ऋषिकेश महाविद्यालय में छात्रों ने की तालाबंदी, सीटें बढ़ाने का है मामला

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने ऋषिकेश पीजी कॉलेज के प्राचार्य के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। छात्रों ने कॉलेज गेट के बाहर प्रदर्शन कर नारेबाजी की। छात्रों का आरोप था कि कॉलेज के प्राचार्य के पास एक साथ तीन प्रभार हैं। इनमें दो प्रभार वे तत्काल छोड़ दें। साथ ही कॉलेज में प्रवेश की सीटें बढ़ाने की मांग भी उठाई।

एबीवीपी के छात्र ऋषिकेश के पीजी कॉलेज के गेट के बाहर एकत्रित हुए। यहां गेट पर तालाबंदी कर नारेबाजी शुरू कर दी। एबीवीपी के जिला संयोजक शुभम शर्मा ने कहा कि प्राचार्य प्रो. गुलशन कुमार धींगड़ा के पास एक साथ तीन प्रभार हैं। जिनमें प्राचार्य, एमलटी विभाग और बीएससी साइंस के डीन का पद शामिल हैं। उन्होंने प्राचार्य से एक पद पर रहने की मांग की है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा हाल ही में श्रीदेवन सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति ने 50 लाख रुपये की घोषणा की थी, जिसका निर्माण कार्य में प्रयोग होना था। आरोप लगाया कि बिना टेंडर प्रकिया के कार्य करवाए गए हैं। छात्रों ने प्राचार्य पर अभद्र व्यवहार करने का भी आरोप लगाया।

उन्होंने प्रवेश से वंचित छात्रों के लिए सीटें बढ़ाने की मांग भी रखी। छात्रों ने कुलपति पीपी ध्यानी और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) गुरमीत सिंह के नाम एक ज्ञापन भी प्रेषित किया। तालाबंदी करने वालो में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष विवेक शर्मा, गौरव राणा, नितिन सक्सेना, जितेंद्र पाल, अनुराग पाल, दीपक भारद्वाज, शुभम शर्मा, अमन शर्मा, रोहित सोनी, अनिरूद्ध शर्मा, हिमांशु जाटव, दीपक कुमार, आकाश उनियाल, संदीप कुमार, चेतन कपरूवान, शिवम प्रजापति, अभय वर्मा, राजू ठाकुर, अनूप पाल, विनायक कुमार, सिमरन अरोड़ा, साक्षी तिवारी, राखी आदि शामिल रहे।

हरेला पर्व पर श्री देव सुमन विवि में रोपे गए पौधे

पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर पर हरेला पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एवं नमामि गंगे प्रकोष्ठ, भारत सरकार जल शक्ति मंत्रालय, उत्तराखंड सरकार नमामि गंगे के तत्वाधान में अतिथियों द्वारा सेल्फी विद प्लांट थीम पर पौधारोपण किया गया।

इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष भाजपा ऋषिकेश दिनेश सती, पूर्व यूआर कौशल बिजल्वाण तथा स्वयंसेवियों की ओर से वृहद स्तर पर पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर शारीरिक शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पुष्कर गौड ने हरेला पर्व की बधाई देते हुए कहा यदि हम गहराई से देखें तो हरेला पर्व सीधे तौर पर प्रकृति के साथ सामंजस्य बैठाने की भूमिका में नजर आता है। मानव के तन-मन में हरियाली हमेशा से ही प्रफुल्लता का भाव संचारित करती आयी है।

राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी एवं नमामि गंगे प्रकोष्ठ के नोडल नोडल अधिकारी डॉ अशोक कुमार मेंदोला ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए नमामि गंगे के अंतर्गत संचालित किए जा रहे हैं सेल्फी विद प्लांट कार्यक्रम से अवगत कराया कराते हुए अपने मोहल्ले गांव क्षेत्र निकटवर्ती इलाकों में पौधारोपण के साथ अपनी सेल्फी नमामि गंगे कार्यालय को प्रेषित करने हेतु प्रोत्साहित किया।

इस अवसर पर नितिन सक्सेना, तिलोक पवार, विनोद चौहान, शुभम शर्मा, मनीष राय, रोहित सोनी, अनिरूद्ध शर्मा, आकाश उनियाल, मोहित मौर्य, रितेश पवन, ऋषि उनियाल, अमन पांडे, शिवकुमार गौतम, अमित रतूड़ी, अमित सिंह चौहान, रितिक पोखरियाल, अंकित नेगी, भोले शंकर, पवन रितेश, मनजीत, तन्मय, अनिरुद्ध शर्मा, दीपक कुमार, ईशा, शालू, कंचन, श्रुति, शिवानी चौहान, अंकिता यादव, सिमरन डिमरी, काजल गुप्ता, दिव्या, सपना दास, सुमन, प्रियंका, सृष्टि, प्रीति आदि उपस्थित रहे।

छात्र और छात्राओं का शौचालय जल्द बनाया जाए अलगः कुसुम कंडवाल

श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के ऋषिकेश कैंपस मैं अवस्थाओं की शिकायतों को लेकर उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने मौके पर पहुंचकर औचक निरीक्षण कर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत कर समस्याओं का समाधान किए जाने के लिए निर्देशित किया।

मंगलवार को महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल विश्वविद्यालय के कैंपस पहुंची और उन्होंने महाविद्यालय में सभी फैकेल्टियों के साथ स्वच्छता की दृष्टि से छात्र छात्राओं के शौचालयों के अतिरिक्त स्वच्छ पीने के पानी की व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों से बातचीत करउनका समाधान किए जाने के लिए निर्देशित किया।

इस दौरान उन्हें बताया गया कि महाविद्यालय में 2000 छात्राएं और 1103 छात्र हैं परंतु वर्तमान समय में एक एक शौचालय है जिन की सफाई के लिए एकमात्र सफाई कर्मी है। इसे देखते हुए महाविद्यालय में एक और शौचालय बनाए जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।

दौरान अधिकारियों ने कुसुम कंडवाल द्वारा कहां गया कि इस संबंध में जो है एक पत्र की कॉपी उन्हें भी उपलब्ध करा दें ,तो वह स्वयं इस समस्या का समाधान किए जाने का प्रयास करेंगीं ।

इसी के साथ अधिकारियों ने महिला आयोग की अध्यक्ष से अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति किए जाने की मांग भी की इस अवसर पर महाविद्यालय प्रशासन ने महिला आयोग की अध्यक्ष द्वारा बताए गए निर्देशों का समाधान किए जाने का आश्वासन भी दिया निरीक्षण के दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ पंकज पंत, पुष्कर गौड़, डॉ अशोक मेंदोला, डॉ वीके शर्मा, छात्र नेता विनायक कुमार, रोहित सोनी, अनिरूद्ध शर्मा, दीपक चौधरी, विनीत रतूड़ी, हिमांशु जाटव आदि मौजूद थे।

बीएससी, एमएससी सहित नेट की तैयारी कर रहे विद्यार्थी डा. खाती की पुस्तक ने भी कीजिए ज्ञान अर्जित

राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश (श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय कैंपस) के रसायन विभाग में कार्यरत प्रोफेसर डा. पूरन सिंह खाती की पुस्तक Pollutant Dynamics in some of the lakes of Nainital ऐसे युवाओं को समर्पित है, जो वर्तमान में नेट, सेट तथा पीएचडी की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। इसके अलावा ‘जल’ विषय पर जो पीएचडी करने की चाह रखते है, उनके लिए वह वरदान का कार्य करेगी। यही नहीं डा. खाती की इस पुस्तक से बीएससी तथा एमएससी के विद्यार्थियों को भी उचित लाभ मिलेगा।

डा. पूरन सिंह खाती ने इस पुस्तक को बहुत ही सरल और सहज भाषा में लिखा है इसमें उनके शोध कार्य सम्मिलित है। बतौर डा. खाती बताते हैं कि यह पुस्तक में जल से संबंधित सभी जानकारियां है, इसे विद्यार्थी गूगल पर भी सर्च कर पढ़ सकते है।

इस किताब में डॉक्टर खाती डॉक्टर खाती ने विशेष रुप से उन झीलों का वर्णन किया है। नैनीताल, भीमताल, नौकुचियाताल, खुरपा ताल तथा सात ताल इन पांच लेखों में डॉक्टर खाती ने अपना शोध कार्य किया है। आपको बता दें कि डॉक्टर खाती ने अपना शोध कार्य सुपरवाइजर प्रोफेसर एस पीएस मेहता डीएसबी केंपस नैनीताल कुमाऊं यूनिवर्सिटी नैनीताल के निर्देशन में किया है।
डॉक्टर खाती ने वाटर से संबंधित कार्य आईआईटी रुड़की, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी, गोविंद बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी पंतनगर तथा डब्ल्यूटीए नोएडा तथा डीएसबी परिसर नैनीताल मैं किया है।

एनसीसी कैडेट्स को स्पीकर प्रेमचंद ने किया सम्मानित

विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश के एनसीसी कैडेट्स को कोरोना काल में किए गए कार्यों के लिए सम्मानित किया।

स्पीकर ने कहा कि एनसीसी कैडेट्स ने हमेशा देश सेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। हर चुनौती से लड़ने के लिए देश की सेनाओं एवं एनसीसी कैडेट्स ने हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कहा कि जब सैनिक सेना की वर्दी धारण करते हैं तब उनका दायित्व अन्य समाज से देश के प्रति और अधिक बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि एनसीसी कैडेट्स ने हमेशा राष्ट्रहित में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

ऋषिकेश स्नातकोत्तर महाविद्यालय की प्रशंसा करते हुए कहा है कि यहां के एनसीसी कैडेट्स को गणतंत्र दिवस की परेड में भी प्रतिभाग करने का अवसर प्राप्त हुआ है जो ऋषिकेश वासियों के लिए सौभाग्य का विषय है।

इस अवसर पर महाविद्यालय के डॉ अनिल कुमार, एनसीसी कैडेट्स प्रशांत बिष्ट, मयंक राणा, आशीष भटट, अरविंद राणा, सोनू शाह, मानसी, आराधना, प्राची, प्रेरणा व प्रियंका आदि कैडेट्स को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र नेगी, रामरतन रतूड़ी, गौतम राणा, किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष नरेंद्र रावत हरजिंदर सिंह आदि उपस्थित थे।

विश्व टीबी दिवस पर राजकीय महाविद्यालय में दो दिवसीय कांफ्रेंस का शुभारंभ

उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, (UCOST) देहरादून द्वारा प्रायोजित, पंडित ललित मोहन शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ऋषिकेश (श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर) के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग व DNA लैब, देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में विश्व टीबी दिवस के उपलक्ष्य पर प्रदेश स्तरीय दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस एवं कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। इस कार्यशाला का विषय Cellular, Molecular and Biomedical skills : Needs in post pandemic era रहा।

कार्यशाला में मुख्य अतिथि प्रोफेसर एन.पी. माहेश्वरी, भूतपूर्व उच्च शिक्षा निदेशक, व विशिष्ट अतिथि ऋषिकेश भरत मंदिर के महंत वत्सल प्रपन्न शर्मा, वरुण प्रपन्न शर्मा एवं प्रो पंकज पंत, प्राचार्य राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, ऋषिकेश डॉ नरोत्तम शर्मा, साइंटिस्ट डीएनए लैब व कार्यशाला के आयोजन सचिव प्रो गुलशन कुमार ढींगरा ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

प्रो गुलशन कुमार ढींगरा ने बताया कि हैंड्स ऑन ट्रेनिंग एवं नवीनतम तकनीकी द्वारा, बायोमेडिकल, पैरामेडिकल क्षेत्र के प्रतिभागियो को प्रशिक्षण दिया जायेगा। डीएनए लैब के वैज्ञानिक डॉक्टर नरोत्तम शर्मा ने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य है कि कोविड 19 के परिपेक्ष्य में समाज व पैरामेडिकल युवा हमारी नवीन तकनीकों से अधिक से अधिक लाभान्वित हो सकें।

महंत वत्सल प्रपन्न शर्मा ने कहा कि हमारा ट्रस्ट ऋषिकेश के छात्र छात्राओं को आगे बढ़ने के लिए हमेशा से कार्यरत है व आगे भी कार्य करता रहेगा हमारे पूर्वजों द्वारा ऋषिकेश महाविद्यालय व ऋषिकेश अस्पताल हेतु जो भूमि दी गई उसका सदुपयोग हो रहा है, उन्होंने महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो पंत का आभार व्यक्त किया गया।

इसके बाद प्रोफेसर माहेश्वरी ने कहा कि कोविड-19 के कारण हमारी जीवनशैली व कार्य करने के तरीके पर विश्व भर में हैरान करने वाले चुनोतियो का प्रभाव पड़ रहा है व बॉयोमेडिकल सेक्टर पर इन चुनोतियो का भार था जो उन्होंने बखूबी वहन किया।

उद्धघाटन सत्र के अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर पंकज पंत ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया हुआ व कहा कि पंडित ललित मोहन जी ने जो भूमि महाविद्यालय को प्रदान की, उससे लाखों छात्र-छात्राएं आज यहां से शिक्षार्थ पाकर सेवाएं देश विदेशों में दे रहे हैं।

कार्यशाला के प्रथम तकनीकी सेशन में प्रतिभागियों को बायोसेफ्टी लैब एवं डीएनए आइसोलेशन एवं आरटी पीसीआर आदि उपकरणों को रूबरू व जानकारी दी गई व प्रशिक्षण दिया गया।

कार्यशाला के द्वितीय तकनीकी सेशन में टेक्नो हब लैबोरेट्री देहरादून के सिद्धार्थ माधव ने Detection of Diabeties Retinopathy with Image Processing and Artificial Intelligence विषय पर बताया जोकि छात्रों के लिए बहुत उपयोगी एवं रुचिकर था।

उसके बाद एम्स ऋषिकेश के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डॉ आशीष कोठारी ने रोल ऑफ sequencing इन मॉलेक्युलर साइंस विषय पर व्याख्यान दिया। उसके बाद एम्स ऋषिकेश के डॉ आशीष कुमार बायोकेमिस्ट्री विभाग ने बायो methodology ऑफ लैबोरेटरी एनिमल विषय पर व्याख्यान दिया।

अंत मे मिस अंकिता सिंह, व मिस्टर तेजपाल जूनियर साइंटिस्ट ने RT PCR, Master mixture Preparation for DNA Isolation processing के बारे में बताया।

कार्यशाला का संचालन सफिया हसन ने किया। इस मौके पर प्रो सुषमा गुप्ता, डॉ अनिल कुमार, डॉ पूजा कुकरेती, डॉ इंदु तिवारी, शालिनी कोटियाल, देवेंद्र भट्ट, अर्जुन पालीवाल, विवेक राजभर, आदि मौजूद थे।