पूर्व के यात्रा सीजन के दौरान हुई दुर्घटनाओं का डेथ ऑडिट होगा तैयार

प्रदेश में आगामी चारधाम यात्रा को श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों के लिए सहज, सुगम, सुखद तथा सुरक्षित बनाने के दृष्टिगत मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने यात्रा मार्ग पर जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह तैयार करने हेतु सभी विभागों को दो महीने की डेडलाइन दी है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आम यात्रियों की सुविधाओं के लिए यात्रा रजिस्ट्रेशन को अधिक से अधिक ऑनलाइन प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीएस ने वीआईपी दर्शन के कारण जनसामान्य को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए सुव्यवस्थित प्रबन्धन करने के निर्देश दिए हैं।

यात्रा मार्ग पर सड़क दुर्घटनाओं एवं रोड सेफटी के मामलों को गम्भीरता से लेते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जिलाधिकारियों को रोड सेफ्टी से सम्बन्धित सभी पहलुओं विशेषकर क्रेश बैरियर लगवाने के प्रस्ताव शीघ्र शासन स्तर पर भेजने, पुलिस एवं परिवहन की संयुक्त टीमों द्वारा गत वर्षो में यात्रा सीजन के दौरान हुई सड़क दुर्घटनाओं का डेथ ऑडिट करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्य सचिव ने सचिवालय में चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करते हुए आगामी चार धाम यात्रा को केजुअल्टी फ्री यात्रा बनाने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को 15 अप्रैल तक सड़कों के मरम्मत, पैच्स आदि का कार्य पूर्ण करने की डेडलाइन दी है। लोक निर्माण विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि इस वर्ष रोड सेफटी आदि कार्यो के लिए 600 करोड़ रूपये अनुमोदित है। मुख्य सचिव ने यात्रा मार्गो पर ड्राइवरों की सुविधा के लिए रेस्ट रूप एवं सस्ते भोजन की व्यवस्था करने तथा इन रेस्ट रूम्स का संचालन स्थानीय युवाओं को सौंपने के निर्देश दिए हैं।

हैली सर्विसेज के रजिस्ट्रेशन के ऑनलाइन फर्जीवाड़े की घटनाओं को पूरी तरह से रोकने तथा साइबर क्रिमिनलस् पर कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने के दृष्टिगत मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने ‘‘हेली सेवाओं की बुकिंग केवल आईआरसीटीसी के माध्यम से ही’’ का संदेश यात्रा रजिस्ट्रेशन के समय तथा विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने हैली सेवाओं के फर्जीवाड़े के मामलों की गम्भीरता से जांच के लिए एसटीएफ को पूर्णतः सक्रिय करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा यात्रा सीजन के दौरान ग्रीष्मकाल में गैरसैंण में होने वाले विधानसभा सत्र के साथ साथ ही यात्रा व्यवस्थाओं के भी शांतिपूर्ण संचालन हेतु विशेष निर्देश दिए गए हैं।

चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों हर समय बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्धता को शीर्ष प्राथमिकता पर लेते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने निर्देश दिए है कि चारधाम यात्रा मार्गों पर ड्यूटी पर लगे डॉक्टर्स की रोस्टर बनाकर तैनाती की जाय तथा इसके साथ ही पहले से ही उत्तरकाशी, चमोली एवं रूद्रप्रयाग जिलों के स्वास्थ्य केन्द्रों पर तैनात डॉक्टर्स की ड्यूटी चारधाम यात्रा में न लगाई जाय बल्कि यात्रा मार्ग पर बाहर से युवा डॉक्टर्स की तैनाती की जाय। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने यात्रा मार्ग पर घोड़े खच्चरों की हेल्थ स्क्रीनिंग हेतु चेक पोस्ट पर ही व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।

यात्रा के दौरान प्लास्टिक के बोतलों के उपयोग को हतोत्साहित करने के उद्देश्य से मुख्य सचिव रतूड़ी ने
ठनल ठंबा ठवजजसम पहल को पूरे यात्रा मार्ग पर लागू करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने जगह जगह पर्याप्त संख्या में वाटर एटीएम लगाने के भी निर्देश पेयजल विभाग को दिए हैं।

बैठक में सचिव सचिन कुर्वे, पंकज कुमार पाण्डेय, विनय शंकर पाण्डेय, अरविन्द सिंह हयांकी, डा0 आर राजेश कुमार, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी तथा वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।

यमुनोत्री रोपवे प्रोजेक्ट के लिए पर्यटन विभाग ने किया अनुबंध

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की उपस्थिति में गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास में यमुनोत्री रोपवे प्रोजेक्ट के लिए पर्यटन विभाग, निजी निर्माण कंपनी एस.आर.एम. इंजीनियरिंग एवं एफआईएल इंडस्ट्री प्रा. लि. के बीच अनुबंध किया गया। ले. कमान्डर दीपक खण्डूरी (से.नि.) निदेशक अवस्थापना एवं अविरल जैन ने एमओयू हस्ताक्षरित किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस इस रोपवे परियोजना के पूर्ण होने के बाद यमुनोत्री धाम अपने शीतकालीन स्थल खरसाली से जुड़ जायेगा। इस रोपवे परियोजना के बनने के बाद श्रद्धालुओं को यमुनोत्री धाम के दर्शन करने में सुगमता होगी। अभी पैदल मार्ग से यमुनोत्री धाम पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 2 से 3 घण्टे का समय लग जाता है, रोपवे बन जाने के बाद मात्र 15 से 20 मिनट में श्रद्धालु यमुनोत्री के दर्शन के लिए पहुंच जायेंगे एवं प्रदूषण मुक्त प्राकृतिक सौन्दर्य का लाभ उठा पायेंगे। इस रोपवे परियोजना के पूर्ण होने पर श्रद्धालुओं को तो सुविधा मिलेगी ही साथ ही स्थानीय स्तर पर लोगों के रोजगार के संसाधन भी बढ़ेंगे।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि खरसाली से यमुनोत्री धाम तक बनने वाला यह रोपवे मॉ यमुना के ग्रीष्मकालीन व शीतकालीन धामों को एक साथ जोड़ने एवं उत्तराखण्ड में धार्मिक पर्यटन की संभावनाओं में एक और नये अध्याय का कार्य करेगा। परियोजना का क्रियान्वयन तय सीमा में पूर्ण किये जाने का लक्ष्य रखा गया है।
सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे ने कहा कि जानकीचट्टी (खरसाली) से यमुनोत्री बनने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा साथ ही श्रद्धालुओं को आवागमन की बेहतर सुविधा मिलेगी।
यमुनोत्री धाम के लिए बनने वाला 3.38 किमी लंबाई का यह रोपवे मोनोकेबल डिटैच्चेबल प्रकार का होगा। जिसका निर्माण यूरोपीय मानकों के अनुसार फ्रांस और स्विटजरलैंण्ड की तर्ज पर किया जायेगा। इस रोपवे की यात्री क्षमता एक घंटे में लगभग 500 लोगों को ले जाने की होगी। रोपवे के एक कोच की क्षमता आठ लोगों को ले जाने की होगी। यह रोपवे पर्यटन विभाग द्वारा पीपीपी मोड पर निर्मित किया जाना प्रस्तावित है। यमुनोत्री को रोपवे से जोड़ने के साथ ही पार्किंग, आवासीय व्यवस्था, रेस्टोरेंट के निर्माण भी प्रस्तावित हैं। लगभग 166.82 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले रोपवे का लोअर टर्मिनल खरसाली में 1.787 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जायेगा, जबकि अपर टर्मिनल 0.99 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जायेगा।
इस अवसर पर विधायक यमुनोत्री संजय डोभाल, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक विंग) कर्नल अश्वनि पुण्डीर (से.नि.), अपर निदेशक पर्यटन पूनम चंद, साहसिक खेल अधिकारी सीमा नौटियाल उपस्थित रहे।

श्री बदरीनाथ सहित चारों धामों के बंद होने की तिथि की हुई घोषणा

उत्तराखंड में चारों धामों के कपाट शीतकाल के लिए बंद करने का ऐलान कर दिया गया है। चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर शनिवार शाम 3 बजकर 35 मिनट के लिए बंद कर दिए जाएंगे। जबकि, गंगोत्री धाम के कपाट 26 अक्टूबर को 12 बजकर 1 मिनट पर अनकूट के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
भैया दूज के अवसर रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ और उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री धामी के कपाट बंद किए दिए जाएंगे। भैया दूज के पावन पर्व पर आने वाली 27 अक्टूबर को विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार के साथ छह माह तक शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
बुधवार को यमुना मंदिर में यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल एवं पंच पंडा पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल की उपस्थिति ने यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों द्वारा दशहरे के शुभ अवसर पर यमुनोत्री धाम के कपाट बंद करने का मुहूर्त निकाला गया।
भैया दूज के पावन पर्व पर 27 अक्टूबर 2022 को दोपहर 12 बजकर 9 मिनट पर सर्व सिद्धि योग, अभिजीत मुहूर्त के शुभ अवसर पर विधिवत पूजा अर्चना के साथ यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए छह माह तक बंद कर दिए जाएंगे। शीतकाल में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु छह माह तक मां यमुना के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास खुशीमठ (खरसाली) में कर सकेंगे। जिसके बाद अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर ग्रीष्म काल के लिए यमुनोत्री धाम में पुनः मां यमुना के कपाट विधिवत दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे।
यमुनोत्री धाम के कपाट बंद करने का मुहूर्त निकालने के इस दौरान यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल, पंच पंडा पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल, लखन उनियाल, अमित उनियाल, सच्चिदानंद उनियाल, रामस्वरूप उनियाल सहित तीर्थ पुरोहित मौजूद रहे।

तीर्थ यात्रियों का टूटा रिकॉर्ड
बदरीनाथ, केदारनाथ सहित चारों धामों में दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों का रिकॉर्ड टूटा है। इस साल 2022 में अब तक 38 लाख से ज्यादा तीर्थ यात्री दर्शन करने को धामों में पहुंचे हैं। 8 मई से खुले बदरीनाथ धाम में 3 अक्टूबर तक 1443174 तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए। जबकि, 6 मई से खुले केदारनाथ धाम में 3अक्टूबर तक 1323949 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। 3 मई से खुले यमुनोत्री धाम और गंगोत्री धाम में क्रमश 456885 और 580170 तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किया है।

टैक्सी टैक्सी संचालकों ने एसडीएम के माध्यम से सीएम को भेजा ज्ञापन

संयुक्त रोटेशन टैक्सी मैक्सी संचालक समिति ऋषिकेश/ लक्ष्मण झूला के तत्वावधान में विभिन्न परिवहन संस्थाओ के प्रतिनिधियों ने उप जिलाधिकारी ऋषिकेश के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन प्रेषित कर राज्य में बंद पड़ी चार धाम यात्रा को अति शीघ्र संचालित करने की मांग की। इस अवसर पर गढ़वाल मंडल टैक्सी चालक व मालिक एसोसिएशन के अध्यक्ष विजयपाल सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में रोजगार के संसाधन परिवहन और पर्यटन पर आधारित है।

राज्य सरकार को कोरोना गाइडलाइन का अनु पालन कराते हुए चार धाम यात्रा अति शीघ संचालित करने हेतु आवश्यक कार्यवाही अमल में लानी चाहिए, चार धाम यात्रा प्रारंभ ना होने की दशा में राज्य सरकार को अविलंब परिवहन एवं पर्यटन सेक्टर को बीमार घोषित कर उचित राहत पैकेज घोषित करना चाहिए।

ज्ञापन देने वालों में गढ़वाल मंडल टैक्सी चालक एवं मालिक एसोसिएशन ऋषिकेश के अध्यक्ष विजयपाल सिंह रावत, सचिव विजेंद्र कंडारी, उप प्रधान नरेंद्र वर्मा, ऋषिकेश डीलक्स टैक्सी मैक्सी ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमंत डग, सचिव ललित सक्सेना, सह सचिव अर्पित राजपूत, मोहनलाल, जीप कमांडर एसोसिएशन ऋषिकेश के पूर्व अध्यक्ष भगवान सिंह राणा, इनोवा टैक्सी मैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष जयप्रकाश नारायण, कार्यकारिणी अध्यक्ष अवतार सिंह भगत, सचिव नवीन सेमवाल, कोषाध्यक्ष बूटा सिंह, सरदार कुलदीप सिंह आदि शामिल थे।

देवस्थानम बोर्ड खत्म करने की मांग कर रहे तीर्थ पुरोहितों को पुरोहित महासभा और विहिप ने किया समर्थन

चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत समिति ने देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग की। समिति के महामंत्री हरीश डिमरी ने कहा कि बोर्ड को भंग करने की मुहिम में पूरे देश से समर्थन मिल रहा है।

अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा एवं विश्व हिन्दु परिषद का खुला समर्थन मिला है। पुरोहित महासभा के अध्यक्ष महेश पाठक ने सीएम उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिख कर देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग की है। यही मांग विश्व हिन्दु परिषद के स्तर से भी की गई है। हरीश डिमरी ने कहा कि सरकार इस मामले में अब बिल्कुल भी देर न करे। बल्कि जल्द पूर्व की स्थिति बहाल करे। उन्होंने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत के देवस्थानम बोर्ड के समर्थन में दिए गए बयान का भी विरोध किया।

देवस्थानम बोर्ड को लेकर तस्वीर साफ करें सीएम तीरथ सिंह रावत

उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री बनें तीरथ सिंह रावत ने तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारियों को भरोसा दिया था कि सरकार देवस्थानम बोर्ड पर पुर्नविचार करेगी। मगर, ऐसा होता नहीं दिख रहा है। इस पर चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत के अध्यक्ष ने सवाल किए हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार को देवस्थानम बोर्ड पर स्टैंड क्लीयर करना चाहिए। सरकार को बताना चाहिए कि आखिर मुख्यमंत्री का पुर्नविचार से संबंधित आश्वासन का क्या हुआ। कोटियाल ने कहा कि एक ओर सरकार पुर्नविचार का आश्वासन देती है और दूसरी ओर बोर्ड को पूरा आकार देने में जुटी हुई है। कहा कि चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत का स्टैंड क्लीयर है।

महापंचायत चार धामों में पहले जैसी व्यवस्था चाहती है। धामों में सरकार के बहुत अधिक दखल के पक्ष मे ंनहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस तर्क में कोई दम नहीं है कि इससे विकास होगा। उन्होंने सवाल किया कि धामों के विकास के लिए तीर्थों की व्यवस्था में छेड़छाड़ ठीक नहीं है।

महापंचायत के अध्यक्ष कोटियाल ने दो टूक कहा कि गांधीवादी तरीके से सरकार के सम्मुख पक्ष रखा जा चुका है। तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी याचक कतई नहीं बनेंगे। संघर्ष जारी रखेंगे। कहा कि सरकार की उन्हें थकाने की स्ट्रेटजी कामयाब होने वाली नहीं है।

17 मई को श्री केदारनाथ धाम के खुलेंगे कपाट

श्री केदारनाथ धाम के कपाट सोमवार 17 मई को प्रातः 5 बजे खुलेंगे। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने श्रद्धालुओं को शुभकामनायें दीं हैं। मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि अपने घरों में रहकर पूजा- अर्चना करें।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि देवस्थानम बोर्ड एंव मंदिर समितियों द्वारा चारों धामों में पहली पूजाएं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से जनकल्याण हेतु की जा रही हैं। बीते कल शाम श्री केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली केदारनाथ धाम पहुंची। कल सोमवार को प्रात: 5 बजे श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंंगे। जबकि श्री यमुनोत्री धाम के कपाट 14 मई तथा श्री गंगोत्री धाम के कपाट 15 मई को खुल चुके है।

श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई को प्रात: 4 बजकर 15 बजे खुल रहे है। श्री नृसिंह मंदिर से आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी, रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी के साथ योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर पहुंच गयी है। कल शाम उद्धव एवं कुबेर के साथ ही आदि गुरू शंकराचार्य की गद्दी श्री बदरीनाथ धाम पहुंच जायेगी।

कोविड के दृष्टिगत चारधाम यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित किया जा चुका है। नित्यनियम से पूजा – अर्चना चलेगी। धामों में पूजपाठ से जुड़े लोगों को जाने की अनुमति है तथा कोरोना बचाव मानकों का पालन हो रहा है।

देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि श्री बदरीनाथ धाम तथा श्री केदारनाथ धाम में देवस्थानम बोर्ड ने कपाट खुलने की तैयारियां पूरी कर ली है। सेनिटाईजेशन, साफ-सफाई, बिजली-पानी की आपूर्ति, रावल, पुजारियों, वेदपाठियों हेतु आवास ब्यवस्था की गयी है। मास्क पहनना, सोशियल डिस्टेंसिंग, थर्मल स्क्रीनिंग को अनिवार्य किया गया है।

देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी सिंह केदारनाथ धाम में ब्यवस्थाओं का अवलोकन कर रहे है। गढ़वाल आयुक्त/ उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने चारधाम के कपाट खुलने के अवसर पर कोविड गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित करने को कहा है।

चारधाम के पट नियमित समय पर ही खुलेंगे, नहीं चलेगी यात्रा

देहरादून। राज्य में कोविड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा को स्थगित करने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि धामों के कपाट निर्धारित समय पर ही खुलेंगे और तीर्थ-पुरोहित मंदिरों में नियमित रूप से पूजा-पाठ करेंगे। लेकिन श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर चारधाम यात्रा को स्थगित रखने का निर्णय लिया गया है।

गढ़ी कैंट स्थित मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि चारधाम यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि चार धामों में केवल तीर्थ पुरोहितों को ही नियमित पूजा पाठ की अनुमति होगी। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा की किसी को अनुमति नहीं होगी, केवल तीर्थ-पुरोहित ही पूजा करेंगे। स्थानीय जिले के निवासी भी मंदिरों में पूजा-पाठ के लिए नहीं जा सकेंगे।

उन्होंने कहा कि नियमित समय पर ही चारधाम के पट खुलेंगे और तीर्थ-पुरोहित ही पूजा करेंगे बाकी देश के लोगों के लिए चारधाम यात्रा अभी बंद है। कहा कि पूरे देश में इस समय कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। उत्तराखण्ड में भी लगातार कोविड के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे समय में सरकार पूरी तरह से सजग है और इसी क्रम में तय हुआ है कि अभी चारधाम यात्रा को स्थगित रखा जाए। उन्होंने कहा कि लोगों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है। राज्य सरकार की ओर से कोविड-19 से लड़ाई में हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

सरकार चारों धामों में मास्टर प्लान के जरिए स्थानीय को करना चाहती है बेघरः तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी

चार धाम तीर्थ पुरोहित हक हकूक घाटी महापंचायत की एक अनौपचारिक बैठक कृष्णकांत कोठियाल जी की अध्यक्षता में भगवान आश्रम में संपन्न हुई जिसमें निम्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई सर्वप्रथम सरकार हमारे लोगों को आपस में तोड़ने की जो कोशिश कर रही है, महापंचायत उसका घोर विरोध करती है हमारे लोग-बगाहे सरकार हमारे लोगों को प्रलोभन दे रही है ऐसा हम होने नहीं देंगे। चार धाम के लोग सरकार की भाषा का विरोध करेंगे सरकार सभी चारों धामों में मास्टर प्लान ठोक कर वहां के स्थानीय लोगों को बेघर करना चाहती है उनके रोजगार को सुनना चाहती है।

स्थानीय स्तर पर चारों धामों में देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ जन जागरण अभियान चलाया जाएगा सरकार तानाशाही रवैया के अनेक काले कानून बना रही है। लेकिन चारों धामों में स्थानीय लोगों से कोई भी खुश नहीं है तानाशाही रवैया द्वारा सरकार अपनाएं अपनाया जा रहा है जो ठीक नहीं है नहीं है जनता इसका घोर विरोध कर रही है। भविष्य में आगे की रणनीति के लिए शीघ्र महापंचायत की विशाल बैठक बुलाई जाएगी और हक हकूक दार महापंचायत सभी जनमानस को एकत्र कर इसका घोर विरोध करेगी।

इस बैठक में कृष्ण कांत कोठियाल अध्यक्ष चार धाम तीर्थ पुरोहित हक हकूक जाति महापंचायत, हरीश डिमरी सचिव, विनोद शुक्ला उपाध्यक्ष एवं अध्यक्ष केदार सभा, लक्ष्मीनारायण कोषाध्यक्ष, विनोद उपाध्यक्ष पंचायत, आचार्य नरेश आनंद ब्रह्म कपाल तीर्थ पुरोहित, पुरुषोत्तम तिवारी महामंत्री केदार सभा, पंडित रवि शास्त्री अध्यक्ष तुलसी मानस मंदिर, अभिषेक शर्मा अध्यक्ष आश्रम धर्मशाला प्रबंधन समिति, रमाकांत भारद्वाज महामंत्री आश्रम प्रबंधन समिति, नरोत्तम दास, आनंद तिवारी, संतोष तिवारी, प्रकाश कोटियाल आदि उपस्थित थे।