मुख्यमंत्री धामी के निर्देश, पीएम के मन की बात कार्यक्रम को अधिक से अधिक सुने लोग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ’मन की बात’ कार्यक्रम का कल (रविवार) को 100वां संस्करण प्रसारित होने जा रहा है। ऐसे में राज्य में भी अधिकाधिक लोग पीएम की मन की बात सुन सकें इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी विद्यालयों, ग्राम सभाओं, डिग्री कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आईटीआई में कार्यक्रम को सुनने की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गये ’मन की बात’ का कल 100वां संस्करण प्रातः 11 बजे प्रसारित होगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उन लोगों का विशेष उल्लेख करते हैं जो कि समाज और राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। ऐसे तमाम +-लोग देश के कोने-कोने में हैं और अपने कार्यों से अलग पहचान बनाते हुए समाज को दिशा देने का काम भी कर रहे हैं। ऐसे लोगों के बारे में जानकारी और उनके कार्यों के बारे में जानकारी इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री द्वारा दी जाती है। इसके अलावा छात्रों के के लिये भी यह जानकारी बहुत उपयोगी होती है और पूर्व में छात्र और शिक्षक तथा आमजन इस कार्यक्रम को सुनते रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कल प्रसारित होने वाले कार्यक्रम का 100वां संस्करण कई मायनों में महत्वपूर्ण है। इसलिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि कल सभी विद्यालयों, ग्राम सभाओं, डिग्री कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आईटीआई आदि में इस कार्यक्रम को सुनने की व्यवस्था की जानी है।

स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और बलिदान की गाथाओं को याद रखे-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मन की बात कार्यक्रम को सुना।
मन की बात कार्यक्रम को सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। हम सभी देशवासियों का कर्तव्य है कि हम देश को आजादी दिलाने वाले सभी ज्ञात अज्ञात महान स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और बलिदान गाथाओं को सदैव याद रखे।
प्रधानमंत्री की पहल पर इस स्वतंत्रता दिवस पर 13 अगस्त से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान संचालित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेश वासियों से इस महान अभियान में प्रतिभाग करते हुए अपने-अपने घरों में तिरंगा फहराने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पूरे विश्व में हमारी एकता का संदेश जाएगा। आज पूरा विश्व भारत की ओर देखता है। भारतीय संस्कृति, योग व आयुष के महत्व को दुनिया मान रही है।
मुख्यमंत्री के साथ मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट एवं अन्य गणमान्य लोगों ने प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को सुना।

कृषि सुधारों से किसानों को नए अधिकार मिलेः पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हाल के कृषि सुधारों ने किसानों के लिए संभावनाओं के नए द्वार खोले हैं। आज आकाशवाणी पर मन की बात कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि इन सुधारों से किसानों को नए अधिकार मिले हैं तथा वे सशक्त और बंधनमुक्त हुए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि इन सुधारों ने महाराष्ट्र के धुले जिले के किसान जितेंद्र भोइजी को मक्के की फसल का बकाया भुगतान प्राप्त करने में मदद की। प्रधानमंत्री ने राजस्थान के किसान मोहम्मद असलम की भी सराहना की। मोदी ने कहा कि जहां जागरूकता है, वहीं जीवंतता होती है। प्रधानमंत्री ने हरियाणा के कैथल जिले के वीरेंद्र यादव की भी प्रशंसा की, जो आस्ट्रेलिया से वापस लौटकर पराली की समस्या के समाधान के लिए काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने युवाओं से अनुरोध किया कि वे अपने आसपास के गांवों का दौरा करके किसानों को खेती में नवाचारों और हाल के कृषि सुधारों के बारे में जागरूक करें। मोदी ने कहा कि संकट के समय संस्कृति बहुत काम आती है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि अजंता की गुफाओं की विरासत और कला को संरक्षित करने के साथ-साथ डिजिटल रूप भी दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि शिलॉग में खिले हुए चेरी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों ने मेघालय की सुंदरता को और बढ़ा दिया है।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि देवी अन्नपूर्णा की बहुत पुरानी प्रतिमा कनाडा से भारत वापस आ रही है। इस मूर्ति को वाराणसी के मंदिर से 1913 के आसपास चुराकर देश के बाहर भेज दिया गया था। मोदी ने इसके लिए कनाडा सरकार और अन्य सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। यह सुनिश्चित करने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं कि इन धरोहरों को स्वदेश वापस लाया जाए। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से देश कई प्रतिमा और कलाकृतियों को वापस लाने में सफल रहा है।
मोदी ने कहा कि जाने-माने पक्षीविज्ञानी सालीम अली के 125वें जयंती समारोह 12 नवंबर से शुरू हो चुके हैं। उन्घ्होंने ने पक्षियों सर्वेक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया था। मोदी ने लोगों से इस तरह के प्रयासों से जुडने की अपील की। प्रधानमंत्री ने ब्राजील के जोनास मैसेट्टी का भी उल्घ्लेख किया जिन्हें विश्वनाथ के नाम से भी जाना जाता है और वे वेदांत और गीता की शिक्षा देते हैं। प्रधानमंत्री ने न्यूजीलैंड में नवनिर्वाचित सांसद गौरव शर्मा द्वारा संस्कृत में शपथ लेने की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति का प्रसार प्रत्येक भारतीय को गौरवान्वित करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र कल गुरु नानक देव का 551वां प्रकाश पर्व मनाएगा जिनके उपदेश वैंकूवर से वेलिंगटन और सिंगापुर से दक्षिण अफ्रीका तक प्रेरणा देते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साल नवम्बर में करतारपुर साहिब गलियारे का उद्घाटन ऐतिहासिक घटना थी। इससे विदेशों में रहने वाले सिखों का दरबार साहिब की सेवा में योगदान देना आसान हो गया है।
मोदी ने कहा कि उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आईआईटी दिल्ली से लेकर आईआईटी गुवाहाटी तक कई शिक्षण संस्थानों के छात्रों के साथ बातचीत की। प्रधानमंत्री ने कहा कि छात्रों को अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद भी अपने संस्थानों में पूर्व छात्रों के रूप में योगदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आईआईटी के पूर्व छात्रों ने अपनी आईआईटी में सम्मेलन कक्ष, प्रबंध केन्द्र और इनक्यूबेशन केन्द्रों का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से मौजूदा छात्रों की पढ़ाई में सुधार होता है। मोदी कहा कि आईआईटी दिल्ली ने एक अक्षयनिधि शुरू की है, जो एक शानदार विचार है। 5 दिसंबर को अरबिंदो की पुण्यतिथि मनाई जाएगी।
मोदी ने कहा कि श्री अरबिंदो के विचारों में बहुत गहराई है। उन्होंने युवाओं से इस महान व्यक्तित्व के बारे में और अधिक जानने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जैसे-जैसे देश वोकल फॉर लोकल की दिशा में आगे बढ़ रहा है, उसे श्री अरबिंदो के स्वदेशी के दर्शन से प्रेरणा मिल रही है। स्वयं श्री अरबिंदों को स्वदेशी की प्रेरणा उनके परिवार से मिली थी। मोदी ने कहा कि देश ने अब लॉकडाउन चरण से बाहर निकलने के बाद कोविड-19 के टीके पर चर्चा शुरू कर दी है। हालांकि, उन्होंने आगाह किया कि कोरोना के बारे में कोई भी लापरवाही बहुत घातक होगी। मोदी ने सभी को कोरोना से लड़ाई को मजबूत करने के लिए कहा।