महिलाओं का सशक्त होना, समाज के लिए जरुरी-गीता धामी

उत्तरांचल प्रेस क्लब की ओर से तीजोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत गीता धामी ने बतौर मुख्य अतिथि, विशिष्ठ अतिथि कंचन गुनसोला समाज सेवी व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा, उत्तराचंल प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा, महामंत्री विकास गुसाई ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। मुख्य अतिथि गीता धामी का स्वागत प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा ने पुष्पगुच्छ देकर किया। इसके पश्चात इला पंत के डांस ग्रुप नृत्यांगन की टीम ने रंगारंग प्रस्तुति दी। जिसमें बच्चों ने गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरूआत की। तीज क्वीन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर वंदना अग्रवाल, द्वितीय स्थान पर माधुरी दानु, तीसरे स्थान पर रश्मि कुकरेती रही।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गीता धामी ने कहा कि प्रेस क्लब के इस आयोजन के लिए प्रेस क्लब कार्यकारिणी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज महिलायें हर क्षेत्र में आगे आ रही है। चाहे वे राजनैतिक दृष्टीकोण हो या फिर समाजिक दृष्टिकोण में अपनी भूमिका निभाने में आज आगे है। वे घर के साथ बाहर के काम को बखूबी निभा रही है। बाहर भी पूरी तरह से जिम्मेदारी निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलायें अपनी संस्कृति को भी कायम रखने में अपनी पूरी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के लिए बधाई दी। उन्होंने सभी तीज विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
तीज क्वीन में प्रथम स्थान पर वंदना अग्रवाल, दूसरे स्थान पर माधुरी दानु, तीसरे स्थान पर रश्मि कुकरेती, फर्स्ट रनरअप सुधा बडत्थवाल, सेकेंड रनर अप दीपशिखा वर्मा रही। कार्यक्रम में वंदना अग्रवाल ने ‘गोरी है कलियां दिलादे मुझे हरी-हरी चुडियां’, दूसरे स्थान पर रही माधुरी दानु ने ‘थलकी बाजार’ पर डांस कर रंगारंग प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन संयुक्त मं़त्री मीना नेगी व अर्चना शर्मा ने संयुक्त रूप से किया। निर्णायक की भूमिका रूपा सोनी, अर्चना वर्षा माटा व साधना शर्मा ने निभाई।
इस दौरान महिला पत्रकारों समेत प्रेस क्लब सदस्यों की पत्नियों ने बढ चढकर हिस्सा लिया। इस इस अवसर पर क्लब की वरिष्ठ उपाध्यक्ष रश्मि खत्री, कनिष्ठ उपाध्यक्ष दरवान सिंह, कोषाध्यक्ष मनीष भट्ट, संप्रेक्षक मनोज सिंह जयाड़ा, कार्यकारिणी सदस्य, लक्ष्मी बिष्ट, विनोद पुंडीर, मंगेश कुमार, भगवती कुकरेती, दया शंकर पाण्डे समेत कई लोग मौजूद रहे।

आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सीएम गंगा पुरस्कार से सम्मानित

8वे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में आयुष एवं आयुष शिक्षा विभाग द्वारा योगा कार्यक्रम का आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग करते हुए हजारों लोगों के साथ योग किया एवं राज्य के साथ ही देश के प्रत्येक नागरिक को योग के प्रति जागरूक ,योग को दिनचर्या में शामिल करने एवं योग के महत्व का संदेश दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी को परमार्थ निकेतन द्वारा गंगा पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हजारों की संख्या में मौजूद लोगों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाइयां एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच के कारण आज योग जन जन तक पहुंचा है उन्होंने कहा योग दिवस एक उत्सव के रूप में मनाया जाए एवं लोगों में योग के प्रति उत्साह हो यह सपना अब पूरा होता दिख रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज योग को विश्व के कोने कोने में पहुंचाया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि शरीर और मन दोनों को सेहतमंद बनाए रखने के लिए नियमित रूप से दिनचर्या में योगासनों को शामिल करके लाभ प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा योग से संपूर्ण शरीर की दिशा एवं दशा बदलती है साथ ही जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। योग का अभ्यास शरीर, श्वास और मन को जोड़ता है। उन्होंने कहा आदिकाल से ऋषि-मुनियों ने योग को अपनाया है उनकी शक्ति एवं सफलता के पीछे योग एवं ध्यान है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश नगरी को योग धर्म संस्कृति आयुष की धरा बताया। उन्होंने कहा जिस तरह ऋषिकेश से मां गंगा पूरे देश को जीवन देने का कार्य करती है, उसी प्रकार ऋषिकेश से योग का संदेश पूरे विश्व में जाता है। उन्होंने कहा योग अब एक वैश्विक पर्व बन गया है। योग किसी व्यक्ति मात्र के लिए नहीं, संपूर्ण मानवता के लिए है। इस बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम ल्वहं वित ीनउंदपजल भी मनुष्य एवं मानवता हेतु योग के सकारात्मक संकेतों को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारत की नीति हमेशा से सत्यता एवं न्याय के आधार पर आगे बढ़ने की रही है, उन्होंने कहा हमारा देश मानवता की सेवा का जीता जागता उदाहरण है। कोरोना काल के बाद मेगा वैक्सीनेशन का कार्य भारत वर्ष में चलाया गया, साथ ही मानवता का परिचय देते हुए दुनिया भर में भारत द्वारा वैक्सीन बांटने का कार्य किया गया। भारत ने हमेशा से सभी के सुख और कल्याण की कामना करते हुए सर्वे भवंतू सुखिन, सर्वे संतु निरामया की भावना का संदेश दिया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमें उत्तराखंड राज्य को 25वे वर्ष पर योग, संस्कृति, पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है, जिसके लिए राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा सभी विभागों को अगले 10 वर्षाे के विकास कार्याे का रोडमैप तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा आने वाले समय में ऋषिकेश क्षेत्र में पर्यटन हेतु और अच्छी सुविधाएं उपलब्ध हो इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ धाम से 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक बताया था जिस पर केंद्र एवं राज्य सरकार मिलकर लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने हजारों की संख्या में योग करने आए लोगों के उत्साह को नमन करते हुए सभी को धन्यवाद अर्पित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परमार्थ निकेतन स्थित गंगा घाट पर गंगा स्नान किया।
परमार्थ निकेतन के प्रमुख चिदानंद सरस्वती महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि योग की राजधानी के रूप में विश्वविख्यात संतनगरी ऋषिकेश के गंगा के तट से आज योग का संदेश दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि योग हमें ऑलनेस, वेलनेस संदेश देता है, योग एक इंसान को दूसरे इंसान से और जीवमात्र को जीवमात्र से जोड़ता है। योग हमारे मन – मस्तिष्क की वर्जनाओं-बाधाओं को दूर करता है तथा सभी को आपस में प्रेम, विश्वास, सद्भाव से जोड़े रखने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री ने अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ योग में प्रतिभाग करके यह संदेश दिया कि योग को अपने परिवार के साथ करें।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक रेनू बिष्ट, विधायक दुर्गेश्वर लाल, साध्वी भगवती, पौड़ी विधायक राजकुमार पौरी, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, आयुष सचिव डॉ. पंकज पांडे, डीजीपी अशोक कुमार, जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. विजय कुमार जोगदंडे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी यशवंत सिंह चौहान, प्रो. सुनील कुमार जोशी, मुख्य विकास अधिकारी पौड़ी प्रशांत कुमार आर्य, (कुलपति, उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय), डॉ. अरुण कुमार त्रिपाठी (निदेशक, आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाएं उत्तराखंड), पदमश्री और लोकगायक प्रीतम भरतवाण और वसंती बिष्ट एवं अन्य लोग मौजूद रहे।