साइबर फॉरेंसिक लैब के जरिये पकड़ में आ पायेंगे ठग

साइबर ठगी करने वाली की अब खैर नहीं। जल्द देहरादून में साइबर फॉरेंसिक लैब खुलने जा रही है। यह राज्य की पहली साइबर फॉरेंसिक लैब होगी। लैब के लिए आवश्यक उपकरणों की खरीद को गृह मंत्रालय ने डेढ़ करोड़ रुपये का बजट भी आवंटित कर दिया है।

साइबर क्राइम फॉरेंसिक लैब खुलने से देहरादून सहित उत्तराखंड के तेरह जिलों को इसका फायदा होगा। अब तक स्थानीय पुलिस साइबर ठगी की पड़ताल के लिए दिल्ली या फिर चंडीगढ़ की फॉरेंसिक लैब की मदद लेती है, जिससे केसों को हल होने में लंबा समय लग जाता है। मगर अब आनलाइन फ्रॅाड या सोशल मीडिया के जरिये होने वाले अपराधों की जांच स्थानीय स्तर पर भी हो सकेगी।

गृह मंत्रालय से आवंटित बजट से जांच के लिए आवश्यक उपकरणों की खरीद की जाएगी। जिसके बाद यह लैब शुरू हो जाएगी। लैब को फिलहाल गांधी रोड स्थित साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में ही स्थापित किया जाएगा। बाद में लैब के लिए अलग भूमि मिलने और भवन बनने पर उसे नए स्थान पर शिफ्ट कर दिया जाएगा।