परमार्थ गंगातट पर 101 देशों से आए लोगों ने लिया महासंकल्प

ऋषिकेश।
परमार्थ निकेतन में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव की निदेशिका साध्वी भगवती सरस्वती ने कहा कि दुनिया के सभी जलस्रोत मां गंगा से जुड़े हुए हैं। सभी नदियां समुद्र में मिलती हैं जो हमें एक दूसरे से जोड़ती हैं। जिस प्रकार योग हमें आपस में जोड़ता है, उसी प्रकार जल भी हमें जोड़ता है।
इससे पहले प्रातः कालीन कक्षाओं का शुभारम्भ आनन्द मेहरोत्रा ने हार्ट ऑफ कम्पैशन, डॉ. इन्दु शर्मा ने पारम्परिक हठ योग एवं सूर्य नमस्कार, कोलम्बिया दक्षिण अमेरिका से पधारे स्वामी बीए परमाद्वैती ने इनबाउंड योग एवं संदीप देसाई ने टाई-ची का अभ्यास कराया।
गोल्डन ब्रिज योग के संस्थापक गुरुमुख कौर खालसा एवं न्यूयार्क के जीवमुक्ति योग के योगाचार्य जूल्फ फेबर ने विभिन्न प्रकार के आसनों का अभ्यास कराया। वृदांवन से आई कीर्तन मंडली ने पर्यावरण एवं नदी संरक्षण के संबंध में अपनी प्रस्तुतियां दीं। वृदांवन से आए दल के साथ सभी प्रतिभागियों ने मिलकर अपने-अपने देश की नदियों को प्रदूषण मुक्त रखने का महासंकल्प लिया।
रात्रिकालीन कार्यक्रम में परमार्थ निकेतन के ऋषिकुमारों ने योग की विभिन्न विधाओं पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। ऋषिकुमारों ने उपासना एवं ज्योति शर्मा के निदेशन में भजन प्रस्तुत किया।