श्रृंगेरी मठ के पीठाधीश्वर ने जाना श्री भरत मंदिर का प्राचीन इतिहास

श्रृंगेरी मठ के पीठाधीश्वर का श्री भरत मंदिर आगमन पर भरत मंदिर परिवार एवं ऋषि कुमारों ने वेद मंत्रों द्वारा भव्य स्वागत हुआ। अनंत विभूषित शंकराचार्य योगानंन्दइसबना महाराज द्वारा ऋषिकेश नारायण श्री भरत महाराज के दर्शन किए गए। साथ ही सनातन धर्म की रक्षा के लिए नवी शताब्दी में उत्तर भारत प्रवास की यादें ताजा की गईं।

प्रातः स्मरणीय स्वामी की ओर से मुख्य मंदिर में स्थित विभिन्न देवी-देवताओं की मूर्तियों के बारे में अपने शिष्यों को विस्तार से बताया। श्री भरत मंदिर के महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य महाराज द्वारा शंकराचार्य को मंदिर परिवार का भ्रमण कराते हुए श्री भरत मंदिर के प्राचीन इतिहास के बारे में बताया। आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित ऋषिकेश नारायण श्री भक्त भगवान की मूर्ति को देखकर स्वामी जी भाव विह्वल हुए एवं समस्त भरत मंदिर परिसर की अच्छी देखभाल करने के लिए साधुवाद दिया। तत्पश्चात शंकराचार्य का काफिला हरिद्वार के लिए रवाना हो गया।

इस अवसर पर हर्षवर्धन शर्मा, वरुण शर्मा, हरि नारायणाचार्य, बंशीधर पोखरियाल, आईडी जोशी, पंडित रवि शास्त्री, धीरेंद्र जोशी आदि उपस्थित रहे।