पीसीएस मुख्य परीक्षा के अभ्यर्थियों ने की अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से मुलाकात

अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से उत्तराखण्ड पीसीएस मुख्य परीक्षा हेतु सफल अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात की। अभ्यर्थियों ने अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी तथा सचिव कार्मिक शैलेष बगोली से निवेदन किया कि 23 से 26 फरवरी 2023 के बीच आयोजित करवायी जाने वाली उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा सहित आगामी सभी परीक्षाएं आयोग द्वारा जारी किये गये कैलेण्डर के अनुसार समय पर आयोजित करवाई जाय। अभ्यथिर्यों ने अनुरोध किया कि आगामी परीक्षाओं को समय पर आयोजित करवाने के सम्बन्ध में किसी प्रकार का संशय न रहे, ताकि राज्य में युवाओं का मनोबल न टूटे। देश के सबसे सख्त नकल विरोधी कानून उत्तराखण्ड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम व निवारण के उपाय) अधिनियम 2023 को राज्य में लागू करने के लिए अभ्यथिर्यो ने राज्य सरकार एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया है।

उन्होंने कहा कि युवाओं की भावनाओं को समझते हुए जिस प्रकार से सरकार द्वारा इतने कम समय पर यह नकल विरोधी कानून राज्य में लागू किया गया है, इससे राज्य के युवाओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। अभ्यर्थियों ने कहा कि इस कड़े नकल विरोधी कानून से राज्य के युवा पूरी तरह से संतुष्ट एवं आश्वस्त हैं तथा आगामी परीक्षाओं हेतु उत्साहित हैं। युवाओं का व्यवस्था पर पूर्ण विश्वास है। सभी अभ्यर्थी पूरे उत्साह एवं लगन से परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।

अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सभी अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया कि उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा सहित सभी भर्ती परीक्षाएं आयोग द्वारा जारी परीक्षा कैलेण्डर के अनुसार निर्धारित समय पर ही आयोजित की जायेगी। राज्य में भर्ती परीक्षाओं हेतु कड़ा परिश्रम करने वाले हमारे हजारों प्रतिभाशाली व लगनशील युवाओं के मनोबल को टूटने नही दिया जाएगा। रतूड़ी ने कहा कि सरकार एवं प्रशासन राज्य में आयोजित होने वाली सभी भर्ती परीक्षाओं को पूरी पारदर्शिता एवं विश्वसनीयता से समय पर आयोजित करवाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। गत दिवस प्रदेश में पटवारी और लेखपाल की भर्ती परीक्षा सफलतापूर्वक आयोजित करवाई गई। हम अपने युवाओं के उज्ज्वल भविष्य हेतु प्रतिबद्ध है। उन्होंने राज्य के सभी युवाओं से अपील की कि प्रतियोगी परीक्षाओं के तैयारी में लगे समस्त युवक-युवतियां पूरी लगन और मेहनत से तैयारी करें।

भविष्य के प्रति आशावान एवं सकारात्मक रहें। सभी अभ्यर्थी अपना एवं एक दूसरे का मनोबल बढ़ाये। किसी भी प्रकार की अफवाहों में विश्वास ना करें तथा ना ही अफवाहों के प्रचार-प्रसार में भाग लें। भर्ती परीक्षाओं के संबंध में किसी भी प्रकार की अफवाहें फैलाने वाले असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी द्य राज्य में सभी प्रतियोगी परीक्षाओं को पूरी पारदर्शिता, निष्पक्षता एवं शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित करने के लिए प्रशासन पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है। समस्त राज्य में परीक्षा केन्द्रों में पुलिस एवं इंटेलिजेंस की टीमों द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है। परीक्षा केन्द्रों की सुरक्षा व्यवस्था व अभ्यर्थियों की चेकिंग व्यवस्था हर प्रकार से अभेद्य एवं अभूतपूर्व है।

अपर मुख्य सचिव से उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा हेतु सफल अभ्यर्थी सक्षम चैहान, वैभव देवल, अपूर्व देवल, बृज मोहन जोशी, शैलेश सती, अर्चना नेगी, आलोक भट्ट, श्वेता शर्मा ने मुलाकात की।

मुख्यमंत्री ने कहा, हम हर कीमत पर चाहते हैं छात्रों का हित, भरोसा रखें युवा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सचिवालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए कहा कि हम किसी भी कीमत पर छात्रों का हित चाहते हैं। इसीलिए जिन भी परिक्षाओं में गड़बड़ियां पाई गई, राज्य सरकार ने उन्हें तत्काल रद्द करते हुए नई तिथि घोषित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभ्यर्थियों को असुविधा न हो, इसके लिए उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में परीक्षा के लिए आने पर निशुल्क व्यवस्था की गयी है और परीक्षा शुल्क को भी नहीं लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नकल अध्यादेश को लेकर हमने कहा था कि इसे हम जरूर लेकर आएंगे। लेकिन किन्हीं कारणों से कैबिनेट होने में देरी हो गयी। कैबिनेट न होने के बावजूद हमने नकल विरोधी अध्यादेश को विचलन से महामहिम राज्यपाल को अग्रसारित कर दिया है। यह भी तय कर दिया है कि अब जितनी भी परीक्षाएं होंगी वो सभी इस अध्यादेश से आच्छादित होंगी। सबसे सख्त कानून जो हो सकता है, वो हमने बनाने का काम किया है। इस कानून के तहत आजीवन कारावास तक की सजा के अलावा दस करोड़ रूपए तक के जुर्माने के सख्त प्रावधान किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने छात्रों, बेटों-बेटियों से कहना चाहते हैं कि सभी परीक्षा पारदर्शी होंगी, किसी भी अफवाहों पर न जाएं, परीक्षा की तैयारी पर ध्यान दें, सभी परीक्षाएं निष्पक्ष और शुचिता के साथ होंगी।