गंगा के तेज बहाव में तीन महिला डूबी

रायवाला थाना क्षेत्र के अंतर्गत गीता कुटीर घाट पर रविवार सुबह नहाते समय तीन महिलाएं गंगा के तेज बहाव में बहने लगी। सूचना पर जल पुलिस और आपदा राहत टीम ने उनकी तलाश को गंगा सर्च ऑपरेशन चलाया। रायवाला थानाध्यक्ष भुवन चंद्र पुजारी ने बताया कि रविवार को गीता कुटीर घाट पर तीन महिलाएं स्नान करने के लिए गंगा में पहुंची थी। इस दौरान गंगा के तेज धारा में वह लोग बहने लगे। लोगों की सूचना मिलने पर जल पुलिस और आपदा राहत दल की टीम ने उनकी तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है।

गंगा का जलस्तर बढ़ने से पालिटेक्निक परिसर हुआ जलमग्न


पहाड़ों में रुक-रुककर हो रही बारिश से मैदानी क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित होने लगा है। त्रिवेणी घाट पर गंगा का जल पार्किंग तक आ पहुंचा। इसके चलते पार्किंग पर प्रवेश निषेध कर दिया गया है। पुलिस कर्मियों ने रस्सी लगाकर पार्किंग स्थल के प्रवेश द्वार को बंद कर दिया है। गंगा घाट पूरी तरह से खाली करवा दिए गए है। मुनादी करवाकर लोगों से तटीय इलाके खाली करवा दिए गए है। नगर में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। वहीं, खदरी स्थित पालिटेक्निक का परिसर जलमग्न हो गया है।

जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य विनोद जुगलान ने बताया कि गंगा तटीय क्षेत्र में बसे खदरी गांव में बाढ़ से नुकसान हुआ है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटीय क्षेत्र में 15 और 10 हेक्टेयर में रोपे गए पौधे खराब हो गए हैं। यही नहीं वन्य जीवों को आबादी में प्रवेश से रोकने लिए लगायी सौर ऊर्जा बाड़ भी क्षतिग्रस्त हो गई है। वर्ष 2013 से बाढ़ की विभिषीका झेल रहे राजकीय पॉलिटेक्निक खदरी की पहले से क्षतिग्रस्त चाहरदिवारी के रास्ते घुसे बाढ़ के पानी से आवासीय परिसर डूब गया है। सूचना पर एसडीएम मनीष कुमार ने हालात का जायजा लिया और राहत एवं बचाव टीम को निगरानी रखने के निर्देश दिए। वहीं, वन क्षेत्राधिकारी महेंद्र रावत ने बताया कि सौर ऊर्जा बाड़ को नुकसान होने की सूचना मिली है। कितना नुकसान हुआ है इसका आकलन जल स्तर कम होने के बाद ही हो सकेगा। फिलहाल प्लान्टेशन के पास से बाढ़ का पानी बह रहा है।

चंद्रेश्वर नगर में जलभराव की स्थिति देख एआईसीसी सदस्य ने की अपील, तटीय स्थान छोडें, महफूज जगहों पर जाएं

न्यू चन्द्रेश्वर नगर क्षेत्र में देर रात से ही नदी का जलस्तर बढ़ने से तटबंध से लगे घरों के निचले तल में पानी भर गया। आज मौके पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला मौके पर गए और प्रभावित क्षेत्र में जाकर लोगों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की। साथ ही हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने बताया कि कई वर्षों से न्यू चन्द्रेश्वर नगर क्षेत्रों जल भराव की समस्या आती रही हैं परन्तु शासन प्रशासन द्वारा बरसात के ऐसे समय में कोई इन्तजाम नहीं किये जाते। जिस कारण हर बारिश में यहॉं के लोगों को भारी नुकसान के साथ जानमाल की सुरक्षा भी करनी पड़ती है। वर्तमान में ऋषिकेश क्षेत्र में कई ऐसे इलाके हैं जहां ऐसी स्थिति बनी है। उन्होंने प्रभावितों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की। साथ ही शासन प्रशासन से माँग की कि बाढ़ प्रभावित घरों में रहने वाले लोगों कीड़े रहने व खाने की व्यवस्था की जाये।

मौके पर राजेश शाह, राजू गुप्ता, गौरव झा, इमरान, लालबाबू, ज्योति हलदर, मोहित कुमार, राकेश, ऋषि यादव आदि मौजूद थे।

टापू में फंसे आठ लोगों को जल पुलिस ने कड़ी मशक्कत से बचाया

मुनिकीरेती में आठ लोगों की जान तब आफत में आ गई, जब गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से सभी टापू में फंस गए। मौके पर चीख पुकार मच गई। गनीमत रही कि जल पुलिस के जवानों से समय रहते राफ्ट से रेस्क्यू अभियान चलाया और सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।

दरअसल, अलग-अलग क्षेत्रों के आठ लोग जिनमें सिमरन निवासी रायवाला, सलीना राणा, कनू क्षेत्री दोनों निवासी डोईवाला, विवेक थापा निवासी मियांवाला, देवेंद्र, महेन्द्र दोनों निवासी गुड़गांव, बीरबल सिंह, हर्ष दोनों निवासी शीशमझाड़ी दोपहर दो बजे करीब जानकी सेतु के समीप गंगा नदी में बने टापू पर पहुंचे। सभी घूमने में व्यस्त रहे, तभी अचानक करीब दो बजकर 35 मिनट पर गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ गया। जलस्तर बढ़ने के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। तभी जल पुलिस के जवानों ने राफ्ट से अभियान चलाया और काफी मशक्कत करने के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।

जल पुलिस के जवानों में उत्तम सिंह, सुनील रावत, मनोज बिष्ट और शिवम सिंह शामिल रहे।