नही कटेगा वेतन मुख्यमंत्री ने दिए आदेश, कई राहत भरी घोषणाएं भी की

(एनएन सर्विस)
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने घोषणा की है कि प्रत्येक आंगनबाड़ी और आशा कार्यकत्री के खाते में एक-एक हजार रूपए की सम्मान राशि दी जाएगी। इनकी संख्या 50 हजार से अधिक है। वहीं, मुख्यमंत्री ने परिवहन निगम की व्यवस्थाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए 15 करोड़ रूपये की धनराशि भी स्वीकृत की है। इसके अतिरिक्त गढ़वाल एवं कुमाऊँ मंडल विकास निगम हेतु भी मुख्यमंत्री ने 2-2 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की है। कोविड-19 के दृष्टिगत पूर्व में लॉकडाउन के कारण परिवहन निगम के साथ ही कुमाऊँ मंडल विकास निगम एवं गढ़वाल मंडल विकास निगम के आय के संसाधनों में कमी के कारण संसाधनों के विकास हेतु मुख्यमंत्री ने यह धनराशि स्वीकृत की है। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में शीघ्र आदेश निर्गत हेतु सचिव वित्त को निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस धनराशि से इन निगमों के नुकसान की काफी हद तक भरपाई हो सकेगी तथा कार्य संचालन में सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा की परिवहन निगम की बसों का संचालन शुरू किया गया है इसमें यात्रियों को सुविधा होने के साथ ही परिवहन निगम के आय के संसाधनों में वृद्धि होगी। इस हेतु गढ़वाल मंडल विकास निगम के अध्यक्ष महावीर सिंह रांगड ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
उधर, मुख्यमंत्री ने सचिवालय एवं अन्य चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों व स्वास्थ्य कर्मियों के 1 दिन के वेतन कटौती के आदेश को वापस लिए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के इस आदेश से सचिवालय परिचारक संघ के अध्यक्ष विशन सिंह राणा व अन्य कार्मिकों ने उनका आभार व्यक्त किया है।

चारधाम यात्रा की बुकिंग रद्द करवा रहे यात्रियों को जीएमवीएन दे रहा सुविधा

वैश्विक महामारी के कारण जहां देशव्यापी लाॅकडाउन हो रहा है, इसी बीच विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा की बुकिंग भी रद्द हो रही है। गढ़वाल मंडल विकास निगम को मिली बुकिंग में एक करोड़ 25 लाख की बुकिंग अभी तक रद्द हो चुकी है। जीएमवीएन के यात्रा कार्यालय को बुकिंग रद्द करने के लिए अभी तक दो हजार ईमेल मिल चुकी हैं। इसके अलावा रोजना काॅल आ रही हैं।
जीएमवीएन की ओर से यात्रियों को बुकिंग रद्द नहीं करने की अपील की जा रही है। जीएमवीएन ने यात्रियों को सुविधा दी है कि वे अपनी बुकिंग का अगले दो वर्षों में समयानुसार उपयोग कर सकते हैं। 26 अप्रैल को अक्षय तृतीया पर गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट खुल रहे हैं। जबकि 29 अप्रैल को केदारनाथ व 30 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी।

90 प्रतिशत घटा बजट, तैयारियों पर दिखा असर

ऋषिकेश।
उत्तराखंड में पर्यटन को आय का मुख्य साधन माना जाता है और ऋषिनगरी को योग की अंतरराष्ट्रीय राजधानी। अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव की तैयारियों में जुटा गढ़वाल मंडल विकास निगम बजट के अभाव में अपनी तैयारियों में पिछड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। 35 लाख रुपये के अनुमानित बजट के सापेक्ष निगम को मात्र दस लाख रुपये में ही काम चलाना पड़ रहा है।
अपना इंफ्रास्ट्रक्चर और कर्मचारियों की अच्छी संख्या होने के बाद भी निगम को योग महोत्सव में बड़ी कामयाबी नहीं मिली। इसके पीछे शासन द्वारा निगम को योग महोत्सव के बजट में भारी कटौती करना माना जा रहा है।
2015 में शासन से निगम को योग महोत्सव संपन्न कराने के लिए एक करोड़ रुपये का भारी भरकम बजट मिला था। निगम ने भी योग महोत्सव को भव्य रूप देकर देश-विदेश से प्रतिष्ठित योग साधकों को बुलाया था लेकिन अगले वर्ष 2016 और 2017 में शासन ने बजट में 90 प्रतिशत की कटौती कर मात्र 10 लाख रुपये ही जारी किए जबकि निगम ने 35 लाख रुपये का अनुमानित बजट शासन से मांगा था।

योग साधक निकालेंगे गंगा स्वच्छता को पदयात्रा

सात दिवसीय अन्तर राष्ट्रीय योग महोत्सव को लेकर जीएमवीएन की पत्रकार वार्ता

ऋषिकेश।
सोमवार को कैलाशगेट स्थित गंगा रिसॉर्ट में गढ़वाल मंडल विकास निगम के एमडी अतुल कुमार गुप्ता ने पत्रकार वार्ता में बताया कि निगम के पास सोमवार दोपहर तक 410 बुकिंग आ चुकी है। योग महोत्सव में 200 गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, 20 गढ़वाल विश्वविद्यालय, 100 देव संस्कृति विश्वविद्यालय के छात्र भी भाग ले रहे हैं। छात्रों के लिए शासन ने पांच सौ रुपये मात्र में योग महोत्सव में प्रतिभाग करने की विशेष व्यवस्था की है। वहीं, विभिन्न प्रकार के पैकेजों के माध्यम से पर्यटकों को भी लुभाने का प्रयास किया है।
एमडी ने बताया कि योग महोत्सव में दो सेशन होंगे। पहले सेशन में योगाभ्यास और प्राणायाम शामिल है जबकि दूसरे सेशन में डिवाइन लेक्चर को शामिल किया गया है। डिवाइन लेक्चर खुला कार्यक्रम होगा जिसमें स्थानीय लोग भी प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतिदिन कार्यक्रम की शुरुआत सूर्य क्रिया से शुरू होगी और सायंकालीन गंगा आरती और भजन संध्या से समापन होगा। उन्होंने बताया कि योग महोत्सव में पहली बार नमामि गंगे परियोजना को शामिल किया गया है। पांच मार्च को योग साधक गंगा रिसॉर्ट से त्रिवेणीघाट और आस्था पथ पर गंगा स्वच्छता के लिए लेकर पदयात्रा निकालेंगे। इस दौरान गंगा घाटों की सफाई भी की जाएगी। पत्रकार वार्ता में पद्मश्री डॉ. स्वामी भारत भूषण, पोलैंड में भारतीय राजदूत रहे सीएम भंडारी, महाप्रबंधक बंशीलाल राणा आदि मौजूद रहे।

योग के ऋषिमुनियों के नाम से सभागार तैयार
नगर पालिका मुनिकीरेती सभागार में महर्षि पंतजलि मंडप, गंगा रिसॉर्ट में आदियोगी शिव सभागार, महर्षि योग ऋषि सभागार, महर्षि विश्वामित्र सभागार, महर्षि अत्रि सभागार। योग महोत्सव में 37 योगाचार्य शामिल हो रहे हैं जिनमें सात विदेश से आने वाले योगाचार्य हैं। निगम योगाचार्यों को आने-जाने का खर्च देने के साथ रहने और खाने-पीने की सुविधा दे रहा है। एमडी ने बताया कि कुछ मानदेय के तौर पर निगम वरीयताक्रम के अनुसार भी योगाचार्यों को देने पर विचार कर रहा है।

नि:शुल्क परामर्श और उपचार
योग महोत्सव में पहली बार जीएमवीएन 20 स्टॉल लगाने जा रहा है। एमडी ने बताया कि मर्म चिकित्सा, आयुर्वेद, आयुष, नाड़ी योग सहित 20 स्टॉलों को योग महोत्सव में शामिल किया गया है जिसमें विशेषज्ञों द्वारा नि:शुल्क परामर्श और उपचार दिया जाएगा। स्थानीय लोग भी इन स्टॉलों का लाभ ले सकेंगे।