काव्य संग्रह से बयां किया पहाड़ का दर्द

ऋषिकेश।
मुनिकीरेती कैलाशगेट में आयोजित पत्रकारवार्ता में आवाज साहित्यिक संस्था के तत्वावधान में वरिष्ठ कवि शिव प्रसाद बहुगुणा ने अपनी 46 रचनाओं का संग्रह साझा किया। मैं देवभूमि से बोल रहा हूं काव्य संग्रह में उन्होंने अपनी रचनाओं से उत्तराखण्ड की भौगोलिक और सामाजिक परिस्थितियों को बखूबी पेश किया है। कविताओं के माध्यम से कहीं पलायन तो कहीं सूने पड़े पहाड़ों की दास्ता बयान की। अपनी लेखनी के जरिए कवि शिव प्रसाद बहुगुणा ने समाज के विभिन्न आयामों को भी दर्शाया। कहा कि मेरे लिए साहित्य का सृजन ही समाज निर्माण का माध्यम है। मैं निरंतर अपनी लेखन से समाज के हर रूप को दिखाता रहूंगा। उन्होंने कहा कि 25 दिसंबर को पालिका सभागार में रचनाओं का विमोचन किया जाएगा। इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक रवि शास्त्री, रामकृष्ण पोखरियाल, डॉ. अतुल शर्मा, वीपी सेमवाल, रामचौबे, अभिषेक शर्मा, सुनील थपलियाल, मनोज मलासी, प्रबोध उनियाल, अशोक क्रेजी, नरेन्द्र रयाल व सत्येन्द्र चौहान आदि उपस्थित थे।