शव निकालने गये दो लोग भी नदी के बहाव में फंसे, एसडीआरएफ ने बचाया

एसडीआरएफ को चीला चौकी से सूचना मिली कि नदी में एक शव दिखाई दे रहा है और साथ मे 2 लोग भी नदी में फंसे हैं। टीम ने तुरंत ही राफ्ट की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया। मौके पर पहुंचकर शव और दोनों ब्यक्तयों को राफ्ट से किनारे लाये। टीम ने शव को लक्ष्मणझूला पुलिस को सुपर्द किया। जिसकी पहचान पृथ्वीधर कोटनाला उम्र 62 डिफेंस कॉलोनी देहरादून के रुप में हुई। जानकारी के अनुसार वे 3 सितम्बर को अपने बड़े भाई से मिलने गीता नगर ऋषिकेश आये थे। लेकिन वापस घर देहरादून नही पहुंचे।
बताया कि काफी खोजबीन करने पर पता लगा कि इनकी स्कूटी चीला बैराज की तरफ देखी गयी। जिस पर परिजनों ने नदी में देखा कि शव जैसा कुछ दिखाई दे रहा है। जिस पर 2 ब्यक्ति शव तक पहुंचे ही थे कि नहर का जलस्तर बढ़ने लगे गया जिससे वे वही फंस गये और अंधेरा हो गया। रेस्क्यू टीम में निरीक्षक कवीन्द्र सजवाण, चौकी प्रभारी श्रद्धानंद सेमवाल, जितेंद्र सिंह, मातबर सिंह, अनूप सिंह, शिवम सिंह, सुमित नेगी, अमित कुमार शामिल रहे।

धोखाधड़ी के मामले में मनीष वर्मा, पत्नी और भाई सहित दोषी करार, जेल भेजा

सुभारती ट्रस्ट से धोखाधड़ी के मामले में एसीजेएम चतुर्थ अभिषेक श्रीवास्तव ने मनीष वर्मा, उनकी पत्नी नीतू वर्मा व भाई संजीव वर्मा को 5-5 साल की सजा सुनाई है। साथ ही कोर्ट से धारा 420, 467, 468 व 471 में प्रत्येक धारा में 5-5 हजार का जुर्माना लगाया है। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मनीष वर्मा ने सुभारती ट्रस्ट को जमीन बेचने के नाम पर धोखाधड़ी की थी। जिसके बाद सुभारती ट्रस्ट से मनीष वर्मा, उनकी पत्नी नीतु वर्मा व भाई संजीव वर्मा के खिलाफ धारा 420, 467, 468 व 471 में मुकदमा दर्ज कराया था। जिससें जांच की गई तो मामला सत्य पाया गया।
2014 में इस मामले में आरोपपत्र भी दाखिल किया गया था। इस बीच वादी ने सुप्रीम कोर्ट में इस मुकदमे के जल्द विचारण की अपील की थी। आरोप है कि इस सुनवाई के दौरान प्रतिवादी पक्ष यानी वर्मा परिवार कोर्ट में उपस्थित नहीं हुआ था। इसके लिए सर्वाेच्च न्यायालय ने आदेश दिए थे कि अभियोजन वर्मा व उनकी पत्नी और भाई की जमानत निरस्तीकरण का प्रार्थनापत्र कोर्ट में प्रस्तुत होने को कहा जिसके बाद तीनों को जेल भेज दिया गया था। सोमवार को इस मामले में कोर्ट ने मनीष वर्मा, नीतु वर्मा व संजीव वर्मा को दोषी पाते हुए एसीजेएम चतुर्थ अभिषेक श्रीवास्तव ने 5-5 साल की सजा व 20-20 हजार रूपये की सजा सुनाई है। इस मामले में सरकारी एडवोकेट जावेद अहमद ने सरकार की तरफ से मामले की पैरवी की।

यह है मामला
सुभारती ट्रस्ट के ट्रस्टी की शिकायत पर मनीष वर्मा, उनकी पत्नी व भाई के खिलाफ वर्ष 2012 में मुकदमा दर्ज किया गया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने ट्रस्ट को 100 बीघा जमीन बेचने का अनुबंध किया था, लेकिन मौके पर जमीन केवल 33 बीघा ही पाई गई। ऐसे में उन पर आरोप लगा था कि उन्होंने करीब 67 बीघा जमीन के कागजात फर्जी दर्शाए थे।

ट्रक चोरी के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार

नुन्नावाला से ट्रक चोरी के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि उनका एक साथी अभी फरार चल रहा है। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
डोईवाला कोतवाली पुलिस के मुताबिक सतवीर सिंह निवासी नुन्नावाला, भानियावाला ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनके भाई गुरदेव सिंह का ट्रक 15 अगस्त को घर के बाहर खड़ा था। इसके बाद ट्रक मौके से गायब मिला। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी। इस दौरान घटनास्थल से लंढौरा, हरिद्वार तक करीब 83 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज बारीकी से चेक की गई। सीसीटीवी कैमरे की मदद से ट्रक समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। जौलीग्रांट चौकी प्रभारी उत्तम रमोला ने आरोपियों की पहचान इशरार पुत्र सराजू निवासी ग्राम जौरासी, नाजिम पुत्र अजीज निवासी मोहितपुर, थाना भगवानपुर, नदीम पुत्र शमीम उर्फ निवासी लंढौरा थाना मंगलौर जिला हरिद्वार के रूप में हुई है। जबकि मामले में आसिफ पुत्र हसन निवासी ग्राम सिकारपुर, मंगलौर, हरिद्वार फरार चल रहा है। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास पुलिस ने तेज कर दिए हैं। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया है।

छात्रों ने ली नशे से दूर रहने की शपथ

जनपद देहरादून को नशा मुक्त करने के लिए जिलेभर में शिक्षण संस्थानों, एनजीओ, ग्राम सभाओं, जनप्रतिनिधियों एवं आम जनता को साथ लेकर व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में थानाध्यक्ष रायवाला द्वारा द्वारा आज प्राथमिक विद्यालय खैरीकला/ठाकुरपुर नेपाली तिराहा रायवाला जनपद देहरादून में छात्र-छात्राओं को नशे के कुप्रभाव, साइबर संबंधी अपराधों एवं ट्रैफिक नियमों के संबंध में जानकारी दी गइ। समस्त छात्र-छात्राओं को लगन व मेहनत के साथ और एक अनुशासित होकर कठिन परिश्रम के साथ अपने लक्ष्य को हासिल करने हेतु प्रोत्साहित भी किया गया। वहीं, छात्र-छात्राओं द्वारा नशे के खिलाफ देहरादून पुलिस के अभियान को सफल बनाने तथा उत्तराखंड को नशा मुक्त करने हेतु प्रण लिया गया। इसके साथ ही पुलिस के अभियान की सराहना की गई।

दून पुलिस ने 185 मॉडिफाई साइलेंसर को रोलर चलाकर किया नष्ट

देहरादून पुलिस ने एक नई पहल की शुरूआत की है। पुलिस ने मॉडिफाई साइलेंसर लगाकर मोटरसाइकिल को शहर में घुमाने वालों को सबक सिखाया है।

दून पुलिस ने मॉडिफाई साइलेंसर’ के विरुद्ध चलाए गए अभियान में 461 वाहन चालकों के विरुद्ध कार्यवाही की और 57 वाहन सीज किए।

दून पुलिस ने चालानी कारवाही में यातायात पुलिस जनपद देहरादून द्वारा ’185’ वाहनों के साइलेंसर उतारकर यातायात कार्यालय में दाखिल किए। उन्हें यातायात कार्यालय के बाहर रोड पर रोलर के माध्यम से नष्ट किया गया।

पुलिस ने नाबालिक लड़की को सकुशल बरामद कर युवक को किया गिरफ्तार

रायवाला पुलिस ने नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर भगाकर ले जाने वाले युवक को गिरफ्तार किया है। जिसे पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
रायवाला थाना पुलिस के मुताबिक थाना क्षेत्र निवासी एक महिला ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनकी 16 साल की बेटी को एक युवक बहला पुतला कर अपने साथ ले गया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित धारा में मुकदमा दर्ज कर आरोपी युवक को हरिपुर कला स्थित एक होटल से गिरफ्तार कर नाबालिग लड़की को सकुशल बरामद कर लिया।
थानाध्यक्ष भुवन चंद्र पुजारी ने बताया कि आरोपी की पहचान विहान पुत्र निसार निवासी ग्राम सोलपुर थाना कलियर हरिद्वार के रूप में हुई है। आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा गया है।

स्टाफ नर्स किया मृतक रोगी का मोबाइल चोरी, पुरूष मित्र के साथ अरेस्ट

देहरादून के एक अस्पताल में स्टाफ नर्स की करतूत ने सभी को चैका दिया। दरअसल एक मृतक रोगी का महंगा मोबाइल स्टाफ नर्स ने अपने मित्र की मदद से चोरी कर लिया। पुलिस जब पीड़ित की तहरीर पर छानबीन शुरू की तो दोनों आरोपी पकड़ में आए।

शिकायतकर्ता अमनदीप गिल पुत्र स्व. अवतार सिंह गिल निवासी 156-फेज-02, बसन्त विहार देहरादून ने बताया कि बीते 21 अप्रैल को उनके पिता का स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्हे मैक्स अस्पताल, देहरादून में भर्ती कराया था। उपचार के दौरान उनकी आठ मई को मृत्यु हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल में ही उनके पिता का महंगा मोबाइल फोन चोरी हो गया। बताया कि उक्त फोन में बहुत ही जरूरी और कान्फिडैशियल डाटा है।

पुलिस ने तहरीर के आधार पर छानबीन शुरू की। मालूम चला की अन्य रोगियों के साथ भी चोरी की वारदातें हुईं है। यही नहीं, कोविड महामारी के दौरान जीवन रक्षक दवायें व रेमीडिसीवर इंजेक्शन भी चोरी करके बाहर भेजे जाने की घटना का उल्लेख भी नर्सिंग स्टाफ द्वारा हुआ। पुलिस ने मोबाइल पर चल रहे दो नंबरों के आधार पर मोबाइल को प्राप्त किया।

सीओ डालनवाला जूही मनराल ने आरोपी की पहचान रूकइया पुत्री मोबिन निवासी संस्कृति लोक काँलोनी, ब्राहमणवाला, थाना पटेलनगर, देहरादून के रूप में कराई। बताया कि आरोपी स्टाफ नर्स के पद पर कार्यरत है और उसके साथी पुरूष मित्र सलमान अहमद पुत्र खुशनुद निवासी नगीना, मोहम्मदपुर त्रिलोक, बिजनौर यूपी हाल निवासी चुक्खुवाला मोहल्ला थाना कोतवाली नगर, देहरादून के रूप में कराई।

रायवाला थाने में पुलिसकर्मियों के खुला आइसोलेशन बैरिक


कोरोना संक्रमण से कोई भी अछूता नहीं है, ऐसे में कोरोना वारियर्स हमारे पुलिसकर्मियों को भी इससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में थाना रायवाला प्रभारी अमरजीत सिंह रावत ने थाना परिसर में ही आइसोलेशन बैरिक की स्थापना की है। इसका लाभ ऐसे पुलिस कर्मी व उनके परिजनों को मिलेगा, जो कोरोना संक्रमित हुए हो।

आज थाना रायवाला में बने इस आइसोलेशन बैरिक का एसएसपी देहरादून डा. वाईएस रावत ने पहुंचकर उद्धाटन किया। साथ ही बैरिक का निरीक्षण कर वहाँ लगाये गए उपकरणों व संक्रमित पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य की देखरेख हेतु नियुक्त की गई मेडिकल टीम के संबंध में जानकारियां हासिल की। इसके अलावा कोरोना संक्रमण के बनाए गए कोविड कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। उन्होंने इस मौके पर थानाध्यक्ष की प्रशंसा भी की।

बता दें कि थाना रायवाला में स्थापित आइसोलेशन बैरिक में संक्रमित पुलिसकर्मियों व उनके परिजनों के लिए 08 बेड लगाते हुए उनमे पल्स ऑक्सीमीटर, ई0सी0जी0 मशीन व आवश्यक उपकरण लगाए गए हैं। आइसोलेशन बैरिक में संक्रमित पुलिसकर्मियों व उनके परिजनों की देख रेख व मेडिकल सहायता को स्थानीय डॉक्टर हिमांशु के नेतृत्व में मेडिकल टीम नियुक्त की गई है, जिनके द्वारा आइसोलेशन अवधि के दौरान संक्रमित पुलिसकर्मी व उनके परिजनों के स्वास्थ्य की नियमित रूप से निगरानी रखी जायेगी।

इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. वाईएस रावत ने थाना रायवाला की सीमा में स्थापित अंतर्जनपदीय बैरियर का निरीक्षण कर बाहर से आने वाले लोगों की चेकिंग व कोरोना एंटीजन टेस्ट की प्रक्रिया के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई, साथ ही थानाध्यक्ष रायवाला को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी दशा में निर्धारित मानकों को पूर्ण न करने वाले अथवा बिना रैपिड एंटीजन टेस्ट के किसी व्यक्ति को जनपद की सीमा में प्रवेश न करने दिया जाए।

सेलाकुईः साढ़े तीन लाख की जेवरात के साथ तीन धरे

जिला देहरादून के सेलाकुई थाना क्षेत्र में चोरी की घटना को अंजाम देकर तीन शातिर जब सामान को बेचने जा रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। पुलिस ने शातिरों से साढ़े तीन लाख रूपये के गहने भी बरामद कर लिए है।

दरअसल, सेलाकुई थाना क्षेत्र में तीन शातिरों ने करीब तीन लाख रूपए के गहनों पर हाथ साफ कर लिया था। पीड़ित पक्ष की तहरीर के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई। सब इंस्पेक्टर विकेंद्र कुमार के नेतृत्व में एक टीम शातिरों की तलाश में जुट गई। मुखबिरों की सूचना पर पुलिस टीम ने आज आरोपियों को पीठ वाली गली ईदगाह के पास से चोरी का सामान बेचने की योजना बनाते हुए गिरफ्तार कर लिया।

सब इंस्पेक्टर विकेंद्र कुमार ने आरोपियों की पहचान विक्की कुमार और इकबाल खान दोनों निवासी पीठ वाली गली जमनपुर सेलाकुई और तीसरे साथी शिवा क्षेत्री निवासी प्रगति विहार सेलाकुई के रूप में कराई है। एसआई विकेंद्र कुमार ने बरामद सामान 4 अंगूठी पीली धातु, एक कंठी पीली धातु, एक मंगल सूत्र का लॉकेट पीली धातु, पांच जोड़ी कानो की छोटी बाली पीली धातु, एक गले की चैन पीली धातु, दो नाक की लोंग पीली धातु, पांच जोड़ी पैरो की पायल सफेद धातु के रूप में कराई है।

पुलिस टीम में सब इंस्पेक्टर विकेंद्र कुमार, कानि0 संजीत, कानि0 वीर सिंह, कानि0 योगेश सैनी, कानि0 चन्द्रपाल, मनोज कुमार शामिल रहे।

छह मोटरसाइकिल को ऋषिकेश से चुराकर बडौत में बेचने की थी तैयारी, गिरफ्तार

ऋषिकेश की पुलिस ने एक बाइक चोर को उस समय अरेस्ट कर लिया, जब वह ऋषिकेश क्षेत्र में अलग-अलग जगहों से चोरी की हुई छह मोटरसाइकिल को बडौत बेचने की तैयारी में था। पुलिस ने एक आरोपी सहित छह मोटरसाइकिल खांड गांव के जंगल से बरामद कर ली है। हालांकि अभी एक अन्य आरोपी मामले में फरार है, मगर पुलिस का दावा है कि जल्द ही उसे भी अरेस्ट किया जाएगा।

कोतवाल रितेश शाह के अनुसार, विगत एक सप्ताह से ऋषिकेश में बाइक चोरी होने की लगातार सूचना मिल रही थी। इस संदर्भ में सादा व वर्दी में चार पुलिस टीमें गठित की गई। घटना स्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई तो मालूम हुआ कि चोरी के ही मामले में थाना रायवाला से जेल की हवा खा चुके निक्कू नामक युवक अपने एक साथी के साथ बाइकें चोरी कर रहा है।

पुलिस ने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया और मुखबिर की ही सूचना पर चेकिंग के दौरान मंशा देवी फाटक पर पुलिस ने आरोपी निक्कू उर्फ नीतिश तोमर निवासी आजाद नगर थाना दौघट बडौत, हाल निवासी भट्टोवाला श्यामपुर ऋषिकेश को अरेस्ट कर लियां, जबकि अन्य आरोपी रोहित निवासी लौढा बडौत यूपी फरार है।

कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि चोरी की हुई छह बाइकें खांड गांव के जंगल से बरामद कर ली गईं है। पूछताछ में आरोपी इन्हें बडौत बेचने की फिराक में थे।