स्वास्थ्य सचिव जांच रहे चारधाम यात्रा रुट में स्वास्थ्य सुविधाएं

चारधाम यात्रा के मध्य नजर यात्रा के मुख्य पड़ाव श्रीनगर में स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों को लेकर स्वास्थ्य सचिव डॉ आर.राजेश कुमार द्वारा उप जिला चिकित्सालय श्रीनगर और बेस चिकित्सालय श्रीकोट में स्थापित हेल्थ एटीएम का निरीक्षण किया गया। उनके द्वारा हेल्थ एटीएम के सुचारू रूप से संचालन हेतु चिकित्सालय प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। उनके द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए हेल्थ एटीएम पर एक टेक्निकल व्यक्ति तैनात रखने हेतु निर्देशित किया गया।
स्वास्थ्य सचिव द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी पौड़ी को पूरी तैयारियों के साथ यात्रा व्यवस्थाओं में पैरामेडिकल स्टाफ को मुस्तैदी से कार्य करने हेतु निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि यात्रा रूट पर गढ़वाल मंडल में चिन्हित विभिन्न चिकित्सा इकाइयों में सीएसआर के अंतर्गत हेवलेट पेकर्ड इंटरप्राइजेज द्वारा 50 हेल्थ एटीएम स्वास्थ्य स्क्रीनिंग हेतु स्थापित किए गए हैं। हेल्थ एटीएम पर ब्लड प्रेशर, शुगर,शरीर का तापमान, ऑक्सीजन की मात्रा, बॉडी फैट, इंडेक्स, डिहाईड्रेशन, पल्स रेट सहित 70 निशुल्क जांचें की जाएंगी। उन्होंने कहा कि यात्रा रूट पर स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारा जा रहा है और आने वाले समय में हेल्थ एटीएम की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही इसके साथ ही उनके द्वारा जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी को जनपद पौड़ी के अंतर्गत आने वाले यात्रा रूट पर टीम बनाकर विभिन्न होटलों ढाबों व रेस्तरां में खाद्य पदार्थों की सघन चेकिंग अभियान चलाने हेतु निर्देशित किया गया।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीण कुमार, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ सी.एम. एस. रावत, चिकित्सा अधीक्षक डॉ गोविंद पुजारी, डॉ सुरेश कोठियाल व चिकित्सालय स्टाफ मौजूद रहा।

शासन से स्वीकृति के बाद नरेंद्रनगर विस के दुर्गम इलाकों को सड़कों से जोड़ा जाएगा

टिहरी गढ़वाल के नरेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र में दुर्गम इलाकों को मोटर मार्गो से जोड़ने की योजनाएं परवान चढ़ती दिख रही है। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के अथक प्रयासों के बाद यहां चार मोटर मार्गों के निर्माण को शासन की ओर से वित्तीय स्वीकृति दी जा चुकी है। इसके तहत 18 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाना है। कैबिनेट मंत्री के इस प्रयास पर विधानसभा वासियों ने आभार व्यक्त किया है।

संयुक्त सचिव श्याम सिंह ने जारी पत्र में बताया कि राज्य योजना के अंतर्गत नरेंद्र नगर विधानसभा दोगी पट्टी क्षेत्र में चार किलोमीटर बेरनी-रौंदेली मोटर मार्ग के अंतिम बिंदु से शिवपुरी-जाजल मोटर मार्ग, चार किलोमीटर गूलर नाई मठियाणी मोटर मार्ग से भांगला मोटर मार्ग, चार किलोमीटर ग्रामसभा बांसकाटल मोटर मार्ग, छह किलोमीटर हिंडोला से मुंडाला भरवाणी मोटर मार्ग का नवनिर्माण किया जाना है। सभी कार्यों के प्रथम चरण की निर्माण धनराशि 98.84 लाख रुपए स्वीकृत किए जा चुके हैैं।

वहीं विधानसभा के लोगों ने कैबिनेट मंत्री के इस प्रयास की जमकर सराहना की है। मुनि की रेती पालिका अध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने कहा कि कैबिनेट मंत्री कि विकासपरक सोच से ही यह कार्य संभव हो पाया है। नरेंद्र नगर पालिका अध्यक्ष राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार ने कहा कि कैबिनेट मंत्री के अथक प्रयासों से ही इस विधानसभा के अति दुर्गम इलाकों को सड़कों से जोड़ा जा सका है। ब्लाक प्रमुख राजेंद्र भंडारी ने कहा कि कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के प्रयासों से दिनों दिन नरेंद्र नगर विधानसभा में विकास कार्य हो रहे हैं। भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश भट्ट महामंत्री भगवती काला, पूर्व मंडल अध्यक्ष राकेश सेंगर, दोगी पट्टी के गजेंद्र राणा, विशाल राणा, केदार सिंह चैहान, कान सिंह ढिकोला, धीरेंद्र चैहान, सचेंद्र चैहान, रामेश्वरी चैहान, तेजपाल राणा, अर्जुन धवांण, रमेश पुंडीर आदि ने भी सड़क निर्माण कार्यों को स्वीकृति मिलने पर कैबिनेट मंत्री का आभार व्यक्त किया है।

गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के बीच दूरी घटाएगा सिंघटाली पुल

ऋषिकेश से श्रीनगर के बीच व्यासी से आगे सिंघटाली में बनने वाले पुल को अब पूर्व में चयनित स्थान पर ही बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि इस पुल के निर्माण को लेकर जनता बीते कई वर्षों से मांग उठा रही थी, जिसके निर्माण का अब रास्ता साफ हो गया है। उन्होंने कहा कि जनता की मांग पर इस पुल को पूर्ववर्ती स्थान पर ही बनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि पुल की डीपीआर व बजट तैयार है। उन्होंने जल्दी से जल्दी इस पुल का निर्माण शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने बताया कि इस पुल का निर्माण होने से न केवल टिहरी, पौड़ी जिलों के लोगों को लाभ होगा बल्कि यह पुल प्रदेश के दोनों मंडलों गढ़वाल व कुमाऊं के बीच की दूरी भी घटाएगा। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश से श्रीनगर के बीच व्यासी से आगे सिंघटाली गांव में इस पुल का निर्माण किया जाएगा। सिंघटाली, व्यासी, सतपुली, सिद्धखाल, रिखणीखाल, नैनीडांडा, रामनगर होते हुए यह मार्ग कुमाऊँ को भी जोड़ने का कार्य करेगा।

गौरतलब है कि इस पुल का निर्माण टिहरी जिले के नरेंद्रनगर ब्लॉक के सिंघटाली व जनपद पौड़ी के यमकेश्वर ब्लॉक के ढांगूगढ़ में गंगा नदी के ऊपर किया जाना है।

ग्रामीण क्षेत्र के युवा खिलाड़ियों में प्रतिभा की कमी नहींः डा. राजे नेगी

अंतरराष्ट्रीय गढवाल महासभा के अध्यक्ष डॉ राजे सिंह नेगी ने फस्र्ट नेशनल स्कूल स्पोर्ट्स चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया।

बता दें कि फिट इंडिया कार्यक्रम अंतर्गत आगरा में विगत 6 मार्च से 8 मार्च तक तीन दिवसीय चैंपियनशिप का आयोजन हुआ था। जिसमें देशभर के विभिन्न स्कूलों के खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था। चैंपियनशिप में ऋषिकेश के विभिन्न स्कूलों के खिलाड़ियों ने अपने दमदार प्रदर्शन से आयोजकों बल्कि चैंपियनशिप देखने आये दर्शकों का भी दिल जीत लिया। नेशनल चैंपियनशिप में अरीना स्पोर्ट्स एकेडमी के छह खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। जिसमें चार खिलाड़ी फुटबॉल के एक एथलेटिक और एक बॉक्सिंग का था। फुटबॉल की टीम गोल्ड मैडल हासिल करने में कामयाब रही।जबकि एथलेटिक और बॉक्सिंग में खिलाडियों ने सिल्वर मैडल हासिल किए। इस अवसर पर खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करते हुए अंतरराष्ट्रीय गढवाल महासभा के अध्यक्ष डॉ राजे सिंह नेगी ने कहा कि कि खेलों में गहरी रुचि रखनेवालों के लिए अपनी पहचान बनाने के अनेकों अवसर हैं। हाल के वर्षों मे छोटे छोटे गांवों से आए तमाम युवा खिलाड़ियों ने अपनी खेल प्रतिभा से सभी को चैंकाया है।

सम्मान पाने वाले खिलाड़ियों में अमर ज्योति सरस्वती निलायम हाई स्कूल बायपास श्यामपूर के प्रियांशु नेगी, शिवम शाह, विनय सिंह, प्रियांशु चैधरी, एनडीएस स्कूल के प्रियांशु पैन्यूली एवं पीजी कॉलेज ऋषिकेश के हिमांशु गोस्वामी शामिल रहे। इस मौके भारतीय जूनियर फुटबाल टीम के कप्तान एवं कोच अभिषेक रांगड़, अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के महामंत्री उत्तम सिंह असवाल, अरविंद जोशी, प्रवीन असवाल, सुनील सेमवाल, महावीर अमोला, मयंक भट्ट, मोनिका पंवार, अंजली वर्मा उपस्थित थे।

श्रद्धांजलि सभा के जरिए चमोली आपदा में मृतकों की आत्मशांति की गई प्रार्थना

चमोली में आई आपदा में लापता लोगी की सलामती के लिए प्रार्थना की गई। ग्राम सभा हरिपुर कलां में सत्यमेव जयते समिति एवं गढ़वाल महासभा से जुड़े पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से मां गंगा तट पर एकत्रित होकर चमोली जिले के रेणी गांव के पास ग्लेशियर टूटने से आई आपदा में हुए जानमाल के नुकसान पर गहरा दुःख व चिंता जताते हुए मृतकों की आत्मिक शांति हेतु केंडल जलाकर एवं लापता लोगो की सलामती के लिए मां गंगा से प्रार्थना की।

इस मौके पर सत्यमेव जयते समिति के अध्यक्ष अनिल जोशी ने कहा कि केदारनाथ आपदा के जख्म अभी भरें भी नही थे कि कोरोनाकाल के बीच दिल को दहलाने वाली ये भीषण आपदा आ गयी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में इस प्रकार घटनाएं दुःखद है। गढ़वाल महासभा के अध्यक्ष डॉ राजे सिंह नेगी ने कहा कि उत्तराखंड में प्रस्तावित और निर्माणधिन सभी जल विधुत परियोजनाओं की पुनःसमीक्षा होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो पाए।

उन्होंने उत्तराखंड आपदा के मृतकों को श्रद्वांजलि अर्पित करते हुए कहा कि कंक्रीट के जंगल बनाने से प्राकृतिक आपदाओं को लोगों को झेलना पड़ रहा है। इस पर विचार करते हुए पर्यावरण रक्षा की दिशा में बड़े कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। ग्लेशियर के मुहाने पर बांधों के निर्माण पर उन्होंने रोक लगाने की मांग भी की। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में मनोज जखमोला, राजन बडोनी, दिनेश थपलियाल, रवि बाबू शर्मा, कमल शर्मा, आनंद रानाकोटी, विष्णु,गोकुल डबराल, सुमन गौड़, सुनील जुगलान, अशोक रयाल, राकेश कुकरेती, शशि कंडवाल, सीमा देवी, अनिता सिलस्वाल, सुबोध बडोला, संगीता सिलस्वाल, अनिता गुप्ता शामिल थे।

प्रभावित गांवों को भेजी जा रही है राशन और जरूरी सामग्री

मुख्यमंत्री ने तपोवन में भीषण आपदा में मृत हैड कान्स्टेबल मनोज चैधरी और कांस्टेबल बलवीर सिंह गड़िया को नमन करते हुए शोक संतप्त परिवारजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। बुंधवार को कांस्टेबल बलवीर सिंह गड़िया और मंगलवार को हैड कान्स्टेबल मनोज चैधरी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
मुख्यमंत्री ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आपदा में मृत्यु का होना बहुत दुखद है। रैणी व तपोवन क्षेत्र में भीषण त्रासदी में सभी मृतकों के प्रति संवदेना प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि लापता लोगों की तलाश के लिए आपरेशन पूरी क्षमता के साथ चलाया जा रहा है। सर्च एंड रेस्क्यू के साथ ही आपदा राहत कार्यों की उच्च स्तर से लगतार मॉनिटरिंग की जा रही है।

आपदा में मृतकों के परिजनों को सहायता राशि अविलंब दी जाएः मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिव आपदा प्रबंधन से आपदा राहत कार्यों और सर्च व रेस्क्यू आपरेशन के बारे में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने सर्च व रेस्क्यू के काम को लगातार जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में दैनिक आवश्यकता की वस्तुओं की कमी न हो। जिन मृतकों की पहचान हो जाए, उनके आश्रितों को राहत राशि अविलंब उपलब्ध कराई जाए। जिन शवों की शिनाख्त न हो पा रही हो, उनके डीएनए रिकार्ड सुरक्षित रखे जाए।

मंगलवार रात्रि और बुधवार को भी जारी रहा सर्च एंड रेस्क्यू आपरेशन

चमोली जिले में रविवार को आयी आपदा के चैथे दिन भी रेस्क्यू आपरेशन जारी रहा। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना के बाद 34 शव मिल गए हैं जबकि 170 लोग अभी लापता हैं। पूर्व में लापता बताए गए ऋषि गंगा कम्पनी के 02 व्यक्ति सुरक्षित अपने आवास पर पाए गए हैं। तपोवन मे टनल मे फंसे लोगो का रेस्क्यू जारी है। यहां पर करीब 25 से 35 लोग टनल मे फंसे है जिनको बचाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।

प्रभावित क्षेत्रों में एसडीआरएफ के 100, एनडीआरएफ के 176, आईटीबीपी के 425 जवान एसएसबी की 1 टीम, आर्मी के 124 जवान, आर्मी की 02 मेडिकल टीम, स्वास्थ्य विभाग उत्तराखण्ड की 04 मेडिकल टीमें और फायर विभाग के 16 फायरमैन, लगाए गए हैं। राजस्व विभाग, पुलिस दूरसंचार और सिविल पुलिस के कार्मिक भी कार्यरत हैं। बीआरओ द्वारा 2 जेसीबी, 1 व्हील लोडर, 2 हाईड्रो एक्सकेवेटर, आदि मशीनें लगाई गई हैं।

स्टैंडबाई के तौर पर आईबीपी के 400, आर्मी के 220 जवान, स्वास्थ्य विभाग की 4 मेडिकल टीमें और फायर विभाग के 39 फायरमैन रखे गए हैं। आर्मी के 03 हेलीकाप्टर जोशीमठ में रखे गए हैं। आपदा प्रभावित क्षेत्र के साथ ही अलकनन्दा नदी तटों पर जिला प्रशासन की टीम लापता लोगों की खोजबीन में जुटी हैं।

प्रभावित गांवों को भेजी जा रही है राशन और जरूरी सामग्री
आपदा में सडक संपर्क टूटने से सीमांत क्षेत्र के 13 गांवों के 360 परिवार प्रभावित हुए है। सडक संपर्क से कटे इन गांवो मे हैली से राशन किट, मेडिकल टीम सहित रोजमर्रा का सामन लगातार भेजा जा रहा है। गांवों मे फसे लोगो को राशन किट के साथ 5 किलो चावल, 5 किग्रा आटा, चीनी, दाल, तेल, नमक, मसाले, चायपत्ती, साबुन, मिल्क पाउडर, मोमबत्ती, माचिस आदि राहत सामग्री भेजी जा रही हैं।

प्रभावित गांवों में बिजली और पेयजल आपूर्ति
पैंग और मुराडा को छोडकर बाकी सभी 11 गांवो मे विद्युत व्यवस्था सुचारू कर दी गई है। पैंग व मुरंडा मे सोलर लाइट भेजी गई है। उरेडा द्वारा 100 सोलर लाईटों से वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। आपदा से 11 गांवों में पेयजल लाईनें प्रभावित हो गई थीं। इनमें से 10 गांवों में पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी गई है। शेष 1 में काम चल रहा है।

ट्राली से वैकल्पिक व्यवस्था
तपोवन, रैणी, जुआग्वाड मे आवाजाही के लिए ट्राली व वैली ब्रिज से वैकल्पिक व्यवस्था बनायी जा रही है।

केंद्रीय शिक्षा, ऊर्जा मंत्री, गढ़वाल सांसद सहित स्थानीय मंत्रियों ने तपोवन आदि क्षेत्रों का किया दौरा

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शासन के वरिष्ठ अधिकारियों, आपदा प्रबंधन, पुलिस, सेना एवं आईटीबीपी के अधिकारियों के साथ बैठक कर जोशीमठ के रेणी क्षेत्र में आई आपदा में राहत एवं बचाव कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि क्षेत्र में खाद्य सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो। राहत एवं बचाव कार्यों में लगे कार्मिकों को भी सभी आवश्यक सामग्री समय पर उपलब्ध हो। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एसडीआरएफ मद से 20 करोड़ रूपये की धनराशि जारी की गई है।

संवेदनशील स्थानों का समय-समय पर सर्वे के निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों का समय-समय पर सर्वे कराया जाय। एसडीआरएफ की टीमें भी संवेदनशील स्थानों के निकट तैनात की जाय। आईआरएस के निदेशक डॉ. प्रकाश चैहान ने जानकारी दी कि ताजी बर्फ के स्खलन से आपदा की संभावना जताई जा रही है। इसकी वजह से नदी के जल स्तर में तेजी से वृद्धि हुई। अब स्थिति सामान्य है।

प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, पानी की सुचारू आपूर्ति
बैठक में जानकारी दी गई प्रभावित क्षेत्र के आस-पास बिजली एवं पानी की आपूर्ति सुचारू हैं। तत्काल राहत के लिए एक हजार राशन के पैकेट एवं अन्य सामग्री भेजी गई है। रैस्क्यू का कार्य जारी है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सैन्य सलाहकार ले.ज.(रिटा.) जे.एस.नेगी, मुख्य सचिव ओमप्रकाश, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आनन्द वर्द्धन, सचिव अमित नेगी, नितेश झा, शैलेष बगोली, दिलीप जावलकर, एस.ए. मुरूगेशन, सुशील कुमार, दीपेन्द्र चैधरी, कर्नल एस. शंकर, आईटीबीपी के कमाडेंट शेंदिल कुमार, आईजी संजय गुंज्याल, डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल आदि उपस्थित थे।

लापता लोगों के परिजनों को आर्थिक सहायता के लिए जारी होगी एसओपी
मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने बताया कि सरकार की मंशा है कि लापता लोगों के परिजनों को भी आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा सके। इसकी प्रक्रिया तय करने के लिए जल्द ही एक एसओपी जारी की जाएगी।

केंद्रीय मंत्रियों ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया
केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, सांसद तीरथ सिंह रावत, उत्तराखण्ड के उच्च शिक्षा मंत्री और चमोली जिले के प्रभारी मंत्री डा. धन सिंह रावत ने भी तपोवन आदि क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय लोगों से बात की। विधायक महेंद्र प्रसाद भट्ट, विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी ने भी तपोवन एवं रैणी मे आपदा प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया।

सर्च व रेस्क्यू आपरेशन तेजी से जारी
चमोली जिले में रविवार को आयी आपदा के दूसरे दिन भी रेस्क्यू आपरेशन पूरे दिनभर जारी रहा। आपदा मे सडक पुल बह जाने के कारण नीति वैली के जिन 13 गांवों से संपर्क टूट गया है उन गांवों में जिला प्रशासन चमोली द्वारा हैलीकॉप्टर के माध्यम से राशन, मेडिकल एवं रोजमर्रा की चीजें पहुंचायी जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि जब तक यहां पर वैकल्पिक व्यवस्था या पुल तैयार नही हो जाता तब तक हैली से यहां पर रसद पहुंचाने का काम जारी रहेगा और जल्द से जल्द क्षेत्र के लोगो की परेशानियां दूर करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। गांवों मे फसे लोगो को राशन किट के साथ 5 किलो चावल, 5 किग्रा आटा, चीनी, दाल, तेल, नमक, मसाले, चायपत्ती, साबुन, मिल्क पाउडर, मोमबत्ती, माचिस आदि राहत सामग्री हैली से भेजी जा रही हैं। आपदा प्रभावित क्षेत्र के साथ ही अलकनन्दा नदी तटों पर जिला प्रशासन की टीम लापता लोगों की खोजबीन में जुटी हैं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रभावित क्षेत्रों में एसडीआरएफ के 70, एनडीआरएफ के 129, आईटीबीपी के 425 जवान एसएसबी की 1 टीम, आर्मी के 124 जवान, आर्मी की 02 मेडिकल टीम, स्वास्थ्य विभाग उत्तराखण्ड की 02 मेडिकल टीमें लगी हुई हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना के बाद 18 शव मिल गए हैं जबकि 202 लोग लापता हैं। एनटीपीसी से 12 और ऋषिगंगा प्रोजेक्ट से 15 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है।

ऋषिकेश महाविद्यालय में ही बने श्रीदेव सुमन का मुख्य कैंपस

ऋषिकेश महाविद्यालय में ही श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय का मुख्य कैंपस बनाने को लेकर छात्र नेताओं ने आज सांकेतिक धरना दिया। छात्रों का कहना था कि उन्हें विश्वविद्यालय संबंधी छोटे कार्यों को टिहरी जाना पड़ता है, इससे काफी दिक्कतें होती हैं।

आज छात्रसंघ महासचिव दीपक भारद्वाज के नेतृत्व में छात्र नेता पीजी कॉलेज परिसर में पहुंचे। यहां उन्होंने प्रदर्शन किया और धरने पर बैठ गए। छात्र नेताओं ने बताया कि मॉर्क्स शीट, शुल्क जमा करने आदि कार्य को लेकर ऋषिकेश से विवि के मुख्य कैंपस टिहरी जाना पड़ता है, इससे समय बर्बाद होता है। कई बार मुख्य कैंपस में एक दिन में कार्य नहीं होने पर दूसरे दिन चक्कर लगाना पड़ता है। इससे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित होती है। आक्रोशित छात्र नेताओं ने एक स्वर में कहा कि विवि के मुख्य कैंपस को ऋषिकेश में शिफ्ट करें या फिर ऋषिकेश कैंपस को सभी अधिकार दें, जिससे छात्र-छात्राओं को टिहरी नहीं जाना पड़े। छात्रसंघ महासचिव ने सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने पर अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है। मौके पर रोहित सोनी, आशुतोष सैनी, आयुष चैहान, दीपक कुमार, चेतन, मोहित शर्मा, अनिरुद्ध शर्मा, हिमांशु, रोहित नेगी आदि मौजूद रहे।

जीएमओयू की बसें दौड़ेंगी कंडी रोड, रामनगर व कोटद्वार के बीच सफर होगा आधा


देहरादून। कोटद्वार से लेकर रामनगर तक की जनता के लिए अच्छी खबर है। कोटद्वार-रामनगर जाने वाले कंडी मार्ग पर जीएमओयू की बस का संचालन फिर से किया जाएगा। यह फैसला को वन मंत्री हरक सिंह रावत ने वन मुख्यालय में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में लिया।

कंडी मार्ग पाखरों-मोरघट्टी-कालागढ़-रामनगर के बीच अब गढ़वाल मोटर्स ऑनर्स यूनियन लिमिटेड (जीएमओयू) की बस सेवा शुरू होगी। शुक्रवार को वन मुख्यालय में वन मंत्री हरक सिंह की बैठक में यह फैसला किया गया। इस मार्ग के शुरू होने पर कोटद्वार और रामनगर के बीच दूरी आधी रह जाएगी।

वन मुख्यालय में इस सड़क पर जीएमओयू की बसों के संचालन का फैसला होने के बाद मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग की ओर से कांर्बेट पार्क प्रशासन से भी बस संचालन की अनुमति का आदेश जारी करने का निर्देश जारी किया। पहले इस रूट पर जीएमओयू की बस का संचालन होता था। हाईकोर्ट के आदेश पर बसों का संचालन रोक दिया गया।

वन मंत्री हरक सिंह के मुताबिक हाईकोर्ट ने निजी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई थी। जीएमओयू की बसें सार्वजनिक परिवहन का हिस्सा हैं। इसके बावजूद इन बसों के संचालन पर अधिकारियों ने रोक लगाई। इस रूट से रामनगर और कोटद्वार के बीच करीब 80 किलोमीटर का ही फासला रह जाता है। यूपी होते हुए जाने पर यह रूट 160 किलोमीटर का है।

निजी वाहनों को अनुमति नहीं

निजी वाहन से इस रूट का इस्तेमाल करने के लिए अभी अनुमति की जरूरत पड़ेगी। वन मंत्री के मुताबिक इस रूट पर बस संचालन होने पर सामान्य यात्रियों का सबसे अधिक राहत मिलेगी। पर्यटकों के लिए पाखरों से अब जिप्सियों का संचालन किया जा रहा है। अब तक 15 जिप्सियों का पंजीकरण भी हो चुका है।

कोटद्वार-कांडा-ढिकाला रूट को भी मंजूरी, 25 से संचालन शुरू

कोटद्वार से कांडा होते हुए कार्बेट के ढिकाला जोन तक अब आसानी से पहुंचा जा सकेगा। यह रूट भूस्खलन के कारण वन क्षेत्र में आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया था। हरक सिंह के मुताबिक कार्बेट फाउंडेशन से मिले फंड से इस रूट की मरम्मत कराई गई। अब यह मार्ग आवाजाही के लिए खोला जाएगा। 25 दिसंबर को खुद वे इस रूट पर परिवहन संचालन का शुभारंभ करेंगे।

एक नायब तहसीलदार की बदौलत युवक का बन पाया ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र

चाका/टिहरी। गजा के नायब तहसीलदार उपेन्द्र सिंह राणा ने ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र में हो रहे विलंब पर तत्काल संज्ञान लेते हुए एक जिम्मेदार अफसर की भूमिका निभाई। प्रमाण पत्र प्राप्त करने पर आवेदक ने पत्र भेजकर नायब तहसीलदार सहित तहसील प्रशासन का आभार जताया।

गजा तहसील के अंतर्गत गाँव जखोली के बेरोजगार युवक मनोज बिजल्वाण ने जब आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए बनने वाले प्रमाण पत्र ईडब्ल्यूएस के लिए तहसील में आवेदन किया, लेकिन कई दिन बाद भी उनका प्रमाण पत्र नहीं बन पाया। तहसीलदार द्वारा इस प्रमाण को निर्गत करने के लिए भवन की नाप के लिए संबंधित जेई को आख्या प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था। परंतु कई बार निवेदन करने पर भी भवन की नाप नहीं की गई। ऐसे में नेशनलिष्ट यूनियन आॅफ जर्नलिस्ट की ओर से भी नायब तहसीलदार उपेन्द्र सिंह राणा समेत बीडीओ, एसडीएम तथा जिलाधिकारी को पत्र भेजकर समस्या से अवगत कराया। इस पर नायब तहसीलदार उपेंद्र सिंह राणा ने संबंधित जेई को फटकार लगाते हुए तुरंत भवन के नाप की आख्या प्रस्तुत करने को कहा। उनकी इस सक्रियता के चलते मनोज का ईडब्ल्यूएस का प्रमाण पर समय से जारी हो सका।

यदि प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी अपने कार्य का कर्तव्यनिष्ठा से पालन करेंगे, तो उन पर जनता का भरोसा बढ़ेगा। किसी भी प्रमाण पत्र में अनावश्यक विलंब न किए जाने के लिए तहसील प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं।
उपेन्द्र सिंह राणा
नायब तहसीलदार, गजा, टिहरी गढ़वाल