चेकिंग के दौरान हत्थे चढ़ा हत्या का आरोपी

-बहन से अवैध रिश्ते को लेकर 5 अप्रैल को की थी एक युवक की हत्या

ऋषिकेश।
रविवार को लक्ष्मणझूला पुलिस के अधीन गरुड़चट्टी बैरियर पर पुलिस वाहनों की तलाशी ले रही थी। नीलकंठ मंदिर की ओर जा रही कार संख्या डीएल 2 सीएस-2778 मारुति 800 को पुलिस ने रोका। कार में दो लोग सवार थे। कार रुकने पर चालक के पास बैठे व्यक्ति ने दरवाजा खोलकर दौड़ लगानी शुरू कर दी। इस पर पुलिस जवानों ने पीछाकर कर उसे पकड़ लिया। युवक की पहचान अमलेश पुत्र राज कुमार निवासी थाना झिंझाना जिला शामली उत्तर प्रदेश के रूप में हुई। भागने का कारण पूछने पर अमलेश ने पांच अप्रैल को अपने ही मोहल्ले के युवक बंटी पुत्र श्रीचंद की गोली मारकर हत्या करने के मामले का खुलासा कर दिया। इसपर पुलिस आरोपी को हिरासत में ले लिया और लक्ष्मणझूला थाने में ले आई।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि बंटी के उसकी बहन से दो वर्षों से अवैध संबंध थे। कई बार समझाने और परिवार के ऐतराज के बाद भी बंटी नहीं माना। इसपर उन्होंने बहन की शादी कर दी लेकिन बंटी शादी के 15 दिन बाद ही ससुराल से उनकी बहन को लेकर आ गया। इसको लेकर परिवार के सदस्य बेहद नाराज थे। घटनाक्रम का खुलासा करते हुए अमलेश ने बताया कि उसने (अमलेश), छोटे भाई विकलेश, अश्वनी और पिता राजकुमार ने एक राय होकर पांच अप्रैल को बंटी की गोली मारकर हत्या कर दी। तब से सभी फरार चल रहे हैं। पूछताछ में आरोपी ने उस पर मारपीट के दो मुकदमे और एक गुंडा एक्ट की कार्रवाई चलने के बारे में भी जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि पूर्व में थाना झिंझाना द्वारा अभियुक्तों की लोकेशन ऋषिकेश और लक्ष्मणझूला के आसपास होने की सूचना मिली थी। पुलिस ने थाना झिंझाना जिला शामली उत्तर प्रदेश को आरोपी के संबंध में सूचना दी है जबकि कार चालक संजय चौधरी पुत्र पवन सिंह निवासी भोग्गी माजरा तहसील कैराना थाना झिंझाना जिला शामली को वाहन के कागजात नहीं दिखाए जाने पर एमवी एक्ट के तहत मारुति कार सीज कर दिया गया है। पुलिस टीम में पौड़ी के प्रभारी निरीक्षक केसी भट्ट, थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला बीएल भारती, विवेक राठी, प्रदीप, हीरालाल, विमल कुमार, दिगपाल शामिल रहे।

योगी सरकार ने किसानों का 36359 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया

-करीब दो करोड 30 लाख किसानों का कर्ज माफ
-गेहूं का 1625 रूपये प्रति क्विंटल का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी तय, बोनस भी देगी सरकार

लखनऊ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हुई पहली कैबिनेट बैठक नवमी के मौके पर हुई है और सरकार ने इस बैठक में नौ फैसले लिए। यह जानकारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दी है। लखनऊ के लोकभवन में हुई यह बैठक डेढ़ घंटे चली। इस बैठक में सीएम आदित्यनाथ, केशव प्रसाद मौर्य के अलावा तमाम मंत्री शामिल हुए।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के दो करोड से अधिक लघु एवं सीमांत किसानों का एक लाख रुपये तक का फसली कर्ज माफ करने का महत्वपूर्ण फैसला किया। इस फैसले से प्रदेश के राजकोष पर 36359 करोड रुपये का बोझ आएगा। कैबिनेट की पहली बैठक में राज्य के किसानों के हित में ये बडा फैसला किया गया जो विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र में प्रमुख मुद्दा था।
कैबिनेट बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, यह हमारे संकल्प पत्र का हिस्सा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी चुनाव के दौरान ऐलान किया था कि भाजपा की सरकार बनने पर पहली कैबिनेट बैठक में ही लघु एवं सीमांत किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। सिंह ने कहा कि लघु एवं सीमांत किसानों के विषय में जो महत्वपूर्ण निर्णय कैबिनेट ने किया है, वह फसली ऋण से संबंधित है। गत वर्ष सूखा पडा, ओलावृष्टि हुई और बाढ आयी जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ। उत्तर प्रदेश में लगभग दो करोड 30 लाख किसान हैं, जिनमें से 92.5 प्रतिशत यानी 2.15 करोड लघु एवं सीमांत किसान हैं।
उन्होंने कहा, उनका ऋण माफ किया गया है। कुल 30,729 करोड रुपये का कर्ज माफ किया गया है क्योंकि ये किसान बडा ऋण नहीं लेते इसी अंदाज से एक लाख रूपये तक का ऋण उनके खाते से माफ किया जाएगा। सिंह ने कहा कि साथ ही सात लाख किसान और हैं, जिन्होंने कर्ज लिया था और उसका भुगतान नहीं कर सके, जिससे वह ऋण गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) बन गया और उन्हें कर्ज मिलना बंद हो गया। ऐसे किसानों को भी मुख्य धारा में लाने के लिए उनके कर्ज का 5630 करोड रुपये माफ किया गया है। इस तरह कुल मिलाकर किसानों का 36,359 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया गया है।

कैबिनेट के अन्य फैसले-
-अवैध खनन पर निगरानी के लिए मंत्रियों के समूह का गठन किया गया है।
– एंटी रोमियो दल अच्छा काम कर रहा है, पुलिसवाले किसी का उत्पीड़न ना करें। अगर कोई कपल किसी सार्वजनिक स्‍थल पर बैठे हैं, तो अनावश्‍यक रूप से उनसे पूछताछ किए जाने की शिकायत पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
– नई उद्योग नीति बनेगी ताकि राज्य के युवा बाहर जाकर नौकरी ना करनी पड़ी। इसके लिए मंत्रियों का एक समूह बनेगा जो दूसरे राज्यों में जाकर उनकी उद्योग नीति को देखेगा और उन्हें हमारे राज्य में लागू किया जाएगा। प्रदेश में सिंगल विंडो के माध्‍यम से एक अच्‍छी उद्योग नीति का निर्माण किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में यह मंत्री समूह बनाया गया है।
– आलू की खेती करने वाले किसानों को राहत देने के लिए उप-मुख्यमंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या की अध्यक्षता में कमेटी बनी है। यह कमेटी आलू की खेती का अध्ययन करेगी।
– बूचड़खानों को NGT और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करना होगा। 26 अवैध बूचड़खाने बंद किए गए हैं, यूपी में अवैध बूचड़खाने नहीं चलेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री ने फ्लीट से हटाई एम्बुलेंस

लखनऊ।
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शुक्रवार को अपनी फ्लीट में चल रही एम्बुलेंस को लौटा दिया। इसके बाद उन्होंने कहा कि यह सुविधा आम लोगों के लिए है।
दरअसल, सिद्धार्थ नाथ सिंह लखनऊ से सड़क मार्ग से इलाहाबाद जा रहे थे। रास्ते में उनकी नज़र अपनी फ्लीट पर पड़ी। उसमे दो एम्बुलेंस भी चल रही थीं। दोनों में डॉक्टरों और स्टाफ के साथ सभी जीवन रक्षक उपकरण भी थे। उन्होंने तुरंत फ्लीट रुकवाई और दोनों एम्बुलेंस को वापस भेजने के निर्देश देते हुए कहा कि ये सुविधा आमजन के लिए है। इसको ऐसे व्यर्थ में नहीं लगाया जाना चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्री के इस आदेश के बाद वहां से दोनों एम्बुलेंस और डॉक्टर वापस लौट आये। मंत्री जी का काफिला आगे चला गया। स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ये जानकारी खुद ट्वीट करके दी।

गैंगरेप पीड़िता पर एसिड अटैक की घटना से योगी पहुंचे अस्पताल

लखनऊ।
रायबरेली से लखनऊ आ रही गैंगरेप पीड़िता पर ट्रेन में एसिड अटैक किया गया, जिसके बाद उसे लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार सुबह अस्पताल का दौरा किया और पीड़िता से मुलाकात की।
सीएम आदित्यनाथ और कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी केजीएमयू के गांधी वार्ड पहुंचे। गैंगरेप पीड़िता का हाल पूछने के बाद सीएम ने एक लाख रुपये की आर्थिक मदद भी की। आदित्यनाथ ने पीड़िता का मुफ्त में इलाज कराने के साथ-साथ पूरे परिवार को सुरक्षा दिए जाने का आदेश दिया। सीएम तकरीबन दस मिनट तक गांधी वार्ड में रुके।
गैंगरेप पीडि़ता पर हुए एसिड अटैक मामले में पुलिस जांच के आदेश दे दिए गए हैं। एसएसपी लखनऊ ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में दो आरोपियों को रायबरेली के ऊंचाहार से गिरफ्तार भी किया गया है। बता दें कि मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ पूरे एक्शन में हैं। वे आज लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में सुविधाओं का जायजा लेने पहुंचे थे। वहीं, इससे पहले वे गुरुवार को हजरतगंज थाने भी गए थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 26 मार्च को गोरखपुर में योगिराज बाबा गंभीरनाथ की शताब्दी पुण्यतिथि समारोह में शामिल होने जाएंगे। यह समारोह गोरखनाथ मंदिर में सुबह 11 बजे होगा। मुख्यमंत्री लखनऊ से 25 मार्च की दोपहर में ही गोरखपुर के लिए रवाना हो जाएंगे। बता दें कि मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ की गोरखपुर की यह पहली यात्रा है।

योगी ने यूपी के थानों में विजिटर रुम बनाने के निर्देश दिए

लखनऊ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योगी गुरुवार सुबह 11:25 बजे पर यूपी की राजधानी लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली पहुंचे। यहां उन्होंने पीड़ितों की मूलभूत समस्याओं के साथ पुलिस विभाग में व्यवस्थाओं में कमियों की जानकारी ली। उन्होंने मुकदमों को लिखे जाने और उनके निस्तारण में कितना समय लगता है, इस बाबत वहां काम करने वाले मुंशियों और सिपाहियों से पूछा।
वहीं, विभाग बंटने के बाद पहले दिन यूपी सरकार के मंत्री भी सक्रिय दिखे। पर्यावरण मंत्री उपेंद्र तिवारी ने अपने विधानभवन स्थित कमरे में बैठने से पहले वहां खुद झाड़ू लगा कर साफ-सफाई की। मंत्री को ऐसा करते देख कर वहां से गुजरने वाले एक बारगी तो ठिठक गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ थाने में तकरीबन आधे घंटे तक रुके और 11:55 बजे वापस लौटे। मुख्यमंत्री आदित्य नाथ के दौरे के समय डीजीपी जावीद अहमद के अलावा वहां पर अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने इस बाबत डीजीपी से भी बात की। इसके बाद वह अन्य मुख्य कार्यालयों में भी गये।

मुख्यमंत्री पहले, बाद में पुलिस अधिकारी पहुंचे
हजरतगंज कोतवाली में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ पहले पहुंच गए। बाद में वरिष्ठ अधिकारी धीरे-धीरे वहां पहुंचते रहे।

सभी थानों पर बनेगे विजिटर रूम
मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी थानों पर पीड़ितों के लिए विजिटर रूम बनाये जायेंगे। इनकी जिम्मेदारी एक एसआई और एक महिला कांस्टेबल संभालेंगी।

चिदानंद मुनि ने प्रशिक्षु पत्रकारों को संकल्प कराया

ऋषिकेश।
परमार्थ निकेतन स्वामी चिदानन्द मुनि ने फिल्म सिटी नोएडा में आयोजित पत्रकार मंथन महोत्सव में भाग लिया। उन्होंने कहाकि मंथन से जीवन में नित नये विचारों का समावेश होता है। जिस प्रकार सागर मंथन से रत्नों की खान प्राप्त हुयी थी उसी प्रकार जीवन में विचार मंथन से वैचारिक रत्न प्राप्त होते है। उन रत्नों को धारण करने से जीवन पर्व बन जाता है। न्यायालय के द्वारा गंगा और यमुना को जीवित व्यक्ति की तरह दर्जा देने के आदेश की सराहना की। कहाकि उत्तराखंड के न्यायाधीशों का दशहरे पर्व पर सम्मान किया जायेगा। स्वामी चिदानंद मुनि ने अध्ययनरत युवा पत्रकारों के दल को शौचालय बनवाने का संकल्प कराया। कहा कि शौचालय बनेंगे तो हमारे देश की मातृ शक्ति को सुरक्षापूर्ण, गरिमामय और स्वस्थ जीवन प्राप्त हो सकता है।

सबको साथ लेकर चलने से होगा विकास: योगी

लखनऊ।
योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कुर्सी संभालते हुए आज भाजपा के-सबका साथ सबका विकास-का नारा दोहराया और कहा कि प्रदेश सरकार सभी वर्गों के लिए समान रूप से कार्य करेंगी।
महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए हर संभव प्रयास होगा। किसानों के विकास के लिए योजनाएं लाई जाएंगी।चुनाव घोषणा पत्र में किए सारे वादे पूरे करेंगे।
यूपी की सत्ता संभालने के बाद अपनी पहली प्रेसवार्ता में योगी ने कहा कि हमने जनता से जो वादा किया है, उसे हम पूरा करेंगे। जनता के सामने हमने जनसंकल्प पत्र रखा था, उस पर पूरा काम किया जाएगा। राज्य के विकास के लिए औद्योगिक विकास पर जोर दिया जाएगा। प्रदेश ने जो जनादेश दिया है, उस पर हम पूरी तरह से खरे उतरेंगे। प्रदेश बीते 15 साल में काफी पिछड़ गया है। भोजन, आवास, पेयजल और शौचालय जैसी व्‍यवस्‍था का विकास किया जाएगा। केंद्र में भाजपा की सरकार ने ‘सबका साथ और सबका विकास’ का जो संकल्‍प लिया है, उसी प्रकार प्रदेश में काम किया जाएगा।
इससे पहले आज योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। केशव प्रसाद मौर्या और दिनेश शर्मा ने उप मुख्यमंत्री पद के लिए शपथग्रहण किया। इसके लिए समारोह दिन में दो बजे कांशीराम स्मृति उपवन में शुरू हुआ। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, 13 राज्यों के मुख्यमंत्री, 15 केंद्रीय मंत्री तथा दर्जनों सांसद, भाजपा नेता शामिल हुए। इसके बाद योगी ने लोकभवन जाकर सीएम पदभार संभाला और पत्रकारों से मुखातिब हुए। उन्होंने अपनी कैबिनेट के सभी मंत्रियों के साथ बैठक भी की।

उत्तराखंड का लाल आदित्यनाथ उर्फ अजय यूपी का सीएम

सात भाई बहनों में पांचवें नंबर पर हैं योगी आदित्यनाथ
बचपन का नाम अजय सिंह बिष्ट, प्राथमिक शिक्षा ग्राम ठांगर के विद्यालय में हुई
ऑटोनॉमस पीजी कॉलेज ऋषिकेश से एमएससी की, पौड़ी के यमकेश्वर ब्लॉक के पंचूर गांव के निवासी

ऋषिकेश।
पिता आनंद सिंह बिष्ट एवं माता सावित्री देवी के लाडले योगी (मूल नाम अजय)बचपन से ही मेघावी छात्र रहे। पिता आनंद सिंह 1991 में वन विभाग में रेंजर पद से सेवानिवृत्त हुए जबकि माता सावित्री देवी गृहणी हैं। योगी आदित्यनाथ के बचपन का नाम अजय सिंह बिष्ट है। प्राथमिक शिक्षा ग्राम ठांगर के प्राथमिक विद्यालय में हुई। 1983 में इंटर कॉलेज चमकोटखाल से नौवीं एवं 1984 में टिहरी के गजा से हाईस्कूल प्रथम श्रेणी में पास किया। 1986 में भरत मंदिर इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। राजकीय डिग्री कॉलेज कोटद्वार से 1989 में बीएससी एवं 1991 में ऑटोनॉमस कॉलेज से एमएससी प्रथम श्रेणी में पास की। बचपन से ही होनहार रहे योगी आदित्यनाथ ऋषिकेश के इंदिरानगर में किराए का कमरा लेकर रहे। 1993 में गोरखपुर चले गए। वर्ष 1994 में गोरखपुर के सांसद और महंत अवेद्यनाथ ने अजय सिंह को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया। 1998 में सबसे कम उम्र में वह पहली बार सांसद चुने गए। इसके बाद 1999, 2004, 2009 एवं 2014 को पांचवीं बार सांसद चुने गए। 2002 में योगी आदित्यनाथ ने हिन्दू युवा वाहिनी का गठन भी किया।

ऋषिकेश में रहे दो साल
योगी आदित्यनाथ उर्फ अजय बिष्ट ऋषिकेश के इंदिरानगर में दो साल रहे हैं। अशोक भद्री के आवास में रहकर उन्होंने श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी की। उसके बाद उन्होंने कोटद्वार से बीएससी की पढ़ाई की। अपने भाई की शादी में पिछले वर्ष यमकेश्वर स्थित गांव में पहुंचे योगी अपने पुराने मकान मालिक से मिलना नहीं भूले। योगी भाई की शादी में जाने से पहले अशोक भद्री के आवास इंदिरानगर पहुंचे थे जहां स्थानीय लोगों ने उनका स्वागत किया था। उनके भाई के मित्र विनोद भट्ट ही उन्हें लेकर गांव पहुंचे थे।

ऋषिनगरी में भी है पीठ की धर्मशाला
ऋषिनगरी में लक्ष्मणझूला स्थित योगेन्द्र श्री शीलनाथ समाधि मंदिर और धर्मशाला गोरखपुर पीठ का ही अंग है। योगी जब भी ऋषिनगरी पहुंचते हैं तो शीलनाथ मंदिर में आना नहीं भूलते हैं। ऋषिकेश निवासी विनोद भट्ट बताते हैं कि पिछली दफा जब वह अपने भाई की शादी में पहुंचे थे तो उन्होंने अपनी वाई श्रेणी की सुरक्षा को दिल्ली वापस भेज दिया था। उन्होंने कहा था कि उनको अपने मूल गांव जाने के लिए कोई सुरक्षा नहीं चाहिए। उत्तराखंड की शांत वादियों में सुरक्षा की कोई जरूरत नहीं है।

भाई से मिलने जाएंगे लखनऊ
योगी के भाई मानेन्द्र ने हिन्दुस्तान को बताया कि भाई की उत्तर प्रदेश में ताजपोशी से पूरा क्षेत्र खुशी से झूम उठा है। घर में बधाई देनेवालों का तांता लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि वह योगी के पीआरओ से बात करने की कोशिश कर रहे हैं। उनका नम्बर व्यस्त जा रहा है। शीघ्र ही एक-दो दिन में लखनऊ जाकर भाई को बधाई देंगे। उन्होंने बताया कि परिवार के सदस्यों को लेकर लखनऊ जाने पर विचार चल रहा है।

मोदी की परिवर्तन रैली में आगरा के गाँव-गाँव से पहुंचे लोग

आगरा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगरा परिवर्तन रैली ने बसपा प्रमुख मायावती की आगरा रैली में जुटी भीड़ के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर आये उससे घंटों पहले ही आगरा का कोठी मीना बाजार मैदान खचाखच भर चुका था। लोगों के आने का सिलसिला आगरा की सड़कों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन तक रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिवर्तन रैली के लिए लोगों का उत्साह उनके चेहरे से दिख रहा था। लोग कई किलोमीटर से पैदल चलकर मोदी की झलक पाने के लिए पहुंचे और हजारों लोग तो आगरा शहर में जाम के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभा स्थल तक ही नहीं पहुँच पाए। परिवर्तन रैली में महिलाओं की तादात भी हजारों में थी। भाजपा को खासकर शहरी क्षेत्र की पार्टी माना जाता है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिवर्तन रैली में आगरा के गाँव-गाँव से लोग पहुंचे। उनमें अधिकतर गरीब, किसान और मध्यम वर्ग से थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगरा परिवर्तन रैली में आयी हुई जनता पैसे देकर बुलाई हुई जनता नहीं थी बल्कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गरीबों, किसानों और मध्यम वर्ग के लिए किये जा कामों से प्रभावित होकर आई थी। सभा को संबोधित करने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबों के लिए जिनके पास अपना घर नहीं है, प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण का शुभारंभ किया। यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस योजना के अन्तर्गत सभी ग्रामीण परिवारों को जिनके पास खुद का घर नहीं है, उनको आजादी की 75वीं वर्षगाँठ वर्ष 2022 तक पर्यावरणीय रूप से सुरक्षित व पक्के घर उपलब्ध कराये जाएंगे। इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी को प्रति घर लगभग 1.50-1.60 लाख रुपये में उपलब्ध कराये जायेंगे। लाभार्थी की इच्छा पर 70,000 रुपए की राशि के ऋण का भी प्रावधान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगरा जिले के लाभान्वितों को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत स्वीकृति पत्र भी प्रदान किये। इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा वर्ष 2019 तक एक करोड़ घर बनाने का लक्ष्य है। जिन लोगों के पास अपना खुद का घर नहीं है तथा एक या दो कमरे के कच्ची छत कच्ची दीवार के मकान में रहने वाले गरीब परिवारों को इस कार्यक्रम में शामिल किया गया है।
modi-1प्रधानमंत्री ने साथ ही साथ मथुरा से पलवल चैथी रेल लाइन और मथुरा जंक्शन से भूतेश्वर यार्ड ढांचे में परिवर्तन व रेल फ्लाईओवर का भी शिलान्यास किया। आगरा की परिवर्तन रैली में 500 और 1000 के नोटों की नोटबंदी के कारण विपक्ष के निशाने पर आये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमकर अपने विरोधियों और कालाधन रखने वाले लोगों पर निशाना साधा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगरा परिवर्तन रैली में गरीबों और आम आदमी की तारीफ करते हुए कहा कि नोटबंदी से देश के गरीब, नौकरीपेशा और मध्यम वर्ग ने सबसे ज्यादा कष्ट उठाया है, इसके बाद भी उफ तक नहीं की। प्रधानमंत्री ने जनमानस को विश्वास दिलाया कि गरीब, दलितों, किसानों, मध्यम वर्ग और आदिवासियों ने जो कष्ट उठाया, वह बेकार नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि नोटबंदी की परेशानियों में तपकर देश सोना बनकर निकलेगा। प्रधानमंत्री ने एक बार फिर जनता से 50 दिन का समय माँगा और गरीब आम जनता को विश्वास दिलाया कि जनता की मुश्किल देखते हुए सरकार लचीलापन भी अपनाएगी। लेकिन प्रधानमंत्री ने काला धन रखने वालों के प्रति अपना सख्त रुख रखा।

अखिलेश कर रह विकास के खोखले दावे : मायावती

लखनऊ।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ‘विकास रथयात्रा’ को ‘दिवालिया रथयात्रा’ करार देते हुए आज कहा कि मुख्यमंत्री को गुमनाम होने की शिकायत है तो जनता को उनके विकास के दावे खोखले होने की शिकायत है। मायावती ने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘‘करोड़ों रूपये की लागत से बनने वाला लक्जरी रथ का जहां वर्तमान सरकार के मुखिया अखिलेश यादव की यात्रा के प्रारंभ में ही दिवाला निकाल गया, वहीं रथयात्रा के साथ चलने वाले उनके हुड़दंगबाज रास्ते में लूटते खसोटते चले गये। पुलिस को तमाशबीन बने रहने पर मजबूर होना पड़ा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वैसे तो किसी भी सरकार के लिए उसके काम को बोलना चाहिए परंतु जिस प्रकार वर्तमान मुख्यमंत्री को अपने गुमनाम होने की शिकायत है कि लोग उन्हें पहचानते नहीं, ठीक उसी प्रकार उनके विकास के दावे भी हवा हवाई होने की शिकायत लोगों को है क्योंकि उनके विकास के दावों का लाभ अभी तक जनता को मिलना शुरू ही नहीं हुआ।’’ बसपा सुप्रीमो ने कहा कि अगर सपा सरकार ने जनहित और जन कल्याण के वास्तविक काम किये होते तो फिर उन्हें भारी सरकारी शान शौकत के साथ यह विकास रथयात्रा निकालने की जरूरत ही नहीं पड़ती।
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मायावती ने आरोप लगाया कि सपा शासनकाल में घोर जातिवाद, परस्पर द्वेष, भ्रष्टाचार और जंगलराज का बोलबाला रहा है। इसके लिए अनेक बार उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय से सपा सरकार को फटकार भी मिलती रही है। उन्होंने कहा, ‘‘डेंगू जैसी घातक बीमारी ने महामारी का रूप ले लिया। अंतत: उच्च न्यायालय को सख्ती से दखल देना पड़ा। लेकिन सपा सरकार के मुखिया अखिलेश इन बातों के मद्देनजर शर्मिन्दा और सतर्क होकर कार्य करने की बजाय निष्प्रभावी एंबुलेंस सेवा का ढिंढोरा पीटते हैं।’’ बसपा सुप्रीमो ये आरोप भी लगाया कि भाजपा से सपा की मिलीभगत है इसलिए अखिलेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ इशारों इशारों बात करते हैं तथा खुलकर निन्दा करने में हिचकते हैं।