उत्तराखंड राज्य स्तरीय किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में ऋषिकेश के खिलाड़ियों का रहा जलवा

उत्तराखंड एमेच्योर किकबॉक्सिंग एसोसिएशन के तत्वाधान में देहरादून में उत्तराखंड राज्य स्तरीय किकबॉक्सिंग प्रतियोगिता परेड ग्राउंड देहरादून बैडमिंटन हॉल में आयोजित की गई।

प्रतियोगिता में नेशनल रेफरी किक बॉक्सिंग एवम कोच शिवानी गुप्ता ने बताया कि प्रतियोगिता का शुभारंभ 21 अप्रैल 2024 को उत्तराखंड एमेच्योर किक बॉक्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंद कोटनाला ने दीप प्रज्वलित कर किया।

प्रतियोगिता में देवभूमि ऋषिकेश मार्शल आर्ट ट्रेनिंग सेंटर के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मनन डोगरा दो स्वर्ण, हर्षित भट्ट दो स्वर्ण, दिव्यता थापा दो स्वर्ण, सोनाक्षी पात्रों दो स्वर्ण, तविषा तनेजा दो स्वर्ण,वर्णिका दो स्वर्ण, श्लोक गैरोला स्वर्ण एवम रजत,निकिता कौशिक स्वर्ण एवम रजत,सान्या स्वर्ण एवम रजत, भव्या चौहान दो रजत, शिवानी रजत एवम कांस्य, गरिमा कोठियाल दो रजत,माधवन रजत एवम कांस्य, सार्थक भट्ट दो स्वर्ण, अंश पाल दो रजत, प्राची नौटियाल दो कांस्य पदक हासिल किए।

कोच शिवानी गुप्ता ने बताया कि खिलाड़ियों का चयन राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता महाराष्ट्र पुणे के लिए हुआ है। इस अवसर पर उत्तराखंड एमेच्योर के किक बॉक्सिंग एसोसिएशन अध्यक्ष अरविंद कोटनाला, वर्किंग प्रेसिडेंट ओम प्रकाश मल, महासचिव सत्येंद्र कुमार, कोच मुक्ति, कोच विपिन डोगरा, कोच सुमित कुमार, कोच आदर्श कुमार, कोच मिंटू सैनी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे और उन्होंने खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य की कामना की।

युवा जितनी ईमानदारी, लगन और मेहनत से काम करेंगे, आगे की राह उतनी ही सुगम और सरल होगीः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सेवक सदन में खेल नीति-2021 के अंतर्गत विभिन्न पदों पर चयनित राज्य के 31 विशिष्ट खिलाड़ियों को खेल विभाग, गृह विभाग, युवा कल्याण एवं वन विभाग में आउट ऑफ टर्न सेवायोजन, परिवहन विभाग में 25 कनिष्ठ सहायकों तथा उद्यान विभाग में 28 सहायक लेखाकारों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। इस प्रकार कुल 84 अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र वितरित किये।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में सभी अभ्यर्थियों को बधाई एंव शुभकामनाएं देते हुये कहा कि आपने यह सफलता कड़ी मेहनत व परिश्रम से हासिल की है। उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों से अपेक्षा की कि वे अपने दायित्व का संवेदनशीलता, जिम्मेदारी और जवाबदेही के साथ निर्वहन करेंगे। उन्होंने कहा कि आप जितनी ईमानदारी, लगन और मेहनत से काम करेंगे, आपके आगे की राह उतनी ही सुगम और सरल होगी।
मुख्यमंत्री ने खेल नीति 2021 का उल्लेख करते हुये कहा कि इसके तहत हमने अन्तर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न सरकारी नौकरी देने का जो वादा किया था, उसे हम आज धरातल पर उतरते हुए देख रहे हैं। उन्होने कहा कि हमने तय किया है कि जो भी युवा खेल की दुनिया में उत्तराखंड का नाम रोशन करेंगे, उन्हें प्रोत्साहित किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों के साथ ही खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खेलों में प्रतिभाग करने के लिए तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं तथा सरकार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने और उन्हें उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित करके, खिलाड़ियों का मनोबल निरन्तर बढ़ा रही है। उन्होंने आउट ऑफ टर्न नियुक्त प्रक्रिया का जिक्र करते हुये कहा कि यह प्रक्रिया सभी अन्तर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय पदक विजेताओं के लिए संजीवनी का कार्य करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्यान, परिवहन विभाग की तरह ही विगत माहों में प्रतिदिन युवाओं को विभिन्न विभागों के अन्तर्गत नियुक्ति पत्र देने का सिलसिला जारी है। उन्होंने कहा कि हमने संकल्प लिया है कि देवभूमि के मेहनती युवाओं को हर हाल में पूरी पारदर्शिता के साथ रोजगार उपलब्ध कराएंगे। इस संकल्प को सिद्धि तक पहुंचाने में हम कामयाब हुये हैं तथा नकल माफियाओं को नकल विरोधी सख्त कानून बनाकर सलाखों के पीछे भेजा है। उन्होंने कहा कि हमने महज तीन माह में ही लगभग पांच हजार युवाओं को नर्सिंग अधिकारी, वन आरक्षी, सहायक लेखाकार, डिप्टी जेलर व बन्दी रक्षक, ग्राम विकास अधिकारी आदि के पदों पर नियुक्ति पत्र प्रदान कर रोजगार उपलब्ध कराया है तथा ढाई साल की बात की जाये तो रोजगार उपलब्ध कराने का यह आंकड़ा 20 हजार से भी अधिक है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उल्लेख करते हुये कहा कि उनके नेतृत्व में देश में रोजगार के अभूतपूर्व अवसर उपलब्ध हो रहे हैं तथा रोजगार देने का इतना बड़ा अभियान आज तक देश के इतिहास में नहीं चलाया गया है। उन्होंने कहा कि पदों को भरने की जो पहल हमने की है, यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमने युवाओं को सरकारी क्षेत्र में रोजगार देने के साथ-साथ स्वरोजगार के क्षेत्र में भी आगे बढ़ाने का बीड़ा उठाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रयाग पोर्टल और युवा उत्तराखंड एप लांच किया है, जिसमें युवा रोजगार के साथ ही स्वरोजगार के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इसके साथ ही होम स्टे, मौन पालन के साथ ही अन्य क्षेत्रों में युवाओं को स्वरोजगार के लिए ऋण भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विकल्प रहित संकल्प के मंत्र के साथ हम उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए निरन्तर कार्य कर रहे हैं तथा आप लोगों को नियुक्ति पत्र देना भी हमारे संकल्प का हिस्सा है।
कार्यक्रम को कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी तथा रेखा आर्य ने भी सम्बोधित करते हुये, सरकार की उपलब्धियों पर विस्तृत प्रकाश डाला तथा चयनित अभ्यर्थियों को बधाई व शुभकामनायें दी।
इस अवसर पर विधायकगण, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव परिवहन अरविन्द सिंह ह्यांकी, महानिदेशक कृषि व उद्यान डॉ. रणवीर सिंह चौहान, ए.डी.जी. अमित सिन्हा, अपर निदेशक उद्यान डॉ0 आरके सिंह, वन विभाग के अधिकारीगण सहित संबंधित पदाधिकारी एवं अधिकारी गण उपस्थित थे।

राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम को राज्य सरकार ने अपने नियंत्रण में लिया

नेशनल कम्पनी लॉ ट्रिब्यूनल के निर्देशों का अनुपालन न किये जाने के कारण राजीव गांधी अंतराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के संचालन हेतु अधिकृत की गई फर्म मे देहरादून इन्टीग्रेटेड अरीना लि. से सम्पत्ति को खाली कराकर राज्य सरकार के नियंत्रण में लिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में खेल अवस्थानात्मक सुविधाओं को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में ये निर्णय लिया गया है। इससे राज्य में खेल परिसम्पत्तियों के संरक्षण एवं आगामी राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन में भी मदद मिलेगी। ज्ञातव्य है कि राजीव गाँधी अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को निविदा के आधार पर मेर्सस आई०टी०यू०ए०एल० को दिया गया था जिस हेतु उनके द्वारा देहरादून इन्टीग्रेटेड अरीना लि० कम्पनी को निर्मित कर राज्य सरकार के साथ मई, 2018 में अनुरक्षण एवं संचालन हेतु अनुबंन्ध गठित किया गया था। कोविड महामारी काल में उक्त कंपनी ने स्टेडियम के संचालन हेतु प्रर्याप्त वित्तीय संसाधन के अभाव में इन्सोल्वेन्सी हेतु मा० एन०सी०एल०टी में वाद दायर किया गया था। मा० एन०सी०एल०टी द्वारा इस हेतु आई०आर०पी० श्री अन्सुल पठानिया को रिजोल्यूशन प्लान हेतु नियुक्त किया गया था। माह नवम्बर, 2023 में मा० एन०सी०एल०टी द्वारा मेर्सस ट्राइवर इन्टरप्राइजेज के रिजोल्यूशन प्लान को स्वीकार करते हुये आदेश निर्गत किये गये थे। परन्तु उक्त कम्पनी द्वारा नई संचालन एजेंसी के रूप में राज्य सरकार से ना तो अनुमोदन प्राप्त किया गया ना ही मूल अनुबंधी शर्तों के अनुरूप एस्क्रो खाता खोला गया और ना ही अपेक्षित बैंक गारंटी उपलब्ध करायी गई, अपितु स्टेडियम में कार्यक्रम आयोजन हेतु विभिन्न संस्थाओं से धनराशि बुकिंग हेतु ली गयीं।
एनसीएलटी के निर्णय उपरान्त मै. देहरादून इन्टीग्रेटेड अरीना लि० को अनुबन्ध की नियमों के पालन हेतु दिनांक 12.12.2023 को अनुबन्ध की शर्तों अनुसार नोटिस दिया गया था जिसका संज्ञान उनके द्वारा नहीं लिया गया तथा प्रतिनिधियों द्वारा बैठक हेतु समय मांगने उपरान्त भी बैठक हेतु नहीं आये। नयी संस्था द्वारा की जा रही बुकिंग के विरूद्ध थाना रायपुर मे एक प्राथमिकी भी पीड़ित संस्था द्वारा दर्ज की गयी है जिसकी जांच पुलिस स्तर पर गतिमान है। राज्य एवं परिसंम्पत्ति के संरक्षण हित में दिनांक 13.02.2024 को पुनः नोटिस जारी कर संपत्ति को खाली करने के निर्देश दिये गये थे जिसके क्रम में आज दिनांक 17.02.2024 को संस्था द्वारा परिसर को रिक्त कर दिया गया है एवं राज्य सरकार द्वारा जन हित में स्टेडियम का नियंत्रण ले लिया गया है।

खेल मानसिक, शारीरिक और सामाजिक विकास से अत्यधिक अहमः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज रायपुर, देहरादून में राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ का शुभारंभ किया। राज्य के सभी जनपदों से राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ में प्रतिभाग करने आये खिलाड़ियों के बीच जाकर मुख्यमंत्री ने उनका उत्साह बढ़ाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स किट प्रदान की जाएगी। राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ के शुभारंभ के अवसर पर बालक वर्ग की 800 मीटर दौड़ स्पर्धा के प्रथम तीन स्थान पाने वाले खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री ने पुरस्कृत भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल मानसिक, शारीरिक और सामाजिक विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। खेल टीमवर्क से कार्य करने का अवसर प्रदान करते हैं। राज्य स्तर पर आयोजित होने वाला यह खेल महाकुंभ उत्तराखण्ड के युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान करता है। पंचायत स्तर, ब्लॉक स्तर और जिला स्तर पर खेलने के बाद खिलाड़ियों को राज्य स्तर पर इस खेल महाकुंभ में अपनी खेल प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन करने का अवसर मिलता है। खेल महाकुंभ का उद्देश्य प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर की बड़ी खेल प्रतियोगिताओं के लिए भी तैयार करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में होने वाले आगामी 38वें राष्ट्रीय खेल, उत्तराखंड की खेल प्रतिभाओं के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे। 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए विभिन्न अवस्थापना सुविधाएं तैयार करना प्रारंभ कर दिया गया है। जिसके अंतर्गत राष्ट्रीय खेल सचिवालय का गठन किया गया है, जिससे इन खेलों का संचालन बेहतर रूप से किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में खेलों को तेजी से बढ़ावा मिला है। भारत ने हाल में चीन में संपन्न हुए एशियाई खेलों में रिकार्ड 107 पदक जीते। नए जोश के साथ भारत 2030 ’’युवा ओलंपिक’’ और 2036 में ’’ओलंपिक’’ खेलों की मेजबानी के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में खेलों का बजट भी पहले के मुकाबले तीन गुना हो चुका है। उत्तराखण्ड में भी गांव से लेकर शहर तक के युवा खिलाड़ियों के लिए अभिनव प्रयोग किये जा रहे हैं। हरिद्वार बने फ्लाईओवर के नीचे खाली पड़ी जगह का प्रयोग कर वहां बैडमिंटन कोर्ट, बास्केटबाल कोर्ट, ओपन जिम बनाये जा रहे हैं। सरकार युवा खिलाड़ियों के लिए नौकरियों में खेल कोटे को भी पुनः प्रारंभ करने के लिए प्रयासरत है। राज्य सरकार प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने के लिए राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सीधे सरकारी नौकरी भी देने जा रही है। नई खेल नीति में राज्य के युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए उचित आर्थिक प्रोत्साहन का प्रावधान किया गया है।

मुख्यमंत्री ने खेल विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि आगामी राष्ट्रीय खेलों के लिए सभी तैयारियां तेजी से की जाए। खिलाड़ियों की डाइट से लेकर उनके रहने व हर सुविधा की व्यवस्थाएं की जाए। उत्तराखण्ड में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय खेलों में राज्य का अच्छा प्रदर्शन हो, इसके लिए अभी से अच्छे खिलाड़ियों की खोज कर उनके बेहतर प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि टीम वर्क के साथ हमें उत्तराखंड को खेलों में आगे लेकर जाना है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस खेल महाकुंभ में प्रतिभाग कर रहे हमारे युवा खिलाड़ी अगले वर्ष होने वाले राष्ट्रीय खेलों के साथ ही भविष्य में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखण्ड का ही नहीं बल्कि देश का नाम रोशन करेंगे।

खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में खेलों को बढ़ावा देने के लिए राज्य में तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य में नई खेल नीति लागू की जा चुकी है। जिसमें खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा देने के प्रयास किये गये हैं। राज्य में 08 से 14 वर्ष की आयु के लगभग चार हजार खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन खेल छात्रवृत्ति दी जा रही है। मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना से राज्य में 14 से 23 वर्ष के 2600 खिलाड़ियों को लाभान्वित किया जा रहा है। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए स्पोर्ट डेवलपमेंट फंड बनाया जा रहा है। चम्पावत के लोहाघाट में गर्ल्स स्पोर्ट कॉलेज बनाया जा रहा है।

इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा ‘काऊ’, विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा, खेल निदेशक जितेन्द्र सोनकर एवं खेल विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

सीएम ने उत्तराखंड को 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करने तथा राष्ट्रीय खेल ध्वज मिलने पर प्रदेशवासियों को दी बधाई

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेल ध्वज हस्तांतरण एवं 37वें राष्ट्रीय खेल गोवा-2023 में उत्तराखंड के पदक विजेता खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में शामिल हुये। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड को 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन तथा राष्ट्रीय खेल ध्वज मिलने पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। देवभूमि को यह उपलब्धि प्रदान करने के लिए 37वें राष्ट्रीय खेलों के समापन अवसर पर ’’राष्ट्रीय खेल ध्वज’’ उपराष्ट्रपति द्वारा राज्य की खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्या के नेतृत्व में गये प्रतिनिधि मण्डल को सौंपा गया था, जिसे आज राष्ट्रीय खेल सचिवालय, उत्तराखण्ड को सौंपा जा रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उत्तराखण्ड राज्य में आयोजित होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेल अभूतपूर्व एवं गौरवशाली होगें और निश्चित रूप से यह खेल राज्य को खेल भूमि के रूप में पहचान दिलाने में मील का पत्थर साबित होगें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में खेल संस्कृति का निरन्तर प्रसार हो रहा है, जिसका प्रतिफल आज हम सबके समक्ष है। उत्तराखण्ड राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में निरन्तर बेहतर प्रदर्शन करते आ रहे हैं। गुजरात में आयोजित 36वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड राज्य के खिलाड़ियों द्वारा 18 पदक प्राप्त किये गये थे जबकि इस वर्ष 37वें राष्ट्रीय खेलों में हमारे खिलाड़ियों ने 24 पदक अर्जित किये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के खिलाड़ी आगामी प्रतियोगिताओं में अपना वर्चस्व भी स्थापित करेंगे इसका उन्हें विश्वास है। उन्होंने कहा कि खेल से सद्भावना व आपसी एकता बढ़ती है। खिलाड़ियों में सिर्फ खेल की भावना होती है। वे जाति, धर्म व सीमा के बंधन से आजाद होते हैं। समाज के लोगों को खिलाड़ियों से सबक लेने की जरूरत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज नये भारत, शक्तिशाली भारत, गौरवशाली भारत का निर्माण हो रहा है साथ ही खेल सहित प्रत्येक क्षेत्र में लगातार उल्लेखनीय प्रगति हो रही है। अब हमारे देश में खिलाड़ियों के सामर्थ्य का सम्मान हो रहा है। किसी देश में खेल का ‘’इको सिस्टम’’ कितना बेहतर है यह ओलंपिक में उस देश के क्वालिफाई करने वाली खिलाड़ियों की संख्या से पता चलता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2012 में लंदन में हुए ओलंपिक के लिए भारत के 83 एथलीट ने क्वालिफाई किया था। लेकिन, मोदी सरकार के रहते हुए दो ओलंपिक रियो डी जेनेरियो 2016 और टोक्यो 2020 ओलंपिक के लिए क्रमशः 117 और 126 खिलाड़ियों ने क्वालिफाई किया। 9 साल पहले के मुकाबले खेल बजट आज तीन गुणा हो चुका है। इस साल के लिए केंद्र सरकार ने युवा और खेल मंत्रालय को करीब तीन हजार तीन सौ नब्बे करोड़ रुपए का बजट दिया है। खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएँ और प्रशिक्षण उपलब्ध कराकर 2024 के पेरिस ओलंपिक और पैरालंपिक में प्रदर्शन और बेहतर करने में इससे मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि आज देश के गली-गली से निकले टैलेंट अब विश्व स्तरीय प्रशिक्षण पाकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश को गौरवान्वित कर रहे है। और इस वर्ष भारत ने एशियाई खेलों का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा प्रारंभ की गई नई पहल ’‘खेलो इंडिया’’ अभियान से निकले करीब सवा सौ खिलाड़ी एशियाई खेलों का हिस्सा बने, जिनमें से 36 खिलाड़ियों ने मेडल भी जीते। राज्य सरकार भी खेलों को बढावा देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। हमने कुछ समय पूर्व राज्य के प्रतिभाशाली और उभरते हुए खिलाड़ियों के लिए खेल छात्रवृत्ति देने का निर्णय लिया था, इस योजना को प्रारंभ कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल के मैदान में भी उत्तराखंड अग्रणी राज्य बने और इसी के तहत राज्य में खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन हेतु ’’नई खेल नीति’’ लाई गई है। खिलाड़ियों को जमीनी स्तर से खेल क्षेत्र में रूचि लाने हेतु 14 से 23 वर्ष तक के खिलाड़ियों को 2000 प्रति माह छात्रवृत्ति एवं 10 हजार रुपए प्रति वर्ष खेल के सामान आदि खरीदने हेतु ’’मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना’’ के तहत धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है। इसके साथ ही ’’मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना’’ में 08 से 14 वर्ष के उभरते खिलाड़ियों को 1500 रूपये प्रतिमाह की खेल छात्रवृत्ति दी जा रही है। खिलाड़ियों को नियमानुसार त्वरित वित्तीय लाभ दिये जाने हेतु ’’मुख्यमंत्री खेल विकास निधि’’ की स्थापना की गयी है।

उन्होंने कहा कि राज्य में खिलाड़ियों को प्रतियोगिता एवं प्रशिक्षण शिविरों में एवं यात्रा के दौरान दुर्घटना होने पर आर्थिक सहायता की व्यवस्था भी की है। ग्रामीण परिवेश के खिलाड़ियों के लिए ओपन जिम खोलने के लिए 10 करोड़ रूपये के बजट का प्रावधान किया है। प्रदेश सरकार विश्वविद्यालयों में व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु 5 प्रतिशत स्पोर्टस कोटा की व्यवस्था करने के लिये नियमावली बनाने जा रही है। इसके साथ ही निजी खेल क्षेत्रों के माध्यम से खेल अवस्थापना सुविधाओं के निर्माण हेतु अनुदान दिये जाने की भी व्यवस्था की गई है।

उन्होंने कहा कि राज्य के अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न सेवायोजन प्रदान किये जाने की व्यवस्था की गयी है, जिसे लागू किये जाने की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है। राज्याधीन सेवाओं में सेवायोजन के लिए 4 प्रतिशत खेल कोटे को पुनः लागू किये जाने की कार्यवाही भी अंतिम चरण में है। उन्होंने खिलाडियों से अपेक्षा की कि वे दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ मेहनत करें, राज्य सरकार उनके साथ है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सफलता का एक ही मूल मंत्र है ’’विकल्प रहित संकल्प’’ खिलाड़ी अपना लक्ष्य निर्धारित करें और उस लक्ष्य को पाने के लिए जी जान से जुट जाएं, जिस भी क्षेत्र में जाएं, उस क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी की अपेक्षा के अनुरुप उत्तराखण्ड को प्रत्येक क्षेत्र में आदर्श राज्य बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। इस कार्य में उन्होंने सभी से सहयोग की भी अपेक्षा की।
इस अवसर पर खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि राज्य में खेलों के विकास हेतु मुख्यमंत्री बेहद गंभीर है। उनके द्वारा युवा खिलाडियों को प्रोत्साहित करने हेतु विभिन्न योजनाएं प्रारंभ की गई हैं। खेल मंत्री ने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री द्वारा लोहाघाट में गर्ल्स स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना को संस्तुति प्रदान की गई है। खिलाड़ियों के भोजन भत्ते में भी ऐतिहासिक वृद्धि की गई है। उन्होंने खिलाड़ियों का आह्वान किया कि उत्तराखंड में होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।

इस अवसर पर रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा, निदेशक खेल जितेंद्र कुमार सोनकर, उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डी. के. सिंह आदि उपस्थित थे।

गौरव के पलः वर्ल्ड किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत का प्रतिधिनित्व करेंगी तीर्थनगरी की शिवानी

उत्तराखंड तीर्थ नगरी ऋषिकेश की मार्शल आर्ट कोच शिवानी गुप्ता पुर्तगाल में होने वाली आगामी वर्ल्ड किक बॉक्सिंग चैंिपयनशिप 2023 में भारत के किक बॉक्सिंग टीम का प्रतिनिधित्व करेगी।

इस चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में चयनित होने वाली उत्तराखंड की शिवानी गुप्ता विदेश की धरती पर 70 किलो भार वर्ग लाइट कांटेक्ट इवेंट, किक लाइट इवेंट में चुनौती पेश करेंगी।

इस अवसर पर वाको इंडिया किक बॉक्सिंग अध्यक्ष संतोष अग्रवाल एवं उत्तराखंड एमेच्योर किकबॉक्सिंग एसोसिएशन अध्यक्ष अरविंद कोटनाला, ओम प्रकाश मल, महासचिव सत्येंद्र कुमार, देवभूमि ऋषिकेश मार्शल आर्ट ट्रेनिंग सेंटर अध्यक्ष सत्यवीर सिंह तोमर, महासचिव अलक्षेंद्र सिंह सहित नगरभगर के गणमान्य लोगों व खेल प्रेमियों ने शिवानी गुप्ता को चयन के लिए बधाई दी। बता दें कि भारतीय किकबॉक्सिंग टीम पुर्तगाल के लिए 18 नवंबर को रवाना होगी।

नॉर्थ इंडिया कराटे प्रतियोगिता में ऋषिकेश के खिलाड़ियों ने 17 स्वर्ण पदक एवं 8 रजत पदक हासिल कर बढ़ाया राज्य का मान

Wado-Kai कराटे डू एसोसियेशन के तत्वाधान में दिनाक 28 से 29 अक्टूबर तक नैनीताल में नॉर्थ इंडिया Wado-Kai कराटे चैंपियनशिप का आयोजित हुई जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि उत्तराखंड एथलीट सिलेक्शन कमेटी चैयरमैन विजेंद्र चौधरी जी के कर कमलों द्वारा किया गया

कराटे कोच शिवानी गुप्ता ने बताया कि देव भूमि ऋषिकेश मार्शल आर्ट ट्रेनिंग के 24 खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया जिसमे मनन डोगरा, भाव्या चौहान (काता, कुमिते), नोरबू शेरपा, दिव्यता मान, श्रेया गोला, सान्या, शाश्वत सजवान, वंशिका जोशी, प्रिया वर्मा, अनुराग सिंह, अंश पाल, हर्षित भट्ट, संजय भंडारी, योगेश सेमवाल, वंशिका कंडवाल, वैभव ने स्वर्ण पदक एवम कार्तिक पोरवाल, निकिता कौशिक, अंजली मेहर,जयवर्धन रमोला, कार्तिक गोंद, आयुष जोशी, साइमन सपरा, आयुषी टाक ने रजत पदक हासिल कर कुल 25 पदक हासिल कर राज्य का नाम रोशन किया।
इस शुभ अवसर पर कोच विपिन डोगरा, देव भूमि ऋषिकेश मार्शल आर्ट ट्रेनिंग सेंटर अध्यक्ष सत्यवीर सिंह तोमर, महासचिव अलक्षेंद्र सिंह, सेंसेई मुकेश यादव, सेंसेई नवनीत कुमार गौर, सेंसेई मंदीप कौर, सेंसेई मिंटू सैनी एवम खेलप्रेमियो ने खिलाड़ियों को शुभकामनाये दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

खिलाड़ी अपनी कुशल खेल प्रतिभा के बल पर देवभूमि का नाम करेंगे रोशनः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सेवक सदन, मुख्यमंत्री आवास, देहरादून में आगामी 37वें राष्ट्रीय खेल, गोवा में उत्तराखण्ड राज्य से प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के दल को फ्लैग ऑफ कर रवाना किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 37वें राष्ट्रीय खेल में राज्य की ओर से प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को खेल किट/ ट्रैक सूट वितरण कर शुभकामनाएं प्रेषित की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी खिलाड़ी अपने मनोबल एवं लगन से राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उत्तराखंड का नाम रोशन करेंगे। राष्ट्रीय खेलों में खिलाड़ी अपनी कुशल खेल प्रतिभा के बल पर देवभूमि का नाम अवश्य रोशन करेंगे। उन्होंने कहा इस वर्ष खेल विधाओं एवं खिलाड़ियों की संख्या में वृद्धि हुई है। राज्य में खेल संस्कृति का निरंतर विकास हो रहा है। राज्य सरकार भी राज्य में खेल संस्कृति विकसित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में प्रतिभा को बढ़ाए जाने के मकसद से खेल प्रतिभाशाली और उभरते हुए खिलाड़ियों के लिए खेल छात्रवृत्ति देने का कार्य जारी है। उन्होंने कहा राज्य में खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन हेतु ’’नई खेल नीति’’ लाई गई है। खिलाड़ियों को जमीनी स्तर से खेल क्षेत्र में रूचि लाने हेतु 14 से 23 वर्ष तक के खिलाड़ियों को ’’मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना’’ के अंतर्गत 2000 प्रति माह छात्रवृत्ति एवं 10 हजार रुपए प्रति वर्ष संबंधति खेलों हेतु किट खरीदने के लिए दिए जा रहे है। ’’मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना’’ में 08 से 14 वर्ष के उभरते खिलाड़ियों को 1500 रूपये प्रतिमाह की खेल छात्रवृत्ति दी जा रही है। साथ ही खिलाड़ियों को नियमानुसार त्वरित वित्तीय लाभ दिये जाने हेतु ’मुख्यमंत्री खेल विकास निधि’ की स्थापना भी की गयी है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिथौरागढ़ दौरे के दौरान प्रदेश के प्रत्येक खिलाड़ी का मान बढ़ाया है। राज्य सरकार ने खिलाड़ियों के प्रतियोगिता एवं प्रशिक्षण शिविरों में यात्रा के दौरान दुर्घटना होने पर आर्थिक सहायता की व्यवस्था की है। प्रदेश सरकार विश्वविद्यालयों में व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु 5 प्रतिशत र्स्पाेट्स कोटे की व्यवस्था करने के लिये नियमावली बनाने जा रही है। निजी खेल क्षेत्रों के माध्यम से खेल अवस्थापना सुविधाओं के निर्माण हेतु अनुदान दिये जाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा राज्याधीन सेवाओं में सेवायोजन के लिए 4 प्रतिशत खेल कोटे को पुनः लागू किये जाने की कार्यवाही भी की जायेगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सभी खिलाड़ी दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ भरपूर मेहनत एवं’ विकल्प रहित संकल्प’ के मूल मंत्र को अपनाकर अपने लक्ष्य निर्धारित करें और उस लक्ष्य को पाने के लिए जी जान से जुट जाएं। राज्य सरकार भी आपके साथ हर कदम पर खड़ी है।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खिलाड़ियों के बीच आकर स्वयं को गौरवान्वित एवं ऊर्जावान महसूस कर रही हूं। उन्होंने कहा बदलते समय के साथ लोगों का खेल के प्रति नजरिया भी बदला है। उत्तराखंड खेल के क्षेत्र में भी आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी के संकल्प अनुसार खेल के क्षेत्र में निरंतर प्रगति हुई है। प्रदेश में खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किए जाने हेतु छात्रवृत्ति भी प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा राज्य सरकार ने खिलाड़ियों का सरकारी सेवा में रास्ता खोला है। आज खिलाड़ियों के वर्तमान के साथ भविष्य भी बनाने का कार्य जारी है।

विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय खेलों में इस बार राज्य की ओर से 240 सदस्यीय टीम प्रतिभाग कर रही है। जिसमें 177 खिलाड़ियों के साथ 63 टीम ऑफिशियल्स हैं और यह टीम 25 खेल विधाओं में प्रतिभाग करेगी। उन्होंने खिलाडियों को आगामी खेल हेतु शुभकामनाएं दी।

इस दौरान कार्यक्रम में उत्तराचंल ओलंपिक एसोसिएशन संघ के अध्यक्ष निर्मान मुखर्जी, महासचिव डॉ. डी.के सिंह, निदेशक खेल जितेंद्र कुमार सोनकर, डॉ. अलकनंदा अशोक एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

शहरी विकास मंत्री ने ली डेंगू की रोकथाम को विभागीय समीक्षा

शहरी विकास मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने डेंगू रोग की रोकथाम के लिए निकाय स्तर पर की गई कार्यवाही को लेकर समीक्षा की। इस दौरान डा. अग्रवाल ने ‘नो संडे नो हॉलीडे’ को लेकर उच्चाधिकारियों से सप्ताह में तीन दिन में इसकी मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए।

विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में डा. अग्रवाल ने उच्चाधिकारियों से डेंगू की रोकथाम को लेकर जानकारियां जुटाई। प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने बताया कि मैदानी क्षेत्रों के 41 निकायों में 791 वार्ड है, जिनमें 664 वार्डों में फॉगिंग की गई है, जबकि 694 वार्डों के नालों में सफाई की गई है। उन्होंने बताया कि 768 वार्डों में जागरूकता अभियान चलाया गया है।

शहरी विकास के निदेशक नितिन भदौरिया ने बताया कि मैदानी क्षेत्रों के 41 निकायों में 238 मलिन बस्तियां है, जिसमें 210 में फॉगिंग की गई है, जबकि सभी नालों में सफाई की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में छह हजार लीटर दवा छिड़काव किया गया है।

विभागीय मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि डेंगू के लार्वा को किसी भी कीमत में खत्म करने के लिए निकाय स्तर पर तैनात अतिरिक्त पर्यावरण मित्रों को लगाया जाए। उन्होंने कहा कि सप्ताह में तीन बार इसकी मॉनिटरिंग की जाएं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ भी समन्वय स्थापित करें, जिससे डेंगू की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाये जा सकें।

विभागीय मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि डेंगू रोग की रोकथाम के लिए निकायों में सघन अभियान के साथ प्रचार-प्रसार की गतिविधियां बढ़ाई जाएं। इसके लिए सोशल मीडिया को हथियार के रूप में प्रयोग में लाएं। साथ ही नुक्कड़ नाटक, होर्डिंग्स, रेडियो जिंगल, कूड़ा वाहनों में संदेशात्मक ऑडियों प्रसारित की जाएं।

इस मौके पर प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, शहरी विकास के निदेशक नितिन भदौरिया, अपर निदेशक अशोक पांडेय, नगर आयुक्त मनुज गोयल सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना से प्रदेश के 14 से 23 वर्ष के 2600 खिलाड़ी होंगे लाभान्वितः सीएम

राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में ‘मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना’ का शुभारंभ किया। इस योजना से प्रदेश के 14 से 23 वर्ष के 2600 खिलाड़ी लाभान्वित होंगे। इस योजना से प्रत्येक जनपद से बालक एवं बालिका वर्ग में 100-100 खिलाड़ी लाभान्वित होंगे। प्रत्येक खिलाड़ी को प्रतिमाह 02-02 हजार रूपये की छात्रवृत्ति एवं खेल संबंधी उपकरण लेने के लिए प्रतिवर्ष 10-10 हजार रूपये प्रदान किये जायेंगे। सर्वे चौक स्थित आई.आर.डी.टी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कुछ खिलाड़ियों को दो-दो हजार रूपये का चेक प्रदान कर योजना का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी योजना के तहत खिलाड़ियों को चेक भी प्रदान किये। कार्यक्रम के दौरान पैरालंपिक खिलाड़ियों एवं नेशनल पावर लिफ्टिंग में गोल्ड मेडल प्राप्तकर्ता अपर पुलिस महानिदेशक श्री अमित सिन्हा को भी सम्मानित किया।

राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य में खेल से जुड़ी चार घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, देहरादून के खिलाडियों हेतु 200 बैड के छात्रावास का निर्माण कराया जायेगा। हरि सिंह थापा स्पोर्ट्स कॉलेज लेलू, पिथौरागढ़ के खिलाड़ियों हेतु 50 बैड के छात्रावास का निर्माण कराया जायेगा। उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों का दैनिक भोजन भत्ता 250 रुपए से बढ़ाकर भारतीय खेल प्राधिकरण की भांति 480 रुपए प्रतिदिन, प्रति खिलाड़ी किया जायेगा। राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों को साधारण बस एवं स्लीपर रेल किराया से बढ़ाते हुए एसी बस अथवा थ्री टीयर एसी ट्रेन यात्रा की सुविधा प्रदान की जायेगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय खेल दिवस पर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। उन्होंने सभी खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों को बधाई देते हुए कहा कि मेजर ध्यानचंद के अनुकरणीय एवं शानदार खेल कौशल ने भारतीय हॉकी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। अपने खेल के दम पर उन्होंने दुनिया भर के लाखों दिलों पर राज किया। मेजर ध्यानचंद जी ने हॉकी की दुनिया में भारत को एक अलग पहचान दिलाई। हाल ही में भारतीय हॉकी टीम ने भी चौथी बार एशियन हॉकी चौंपियन ट्राफी जीतकर एक इतिहास रचा है और भारत का मान बढ़ाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ा है। वैश्विक स्तर पर भारत को एक अलग पहचान मिली है। हमारे देश में खिलाड़ियों के सामर्थ्य का सम्मान हो रहा है। देश के जैवलिन थ्रो के स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चौंपियनशिप 2023 में गोल्ड मेडल जीतकर एक बार फिर से साबित कर दिया कि दुनिया में कहीं भी खेल का मैदान हो, भारत का तिरंगा शान से लहराता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भी खेलों को बढावा देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। पिछले वर्ष शुरू की गई मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना में 08 से 14 वर्ष के उभरते खिलाड़ियों को 1500 रूपये प्रतिमाह की खेल छात्रवृत्ति दी जा रही है। प्रदेश में करीब 3900 उभरते खिलाड़ियों को खेल छात्रवृत्ति दी जा रही है। राज्य में खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन हेतु नई खेल नीति लाई गई है। खिलाड़ियों को नियमानुसार त्वरित वित्तीय लाभ दिये जाने हेतु मुख्यमंत्री खेल विकास निधि की स्थापना की गयी है। खिलाड़ियों के प्रतियोगिता एवं प्रशिक्षण शिविरों में तथा यात्रा के दौरान दुर्घटना होने पर आर्थिक सहायता की व्यवस्था भी की गई है। विश्वविद्यालयों में व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु 5 प्रतिशत स्पोर्ट्स कोटा की व्यवस्था करने के लिये नियमावली बनाने जा रही है। राज्य के अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न सेवायोजन प्रदान किये जाने की व्यवस्था की जा रही है। राज्याधीन सेवाओं में सेवायोजन के लिए 4 प्रतिशत खेल कोटे को पुनः लागू किये जाने की कार्यवाही भी अंतिम चरण में है।

खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। खेल को केन्द्र बिन्दु में रखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा कार्य किये जा रहे हैं। अगले वर्ष उत्तराखण्ड राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करेगा। नई खेल नीति में खिलाड़ियों के लिए हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये गये हैं। खिलाड़ियों के नकद पुरस्कार में भी वृद्धि की गई है।

इस अवसर पर विधायक खजानदास, मेयर सुनील उनियाल गामा, विशेष प्रमुख सचिव खेल अभिनव कुमार, खेल निदेशक जितेन्द्र कुमार सोनकर उपस्थित थे।