देहरादून में हो रही दो पत्ती की शूटिंग, सीएम से टीम ने की मुलाकात

देहरादून में शूट हो रही नेटफ्लिक्स फिल्म्स की ‘दो पत्ती’ की टीम ने प्रसिद्ध फ़िल्म अभिनेत्री और मुख्य किरदार कर रहीं कृति सेनन फ़िल्म निर्माता और लेखिका कनिका ढिल्लन के साथ शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनके आवास पर भेंट की। इस अवसर पर कृति सेनन उत्तराखंड में हो रहे इस शूट को लेकर बहुत उत्साहित हैं।
निर्माता कनिका ढिल्लन ने बताया कि पहले “दो पत्ती” का शूट हिमाचल में होने वाला था और परन्तु बाद में नेटफ्लिक्स की टीम ने उत्तराखण्ड आने का मन बनाया। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड में और भी ऐसे खूबसूरत शूटिंग लोकेशंस हैं जिनको वो अपनी आने वाली फ़िल्मों में सम्मिलित करेंगी। उनकी रेकी टीम देहरादून के आस पास और भी शूटिंग लोकेशंस को देखने के लिए निकली हुई है। यह शूटिंग राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग एक माह तक चलेगी।
कनिका और कृति सेनन जो कि दोनों ही इस फ़िल्म में को-प्रोड्यूसर हैं, ने मुख्यमंत्री को बताया कि उत्तराखण्ड में शूटिंग के लिए उन्होंने 20 दिन में अपनी फ़िल्म प्रोडक्शन टीम को तैयार किया। यह सब उत्तराखण्ड के फ़िल्म फ्रेंडली वातावरण की वजह से ही हो पाया। उन्होंने बताया उत्तराखण्ड फ़िल्म विकास परिषद द्वारा सिंगल विंडो सिस्टम के तहत शूटिंग अनुमति मिलना बहुत आसान हो गया है। यहा के लोकेशन डेस्टिनेशन फ़िल्म शूटिंग के लिहाज़ से बहुत ही अनुरूप भी हैं।
मुख्यमंत्री ने कनिका ढिल्लन और कृति सेनन को इस फिल्म की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी और बताया कि उत्तराखण्ड फ़िल्म विकास परिषद की नयी फ़िल्म नीति भी बनकर तैयार है और इस नई नीति में फ़िल्मों को पहले अधिक अनुदान की राशि को सम्मिलित किया गया है, ओटीटी प्लेटफार्म और वेब सीरीज को भी अनुदान के साथ-साथ अन्य पुरुस्कारों को भी प्रोत्साहन के रूप में सम्मिलित किया गया है। नयी शूटिंग डेस्टिनशनों को भी चिन्हित कर उनको भी शूटिंग के लिए सरल व सुगम बनाया जाएगा उत्तराखंड में और अधिक फिल्मों की शूटिंग हो सके ।
नेटफ्लिक्स के मुताबिक, ‘दो पत्ती’ उत्तर भारत की पहाड़ियों पर आधारित एक मनोरम रहस्य थ्रिलर है। काजोल, जो पहले स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म की फिल्मों ‘त्रिभंगा’ में अभिनय कर चुकी हैं, ने कहा कि वह एक बार फिर स्ट्रीमर के साथ मिलकर रोमांचित हैं। अभिनेता ने आगे कहा, ‘दो पत्ती’ की स्क्रिप्ट अद्भुत है, जो रोमांच और रहस्य के अनूठे मिश्रण का वादा करती है।
कृति सेनन की एक निर्माता के रूप में उनकी पहली फिल्म है। फिल्म लेखिका कनिका ढिल्लन और कृति सैनन के लिए उनके नए लॉन्च किए गए बैनर, कथा पिक्चर्स और ब्लू बटरफ्लाई फिल्म्स के तहत पहली फिल्म है। ढिल्लन, जिनकी फिल्म क्रेडिट में ‘केदारनाथ’, ‘मनमर्जियां’ और ‘हसीन दिलरुबा’ शामिल हैं, और कृति सैनन जिनकी हाल ही में आदिपुरुष रिलीज़ हुई थी।
मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस भेंट में फ़िल्म विकास परिषद के सीईओ और महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी और संयुक्त निदेशक नितिन उपाध्याय के साथ-साथ नेशनल अवार्ड प्राप्त डायरेक्टर आर एस पिपलवा जो कि “दो पत्ती” में प्रोजेक्ट हेड हैं और शरद मित्तल प्रोडक्शन कंसलटेंट भी उपस्थित रहे।

समसामयिक फिल्म बनाने पर कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने दी बधाई

उत्तराखंड भू कानून विषय पर आधारित फिल्म ’भूमि’ का शुभ मुहूर्त शॉट कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा किया गया। इस मौके पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने सेट पर सभी कलाकारों का परिचय जाना और समसामयिक विषय पर फिल्म बनाने को लेकर टीम यूनिट को बधाई दी।
गुरुवार को देहरादून में फिल्म का मुहूर्त कर मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार पर देश हित में भू कानून बनाने पर काम कर रही है। इस संदर्भ में पूर्व मुख्य सचिव सुभाष कुमार की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय समिति ने प्रदेश हित में निवेश की संभावनाओं और भूमि के अनियंत्रित क्रय-विक्रय के बीच संतुलन स्थापित करते हुए भू-कानून में संशोधन के लिए 23 संस्तुतियां की हैं।
मंत्री डॉ अग्रवाल ने बताया कि समिति ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौपी है। जिस पर अध्ययन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में फ़िल्मांकन की अपार संभावनाएं हैं, प्रकृति ने अपना आशीर्वाद राज्य को दिया है, इस कारण यहा फ़िल्म डेस्टिनेशन की झलक देखने को मिलती है। मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि भूमि फ़िल्म में 165 कलाकारों होने से राज्य के प्रतिभावान युवाओं को रोजगार मिलेगा।
फ़िल्म निर्देशक किशन बगोट ने बताया कि भूमाफियाओं द्वारा उत्तराखण्ड के किसानों की जमीन को हथियाकर उसे महंगे दाम पर बेचने की स्टोरी इस फ़िल्म में दिखाई गई है। बताया कि कहानी में गांव के युवक द्वारा एक बड़ा आन्दोलन करके शासन प्रशासन को एक भू कानून बनाने पर मजबूर किया जाता है और अन्त में सभी किसानो को उनकी जमीने वापिस मिल जाती है। निर्देशक ने बताया कि राज्य के गढ़वाल, कुमायूँ, जौनसार क्षेत्र सहित 53 जगहों में फ़िल्म की शूटिंग होगी। बताया कि गढ़वाल के अलावा फिल्म हिंदी भाषा में भी फिल्माई जाएगी।
इस मौके पर फ़िल्म निर्देशक किशन बगोट, अनुज जोशी, गंभीर सिंह जायरा, चंद्रवीर गायत्री, प्रेम रावत, राजू भाई, हर्ष हसीन, आशीष कुकरेती, मेहरबान मिया, प्रकाश द्विवेदी, घनानंद, मनीष भट्ट, संजय अग्रवाल, महक बिष्ट, रचना भंडारी आदि फ़िल्म यूनिट के सदस्य उपस्थित रहे।

वैली ऑफ वर्ड्स में पहली बार सूचना और संस्कृति विभाग भी होंगे सहयोगी

आगामी 12-13 नवंबर को देहरादून में वैली ऑफ वर्ड्स का छठा संस्करण आयोजित किया जाएगा। यह पहला अवसर है जब उत्तराखंड सरकार के सूचना एवं संस्कृति विभाग भी इस आयोजन में सहयोगी होंगे। वैली ऑफ वर्ड्स में इस बार 100 लेखक, 40 सेशन और 10 किताबों का विमोचन आकर्षण होगा।
उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में विशेष प्रमुख सचिव सूचना अभिनव कुमार एवं सेवानिवृत्त आईएएस संजीव चोपड़ा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वैली ऑफ वर्ड्स का शुभारंभ उत्तराखंड के राज्यपाल सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह करेंगे जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहेंगे। 13 नवंबर को केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया कि बीते 5 वर्षों से लगातार यह आयोजन देहरादून में हो रहा है। इस बार मुख्यमंत्री की सहमति के बाद उत्तराखंड सरकार भी इसमें भागीदार है। उन्होंने कहा कि वैली ऑफ वर्ड्स के दौरान उत्तराखंड की फिल्म नीति को लेकर भी चर्चा होगी। वर्तमान में इस नीति को लेकर सुझाव आमंत्रित किये गए हैं। विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने कहा कि एक दो माह के अंदर फिल्म नीति को फाइनल कर लिया जाएगा। अभी तक आउटडोर शूटिंग पर ही फोकस होता था लेकिन अब प्रयास है कि फिल्म से जुड़ा हर पहलू मसलन लेखन, फोटोग्राफी, सिनेमेटोग्राफी इत्यादि यहीं पर हो।
वैली ऑफ वर्ड्स के दौरान विभिन्न गतिविधियां जैसे नृत्य प्रस्तुति, मंत्रणा कार्यक्रम भी होंगे। उन्होंने कहा कि हमारा पूरा प्रयास है कि देहरादून के वैली ऑफ वर्ड्स को जल्द से जल्द देश के सर्वश्रेष्ठ लिटरेचर फेस्टिवल के तौर पर पहचान मिले। इसके अलावा इस कार्यक्रम के दौरान रूसी एवं इसरायली किताबों पर भी चर्चा की जाएगी।

नाना को पहाड़ी संस्कृति से सीएम ने कराया रुबरु

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नाना पाटेकर को पहाड़ी टोपी पहनाई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड में फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित किया जा रहा है। फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक बनाया जा रहा है ताकि राज्य में अधिक से अधिक फिल्म निर्माता आयें। सिंगल विंडो सिस्टम से शूटिंग की अनुमति प्रदान की जा रही है। शूटिंग हेतु कोई भी शुल्क नही लिया जा रहा है। 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत उत्तराखण्ड राज्य ने मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट (स्पेशल मेंशन) पुरस्कार प्राप्त किया है।
फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड का नैसर्गिक सौन्दर्य फिल्मों की शूटिंग के लिए बहुत अच्छा है एवं फिल्मांकन के लिए वातावरण भी बहुत अच्छा है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड के लोग बहुत अच्छे हैं, यहां के लोगों के व्यवहार में सौम्यता है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में फिल्म शूटिंग का उनका अच्छा अनुभव रहा। उन्होंने कहा कि वे उत्तराखण्ड में अपना घर बनाना चाहते हैं। नाना पाटेकर उत्तराखण्ड में एक मराठी फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं।

फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए फिल्म नीति बनाई-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मंगलवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में फिल्म उद्योग से जुड़े प्रदेश के कलाकारों ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में सरकार द्वारा फिल्मों को बढ़ावा दिया जा रहा है। फिल्म निर्माण के क्षेत्र में फिल्म जगत से जुड़े लोगों के जो भी सुझाव प्राप्त होंगे, उन सभी सुझावों पर विचार किया जायेगा। प्रदेश में फिल्मों के विकास एवं कलाकारों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के दृष्टिगत राज्य में फिल्म नीति बनाई गई है।
इस अवसर पर फिल्म उद्योग से जुड़े कलाकारों ने प्रदेश में फिल्म सिटी की स्थापना देहरादून शहर के 30 से 40 किमी. के दायरे में किए जाने एवं फिल्म निर्माण से संबंधित गतिविधियों के लिए सब्सिडी बढ़ाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा दोनों मांगों पर विचार कर उचित निर्णय लिया जाएगा।
इस अवसर पर प्रदेश के फिल्म क्षेत्र से जुड़े गणेश विरान, बलराज नेगी, अनुज जोशी, अशोक चौहान, प्रदीप भण्डारी एवं अन्य कलाकार उपस्थित रहे।