पुलिस नगर नियंत्रण कक्ष काशीपुर का सीएम ने किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने काशीपुर में उधम सिंह नगर पुलिस के नगर नियन्त्रण कक्ष काशीपुर का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महाराणा प्रताप चौक काशीपुर में काफिला रुकवा कर लोगों से मुलाकात की। उन्होंने स्थानीय लोगों का हालचाल जाना एवं उनकी समस्याएं भी सुनी। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर स्थानीय लोग काफी खुश नजर आए।

आपदा क्षेत्र में प्रभावितों के बीच में पहुंचकर स्वयं रेस्क्यू का नेतृत्व करें जिलाधिकारीः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सांय यूजीवीएनएल के गेस्ट हाउस खटीमा से कुमाऊं मंडल के जनपदों के आपदा में हुए नुकसान के दृष्टिगत जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉनफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। उन्होंने जिलाधिकारियों को आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में मौके पर पहुंचकर नेतृत्व करते हुए रेस्क्यू टीम का मनोबल बढ़ाने तथा प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करते हुए ढांढस बधाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने जनपदों में आपदा की स्थिति तथा राहत एवं बचाव कार्यों की जनपदवार समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों से नदियों के जलस्तर, लैंडस्लाइड, बन्द सड़कों, जानमाल की क्षति मुआवजा वितरण आदि की गहनता से समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि राजमार्गों के साथ ग्रामीण सड़कों को खोलने की सुचारू व्यवस्था के साथ आवश्यक उपकरणों की प्रभावित स्थलों पर व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा राहत एवं बचाव कार्यों में सभी विभाग टीम भावना एवं सकारात्मक ऊर्जा के साथ कार्य करें तथा इसे अपनी जिम्मेदारी समझे। यह समय पीडितों के साथ खडे होने का है।
उन्होंने वर्तमान हालातों पर गंभीरता से कार्य करने के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यदि कहीं सड़क क्षतिग्रस्त या भूस्खलन होने के तथ्यहीन जानकारी सोशल मीडिया में आती है तो संबंधित विभागों को उनका खंडन भी करना चाहिए जिससे कि लोगों में भ्रामकता की स्थिति ना हो। इसके अलावा आपदा ग्रस्त क्षेत्रों पर अधिकारी तत्काल मौके पर जाएं स्वयं जिलाधिकारी मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू अभियान का नेतृत्व संभाले और लोगों को हर संभव मदद करते हुए प्रभावित लोगों को ढांढस बधाने का काम भी करें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आपदा की स्थिति में बचाव कार्य और भी तेजी से हो इसके लिए लाइफ़सेविंग उपकरण सहित अत्याधुनिक उपकरण संबंधित विभागों को उपलब्ध कराए जाएं जिससे कि जिले की आपदा रेस्क्यू टीमें आधुनिक उपकरणों के साथ जान माल के नुकसान में तत्काल मदद पहुंचाने के लिए तेजी से कार्य कर सकें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से जलभराव वाले क्षेत्रों या नालों और नदियों के ड्रेनेज प्लान बनाने के निर्देश भी दिए जिससे कि भविष्य में नदियों के किनारे बसी आबादियों या शहरी क्षेत्र में जलभराव की स्थिति ना हो। मुख्यमंत्री घोषणा के तहत विकास कार्यों के टेंडर की औपचारिकताएं पूरी कर 15 अगस्त तक कार्य शुरू करें। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा के दृष्टिगत जानमाल के नुकसान के आकलन के साथ ही कृषि एवं उद्यान क्षेत्र में हुए नुकसान का भी आकलन किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में किसानों की आर्थिकी खेती और उद्यान क्षेत्र से ही चलती है। ऐसे में आपदा से खेती व बागवानी को हुए नुकसान का आकलन करते हुए अनुमन्य मदद तत्काल पहुंचाई जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि दूरस्थ जिले पिथौरागढ़ में आपदा में रेस्क्यू के लिए सरकार द्वारा हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराया गया है अब तक धारचूला क्षेत्र में 48 लोग हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू भी किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस आपदा की घड़ी में पूरी तत्परता के साथ प्रभावितों की मदद और रेस्क्यू का कार्य गंभीरता के साथ कर रही है। आगे इसमें और भी तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।
इस दौरान मंडलायुक्त दीपक रावत ने बताया कि अब तक आपदा से कुमाऊं मंडल के सभी जनपदों में विभिन्न विभागों के 1252 परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हुई है। 7506.97 लाख के नुकसान का आकलन किया गया है जिसके सापेक्ष एसडीआरएफ से प्राप्त धनराशि 493.17 लाख है जबकि 10.04 लाख व्यय की गई है।
वीसी में आईजी नीलेश आनंद भरणे, सीडीओ विशाल मिश्रा सहित कुमाऊँ मण्डल के समस्त जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अपने जनपदों में वीसी से जुड़े थे।

काशीपुर में सीएम ने किया 28 करोड़ से अधिक की विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने काशीपुर में 28.63 करोड़ की 24 विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलांयास किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के लाभार्थी आधारित नवनिर्मित 335 आवासों का लोकार्पण कर प्रतिकात्मक रूप से पांच लाभार्थियों को आवास की चाबी प्रदान की। मुख्यमंत्री ने इस योजना के तहत 1061 लाभार्थियों को प्रथम किस्त के रूप में दी जाने वाली धनराशि के तहत पांच लोगों को प्रथम किश्त की धनराशि तथा आवास आवंटन पत्र सौंपे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत पांच लोगों को 50-50 हजार की धनराशि के चेक भी प्रदान किये।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि गिरीताल का सौंदर्यकरण किये जाने तथा गिरीताल का प्रबन्धन नियमित रूप से कुमाऊॅ मण्डल विकास निगम को सौंपने पर विचार किया जाएगा। नगर निगम काशीपुर के अन्तर्गत ढेला नदी से चलतीकरण, मानपुर की सैनिक फार्म कॉलोनी, सिल्वर सिटी की आबादी को बचाने के लिए बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य किये जाने, काशीपुर नगर निगम के पश्चिमी भाग स्थिति आवासी जीर्ण क्षीण आवासीय भवन को ध्वस्त करके सॉपिंग कॉम्पलेक्स, पार्किंग रेस्टोरेंट एवं आवास का निर्माण किये जाने, नगर निगम स्थित डेस्क ऑफिस तथा दुकानों की छत पर हॉल का निर्माण किये जाने, टांडा तिराहा एवं चौती चौराहे के पास 8 सीटर एस्पीरेशनल टॉयलेट कॉम्पेक्स का निर्माण किये जाने की घोषणा की। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने नगर निगम काशीपुर की महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टालों पर प्रदर्शित उत्पादों का भी अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जिन विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया है, इनसे इस क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम सर्वश्रेष्ठ उत्तराखंड बनाने के लिए अपने ‘विकल्प रहित संकल्प’ को पूर्ण करने हेतु अग्रसर हैं और ये परियोजनाएं उस संकल्प को पूर्ण करने में सहायक सिद्ध होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम इसलिए भी विशेष है, क्योंकि एक ओर जहां आज प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 335 आवासों का लोकार्पण किया गया है, वहीं दूसरी ओर 1061 लाभार्थियों को पहली किश्त भी जारी की गई है। उन्होंन स्वयं के घर की मालकिन बनी महिलाओं को स्वयं का घर सौंपने को पुण्य का कार्य बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब एक गरीब को घर मिलता है, तो उसके जीवन में स्थिरता आती है और वो एक नई उम्मीद के साथ अपने जीवन में आगे बढ़ता है। इसीलिए गरीबों को अपना पक्का घर देने का हमारा ये अभियान सिर्फ एक सरकारी योजना मात्र नहीं है, ये प्रदेश के एक-एक वंचित को इस बात का विश्वास देने की प्रतिबद्धता है कि सरकार उनके सशक्तिकरण के लिए दृढ़ संकल्पित है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमारी सरकार हर गरीब तक पहुंचने का काम कर रही है। विकास कार्यों और लाभार्थियों की सहायता करते समय हमारी सरकार न किसी गरीब की जाति देखती है और न ही किसी गरीब का धर्म। हमारी सरकार गरीबों को समर्पित है, इसलिए गरीब की आवश्यकताओं को भली भांति समझती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में पिछले 9 वर्षों में करीब 4 करोड़ से अधिक पक्के घर गरीब परिवारों को मिल चुके हैं, इनमें से करीब 70 प्रतिशत घर महिलाओं के नाम पर हैं। 2014 से पहले देश में शहरी आवास योजनाओं के तहत सिर्फ 13 लाख मकान ही मंजूर किए थे और इसमें से भी केवल 8 लाख मकान ही बनाए थे। यह इस बात का सबूत है कि जब कोई सरकार ‘अंत्योदय’ को अपना ध्येय मानकर कार्य करती है तो परिणाम कितने अलग होते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सेवा और सुशासन के आधार पर देश में विकास की एक नई परिभाषा लिखने का कार्य किया है। देश में जिस स्तर पर शोषितों और वंचितों का आज सशक्तिकरण हो रहा है वैसा आज से पहले कभी नहीं हुआ। प्रधानमंत्री जी से प्रेरणा पाकर और उनके ही मार्गदर्शन में, उत्तराखंड में भी विकास के एक नए युग का सूत्रपात हो चुका है। आज प्रदेश के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अनेकों कार्य किये जा रहे हैं। प्रदेश में हर स्तर पर कनेक्टिविटी को सुधारा जा रहा है, उद्योगों के विकास पर बल दिया जा रहा है और भविष्य की आवश्यकताओं को केंद्र में रख कर नीतियां बनाई जा रही हैं। हमारे शहर अब तेजी से आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बन रहे हैं और इसी के दृष्टिगत हम निरंतर अपने शहरों को भविष्य के लिए तैयार कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखंड का दशक बताया हैं और हमें अब अपनी पूरी क्षमता लगा कर उनके इस कथन को सत्य सिद्ध कर के दिखलाना है। हमें ‘चरैवेति चरैवेति’ के मूल मंत्र को अपना कर, विकास को गति देते हुए सर्वश्रेष्ठ उत्तराखंड के ’’विकल्प रहित संकल्प’’ को सिद्ध करना ही है। भारत के इस अमृत काल में हमारे इस संकल्प को आप सभी के एकनिष्ठ प्रयासों के बिना सिद्ध नहीं किया जा सकता है। उन्होंने इस लक्ष्य की प्राप्ति में सभी से सहयोग की अपेक्षा की। हम सब जुटें, सब जुड़ें और सब मिल कर आगे बढ़ें, तभी हम उत्तराखण्ड को देश का विकसित एवं अग्रणी राज्य बनाने में सफल होंगे।
इस अवसर पर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, मेयर ऊषा चौधरी, अध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग मुकेश कुमार, जिलाधिकारी उदयराज सिंह, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, नगर आयुक्त विवेक राय सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

प्रदेश में व्यापार से जुडे लोग राज्य के ग्रोथ इंजन तथा अर्थव्यवस्था के आधारः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने काशीपुर, उधम सिंह नगर में कुमाऊं गढ़वाल चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारे व्यापारी उत्तराखंड के ‘ग्रोथ इंजन’ एवं अर्थव्यवस्था के आधार हैं। राज्य में उद्योगों के साथ व्यापार एवं स्वरोजगार को बढावा देना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। राज्य का शांत वातावरण तथा दक्ष युवा शक्ति उद्योगों के अनुकूल है। उन्होंने कहा कि राज्य के उद्यमी हमारे ब्रांड एम्बेसडर है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार व्यापार और रोजगार के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराने हेतु प्रतिबद्ध है। राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने और औद्योगिक इकाइयों के लिए श्रेष्ठ वातावरण बनाने के लिए हमारी सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। व्यापारियों एवं उद्यमियों की मेहनत के कारण ही आज भारत की अर्थव्यवस्था इस मुकाम पर पहुंची है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड ने सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रारंभ किए गए मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसी केंद्र सरकार की विभिन्न परियोजनाओं में उत्तराखंड के उद्यमियों ने उत्कृष्ट योगदान दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में बुनियादी ढांचा, कृषि, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व निवेश किया जा रहा है। भारत के विकास में आजादी के इस अमृत काल में उत्तराखंड को भी बढ़ चढ़ कर अपना योगदान देना है। इस विकास यात्रा में सभी व्यापारियों की भूमिका बहुत अहम है हमारी सरकार सरलीकरण, समाधान निस्तारण और संतुष्टि के मंत्र को आत्मसात कर कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उद्यमियों की समस्याओं के निस्तारण हेतु ऊधम सिंह नगर में राज्य स्तर की उद्योग मित्र बैठक आयोजित की गई थी। राज्य के उद्यमियों द्वारा दिए गए कई बिंदुओं के त्वरित समाधान तथा अनुश्रवण के लिए एक माह के अन्दर ही ऑनलाईन पोर्टल बना दिया गया। राज्य सरकार ने राज्य के उद्यमियों को राज्य का ब्राण्ड अम्बेसडर घोषित करते हुए कहा था कि राज्य में निवेश बढ़ाने में आपकी सहभागिता सबसे महत्वपूर्ण है। राज्य के उद्यमियों द्वारा ब्राण्ड अम्बेसेडर के रूप में कार्य करने से ही विगत वर्ष राज्य को 12,000 करोड़ से अधिक के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। जो पूर्व वर्ष की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक है। राज्य सरकार इन निवेश प्रस्तावों को शीघ्र की धरातल पर कियान्वित करने में पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में निवेश की गति को तीव्रता प्रदान करने के लिए दिसम्बर, 2023 में प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट भी आयोजित किया जा रहा है। इस समिट से राज्य में निवेश एवं रोजगार के अवसर बढ़ेंगे एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उद्योग के क्षेत्र में हो रहे नए आविष्कारों तथा तकनीकों से हमारे उद्यमियों को भी लाभ प्राप्त होगा और उनके सामने अपने व्यवसाय को अन्तर्राष्ट्रीय फलक पर विस्तार देने का अवसर प्राप्त होगा। राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों एवं उद्यमियों की लगन, फीडबैक से हमारा राज्य ईज ऑफ डुईंग बिजनेस रैंकिंग में देश में अचीवर्स की श्रेणी में सम्मिलित होकर अन्य कई बड़े राज्यों के समकक्ष खड़ा हुआ है। राज्य में रेल रोड एवं एयर कनेक्टिविटी में लगातार सुधार हुआ है। देहरादून एयरपोर्ट से विभिन्न शहरों के लिए सीधी वायु सेवा उपलब्ध हो गयी है। पन्तनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के सम्बन्ध में भी प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक विकास के बैकबोन लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को मजबूत करने और राज्य में व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए कई बुनियादी ढांचा परियोजनायें शुरू की गयी है। निर्यात को बढ़ावा देने के लिए स्टेट ऑफ आर्ट के रूप में आई०सी०डी० की स्थापना की गयी है। शीघ्र ही अमृतसर कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का कार्य आरम्भ होने वाला है। उन्होंने कहा कि ‘‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय गति-शक्ति नेशनल मास्टर प्लान’’ के अन्तर्गत लॉजिस्टिक से संबंधित समस्त गतिविधियों पर कार्यवाही राज्य स्तर पर की जा रही है। इसके प्रभावी क्रियान्वयन हेतु राज्य सरकार द्वारा उत्तराखंड लॉजिस्टिक्स नीति-2023 प्रख्यापित की गयी है। जिससे आधारभूत संरचना के विकास में मदद मिलेगी। राज्य सरकार ने ‘विकसित उत्तराखंड’ को केंद्र में रख कर अपनी नीतियां बनाई हैं और यहीं कारण है कि आज उत्तराखंड तेजी से बिजनेस फ्रेंडली डेस्टिनेशन के तौर पर उभर रहा है।
इस अवसर पर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, मेयर ऊषा चौधरी, अध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग मुकेश कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष गुंजन सुखीजा, अध्यक्ष केजीसीसीआई अशोक बंसल, महासचिव बांके बिहारी गोयनका, पूर्व अध्यक्ष विनीत कुमार संगल, जिलाधिकारी उदयराज सिंह, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

बाजपुर के किसान प्रतिनिधिमंडल ने की सीएम से मुलाकात, रखी अपनी समस्या

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के नेतृत्व में बाजपुर के किसान जनप्रतिनिधि व चीनी मिल के श्रमिकों के एक प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री से बाजपुर चीनी मिल की सह इकाई असवानी को लीज रेंट/पीपीपी मोड पर न दिये जाने का अनुरोध किया एवं इस संबंध में ज्ञापन भी दिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बाजपुर चीनी मिल की सह इकाई असवानी को लीज/ रेंट/पीपीपी मोड पर दिये जाने से पूर्व किसानों के हितों को लेकर सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जायेगा। इसका पूरा परीक्षण करने के बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की आय में बढ़ाने के लिए निरन्तर प्रयासरत है। किसानों के सभी हितों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिये निर्माण कार्यों के क्रियान्वयन में तेजी लाए जाने के निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सर्किट हाउस काठगोदाम में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन तथा मानसून सीजन के दृष्टिगत मंडल स्तरीय व जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं में तेजी लाये जाने के साथ योजनाओं के निर्माण में गुणवत्ता तथा समयबद्धता का ध्यान रखने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने मानसून के दौरान भारी बारिश के दृष्टिगत संभावित आपदा के प्रभावों को भी कम करने के लिये प्रभावी कार्ययोजना बनाकर कार्य करने को कहा। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों से इस सम्बन्ध में सतर्कता एवं समन्वय से कार्य करने के भी निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने मानसून सत्र को देखते हुए सभी जिलाधिकारियों व सरकारी एजेंसियों को बरसात के सीजन में आने वाली आपदा के पुराने अनुभव को देखते हुए इस बार पुख्ता तैयारी करने के निर्देश दिए हैं । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी सहित लोक निर्माण विभाग और समस्त जिला प्रशासन को अलर्ट रहने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को क्षेत्रों में सजगता व नजर बनाए रखने के निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी तरह की आपदा के प्रभाव को कम कर बेहतर तरीके से राहत व बचाव का कार्य किया जाए। इसके लिये सभी निर्माण कार्यदायी संस्थायें अपने क्षेत्रों के बरसाती नालों में साफ-सफाई, झाड़ी-कटान का कार्य समय से पूर्ण करने पर ध्यान दें।
सर्किट हाउस काठगोदाम में अधिकारियों की बैठक लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मानसून अवधि व आपदा के दृष्टिगत अधिकारियों को सजग रहने के निर्देश दिए। कहा कि समस्त अधिकारी अपने क्षेत्रों में पल-पल के खबरों की जानकारी लेते हुए नजर बनाए रखें जिससे किसी भी प्रकार की आपदा के घटित होने पर उसके प्रभाव को कम करते हुए ससमय राहत व बचाव का कार्य किया जा सके। सीएम ने कहा कि हम किसी भी आपदा को रोक नहीं सकते किंतु उसके होने वाले प्रभावों को कम कर सकते है, इसके लिए हम सभी को सजग रहते हुए कार्य करना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बरसात के सीजन में आने वाली आपदा के पुराने अनुभव को देखते हुए अधिकारियों को इस बार पुख्ता तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि समस्त निर्माण दाई संस्था अपने क्षेत्रों में नालों की साफ-सफाई, झाड़ी-कटान के साथ ही सड़को पर पड़े हुए मलबे को साफ करना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में मानसून पहुंच चुका है लिहाजा एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आइटीबीपी सहित लोक निर्माण विभाग और समस्त जिला प्रशासन एलर्ट मोड़ पर रहते हुए कार्य करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड पर्यटन प्रदेश होने के नाते हमारा दायित्व बनता है कि हम पर्यटकों को बेहतर सुविधा मुहैया करायें जिससे हमारा पर्यटन आधारित प्रदेश समृद्ध हो सके व पर्यटक प्रदेश की बेहतर छवि लेकर जाए। मुख्यमंत्री ने ट्रैफिक प्लान, पेयजल के साथ ही विकास कार्यों की भी अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अवैध अतिक्रमण को हटाने के संबंध में कहा कि अब तक 2700 हेक्टेयर भूमि पर अतिक्रमण चिन्हित हुआ है और धीरे-धीरे वन भूमि और सरकारी भूमि में हुए अतिक्रमण को हटाया जा रहा है और सरकार द्वारा लोगों से भी अपील की गई है जो स्वयं अतिक्रमण भूमि में बैठे हैं वह अपना अतिक्रमण स्वतः खाली कर दें।
इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा एवम पर्यटन राज्य मंत्री/सांसद अजय भट्ट, मेयर डॉ जोगिंदर पाल सिंह रौतेला, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, विधायक कालाढूँगी बंशीधर भगत, नैनीताल सरिता आर्या, लालकुआं डॉ मोहन सिंह बिष्ट, भीमताल राम सिंह कैड़ा, डा0 अनिल कपूर डब्बू, दिनेश आर्य, प्रकाश हरर्बाेला,सुरेश भटट, आईजी नीलेश आनंद भरणे, जिलाधिकारी वंदना, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, डीएफओ संदीप कुमार, अधीक्षण अभियंता जलसंस्थान विशाल सक्सेना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

देश के प्रथम एरोमा पार्क की स्थापना, उत्तराखण्ड के लिये गौरव की बातः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज काशीपुर में एरामा पार्क का भमिपूजन कर प्लाटों का अवंटन किया। उन्होंने कहा कि आज कैप, सेलाकुई, सुगन्ध व्यापार संघ, दिल्ली तथा एशेंसियल ऑयल एसोसिएशन ऑफ इण्डिया नोएडा एवं सिडकुल द्वारा देश के प्रथम एरोमा पार्क की स्थापना उत्तराखण्ड में की जा रही है यह हमारे लिये गौरव की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है, जिसमें एरोमैटिक सेक्टर के विकास हेतु प्रदेश स्तर पर हमारी सरकार द्वारा एक विशिष्ट एवं समर्पित संस्थान सगन्ध पौधा केन्द्र (कैप) की स्थापना की गयी है, जिसे सगन्ध फार्मिंग द्वारा राज्य की आर्थिकी बढ़ाने का दायित्व सौंपा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत दो दशकों में राज्य सरकार द्वारा कैंप के माध्यम से प्रदेश में एरोमैटिक सेक्टर का काफी विकास किया गया है, जिसके माध्यम से प्रदेश में चौबीस हजार से भी अधिक किसान एरोमैटिक फार्मिंग से जुड़े है। प्रदेश में सरकार द्वारा एरोमैटिक सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए सगन्ध फॉर्मिग के कलस्टर विकसित किये गये हैं। वर्तमान में प्रदेश में 109 एरोमा कलस्टरों में सगन्ध फॉर्मिंग की जा रही है, जिसके अन्तर्गत 192 आसवन सयंत्र स्थापित किए गए हैं। सगन्ध फॉर्मिंग के बढ़ते क्षेत्रफल से वर्तमान में एरोमा सेक्टर का टर्नओवर 86 करोड़ से अधिक हो गया है, जबकि वर्ष 2002 में एरोमा सेक्टर का टर्नओवर लगभग 2 करोड़ था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में एरोमैटिक सेक्टर के विकास तथा यहां उत्पादित सगन्ध तेलों की अच्छी गुणवत्ता को देखते हुए सगन्ध व्यापार संघ एवं इशेंस्यल ऑयल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ई०ओ०ए०आई०), दिल्ली द्वारा प्रदेश में एरोमा पार्क बनाने का प्रस्ताव उत्तराखण्ड सरकार को दिया गया था। जिसे हमारी सरकार द्वारा सहर्ष स्वीकार करते हुए एरोमा पार्क पॉलिसी 2018 लागू की गयी, जिसके अन्तर्गत एरोमा तथा परफ्यूमरी से सम्बन्धित 46 उद्योग सिडकुल काशीपुर में स्थापित किए जा रहे है, जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 30 दिसम्बर 2021 को किया गया था। उत्तराखण्ड सरकार द्वारा राज्य में एरोमा पार्क में स्थापित होने वाले उद्योगों को पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल उपलब्ध कराने के दृष्टिगत सगन्ध फसलों की 6 एरोमा वैली विकसित करने का निर्णय लिया गया है। जिसमे डेमस्क रोज वैली जनपद चमोली एवं अल्मोड़ा, तिमूर वैली- पिथौरागढ़ सिनामॉन वैली चम्पावत एवं नैनीताल, लेमनग्रास एवं मिन्ट वैली- हरिद्वार, मिन्ट वैली – ऊधमसिंह नगर तथा लैमनग्रास लैमनग्रास एवं मिन्ट वैली हरिद्वार, मिन्ट वैली ऊधमसिंह नगर तथा लैमनग्रास वैली- पौड़ी 14000 है० क्षेत्रफल में विकसित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इन उद्योगों द्वारा उत्तराखण्ड के सगन्ध काश्तकारों को बाजार उपलब्ध कराने के साथ- साथ हमारी सरकार द्वारा विकसित हो रही एरोमा वैलियों के विकास में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया जायेगा। स्थापित सगन्ध उद्योगों की मांग के अनुसार नई फसलों की खेती द्वारा भी राज्य के किसानों को खेती के नये विकल्प मिलेगें, जिससे निश्चित ही उनकी आजीविका में और अधिक सुधार होगा। वर्तमान में एरोमा पार्क में एरोमा तथा परफ्यूमरी उद्योग लगाये जायेंगे, जिसमें लगभग 300 करोड़ का निवेश होगा तथा हजारों रोजगार के अवसर उपलब्ध होगें। बताया गया है कि अभी तक 24 प्लॉटों का आवंटन किया जा चुका है, जिनको आज पजेशन पत्र दिया जा रहा है। एरोमा पार्क में स्थापित होने वाले सगन्ध उद्योगों को राज्य सरकार द्वारा जो प्रोत्साहन दिये जा रहे है, इससे इस सेक्टर से जुड़े अन्य उद्योगपति भी एरोमा पार्क की ओर आकर्षित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा निर्देशन में आर्थिकी और पर्यावरण के मध्य समन्वय स्थापित करते हुए राज्य की परिस्थितियों के अनुरूप विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। इसके लिए जहां एक ओर हम ऐसे उद्योगों और फसलों को बढ़ावा दे रहे हैं जिनको पहाड़ी क्षेत्रों में आसानी से लगाया जा सकता है वहीं दूसरी ओर हम ऐसी तकनीकें विकसित करने पर ध्यान दे रहे हैं जिससे हमारे किसानों की आय दुगनी हो सके। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह एरोमा पार्क बंजर पड़ी तीन लाख से अधिक कृषि भूमि में सगन्ध फसलों जैसे दालचीनी, तिमूर व सुरई आदि के बगीचे स्थापित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा जिससे जहां एक ओर सगन्ध पौध उत्पादन में वृद्धि होगी वहीं दूसरी ओर किसानों को आर्थिक लाभ भी प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को हर क्षेत्र में देश का एक श्रेष्ठ राज्य बनाने के हमारे ‘विकल्प रहित संकल्प’ के अनुरूप 2030 तक लगभग 21 हजार हैक्टेयर भूमि को सगन्ध फसलों से आच्छादित करने की योजना को साकार करने में यह उत्कृष्टता केन्द्र महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। इसके साथ ही यह केंद्र हमारी 1 डिस्ट्रिक 2 प्रोडक्ट की पॉलिसी को विस्तार देने में भी कारगर सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस एरोमा पार्क की स्थापना से सगन्ध फसलों के उत्पादन में तेजी से वृद्धि होगी तथा इन फसलों का राज्य में तीव्र विस्तार होगा। प्रदेश में पर्यटन एवं हॉर्टिकल्चर के साथ हार्टी टूरिज्म को बढावा देने के प्रयासों को भी इससे मदद मिलेगी।
इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भटट, विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, मेयर उषा चौधरी, सचिव दीपेन्द्र कुमार चौधरी, एम.डी. सिडकुल रोहित मीणा के साथ ही विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधि एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना का संयोजन है योगः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जागेश्वर धाम पहुंचकर प्रदेश में योग के ज़रिए धार्मिक पर्यटन को विकसित करते हुए नए विजन को दर्शाया है। सीएम धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विकास के नवरत्नों में शामिल किए गए तीसरे रत्न मानसखंड क्षेत्र को इस बार इस आयोजन के लिए चुना है।

योग, ध्यान, अध्यात्म का केंद्र बनेगा जागेश्वर धाम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विशेष पहल पर इस बार योग महोत्सव का आयोजन सुदूरवर्ती अल्मोड़ा के जागेश्वर धाम में किया गया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मानस मंदिर माला मिशन के जरिए सरकार कुमाऊं के प्राचीन मंदिरों में विभिन्न सुविधाओं को विकसित कर रही है। इस योजना की शुरुआत जागेश्वर धाम से की जा रही है, जागेश्वर धाम को योग ध्यान एवं आध्यात्मिक चेतना का केंद्र बनाया जाएगा।

ये हैं योग के पांच संयोजन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जागेश्वर धाम से योग के पांच संयोजन का भी जिक्र करते हुए कहा कि योग ज्ञान रूपी धरोहर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना का संयोजन है। उन्होंने प्रदेशवासियों से उत्तराखण्ड को हर स्तर पर उत्कृष्ट बनाने के लिए प्रतिदिन एक घंटा योग करने का संकल्प लेने का आह्वान किया। सीएम धामी ने कहा कि प्रतिदिन योग करें, सूरज उगने से पहले जगना होगा और खुद को बदलना होगा, जिससे दवाओं पर आने वाला व्यय भी कम होगा।

सनातन संस्कृति का मूल आधार “वसुधैव कुटुम्बकम’’

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सनातन संस्कृति का उल्लेख करते हुये कहा कि हमारी गौरवशाली सनातन संस्कृति का मूल आधार ’’वसुधैव कुटुम्बकम’’ है और यही हमारे देश की 140 करोड़ जनता का मूल संस्कार भी है, जो सम्पूर्ण विश्व को एक परिवार का रूप मानता है। इसी सिद्धांत को केंद्र में रखते हुए इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम ’’वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग’’ तय की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेकों वैश्विक चुनौतियों और षड्यंत्रों का सामना करने के बावजूद भारत ने कभी भी मानवीय मूल्यों से हटकर आचरण नहीं किया और हमारी इस लोक कल्याणकारी अवधारणा का आधार हमारी संस्कृति है, जिसके मुख्य स्तंभों में से एक योग भी है। इसी वजह से योग आज दुनिया के करोड़ों लोगों की दिनचर्या का अहम हिस्सा बन गया है जो विश्व को भारतीय संस्कृति के साथ और अधिक प्रगाढ़ता से जोड़ने का काम कर रहा है।

इनोवटिव प्रोजेक्टस देश के सभी पर्ववतीय राज्यों और जिलों के लिए गाइड लाइन का करेंगे कामः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मॉडल जिले के रूप में विकसित किया जा रहा चंपावत न केवल उत्तराखण्ड के लिए बल्कि सभी हिमालयी राज्यों के लिए एक आदर्श बनेगा। चंपावत के विकास के लिए किए जा रहे इनोवेटिव प्रोजेक्टस देश के सभी पर्वतीय राज्यों और जिलों के लिए गाइड लाइन का काम करेंगी। चंपावत जिले को मॉडल जिले के रूप में विकसित करने में लगे जिला प्रशासन के साथ ही सभी सम्बन्धित स्टेकहोल्डर्स को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इस सम्बन्ध में अभी तक हुए डॉक्यूमेंटेशन को शत प्रतिशत धरातल पर उतारा जाए तथा इसकी निरन्तर निगरानी की जाय।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय भारत सरकार के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में जनपद चम्पावत को ‘‘आदर्श जनपद चम्पावत’’ के रूप में विकसित किये जाने हेतु किये गये कार्यों की समीक्षा एवं आगामी कार्यक्रमों के संबंध में आयोजित बैठक में प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय भारत सरकार के प्रतिनिधियों द्वारा चंपावत में जाकर तैयार की गई चंपावत की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप विकास की संभावना, साइंस एवं टेक्नोलॉजी के आधार पर विकास की संरचना पर अधारित Climate Adaptive Agriculture पुस्तिका का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत की विभिन्न भौगोलिक स्थिति पर आधारित ऑनलाइन डैशबोर्ड, जनपद चंपावत के अंतर्गत चल रही विभिन्न विभागीय योजनाओं की प्रगति पर आधारित ऑनलाइन डैशबोर्ड का अवलोकन किया। उन्होंने कहा इस तरह के ऑनलाइन डैशबोर्ड उत्तराखंड राज्य में बड़े स्तर पर भी विकसित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय से आए प्रतिनिधियों द्वारा चंपावत में जाकर किए गए कार्य, निश्चित ही चंपावत एवं उत्तराखंड के विकास में अपनी अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा विभिन्न भौगोलिक परिस्थितियों से परिपूर्ण चंपावत जिले के अनुरूप ही राज्य का विकास किया जाएगा। आगामी समय में चंपावत जिले के अंतर्गत कई बड़े प्रोजेक्ट को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू करने की योजना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंपावत को आदर्श जिले के रूप में विकसित करने में यूकोस्ट की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा संपूर्ण हिमालय राज्यों में उत्तराखंड आदर्श राज्य बने इस पर भी तीव्र गति के साथ कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा चंपावत प्राकृतिक सौंदर्य, स्वच्छ पर्यावरण एवं मंदिरों से आच्छादित है। इन्हीं सब में संभावनाएं खोज कर हमें विकास की नई ऊंचाइयों को छूना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि साइंस एवं टेक्नोलॉजी के माध्यम से जनपद चंपावत के अंदर किस प्रकार विकास को स्थापित कर सकते हैं इस पर भी योजनाएं बनाई जाए। उन्होंने कहा कृषि, बागवानी, स्वास्थ्य शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
महानिदेशक UCOST प्रो. दुर्गेश पंत ने बताया कि चंपावत जिले में साइंस सेंटर की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही संपूर्ण हिमालय राज्यों के लिए हिमालय नॉलेज कॉरिडोर को भी विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया यूकोस्ट निरंतर प्रत्येक विभागों के साथ समन्वय कर विकास योजनाओं को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है। प्रत्येक योजना का डॉक्यूमेंटेशन भी किया जा रहा है।
इस दौरान कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, अतिरिक्त सचिव प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय डॉ प्रीति बेजल, राहुल नायर, प्रो. आर.एम पंत, कुलपति, असम केंद्रीय विश्वविद्यालय, वी.सी के माध्यम से जिलाधिकारी चंपावत नरेंद्र सिंह भंडारी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

कनकपुर-काशीपुर के लाभार्थियों को मंत्री डा. अग्रवाल ने आवास किए आवंटित

शहरी विकास मंत्री डॉ. प्रेम चन्द अग्रवाल द्वारा विधानसभा स्थित सभागार कक्ष 120 में आवास एवं विकास परिषद् द्वारा निजी विकासकर्ता साजिद नदीम के सहयोग से संचालित प्रधानमंत्री आवास योजना कनकपुर- काशीपुर के लाभार्थियों को ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से आवास आवंटित किये गये।

मंत्री ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की अत्यन्त महत्वपूर्ण प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अन्तर्गत आवास विभाग द्वारा घटक में कार्य किया जा रहा है। आवास विभाग द्वारा कुल 21 परियोजनाओं में कार्य किया जा रहा है।

मंत्री ने अवगत कराया कि आवास विभाग, उत्तराखण्ड द्वारा भारत सरकार से स्वीकृति उपरान्त 21 परियोजनाओं में जिनके कुल 17,304 आवास बनाये जाने पर कार्य किया जा रहा है। विभिन्न प्राधिकरणों द्वारा कुल 05 परियोजनाओं में 3104 ई0डब्ल्यू0एस0 आवासीय इकाईयां प्रस्तावित है, जबकि परिषद् द्वारा कुल 16 परियोजनाओं में 14200 आवास प्रस्तावित है। अब तक 464 आवास निर्मित कर मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा लाभार्थियों को उपलब्ध कराये जा चुके है। उत्तराखण्ड आवास एवं विकास परिषद् द्वारा कुल 16 परियोजनाओं में 14,200 ई0डब्ल्यू0एस0 आवासों पर कार्य किया जा रहा है। उक्त योजनाएं वर्ष 2017-18 के उपरान्त समय-समय पर भारत सरकार द्वारा स्वीकृत की गयी थी। विधिक समस्याओं के कारण परियोजनाओं का कार्य मार्च 2022 के उपरान्त मौके पर विधिवत कार्य प्रारम्भ किया गया।

मंत्री ने कहा कि कनकपुर, काशीपुर में 1256 ई0डब्ल्यू0एस0 आवासीय परियोजना में 794 लाभार्थियों का आवंटन ऑनलाईन के माध्यम से किया जा रहा है। अब तक कुल 07 परियोजनाओं में कुल 3188 आवासों का आवंटन किया जा चुका है। शेष 14 परियोजनाओं का आवंटन आगामी 03 माह के अन्तर्गत कर लिया जायेगा।

मंत्री ने कहा कि उक्त परियोजनाओं में रू0 6.00 लाख प्रति आवास की दर से निजी विकासकर्ता द्वारा आवास मय भूमि परिषद् को उपलब्ध करायी जा रही है, जिसमें से रू0 1.50 लाख भारत सरकार द्वारा अनुदान के रूप में तथा रू0 1.00 लाख राज्य सरकार द्वारा अनुदान के रूप में दी जा रही है। शेष रू0 3.50 लाख लाभार्थियों द्वारा वहन किया जा रहा है। विकासकर्ता को यह धनराशि उसके द्वारा किये गये निर्माण की मात्रात्मक एवं गुणात्मक जांचोपरान्त कार्य की प्रगति के अनुसार समय-समय पर निर्गत की जा रही है। उक्त समस्त आवास माह सितम्बर 2024 के पूर्व निर्मित कर लाभार्थियों को हस्तान्तरित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लाभार्थियों को सुविधा हेतु बैंकों एवं गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के माध्यम से आसान किश्तों में गृह ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। लाभार्थियों का चयन भारत सरकार के पोर्टल में पंजीकरण के उपरान्त ऑनलाईन लॉटरी के माध्यम से पूर्ण पारदर्शिता से किया जा रहा है।

मंत्री ने कहा कि महिला सशक्तिकरण को ध्यान रखते हुए आवास आवंटन हेतु प्राथमिकता महिला को दी जा रही है अन्यथा की स्थिति में महिला एवं पुरूष को संयुक्त रूप से आवास आवंटन किया जा रहा है।

इस अवसर पर अपर आवास आयुक्त प्रकाश चन्द्र दुम्का, अधिशासी अभियन्ता आनन्द राम, सहायक अभियन्ता विनोद चौहान एवं टी०एस० पंवार तथा विकासकर्ता साजिद नदीम एवं अजय मंगल भी मौजूद रहे।