मुख्यमंत्री ने जोशीमठ आपदा प्रभावितों की समस्याओं को सुना

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जीएमवीएन जोशीमठ में आपदा राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा करते हुए प्रभावितों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों को हर संभव मदद दी जा रही है। आपदा प्रभावितों के पुनर्वास के लिए अच्छे से अच्छा जो हो सकता वो किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जोशीमठ आपदा प्रभावितों के लिए सबसे अच्छा मुआवजा तय किया गया है। जो लोग मुआवजा ले सकते हैं, उनको जल्दी से जल्दी मुआवजा ले लेना चाहिए। ऐसे प्रभावित परिवार जिनके पास अपनी भूमि नहीं है उनके पुनर्वास के लिए भूमि चयन के बाद प्रीफैब्रिकेटेड भवन तैयार किए गए है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने औली रोड में प्रीफैबरीकेटेड भवन निर्माण कार्याे का स्थलीय निरीक्षण भी किया।
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने जोशीमठ आपदा राहत कार्याे की जानकारी देते हुए बताया कि सुरक्षा के दृष्टिगत अभी 167 परिवारों को राहत शिविरों में रखा गया है। प्रभावित भूस्वामियों को अब तक 10.46 करोड़ की मुआवजा धनराशि वितरित की जा चुकी है। शिविरों में नियमित तौर पर राहत सामग्री का वितरण के साथ ही स्वास्थ्य जांच की सुविधा मुहैया की जा रही है।
इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद भट्ट, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, जोशीमठ नगर पालिका अध्यक्ष शैलेन्द्र पंवार, ब्लाक प्रमुख हरीश पंवार, पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोभाल, सीडीओ डा.ललित नारायण मिश्र सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

योग साधकों ने लठमार और अवधि शैली की मनाई होली

ऋषिकेश में स्थित मुनि की रेती में पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित ‘अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव’ का मंगलवार को समापन हो गया है। सात दिवसीय योग महोत्सव के आख़िरी दिन फूलों की होली के साथ विदेशी पर्यटक खूब झूमें। इस योग महोत्सव में 1600 से अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया।
योग महोत्सव के अंतिम दिन के कार्यक्रमों में पर्यटन विभाग के सहयोग से योग स्कूलों में से एक हार्टफुलनेस संस्थान की छवि सिसोदिया ने रक्तचाप उपचार के लिए एक योग सत्र का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने योग साधकों को बल्ड प्रेशर नियंत्रण के लिए अनेक योग प्रणायामों के बारे में बताया व इनके करने की विधि समझाई। इस दौरान उन्होंने बताया कि बल्ड प्रेशर अनेक रोगों का कारक है। आज रोजमर्रा के जीवन में लोगों की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्या हाई बल्ड प्रेशर है, जो अनेक रोगों का जनक है, जिनमें हृदय, किडनी एवं आँख संबंधी रोगों के साथ मेटाबॉलिक सिन्ड्रोम, सांस लेने में कठिनाई, नींद की समस्या, थायरॉइड समस्या आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा अन्य दूसरे सत्र में छवि सिसोदिया के मार्गदर्शन में साधकों ने ध्यान योग किया। अन्य सहयोगी योग संस्थान में चेन्नई स्थित कृष्णामचार्य योग मंदिरम के योगाचार्य एस श्रीधरण ने भक्ति सत्र का आयोजन किया।
योग महोत्सव के समापन कार्यक्रम पर उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद निदेशक विपणन व प्रचार सुमित पंत ने योग महोत्सव में आये सभी योग विद्यालयों के गुरूओं को प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह भेंट किए। योग महोत्सव के समापन कार्यक्रम का संचालन पर्यटन विभाग के जनसंपर्क अधिकारी कमल किशोर जोशी ने किया।
समापन कार्यक्रम में डॉ. सुनील जोशी उप कुलपति आयुर्वेद विश्वविद्यालय, डॉ. छवि सिसौदिया हार्टफुलनेस संस्थान, राजीव कालरा ईशा फाउंडेशन, वीपी सिंह कैवल्यधाम, अरूण पेरूमल कृष्णामचार्य योग मंदिरम, सुश्री एकता राममणि स्मृति योग संस्थान, नंदलला शिवानंद आश्रम, कुमार नारायण आर्ट ऑफ लिविंग, सुनील भगत नारायण स्वामी सहित देश-विदेश के पर्यटक मौजूद रहे।
अंतिम दिन के कार्यक्रमों में दैनिक आधार पर चल रहे सहयोगी योग संस्थानों द्वारा 2 घंटे का योग, हास्य योग विशेषज्ञ मनोज रंगढ़ द्वारा हास्य योग सत्र, आयुर्वेद विश्वविद्यालय द्वारा नाड़ी परीक्षण का आयोजन किया गया। इसके अतिरिक्त होली के उपलक्ष्य में शाम को इस्कॉन द्वारा राधा कृष्ण की मूर्ति का पुष्पाभिषेक किया गया, जिसके बाद फूलों की होली खेली गई।
गौरतलब है कि पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का शुभारंभ एक मार्च को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा किया गया। सात दिनों के इस महोत्सव में योगाभ्यास, भक्ति के अलावा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन किए गये।
महोत्सव में आए पर्यटकों ने ईशा फाउंडेशन, शिवानंद आश्रम, आर्ट ऑफ लिविंग, कृष्णामचार्य योग मंदिरम, कैवल्यधाम, राममणि स्मृति योग संस्थान, हार्टफुलनेस संस्थान के योगाचार्यों व प्रशिक्षकों के सान्निध्य में विभिन्न प्रकार के योगाभ्यास व योगकलाएं सीखी। साथ नाड़ी परीक्षण, ध्यान योग एवं भक्ति सत्रों से आरोग्य एवं भक्ति का लाभ कमाया। विदेशी योग साधकों में राज्य के परिधानों व स्वादिष्ट व्यंजनों एवं लोक कलाओं को लेकर खासी दिलचस्पी देखी गई। इसके अलावा विभिन्न विषयों पर पैनल परिचर्चाओं एवं रात्रि के सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने आगंतुकों को ज्ञान अर्जन के साथ मनोरंजन का भी सुख प्रदान किया।
योग महोत्सव के दौरान उत्तराखण्ड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय द्वारा मर्म चिकित्सा, नाड़ी परीक्षण, चिकित्सीय परामर्श एवं निःशुल्क औषधि वितरण किया गया। विश्वविद्यालय के चिकित्सक डॉ. विपिन चंद्र ने बताया कि 1 मार्च से 7 मार्च तक ओपीडी में 500 से अधिक लोगों ने अपना परीक्षण करवाया एवं चिकित्सीय परामर्श प्राप्त किया।

मोर्चा ने जम्मू और कश्मीर बनने से बचाने को आखिर क्यों दिया ज्ञापन

जन संघर्ष मोर्चा कार्यकर्ताओं ने मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी नेतृत्व में तहसील घेराव/प्रदर्शन कर बेरोजगारों के आंदोलन को फंडिंग करने वाले व पत्थर बरसाने वाले पत्थरबाजों को चिन्हित कर इनके खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी, विकासनगर को सौंपा। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नेगी ने कहा कि लगभग 20-25 दिन पहले एसएसपी/डीआईजी, देहरादून दिलीप सिंह कुंवर ने दावा किया था कि बेरोजगार आंदोलन को कुछ कोचिंग सेंटस व राजनीतिक दलों के कुछ नेताओं द्वारा किसी खास मकसद से फंडिंग की गई, लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी पुलिस मामले का पर्दाफाश नहीं कर पाई, जोकि अपने आप में एक सवालिया निशान खड़ा करता है। उन्होंने कहा कि उक्त फंडिंग मामले का पर्दाफाश होना देशहित में बहुत जरूरी है। अगर इसी प्रकार फंडिंग के माध्यम से आंदोलन हुए तो उत्तराखंड जैसे प्रदेश को जे एंड के जैसा प्रदेश बनने में देर नहीं लगेगी। अगर आंदोलन में कोई फंडिंग नहीं हुई है तो डीआईजी का बयान निश्चित तौर पर दुर्भाग्यपूर्ण है।
नेगी ने कहा कि फंडिंग के माध्यम से आंदोलन करने को उकसाने वाले व पत्थरबाजों के आकाओं/साजिशकर्ताओं पर भी रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। मोर्चा महासचिव आकाश पंवार व दिलबाग सिंह ने कहा कि पुलिस प्रशासन की नाकामी के चलते बेरोजगारों पर लाठीचार्ज की नौबत आई, जिसकी मोर्चा घोर निंदा करता है एवं पुलिस-प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग सरकार से करता है।
घेराव/प्रदर्शन में विजय राम शर्मा, विनय कांत नौटियाल, हाजी असद, सलीम (मुजीब-उर-रहमान), बृजलाल टम्टा, के.सी. चंदेल, भजन सिंह नेगी, जयकृत नेगी, जयदेव नेगी, इदरीश, प्रवीण शर्मा पिन्नी, अमित जैन, रहबर अली, किशन पासवान, भगत सिंह नेगी, विक्रम पाल, मुकेश पसबोला, रूपचंद, शहजाद, राजेंद्र पंवार, नरेंद्र तोमर, आशीष सिंह, दीपांशु अग्रवाल, दिनेश राणा, इंतजार अली, अमित कुमार, गोविंद सिंह नेगी, सलीम मिर्जा, गुरविंदर सिंह, सुशील भारद्वाज, मनोज राय, संजय पटेल, कुंवर सिंह नेगी, संगीता चौधरी, प्रदीप सिंह, नीरज ठाकुर, प्रमोद शर्मा, देव सिंह चौधरी, चौधरी मामराज, प्रवीण कुमार, मो. आसिफ, जयपाल सिंह, फकीर चंद पाठक, विनोद रावत, सुरजीत सिंह, मदन सिंह, संध्या गुलेरिया आदि मौजूद रहे।

बीडीसी की बैठकों में डीएम, सीडीओ सहित उच्च अधिकारी अनिवार्य रूप से करें प्रतिभाग-धामी

प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने एक दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान देर शाम को रुद्रप्रयाग स्थित गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस बहुदेश्य भवन में विभागों के अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा ली।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जिले में समाज कल्याण विभाग द्वारा बच्चों, वृद्धजन और दिव्यांगों के लिए तैयार महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट ’कवच’ भी लांच किया।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जनपद में संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। वहीं पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल द्वारा जनपद में यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जानकारी दी।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सरलीकरण, समाधान और निस्तारण के मूल मंत्र पर काम कर रही है। सभी विभागों का दायित्व होना चाहिए कि जनता को किसी तरीके की परेशानी ना हो अगर किसी काम में कोई व्यावहारिक दिक्कत है तो उसका रास्ता निकाला जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तहसील दिवसों को नियमित आयोजित किया जाए। तहसील दिवसों को और अधिक प्रभावशाली बनाने के साथ-साथ बीडीसी की बैठकों में जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी सहित अन्य उच्च अधिकारी को अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करने के निर्देश दिए है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ग्राम सभा में चौपाल की व्यवस्था भी की जाए इसके साथ ही हर गांव में साल में एक विशेष आयोजन कर स्थापना दिवस के तौर पर ग्राम दिवस के रूप में आयोजित किया जाए। उन्होंने कहा कि हम सबका दायित्व है कि बेहतर कार्य संस्कृति के साथ काम किया जाए।
मुख्यमंत्री ने विभागों की जनपदीय समीक्षा में पौराणिक जल स्रोतों के पुनर्जीवन करने, नेशनल हाईवे और अन्य मुख्य मार्गों के आसपास वृक्षारोपण करने के साथ ही चार धाम यात्रा मार्ग पर बेहतर व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कीवी उत्पादन, हथकरघा व हस्तशिल्प के उत्पादों को और बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि केदारनाथ धाम में न्यूनतम 15 से 20 हजार लोगों के रहने की व्यवस्था की जाए इसके साथ ही सरकार की योजनाओं एवं सरकारी अभियान में जनता को सहभागी बनाकर आगे बढ़ाया जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जिला स्तर पर भी आने वाले 25 वर्षों के रोड मैप तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के बाद अब अमृत काल में हम सब प्रवेश कर रहे हैं, इसलिए इस अमृत काल में विशेष कार्य योजना के साथ हम सब कार्य करें। उन्होंने कहा कि केदारनाथ तीर्थ यात्रियों को बाबा केदार के दर्शन हेतु पंक्तियों में खड़े होकर इंतजार ना करना पड़े इसके लिए ठोस कार्य योजना तैयार की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार भारत सरकार में नीति आयोग थिंक टैंक के रूप में अहम भूमिका निभाता है उसी प्रकार जनपद स्तर पर विकास विभाग भी थिंक टैंक की भूमिका निभा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरलीकरण, समाधान और निस्तारण को कार्यशैली में शामिल करते हुए जनता की समस्याओं के निराकरण की पहल शुरू करें।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष सुमंत तिवारी, विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी, केदारनाथ शैला रानी रावत, बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, जिलाध्यक्ष भाजपा दिनेश उनियाल, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, अपर जिला अधिकारी दीपेन्द्र सिंह नेगी, डीएफओ रुद्रप्रयाग अभिमन्यु, डीएफओ केदारनाथ इंद्र सिंह नेगी, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, परियोजना निदेशक ग्राम विकास रमेश चंद्र, उप जिलाधिकारी परमानन्द राम, उप जिलाधिकारी अपर्णा ढोंडियाल, अधीक्षण अभियंता सिंचाई सुधीर कुमार, अधिशासी अभियंता लोनिवि जीत सिंह रावत, जिला बचत अधिकारी सूरत लाल समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

रुद्रप्रयाग जिले को सीएम की सौगात, 46680 लाख रुपये के कार्यो का लोाकर्पण और शिलान्यास

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तिलवाड़ा, रूद्रप्रयाग में जनपद की विभिन्न विकास योजनाओं के तहत कुल 46680.95 लाख रुपए के कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने जनपद के विकास हेतु 14294.18 लाख रुपए का लोकार्पण तथा 32386.77 लाख रुपए के विकास कार्यों का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम स्थल में लगाए गए विभिन्न विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण भी किया।
मुख्यमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश को अग्रणी राज्य बनाने हेतु सरकार दृढ़ संकल्पित है। केंद्र व राज्य सरकार द्वारा हर वर्ग के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दिव्य-भव्य केदारपुरी का निर्माण हो रहा है। प्रधानमंत्री का उत्तराखंड राज्य से बड़ा आत्मीय रिश्ता है, जितनी तत्परता उन्होंने हमारे राज्य के विकास को लेकर दिखाई है, उतनी कभी किसी और प्रधानमंत्री ने नहीं दिखाई। धामी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य राज्य स्थापना की रजत जयंती तक उत्तराखंड को उत्कृष्ट उत्तराखंड बनाना है। सबके सहयोग से राज्य को हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाया जाएगा इसके लिए राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प से आगे बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बद्री-केदार यात्रा के दृष्टिगत जनपद के मयाली से गुप्तकाशी व भीरी से मक्कू, चोपता तक राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किये जाने हेतु प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जायेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि स्यूंड से धौलसारी (मचकंडी) कमेडा तक 3 कि.मी मोटर मार्ग का नव निर्माण किया जायेगा। विकास खंड अगस्त्यमुनि के अंधेरगढ़ी से तलसारी मोटर मार्ग के जयचौंरा से ऐंटा-पवननगर-थापली मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य किया जायेगा। भंगर कमसाल तक 04 कि.मी. मोटर मार्ग तथा मयाली-गुप्तकाशी मोटर मार्ग के बड़ेथ के बगुला नामक तोक से भटवाड़ी गांव तक 03 कि.मी. मोटर मार्ग के नवनिर्माण किया जायेगा। विधानसभा केदारनाथ के सीमांत गांव चिलौंड, स्यांसू एवं तोषी के लिए स्वीकृत मोटर मार्गों की द्वितीय चरण की वित्तीय स्वीकृति जल्द दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने शहीद राय सिंह बंगारी इंटर कॉलेज चमालकोट तुनेटा भरदार को इंटर स्तर पर अनुदान प्रदान किया जायेगा। विकासखण्ड जखोली के अंतर्गत तिलवाड़ा-सौंराखाल मोटर मार्ग पर हॉटमिक्स करवाई जायेगी। जखोली महाविद्यालय को स्नातकोत्तर महाविद्यालय का दर्जा देने के साथ ही हिन्दी, भूगोल, अंग्रेजी व अर्थशास्त्र विषयों को मान्यता प्रदान की जायेगी। बच्छणस्यूं क्षेत्र में जिला सहकारी बैंक की स्थापना की जायेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संचालित विभागीय योजनाओं के तहत जनपद के पात्र लाभार्थियों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम स्थल जीएमवीएन में विकास खंड वार अलग-अलग योजनाओं में मुख्यमंत्री द्वारा 37 चयनित पात्र लाभार्थियों एवं 04 स्वयं सहायता समूहों को पुरस्कृत किया गया। स्टार्टअप फंड के तहत विकास खंड ऊखीमठ के उड़ान स्वायत्त सहकारिता मनसूना, अगस्त्यमुनि के उन्नत्ति स्वायत्त सहकारिता सतेराखाल को जबकि विकास खंड जखोली के महिला उत्थान स्वायत्त सहकारिता व संगम महिला स्वायत्त सहकारिता थाती बड़मा को दो-दो लाख रुपए की धनराशि देकर पुरस्कृत किया गया। इसी तरह सब्जी, मत्स्य, कृषि, पशुपालन, सिंचाई आदि सहित दुकान निर्माण व ऋण वितरण हेतु अन्य 37 चयनित लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ने योजना के तहत पुरस्कृत किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष सुमंत तिवारी, विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी, विधायक केदारनाथ शैला रानी रावत, जिलाध्यक्ष भाजपा दिनेश उनियाल, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, जिला स्तरीय अन्य अधिकारी व बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।

संविदा कर्मियों को नियमित करने की मांग को लेकर जीएमवीएन कर्मियों ने दिया ज्ञापन

कर्मचारी संघ गढ़वाल मंडल विकास निगम ने संस्थान में कार्यरत संविदा कर्मियों को नियमित करने की मांग उठायी है। जल्द सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

कर्मचारी संघ जीएमवीएन के अध्यक्ष मनमोहन चौधरी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जीएमवीएन के प्रबंध निदेशक से मिला। मांग पत्र सौंपकर विभिन्न लंबित समस्याओं के प्रति उनका ध्यानाकर्षित कराया। कर्मचारी संघ अध्यक्ष ने बताया कि कर्मचारी लंबित मांगों को लेकर लंबे समय से संघर्षरत है। प्रबंधन वर्ग की ओर से हर बार कार्रवाई का आश्वासन मिलता है, लेकिन सुनवाई नहीं होती। संस्थान में कार्यरत संविदा कर्मियों को नियमित करने, विभिन्न संवर्गों में पदोन्नति, गोल्डन कार्ड में कमियों में सुधार करने की मांग की। चारधाम यात्रा के मद्देनजर जीएमवीएन गेस्ट हाउस और वाहनों की उत्साहजनक बुकिंग पर हर्ष जताते हुए कर्मचारियों ने प्रबंध निदेशक से जल्द लंबित समस्याओं को दूर करने की गुहार लगायी। मौके पर बृजमोहन जुयाल, रायचंद रावत, रणवीर रावत, रोशन लाल, अजय कांत शर्मा आदि मौजूद रहे।

योग महोत्सव में योग साधकों ने की विभिन्न यौगिक क्रियांए

गढवाल मण्डल विकास निगम एवं पर्यटन विभाग के सयंुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव 2021 के दूसरे दिन गंगा रिसोर्ट ऋशिकेष में योगाचार्यों द्वारा योग साधकों को विभिन्न योग क्रियाओं का अभ्यास कराया गया। मुख्य पांडल में सुबह के सत्र में ग्रांड मास्टर अक्षर ने योग एवं प्राणायाम के अभ्यास कराये। उन्होनें धनुर आसन के बारे में बताते हुये कहा कि यह एक बहुत लाभदायक आसन है जिसके अभ्यास करने से शरीर शक्तिशाली होने के साथ-साथ लचीला हो जाता है। उन्होंने दण्डासान, नौकासान व हिमालय प्रणाम का अभ्यास कराया। हिमालय प्रणाम आसन के बारे में बताते हुये उन्होने कहा कि इसका अभ्यास करने से शरीर में ऊर्जा का सचांर होता है एवं प्रसन्नता के भाव आते है। उन्होंने कहा कि प्राणायाम से हम अपने मन को शान्त करते है एवं जितने भी मेंटल डिसओडर है उन्हें प्रणायाम व आसन से दूर किया जा सकता है और शरीर में रोग-प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है।

दूसरी तरफ पंचकर्मा हाॅल में योगाचार्या कपिल सघंवी ने सुबह के सत्र का प्रारम्भ प्रणायाम से करते हुये कहा कि प्राण वायु द्वारा प्राण की पुष्टि होती है। जितना गहरा और दीर्घ सांस लेते एवं छोडते है उतना ही अधिक मन शांत रहता है और अधिक ऊर्जा का उत्पादान होता है। उन्होंने कहा कि यह शरीर पंच तत्वों से मिलकर बना है जिसमें पृथ्वी तत्व हमें भोजन से प्राप्त होता है, जल तत्व माँ गंगा से प्राप्त होता है एवं अग्नि हमें सूर्य से प्राप्त होती है जबकि आकाश तत्व खुले आकाश से प्राप्त होता है। प्राण वायु को हम भली प्रकार से अवशेषित करेगें तो हम उतने ही स्वस्थ और ऊर्जावान बने रहेगें।

दूसरी ओर दोपहर के सत्र में मुख्य पंडाल में आर्ट आॅफ लीविंग के श्री श्री रवि शंकर ने आनलाइन माध्यम से योग साधकों को सम्बोधित करते हुये कहा कि आर्ट आॅफ लीविंग जीवन जीने की कला का एक सिद्धंात है। उन्होंने कहा कि योगा मेडिटेशन से व्यक्ति में ग्रहण करने की षक्ति का विकास होता है। उन्होंने कहा कि मन पर जोर जबरदस्ती नहीं करनी चाहिये। मन को ढीला-ढाला छोडना चाहिये। इससे धारणा बनती है व धारणा से ध्यान व ध्यान से समाधि की ओर जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि मन की एकाग्रता से विकृतियां दूर होती है और विकृतियां दूर होने से व्यक्ति का चरित्र सकारात्मक रूप से बदल जाता है। उन्होने कहा कि हर अपराधी के भीतर कोई पीडित व्यक्ति मदद के लिये पुकार रहा होता है। दोपहर बाद मुख्य पांडाल मे गौर गोपाल दास ़द्वारा प्रतिभागियों को आनलाइन सम्बोघित कर योग के महत्व के बारे मे बताया गया।

वहीं गंगा रिसोर्ट में विभिन्न विभागों द्वारा अपने उत्पादों के स्टाल लगाये गये है जिसमें उद्योग विभाग, आयुश विभाग प्रमुख रूप से शामिल हैं। अध्यात्म विज्ञान व सत्संग केन्द्र जोधपुर द्वारा सिद्ध योग के माध्यम से प्रतिभागियों व आगन्तुकों को ध्यान लगाने के क्रिया का अभ्यास कराया जा रहा है। गढ़वाल मण्डल विकास निगम द्वारा गढ़वाली व्यंजनों का स्टाल लगाया गया है जिसमें गढ़वाली व्यंजन बुरांश चाट, कुलथ अनार सोरबा, गहत चाट, कंडाली सोरबा, राजमा गलावटी कबाब, मंडुवा समोसा चाट, बुरांश पकोडे, बुरंाष जैली, ब्राऊन राईस पुडिंग, देहरादूनी पुडिंग आदि परोसे जा रहे हैै। योग महोत्सव के दूसरे दिन सांयकालीन सत्र में पं0 रजनीष व रितेष मिश्रा ने मुख्य पंाडाल में सास्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से शानदार प्रस्तुति दी।

सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का सीएम त्रिवेन्द्र सिंह, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया शुभारंभ

रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने संयुक्त रूप से अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का शुभारंभ किया। मुनिकीरेती स्थित गंगा रिसोर्ट में आयोजित 7 दिवसीय महोत्सव में विश्व के 11 देशो एवं देश के 09 राज्यों के योगाचार्यो, शिक्षकों एवं योग प्रेमीं प्रतिभाग कर रहे है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह ने कहा कि योग को विश्वव्यापी पहचान दिलाने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अह्म भूमिका रही है। उत्तराखण्ड को योग के हब एवं ऋषिकेश को विश्व योग के केन्द्र बिन्दु के रुप में स्थापित करने के लिए सरकार ने व्यापक स्तर पर कार्य किया है। योग को पर्यटन से जोड़ने और योग के साथ-साथ पर्यटन हब के रुप में उत्तराखण्ड को विकसित करने के लिए सरकार व्यापक स्तर पर कार्य कर रही है।

उन्होने कहा कि अध्यात्मिक योग के माध्यम से पर्यटकों को आकर्षित करने का कार्य सरकार कर रही है। योग विश्व स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिए जरुरी है जिसकी आवश्यकता आज पूरी दुनिया को महसूस होने लगी है जिसका परिणाम है कि आज विश्व में जहां भी योग की शुरुआत हो रही है वहॉ उत्तराखण्ड के योग शिक्षकों को सर्वोच्च प्राथमिकता व सम्मानस्वरुप बुलाया जा रहा है।?

ऋषिकेश विश्व पटल पर योग का केंद्र बिंदुः योगी आदित्यनाथ
इस अवसर पर उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत में ऋषि की परम्परा एव साधना के परिणामस्वरुप योग का उत्थान जीवों के कल्याण के लिए हुआ है। योग जैसी अध्यात्म और पवित्र विद्या को दुनिया के कोने-कोने में पंहुचाने और योग का विश्व गुरु बनने में भारत के प्रधानमंत्री का अथक प्रयास रहा है। इसके साथ ही उत्तरखण्ड का शहर ऋषिकेश विश्व पटल पर योग का केन्द्र बिन्दु के रुप में उभरा है। उन्होने प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत की सराहना करते हुए कहा कि यदि स्वच्छ के बाद योग को अपनाया जाय तो अनेक बीमारियों से निजात मिल सकती है। स्वच्छ काया शरीर में योग के माध्यम से शारीरिक, मानसिक मजबूती एवं प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाया जा सकता है। उन्होने कहा कि विश्व का कोई भी देश जब योग परम्परा से जुड़ता है तो वह भारत की आत्मीयता से जुड़ता है और यह बात देश को गौरवान्वित करती है।

इस अवसर पर उन्होने वर्ष 2021 में हरिद्वार में आयोजित होने वाले कुम्भ में उत्तराखण्ड सरकार को सहयोग दिये जाने की बात भी कही। वहीं पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखण्ड सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यो की सराहना की। उन्होंने कहा कि गत विगत माह में उत्तराखण्ड में खूब बर्फबारी हुई जिसमें उत्तरप्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों एवं विदेशी पर्यटकों का जबरदस्त आवागमन रहा।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द्र अग्रवाल, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, अध्यक्ष जीएमवीएन महावीर सिंह रांगड़, महामण्डलेश्वर जूना अखाडा स्वामी अवदेश्वरानन्द महाराज, जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल डॉ. वी षणमुगम, एसएसपी डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत आदि उपस्थित रहे।

सूर्य नमस्कार व मौन साधना का अभ्यास

गढ़वाल मण्डल विकास निगम के गंगा रिसॉर्ट में योगाभ्यास का दूसरा दिन

ऋषिकेश।
गुरुवार सुबह गढ़वाल मंडल विकास निगम के गंगा रिसॉर्ट में साधकों ने सूर्योदय के समय सूर्य नमस्कार किया। साधकों को सूर्य नमस्कार का अर्थ समझाते हुए आचार्य प्रतिष्ठा ने कहा कि सूर्य नमस्कार का शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि सूर्य की किरणें सीधे शरीर में प्रवेश कर आंतरिक ऊर्जा को जगाने का काम करती हैं। महर्षि पंतजलि योग मंडप में साधकों को यम, नियम, प्राणायाम और मौन का अभ्यास कराया गया। बताया गया कि मौन रहने के लिए संयम रखना भी एक साधना है।
दूसरी ओर महर्षि विश्वमित्र सभागार में स्विटजरलैंड की योग साधक ऊषा देवी ने एंगर योग के बारे में जानकारी दी। व्याख्यान सत्र में पदमश्री स्वामी डॉ. भारत भूषण ने कहा कि जिन्दगी का एक तिहाई हिस्सा हमारा सोने में बीत जाता है जबकि नींद को घंटों से नहीं वरन गहराई से मापा जाता है। एक घंटे की गहरी नींद भी मनुष्य को दिन भर तरोताजा रख सकती हैं। उन्होंने कहा कि योग ही एक ऐसा माध्यम है जिससे हम नींद पर विजय प्राप्त कर सकते हैं। योग गुरु सीएम भंडारी ने कहा कि योग और प्राणायाम शारीरिक अभ्यास से अधिक भावनाओं की एकाग्रता और निर्मलता का मार्ग है। तन और मन की एकाग्रता मनुष्य को ऊंचा उठाती है। स्वामी सुर्येन्दु पुरी ने कहा कि सूर्य को शास्त्रों में जगत का प्राण कहा गया है। अगर हम सूर्य की शक्ति को शरीर में धारण कर सकें तो हमारी प्राण शक्ति बढ़ती जाएगी। योगाचार्य गुलशन कुमार ने योग निंद्रा के बारे में साधकों को जानकारी दी। इस अवसर पर निगम के प्रबंध निदेशक अतुल कुमार गुप्ता, एमएस वर्निया, टीएस बिष्ट, धीरेन्द्र राणा, विश्वनाथ बेंजवाल आदि उपस्थित थे।

जीएमवीएन के जीएम से वार्ता विफल, अनशन रखेंगे जारी

ऋषिकेश।
जीएमवीएन से सेवानिवृत्त कर्मचारी विक्रम सिंह पंवार नटराज चौक स्थित यात्रा कार्यालय में आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। उनके समर्थन में सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं अधिकारी संघ चार सूत्रीय मांग को लेकर धरना दे रहा है। अध्यक्ष नरदेव कोठारी ने बताया कि तीन सालों से निगम प्रबंधन सेवानिवृत कर्मचारियों की मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। कर्मचारी छठे वेतनमान के एरियर का भुगतान, एसीपी एरियर का भुगतान, विक्रम सिंह पंवार के अवकाश नकदीकरण आदि का भुगतान और डीए एरियर के भुगतान की मांग कर रहे हैं। 105
शुक्रवार को निगम के महाप्रबंधक पर्यटन बीएन राणा और कंपनी सेकेट्री कृष्णानंद शर्मा दोपहर के समय धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने सभी मांगों पर सहमति जताई। बात अवशेष एरियर को लेकर बिगड़ गई। कर्मचारी बजट के अनुरूप 24 नवंबर और एक दिसंबर तक एरियर देने की मांग कर रहे थे। सहमति पत्र में इस बात का जिक्र नहीं होने पर वार्ता विफल हो गई। धरने पर बैठने वालों में गजेन्द्र सिंह राणा, सोबन सिंह राणा, बीडी पेटवाल, जीतराम बिजल्वाण, बलवंत पंवार, मदन सिंह नेगी आदि शामिल रहे।