यूनिवर्सिटी ऑफ पैट्रोलियम एण्ड एनर्जी स्टडीज में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने किया प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूनिवर्सिटी ऑफ पैट्रोलियम एण्ड एनर्जी स्टडीज (यूपीईएस) में यूपीईएस द्वारा शुरू की गई आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी छात्रों के लिए ‘ज्योति छात्रवृति’ एवं खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए ‘विजय’ छात्रवृति का शुभारम्भ किया। यूपीईएस द्वारा उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति एवं परम्पराओं के संवर्द्धन, संरक्षण और अध्ययन हेतु ‘सेंटर फॉर कल्चर एंड आर्ट एवं भारतीय पुरातन ज्ञान को नई पीढ़ी से जोड़ने के उद्देश्य से ‘सेंटर फॉर इंडियन नॉलेज’ की स्थापना की गई है, जिनका शुभारम्भ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थित में किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में बड़े संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों के आने से केवल उनमें पढ़ने वाले छात्रों का जीवन ही नहीं संवरता, बल्कि आसपास के क्षेत्र के लोगों के जीवन में भी अनेक बदलाव आते हैं। स्थानीय स्तर पर लोगों के आजीविका के संसाधन भी बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के सीमान्त क्षेत्रों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में यूपीईएस द्वारा क्या योगदान दिया जा सकता है, इस दिशा में विश्वविद्यालय को ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि यूपीईएस द्वारा होनहार गरीबों एवं प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए छात्रवृति की शुरूआत की गई है वह सराहनीय प्रयास है।

उन्होंने कहा कि शिक्षा में क्रान्तिकारी परिवर्तन लाने के देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लाई गई है। उत्तराखण्ड राज्य में बाल वाटिका से इसका शुभारंभ हो चुका है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों को गुरू पूर्णिमा की शुभकामनाएं भी दी।

इस अवसर पर विधायक सहदेव सिंह पुंडीर, यूपीईएस के कुलपति डॉ. सुनील राय, प्रति कुलपति डॉ. राम शर्मा, कुलसचिव मनीष मदान, डॉ. वी.के. सिंह, डॉ. गुरविन्दर विर्क, डॉ. नलिन मेहता एवं अन्य गणमान्य मौजूद थे।

मस्ती की पाठशाला में बच्चों को मिला सीखने का अवसर

मस्ती की पाठशाला में आज एक भ्रमण कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रतिभागी बच्चों को योग नगरी रेलवे स्टेशन के पार्क मे ले जाया गया। जहाँ बच्चों ने पेंटिंग, खेल कूद एवं अन्ताक्षरी आदि के माध्यम से शिविर में प्रतिभाग किया। बच्चों को मनोरंजन के साथ संरचनात्मक कलाओं से जोड़े रखने के उद्देश्य से भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

ग्रीष्मकालीन अवकाश में भी बच्चों को अनौपचारिक तौर पर विद्यालयी वातावरण से जोड़े रखना, विशेषतया संरचनात्मक कलाओं को निखारने व खेल खेल में शिक्षा से जोड़े रखना शिविर के आयोजन का मुख्य उद्देश्य है।

शिविर की संचालक अध्यापिका सुश्री निरुपमा शर्मा ने बताया कि शिविर में बच्चों को विभिन्न प्रकार की पेंटिंग, घर पर तुरंत तैयार किए जाने वाले फूड आइटम्स बनाना, नृत्य गायन आदि सिखाए जाएंगे एवं खेल-खेल में मनोरंजन के साथ शैक्षिक ज्ञान वर्धन सत्रों का संचालन भी किया जा रहा है।

संस्था सचिव सरिता भट्ट ने बताया कि 15 दिवसों तक चलाए जाने वाले इस शिविर के समापन दिवस पर बच्चों की कला प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी व बच्चों द्वारा तैयार कलाकृतियों एवं अन्य कलाओं का प्रदर्शन भी किया जाएगा। तथा प्रमाण पत्र व पुरुस्कार वितरण भी किया जाएगा।
ज्ञात हो कि ग्राम मनसा देवी ऋषिकेश में सेतु फाउंडेशन संस्था द्वारा प्राथमिक शैक्षिक कार्यक्रम बड्स एकेडमी के अंतर्गत निर्धन परिवार के बच्चों के लिए एक ग्रीष्मकालीन शिविर मस्ती की पाठशाला का आयोजन किया जा रहा है।

कार्यक्रम में संस्था सचिव सरिता भट्ट, अध्यक्ष श्याम प्रकाश, माधव भट्ट, सुमित बडोला, संजय कौशिक अश्वनी गुप्ता, अध्यापिकाएं निरुपमा शर्मा, प्रीति, ममता एवं स्वयमसेवी प्रथम रतूडी, दीपा, कोमल आदि उपस्थित रहे।

एमआईटी में साइंटिफिक पेपर राइटिंग विषय पर वर्कशॉप का हुआ आयोजन

पंडित ललित मोहन शर्मा कैंपस श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, स्पेक्स देहरादून व मेडिकल लैब टेक्नोलोजी विभाग, ऋषिकेश के संयुक्त तत्वाधान में साइंटिफिक पेपर राइटिंग विषय पर एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया।

इस वर्कशॉप में छात्रों को वैज्ञानिक लेखन के प्रति जागरूक कराने के साथ साथ वैज्ञानिक लेखन कार्य मे किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए तथा उच्च स्तरीय शोध पत्र कैसे तैयार किया जाता है, को विस्तारपूर्वक समझाया गया। इनमें ऋषिकेश के विभिन्न कॉलेजों से आए छात्र शामिल हुए, जिसमें मॉडर्न इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, ढालवाला के बॉयोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, रसायन व गणित के 28 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।

विभाग की ओर से गणित विषय के प्रवक्ता आशीष गुप्ता के प्रतिनिधित्व में छात्रों का दल वर्कशॉप में शामिल हुआ। छात्रों ने सीखा कि किसी विषय को वैज्ञानिक तरीके से कैसे लिखा जा सकता है? इस वर्कशॉप में विज्ञान क्षेत्र के जाने-माने दिग्गजों ने उक्त विषय पर अपने व्याख्यान दिए। संस्थान के निदेशक रवि जुयाल व विज्ञान विभागाध्यक्षा प्रो. कौशल्या डंगवाल ने छात्रों के वैज्ञानिक लेखन कार्यशाला में रुचि दिखाने पर प्रसन्नता व्यक्त की।

स्पीकर अग्रवाल ने अटल उत्कृष्ट विद्यालय छिद्दरवाला का किया नामांकरण उद्धाटन


राजकीय इंटर कॉलेज छिदरवाला अब अटल उत्कृष्ट विद्यालय के नाम से जाना जाएगा। स्पीकर प्रेम चंद अग्रवाल ने इस विद्यालय भवन के नामकरण का उद्घाटन किया।

स्पीकर ने कहा कि राज्य में अंग्रेजी और हिंदी माध्यम से 190 अटल उत्कृष्ट विद्यालयो का आज विधिवत उद्घाटन हुआ है। जिसमें ऋषिकेश विधानसभा में राजकीय इंटर कॉलेज छिदरवाला को चयनित किया गया। उन्होंने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी के नाम से इस विद्यालय का नामकरण कर सरकार ने सराहनीय कार्य किया है ।उन्होंने कहा है कि आधुनिक युग में अंग्रेजी एवं हिंदी माध्यम से शिक्षा को बढ़ावा देने की दृष्टि से सीबीएसई पैटर्न पर प्रदेश के लिए तमाम 190 विद्यालय संचालित किए जाएंगे। जिससे छात्रों को आगे बढ़ने के अवसर प्राप्त होंगे।

उद्घाटन समारोह के अवसर पर स्पीकर ने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश के प्रत्येक विकासखंड में दो विद्यालयों को अटल उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में चयनित किया गया है। जिससे भारतीय संस्कृति पर आधारित अंग्रेजी और हिंदी माध्यम की शिक्षा मिलेगी श्री अग्रवाल ने कहा है कि सूचना एवं तकनीकी युग में आधुनिक शिक्षा का अत्यंत महत्व है इसलिए इन विद्यालयों में उस प्रकार की शिक्षा दी जाएगी जिससे छात्रों को प्रतिपदा के युग में आगे बढ़ने में सोहलिया तक होगी।

इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ पौधारोपण कर किया गया। मौके पर डोईवाला के ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र नेगी, विद्यालय के प्रधानाचार्य योगेंद्र सिंह रावत, खंड शिक्षा अधिकारी उमा देवी, जिला पंचायत सदस्य रीना रागड, क्षेत्र पंचायत सदस्य अमर खत्री, पंकज किशोर, प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष सोबन केन्तुरा, प्रधान भगवान सिंह महर, प्रधान चमन पोखरियाल, विमला नैथानी, प्रधान कमलजीत कौर, हरीश कालुड़ा, अनीता राणा, सम्मा पवार, एसएन बहुगुणा, पितांबर पैन्यूली, भूपेंद्र रावत, चंद्रवीर धर्म सिंह आदि उपस्थित थे।