मंत्री अग्रवाल ने अटल जी को जयंती पर याद किया

उत्तराखंड पूर्व सैनिक एवं अर्द्ध सैनिक संगठन छिद्दरवाला की ओर से भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने पूर्व सैनिक व वीरांगनाओं को सम्मानित किया।

राजकीय प्राथमिक विद्यालय छिद्दरवाला में कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्री डॉ अग्रवाल ने अटल जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया। इस दौरान मेजर वाईबी थापा, बगीचा सिंह, दिगंबर सिंह थापा, मातबर सिंह पंवार, भोपाल सिंह थापा, भक्त बहादुर मल्ल, भगत सिंह राणा, हर्षमणि लसियाल, दिगंबर सिंह, सैन सिंह पंवार, राजपाल सिंह रावत, धीरज थापा, विनीता राणा पत्नी स्व देवेंद्र सिंह राणा, नीरू देवी थापा पत्नी स्व कर्ण बहादुर थापा, फूल देवी आदि को सम्मानित किया।

इस मौके पर डॉ अग्रवाल ने कहा कि अटल जी ही एक ऐसे प्रधानमंत्री हुए। जिन्होंने पहली बार मरणोपरांत सैनिकों के पार्थिव शरीर को राजकीय सम्मान के साथ विदा करने का निर्णय लिया था। कहा कि अटल जी का इस उत्तराखंड से गहरा नाता था। उन्होंने ही इसके निर्माण करने का वचन दिया था, जिसको उन्होंने पूरा भी किया।

इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, संगठन अध्यक्ष राजपाल सिंह रावत, संरक्षक मेजर वाईबी थापा, इंस्पेक्टर भोला सिंह रावत, बगीचा सिंह, गजेंद्र विक्रम शाही, पूर्व सैनिक व प्रधान सोबन सिंह कैंतुरा, अम्बर गुरुंग, महिला उत्थान संगठन की अध्यक्ष सुरेशी देवी, फूल देवी, धीरज थापा, भगवान सिंह मेहर सहित संगठन के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

उत्तरायणी मेले पर प्रदेशभर में किया जाएगा भव्य आयोजन-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में उत्तरायणी मेले, पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म जयंती पर सुशासन दिवस एवं वीर बाल दिवस की तैयारियों को लेकर बैठक ली।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तरायणी मेले में प्रदेशभर में भव्य आयोजन किये जाएं। यह मेला संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन को बढ़ावा देता है। 14 जनवरी को पूरे देश में अलग-अलग रूपों में सूर्य उपासना के पर्व मनाये जाते हैं। उत्तरायणी मेले का उत्तराखण्ड की संस्कृति में विशेष महत्व है। 14 जनवरी को उत्तरायणी उत्सव का मुख्य आयोजन बागेश्वर में किया जायेगा। पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के सहयोग से भव्य आयोजन किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को उत्तरायणी मेले के महत्व की जानकारी हो और अन्तराष्ट्रीय फलक पर इसे पहचान दिलाने के लिए प्रदेशभर में भव्य आयोजन किये जाएं। पंच प्रयागों एवं राज्य के अन्य संगम स्थलों एवं महत्वपूर्ण घाटों पर भी उत्तरायणी के दिन सूर्य उपासना के पर्व का आयोजन किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तरायणी पर्व पर सौर ऊर्जा के प्रति जन जागरूकता के लिए इससे सबंधित योजनाएं लांच की जाएंगी। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों में सौर ऊर्जा एवं ऊर्जा संरक्षण पर निबंध एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाए। बागेश्वर में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाए। जिसमें लोक गीत, लोक नृत्य एवं अन्य आयोजन भी किये जाए। इस पर्व पर उत्तराखण्ड की प्रमुख हस्तियों को भी सांस्कृतिक संध्या के लिए आमंत्रित किया जाए। संगमों पर भव्य आरती की व्यवस्था भी की जाए। हस्तशिल्प एवं फूड फेस्टिवल का आयोजन भी किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्न’ स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म जयंती पर सुशासन दिवस के अवसर पर प्रदेश में भव्य आयोजन किये जायेंगे। सभी जनपदों में ग्राम चौपाल का आयोजन किया जायेगा। जिनमें मंत्रीगण एवं अन्य जन प्रतिनिधि भी प्रतिभाग करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन दिवस पर वे स्वयं भी ग्राम चौपाल में प्रतिभाग करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन दिवस पर प्रदेश के सभी स्कूलों में 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक प्रमाण पत्रों का वितरण किया जायेगा। 25 दिसम्बर 2022 से 09 फरवरी 2023 तक प्रमाण पत्रों के वितरण की प्रक्रिया पूर्ण की जायेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस पर सिख समाज के दसवें गुरू, गुरू गोविन्द सिंह के पुत्रों साहिब जादा जोरावर सिंह और साहिब जादा फतेह सिंह के बलिदान दिवस पर राज्य स्तर पर मुख्य कार्यक्रम देहरादून में आयोजित किया जायेगा। जिला मुख्यालयों पर भी कार्यक्रम आयोजित किये जाएं। प्रदेश के सभी स्कूलों में वीर बाल दिवस मनाया जायेगा।
बैठक में विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगोली, सचिन कुर्वे, एच.सी.सेमवाल, विनोद कुमार सुमन, महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट, अपर सचिव जगदीश चन्द्र काण्डपाल उपस्थित रहे।