राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए बाल कल्याण परिषद ने भेजा राखी और आयुष का नाम

पौड़ी जिले की ग्राम देव कुंडई निवासी राखी ने गुलदार के हमले से अपने छोटे भाई की जान बचाई। राखी के इस साहस के लिए उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद ने उसका नाम राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए भेजा है। राखी सहित प्रदेश से दो बच्चों के नाम इस पुरस्कार के लिए भेजे गए हैं। जिसमें एक बच्चा देहरादून के डोईवाला विकासखंड का हैं।

केंद्र सरकार हर वर्ष बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार देती है। इसके तहत इस वर्ष भी प्रदेश से बच्चों के नाम मांगे थे, लेकिन प्रदेश से 30 सितंबर तक एक भी नाम भारतीय बाल कल्याण परिषद नई दिल्ली को नहीं भेजा गया। पौड़ी गढ़वाल जनपद की राखी एवं दूसरा देहरादून जनपद के डोईवाला विकासखंड के आयुष कोठारी का है।

11 वर्षीय राखी ने दिखाया था अदम्य साहस
पौड़ी गढ़वाल जिले की देव कुंडई गांव निवासी राखी अपने चार साल के भाई राघव व मां के साथ 4 अक्तूबर 2019 को खेत पर गई थी। जहां से दोपहर करीब ढाई बजे भाई राघव को कंधे में बैठा कर वह घर लौट रही थी। रास्ते में अचानक गुलदार ने राघव पर हमला कर दिया, यह देख राखी अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए गुलदार से भिड़ गई।

गुलदार ने राखी पर अपने पंजों और दांतो से कई घाव किए, लेकिन लहूलुहान राखी ने गंभीर हालत के बावजूद हिम्मत दिखाई और अपने भाई को नहीं छोड़ा। इस बीच राखी की मां पीछे से आ गई। उसके शोर मचाने पर गुलदार जंगल की ओर भाग गया।

आयुष ने दिया सूझबूझ का परिचय
देहरादून जिले के डोईवाला विकासखंड के मिस्सरवाला निवासी आयुष कोठारी ने 24 जून 2019 को अपने परिवार से बिछड़े तीन वर्षीय बच्चे को सूझबूझ का परिचय देते हुए पुलिस के सुपुर्द कर उसे उसके परिजनों से मिलाया। लईक अहमद निवासी ग्राम धनोरा थाना शहजाद नगर जिला रामपुर उत्तर प्रदेश अपने रिश्तेदारों के यहां तेलीवाला डोईवाला आए थे।

जहां उनका पुत्र समद (3) अचानक लापता हो गया था। वह घर से आठ किलोमीटर दूर मिस्सरवाला पहुंच गया था। आयुष कोठारी की नजर बच्चे पर पड़ी, तो उसने अपने चचेरे भाई सूरज के सहयोग से उसे पुलिस स्टेशन तक पहुंचाया। आयुष व सूरज की बुद्धिमत्ता एवं सूझबूझ से समद अपने परिजनों के पास पहुंच गया।

कश्मीर मेरा है …

रेनेंसा द्रोण स्कूल के 12 वें वाषिर्कोत्सव मे छात्र छात्राओं ने रंगारंग प्रस्तुती दी
डोईवाला।
रेनेंसा द्रोण स्कूल के 12 वें वाषिर्कोत्सव मे छात्र छात्राओं ने रंगारंग प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम का शुभारम्भ सरस्वती वंदना से हुआ। राष्ट्रपति महात्मा गांधी को श्रद्धांजिल देते हुए रघुपति राघव राजाराम की प्रस्तुति दी। छात्र छात्राओ ने कश्मीर मेरा है हरगिज न देगें की प्रस्तुति देकर लोगो में देश भक्ति का जज्बा पैदा किया।
कार्यक्रम में छात्रों ने गढवाली, छत्तीसगढी, राष्ट्र आराधना, राम केवट संवाद व पंजाबी भांगडा की प्रस्तुति देकर लोगो की खूब तालियां बटोरी। दिव्यांगन नेशनल इंस्टीटयूट के असिस्टेंट प्रोफेसर सुरेन्द्र धनवाल ने छात्र छात्राओ व अभिभावको को सम्बोधित किया। कहाकि स्कूल के हर छात्र में कोई न कोई विशेषता छुपी होती है जिसे उसकी मजबूती मानकर उस पर कार्य करना चाहिये। उन्होने छात्र छात्राओ में अनुशासन के साथ संस्कारवान बनाने की बात कही। डीबीएस कालेज की लेक्चरर रवीना कौर ने छात्रों को एकाग्र मन से पढाई कर अपने जीवन में कुछ विशेष करने की बात कही।

101

इस अवसर पर क्राफट कम्पीटशन के विजेता कक्षा 2 के अभिनव व उसके माता पिता को भी सम्मानित किया गया। मनीष वत्स व प्रियंका खंडुडी ने संचालन किया। मौके पर स्कूल के संस्थापक वेद प्रकाश वत्स, स्कूल के प्रधानाचार्य संजय वशिष्ठ, परवादून स्कूल ऐशोसियेशन के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसद लोधी, सचिव आकाश बछेती, नेंसी स्कूल के प्रधानाचार्य लक्ष्मण सिंह बिष्ट, अध्यापिकायें अर्चना सजवाण, अर्चना चंदोला, नूतनदास, ईरा शर्मा, नीरा शर्मा समेत अनेक अभिभावक मोजूद रहे।

डोईवाला में सड़क पर पैदा हुआ बच्चाए मौत

108 एंबुलेंस पर समय पर नहीं पहुंचने का आरोप
डोईवाला।
डोईवाला क्षेत्र में एक महिला ने सड़क पर बच्चे को जन्म दे दिया। इस दौरान नवजात की मौत हो गई। 108 एंबुलेंस पर समय पर नहीं पहुंचने का आरोप है। 108
जानकारी के अनुसार मणिमाई मंदिर से एक किलोमीटर दूर जंगल में कुछ गुज्जर परिवारों की बस्ती है। बस्ती की एक महिला को बुधवार दोपहर डोईवाला अस्पताल लाया गया। चेकअप कराने के बाद परिजन घर लौट गए। बुधवार रात को महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। परिजनों ने 108 एंबुलेंस को फोन लगाया। परिजन महिला को मणिमाई मंदिर तक लाए और एंबुलेंस का इंतजार करने लगे। इसी दौरान महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया। लेकिन नवजात की मौत हो गई। इसके बाद पहुंची 108 एंबुलेंस ने महिला को डोईवाला अस्पताल पहुंचाया। महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया। गुरुवार शाम को महिला को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई। डोईवाला सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसके पांडे ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी गुरुवार की सुबह मिली। उन्होंने यह जानकारी देहरादून के सीएमओ को दे दी है।