गढ़वाली कवि सम्मेलन में दिखी पहाड़ से पलायन की पीड़ा

ऋषिकेश।
गुमानीवाला स्थित नीमकरोली नगर स्थित नवचेतना विद्यालय में आयोजित लोकभाषा गढ़वाली का कवि सम्मेलन हुआ। मुख्य अतिथि अशासकीय विद्यालय संघ के अध्यक्ष कमला प्रसाद भट्ट और ऋषिकेश नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष जयसिंह रावत ने द्वीप प्रज्जवलित करते हुए कहा कि कवि समाज व देश का आइना होते हैं। जो देश और समाज को राह दिखाते हैं। इस अवसर पर कवियों ने अपनी कविता के माध्यम से सामाजिक बुराइयों और विषमता पर तीखे प्रहार किए। शिक्षक कवि सतेन्द्र चौहान की कविता गौं धै ल्गाणू छ: तथा बैढ़ी मनाणी करवा चौथ पर दर्शकों ने खूब तालियां बजाईं। पत्रकार कवि हेमू भट्ट की कविता ऐंसु का साल बग्वाल, राकेश मोहन देवरानी की कविता चुनाव छ:बल, के माध्यम से देश और सामाजिक व्यवस्थाओं पर व्यंग किया। हास्य कवि नरेन्द्र रयाल ने नेताओं पर विकास योजनाओं में घपले को हास्य कविता के माध्यम से भरपूर मनोरंजन किया। नोटबन्दी पर बीना भण्डारी की रचना से दर्शक मंत्रमुग्ध हुए। कवि देवेन्द्र नौटियाल, विक्रम अलंकार, मदनमोहन डुकलाण ने भी अपनी कविताओं से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। इस अवसर पर कुसुम जोशी, व्यवस्था परिवर्तन मंच के अध्यक्ष डॉ. राजे नेगी, पूर्व सैनिक अर्द्ध सैनिक संगठन के अध्यक्ष राजपाल पंवार, अनिल नवानी, विद्यालय की प्रधानाचार्य नीलम नवानी, ग्रामप्रधान श्यामपुर शाकुमरी बिष्ट, विरेन्द्र नौटियाल, सदानन्द भट्ट, राहुल बिष्ट आदि उपस्थित थे। अध्यक्षता प्रख्यात कवि लोकेश नवानी ने व संचालन शांती प्रसाद जिग्यांशु ने की।