छात्र-छात्राओं ने गंगा स्वच्छता की शपथ ली

श्रीदेव सुमन विवि परिसर ऋषिकेश के नमामि गंगे प्रकोष्ठ ने गंगा उत्सव मनाया। छात्र-छात्राओं ने गंगा स्वच्छता की शपथ के साथ ही गंगा आरती की।
शुक्रवार को त्रिवेणीघाट पर श्रीदेव सुमन विवि परिसर ऋषिकेश के नमामि गंगे प्रकोष्ठ द्वारा गंगा उत्सव आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पार्षद चेतन चौहान ने किया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को मेरा संकल्प के अंतर्गत गंगा स्वच्छता की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि हमें अपने क्षेत्र के गंगा तटों को साफ सुथरा रखना चाहिए। किसी भी प्रकार से सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करना चाहिए। नमामि गंगे के नोडल अधिकारी डॉ. अशोक कुमार मेंदोला ने विचार रखे। इस दौरान छात्राओं द्वारा महागंगा आरती, दीपोत्सव, दीपदान, सांस्कृतिक कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी। छात्रों ने गंगा आरती कर 251 दीपों की श्रृंखला त्रिवेणी घाट पर बनाई।
इस दौरान हिमांशु कुमार, अमित रतूड़ी, अमित चौहान, तुषार, सुधांशु, तन्मय, रितेश, सलोनी बिष्ट, रितिका, सृष्टि आर्य, प्रीति, मनीषा, माधुरी, शालू, सलोनी, अंबालिका, प्रियंका, अक्षिता, दीक्षा, अभिलाषा, रिया, वर्षा, प्राची, अंकिता, मितिक्षा, सुहानी, साक्षी, ज्योति, खुशी, वैष्णवी, दीक्षा सिंह, किरन, कशिश, शालिनी, मानसी आदि उपस्थित रहे प्

डूबते सूरज को अघ्र्य देकर व्रती महिलाओं ने की परिवार की सुख समृद्धि की कामना

छठ महापर्व तीर्थनगरी के गंगा घाटों में इस वर्ष अन्य वर्षों की तुलना में सादगी से मनाया गया। जहां प्रत्येक वर्ष पूरा परिवार सामूहिक रूप से गंगा तट पर डूबते सूरज की पूजा करता था, वहीं इस वर्ष परिवार के एक ही सदस्य को आने की अनुमति थी। इसके चलते व्रती महिलाओं ने अपने-अपने घरों की छतों में ही डूबते सूरज को अघ्र्य दिया।

आज सुबह महिलाओं ने गंगा स्नान कर घरों में भगवान सूर्य और छठी मैया की आराधना की। साथ ही पूजन सामग्री की टोकरी तैयार की। दोपहर बाद से ही श्रद्धालुओं ने चंद्रेश्वर नगर, मायाकुंड, शीशमझाड़ी, काले की ढाल, सोमेश्वर नगर, वीरभद्र, आवास विकास, आईडीपीएल, रायवाला, रानीपोखरी आदि क्षेत्रों में गंगा घाटों पर बनाई मेंदी में संकल्प लेकर पूजा की और डूबते सूरज को अघ्र्य देने के लिए गंगा में उतरी। शाम को त्रिवेणी घाट पर दयानंद घाट, रामझूला घाट, साईं घाट आदि पर श्रद्धालु पहुंचे।

नहीं हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम
कोरोना महामारी को लेकर सरकार की ओर से जारी हुई नई गाइडलाइन का पालन करते हुए सार्वजनिक छठ पूजन समिति ने सांस्कृतिक कार्यक्रम न करने का निर्णय लिया। प्रत्येक वर्ष त्रिवेणी घाट पर होने वाले कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है।