मंदिर, जनपद पिथौरागढ़ में पाताल भुवनेश्वर मंदिर, हाट कालिका मंदिर, जनपद बागेश्वर में बागनाथ मंदिर, बैजनाथ मंदिर, जनपद चम्पावत में पाताल रूद्रेश्वर, मां पूर्णागिरी मंदिर, मां बाराही देवी मंदिर, बालेश्वर मंदिर, नैनीताल जनपद में नैनादेवी मंदिर, कैंचीधाम मंदिर एवं जनपद उधमसिंहनगर में चौतीधाम मंदिर शामिल हैं।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, विनय शंकर पाण्डेय, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

श्री हेमकुंट साहिब तथा लोकपाल तीर्थ लक्ष्मण जी मंदिर के कपाट खुले

प्रसिद्ध गुरूद्वारा हेमकुंट साहिब की यात्रा आज से शुरू हो गयी है। आज प्रातरू दस बजे श्री ‘जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल’ के उदघोष के बीच गुरूद्वारा श्री हेमकुंट साहिब के द्वार खुल गये है। कपाट खुलने के बाद हजारों श्रद्धालुओं ने अरदास की तथा गुरू ग्रंथ साहिब का पाठ किया।

इस अवसर पर गुरूद्वारा हेमकुंट साहिब ट्रस्ट के पदाधिकारी गण तथा हजारों श्रद्धालुगण मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि हेमकुंट साहिब के लिए भी श्रद्धालुओं हेतु पंजीकरण अनिवार्य है मार्ग में अभी भी बर्फ जमी है सेना ने बड़ी मशक्कत के बाद हेमकुंट साहिब तक पहुंचने का मार्ग बनाया है।
17 मई बुधवार को हेमकुंट साहिब गुरुद्वारा ऋषिकेश से राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल अवकाश प्राप्त गुरूमीत सिंह तथा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पंज प्यारों तथा निशान साहिब को रवाना किया था। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, वन मंत्री सुबोध उनियाल, शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल गुरू द्वारा श्री हेमकुंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष सरदार नरेन्द्र जीत सिंह बिंद्रा, सरदार सेवा सिंह आदि मौजूद रहे। बीते शुक्रवार को जत्था घांघरिया पहुंचा था तथा आज सुबह घांघरिया से कपाट खोलने हेतु हेमकुंट पहुंच गया।

हेमकुंट साहिब के निकट आज ही प्रसिद्ध श्री लोकपाल तीर्थ लक्ष्मण जी मंदिर के कपाट भी खुल गये है।