मुख्यमंत्री आवास परिसर में रंगों के पर्व होली की धूम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री आवास परिसर में आयोजित होली मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने सभी को अबीर – ग़ुलाल लगाते हुए रंगों के पर्व होली की बधाई व शुभकामनाएं दी।

होली मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों ने भी मुख्यमंत्री को होली की शुभकामनाएं दी तथा होली से सम्बंधित पारम्परिक गीत- ’श्याम मुरारी के दर्शन को जब विप्र सुदामा आए हरि, आयो वसंत बहार, शिव शंकर खेले होली, फागुन में खेला होली, शिव के मन माहि बसे काशी,’ आदि खड़ी होली के गीत गाते हुए ढ़ोल – दमाऊ के बीच एक -दूसरे को बधाई दी स

इस उल्लास भरे उत्सव के अवसर पर सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।

एक दिन में सर्वाधिक 18 जीआई प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाला उत्तराखण्ड बना पहला राज्य

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में जीआई प्रमाण पत्रों का वितरण किया। उत्तराखंड देश का पहला राज्य है, जिसे एक दिन में सबसे अधिक 18 जीआई प्रमाण पत्र मिले हैं। अब तक उत्तराखंड के कुल 27 उत्पादों को जीआई टैग मिल चुका है। राज्य को जो 18 नये जी.आई प्रमाण पत्र मिले हैं उनमें उत्तराखण्ड चौलाई, झंगोरा, मंडुआ, लाल चावल, अल्मोड़ा लखोरी मिर्च, बेरीनाग चाय, बुरांस शरबत, रामनगर नैनीताल लीची, रामगढ़ आडू, माल्टा, पहाड़ी तोर, गहत, काला भट्ट, बिच्छूबूटी फैब्रिक, नैनीताल मोमबत्ती, कुमांऊनी रंगवाली पिछोड़ा, चमोली रम्माण मास्क तथा लिखाई वुड कार्विंग शामिल हैं। उत्तराखण्ड के नौ उत्पादों तेजपात, बासमती चावल, ऐपण आर्ट, मुनस्यारी का सफेद राजमा, रिंगाल क्राफ्ट, थुलमा, भोटिया दन, च्यूरा ऑयल तथा ताम्र उत्पाद को पहले ही जी.आई टैग प्राप्त हो चुका है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी दूरदर्शी सोच के कारण ही आज भारत सरकार से उत्तराखंड के 18 उत्पादों को भौगोलिक संकेतक टैग युक्त प्रमाण पत्र मिल पाए हैं। जिन उत्पादों को जीआई टैग प्रमाण पत्र प्रदान किये गये, उनके उत्पादकों को भी मुख्यमंत्री ने बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज का दिन उत्तराखंड के लिए ऐतिहासिक है। 2003 में जीआई कानून बनने से लेकर 2023 तक के बीस वर्षों के सफर में पहली बार एक दिन में, एक साथ किसी राज्य के 18 उत्पादों को जीआई प्रमाण पत्र निर्गत किये गए हैं। इस उपलब्धि से उत्तराखंड के पहाड़ी व्यंजनों के साथ ही कई अन्य वस्तुओं तथा इनसे संबंधित कलाकारों को काफी लाभ होने के साथ ही दुनियाभर में उत्तराखंड को अलग पहचान मिलेगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जीआई टैग युक्त उत्तराखण्ड के उत्पादों का निर्यात तेजी से बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत बनाने के प्रयासों को इससे और मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के सभी जिलों में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘एक जनपद, दो उत्पाद’ योजना पर राज्य में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। इस योजना के तहत बाजार में मांग के अनुरूप कौशल विकास, डिजाइन, रॉ मैटेरियल, नई तकनीक आदि के आधार पर प्रत्येक जिले में दो उत्पादों का विकास किया जा रहा है। उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में वहां के स्थानीय उत्पादों को पहचान कर उनके अनुरूप परंपरागत उद्योगों का विकास करना योजना का मुख्य उद्देश्य है। इस योजना से स्थानीय काश्तकारों एवं शिल्पकारों के लिए जहां एक ओर स्वरोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर हर जिले के स्थानीय उत्पादों को विश्वस्तरीय पहचान मिल रही है।
कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड के लिए आज का दिन बेहद हर्ष का दिन है। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड के मोटे अनाज मण्डुआ, झंगोरा, लाल चावल सहित 18 उत्पादों को एक साथ भौगोलिक सकेंतक (जीआई टैग) प्राप्त हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्म निर्भर भारत तथा लोकल फॉर ग्लोबल अभियान को बढ़ावा देने एवं श्रीअन्न को बढ़ावा देने के लिए जो मार्ग दर्शन दिये गये हैं, उसके अनुरूप प्रदेश में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने जीआई के लिए प्रयास किया। उन्होंने कहा कि राज्य को एक साथ 18 उत्पादों के जीआई टैग प्राप्त हुए हैं जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। उत्तराखण्ड के 9 उत्पादों को जीआई टैग पहले ही मिल चुका है। कृषि मंत्री ने कहा कि 12 से 18 जनवरी 2024 तक एक सप्ताह का देहरादून में प्रदेश स्तरीय जी.आई महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
इस अवसर पर उत्तराखंड मंडी परिषद एवं विपणन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. अनिल डब्बू, प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार भाष्कर खुल्बे, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, पद्मश्री एवं जीआई विशेषज्ञ रजनीकांत, महानिदेशक कृषि रणवीर सिंह चौहान और वर्चुअल माध्यम से भारत सरकार के महानियंत्रक प्रो. उन्नत पी. पंडित उपस्थित रहे।

सिलक्यारा टनल पर मनौवैज्ञानिक तरीका अपनाकर सीएम ने दिखाई कौशलता

उत्तरकाशी जिले के सिल्क्यारा टनल में फंसे लोगों के रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटरिंग के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज भी उत्तरकाशी में ही डेरा डाले हुए है। इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री आवास में लोकपर्व ईगास पर होने वाले कार्यक्रम को भी स्थगित कर दिया था। वहीं, एक महत्वपूर्ण निर्णय लेकर भी उन्होंने सभी को चौका दिया। पहली बार राज्य के इतिहास में सीएम का कैंप कार्यालय घटनास्थल वाले क्षेत्र के आसपास खोला गया है। मुख्यमंत्री के द्वारा लगातार दूसरे दिन भी उत्तरकाशी में डेरा डालने के कारण सरकारी कार्य प्रभावित ना हो, इसके लिए मुख्यमंत्री धामी ने अपना कैंप कार्यालय यही खोल दिया है।

राज्य का लोकपर्व, सांकेतिक रुप से मनाया
मुख्यमंत्री धामी द्वारा आज के दिन उत्तराखण्ड में धूमधाम से मनाये जाने वाले ईगास पर्व को भी न मनाने का निर्णय लिया गया। आज ईगास के मौक़े पर मुख्यमंत्री आवास पर लगभग एक हज़ार लोगों के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इस पर्व में शरीक होना था, जिसे उन्होंने रद कर दिया। वहीं, पूर्व सूचना के कारण मुख्यमंत्री आवास पहुँचे लोगों ने बेहद सादगी से गौ पूजन करके पर्व मनाया। मौक़े पर लोगों ने टनल में फंसे श्रमिकों की जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकलने की प्रार्थना भी ईश्वर से की। मुख्यमंत्री ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि टनल में फंसे मजदूरों की निकासी उनकी पहली प्राथमिकता है। ऐसे में उनके लिए असल त्यौहार तभी होगा जब वह बाहर आयेंगे। मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता को देखते हुए कई जगह कार्यक्रम या तो स्थगित हुए या सांकेतिक रुप से ही मनाये गये। यह पहली बार देखा जा रहा है कि कोई मुख्यमंत्री हर तरीके से इस मामले में पीड़ित पक्ष के साथ हो। एक तरफ धामी सरकार लगातार रेस्क्यू अभियान चलाकर फंसे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास कर रही है। तो वही मुख्यमंत्री मजदूरों की हौसला अफजाई भी कर रहे है तो वही उनके परिवारों को यह संदेश देने में भी कामयाब रहे है कि उत्तराखंड की सवा करोड़ जनता उनके साथ खड़ी है। राज्य की जनता का मुख्यमंत्री से ऐसा भावनात्मक रिश्ता है कि उनके संदेश को जनता ने समझ भी लिया। नही तो अपने लोकपर्व और त्यौहारों को कौन छोड़ता है?

संवेदनशील सीएम का बड़ा संदेश
एक तरफ सिल्क्यारा टनल ऑपरेशन विश्व के चौथे नंबर का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन बन गया है। मुख्यमंत्री पहले तो लगातार घटनास्थल का दौरा करते रहे और देहरादून से भी लगातार मौके पर जानकारी जुटाते रहे है। लेकिन बुधवार से तो मुख्यमंत्री धामी अंगद की तरह पैर जमाकर उत्तरकाशी डट गये है। ऐसे में प्रशासन के भी हौसले बुलंद हो गये है कि राज्य का मुखिया स्वयं मौके पर आ गया है। दिन-रात रेस्क्यू अभियान में लगे लोगों का उत्साहवर्धन होने से उम्मीदें जग रही है कि कभी भी खुशखबरी आ सकती है। वहीं, गुरुवार को मुख्यमंत्री ने देश दुनिया को भी बडा संदेश दे दिया है। पहली बार किसी सीएम ने घटनास्थल के पास ही अपना कैंप कार्यालय बनाया है। सीएम अब रोजमर्रा के कार्य बाधित ना हो, इसके लिए रेस्क्यू अभियान के सफल होने तक यही से कार्य संचालित करेंगे। यह ऐसा निर्णय है जो सभी का मनोबल हर विकट परिस्थिति में ऊंचा रखता है। कहा जाता है कि कठिन समय में पहले बुद्धि की परीक्षा होती है इस लिए मनोबल ऊंचा रखने के लिए मनोवैज्ञानिक तरीके अपनाना भी जरुरी होता है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने ऐसा निर्णय लेकर एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की है।

इन्वेस्टर्स समिट के रोड शो में किये गये एमओयू को धरातल पर उतारने के निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में राज्य के विकास कार्यों में तेजी लाने एवं रोजगार सृजन को बढ़ाने के लिए शासन के उच्च स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत अब तक हुए रोड शो में जो करार हुए हैं, उन करारों की ग्राउंडिंग के लिए तेजी से कार्य किये जाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि देहरादून में 8 और 9 दिसम्बर 2023 को होने वाले आयोजन से पहले अधिकांश कार्य धरातल पर उतरें, इसके लिए तेजी से कार्य किये जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए नीतियों में और सरलीकरण की जरूरत है, तो इसके लिए प्रस्ताव लाये जाएं। राज्य में जिन निवेश प्रस्तावों से अधिक रोजगार सृजन हो सकता है और राज्य की परिस्थितियों के हिसाब से जो प्रस्ताव अधिक अनुकूल हैं, उनको शीर्ष प्राथमिकता दी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए हवाई कनेक्टिविटी को और विस्तार देना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जॉलीग्रांट एयरपोर्ट और पंतनगर एयरपोर्ट को अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की दिशा में राज्य स्तर से की जाने वाली समस्त कार्यवाही शीघ्र की जाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि पिथौरागढ़ के नैनीसैनी हवाई पट्टी से नियमित हवाई सेवा संचालित करने के लिए की जा रही कार्यवाही में तेजी लाई जाए। इन सभी गतिविधियों में फास्ट ट्रेक मोड में कार्य किया जाए। राज्य में रोपवे निर्माण से संबधित कार्यों में भी तेजी लाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसखण्ड मन्दिर माला मिशन के मास्टर प्लान पर तेजी से कार्य किये जाएं। राज्य में गढ़वाल मंडल और कुमांऊ मण्डल आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत दोनों मण्डलों में कनेक्टिविटी के विस्तार के लिए भी तेजी से कार्य किये जाएं। मानसखण्ड मन्दिर माला मिशन के तहत प्रथम चरण में चयनित मंदिरों के लिए मास्टर प्लान के आधार पर कार्यों में तेजी लाई जाय।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि 28 नवम्बर से 1 दिसम्बर 2023 तक देहरादून में होने वाले 6वें विश्व आपदा प्रबंधन सम्मेलन की सभी तैयारियां समय पर सुव्यवस्थित तरीके से की जाएं। उन्होंने कहा कि राज्य में आपदा प्रबंधन की दृष्टि से यह बड़ा आयोजन होना है। अनेक देशों से आपदा प्रबंधन से जुड़े विशेषज्ञ इस आयोजन में प्रतिभाग करेंगे। उत्तराखंड को वैश्विक स्तर पर एक अलग पहचान बनाने का राज्य के पास अच्छा अवसर है।
मुख्यमंत्री ने आने वाले त्योहारों के दृष्टिगत कानून व्यवस्था की समीक्षा भी की। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि कानून व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, सचिव आर.मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, एस.एन. पाण्डेय, अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी. अंशुमन, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, युगल किशोर पंत, सी. रविशंकर, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, महानिदेशक यू कॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत, अपर सचिव जे.सी काण्डपाल एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

चार धाम को फाइबर कनेक्टिविटी का हुआ लोकार्पण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं केंद्रीय संचार एवं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के पवित्र धाम गंगोत्री में संपूर्ण देश के 2 लाख वीं 5जी साइट का शुभारंभ किया। साथ ही संपूर्ण देश की आस्था के केंद्र चारधाम (बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री) में फाइबर कनेक्टिविटी (ऑप्टिकल फाइबर) के कार्य का शुभारंभ भी किया। जिससे चार धाम को सीधे तौर पर 5 जी नेटवर्क से आच्छादित किया जा सकेगा। मोबाइल व इंटरनेट नेटवर्क की गुणवत्ता में सुधार से चार धाम मंदिर परिसरों के आस पास श्रद्धालुओं को बेहतर कॉल कनेक्टिविटी वीडियो कॉल इंटरनेट कनेक्टिविटी की उपलब्धता हो सकेगी। इस दौरान उनके द्वारा चार धाम फाइबर कनेक्टिविटी एवं 5 जी के विस्तार पर आधारित लघु फिल्म का अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड के डिजिटल परिदृश्य में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिये केंद्रीय संचार एवं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज देवभूमि आने वाले श्रद्धालुओं को 5 जी के तौर पर एक शानदार उपहार मिल रहा है। चारधाम में से एक गंगोत्री धाम में 5 जी सेवाओं की 2,00,000 वीं साइट में 5 जी सेवाएं प्रारंभ हो रही हैं। यह सेवा न केवल चार धाम यात्रा के लिए लाभकारी सिद्ध होगी बल्कि आसपास के क्षेत्र के गांवों में संचार सेवा के विस्तार के लिए भी मील का पत्थर साबित होगी। यह देवभूमि में “संचार के अनंत आकाश“ की शुरुआत भी है, जो 21वीं सदी के विकसित होते भारत के सामर्थ्य का परिचय भी कराता है। उन्होंने कहा कि हमने पहाड़ में हाई स्पीड नेटवर्क का कभी जो सपना देखा था, वह आज सच साबित हो रहा है क्योंकि इस सुविधा के प्रारंभ होने से प्रदेश के साथ ही देश-विदेश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले लाखों तीर्थयात्री हाई-स्पीड डेटा नेटवर्क का लाभ उठा सकेंगे। इससे चारधाम यात्रा के दौरान डिजास्टर मैनेजमेंट, सर्विलांस और रियल टाइम बेसिस पर यात्रा की निगरानी रखने में हमें सहायता मिलेगी। आज अधिकतर मोबाइल फोंस पर “मेड इन इंडिया“ लिखा होना हमारे लिये गर्व की बात है। भविष्य की वायरलैस टेक्नोलॉजी को डिजाइन करने में और उससे जुड़ी मैन्युफैक्चरिंग में भी हमारे देश की बड़ी भूमिका होगी। 5 जी के साथ भारत पहली बार टेलीकॉम टेक्नॉलजी में ग्लोबल स्टेंडर्ड तय कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “डिजिटल इंडिया“ सिर्फ एक नाम नहीं है बल्कि ये देश के विकास के विस्तृत विजन का एक महत्वपूर्ण अंग है। इस विजन का लक्ष्य है उस टेक्नोलॉजी को आम लोगों तक पहुंचाना है जो लोगों के लिए काम करे, लोगों के साथ जुड़कर काम करे। उन्होंने कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 4 क्षेत्रों पर ध्यान दिया है। पहला है, “डिवाइस की कीमत“, दूसरा है, “डिजिटल कनेक्टिविटी“, तीसरा, “डेटा की कीमत“, चौथा, और सबसे जरूरी, ‘डिजिटल फर्स्ट’ की सोच। इसका नतीजा है कि 2014 में जीरो मोबाइल फोन निर्यात करने से लेकर आज हम हजारों करोड़ के मोबाइल फोन निर्यात करने वाले देश बन चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने “घर-घर बिजली“ पहुंचाने की मुहिम प्रारंभ की, जैसे “हर घर नल से जल अभियान“ के जरिए देश के हर व्यक्ति तक साफ पानी पहुंचाने के लिए मिशन मोड में काम किया, जैसे उज्जवला योजना के जरिए गरीब से गरीब आदमी के घर में भी गैस सिलेंडर पहुंचाया, वैसे ही ये सरकार “इंटरनेट फोर ऑल“ के लक्ष्य पर काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारे छोटे व्यापारी हों, छोटे उद्यमी हों, लोकल कलाकार और कारीगर हों सबको डिजिटल इंडिया ने एक मंच प्रदान किया है, एक बाजार उपलब्ध कराया है। यह डिजिटल इंडिया की नींव है। यह अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक डिजिटल सेवाएं पहुंचाने का माध्यम है। 5 जी सेवा से कई क्षेत्रों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, लॉजिस्टिक्स और बैंकिंग में मूलभूत परिवर्तन आएगा और नई संभावनायें पैदा होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लगातार देवभूमि में संचार व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रयासरत हैं। इसमें सभी संचार सेवा प्रदाता कंपनियों के प्रयास भी संचार सेवाओं के विस्तार में मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की विश्व में विशिष्ट पहचान बनी है। देवभूमि उत्तराखण्ड से भी उनका विशेष लगाव है। उनका देवभूमि उत्तराखण्ड से कर्म एवं मर्म का रिश्ता है। प्रधानमंत्री के 9 साल के कार्यकाल में उन्होंने उत्तराखण्ड के लिए लाखों करोड़ रूपये के कार्यों की स्वीकृतियां प्रदान की। उन्होंने 21 वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। सबका विकास, सबका विश्वास एवं सबके प्रयास से हम इसे सार्थक करने में प्राण प्रण से जुटे हैं।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अक्टूबर 2022 को देश में 5-जी की यात्रा का शुभारंभ किया। देश ने टेलीकॉम क्रांति के विभिन्न स्वरूप देखे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में टेलीकॉम क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं। यह समय टेलीकॉम क्षेत्र का स्वर्णिम काल है। यह हमारे लिए सौभाग्य का विषय है कि हम चार धामों को भी 5 जी और फाइबर कनेक्टिविटी से भी जोड़ रहे हैं। देश से लाखों की संख्या में लोग यहां आते हैं। मुख्यमंत्री के विशेष आग्रह पर चार धाम को ऑप्टिकल फाइबर एवं 5 जी से जोड़ने का कार्य शुरू किया गया था। टेलीकॉम क्षेत्र में होने वाले कार्यों में मुख्यमंत्री धामी का हमेशा सहयोग मिला है। आज देश में हर एक मिनट में 5 जी की साइट रेडियेट हो रही है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज भारत 5 जी के क्षेत्र में दुनिया की बराबरी कर रहा है परंतु 6 जी के क्षेत्र में भारत दुनिया का नेतृत्व करेगा। आज विश्व में भारत की छवि एक नई टेक्नोलॉजी हब के रूप में उभर रही है भारत टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में निरंतर विश्व का नेतृत्व कर रहा है। 6 जी के लिये देश के प्रबुद्ध ब्रेन को 100 पेटेंट मिल चुके हैं।
ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन पर बोलते हुए मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह प्रोजेक्ट नए भारत का एक बड़ा उदाहरण है। यह रेल लाइन अत्यधिक आधुनिक टेक्नोलॉजी पर आधारित हिमालयन टनलिंग मेथड पर अधारित है। इस रेल परियोजना में प्रकृति का विशेष ध्यान रखा जा रहा है हम प्रकृति के साथ आगे बढ़कर विकास करने पर विश्वास करते हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा उत्तराखंड के लिए तत्परता से कार्य किया है।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, रेखा आर्या, मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक मुन्ना सिंह चौहान, खजान दास, सविता कपूर, डी.जी. टेलिकॉम एस.के. जैन, सचिव शैलेश बगौली एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

सीएम आवास में मुख्यमंत्री से मिले आईएएस प्रशिक्षु अधिकारी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आवास में आई.ए.एस. प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की। सभी अधिकारी लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों पर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन एवं उनका लाभ आम आदमी तक सुलभ कराने का दायित्व रहता है। उन्होंने लोगों की समस्याओं को समझने के लिये आम लोगों से जुडने की भी प्रशिक्षु अधिकारियों से अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सरलीकरण, समाधान, निस्तारीकरण एवं संतुष्टि को अपनी कार्य पद्धति का सिद्धांत बनाया है और इसी मूल मंत्र को आधार बना कर जन समस्याओं को सुलझाया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि आने वाले समय में सरलीकरण, समाधान, निस्तारीकरण मंत्र के साथ वे भी जन सेवा का दायित्व निभायेंगे ऐसी अपेक्षा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम उत्तराखंड के सतत और सर्वांगीण विकास का विकल्प रहित संकल्प लेकर आगे बढ़ रहे हैं और इस संकल्प को समयबद्ध अवधि में निश्चित ही सिद्ध करने का हमारा प्रयास है।

इस अवसर पर छवि भारद्वाज डिप्टी डायरेक्टर, एकता उनियाल असिस्टेंट डायरेक्टर (लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी), प्रशिक्षु आई.ए.एस. दीक्षा जोशी, अर्पित चौहान, प्रियांशु खाती एवं मुकुल बेनिवाल उपस्थित थे।

सीएम आवास में होली मिलन कार्यक्रम, सीएम ने खूब लगाया आगुन्तकों को रंग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा होली के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों, प्रबुद्धजनों, समाजसेवियों, मीडिया तथा विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों तथा अधिकारियों ने भागीदारी कर मुख्यमंत्री को होली की बधाई दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आत्मीयता के साथ सभी से मिले तथा होली की शुभकामना दी। मुख्यमंत्री ने उमंग और आपसी सौहार्द के पर्व को आपसी सद्भाव तथा भाईचारे के साथ मनाने की सभी से अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति आपसी भाईचारे का संदेश देती है। होली के पावन पर्व पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों की सुख शांति एवं समृद्धि के साथ खुशहाल जीवन की भी कामना की।

सीएम ने बेरोजगार संघ से मुलाकात कर उचित कार्रवाई का दिया आश्वासन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में बेरोजगार संघ के प्रतिनिधियों ने भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि गत दिनों देहरादून में धरना प्रदर्शन के दौरान कुछ अभ्यर्थियों पर विभिन्न धाराओं के तहत करवाई चल रही है, उनको कल होने वाली लेखपाल भर्ती की लिखित परीक्षा की अनुमति दी जाए। मुख्यमंत्री ने डीजीपी को निर्देश दिए हैं कि इन बच्चों को लेखपाल भर्ती की लिखित परीक्षा देने के लिए निर्धारित परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने और वहां से लाने की व्यवस्था की जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भर्ती प्रक्रियाओं को पारदर्शी बनाने के लिए राज्य में नकल विरोधी अध्यादेश लागू किया जा चुका है। भर्ती परीक्षाओं में तेजी लाई जा रहा है। राज्य के युवाओं को लगातार रोजगार के अवसर मिले, इसके लिए रिक्त पदों पर जल्द और विज्ञप्तियां निकाली जाएंगी। आगामी परीक्षाओं के लिए कैलेंडर जारी किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जो नकल विरोधी कानून लागू किया गया है, उसमें गड़बड़ी करने वालों को सख्त सजा का प्राविधान किया गया है। उन्होंने सभी प्रदेश के युवाओं से अपील की है कि पूरी मेहनत से परीक्षा की तैयारी में जुट जाएं।
बेरोजगार संघ के प्रतिनिधियों ने राज्य में सख्त नकल विरोधी अध्यादेश लागू किए जाने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। भर्ती परीक्षाओं के लिए कैलेंडर जारी किए जाने की पहल की भी उन्होंने सराहना की।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अशोक कुमार, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, बेरोजगार संघ से निधि गोस्वामी, शैलेश सती, खजान राणा, दीपक बेलवाल, बृजमोहन जोशी, सतपाल सिंह एवं आलोक भट्ट मौजूद रहे।

नववर्ष पर नई ऊर्जा के साथ काम करने का अवसर-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से नववर्ष के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस संधु के नेतृत्व में भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों तथा पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के साथ भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों ने भेंट की। सभी ने मुख्यमंत्री को नववर्ष की शुभकामनायें दी तथा मुख्यमंत्री के दीर्घ जीवन की कामना की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सभी को नववर्ष की बधाई दी तथा कामना की कि नववर्ष में सभी की नई ऊर्जा के साथ प्रदेश विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ेगा।
इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनंद बर्द्धन, डी.जी.पी. अशोक कुमार सहित वरिष्ठ आई.ए.एस. एवं आई.पी.एस. अधिकारी उपस्थित रहे।

भारत दर्शन जा रहे छात्रों ने सीएम धामी से की भेंट

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में भारत दर्शन पर जा रहे विधानसभा क्षेत्र देवप्रयाग के मेधावी छात्रों से भेंट की। उन्होंने कहा कि देवप्रयाग के विधायक विनोद कण्डारी द्वारा मेधावी बच्चों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जाने का सराहनीय कार्य किया जा रहा है। मेधावी छात्रों को भारत भ्रमण में नई-नई चीजें सीखने को मिलेंगी। भारत दर्शन करने के साथ-साथ ये भविष्य दर्शन भी करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के अन्य मेधावी छात्रों को भी इस तरह से भारत भ्रमण पर ले जाने के लिए भविष्य में राज्य सरकार की ओर से कार्य योजना बनाई जायेगी।
मुख्यमंत्री ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि वे भविष्य में जिस भी क्षेत्र में कार्य करें, एक लीडर की भूमिका में कार्य करें। यदि हम किसी कार्य को पूर्ण मनोयोग एवं दृढ़ निश्चय से करते हैं, तो उसमें सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने कहा कि मनुष्य अनंत ऊर्जा का भंडार है। ऊर्जा का संचार सकारात्मक दृष्टि से हो तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भ्रमण के दौरान इन मेधावियों को शैक्षिक एवं औद्योगिक संस्थानों के बारे में भी जानकारी प्राप्त होगी।
विधायक विनोद कण्डारी ने बताया कि 19 दिसम्बर 2022 तक देवप्रयाग विधानसभा के हाईस्कूल में उच्च स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को विभिन्न स्थानों पर शैक्षिक भ्रमण कराया जा रहा है। शैक्षिक संस्थानों के अलावा इन मेधावी छात्रों को औद्योगिक एवं अन्य संस्थानों का भ्रमण भी कराया जायेगा।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, जिला पंचायत अध्यक्ष टिहरी सोना सजवाण उपस्थित रहे।