होली और योग दोनों ही देता है आपस में जुड़े रहने का संदेशः राज कुकरेती

कोरोना काल के समय सबसे ज्यादा इम्यूनिटी को बचाए रखना एक चुनौती है, इसे बरकरार रखने के लिए योग ही एक ऐसा साधन है, जिसे आप न सिर्फ बनाए रख सकते हैं, बल्कि इसे बढ़ाया भी जा सकता है। इतना ही नहीं, वर्तमान में सबसे ज्यादा समस्या जो हर आयु वर्ग में देखने को आ रही है। वह तनाव है, इसे योग के सिवा कोई ऐसा दूसरा साधन नहीं है, जिसके जरिए दूर किया जा सकता है। यह बात योगाचार्य राज कुकरेती ने होली मिलन समारोह के दौरान कही।

देहरादून स्थित राज योग केंद्र में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ गायनो स्पेशलिस्ट डा. नीतू बेलवाल, सामजिक कार्यकर्ता पुनीता शाह और योगाचार्य राज कुकरेती ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया।

इस मौके पर योग प्रतियोगिता आयोजित की गई। तमाम आसन, योग के झलकियां देखने को मिली। इसके आधार पर प्रथम पुरस्कार संगीता बहुगुणा, द्वितीय वंदना भट्ट और तृतीय पुरस्कार अंजलि सैनी ने हासिल किया। इस मौके पर योगाचार्य राज कुकरेती ने कहा कि नशे की प्रवृत्ति आज के दौर में युवा पीढ़ी में पैठ जमा चुकी है। कहा कि जो लोग योग को अपनाते है, उन्हें नशे की प्रवृत्ति से भी बचने में सहायता मिलती है, उन्होंने योग करें, रोज करें का नारा देकर होली पर्व की शुभकामनाएं दी।

इस मौके पर उपस्थित लोगों ने एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर होली पर्व मनाया। मौके पर लजीज व्यंजन का भी लुत्फ उठाया गया। समारोह में निवेदिता, मेघा, रुचि, अनिता आदि लोग उपस्थित रहे।