स्पीकर प्रेमचंद्र अग्रवाल से मिला राज्य नेपाली भाषा समिति का प्रतिनिधिमंडल

उत्तराखंड राज्य नेपाली भाषा समिति देहरादून का एक प्रतिनिधिमंडल ने स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल से बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय पर मुलाकात की। प्रतिनिधियों ने स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल को शहीद मेजर दुर्गा मल्ल का चित्र भेंट किया।

उत्तराखंड राज्य नेपाली भाषा समिति देहरादून ने स्पीकर प्रेम चंद अग्रवाल को एक पत्र भी सौंपा जिसमें समिति द्वारा पारित किए गए 14 प्रस्तावों का उल्लेख किया गया है। इन प्रस्तावों में शहीद दुर्गा मल्ल जी के नाम से डाक टिकट जारी करने हेतु समिति द्वारा संचार मंत्रालय भारत सरकार को दस्तावेजों एवं पत्रों से अवगत कराया है कि शहीद दुर्गा मल्ल के नाम से भारत सरकार द्वारा डाक टिकट जारी किया जाए।

शहीद दुर्गा मल्ल के नाम से राज्य की परियोजना का नाम रखा जाए साथ ही शहीद मेजर दुर्गा मल्ल की स्मृति में राज्य सरकार द्वारा 25 अगस्त को कार्यक्रम किया जाए।
स्पीकर अग्रवाल ने कहा कि शहीद दुर्गा मल्ल का योगदान इस देश के लिए महत्वपूर्ण रहा है उन्होंने आजाद हिंद फौज में शामिल होकर देश को स्वतंत्र कराने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। कहा कि शहीद दुर्गा मल्ल ने देश को स्वतंत्र कराने में 25 अगस्त 1944 को हंसते-हंसते फांसी का फंदा चूम लिया था। शहीदों की स्मृति को चिरस्थाई रखने के लिए सरकारी स्तर पर जरूर कुछ योजनाएं संचालित की जानी चाहिए।

इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष बालकृष्ण बराल, कार्यकारी अध्यक्ष टीकाराम थापा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र मल, सरोज गुरुंग, हरि सिंह गुरुंग, मधुसूदन शर्मा, श्यामा राणा, मंजू कारकी, अनीत रमन आदि उपस्थित रहे।

7 छात्राओं का कैंपस सेलेक्शन

ऋषिकेश।
डोईवाला महाविद्यालय में करिअर कांउसलिंग सैल के तत्वाधान में छात्र-छात्राओं का कैपस सेलेक्शन के लिये साक्षात्कार किया गया। जिसमें 7 छात्राओं का चयन हुआ। क्न्सनट्रिक्स प्लेसमेंट ड्राइव कम्पनी द्वारा लिये गये साक्षत्कार में महाविद्यालय के 78 छात्र छात्राओं ने भाग लिया। जिसमें गुरप्रीत कौर, सोनाली पाल, मीनाक्षी मनवाल, आकाक्षा भटनागर, संम्भ्रता नेगी, प्राची और वैशाली यादव का चयन हुआ। कन्सट्रिक्स ड्राइव के अधिकारी बाला सुब्रहमण्यम व संदीप आसबरानने चार चरणों मे छात्र छात्राओं का साक्षात्कार किया। जिसमें मौखिक, लिखित परीक्षा, व समेह परिचर्चा कराई गयी। साक्षात्कार में डा. पूनम पाठक, डा. कंचन लता सिन्हा, डा.सविता तिवारी, डा. राकेश जोशी, एप्टेक प्रभारी तरूण गुप्ता, आतिफ, सोमेश्वर, बृजमोहन, शोभा, ममता ने अपना सहयोग दिया। इस अवसर पर कैरिअर कांउसलिंग की प्रभारी अरूणा पी सूत्राधार ने कम्पनी के बारे में छात्र छात्राओं को जानकारी दी। वही महाविद्यालय की प्राचार्य डा. हर्षवंती बिष्ट ने छात्र छात्राओ को इस साक्षात्कार प्रक्रिया से सीखने का एक अच्छा अनुभव बताया।

एबीवीपी प्रत्याशियों के विजय जुलूस को पुलिस ने रोका तो भड़के छात्र

डोईवाला।
डोईवाला डिग्री कॉलेज के बाहर छात्रसंघ चुनाव के बाद विजय जुलूस को लेकर हंगामा खड़ा हो गया। पुलिस ने दून हाईवे पर एबीवीपी का जुलूस रोका तो छात्र भड़क गए। बड़ी संख्या में भाजपा नेता भी समर्थन में उतर आए। नाराज कार्यकर्ताओं ने हाईवे पर जाम लगा दिया। मौके पर कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच खूब धक्का-मुक्की हुई। संपर्क मार्गों से जुलूस निकालने की अनुमति मिलने के बाद कार्यकर्ताओं ने जाम खोला।
गुरुवार शाम को एबीवीपी के विजयी प्रत्याशियों ने नगर में जुलूस निकालना चाहा, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी। इसपर एबीवीपी कार्यकर्ता भड़क गए। उन्होंने कॉलेज के बाहर देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर जाम लगा दिया और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इसी बीच स्थानीय भाजपा नेता भी मौके पर पहुंच गए। भाजपा नेता भी विजयी प्रत्याशियों को जुलूस निकालने देने की मांग करने लगे। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि मुख्य बाजार में नहीं निकालने दिया जाएगा। कोतवाली प्रभारी विक्रम सिंह रावत ने बताया कि छात्रों से भानियावाला तिराहे तक और रानीपोखरी मार्ग पर जुलूस निकालने की बात कही गई। इसपर छात्र नेता मान गए। संपर्क मार्गों पर जुलूस की अनुमित मिलने पर कार्यकर्ताओं ने जाम खोल दिया। हालांकि इस दौरान देहरादून हाईवे पर दो किमी लंबा जाम लग गया। पुलिस को जाम खुलवाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
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आर्यन और एनएसयूआई कार्यकर्ता भिड़े
छात्रसंघ चुनाव का परिणाम आने के बाद आर्यन ग्रुप और एनएसयूआई के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। सूत्रों के अनुसार आर्यन ग्रुप और एनएसयूआई ने चुनाव में आपसी गठबंधन कर रखा था। चुनाव परिणाम आने के बाद सचिव पद पर आर्यन का प्रत्याशी तो जीत गया, लेकिन एनएसयूआई के उपाध्यक्ष पद को छोड़कर सारे प्रत्याशी हार गए। इसको लेकर छात्र नेता आपस में उलझते नजर आए। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को अलग-अलग किया और मामला बढ़ने से रोका।