चीला पावर हाउस में आग लगने से मचा हड़कंप, एक झुलसा

लक्ष्मणझूला थाना निरीक्षक संतोष सिंह कुंवर ने बताया कि बुधवार को तीन बजे अचानक चीला पावर हाउस के सरकारी आवास में आग लगने की सूचना पुलिस को मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पहले आयलर के पद पर कार्यरत कर्मचारी को सुरक्षित बाहर निकाला। आग में कर्मचारी झुलस गया। पुलिस ने आनन-फानन में ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया।

पुलिस ने कर्मचारी की पहचान अमित कुमार (47) पुत्र रामप्रकट निवासी चीला कॉलोनी के रूप में कराई है। कुछ मिनटों में आग पर काबू पाया गया। बताया कि आग लगने की स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है। मामले की जांच की जा रही है। आग की वजह से कोई बड़ी हानी नहीं हुई। कर्मचारी भी खतरे से बाहर बताया जा रहा है। पुलिस टीम में चीला चौकी प्रभारी श्रद्धानंद सेमवाल, हेडकांस्टेबल नीरज कुमार, मेजर तोमर आदि रहे।

यूजेवीएनएल के चीला पावर हाउस पहुंचा एम्स का ट्रॉमा रथ

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश की ओर से आयोजित ट्रॉमा सप्ताह के तहत एम्स का ट्रॉमा रथ बुधवार को चीला पावर हाउस पहुंचा। यहां ट्रॉमा विशेषज्ञों ने यूजेवीएनएल के पावर हााउस में कार्य करने वाले कर्मचारियों को औद्योगिक दुर्घटनाओं के दौरान बचाव के तौर-तरीकों का प्रशिक्षण दिया।
एम्स ऋषिकेश का ट्रॉमा रथ बुधवार को उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड के चीला पावर हाउस पहुंचा। इस दौरान ट्रॉमा विशेषज्ञों ने विद्युत उत्पादन गृह चीला में मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों को आघात चिकित्सा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विशेषज्ञों ने पावर हाउस में कार्य करने वाले तकनीकि और मिनिस्ट्रियल स्टाफ को टरबाइनों के संचालन के दौरान संभावित दुर्घटनाओं से बचाव के तौर तरीके बताए। मशीनों में कार्य करते समय होने वाली दुर्घटनाओं के दौरान प्राथमिक उपचार और जीवन बचाने के बारे में उन्होंने बारीकी से जानकारी दी। प्रशिक्षण मे बताया गया कि मशीनों में कार्य करते हुए किसी तरह की दुर्घटना होने पर किस प्रकार के प्राथमिक उपचार के बाद घायल व्यक्ति को शीघ्रातिशीघ्र अस्पताल पहुंचाया जाना बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि मशीनों में कार्य करते हुए कई बार व्यक्ति के हाथ-पैर अथवा शरीर के अन्य अंग चपेट में आ जाते हैं। इस दौरान अपनाई जाने वाली बचाव प्रक्रिया और अन्य मेडिकली सावधानियों को भी प्रशिक्षण में समझाया गया।
कार्यक्रम के दौरान नर्सिंग प्रोफेशनल डेवलपमेंट एसोसिएशन (एनडीपीए) एम्स के नर्सिंग स्टाफ ओमप्रकाश और स्वप्ना श्रुति के नेतृत्व में मॉक ड्रिल का आयोजन भी किया गया। ड्रिल में बताया गया कि जलाशयों में व्यक्ति के डूब जाने पर उसे किस विधि अथवा तकनीक से बचाया जा सकता है। उधर आघात चिकित्सा के प्रति आम लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से बुधवार की सुबह 6 बजे एम्स के गेट नंबर-तीन से साईकिल रैली निकाली गई। नर्सिंग ऑफिसर प्रकाश चंद मीणा के नेतृत्व में निकली रैली को ट्रॉमा विभागाध्यक्ष प्रोफेसर कमर आजम ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साईकिल रैली बैराज मार्ग से होकर विभिन्न स्थानों से होकर निकली, इस ट्रॉमा जन-जागरुकता रैली का समापन ऋषिकेश बैराज में हुआ। इस अवसर पर यूजेवीएनएल के अधिशासी अभियंता ललित टम्टा, ट्रॉमा रथ के प्रभारी व ट्रॉमा सर्जन डॉ. मधुर उनियाल, डॉ. अजय कुमार, डॉ. भास्कर सरकार समेत विभाग के कई अन्य चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ मेंबर मौजूद रहे।