सीएम धामी ने गोविंद बल्लभ पंत की जयंती पर दी श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत का उनकी जयंती पर भावपूर्ण स्मरण किया है। सीएम ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत रत्न स्व. पंत एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, देशभक्त, समाजसेवी तथा कुशल प्रशासक थे।

उन्होंने कहा कि पंडित पंत ने देश को नई दिशा देने के साथ ही कुली बेगार प्रथा तथा जमींदारी उन्मूलन के लिए निर्णायक संघर्ष कर समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि हिंदी को राजभाषा के रूप में प्रतिष्ठित कराने तथा उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री एवं देश के गृहमंत्री रहते हुए आधुनिक भारत के निर्माण में भी उनकी महती भूमिका रही। उनका संघर्षशील एवं प्रेरणादायी नेतृत्व देशवासियों के लिए सदा प्रेरणा का स्रोत रहेगा।

स्व. अटल बिहारी को मंत्री अग्रवाल ने दी श्रद्धांजलि

क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेई को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि स्व. अटल जी दूरदर्शी नेता थे, विपक्ष के लोग भी उनके व्यक्तित्व के कायल थे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड स्वर्गीय अटल जी की ही देन है। कहा कि स्व. अटल जी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत को एक विश्व शक्ति के रूप में स्थापित किया। परमाणु शक्ति के क्षेत्र में सैन्य क्षेत्र में भी भारत को आत्मनिर्भर बनाया।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि स्व. अटल जी ने भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी। उनके आदर्शों पर आज पार्टी का हर एक सिपाही अग्रसर है। उन्होंने कहा कि देश की राजनीति में उनका नाम सदैव स्मरण किया जाता रहेगा।

अंबेडकर ने भारतीय संविधान के निर्माण में अपना बहुल्य योगदान दिया-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत में नरसिंह डांडा के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होंने भारत रत्न डॉ. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती पर उनके चित्र में पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अंबेडकर ने समाज के वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने का कार्य किया। जाति प्रथा और इससे उत्पन्न होने वाले सामाजिक कुप्रभावों को लेकर देश में एक मजबूत आवाज उठाई थी। भारतीय संविधान के निर्माण में डॉ. अंबेडकर के योगदान के लिए देशवासी सदैव उनके प्रति कृतज्ञ रहेंगे। आधुनिक भारत की नींव तैयार करने में भी बाबा साहब की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने सामाजिक, कानूनी तथा राजनीतिक क्षेत्र में भी देश व समाज के लिए अनेक महान कार्य किए। उन्होंने हर वर्ग के उत्थान के लिए कार्य किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखकर कार्य किए जा रहे हैं। जन धन योजना, आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, उज्जवला योजना, किसान सम्मान निधि या फिर 80 करोड़ लोगों को राशन देने का कार्य हो आज मोदी के नेतृत्व में किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, बाबा केदार की भूमि से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा, इस दिशा में राज्य सरकार तेजी से कार्य कर रही है। चारधाम यात्रा एवं कावड़ यात्रा में पिछले साल श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई। इस साल चारधाम यात्रा में और अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। मानसखंड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत कुमाऊं मंडल के सभी मंदिरों का सौंदर्यीकरण कर उनमें अवस्थापना सुविधाएं विकसित कर उन्हें जोड़ने का कार्य एक सर्किट के रूप में किया जा रहा है। देश में उत्तराखंड राज्य एक ऐसा राज्य होगा जो प्रत्येक क्षेत्र में आगे होगा। उत्तराखंड का मॉडल पूरे भारत के लिए एक मॉडल बनेगा।
इस अवसर पर लोहाघाट ग्रोथ सेंटर में 40 महिलाओं को रोजगार देने वाली नारायणी देवी को उनके इस सरहनीय कार्य के लिए मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया और इसी तरह आगे को भी कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर क्षेत्र के विकास के लिए विभिन्न घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि जिला पुस्तकालय चंपावत का और अधिक विस्तारीकरण किया जाएगा, साज सज्जा का भी कार्य किया जाएगा। राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नरसिंह डांडा का इंटरमीडिएट में उच्चीकरण किया जाएगा। नरसिंह डांडा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण किया जाएगा। नरसिंह डांडा में लिफ्ट पेयजल योजना का निर्माण किया जाएगा। नरसिंह डांडा में अंबेडकर भवन का निर्माण किया जाएगा। नरसिंह डांडा की भूमि पर निवास कर रहे परिवारों को मालिकाना हक दिलाए जाने की कार्यवाही को आगे बढ़ाया जाएगा। सिद्ध नरसिंह मंदिर कालू खान का सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाएगा।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, ब्लाक प्रमुख चंपावत रेखा देवी बाराकोट विनीता फर्त्याल, भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल महरा, भाजपा जिला अध्यक्ष अनुसूचित जाति मोर्चा गोविंद प्रसाद, जनपद प्रभारी भाजपा गणेश भंडारी, महामंत्री मुकेश कलखुडिया, जिलाध्यक्ष एस सी प्रकोष्ठ मदन राम,ग्राम प्रधान नरसिंह डांडा कविता देवी सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक अधिकारी, जनता मौजूद रही। कार्यक्रम का संचालन प्रमोद टम्टा द्वारा किया गया।

पीएम की बात सुनकर सीएम ने की पूर्व पीएम अटल बिहारी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना। मन की बात कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में वर्ष 2022 भारत के लिये विशेष उपलब्धियो भरा रहा है। इस वर्ष देश ने विकास की रफ्तार पकड़ी है और हम दुनिया की सबसे तेज गति से बढती अर्थव्यवस्था हैं। इस वर्ष देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे हुए। अब अमृत काल में प्रवेश कर गये हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की पहल पर हर घर तिरंगा अभियान से पूरे देश में उत्साह का माहौल बना। विश्व ने भारत की एकता को महसूस किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की शक्ति को संसार ने माना है। जी-20 की अध्यक्षता की जिम्मेदारी मिलना हम सभी के लिए गर्व की बात है।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्न’ स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के निर्माण में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। अटल जी ने उत्तराखण्ड को बनाया और नरेन्द्र मोदी उत्तराखण्ड को संवार रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वालों की उपलब्धियों को जिक्र मन की बात के माध्यम से प्रधानमंत्री जी करते हैं, इससे अन्य लोगों को भी अच्छे कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है।

इस अवसर पर भाजपा के महानगर देहरादून अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल एवं भाजपा के अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

कभी प्रधानमंत्री की लाइन में थे, लेकिन किस्मत ने बनाया महामहिम

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी नहीं रहे। आज उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की जानकारी बेटे अभिजीत ने ट्वीट कर दी। उन्होंने ट्वीट किया, “भारी मन के साथ आपको सूचित करना है कि मेरे पिता जी प्रणब मुखर्जी का अभी हाल ही में आरआर अस्पताल के डॉक्टरों के सर्वोत्तम प्रयासों और पूरे भारत में लोगों से प्रार्थना, दुआओं और प्रार्थनाओं के बावजूद निधन हो गया है! मैं आप सभी को धन्यवाद देता हूं।”
पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व कांग्रेस चीफ राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं और अन्य हस्तियों ने दुख प्रकट किया और आत्मा की शांति की कामना की। दरअसल, मुखर्जी की तबीयत सोमवार को और खराब हो गया थी। उन्हें फेफड़े में संक्रमण की वजह से सेप्टिक शॉक लगा था। यह शॉक एक ऐसी गंभीर स्थिति है, जिसमें रक्तचाप काम करना बंद कर देता है और शरीर के अंग पर्याप्त ऑक्सीजन प्राप्त करने में विफल हो जाते हैं। सेना के अनुसंधान एवं रेफरल अस्पताल ने बताया था कि मुखर्जी का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि वह गहरे कोमा में हैं और वेंटिलेटर पर हैं। इलाज विशेषज्ञों की एक टीम कर रही है। पूर्व राष्ट्रपति को 10 अगस्त को इस अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी। बाद में उनके फेफड़ों में भी संक्रमण हो गया था।
2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे प्रणब मुखर्जी को राजनीतिक गलियारों में ‘प्रणब दा’ या ‘दादा’ के नाम से भी पुकारा जाता रहा है। कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे प्रणब दा नेहरू-गांधी परिवार के सबसे करीबी लोगों में रहे थे। हालांकि, 1990 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने प्रणब दा को प्रधानमंत्री बनने से रोक दिया था। यह दावा कांग्रेस के दिवंगत नेता और गांधी परिवार के नजदीकी नेताओं में शामिल रहे एम एल फोतेदार ने अपनी किताब ‘द चिनार लीव्ज’ में किया है।
किताब में लिखा गया है कि 1990 में वी. पी. सिंह की सरकार गिरने के बाद तत्कालीन राष्ट्रपति आर वेंकटरमण चाहते थे कि सरकार कांग्रेस की बने और उसका नेतृत्व प्रणब मुखर्जी करें लेकिन राजीव गाँधी राष्ट्रपति की इस राय के पूरी तरह से खिलाफ थे। किताब में एम एल फोतेदार ने लिखा है कि वी पी सिंह के इस्तीफे के बाद राजनीतिक रायशुमारी के लिए उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति आर वेंकटरमण से मुलाकात की थी।मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि अगली सरकार के लिए राजीव गांधी को प्रणब मुखर्जी का समर्थन करना चाहिए।
फोतेदार लिखते हैं, “मैंने राष्ट्रपति से अनुरोध किया कि वह अगली सरकार के गठन के लिए राजीव गांधी को आमंत्रित करें क्योंकि कांग्रेस लोकसभा का अकेला सबसे बड़ा दल है।” इस पर राष्ट्रपति ने यह कहा कि मुझे (फोतेदार) राजीव गाँधी को बताना चाहिए कि अगर वह प्रधानमंत्री पद के लिए प्रणब मुखर्जी का समर्थन करते हैं तो वह उसी शाम को उन्हें शपथ दिला देंगे।
फोतेदार ने किताब में आगे लिखा है, “मैंने जब राष्ट्रपति वेंकटरमण की कही गई सारी बातें राजीव जी को बताई तो वे काफी आश्चर्यचकित हुए। चूँकि कांग्रेस पार्टी के पास ज्यादा विकल्प नहीं थे, इसलिए राजीव गांधी ने चंद्रशेखर को बाहर से समर्थन देने वाला विवादित फैसला लिया।” इस तरह प्रणब मुखर्जी प्रधानमंत्री बनते-बनते रह गए

अपने कॅरियर में देशभक्ति की भावना को भी करें शामिलः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ई-संवाद कार्यक्रम में राज्य के छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि देशभक्ति सभी सद्गुणों की जननी होती है। जिस भी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाएं, उसका उद्देश्य देशभक्ति होनी चाहिए। जो भी कैरियर बनाएं, मकसद एक ही होना चाहिए कि देश के लिए कुछ करना चाहते हैं।

लक्ष्य पूर्ति तक आराम नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में सफल होने के लिए हनुमानजी से सीखा जा सकता है। ‘रामकाज किन्हे बिना मोहे आराम कहां’। जब तक लक्ष्य पूर्ति न हो, आराम नहीं करना है। पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की आज पुण्य तिथि है। हम उन्हें नमन करते हैं। वे सेना में अधिकारी बनना चाहते थे। देहरादून में साक्षात्कार के लिए आए परंतु उसमें सफल नहीं हुए। निराश हुए, तब ऋषिकेश गए, वहां एक संत से मार्गदर्शन लिया। इसके बाद उन्होंने पूरे मनोयोग से प्रयास किए और एक महान वैज्ञानिक बने। देश के राष्ट्रपति बने। उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का विषय है। हमारे प्रदेश में एक आईएएस हैं जो पहले श्रमिक का काम करते थे। उन्होंने मेहनत की और आईएएस बने। सफल होने के लिए जरूरी है कि हमारे प्रयास पूर्ण मनोयाग से हों।

उच्च स्तरीय शिक्षण संस्थानों की स्थापना
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा का मात्रात्मक प्रसार काफी हुआ है। अब विशेष तौर पर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में क्वालिटी एजुकेशन पर ध्यान देना होगा। आज का युग कड़ी प्रतिस्पर्धा का है। उच्च शिक्षण संस्थानों को वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप बदलना होगा। इसी सोच के साथ सीपैट और ड्रोन एप्लीकेशन सेंटर की स्थापना की गई। इसके अलावा नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी भी प्रारम्भ की जाएगी। जल्द ही नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल डेवलपमेंट भी शुरू किया जाएगा। उत्तराखण्ड में स्नातकोत्तर और रिसर्च के लिए आवासीय साईंस कॉलेज की स्थापना पर भी विचार किया जा रहा है। राज्य में एक विद्यालय प्रतिभावान बच्चों के लिए खोला जाएगा। इसमें कक्षा 6 से 12 तक संचालित की जाएंगी। इसमें राज्य स्तरीय परीक्षा के बाद प्रवेश दिया जाएगा। आर्थिक रूप से सक्षम परिवारों के बच्चों से शुल्क लिया जाएगा जबकि निर्धन व प्रतिभावान बच्चों के लिए शिक्षा निशुल्क होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देखकर बहुत प्रसन्न्ता होती है कि आज के बच्चे अपने कैरियर के संबंध में बहुत जागरूक हैं। उन्हें पता है कि किस क्षेत्र में भविष्य बनाना है। ई-संवाद में बच्चों ने अपनी बातें कहीं हैं। कोई डाक्टर बनना चाहता है तो कोई इंजीनियर और कोई सिविल सर्विसेज में जाना चाहता है। इसी प्रकार किसी ने वैज्ञानिक बनने की बात कही है। एक ने फाईन आर्ट में कैरियर बनाने की इच्छा व्यक्त की है। कोई शिक्षक बनकर और कोई सेना में जाकर देश की सेवा करना चाहता है।

कैरियर के लिए पूरे मनोयोग से करें प्रयास, सरकार व समाज से मिलेगा सहयोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चे पूर्ण मनोयाग से आगे बढ़ें और मेहनत करें। जरूरत पड़ने पर सरकार और समाज से आवश्यक सहयोग मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि चमोली जिले के एक बच्चे का सेलेक्शन लंदन स्कूल ऑफ आर्टस में हुआ। उसे वहां भेजने की व्यवस्था की गई। इसी प्रकार निर्धन परिवार की एक छात्रा पढ़ाई के लिए न्यूजीलैंड जाना चाहती थी। पता चलने पर इसकी भी व्यवस्था की गई। जो भी पाना चाहते हैं, उसकी पूरी तैयारी करें। जब मदद की जरूरत पड़े, तो बताएं। सरकार के साथ ही व्यक्तिगत तौर पर भी लोग मदद के लिए आते हैं।
ई-संवाद में विधायक पुष्कर सिंह धामी, यूसर्क के निदेशक प्रोफेसर दुर्गेश पंत, अन्य वैज्ञानिक, शिक्षक, छात्र-छात्राओं ने भी प्रतिभाग किया।