आशाओं की हुई मांग पूरी, वेतन में ₹1000 की वृद्धि

आशा कार्यकत्रियों के मानदेय में एक हजार रूपये की वृद्धि की जायेगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बागेश्वर ने गरूड़ में अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के शुभारम्भ के अवसर पर यह घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की आशा कार्यकत्रियों को वर्ष 2012-13 से रूकी हुई वार्षिक प्रोत्साहन धनराशि हेतु 33 करोड़ रूपये जारी किये गये। वर्ष 2012 से आशा कार्यकत्रियों को 5 हजार रूपये प्रतिवर्ष प्रोत्साहन राशि देने की योजना शुरू की गयी थी, जिसका कभी भी नियमित रूप से भुगतान नहीं हो पाया। आशा कार्यकत्रियों द्वारा इसकी लगातार मांग की जा रही थी। आशा कार्यकत्रियों की मांग का संज्ञान लेते हुए लम्बित पूर्ण 33 करोड़ की धनराशि जारी की गयी। इससे प्रदेश की 12 हजार आशा कार्यकत्रियों को फायदा हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बागेश्वर जनपद की लगभग 65 करोड़ से निर्मित विभिन्न 36 योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने जनपद बागेश्वर में अटल आयुष्मान योजना का शुभारम्भ किया तथा लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड वितरित किये। उन्होंने कहा कि सभी लोग जल्द से जल्द इस योजना के अन्र्तगत अपना कार्ड बनवायें। जिसके लिए जिला प्रशासन एवं संबंधित अधिकारियों को दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने जनता से अपील की कि कुछ लोगों द्वारा इस महत्वकांक्षी योजना के बंद होने की अफवाह फैलाई जा रही है जो बिलकुल निराधार है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारम्भ की गयी आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत बीपीएल एवं अन्त्योदय परिवारों को सम्मिलित किया गया था।

राज्य के सभी परिवारों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिले इसके लिये प्रदेश में अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना शुरू की गयी। इस योजना के तहत प्रदेश के सभी 23 लाख परिवारों को लाभान्वित किया जा रहा है। एक माह में तीन हजार से अधिक लोगों ने इस योजना का लाभ लिया है। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए दिल्ली के प्रसिद्ध अस्पतालों द्वारा भी उत्तराखण्ड सरकार से एमओयू हेतु प्रस्ताव किये जा रहे है जिनमें वेदान्ता अस्पताल दिल्ली भी शामिल है।
बागेश्वर की प्रभारी मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा चलाई गयी आयुष्मान भारत योजना के वास्तविक लक्ष्यों को पाने हेतु राज्य में मुख्यमंत्री द्वारा अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना का शुभारम्भ किया गया है। जिससे प्रत्येक लाभार्थी चयनित अस्पतालों में अपना एवं अपने परिवार का निःशुल्क उपचार करा सकेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का मुख्य लक्ष्य समाज के अन्तिम व्यक्ति को विकास की मुख्य धारा में जोड़ना है जिसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर विधायक चन्दन राम दास, विधायक बलवंत सिंह भौर्याल, जिला पंचायत सदस्य शिव सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी रंजना राजगुरू आदि उपस्थित थे।

अनाथ और बेसहारा लोगों को सरकारी नौकरी में पांच फीसदी आरक्षण

अब अनाथ और बेसहारा लोगों को सरकारी नौकरियों में पांच फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस निर्णय का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि अनाथ और बेसहारा लोगों को भी सरकारी नौकरी करने का अधिकार होना चाहिए।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को पूरे दिन रुद्रप्रयाग जिले में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। मुख्य बाजार स्थित बस अड्डे पर आयोजित अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के जिले में शुभारंभ के मौके पर तारा देवी समेत पांच अन्य महिलाओं को योजना के कार्ड जारी किए। इस दौरान अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना का जिले में शुभारंभ करते हुए उन्होंने योजना के गोल्डन कार्ड वितरित किए।
साथ ही सात लाख 86 हजार सात सौ 93 रुपये की 25 योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि होनहार और जरूरतमंद बच्चे, जिन्हें पढ़ाने में परिजन अक्षम हैं। उन्हें निश्शुल्क शिक्षा देने के लिए स्कूल बनाए जाएंगे। इसके लिए गढ़वाल और कुमाऊं में एक-एक विद्यालय खोला जाएगा। इसके साथ ही गौचर हवाई पट्टी से भी जल्द हवाई सेवाएं शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री ने केदारनाथ में जल्द रोपवे का निर्माण कराने की भी बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जिले में आइसीयू की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। कई जिलों में यह सुविधा मिलने भी लगी है। शेष जिलों में भी सुविधा जल्द शुरू की जाएगी। कहा कि रुद्रप्रयाग जिला चिकित्सालय में भी जल्द चार बेड की आइसीयू सुविधा दी जाएगी। होम स्टे, कंडाली और भांग की खेती के साथ ही पिरूल से बिजली बनाने के काम से रोजगार के द्वार खोले जाएंगे। पिरूल से जल्द ही 150 मेगावाट बिजली बनाकर प्रदेश में 50 हजार लोगों को रोजगार दिया जाएगा। उन्होंने सीमा की सुरक्षा में लोगों से भी सहयोग की अपील की।