श्रीभरत भगवान की शोभायात्रा पर उमड़े श्रद्धालु

बसंत पंचमी के पावन पर्व पर नगर यात्रा पर निकली श्री भरत भगवान की डोली नगर में गाजे-बाजे के साथ निकाली गई। पारंपरिक लोक वाद्य यंत्रों के साथ निकली धर्म यात्रा का श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर जगह-जगह स्वागत किया। कोविड-19 का विशेष ध्यान रखते हुए इस बार की शोभायात्रा में श्रद्धालुओं ने नियमों का भी पालन किया।

मौके पर हजारों लोगों ने हृषिकेश नारायण भगवान के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। कोविड-19 की वजह से यात्रा में श्रद्धालुओं ने विशेष जगह पर ही रंगोली देखने को मिली। इसी बीच श्रद्धालुओं ने भरत भगवान को भोग लगाकर सुख समृद्धि की कामना की। ऐसी मान्यता है कि बसंत पंचमी से ही होली महोत्सव का शुभारंभ हो जाता है आज ही के दिन भरत जी महाराज को रंगों से होली भी खिलाई जाती है और सभी भक्तगण एक-दूसरे पर गुलाल फेंक कर भगवान के साथ होली भी मनाते हैं पितांबर रंग जिसे हम पीला रंग कहते हैं वह भगवान को बहुत ही प्रिय है इसलिए लोग गुलाल चढ़ाकर और भगवान को भेली का भोग बसंत पंचमी में लगाया जाता है।

उधर, बसंत पंचमी के अवसर पर प्राचीन श्री भरत मंदिर परिसर में आयोजित मेले में लोगों ने झूलों और विभिन्न व्यंजनों का भी जमकर लुफ्त उठाया। बसंत पंचमी पर्व पर ब्रह्म मुहूर्त में पौराणिक श्री भरत मंदिर में भगवान श्री नारायण की विधिवत पूजा अर्चना शुरू हुई। दोपहर में आरती पूजन के बाद मंदिर के श्री महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य के परम सानिध्य में बैंड बाजे और पहाड़ के पारंपरिक लोक वाद्य यंत्र की थाप के बीच श्री भरत भगवान की उत्सव प्रतिमा की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा मायाकुंड स्थित गंगा तट पर श्री भरत नारायण भगवान की प्रतिमा को विशेष पूजा अर्चना के बाद मुख्य पुजारी धर्मानंद सेमवाल, रवि शास्त्री द्वारा शालिग्राम भगवान को गंगा में स्नान कराया गया। तत्पश्चात भगवान को नगर भ्रमण कराया गया धर्म यात्रा विभिन्न मार्गो से होती हुई संत समाज ने भगवान नारायण का स्वागत वेद मंत्र स्तुति से किया। इसके बाद मंदिर में भगवान की प्रतिमा को पुनः स्थापित किया गया नगर उत्सव यात्रा में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रतिभाग किया।

इस दौरान यात्रा मार्गों में लोगों ने विभिन्न स्थानों पर खड़े होकर ढोली के दर्शन के लिए घंटों प्रतीक्षा की यात्रा में श्री भरत संस्कृत महाविद्यालय, भरत मंदिर पब्लिक स्कूल, श्री हेमकुंड गुरुद्वारा स्थित गुरमत संगीत विद्यालय, श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज संत समाज स्वयंसेवकों और श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। धर्म यात्रा में हुए शामिल बसंत उत्सव के संयोजक हर्षवर्धन शर्मा, वरुण शर्मा, दीप शर्मा, मंदिर के मुख्य पुजारी धर्मानंद सेमवाल, विनय उनियाल, जयेंद्र रमोला, मधुसूदन शर्मा, पंडित सुरेंद्र दत्त भट्ट, गोविंद सिंह रावत, वचन पोखरियाल, डीबीपीएस रावत, रंजन अंथवाल, सुनील थपलियाल, सुधीर कुकरेती, बंशीधर पोखरियाल, अशोक अग्रवाल, तेजपाल पंवार, नरेंद्र जीत सिंह बिंद्रा, रामकृपाल गौतम, जगमोहन सकलानी, राजीव मोहन मनोज पवार, तेजपाल पंवार, हितेंद्र पंवार, अभिषेक शर्मा, राम चैबे ,धीरेंद्र जोशी आदि उपस्थित थे।

बसंतोत्सव में रक्तदान कर 219 रक्तदाताओं ने कमाया पुण्य

ऋषिकेश बसंतोत्सव समिति में भरत मंदिर परिवार की ओर से लगाए गए रक्तदान शिविर का शुभारंभ भारत माता मंदिर के महंत ललितानन्द महाराज ने किया। जिसमें भरत मंदिर के महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य महाराज, स्कूल सोसाइटी के सचिव हर्षवर्धन शर्मा, पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट, पूर्व पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा, वरुण शर्मा, शंकराचार्य परिषद के प्रदेश अध्यक्ष पंडित रवि शास्त्री मौजूद रहे।

रक्तदान शिविर में अहम भूमिका निभाने वाले रक्तदाता राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट ने कहा कि हमें रक्तदान से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए। एक व्यक्ति का रक्त दान चार व्यक्तियों की जान बचाता है, क्योंकि इसमें से लाल रुधिर कण, सफेद रुधिर कण ,प्लेटलेट्स और प्लाज्मा आवश्यकतानुसार मरीजों को दिया जाता है साथ ही उनका लक्ष्य है कि रक्त की कमी से कभी किसी की मृत्यु ना हो।
ब्लड डोनेशन शिविर में करीब 265 लोगों ने पंजीकृत करवाया। जिसमें 219 लोगों को रक्तदान के लिए उपयुक्त पाया गया। एम्स ऋषिकेश, हिमालय हॉस्पिटल की टीमों ने ब्लड डोनेशन में प्रतिभाग किया। डॉक्टरों की टीम में एचओडी डॉ मनीष रतूड़ी, डॉ तृप्ति, केसी जोशी, आदित्य, वीर, भूपेश पंत, डा. आशीष जैन डा. सत्येंद्र मोहन, डा. वैदेही रंजन मुखर्जी, दीक्षा, दिनेश चंद्र, विनोद थपलियाल, अंजना रोशन, रीता ने सहयोग किया।

रक्तदान शिविर में 115 जॉलीग्रांट और 104 यूनिट एम्स ऋषिकेश के द्वारा एकत्र की गई। ऋषिकेश वसंतोत्सव शिविर में प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत, प्रधानाचार्य धीरेंद्र जोशी, पूर्व प्रधानाचार्य दिवाकर भानु प्रताप सिंह रावत, युवा नेता निखिल बार्थवाल, पार्षद विपिन पंत, पार्षद विजेंद्र मोगा, पार्षद विजय लक्ष्मी, पूर्व राज्य मंत्री विजय सारस्वत, पार्षद लव कांबोज, पार्षद राकेश मियाँ, पार्षद जॉनी, पार्षद चेतन चैहान, संजय प्रेम सिंह बिष्ट, हर्षमणि व्यास, रंजन अंथवाल, राजीव मोहन आदि उपस्थित रहे।

बसंतोत्सव में 50 दिव्यांगों को मिला शिविर का लाभ

श्री भरत मंदिर झंडा चैक में बसंतोत्सव के अवसर पर आयोजित निशुल्क दिव्यांग प्रमाण पत्र कार्यक्रम का शुभारंभ बसन्तोत्सव समिति की अध्यक्षा मेयर अनीता ममगाईं के द्वारा किया गया।

शिविर में मेयर अनिता ने दिव्यांगों के लिए निःशुल्क दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने वाले सभी चिकित्सकों को सम्मानित किया। मेयर ने पूरे मेले का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि मेले में निशुल्क अंग वितरण आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा परामर्श और दिव्यांग जनों के प्रमाण पत्र बनाने संबंधी सभीछ कार्यों का लाभ जनता को मिला है। इस अवसर पर लगभग 50 दिव्यांगों को दिव्यांग प्रमाण शिविर का लाभ मिला। महन्त वत्सल प्रपन्नाचार्य, वरुण शर्मा, पार्षद विजयलक्ष्मी, राजेश दिवाकर, मनीष बनवाल, पार्षद विपिन पंत, पार्षद कमलेश जैन, मीडिया प्रभारी रवि शास्त्री, प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत, पूर्व प्रधानाचार्य डीबीपीएस रावत, प्रधानाचार्य धीरेंद्र जोशी, रंजन अंथवाल, विकास नेगी आदि उपस्थित थे।

बसंतोत्सव में दूसरे दिन निशुल्क अंग वितरण शिविर में 150 को मिला लाभ

बसंतोत्सव 2021 के दूसरे दिन श्रीभरत मंदिर परिसर पर दिव्यांगों के लिए निशुल्क अंग वितरण शिविर आयोजित किया गया। इसका उद्घाटन पूर्व पेसिफिक मिस इंडिया अनुकृति गुसाईं रावत और भरत मंदिर के महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य महाराज व रोटरी क्लब के अध्यक्ष नितिन गुप्ता, पूर्व मंडी समिति सभापति राकेश अग्रवाल, एआईसीसी सदस्य जयेन्द्र रमोला ने संयुक्त रूप से किया।

मुख्य अतिथि अनुकृति गुसाई रावत ने कहा कि दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों में दिव्यांग जनों के लिए वह कार्य करना चाहती हैं।

रोटरी क्लब के सहयोग से वह इस दिशा में शीघ्र कार्य करने की शुरुआत करेगी। उन्होंने कहा कि दिव्यांग भी समाज का ही एक अंग है दिव्यांग शब्द का अर्थ दिव्य शरीर वाला है आत्मा कभी विकलांग नहीं होती नकारात्मक व्यक्तियों के लिए दिव्यांग जनों ने कई उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। जिसमें अल्बर्ट आइंस्टीन जैसे महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंस का उदाहरण भी प्रस्तुत किया। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय पैरा ओलंपिक खिलाड़ी नीरजा गोयल को सम्मानित किया और कहा कि अन्य दिव्यांग जनों को भी सक्रिय रहना चाहिए। कभी भी खुद को असहाय नहीं समझना चाहिए।

अनुकृति गुसाईं ने रोटरी क्लब ऋषिकेश व मारवाड़ी युवा मंच फरीदाबाद के कार्यों की सराहना करते हुए रोटरी क्लब के अध्यक्ष नितिन गुप्ता, प्रोजेक्ट चेयरमैन चंद्रशेखर शर्मा, विशाल तायल, सचिव संजय अग्रवाल, नवीन अग्रवाल को इस नेक कार्य के लिए सम्मानित भी किया।

वहीं, निशुल्क अंग वितरण शिविर में आज करीब 150 दिव्यांगों के रजिस्ट्रेशन हुए तथा आवश्यक अंगों का नाप लिया गया। इन्हें कल अंग वितरित किए जायेंगे।
साथ ही डॉक्टरों की टीम के द्वारा दिव्यांग जनों के सर्टिफिकेट बनाने का कार्य किया जाएगा।

ऋषिकेशः झंडारोहण के साथ हुआ बसंतोत्सव पर्व का आगाज

श्रीभरत मंदिर प्रांगण में प्रातःकाल झंडारोहण के साथ बंसतोत्सव 2021 का आगाज हुआ। झंडारोहण के दौरान स्कूल सोसाइटी के सचिव हर्षवर्धन शर्मा, विनय उनियाल, दीप शर्मा, वरुण शर्मा, प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत, प्रधानाचार्य धीरेन्द्र जोशी, जयेंद्र रमोला, विमला रावत, पूर्व प्रधानाचार्य डीबीपीएस रावत, मीडिया प्रभारी रवि शास्त्री आदि शामिल रहे।

इसके बाद सुबह दस बजे से ऋषिकेश आयुर्वेदिक डॉक्टर्स एसोसिएशन ने एक वृहद आयुर्वेदिक निशुल्क चिकित्सा शिविर का आरंभ किया, जो तीन दिनो तक चलेगा। इसका उद्घाटन महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य, सोसाइटी के सचिव हर्षवर्धन शर्मा, भारतीय चिकित्सा परिषद के उपाध्यक्ष संकाय डॉ डीके श्रीवास्तव, पूर्व पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा, विनय उनियाल, जयेंद्र रमोला, मीडिया प्रभारी रवि शास्त्री आदि ने किया। शिविर का नगर एवं आसपास के करीब 200 लोगों ने अपनी निशुल्क जांच कराकर लाभ उठाया।

शिविर में डॉ एनडी सेमवाल, डॉ एसएन रतूड़ी, डॉ डीके श्रीवास्तव, डॉ जी एल अरोड़ा, डॉ शरद चंद्र मिश्रा, डॉ जेपी राठी, डॉ प्रतीक सिंह रावत, डॉ सीमा सक्सेना, डॉ मधु आनंद, डॉ निवेदिता श्रीवास्तव, डॉ विंतेश्वरी नौटियाल, डा भास्करानंद, डॉक्टर अरुण कुमार, डॉ डीपी बलोदी, डॉ मीनाक्षी जगजापे, डा वर्षा कुरियाल, ने अपनी विशिष्ट निदान द्वारा सभी रोगियों का चिकित्सा एवं औषधि प्रदान की। मौके पर मीडिया प्रभारी रवि शास्त्री, जितेन्द्र बिष्ट, अभिषेक शर्मा, रंजन अंथवाल आदि शामिल रहे।