साइबर एक्सपर्ट आरक्षी कमल जोशी ने 98 हजार की रकम कराई वापस

कोतवाली क्षेत्रांतर्गत एक व्यक्ति को लिंक भेजकर पेटीएम के माध्यम से निकाली गई 98 हजार रुपये की धनराशि को पुलिस की साइबर सेल ने वापस कराया। कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि मदन पाल सिंह निवासी द्वितीय-89 टीएचडीसी कॉलोनी ऋषिकेश ने लिखित शिकायत की थी। इसमें बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें लिंक भेज कर स्टेट बैंक एवं पंजाब नेशनल बैंक के खातों से लगभग 98 हजार रुपये निकाल लिए हैं। मामले को गंभीर पाते हुए कोतवाल रितेश शाह ने साइबर अपराध के अनावरण के लिए आरक्षी कमल जोशी को जांच सौंपी। कमल जोशी ने दोनों बैंक के खातों का स्टेटमेंट प्राप्त कर उक्त धनराशि के संबंध में जानकारी घ्हासिल घ्की। जिसे अज्ञात व्यक्ति ने पेटीएम के माध्यम से अलग-अलग तीन बैंकों में स्थानांतरण कर दिया था। उन्होंने तत्काल साइबर थाने की मदद से उक्त खातों पर गई धनराशि पर रोक लगाई गई और उक्त धनराशि को वापस कराया।

हैकर्स फेसबुक अकाउंट को हैक कर दोस्तों से मांग रहे आर्थिक मदद

एक चाय विक्रेता की फेसबुक आईडी हैक कर साइबर ठग ने चंदे के नाम पर वसूली शुरू कर दी। साइबर ठगों पैसा ठगने के लिए चायवाले की कमजोर आर्थिक स्थिति का हवाला देकर उसके दोस्तों, रिश्तेदारों और फेसबुक फ्रेंड लिस्ट में शामिल लोगों को मार्मिक पोस्ट व मैसेज डाल दिए। हैकर्स ने जयपुर स्थित बैंक शाखा का अकाउंट नंबर भी पोस्ट किया गया है।

जानकारी के मुताबिक गोविंद नगर निवासी शीशपाल भंडारी इसी क्षेत्र में चाय की दुकान है। उनके फेसबुक अकाउंट को दो दिन पूर्व हैक कर लिया गया था। इस ठगी का अंदाजा उन्हें तब लगा जब उनकी बुआ के लड़के ने चंडीगढ़ से फोन किया। उन्होंने बताया कि वह ऋषिकेश में अपनी दुकान पर है।

जबकि हैकर्स ने मैसेंजर में उन्हें चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती होना बताया था। इसके बाद शीशपाल भंडारी ने होशियारी दिखाते हुए तत्काल नया फेसबुक अकाउंट बनाया। साथ ही पुराने अकाउंट को हैक कर लिए जाने की घटना को भी अपलोड किया। शीशपाल ने बताया कि हैकर्स की जालसाजी के चलते उन्हें करीब 15 लोगों के फोन आए। इन सभी लोगों से हैकर ने बैंक अकाउंट नंबर भेजकर 10-10 हजार रुपये की मदद मांगी थी। समय रहते पोस्ट अपलोड होते ही हैकर्स की नापाक उम्मीदों पर पानी फिर गया। फिलहाल पीड़ित शीशपाल भंडारी ने इस मामले में कोई पुलिस शिकायत नहीं दर्ज कराई है।