सीएम से मिले बॉलीवुड सितारे, सीएम बोले फिल्मकारों के अनुकूल है प्रदेश की नई फिल्म नीति

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में फिल्म ‘विक्की विद्या का वो वाला वीडियो’ के अभिनेता राजकुमार राव, अभिनेत्री तृप्ति डिमरी एवं निर्देशक राज सांडिल्य ने भेंट की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फिल्म से जुड़े सभी कलाकारों का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तराखंड में फिल्म शूटिंग के लिए बेहतर वातावरण बनाने को सरकार निरंतर प्रयासरत है। इसके लिए राज्य की फिल्मकारों के अनुकूल प्रदेश में फिल्म नीति तैयार की गई है। प्रदेश में शूटिंग के लिए देश व दुनिया के सुंदर व अच्छे गंतव्य हैं।

फिल्म के कलाकारों द्वारा मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि इस फिल्म की शूटिंग ऋषिकेश में की जा चुकी है तथा देहरादून तथा प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में शूटिंग की जा रही है। उन्होंने उत्तराखंड को फिल्मांकन के लिए अनुकूल डेस्टिनेशन बताते हुए फिल्मांकन हेतु फिल्मकारों को राज्य सरकार द्वारा दिए जा रहे सहयोग की सराहना की।

इस अवसर पर अभिनेत्री मल्लिका शेरावत, अभिनेता विजय राज के साथ ही वर्ष सांडिल्य, भारत कुकरेती आदि उपस्थित थे।

समसामयिक फिल्म बनाने पर कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने दी बधाई

उत्तराखंड भू कानून विषय पर आधारित फिल्म ’भूमि’ का शुभ मुहूर्त शॉट कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा किया गया। इस मौके पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने सेट पर सभी कलाकारों का परिचय जाना और समसामयिक विषय पर फिल्म बनाने को लेकर टीम यूनिट को बधाई दी।
गुरुवार को देहरादून में फिल्म का मुहूर्त कर मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार पर देश हित में भू कानून बनाने पर काम कर रही है। इस संदर्भ में पूर्व मुख्य सचिव सुभाष कुमार की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय समिति ने प्रदेश हित में निवेश की संभावनाओं और भूमि के अनियंत्रित क्रय-विक्रय के बीच संतुलन स्थापित करते हुए भू-कानून में संशोधन के लिए 23 संस्तुतियां की हैं।
मंत्री डॉ अग्रवाल ने बताया कि समिति ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौपी है। जिस पर अध्ययन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में फ़िल्मांकन की अपार संभावनाएं हैं, प्रकृति ने अपना आशीर्वाद राज्य को दिया है, इस कारण यहा फ़िल्म डेस्टिनेशन की झलक देखने को मिलती है। मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि भूमि फ़िल्म में 165 कलाकारों होने से राज्य के प्रतिभावान युवाओं को रोजगार मिलेगा।
फ़िल्म निर्देशक किशन बगोट ने बताया कि भूमाफियाओं द्वारा उत्तराखण्ड के किसानों की जमीन को हथियाकर उसे महंगे दाम पर बेचने की स्टोरी इस फ़िल्म में दिखाई गई है। बताया कि कहानी में गांव के युवक द्वारा एक बड़ा आन्दोलन करके शासन प्रशासन को एक भू कानून बनाने पर मजबूर किया जाता है और अन्त में सभी किसानो को उनकी जमीने वापिस मिल जाती है। निर्देशक ने बताया कि राज्य के गढ़वाल, कुमायूँ, जौनसार क्षेत्र सहित 53 जगहों में फ़िल्म की शूटिंग होगी। बताया कि गढ़वाल के अलावा फिल्म हिंदी भाषा में भी फिल्माई जाएगी।
इस मौके पर फ़िल्म निर्देशक किशन बगोट, अनुज जोशी, गंभीर सिंह जायरा, चंद्रवीर गायत्री, प्रेम रावत, राजू भाई, हर्ष हसीन, आशीष कुकरेती, मेहरबान मिया, प्रकाश द्विवेदी, घनानंद, मनीष भट्ट, संजय अग्रवाल, महक बिष्ट, रचना भंडारी आदि फ़िल्म यूनिट के सदस्य उपस्थित रहे।

फिल्मों की शूटिंग के लिए उत्तराखण्ड में बहुत अच्छा वातावरण-नवाजुद्दीन सिद्दीकी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शनिवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में फिल्म अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने भेंट की। नवाजुद्दीन सिद्दीकी उत्तराखण्ड में फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं। रोतु की बेली, चंबा, मसूरी एवं देहरादून में उनके द्वारा फिल्मांकन किया गया। उन्होंने कहा कि फिल्मों की शूटिंग के लिए उत्तराखण्ड में बहुत अच्छा वातावरण है। उत्तराखण्ड का नैसर्गिक सौंदर्य फिल्मांकन के लिए लोगों को आकर्षित कर रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड में हवाई, रेल एवं सड़क कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हो रहा है। उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में फिल्मांकन की दृष्टि से अनेक रमणीक स्थल हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में राज्य सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इन क्षेत्रों में अच्छे होटल खुलें, इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। फिल्मों की शूटिंग के लिए राज्य में सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया है। इस अवसर पर फिल्म अभिनेता हेमन्त पांडे एवं फिल्म जगत के अन्य कलाकार मौजूद रहे।

सीएम से फिल्म निर्माता सत्यजीत मिश्रा ने की मुलाकात, फिल्म जान अभी बाकी का पोस्टर का हुआ विमोचन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हम उत्साहित है कि दुनियाभर के फिल्म निर्माताओं के लिए उत्तराखण्ड पसंदीदा शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है। फिल्म निर्माताओं हेतु अनुकूल माहौल के तैयार करने के कारण राज्य को हर साल राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जाना एक बड़ी उपलब्धि है। प्रत्येक वर्ष राज्य में 150 से अधिक फिल्मों की शूटिंग हो रही है। उत्तराखण्ड का नैसर्गिक सौन्दर्य, फिल्म शूटिंग हेतु राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सब्सिडी, शूटिंग हेतु बेहतरीन इन्फ्रास्ट्रक्चर, इज ऑफ फिल्मिंग, उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद द्वारा दी जारी सुविधाएं राज्य को फिल्म निर्माताओं की पहली पसन्द बना रही है।

मुख्यमंत्री आवास में फिल्म निर्माता सत्यजीत मिश्रा की फिल्म ‘‘जान अभी बाकी है’’ के मोशन पोस्टर के विमोचन के अवसर पर फिल्म की टीम को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि फिल्म निर्माताओं से अनुरोध है कि वे अपनी फिल्मों में उत्तराखण्ड के प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ ही राज्य की अनूठी लोक संस्कृति व परम्पराओं के फिल्मांकन को भी प्राथमिकता दें। फिल्म निर्माता उत्तराखण्ड में शूटिंग के दौरान अधिक से अधिक स्थानीय प्रतिभाओं, फिल्म टेक्नीशियन व युवाओं को अवसर दें। उत्तराखण्ड में युवा प्रतिभाओं की कमी नही है। आशा है कि राज्य में फिल्म उद्योग के अधिक से अधिक विस्तार से स्थानीय प्रतिभाओं के लिए भी अवसर के नए द्वार खुलेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम फिल्म नीति का और भी अधिक आकर्षक बनाने पर कार्य कर रहे हैं, ताकि राज्य में फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित किया जा सके। राज्य में फिल्म शूटिंग निःशुल्क कर दी गई है। फिल्म पॉलिसी में 1.5 करोड़ रूपये की सब्सिडी की व्यवस्था कर दी गई है।
गौरतलब है कि आइजेएम प्रोडक्शन प्रा. लिमिटेड के बैनर तले बनी निर्देशक सत्यजीत मिश्रा की फिल्म ‘‘जान अभी बाकी है’’ की 95 प्रतिशत शूटिंग उत्तराखण्ड के भीमताल, नौकुचियाताल, काठगोदाम, पिथौरागढ़, मुनस्यारी, काशीपुर, बाजपुर में की गई है। फिल्म में काम कर रहे अभिनेता प्रांजल भी रुद्रपुर के निवासी है। फिल्म में अन्य कलाकार ब्रिजेन्द्र काला, स्वपनिल, राजेश जैस, रेशम टिपनिस है। फिल्म में लोकप्रिय संगीतकार अरिजीत सिंह, जुबिन नौटियाल में संगीत दिया है। फिल्म में उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध झोड़ा चांचरी और हिलजात्रा का भी फिल्मांकन किया गया है।
इस अवसर पर वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने बालीवुड फिल्म हिंदुत्व का पोस्टर किया रिलीज

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से निर्देशक एवं लेखक करण राज़दान ने मुलाक़ात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने करण राज़दान की आगामी 7 अक्टूबर को रिलीज़ होने जा रही फ़िल्म “हिन्दुत्व” का पोस्टर रिलीज़ किया। मुख्यमंत्री ने फ़िल्म निर्माता निदेशक करण राज़दान से फ़िल्म को लेकर लम्बी चर्चा की, साथ ही उन्हें व उनकी टीम को बधाई दी।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड में कई बॉलीवुड की फ़िल्में और वेब सीरीज की शूटिंग हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि फ़िल्म निर्माताओं को सरकार के स्तर पर मदद दी जाए, ताकि भविष्य में और भी फ़िल्म और वेब सीरिज़ की शूटिंग उत्तराखण्ड में हो सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में कई ऐसे विश्व स्तरीय प्राकृतिक स्थल हैं जिनको अभी बड़े पर्दे पर नहीं दिखाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में फ़िल्म नीति में सरलीकरण करते हुए शूटिंग परमिशन आदि की व्यवस्था को सरल किया गया है। प्रस्तावित नई पॉलिसी हेतु इंडस्ट्री और विशेषज्ञों के सुझाव माँगे गए हैं।

मुख्यमंत्री ने फ़िल्म निदेशक से अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्होंने पृथ्वीराज चौहान और कश्मीर फाइल्स फ़िल्म देखी हैं, और वो हिन्दुत्व फ़िल्म को भी ज़रूर देखेंगे।
फ़िल्म निदेशक करण राज़दान ने कहा कि हिन्दुत्व फ़िल्म जहाँ एक ओर देश दुनिया में हिन्दुत्व के मूल्यों का प्रचार करेगी वहीं दूसरी ओर इसमें दर्शाए दृश्यों से उत्तराखंड पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

इस दौरान फ़िल्म के सह निर्माता सचिन चौधरी और सुमित अदलखा भी मौजूद रहे।

शूटिंग करने मसूरी पहुंचे अक्षय कुमार, प्रशंसक उमड़े

बॉलीव़ुड अभिनेता अक्षय कुमार अपनी आने वाले फिल्म की शूटिंग के लिए पहाड़ों की रानी मसूरी पहुंचे। मंगलवार को उन्होंने मसूरी के बारलोगंज शूटिंग की। शहर में अक्षय कुमार के पहुंचने की खबर सुनते ही उन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए।
लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए फिल्म यूनिट के सुरक्षा कर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं शूटिंग स्थल से मीडिया कर्मियों को भी दूर रखा गया। बड़ी संख्या में बारलोगंज पहुंचे अक्षय कुमार के फैंस अपने चहेते अभिनेता से नहीं मिल पाए, जिससे उनके फैंस निराश हो गए। मसूरी के बारलोगंज के मुख्य बाजार और सेंट जार्ज कॉलेज के अंदर फिल्म के कई दृश्य फिल्माए गए। फिल्म में लीड रोल में अक्षय कुमार और अभिनेत्री रकुलप्रीत सिंह हैं। मसूरी में फिल्म की शूटिंग चार दिन तक चलेगी। सेंट जार्ज कॉलेज में शूटिंग की सूचना मिलते ही कॉलेज के गेट के बाहर बड़ी संख्या में लोग उन्हें देखने के लिए पहुंच गए। लेकिन भारी सुरक्षा के कारण प्रशंसक अपने अभिनेता के नजदीक नहीं पहुंच पाए।
प्राइवेट सुरक्षा गार्ड और बाउंसरों ने लोगों के मोबाइल से भी फोटो नहीं खींचने दी। कई बार फोटो खिंचने पर बाउंसरों की लोगों के साथ तीखी नोक-झोंक भी हुई।

सिनेमा है समाज का मार्गदर्शक तथा अभिनेता प्रेरणास्रोत-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सायं राजपुर रोड स्थित मॉल में छठे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि सिनेमा में वो ताकत होती है जो कि किसी समाज के सोचने और समझने के तरीके को प्रभावित कर सकता है। फिल्म मात्र मनोरंजन का साधन नहीं होती, वह मनुष्य की व्यक्तिगत व समष्टिगत भावों को जागृत करने का सशक्त माध्यम भी होती हैं। फिल्में समाज का आईना होती हैं। सिनेमा समाज का मार्गदर्शक तथा अभिनेता प्रेरणास्रोत का कार्य करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति की गोद में बसे उत्तराखंड को प्रकृति ने तसल्ली से संवारा है। यहां के नदी, पहाड़, झरने इन सब की बात ही कुछ अलग हैं। हमारे प्रदेश में शूटिंग डेस्टिनेशन की अपार संभावनाएं हैं, हमारे पास देश दुनिया के सबसे बेस्ट शूटिंग डेस्टिनेशन हैं। नैनीताल, मसूरी, औली, चकराता, मुन्स्यारी, चोपता, हर्षिल, पौड़ी, धनोल्टी समते हमारे पास कई स्थान है जहां हमारे फिल्म निर्माताओं को दुनिया के अलग-अलग लोकेशन से बेहतर डेस्टिनेशन मिलेंगे। हमारे धार्मिक स्थान केदारनाथ बदरीनाथ गंगोत्री यमुनोत्री हरिद्वार-ऋषिकेश और बहुत सारे स्थान हैं जो शूटिंग के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन बने हैं और आगे भी बनते रहेंगे।हमारी सरकार प्रदेश में फिल्म शूटिंग के लिए बेहतर वातावरण कैसे तैयार हो, उसके लिए लगातार प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे सभी उद्यमी हमारे राज्य के ब्राण्ड एम्बेसडर हैं। राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने तथा अधिक से अधिक फिल्म निर्माण के प्रति निर्माताओं को आमंत्रित करने के लिये उन्हें सहयोगी बनना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योगों के साथ ही फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिये उनके अनुकूल नीतियों का निर्धारण भी किया जायेगा। उत्तराखण्ड देव भूमि है, इसे सांस्कृतिक एवं धार्मिक प्रदेश के रूप में देश व दूनिया में पहचान दिलाने में हमारे उद्यमियों की बड़ी भूमिका है। इससे राज्य का आर्थिक विकास भी जुड़ा है। उन्होंने कहा कि यहां का प्राकृतिक सौंदर्य, योग, आध्यात्म, शुद्ध पर्यावरण, शांत वातावरण रहने के लिये आदर्श स्थान है। उन्होंने प्रदेश में फिल्म निर्माण एवं फिल्मांकर को बढ़ावा देने के लिये सुझाव भी आमंत्रित किये।
फिल्म फेस्टिवल के निदेशक राजेश शर्मा ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में इस फेस्टिवल को एक सप्ताह का किये जाने तथा उत्तराखण्ड पर आधारित अधिक से अधिक फिल्मों के प्रदर्शन का आश्वासन दिया। फिल्म अभिनेता एवं महाभारत के युधिष्ठिर के पात्र गजेन्द्र सिंह चौहान ने भी मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि युधिष्ठिर भी यहीं से ससरीर स्वर्ग गये थे। उन्होंने सिनेमा को फिल्म कलाकारों की मां के संज्ञा देते हुए कहा कि इससे समाज को भी प्रेरणा मिलती है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अभिनेता गजेन्द्र सिंह चौहान, अखिलेश मिश्रा, मनजोत सिंह, परमजोत सिंह, मीता वशिष्ठ निर्देशक विनय पाठक, कावेरी बामजेयी, के.सी बुकारिया आदि के साथ ही बोस्निया, टोबाको, मैकाडोनिया, कोरिया आदि देशों के राजनयिकों को भी सम्मानित किया।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक राजेश शुक्ला आदि उपस्थित थे।

फारेंसिक मूवी टीम ने सीएम को मूवी की शूटिंग पर किया आंमत्रित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से रविवार को सांय मुख्यमंत्री आवास में फारेंसिक मूवी टीम के सदस्यों ने भेंट की। फिल्म के प्रोड्यूसर कृष्णा मुकुट ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि फारेन्सिक मूवी की शूटिंग मसूरी-देहरादून में की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में फिल्मकारों को पूरा सहयोग दिया जा रहा है। राज्य के नैसर्गिक प्राकृतिक सौंदर्य के प्रति अधिक से अधिक फिल्मकार आकर्षित हों इसके लिये प्रयास किये जा रहे हैं।
फिल्म के प्रोड्यूसर कृष्णा मुकुट ने कहा कि उत्तराखण्ड का सौंदर्य फिल्मांकन के अनुकूल है। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा फिल्मांकन में दिये जा रहे सहयोग के लिये मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंन मुख्यमंत्री से 2 सितम्बर को मसूरी में मूवी की शूटिंग पर भी आमंत्रित किया।
इस अवसर पर फिल्म अभिनेता विक्रांत मेसी, विन्दुदारा सिंह, अभिनेत्री राधिका आप्टे, प्राची देसाई, रोहित राय, शैलेन्द्र मन्दोवारा, वरूण वागला, विशाल फुरिया, समित अदलखा आदि उपस्थित थे।

…तो क्या महात्मा गांधी के सपनों को संवार रही त्रिवेंद्र सरकार

गांधी ने अपने उत्तराखंड दौरे के दौरान की थी प्रशंसा, बताया था फिल्म शूटिंग के लायक
वर्तमान की त्रिवेंद्र सरकार ने इस महत्वता को न सिर्फ समझा बल्कि फिल्म निर्माताओं को किया आमंत्रित

महात्मा गांधी अक्सर कहा करते थे कि धरती में यदि कहीं स्वर्ग हैं तो वह उत्तराखंड के कौसानी में है। इस बात को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार ने न सिर्फ अच्छे से समझा, बल्कि मुंबई में बैठे फिल्म निर्माताओं को भी समझा पाने में कामयाबी हासिल अर्जित की। त्रिवेंद्र सरकार की यह कामयाबी ही हैं, कि अब तक बत्ती गुल मीटर चालू, कबीर सिंह, केदारनाथ, जर्सी, कुतुबमीनार आदि करीब 200 से ज्यादा बाॅलीवुड की छोटी-बड़ी फिल्में, टीवी सीरियल, दक्षिण भारतीय फिल्में, वेब सीरिज की शूटिंग हो चुकी है और आगे भी शूटिंग के लिए निर्माता उत्तराखंड का रूख कर रहे हैं। त्रिवेंद्र सरकार की ही बदौलत राज्य को द मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का पुरस्कार भी मिला है। जो वाकई में उत्तराखंड और त्रिवेंद्र सरकार की उपलब्धि को दर्शाता है।

एक नजर त्रिवेंद्र सरकार के फैसले पर
त्रिवेंद्र सरकार के फैसले के मुताबिक उत्तराखंड में शूटिंग को प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक अनुमति को सिंगल विंडो सिस्टम के तहत आॅनलाइन आवेदन से किया जाएगा। राज्य सरकार के विभागों के स्तर पर कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा। साथ ही सुरक्षा के लिए पुलिस की उपलब्धता भी त्रिवेंद्र सकरार सुनिश्चित कराएगी। राज्य में फिल्म निर्माण के लिए अनुदान के संबंध में सरकार एक प्राथमिकता सूची तैयार करेगी। इसमें फिल्म की 75 प्रतिशत शूटिंग का उत्तराखंड में किया जाना अनिवार्य होगा। वित्त पोषण फिल्म निर्माण की लागत का 30 प्रतिशत या डेढ़ करोड़ रूपये, जो भी कम हो रहेगा।

जिन फिल्मों की 75 प्रतिशत शूटिंग या कुल आउटडोर शूटिंग की आधे से अधिक शूटिंग उत्तराखंड में होगी, एसजीएसटी लागू होने की तिथि से जमा किए गए एसजीएसटी के 30 प्रतिशत की प्रतिपूर्ति की जाएगी।

फिल्म शूटिंग होने से राज्य को क्या फायदा
त्रिवेंद्र सरकार का यह मानना है कि राज्य की प्राकृतिक सौंदर्यता कैमरे में कैद होगी तो निश्चित तौर पर विश्व पटल पर उत्तराखंड का कद बढ़ेगा। यही नहीं, राज्य के ऐसे युवा जो फिल्मी दुनिया में अपना कैरियर देखते हैं या इस क्षेत्र का शौक भी रखते हैं। उन्हें शूटिंग में काम मिलेगा। उन्होंने मानना है कि उत्तराखंड के युवाओं ने बाॅलीवुड में मेहनत के बल पर मुकाम हासिल किया है, इनमें हिमानी शिवपुरी, हेमंत पांडेय, उर्वशी रौतेला सहित तमाम लोग शामिल है।

इससे इतर शूटिंग होने से यहां होटल, ढाबों, हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े कामगारों को काम मिलेगा। तमाम हस्तियों के यहां पहुंचने से राज्य के हथकरघा वस्तुओं को भी बढ़ावा मिलेगा और अहम बात यह है कि टूरिज्म को बहुत बढ़ावा मिलेगा। यहां के चार धाम के अलावा अन्य कई दर्शनीय स्थल हैं, जिनका वर्णन पुराणों में भी वर्णित हैं।

फिल्म सिटी बनने से राज्य का टैलेंट निकलकर आएगा
उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सरकार के सानिध्य में ही फिल्म सिटी बनाने का प्रस्ताव अब जोर पकड़ने लगा हैं। पूर्व में निर्माता निर्देशक राजकुमार संतोषी फिल्म सिटी बनाने का प्रस्ताव दे चुके है। इसके बाद राज्य में जमीन तलाशने का काम भी जोर पकड़ चुका है। फिल्म सिटी के लिए काफी ज्यादा जमीन की आवश्यकता है साथ ही उस जगह से एयरपोर्ट नजदीक ही होना आवश्यक है। इसके लिए ऋषिकेश के श्यामपुर क्षेत्र में गंगा नदी से सटा इलाके को भी फिल्म सिटी के नजरिए से देखा जा चुका है।

ताजा जानकारी के मुताबिक फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री एवं उनके पति हिमालय दासानी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की है। उन्होंने उत्तराखण्ड में फिल्म सिटी के क्षेत्र में कार्य करने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा है कि उत्तराखण्ड में फिल्मी हस्तियों का रूझान बढ़ा है। राज्य में युवाओं को फिल्म के क्षेत्र में विभिन्न प्रशिक्षण दिये जाय तो युवा इस क्षेत्र में अच्छा करियर बना सकते हैं।

फिल्म निर्माताओं की पसंद उत्तराखंड ही क्यों
सवाल यह उठता है कि फिल्म निर्माताओं की पंसद उत्तराख्ंाड क्यों बना हुआ है। इसका जवाब भी साफ है, त्रिवेंद्र सरकार निर्माताओं और निर्देशकों को राज्य की नैसर्गिक सौंदर्यता के बारे में बताने में कामयाब रही है। इसके चलते राज्य में अब निर्माताओं का रूख बढ़ रहा है। राज्य की सुंदरता, खास तौर पर प्राकृतिक झरने, वाटर फाॅल, गंगा नदी, खूबसूरत पहाड़, मंसूरी, देहरादून, ऋषिकेश, रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, नैनीताल, नैनी झील, टिहरी झील, कौसानी, बर्फ से ढ़की चोटियां आदि तमाम वह चीजें जो एक फिल्म की लोकेशन के लिए चाहिए। उत्तराखंड में सहज ही मिल जाती है।

एक रूपये प्रति टिकट से भरेगा फिल्म विकास कोष
सिनेमा टिकटों पर एक रुपये प्रति टिकट की दर से फिल्म विकास निधि के रूप में सिनेमा मालिक दर्शकों से वसूलेंगे और इस राशि को कोषागार में जमा कराएंगे। इसका इस्तेमाल क्षेत्रीय, हिंदी और अन्य भाषा की फिल्मों को अनुदान उपलब्ध कराने में किया जाएगा। इससे अवस्थापना सुविधाओं के लिए भी धनराशि दी जाएगी।

क्षेत्रीय फिल्म प्रमाणीकरण परिषद
फिल्मों को प्रोत्साहन देने के लिए क्षेत्रीय फिल्म प्रमाणीकरण परिषद बनाई जाएगी। उत्तराखंड में बनने वाली फिल्मों और क्षेत्रीय भाषाओं में बनने वाली फिल्मों के प्रमाणीकरण की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।

क्षेत्रीय फिल्म के प्रति त्रिवेंद्र सरकार
उत्तराखंड की क्षेत्रीय फिल्मों को सेंसर सर्टिफिकेट मिलने के बाद प्रदेश के सभी सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्स स्वामियों को क्षेत्रीय फिल्म को एक सप्ताह तक प्रतिदिन प्रदर्शित करने की अनिवार्यता होगी।