सांसदों व स्वयंसेवकों द्वारा अमृत कलश में मिट्टी और चावलों को विशाल अमृत कलश में मिश्रित किया गया

“मेरी माटी मेरा देश” अभियान के अन्तर्गत उत्तराखण्ड से भेजे गए अमृत कलश यात्रा और अमृत महोत्सव समापन समारोह पर उत्तराखण्ड राज्य का नेतृत्व उत्तराखंड के सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, अजय टम्टा, तीरथ सिंह रावत द्वारा किया गया। सांसदों एवं स्वयंसेवकों द्वारा कर्तव्य पथ पर अमृत कलश के मिट्टी और चावलो को विशाल अमृत कलश में मिश्रित किया गया। उसके उपरान्त कर्तव्य पथ पर राज्यों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।

इस अवसर पर उत्तराखण्ड के सांसदो ने कहा कि उत्तराखंड सैनिक बाहुल्य प्रदेश है ऐसे में जिस तरह से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीरों और शहीदों का सम्मान किया जा रहा है वो बहुत बड़ा कदम है। कर्तव्यपथ पर आयोजित ‘‘मेरी माटी मेरा देश’’ अभियान के समापन समारोह को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संबोधित किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि “अमृत कलश यात्रा“ में देवभूमि उत्तराखण्ड के सुदूरवर्ती अंचलों के 95 विकासखण्डों व 101 नगर – निकायों से 192 तथा नेहरू युवा केंद्र से 166 स्वयंसेवक उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यह कलश यात्रा अमर शहीदों के त्याग एवं बलिदान याद रखने के उद्देश्य से संपूर्ण देशभर में “मेरी माटी मेरा देश’’ महाभियान के अंतर्गत चलाई गइ। इस यात्रा के तहत अमर शहीदों की जन्मभूमि की मिट्टी को अमृत कलश में दिल्ली स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक तक पहुंचाया गया है। अमृत कलश यात्रा के तहत देशभर से 7500 कलशों में आने वाली मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास ’अमृत वाटिका’ बनाई जाएगी।

ज्ञातव्य है कि बीते शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में हिमालयन संस्कृति केन्द्र, निम्बूवाला, गढ़ी कैंट में ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम के अन्तर्गत राज्य स्तरीय ‘अमृत कलश यात्रा’ का आयोजन किया गया था तथा अमृत कलशों को दिल्ली रवाना किया गया था।

आयकर स्लैब में छूट और खाद्यान्न योजना का विस्तार जैसी महत्वपूर्ण घोषणाए बजट को बनाती है विशेष-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय बजट 2023-24 हेतु केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। 2014 से सरकार के प्रयासों से प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक बढ़कर 1.97 लाख रुपये हो गई है। इन 9 वर्षों में, भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में बढ़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री के सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर बजट पेश किया है। समावेशी विकास, वंचितों को वरीयता, बुनियादी ढांचे और निवेश, क्षमता विस्तार, हरित विकास, युवा शक्ति, और वित्तीय क्षेत्र को समर्पित ये बजट, अमृत काल के विजन को बताता है। यह अमृत काल का पहला बजट है। इस बजट में किसान, मध्य वर्ग, महिला से लेकर समाज के सभी वर्गो के विकास की रूपरेखा है।
केन्द्रीय बजट 2023-24 देश के समावेशी विकास और आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने वाला है। बजट में खाद्य और पोषण सुरक्षा को सुनिश्चित रखते हुए अगले 1 वर्ष तक सभी प्राथमिकता वाले परिवारों को मुफ्त अनाज की आपूर्ति का निर्णय अत्यन्त सराहनीय है। बजट में राज्यों को 50 साल का ब्याज मुक्त कर्ज एक और साल के लिए बढ़ाया गया है। ये केंद्र की टीम इंडिया की भावना को बताता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि कोष बनाया जाएगा। अगले 3 वर्षों में 1 करोड़ किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए सहायता मिलेगी। पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर ध्यान देने के साथ कृषि कर्ज लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा। इससे देश के साथ ही उत्तराखंड राज्य के किसानों, बागवानों, पशुपालको और मत्स्य पालकों को भी लाभ मिलेगा।
जनजातीय समूहों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए पीएम पीवीटीजी विकास मिशन शुरू किया जाएगा। राज्यों की सक्रिय भागीदारी, सरकारी और सार्वजनिक पार्टनरशिप के साथ मिशन मोड पर पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा। क्षेत्रीय हवाई संपर्क में सुधार किया जाएगा। उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था के लिए पर्यटन का महत्व बहुत अधिक है। निश्चित रूप बजट में पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए की जा रही पहल प्रदेश में पर्यटन विकास में काफी सहायक सिद्ध होगी। वाइब्रेंट विलेज के माध्यम से सीमावर्ती गांवों के विकास पर फोकस किया जायेगा। इससे राज्य के सीमावर्ती गांवों को भी लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में नया टैक्स स्लैब लाया गया है। इससे मध्यम वर्ग और नौकरी पेशा को काफी राहत मिलेगी। आयकर छूट का दायरा बढ़ाया गया। यह बजट हमारे वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं के लिए भी खास रहा है। वरिष्ठ नागरिक खाता स्कीम की सीमा अब 4.5 लाख से बढ़कर 9 लाख की जाएगी। महिलाओं के लिए नई बचत योजना की घोषणा की गई है। इसमें महिलाओं को 2 लाख की बचत पर 7.5 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा। बजट में जहां गरीबों, मध्यम वर्ग, महिलाओं, युवाओं, उद्यमियों किसानों, शिल्पकारों, वरिष्ठ नागरिकों सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है, वही इकोनॉमी की मजबूती और रक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कुल मिलाकर कहा जाए तो यह बजट सच्चे मायनों में अमृत काल का बजट है। युवाओं, महिलाओं, किसानों, गरीबों, मध्यम वर्ग का बजट है। आशा ही नहीं, पूर्ण विश्वास है कि उत्तराखण्ड राज्य तथा प्रदेशवासी बजट से पूर्णतः लाभान्वित होंगे।

स्वच्छता के प्रयासों को सीएम ने सराहा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में देश के 100 से कम निकाय वाले राज्यों में उत्तराखंड को तीसरा स्थान प्राप्त होने, देश भर में गंगा नदी के समीपवर्ती निकायों में हरिद्वार को प्रथम स्थान प्राप्त होने पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के लंढौर कैंट, डोईवाला, नरेन्द्र नगर तथा रामनगर का चयन स्वच्छ भारत मिशन के तहत किये जाने पर निकायों के प्रयासों को सराहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर राज्य को यह सम्मान स्वच्छता के संदेश को जन-जन तक पहुचाने में मददगार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पर्यटन, फिल्मांकन एवं स्वास्थ्य के साथ अब स्वच्छता के लिये राष्ट्रीय स्तर पर मिले यह पुरस्कार हमें प्रेरणा देने का कार्य भी करेंगे।

संस्कार भारती के कार्यक्रम से ललित कलाओं को मिला संरक्षण-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को हरिद्वार रोड स्थित संस्कृति विभाग के प्रेक्षागृह में संस्कार भारती द्वारा स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित उत्तराखण्ड कला दर्शन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डॉ.रमेश पोखरियाल ‘निशंक‘, विधायक सविता कपूर, ओजस हिरानी, पंकज अग्रवाल भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि संस्कार भारती के प्रयास राष्ट्रप्रेम, साहित्य कला व पुरातन समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को समर्पित भाव से बढ़ावा देने वाले रहे है। संस्कार भारती की ललित कलाओं के संरक्षण क्षेत्र में भी सबसे बड़े केन्द्र के रूप में पहचान बनी है। इस क्षेत्र के कलाकारों को संगठन से जोड़ कर राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने का भी कार्य हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड कला संस्कृति एवं साहित्य का संगम है, इसके उत्थान के लिये राज्य सरकार कृत संकल्पित है। उन्होंने कहा कि राज्य की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिये उपयुक्त स्थल की पहचान कर इसके लिये भवन बनाने के भी प्रयास किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 से पहले देश में निराशा एवं मायूसी का वातावरण था। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश को नई पहचान मिली है। हमारे देश की कला, आध्यात्म व योग के साथ ही सांस्कृतिक पहचान भी बनी है। उन्होंने कहा कि पौराणिक कलाकृतियों एवं परम्पराओं के संरक्षण की दिशा में काशी विश्वनाथ कोरडोर का निर्माण सबके सामने है। उन्होंने कहा कि पहले काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिये एक पतला और संकरा रास्ता हुआ करता था, आज वह दिव्य एवं भव्य रूप ले चुका है। प्रधानमंत्री के दृढ़ निश्चय से हमारी समृद्ध संस्कृति को पूरा विश्व जानने लगा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब 90 के दशक में अयोध्या गये थे तो रामलला के टेन्ट में दर्शन होते थे, आज भव्य राममन्दिर का निर्माण प्रारम्भ हो चुका है। राममन्दिर के निर्माण से पूरी अयोध्या का महत्व देश व दुनिया में जा रहा है। इससे पूरे विश्व में हमारी कला व संस्कृति को नई पहचान मिलेगी तथा कला संस्कृति एवं आध्यात्म का समन्वय स्थल बनेगा। इसी प्रकार केदारनाथ मन्दिर परिसर के पुनर्निर्माण से लाखो श्रद्धालु वहां की दिव्यता से अविभूत है। बद्रीनाथ मन्दिर का भी सौन्दर्यीकरण किया जा रहा है।

अमृत सरोवर योजना से स्थानीय लोगों को जोड़ने के निर्देश

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने मंगलवार को सचिवालय में अमृत सरोवर योजना की प्रगति की समीक्षा की।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अमृत सरोवर योजना के तहत बनाए जा रहे सभी सरोवरों को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि इससे सम्बन्धित सभी कार्यों की लगातार समीक्षा करते हुए प्रगति पोर्टल और अमृत सरोवर पोर्टल पर अपलोड किया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि इन सरोवरों को आजीविका से जोड़ने के प्रयास किए जाएं, ताकि ये सरोवर लंबे समय तक स्थानीय लोगों की आर्थिकी का श्रोत बनें। उन्होंने फिशरीज से जुड़े सरोवरों के लिए स्थानीय स्तर पर मार्केटिंग और सीड सप्लाई की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरोवरों से निकलने वाली मिट्टी को आसपास के क्षेत्रों में बनने वाली सड़कों के निर्माण में प्रयोग किया जा सकता है।
बैठक के दौरान सचिव वीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया गया कि केंद्र द्वारा निर्धारित लक्ष्य के तहत 15 अगस्त तक कुल सरोवरों का 20 प्रतिशत का निर्माण कार्य पूर्ण कराया जाना था, जिसके सापेक्ष उत्तराखण्ड में 15 अगस्त तक कुल 1606 सरोवरों के सापेक्ष 543 (लगभग 39 प्रतिशत) सरोवरों का निर्माण पूर्ण कर लिया गया था। बताया गया कि 340 सरोवरों को फिशरीज़ से भी जोड़ा गया है। इस अवसर पर सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।

देश के घर-घर में फहराता तिरंगा दुनिया को एक भारत श्रेष्ठ भारत का संदेश दे रहा-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर सभी प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानियों, सैन्य और अर्धसैन्य बलों के शहीद जवानों को श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए कहा कि आज जो हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं वह स्वतंत्रता सेनानियों और शहीद जवानों के त्याग और बलिदान का प्रतिफल है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के सभी अमर शहीदों और आंदोलनकारियों को भी श्रद्धापूर्वक नमन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हम अमृत महोत्सव मना रहे हैं। महान स्वतंत्रता सेनानियों और शहीद वीर जवानों को समर्पित अमृत महोत्सव, नए भारत, आत्मनिर्भर भारत का भी संकल्प है। देश के घर-घर में फहराता तिरंगा दुनिया को एक भारत श्रेष्ठ भारत का संदेश दे रहा है। किसान का सम्मान हो, गरीब का कल्याण हों, युवा को अवसर हो, महिलाओं का उत्थान हो, तकनीक में नवाचार हो, विश्व पटल पर भारत की मजबूत पहचान हो, इतिहास की समस्याओं का स्थायी समाधान हो, ये सब प्रधानमंत्री जी की दृढ इच्छाशक्ति और दूरदर्शी नेतृत्व का परिणाम है। कोविड महामारी का जिस तरह से हमने सामना किया, उसकी पूरे विश्व में सराहना हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव किसी से छुपा नहीं है। पिछले आठ वर्षों में केन्द्र सरकार द्वारा 1 लाख 50 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाएं स्वीकृत हुई हैं। श्री केदारपुरी का पुनर्निर्माण प्रधानमंत्री जी के विजन, नेतृत्व एवं संकल्प का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। बद्रीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर भी काम हो रहा है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। टनकपुर-बागेश्वर रेललाईन और डोइवाला से गंगोत्री-यमुनोत्री रेललाइन के सर्वे की भारत सरकार द्वारा सहमति दी गई है। केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के साथ ही टनकपुर-पिथौरागढ़ की सड़क कनेक्टीवीटी में सुधार के लिए चारधाम ऑलवेदर सड़क परियोजना पर काफी कुछ काम किया जा चुका है। दिल्ली-देहरादून एलिवेटेड रोड बनने से दिल्ली से देहरादून केवल 2 घंटे में जा सकेंगे। केंद्र सरकार से पौंटा साहिब-देहरादून, बनबसा-कंचनपुर, भानियावाला-ऋषिकेश, काठगोदाम-लालकुंआ-हल्द्वानी बाईपास और रूद्रपुर बाईपास परियोजनाओं की महत्वपूर्ण सौगात मिली हैं। जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जा रहा है। ऊधमसिंहनगर में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट विकसित किया जा रहा है। जल जीवन मिशन में ’’हर घर नल से जल’’ के अंतर्गत राज्य के ग्रामीण क्षेत्र के 7 लाख से अधिक परिवारों को कनेक्शन दिये जा चुके हैं। भारत सरकार द्वारा स्वीकृत ‘उत्तराखण्ड इंटिग्रेटेड हार्टिकल्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट’ हॉर्टीकल्चर में मील का पत्थर साबित होगा। 38 छोटे नगरों में पेयजल के लिए 1600 करोड़ रूपए की उत्तराखण्ड अर्बन वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट’ महत्वपूर्ण पेयजल योजनाएं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जमरानी बांध बहुद्देशीय परियोजना से नैनीताल व ऊधमसिंहनगर के तराई क्षेत्र लाभान्वित होंगे। सौंग बांध परियोजना से देहरादून में वर्ष 2053 तक अनुमानित आबादी के लिए पेयजल आपूर्ति उपलब्ध हो सकेगी। 300 मेगावाट की लखवाड़ बहुद्देशीय परियोजना के लिये निविदा भी आमंत्रित कर दी गई हैं। 1930 करोड़ रूपए से टिहरी लेक डेवलपमेंट का काम किया जा रहा है। अमृत योजना अन्तर्गत 7 शहरों में सीवरेज, पेयजल, ड्रेनेज, पार्क आदि के लिये 593 करोड़ रूपए की योजनाओं पर काम चल रहा है। ऊधमसिंहनगर में एम्स का सैटेलाईट सेंटर बनने से एक बड़ी आबादी को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार, उत्तराखण्ड के चहुमुखी विकास के लिए समर्पित भाव से जुटी है। लोगों को योजनाओं का लाभ मिले और उनकी समस्याओं का समाधान हो, इसके लिए सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि पर खास तौर पर फोकस किया गया है। अपणि सरकार पोर्टल, ई-केबिनेट, ई-ऑफिस, सीएम हेल्पलाईन, सेवा का अधिकार और ट्रांसफर एक्ट की पारदर्शी व्यवस्था के चलते कार्यसंस्कृति में गुणात्मक सुधार हुआ है। अब प्रदेश का कोई भी व्यक्ति 1064 पर शिकायत कर भ्रष्टाचार को समाप्त करने में योगदान कर सकता है। हमने अपने वादे के अनुसार समान नागरिक संहिता के लिये समिति का गठन कर दिया है।समिति की तीन बैठकें भी हो चुकी हैं। हम गरीब परिवारों को तीन सिलेण्डर मुफ्त उपलब्ध करवाने जा रहे हैं। इसके लिये बजट में प्रावधान भी किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम सर्किट में आने वाले सभी मंदिरों और गुरूद्वारों में भौतिक ढांचे और परिवहन सुविधाओं के विस्तार की हमारी योजना है। हम कुमाऊं के पौराणिक मंदिरों के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन पर भी काम कर रहे हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में रोपवे नेटवर्क निर्माण के लिये पर्वत माला परियोजना पर कार्य किया जा रहा है। सर्फेस पार्किंग के साथ ही मल्टीस्टोरी पार्किंग, केविटी पार्किंग व टनल पार्किंग भी विकसित की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि ही नहीं, वीरभूमि भी है। देहरादून में भव्य सैन्य धाम की स्थापना की जा रही है। हमारी सरकार, शहीद सैनिकों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी में समायोजित कर रही है। उत्तराखण्ड राज्य के वीरता पदक से सम्मानित सैनिकों को देय एकमुश्त अनुदान में वृद्धि की गई है। स्वतंत्रता सेनानियों और उनकी विधवाओं की पेंशन को बढ़ाने के साथ ही उत्तराखण्ड से द्वितीय विश्व युद्ध की वीरांगना एवं वेटरन की पेंशन में भी वृद्धि की गई है। हमने उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन में भी वृद्धि की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के युवाओं को देश से बाहर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाने के लिये राज्य में विदेश रोजगार प्रकोष्ठ के गठन की स्वीकृति दी है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिये राज्य में 4457 को-लोकेटेड आंगनवाड़ी केन्द्रों में बाल वाटिकायें प्रारम्भ हो चुकी है। ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए केन्द्रीय स्टूडियो तथा राज्य के समस्त 13 जनपदों के 500 विद्यालयों में वर्चुअल क्लास रूम की स्थापना की जा चुकी है। उच्च शिक्षण संस्थानों में रिसर्च और स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने के उद्देश्य सेस्टार्ट-अप पॉलिसी लागू की गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राज्य में निशुल्क जांच योजना प्रारम्भ की है। इसके तहत मरीजों को 207 प्रकार की पैथेलॉजिकल जांचों की निशुल्क सुविधा मिल रही है।आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना में 47 लाख 83 हजार से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। आयुष्मान योजना के अंतर्गत अब तक 5 लाख 40 हजार से अधिक मरीज मुफ्त में उपचार करा चुके हैं। योजना के अंतर्गत लाभार्थियों के उपचार पर अब तक 919 करोड़ से अधिक का व्यय किया जा चुका है। प्रधानमंत्री जी के ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान को आगे बढ़ाते हुए हमने मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना की शुरूआत की है। आंगनबाड़ी बहनों और आशा बहनों के मानदेय में बढ़ोतरी की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार दूरस्थ और पिछड़े क्षेत्रों के विकास को समर्पित है। सीमांत तहसीलों के लिए मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना शुरू की है। मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना भी प्रारम्भ की गई है। वोकल फॉर लोकल पर आधारित ‘एक जनपद दो उत्पाद’ योजना से स्थानीय लोगों के लिए स्वरोजगार के अवसर पैदा होंगे, वहीं स्थानीय उत्पादों को विश्वस्तरीय पहचान मिलेगी। राज्य में समयबद्ध रूप से निवेश प्रस्तावों का ऑनलाईन निस्तारण किया जा रहा है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में हम एचीवर्स की श्रेणी में आ गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए नई खेल नीति लाई गई है। स्पोर्ट्स कॉलेज रायपुर को अंतराष्ट्रीय स्तर का स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय बनाने हेतु प्रयास किये जा रहे हैं। उभरते खिलाड़ियां को प्रोत्साहित करने के लिये मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन खेल छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत प्रत्येक जनपद के 150 बालक और 150 बालिकाओं को खेल छात्रवृत्ति की व्यवस्था की गई है। ग्रामीण स्तर पर ओपन जिम के लिये 10 करोड़ रूपए का बजट में प्राविधान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि होम स्टे योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। अभी तक 4060 होमस्टे पंजीकृत किये जा चुके हैं। ट्रैकिंग मार्गां पर भी होम स्टे को विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा है। 16 ईको टूरिज्म डेस्टीनेशन विकसित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियों व जलस्त्रोतों को पुनर्जीवित करने की पहल बड़े स्तर पर की गई है। प्रत्येक जिले में वर्षा जल संचय के लिए झीलें विकसित की जा रही हैं। अमृत महोत्सव के तहत राज्य में 1250 अमृत सरोवर बनाये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत पांच वर्षों में प्रदेश में जैविक कृषि के क्षेत्र में निरंतर वृद्धि हुई है। 4485 जैविक क्लस्टर संचालित हैं। जैविक उत्पादों के विपणन के लिये जैविक आउटलेट भी स्थापित किये जा रहे हैं। हमारी सरकार, किसानों को तीन लाख रूपए और महिला स्वयं सहायता समूहों को पांच लाख रूपए तक का ऋण बिना ब्याज के उपलब्ध करा रही है।जिन किसान भाईयों के पास कृषि उपकरण नहीं हैं, उनके लिए ‘‘फार्म मशीनरी बैंक’’ योजना शुरू की है। इसके लिए 80 फीसदी तक सब्सिडी उपलब्ध कराई जा रही है। गोवंश की सुरक्षा और संरक्षण के लिये हमारी सरकार ने गौ सदनों की स्थापना के लिये बजट प्राविधान को इस वर्ष छः गुना कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 120 मेगावाट की व्यासी जल विद्युत परियोजना का निर्माण पूर्ण कर उत्पादन प्रारम्भ किया जा चुका है। पिछले वर्षों में उत्तराखण्ड ने विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। तमाम सामाजिक-आर्थिक सूचकांकों में हम देश के अग्रणी राज्यों में हैं सतत् विकास लक्ष्य सूचकांक में वर्ष 2018 में हम 10वें स्थान पर थे और अब हमारा स्थान चौथा हो गया है। इन्स्पायर अवार्ड हेतु नामांकन में विद्यालयवार प्रतियोगिता के आधार पर पूरे देश में उत्तराखण्ड प्रथम स्थान पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार अन्त्योदय की भावना के अनुरूप विकास का लाभ अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है। आने वाले तीन वर्षों में उत्तराखण्ड को प्रत्येक क्षेत्र में आदर्श राज्य बनाने के लिये हमारी सरकार विकल्प रहित संकल्प के साथ काम कर रही है।

त्रिवेणी घाट पर स्टॉल लगाकर निःशुल्क पांच हजार तिरंगा किये वितरित

कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रेमचंद अग्रवाल के जनसंपर्क अधिकारी ताजेन्द्र सिंह नेगी ने स्टॉल लगाकर निशुल्क पांच हजार तिरंगा वितरित किये। उन्होंने कहा देश की आन, बान और शान का प्रतीक तिरंगा हर घर में लगना चाहिए।
रविवार को त्रिवेणी घाट पर निशुल्क तिरंगा वितरण किया गया। जनसम्पर्क अधिकारी ताजेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि तिरंगा हमारे राष्ट्र की पहचान है, हम आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मना रहे है। कहा कि यह कि त्योहार से कम नहीं है। तिरंगा फहराने को लेकर देश भर के हर जाति, पंथ के लोगों में एक नया उत्साह देखने को मिल रहा है।
ताजेन्द्र नेगी ने कहा कि हर घर में तिरंगा फहराया जाना चाहिए, यह हमारा गौरव है कि आज़ाद भारत की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं। कहा कि यह ऐसा पहला मौका हमें मिल रहा है। कहा कि इस महोत्सव का जरिये ऐसे वीर अमर भारत माता के सपूतों को नमन करना है, जिन्होंने भारत को आज़ाद कराने में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने निशुल्क तिरंगा की स्टॉल लगाकर लोगों को पांच हजार (5000) तिरंगा वितरित किये। साथ ही इसको घर की छत पर लगाने का आग्रह किया। उन्होंने तिरंगे का सम्मान करने की अपील भी की।
इस मौके पर दिनेश सती मंडल अध्यक्ष, सुमित पवार महामंत्री, शिव कुमार गौतम पार्षद, राजू नरसिम्हा पार्षद, चित्रमणि जी, विवेक शर्मा, शिवम शर्मा, अरुण बडोनी, शिवम टुटेजा, गोपाल दत्त सती, सचिन अग्रवाल, सौरभ गर्ग, राजपाल ठाकुर, जयंत किशोर शर्मा, मनीष भट्ट, दुर्गेश कुमार, सुग्रीव त्रिवेदी आदि लोग उपस्थित रहे।

तिरंगा अभियान को लेकर श्रद्धालुओं में भी खासा उत्साह

आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भगवान बदरी विशाल के मंदिर में सेना के जवानों विदेशी और स्वदेशी श्रद्धालुओं ने तिरंगा यात्रा निकाली। वहीं बाबा केदारनाथ में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की श्रृंखला में बाबा केदारनाथ धाम में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन व मन्दिर समिति के संयुक्त तत्वाधान में कार्यक्रम आयोजित कर केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों एवं केदारनाथ धाम मे यात्रा व्यवस्था में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों तीर्थ पुरोहितों व्यापारियों द्बारा मानव श्रृंखला बनाकर कर तिरंगा रैली का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ केदारनाथ मंदिर परिसर से किया गया। तिरंगा रैली कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य हर घर तिरंगा फहराये जाने के लिए जनपद वासियों सहित प्रदेश वासियों को जागरूकता संदेश दिया गया। जिससे सभी लोग इस राष्ट्रीय पर्व में शामिल होकर अपने घरों में तिरंगा अवश्य फहराये।
जिला मुख्यालय रूद्रप्रयाग में शिक्षा विभाग के तत्वावधान में सरस्वती विद्या मंदिर के छात्र छात्राओं ने नगर में तिरंगा रैली का आयोजन किया गया। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज विभाग द्वारा कार्यक्रम आयोजित कर ग्रामीणों द्बारा अपने घरों में तिरंगा लगाने के लिए तिरंगा झंडा उपलब्ध कराने के साथ साथ लोगों को सभी घरों मे 13 से 15 अगस्त तक राष्ट्रीय ध्वज लगाये जाने के लिए जागरुक किया गया।

शहीदों के सम्मान में घर पहुंचकर उनके घर में फहराया तिरंगा

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत शहीदों के घर पहुंच परिजनों के साथ तिरंगा लगाया गया। साथ ही परिजनों को सम्मानित भी किया गया। मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने शहीद प्रदीप रावत के टिहरी जिले में पैतृक गांव बैराई में जिला योजना के मद से स्मारक बनाने की घोषणा की।
शनिवार को कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, प्रदेश मंत्री पुष्कर काला, जिलाध्यक्ष शमशेर सिंह पुंडीर, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, शहीद प्रदीप रावत के सोमेश्वर नगर में तिंरगा लगाकर परिजनों को सम्मानित किया। इस मौके पर मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने शहीद प्रदीप रावत के टिहरी जिले में पैतृक गांव बैराई में जिला योजना के मद से स्मारक बनाने की घोषणा की।
वहीं शहीद मनीष थापा के सोमेश्वर नगर स्थित घर तिरंगा लगाकर परिजनों का सम्मान किया गया, जबकि शहीद राकेश डोभाल के गंगा नगर स्थित घर में तिरंगा लगाकर परिजनों का सम्मान किया गया। उधर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. धनेश शास्त्री के देहारादून रोड स्थित घर पर तिरंगा लगाकर परिजनों को सम्मानित किया गया। श्री भरत मंदिर में तिरंगा लगाकर भगवान भरत जी के दर्शन और आशीर्वाद लिया। इसके बाद त्रिवेणी घाट पर गंगा पूजन कार्यकर्ताओ द्वारा स्वागत और कार्यकर्ताओ को सम्मानित किया गया।

प्रदेश के सभी नगर निकायों में हर घर तिरंगा अभियान का शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा नगर निकाय के “हर घर तिरंगा“ अभियान के तहत जनपद चंपावत वर्चुअली प्रतिभाग किया गया। इस अभियान के तहत प्रदेश के सभी तेरह जिलों से कार्यक्रम आयोजित किए गए। नगर विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा देहरादून से वर्चुअली प्रतिभाग किया गया। जनपद चंपावत से कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर शुरू किया गया हर घर तिरंगा अभियान जन आंदोलन का रूप ले चुका है। बड़ी संख्या में लोग इसमें स्वतः स्फूर्त होकर प्रतिभाग कर रहे हैं। विशेष तौर पर युवाओं का जोश देखते ही बनता है। मुख्यमंत्री प्रदेश के सभी नगर निकायों में हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम को चम्पावत से वर्चुअल सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान में नगर निकायों में स्वच्छता अभियान भी संचालित किये जाएं। शहीद स्मारकों, सार्वजनिक कार्यक्रम स्थलों, शहीदों और महापुरुषों की मूर्तियों की विशेष रूप से साफ सफाई की जाए। जहां भी तिरंगा फहराया जाए, उन सार्वजनिक स्थलों की भी स्वच्छता सुनिश्चित किया जाए। स्वतंत्रता सेनानियों व उनके परिवार जनों, शहीद जवानों के परिवार जनों और शहीद राज्य आंदोलनकारियों के परिवार जनों, पूर्व सैनिकों, पद्म पुरस्कारों से सम्मानित राज्य के विशिष्ट जनों, राज्य व देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को भी कार्यक्रम से जोङा जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में देशभर में आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव मना रहे हैं। यह अमृत महोत्सव देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और शहीदों को समर्पित है। हमें उनके बलिदान गाथाओं को सदैव स्मरण में रखना है। आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में समृद्ध, समर्थ और शक्तिशाली भारत का पूरी दुनिया में मान सम्मान बढा है। हम अमृत काल में प्रवेश कर रहे हैं। आने वाले 25 वर्ष भारत की दशा और दिशा तय करेंगे। अमृत महोत्सव से पूरे देश में उत्साह का वातावरण है।
कार्यक्रम के दौरान नगर विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि आज हम आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। हम में से अधिकतम लोग आजादी के बाद पैदा हुए हैं। लगभग हम सभी के जीवन में यह पहला ऐसा अवसर है, हम इसे अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं। इस अभियान को हम और अधिक हर्षाेल्लास के साथ मनाएं। देश की आन बान और शान का प्रतीक तिरंगे को हर घर से फहराने की अपील की।उन्होंने कहा कि हमारा देश नित नई ऊंचाइयां छू रहा है। हमारी शान तिरंगा हमें हर पल संदेश देता है। जिसमें केसरिया रंग त्याग का सफेद शांति का हरा रंग समृद्धि का संदेश देता है।