सार्वजनिक छठ पूजन समिति ने सरकार की नई एसओपी की कठारे निंदा की

सार्वजनिक छठ पूजन समिति त्रिवेणी घाट की पूजा के संबंध में कोविड-19 महामारी को लेकर जारी नई गाइडलाइन के संबंध में अहम बैठक हुई।

बैठक में सरकार द्वारा जारी नई एसओपी को मानते हुए समिति ने छठ पूजा में होने वाले अपने समस्त सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए और सभी ने एक स्वर में इस तुगलकी फरमान की कठोर निंदा की और भगवान सूर्यनारायण और छठ माता से प्रार्थना की कि वे शासन व प्रशासन को सद्बुद्धि दें।

समिति के अध्यक्ष राम कृपाल गौतम ने कहा की छठ महापर्व बिहार उत्तर प्रदेश के साथ-साथ कई राज्यों में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है यह एकमात्र ऐसा पर्व है जिसमें अस्त होते हुए सूर्य के साथ -साथ उदय होते हुए सूर्य की पूजा की जाती है और यह पर्व सनातन धर्म का सबसे अहम पर्व में से एक है जिसमें व्रती दो दिन पूरे 24 घंटे एवं षष्ठी व सप्तमी को 36 घंटे का निर्जला व्रत रखकर पूजा करते हैं।

आशुतोष शर्मा ने कहा कि छठ महापर्व आरोग्य का प्रतीक है और भगवान सूर्यनारायण व छठ मैया से प्रार्थना उन्होंने प्रार्थना कि वह कोरोना महामारी से संपूर्ण विश्व की रक्षा करें और सभी को आरोग्य प्रदान करें।

आदेश शर्मा ने कहा प्राचीन काल में ऋषि- मुनि आरोग्य की प्राप्ति हेतु सूर्य उपासना करते थे जिसका वेदों और ऋचाओ मैं वर्णन मिलता है उन्होंने सरकार से निवेदन किया कि वे छठ पूजा पर लगी रोक को हटाए।

इस अवसर पर राजू गुप्ता, अनूप गुप्ता, सोनू गुप्ता, ऋषि जयसवाल, धीरज सिंह, नागेंद्र सिंह, प्रमोद कुमार शर्मा, प्रमोद शर्मा, दीनदयाल राजभर, जयप्रकाश ठेकेदार, राजपाल ठाकुर, ईश्वर चंद यादव, परमेश्वर महंत शर्मा, शैलेंद्र, बसंत ठेकेदार, सुभाष चंद बैरागी, गिरीश राजभर, प्रेम राजभर, वीर बहादुर राजभर, रामाशीष राजभर, राहुल शर्मा, जतिन स्वरूप भटनागर, मृत्युंजय गुप्ता, मनीष मौर्य आदि उपस्थित रहे।